भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय
मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण, उपस्थित बंगाल भारतीय जनता पार्टी के वीर बहादुर सभी कार्यकर्ता और इस चुनाव में पश्चिम बंगाल की आन-बान-शान के लिए जी जान से जुटे हुए हमारे सभी उम्मीदवार और हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए हुए इतने विशाल जनसागर को मेरा नमस्कार।
कूच बिहार की समृद्ध और गौरवशाली धरती से आप सभी साथियों को पूरे उत्तर बंगाल के साथियों को मेरा प्रणाम। राज... समाज की धरती और उनके गौरवमय इतिहास को भी मौं नमन करता हूं। कूचबिहार में अनुकूल ठाकुर जी के भी बहुत अनुयायी हैं। झारखंड के देवगढ़ में महादेव अनुकूल ठाकुर की पवित्र भूमि है। मैं आदरपूर्वक उन्हें भी नमन करता हूं। भाइयो और बहनो, आपको यहां आने से रोकने की सारी कोशिशें किस तरह नाकाम हुई हैं, इस जनसैलाब को देखकर के नजर आता है। इतना ही नहीं, ये दीदी की पराजय का स्मारक खड़ा है। ये दीदी के विनाश का जीता-जागता स्मारक है। ये जो मंच बनाया गया है, इसलिए बनाया गया है कि आप लोगों को जगह कम पड़ जाए। ऐसे छोटे बच्चों जैसी हरकतें करके क्या चुनाव जीते जाते हैं। कभी-कभी मोहल्ले में बच्चे जब लड़ते हैं, कभी झगड़ा हो जाता है तो कहते हैं मेरी गली से गुजरना, मैं तुझे देख लूंगा। ये जो ड्रामा किया है दीदी ने और उनके गुलामों ने, ये लोकतंत्र के तिरस्कार का- ये दीदी का जीता-जागता स्मारक है। और लोकतंत्र में कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता है। और दीदी इतनी बदनामी बोलने के बाद भी ये जनता का प्यार तो देखो जरा। ये दुलार तो देखो जरा।
पश्चिम बंगाल के जिस भी क्षेत्र में मुझे जाने का अवसर मिला है, वहां जनता-जनार्दन का ये उत्साह देखकर मैं अभिभूत हूं। मेरी आप सबसे प्रार्थना है कि आप जहां हैं, वहीं रुक जाइए। कृपा करके मैदान इतना भर गया है और इतने सवेरे-सवेरे भर गया है। मैं जानता हूं, मैं क्षमा मांगता हूं कि न मैं आपको देखता हूं औप न ही आप मुझे देख पा रहे हैं लेकिन आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं कभी दोबारा आऊंगा। इस चुनाव में नहीं तो साल, 2 साल, 3 साल में कभी भी आऊंगा लेकिन आपके दर्शन फिर से करूंगा। लेकिन अभी आप जहां हैं, वहां रुकिए। आगे आने की कोशिश मत कीजिए। दिल्ली में बैठे लोगों को कभी अंदाज नहीं आएगा, बंगाल देश को आज दिशा दिखा रहा है। आपका इतना प्यार है, मेरी जिम्मेदारी बढ़ती चली जा रही है। भैया, आप नीचे आ जाइए, कहीं गिर गए तो दीदी मेरे नाम पर एफआईआर लिखा देगी। देखिए आपका नुकसान होगा, जो मेरा नुकसान है। यहां के लोग बड़े वीर हैं, बहादुर भी हैं, क्रांतिकारी भी हैं।
भाइयो और बहनो, आप ये जितना मोदी-मोदी करते हैं ना, उतना ही किसी की नींद उड़ जाती है। जानते हैं न, कौन है वो। कौन है, स्पीड ब्रेकर। पश्चिम बंगाल की स्पीड ब्रेकर दीदी चैन से सो नहीं पा रही हैं और सारा अपने अफसरों पर गुस्सा निकाल रही हैं। इलेक्शन कमीशन पर गुस्सा निकाल रही हैं। राजनीति में जमीन खिसकना क्या होता है, अगर किसी को समझना हो तो दीदी की बौखलाहट, दीदी का गुस्सा, इतने से ही समझ सकता है। मुझ पर आजकल गालियों की जो बौछार हो रही है, चुनाव आयोग पर वो जिस तरह भड़क रही हैं, उससे भी पता चलता है कि दीदी कितनी डरी हुई है। ये सब उनकी डर की निशानियां हैं। भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में इस लहर ने दीदी को आईना दिखा दिया है। साथियो, आपका ये उत्साह दिखाता है कि पश्चिम बंगाल ने ठान लिया है कि अब दीदी के शिकंजे से खुद को आजाद करना है। साथियो, आपकी जो भावना है, देश की ही भावना आप ने अभिव्यक्त की है। आज इस चौकीदार पर देश को इसलिए इतना विश्वास हुआ है क्योंकि लोगों को लगने लगा है कि नामुमकिन भी अब मुमकिन है। नामुमकिन भी अब मुमकिन है। गरीब से गरीब के पास भी बना बैंक खाता, अपना रूपे डेबिट कार्ड होगा- ये कभी नामुमकिन लगता था, लेकिन अब मुमकिन है। अब गरीब से गरीब की रसोई में भी गैस पर खाना पकेगा- ये भी पहले नामुमकिन लगता था लेकिन अब मुमकिन है।
भारत में टेलीफोन पर बात करना लगभग मुफ्त हो जाएगा और इंटरनेट दुनिया में सबसे सस्ता हो जाएगा। ये भी पहले नामुमकिन लगता था लेकिन ये भी अब मुमकिन लगता है। साथियो, बांग्लादेश के साथ जमीन समझौता दशकों से लटका हुआ था। कूचबिहार के लिए यह कितना महत्वपूर्ण था। इस समझौते पर कभी अमल होगा, ये भी पहले नामुमकिन लगता था, लेकिन ये भी मुमकिन हुआ। इसके बाद केंद्र सरकार ने कूचबिहार के विकास के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए की परियोजनाओं को मंजूरी दी। इतना ही नहीं भाइयो और बहनो, भारत कभी आतंकवादियों के घर में घुसकर मारेगा, आतंकवादियों को घर में घुसकर मारेगा। ये भी नामुमकिन लगता था लेकिन अब ये भी मुमकिन है। नामुमकिन को मुमकिन किसने बनाया। नामुमकिन को मुमकिन किसने बनाया। नामुमकिन को मुमकिन किसने बनाया। जी नहीं, ये मोदी ने नहीं आप ने मुमकिन बनाया है। आपके एक वोट ने बनाया है। आपके आशीर्वाद ने बनाया है। कूचबिहार और पश्चिम बंगाल के आप सभी साथियों ने आपके सहयोग के कारण नामुमकिन को मुमकिन बनाया है। भारत की ये नई रीति और भारत की ये नई नीति, मेरे प्यारे कूचबिहार के नौजवानों, ये आपको पसंद है? ये आपको पसंद है ? चौकीदार के कदमों से आप सहमत हैं? मुझ और आगे बढ़ना चाहिए, और ज्यादा करना चाहिए? आपके आशीर्वाद बने रहेंगे?
भाइयो और बहनो, 2014 से पहले आए दिन आतंकवादी हमले होते थे। वो कहां से आते थे, कौन उनको भेजता था, ये तब की सरकार को भी पता था, लेकिन हमारे जांबाज सपूत तब की सरकार से बदला लेने के लिए बार-बार कहते थे। एक के बाद एक हमारे जवान शहीद होते जा रहे थे, कदम उठाने के लिए मांग कर रहे थे लेकिन सरकार के कदम फैसला लेने से पहले ही डगमगा जाते थे, कांपते थे। पाकिस्तान आए दिन धमकी देता था कि ये किया तो ऐसा कर देंगे और दिल्ली में बैठी सरकार गीदड़भभकी से भी हिल जाती थी लेकिन जब से दिल्ली में आपने चौकीदार को बिठाया है, अब कोई गीदड़भभकी से नहीं डरता।
नया हिंदुस्तान अब अपनी सुरक्षा के लिए आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारने के लिए तैयार रहता है। लेकिन साथियों मजबूत होते भारत से कुछ लोगों को कष्ट हो रहा है। जब भारत अंतरिक्ष में महाशक्ति बन रहा है तो दीदी को ये भी परेशान करता है। जब भारत आतंक पर सख्ती दिखाता है, तब दीदी को इस से भी मुसीबत होती है। अब दीदी इतनी परेशान है कि दिन रात एक ही बात कर रही है- मोदी हटाओ, मोदी हटाओ, मोदी हटाओ। अरे आप लोगों के प्यार और आशीर्वाद के रहते हुए कोई मोदी को हटा सकता है क्या? इतनी माताएं-बहनें, देश की माताएं-बहनें जिस मोदी का सुरक्षा कवच बनके खड़ी हों, इस मोदी को कोई हटा सकता है क्या? इस देश के कोटि-कोटि नौजवान जान को हथेली में लेकर इन अत्याचारियों के खिलाफ लड़ रहे हों, क्या ऐसे मोदी को कोई हटा सकता है? मां-माटी-मानुष का वादा एक तरफ है।
अफसोस ये है कि उन्होंने मानुष की सारी उम्मीदें तोड़ दी हैं। उनका जीवन मुश्किल में डाल दिया है। भाइयो और बहनो, दीदी अब ऐसे लोगों का साथ दे रही है, जो भारत में दो प्रधानमंत्री चाहते हैं। क्या भारत में दो प्रधानमंत्री होने चाहिए? एक हिन्दुस्तान में, एक जम्मू कश्मीर में- ऐसी कल्पना आप कर सकते हैं? अरे दीदी, ये आपके साथी चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं, भारत के दो प्रधानमंत्री होने चाहिए। देशवासियों को पता होना चाहिए, बंगाल की धरती को पुन: स्मरण होना चाहिए। इसी बंगाल की धरती का एक सपूत, इसी बंगाल की धरती का एक लाल जिसने एक प्रधान, एक विचार, एक विधान के लिए अपना बलिदान दे दिया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इसी बंगाल की धरती से थे।देश क एकता अखंड़ता के लिए ये दो-दो प्रधान के सपने को चूर करने का काम ये बंगाल की धरती के वीर बेटे ने किया था। और दीदी आप उनके साथ बैठी हो? ये बंगाल का अपमान है कि नहीं? ये देश के बलिदान का अपमान है कि नहीं? वीर शहीदों का अपमान है कि नहीं? दीदी ने मोदी विरोध में अपने ऐसे साथियों पर भी चुप्पी साध ली। भले ही देश में अराजकता क्यों न फैल जाए, भले हंगामा क्यों न खड़ा हो जाए, दीदी को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
साथियो, दीदी पर आपने बहुत भरोसा किया था लेकिन उन्होंने आपका वो भरोसा चकनाचूर कर दिया है। पश्चिम बंगाल में बुआ-भतीजे की जोड़ी इस महान धरती को गुंडों, घुसपैठियों, जानवरों और इंसानों के तस्करों- इनका गढ़ बनाने पर ये जोड़ी तुली हुई है। हालात ये हैं कि लोगों की आस्था पर भी स्पीड ब्रेकर लगाने का काम ये दीदी और उनके साथियों ने किया है। साथियो, विकास के काम में रोड़े अटकाने की दीदी की आदत ने आपका कितना नुकसान किया है, ये भी आपके लिए जानना जरूरी है। केंद्र की सरकार ने पश्चिम बंगाल के एक करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था की है।
यहां के 70 हजार लोग अयुष्मान भारत से मुफ्त इलाज करा भी चुके थे। लेकिन स्पीड ब्रेकर दीदी ने इस पर ब्रेक लगा दिया है। साथियो, आपके इस चौकीदार ने कूच बिहार सहित पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान परिवारों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर करने की योजना लागू की है। लेकिन दीदी ने उस पर भी ब्रेक लगा दिया। भाइयो और बहनो, आपके इस चौकीदार का संकल्प है। इससे मुक्ति मिले, ये मेरा सपना है। इस काम के लिए पश्चिम बंगाल के गरीब परिवारों के लिए गांव और शहरों में 13 लाख घर इस चौकीदार की सरकार ने बनवा दिए हैं। लेकिन गरीबों के लिए घर बनाने की स्पीड भी दीदी ने स्पीड ब्रेकर लगाकर कम कर दी। भाइयो और बहनो, स्पीड ब्रेकर दीदी ने अगर केंद्र सरकार की योजनाओं को रोका नहीं होता, तो आज बहुत सारी सुविधाओं का लाभ यहां के नागरिकों तक पहुंच गया होता। 2019 का ये लोकसभा चुनाव आया। दीदी को सबक सिखाने के लिए पश्चिम बंगाल में जितना ज्यादा कमल खिलेगा, आपकी आवाज उतनी ज्यादा ही ज्यादा मजबूत होगी। आपके हक की लड़ाई उतनी ही ज्यादा आगे बढ़ेगी।
जब दिल्ली में आपकी आवाज गूंजेगी, तो बहुत दिन तक दीदी की मनमानी चल नहीं पाएगी। ये मैं आपको विश्वास देने आया हूं। दीदी को आपकी भलाई के लिए झुकना ही पड़ेगा। इतना ही नहीं, दीदी ने ये जो मलाई वाला जो रास्ता पकड़ा है, उस मलाई वाले रास्ते को भी छोड़ना पड़ेगा। साथियों, दीदी का असली चेहरा दुनिया के सामने लाना भी जरूरी है। ये धरती इतने सामर्थ्य से भरी हुई है, लेकिन वो पश्चिम बंगाल की संस्कृति को, यहां के गौरव को, यहां के नागरिकों के जीवन को तबाह करने पर तुली हुई है। क्या दीदी ने आपको बताया कि क्यों पश्चिम बंगाल में सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू नहीं की जा रही हैं। क्या दीदी ने आपको बताया कि क्यों परीक्षा पास करने के बावजूद यहां के हजारों युवाओं की नौकरी पर ब्रेक लगा दिया गया है? क्या दीदी ने आपको बताया कि यहां के चाय बागानों में शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं को रोकने का काम क्यों किया जा रहा था?
साथियो, बगल में त्रिपुरा में भी कांग्रेसियों ने, लेफ्ट वालों ने वैसे ही अराजक शासन चलाया था जैसे यहां पश्चिम बंगाल में चला रहे हैं। दोनों ही राज्यों में सामान्य जनता त्रस्त हो चुकी थी, बदलाव के लिए तड़प रही थी। जनता में बदलाव की हुंकार उठी थी, पश्चिम बंगाल के लोगों ने दीदी पर भरोसा किया और त्रिपुरा के लोगों ने, वहां टीएमसी थी लेकिन उसको घुसने नहीं दिया। इंतजार किया, लेफ्ट वालों का जुल्म सहा लेकिन इंतजार करने के बाद लेफ्ट वालों को नहीं, सारा दारोमदार बीजेपी के हाथों में दे दिया। ये बंगाल के लोग समझदार हैं। आज त्रिपुरा और प. बंगाल, दोनों का फर्क आज पूरा देश देख रहा है।
त्रिपुरा में हमने लेफ्ट के मॉडल को बिल्कुल अपनाया नहीं, उसको ध्वस्त करने के लिए कदम उठाए। गुंडों को हटाया, ब्यूरोक्रेसी की कमियों को ठीक किया, विकास को प्राथमिकता देकर विकास की पटरी को आगे बढ़ाया। लेकिन यहां दीदी ने क्या किया। दीदी ने यहां शॉर्टकट पकड़ा, और जब आप रेलवे के पटरी क्रॉस करते हो तो एक बोर्ड लगा रहता है शॉर्टकट विल कट यू शॉर्ट, दीदी ने शॉर्टकट अपनाया और उन्होंने क्या किया, जो तौर तरीके लेफ्ट वालों के थे। जो कमियां लेफ्ट की थी। जो गुंडाशाही लेफ्ट की थी। वो सारी की सारी दीदी ने अपने गले मड ली और उसी के रास्ते चल पड़ी। राजनीति और अपराध का एक खतरनाक मॉडल भी दीदी ने खड़ा कर दिया। प. बंगाल में कम्युनिस्टों के शासन के बाद इस तरह से सरकार चलाई जाएगी इसकी उम्मीद मुझे भी नहीं थी। मैं सोच भी नहीं सकता था कि दीदी इस प्रकार के रास्ते पर चल पड़ेगी।
साथियो, मां शारदा को पूरा देश पूजता है, उनसे हम ज्ञान सद्बुद्धि मांगते हैं,लेकिन इन्होंने बंगाल को शारदा स्कैम से बदनाम कर दिया। रोज का नाम सुनते ही लोग फूलों की बात करते हैं। लेकिन प. बंगाल में रोज सुनते ही गरीबों को कांटा चुभने की याद आने लगती है। नारद मुनि तीनों लोकों में नारायण का जाप करते थे। लेकिन इन्होंने प, बंगाल की पहचान नारदा घोटाले से जोड़ दी। शारदा, नारदा, रोज भाइयो बहनो, इन घोटालों ने आपके जीवन भर की कमाई को लूट लिया। लूट की रकम किसकी तिजोरी में गई है। ये आप भलिभांति जानते हैं। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि गरीबों को लूटने वाले एक एक लूटरे का हिसाब ये चौकीदार कर के रहने वाला है।
साथियो, ये आपका चौकीदार आपके हितों के रक्षा के लिए देश के हितों के रक्षा के लिए पूरी तरह चौकन्ना है। पूरी तरह समर्पित है। आपका ये चौकीदार घुसपैठियों की पहचान करने के लिए असम में एनआरसी लेकर के आया। दीदी ने वहा पर भी इस पर ब्रेक लगाने के लिए बहुत कोशिश की। लेकिन झूठ के सहारे चलने वाली दीदी वहां भी विफल हो गई। आपका ये चौकीदार सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल भी लेकर आया है। हमारी कोशिश मां भारती की संतानों को मां भारती में आस्था रखने वालों को सुरक्षा देने की थी। दीदी ने अपने महामिलावटी साथियों के साथ मिलकर इस पर भी ब्रेक लगाने के चक्कर में हैं। लेकिन ये चौकीदार इस विषय में भी पूरी तरह से चौकन्ना है।
भाइयो बहनो कूच बिहार के सहित ये पूरा क्षेत्र संभावनों से भरा है। टूरिज्म के लिए अनंत अवसर यहां बन सकते हैं। केंद्र की सराकर ने कनेक्टिविटी के लिए अनेक प्रयास किए हैं। चांगरा बांधा से न्यू कूच बिहार रेल लाइन हो, मायानगुड़ी-जोगीपड़ा लाइन हो, कूच बिहार सूमकूड़ा का चौड़ीककरण हो। रेलवे के ऐसे अनेक प्रोजेक्ट यहां पूरे हो चुके हैं या पूरे होने के कागार पर है, और मत भूलिए ये दीदी भी केंद्र में रेल मंत्री हुआ करती थी तब आपके लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। उसका उपयोग भी राजनीति करने के लिए करती रही।
भाइयो-बहनो हाल ही में जलपाईगुड़ी में कोलकाता हाई कोर्ट की सर्किट बेंच से भी आपको नई सुविधा हुई है। बीजेपी की सरकार एनडीए की सरकार यहां विकास के अनेक काम शुरू करना चाहती है। लेकिन जब तक गुंडागर्दी रहेग, तस्करों का आतंक रहेगा, घुसपैठियों का दबदबा रहेगा, और उन पर दीदी का आशीर्वाद बना रहेगा तब तक यहां न तो टूरिज्म का विकास होगा, न ही उद्योग लग पाएंगे और न ही बेटियां सुरक्षित हो पाएंगी। भाइयो-बहनो इतने दशकों के बाद पहली बार मानव तस्करी के विरुद्ध ये चौकीदार की सरकार ने बनाया है।
चौकीदार की सरकार आई तो पूरी सख्ती से प. बंगाल में इस कानून को लागू किया जाएगा। भाइयो –बहनो बंगाल की जनता ने मन बना लिया है। अब बंगाल में न टोलागिरी चलेगी, न गुंडागिरी चलेगी। आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं है। कोई आपका वोट छीन नहीं पाएगा। मैं बंगाल के भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहूंगा हौसला बनाकर रखिए, जो लहर यहां उठ रही है वो दीदी का तिलिस्म तोड़ कर ही रहेगी। अब आप और हम मिलकर एक ऐसा बंगाल बनाएंगे। जो लेफ्ट और टीएमसी के गुंडाराज से मुक्त होगा। 2019 के इस चुनाव में हर बीजेपी उम्मीदवार को जो आप वोट देंगे। आपका वोट ये चौकीदार को मजबूत करेगा। ये देश को मजबूत करेगा।
आप मुझे बताइए देश मजबूत होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? देश मजबूत होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? मजबूत देश बनाने के लिए मजबूत सरकार होना चाहिए कि नही चाहिए ? मजबूत सरकार के लिए मोदी को मजबूत करना चाहे कि नहीं चाहिए? आप जब कमल के निशान पर बटन दबाओंगे न तो आपका वोट सीधे साधा मोदी के खाते में जाएगा। देखिए यहां ये पर्दे भी खोल देने पड़े, वहां तक भीड़ है। जहां नजर न पहुंचे वहां तक भीड़ है। छत पर भी लोग खड़े हैं। दीदी जरा देख लो, और दिल्ली में बैठे लोग भी जरा देख लो ये कैसी लहर चल पड़ी है। भाइयो और बहनो, आप मेरे साथ एक नारा बोलेंगे। दीदी की नींद उड़ गई है।
फिर भी जोर से बोलेंगे। मैं कहूंगा मैं भी...आप कहेंगे चौकीदार....मैं भी...चौकीदार, मैं भी...चौकीदार, मैं भी...चौकीदार, गांव-गांव है....चौकीदार, गांव गांव है... चौकीदार, शहर-शहर है....चौकीदार, शहर शहर है...चौकीदार, बच्चा- बच्चा... चौकीदार, बच्चा-बच्चा..., चौकीदार, बड़े-बुजुर्ग भी...चौकीदार, बड़े-बुजुर्ग भी... चौकीदार, माता बहनें....चौकीदार, माता बहनें.... चौकीदार, घर-घर में है... चौकीदार, घर-घर में है... चौकीदार, खेत खलिहान में... चौकीदार, खेत खलिहान में... चौकीदार, बाग-बगान में.... चौकीदार, बाग-बगान में... चौकीदार, देश के अंदर...चौकीदार, सरहद पर भी... चौकीदार, कलाकर भी... चौकीदार, किसान-करागार भी... चौकीदार, दुकानदार भी... चौकीदार, आपका ये प्यार सवा सौ करोड़ देशवासी चौकीदार... इस मंत्र के साथ आगे बढ़े। मेरे साथ बोलिए भारत माता की...भारत माता की, भारत माता की.. बहुत बहुत धन्यावाद...