The entire world saw recently how the terrorist Masood Azhar has been declared a global terrorist by the UN: PM Modi
The media recently released reports showing how the Congress’ ‘Namdar’ was involved in granting defence deals to his close friends and aides during the UPA’s tenure: PM Modi in Bhadohi
Contrary to the corrupt, self-centred politics of the Congress, the BJP forms a government to serve each and every Indian in whatever way we can: Prime Minister Modi

भारत माता की... जय
भारत माता की... जय
भारत माता की... जय

चुनाव की गर्मी तो बढ़ती चली जा रही है लेकिन ईश्वर कुछ कृपा कर रहा है, मौसम भी मदद कर रहा है, माहौल भी मदद कर रहा है और आपका मिजाज भी मदद कर रहा है। भदोही, फूलपुर सहित पूर्वांचल के सभी साथियो को मेरा प्रणाम। सेमराध नाथ महादेव, भोले बाबा हरिहर नाथ, सीता माता और गंगा मैया का आशीर्वाद हम सभी पर बना हुआ है। 1857 में इस क्षेत्र में क्रांति का बिगुल बजाने वाले शहीद झूरी सिंह और शहीद शीतल पाल जी को मैं नमन करता हूं।

 भाइयो और बहनो, इन सभी के आशीष से और आपके स्नेह और सामर्थ्य से आज भारत दुनिया के शक्तिशाली देशों में गिना जा रहा है। दुनिया भर में भारत का सम्मान हो रहा है, भारत की बात मानी जा रही है। सऊदी अरब से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक, फिलीस्तीन से लेकर रूस तक, हर देश भारत को अपना सबसे बड़ा सम्मान दे रहा है। जब ये खबर आपके पास आती है, आपको गर्व होता है? आपको गर्व होता है? माथा ऊंचा हो जाता है, सीना चौड़ा हो जाता है? अपने आप भारत मां की जय निकलती है? ये कमाल है हिंदुस्तान का आज। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई, देखिए दोस्तों ये तो पंडाल और ये सभा, इतनी बड़ी सभा के लिए कोई पंडाल बना ही नहीं सकता है। 20% लोग पंडाल में हैं, 80% लोग पंडाल के बाहर हैं लेकिन परमात्मा ने उनके लिए पंडाल बना दिया है। लेकिन मेरी आपसे रिक्वेस्ट है कृपा कर के आगे आने की कोशिश मत करें। देखिए आप जहां हैं वहीं खड़े रहिए, अगर आप इसी प्रकार से धक्के लगाते रहोगे तो पूरी सभा धक्के में ही चली जाएगी। आप शांत रहेंगे? देखिए आप पीछे इतने दूर हैं लोग वे शांत खड़े है आप आगे वाले क्यों गड़बड़ कर रहे हो?

भारत माता की… जय
भारत माता की… जय

भाइयो-बहनो, हमारे देश में अगर कोई आतंकी हमला होता है तो आपको दुख होता है? आपको दुख होता है? हमला कश्मीर में हो लेकिन आंसू भदोही में निकलते है कि नहीं निकलते है? हमला कश्मीर में हो लेकिन दिल कन्याकुमारी का रोता है कि नहीं रोता है? हर किसी को दर्द होता है कि नहीं होता है?

भाइयो-बहनो, जब हमारे वीर जवान, उसका शरीर तिरंगे में लिपट करके घर आता है। हर किसी को नहीं लगता हैं की अपने ही परिवार का बेटा गया। लगता है की नहीं लगता है? दुख होता की नहीं होता है? लेकिन जब उसके जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक होता है तो आपको गर्व होता है? हिम्मत आती है? अब सही सरकार है ऐसा लगता है? सरकार सही काम कर रही है ऐसा लग रहा है? जब भारत ने आतंकियों को घर में घुसकर मारा तो आपको गर्व हुआ? आपको गर्व हुआ? आपको गर्व हुआ? आप मुझे बताइए मोदी का रास्ता सही है? मोदी का रास्ता सही है? इसी रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए? देश को सीना तान के खड़ा होना चाहिए?

भाइयो-बहनो, भारत ने अंतरिक्ष में सेटेलाइट को मिसाइल से उड़ा दिया, आपको कैसा लगा? आपको कैसा लगा अच्छा लगा? गर्व हुआ? आपको लगा ये पराक्रम आपने किया है, यही तो देश की ताकत होती है दोस्तों। क्या किसी देश ने हमारे इतने पराक्रम हुए, क्या किसी ने हमारा विरोध किया क्या? हम पर कोई प्रतिबंध लगाए? कोई बैन लगाया ?

साथियो, जब आप सही नीयत से, सही नीति से काम करते हैं, लोगों के हितों को ध्यान में रख के काम करते हैं तो नामुमकिन भी...मुमकिन है, नामुमकिन भी...मुमकिन है, नामुमकिन भी...मुमकिन है। वरना किसने सोचा था की सऊदी अरब में, जहां हमारे लोग मक्का जाते हैं, मक्का-मदीना की यात्रा करते हैं। उस सऊदी अरब में भारत के भी बहुत लोग काम करते हैं लेकिन कभी न कभी कुछ गलत कामों में पकड़े जाते हैं। हमारे देश के 850 लोग सऊदी अरब की जेल में बंद पड़े थे। पिछले दिनों सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस यहां आए थे, मैंने रिक्वेस्ट किया की रमजान का महीना आ रहा है। हमारे 850 लोग सऊदी की जेल में पड़े हैं। आपसे मेरा अनुरोध है की उनको जेल से छोड़ दीजिए ताकि वो रमजान से पहले अपने घर आ जाएं। भाइयो बहनो, उन्होंने मेरी बात मान ली और रमज़ान से पहले लोगों को घर भेजने का काम किया।

भाइयो और बहनो, दो-तीन पहले ही आपने देखा कि दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने भारत में, भारत में सैकड़ों लोगों की जान लेने वाले गुनहगार मसूद अजहर को आतंकी घोषित किया है। आपको संतोष हुआ? मोदी सही काम कर रहा है? अब पाकिस्तान उसे दावत खिला रहा था उसका हाल क्या होगा? अब यही पाकिस्तान मसूद अजहर पर कार्रवाई करने के लिए उसको मजबूर होना पड़ेगा। ये भारत की बढ़ती ताकत का ही तो असर है लेकिन मैं इन महामिलावटी दलों का, उनका क्या करूं? जो भारत की इस कामयाबी को मानने के लिए ही तैयार नहीं हैं। भाइयो-बहनो, ये महामिलावटी दलों का ये खेल, उसके खिलाफ आपको गुस्सा आता है कि नहीं आता है? गुस्सा आना चाहिए कि नहीं आना चाहिए? ये महामिलावटी कह रहे हैं की देश में चुनाव था, इसलिए मोदी ने मसूद अजहर पर बैन लगवा दिया। हर चीज को चुनाव के चश्मे से देखने की वजह से ही आज कांग्रेस और उसके साथियों की ये हालत हो गई है।

साथियो, अगर आज दुनिया में भारत की गूंज अगर सुनाई दे रही है तो इसके पीछे क्या कारण है? क्या कारण है? क्या कारण है? मोदी कारण नहीं है, इसके पीछे आपके वोट की ताकत है आपके वोट की ताकत। 2014 में आपके दिए एक वोट ने भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाने में बहुत बड़ी मदद की है।
भाइयो-बहनो, भदोही की साख कालीन से है, यहां का हर कालीन कारोबारी साख का मतलब क्या होता है, इसको भली-भांति समझता है। जब साख अच्छी होती है तो बहुत कुछ बहुत आसान हो जाता है। व्यापार हो, कमाई की बात हो, एक्सपोर्ट का कारोबार हो सब कुछ हर बात पर साख का असर पड़ता है। लेकिन साथियो, 2014 से पहले देश से ऐसी सरकार आई और कांग्रेस ने दस साल तक जो सरकार चलाई, उसने देश की साख का ऐसा हाल कर के रखा था, ऐसा हल कर के रखा था की दुनिया हमारी साख मानने को तैयार नहीं थी। याद करिए हजारों, लाखों, करोड़ के घोटाले, भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर बड़े-बड़े आंदोलन, सत्ता के गलियारों में बिचौलियों और दलालों का ही राज चलता था। हर तरफ दलालों की चर्चा रहती थी, भ्रष्टाचार की चर्चा रहती थी, बेईमानी की चर्चा रहती थी, भाई-भतीजावाद की चर्चा रहती थी। आपके ये चौकीदार ने सब कुछ बंद कर दिया।

आप मुझे बताइए आज देश में, आज देश में चर्चा हो रही है तो किस बात की हो रही है? हिंदुस्तान हो, दुनिया हो स्वच्छ भारत की चर्चा करता है। गरीब के लिए शौचालय बने, उसकी चर्चा करता है। गरीब को घर मिला उसकी चर्चा करती है, गरीब के घर में रसोई का चूल्हा पहुंचा गैस का और धुआं गया उसकी चर्चा करता है। भाइयो-बहनो, ये बदलाव है कि नहीं, ये बदलाव है कि नहीं? साथियो, जब सिर्फ अपना और अपने परिवार का नहीं बल्कि देश का विकास करने की इच्छाशक्ति के साथ सरकार चलाई जाती है, तो इसी तरह का परिवर्तन आता है। भाइयो और बहनो, हमारे देश में स्वतंत्रता के बाद की राजनीति में चार अलग तरह के सरकारें चली, दल चले और पॉलिटिकल कल्चर देखा गया। मैं जरा जो बात बता रहा हूं मुझे पक्का विश्वास है मीडिया के लोग आने वाले दिनों में इसकी चर्चा करेंगे। जो बात मैं बताने जा रहा हूं 23 मई को जब चुनाव नतीजे आएंगे तो मेरी इन बातों को दोबारा चर्चा में लाया जाएगा। मुझे पक्का विश्वास है देश ने चार प्रकार के दल, चार प्रकार की राजनीति, चार प्रकार का गवर्नेंस, चार प्रकार का पोलिटिकल कल्चर देखा है वो चार प्रकार कौन हैं? पहला है नामपंथी, दूसरा है वामपंथी, तीसरा है दाम और दमन पंथी और चौथा है जो हम लाए है विकास पंथी। नामपंथी यानी जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का नाम जपते रहते हैं। वामपंथी यानी जो विदेशी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश करते हैं। दाम-दमन पंथी यानी जो धन और बाहुबल की ताकत पर सत्ता पर कब्जा करते हैं और विकास पंथी, जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ देश के 130 करोड़ नागरिक, उनका कल्याण, उनके विकास यही प्राथमिकता हो, जिसके लिए दल से बड़ा भी देश होता है। 2019 में दिया हुआ आपका वोट देश को समृद्ध, शक्तिशाली बनाने में एक बड़ा कदम होगा। भाइयो और बहनो याद रखिए, कांग्रेस, सपा, बसपा ने हमेशा लोगों को आपस में जात-पात, पंथ के नाम पर भिड़ाया, सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है। इन पार्टियों के जितने भी बड़े चेहरे हैं कुछ दशक पहले उनकी स्थिति क्या थी? याद रखिए आज वो कैसी आलीशान जिंदगी जी रहे हैं ये भी देखते रहिए।

भाइयो-बहनो, आपके सामने ये जीता जागता उदाहरण है। लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं और गुजरात जैसे समृद्ध राज्य का मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। पांच साल से आपने प्रधान सेवक के रूप में काम करने का मौका दिया है। 18 साल बहुत लंबा समय होता है। इस व्यक्ति के ऊपर एक दाग लगा है क्या? एक दाग लगा है क्या? कहीं मेरे संपत्ति की चर्चा हो रही है क्या? मेरे कोई फार्म हाउस की चर्चा हो रही है क्या? विदेश में मेरे कोई बंगले की चर्चा हो रही है क्या? मैंने अपने परिवार के लिए कुछ किया हो, चर्चा हो रही है क्या? मैंने भाई भतीजे को बड़ा किया ऐसी कोई चर्चा हो रही है क्या? देश को इसके सिवा क्या चाहिए, भाइयो? और इन सब का देख लीजिए, दो साल पांच साल मौका मिल जाता है पूरे रिश्तेदार, उसके रिश्तेदार, उसके रिश्तेदार रातों रात मालामाल हो जाते हैं। ये पैसे गरीबों के होते हैं, ये पैसे ईमानदार लोगों के होते हैं। और इसीलिए भाइयो बहनो, अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मेरे गरीब भाइयों के हक के लिए लड़ता हूं। अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता हूं तो मैं देश के ईमानदारों के सामने एक दीवार बन के उनकी मदद करने के लिए खड़ा होता हूं, भाइयो। आज पूरा देश मोदी को क्यों प्यार करता है, आज धूप में खड़े रह कर के आप मोदी को आशीर्वाद क्यों दे रहे हैं? भाइयो-बहनो, देश जिस ईमानदारी देश की तलाश में था, देश जिस समर्पण की तलाश में था। मोदी ने लोगों की इस भावना को समझा है और उसको जीने के लिए अपना जीवन लगाया है। और इसीलिए भाइयो बहनो, और उनको परेशानी यही है की मोदी को कुछ होता क्यों नहीं है? अरे! मोदी को कुछ नहीं होगा ये 130 करोड़ देशवासी दीवार बन कर खड़े हैं।

भाइयो-बहनो, दो दिन पहले ही मीडिया ने खुलासा किया है कि कैसे कांग्रेस के नामदार ने, ये खेल समझिए दोस्तों ये बड़े चाह से अमेठी और रायबरेली पकड़ के बैठे हैं। कैसे खेल खेले हैं मैं कच्चा चिट्ठा निकालना चाहता हूं। ये कांग्रेस के नामदार ने अपने ही बिजनेस पार्टनर को, अपने ही करीबी दोस्त को रक्षा सौदे दिलवाए। इन नामदारों को कभी ये ध्यान नहीं रहा की कभी गरीबों को घर दिलवा दें। उनके लिए शौचालय बनवा दें, उनके घरों में बिजली कनेक्शन लगवा दें। इन नामदारों ने गरीबों की जरूरतों की कभी परवाह नहीं की लेकिन अपने बिजनेस पार्टनर के लिए लंदन से लेकर दिल्ली तक ये चक्कर काटते रहे, दौड़ते रहे। अब इसलिए ही, उनके अपने क्षेत्र के लोगों ने, उन्होंने वहां से भगाने पर मजबूर कर दिया है।

साथियो, इन महामिलावटी लोगों ने सत्ता को हमेशा अपनी दौलत बढ़ाने का जरिया माना है। जबकि हमारे लिए सत्ता, देश के लोगों की सेवा का माध्यम रही है। भाइयो और बहनो जब इन्हें सत्ता मिलती है, ये उत्तर प्रदेश का एंबुलेंस घोटाला, NRHM घोटाला देते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम आयुष्मान भारत शुरू करते हैं, जन औषधि स्टोर खोलते हैं। जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये शहरों और इलाकों में जाति के हिसाब से बिजली सप्लाई करते हैं भेदभाव करते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम सामान्य नागरिक को 24 घंटे बिजली देने का प्रयास करते हैं। जब इन्हें सत्ता मिलती है, तो ये गरीब को घर देने में भी भेदभाव करते हैं, वोट बैंक का ख्याल रखते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम सबका साथ-सबका विकास, इसी मंत्र को लेकर के चलते हैं, हर बेघर को घर देना यही हमारा मंत्र होता है। जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये कोयला घोटाला कर जाते हैं, जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम हर गरीब के घर में उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाते हैं। जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये चीनी मीलों को भी कौड़ियों के भाव दाम बेचकर करोड़ों रुपए की कमाई कर लेते हैं। जब हमें सेवा का मौका मिलता है तो हम बंद पड़ी चीनी मीलों को फिर से चलवाने का प्रयास करते हैं। जब इन्हें सत्ता मिलती है तो ये भर्तियों में भी घोटाला कर जाते हैं, नौजवानों को धोखा देते हैं। जब हमें सेवा का अवसर मिलता है तो हम ग्रुप सी और ग्रुप डी की नौकरियों में इंटरव्यू खत्म करते हैं, भ्र्ष्टाचार भी खत्म करते हैं,बिचौलिये खत्म करते हैं।

साथियो, जब इन्हें सत्ता मिलती है तो कानून व्यवस्था चौपट हो जाती है, व्यापारी से लेकर दुकानदार तक डर-डर के जीता है, जब हमें सेवा का अवसर मिलता है तो गुंडे और बाहुबली अपनी जमानत रद्द करवा कर खुद जेल में सुरक्षा का माहौल ढूंढ़ते हैं।

भाइयो-बहनो, हमारी सरकार ने देश के प्रत्येक नागरिक के लिए इसी सेवा भाव से काम किया है। हां, आपके इस चौकीदार की वजह से इनके कई तरह के खेल बंद हो गए हैं और इसीलिए ये तिलमिलाए हुए हैं। मेरे खिलाफ कितनी ही तरह की साजिश रच रहे हैं लेकिन जिस पर आपका ये आशीर्वाद हो उसे ये सारे महामिलावटी मिलकर भी कुछ नहीं कर सकते।

साथियो, आज यहां से मैं अपनी मुस्लिम बहनों को और पूरे हिंदुस्तान की मुस्लिम बहनों से एक बात जरूर कहना चाहता हूं। आज दुनिया के अनेक मुस्लिम देशों में तीन तलाक की परंपरा नहीं है। वहां बेटियों को तीन तलाक के नाम पर बर्बाद नहीं किया जाता हैं। मुस्लिम देशों में भी नहीं होता हैं। हम भी भारत की मुस्लिम बहनों को वही अधिकार देना चाहते हैं जो दुनिया के मुस्लिम देशों में बहनों को मिला हुआ हैं। ये अधिकार उनकी भावनाओं, उनकी संस्थाओं के अनुरूप ही देने वाला कानून हम पार्लियामेंट लाए हैं। हम किसी की भी धार्मिक भावना का अनादर नहीं करते, हम सिर्फ भारत के संविधान के अनुसार चलते हैं और भारत का संविधान पुरुष हो, स्त्री हो सब को समान अधिकार देता है। हम महिलाओं को भी समान अधिकार मिले, मानवता पूर्ण न्याय हो इसके लिए काम कर रहे हैं। भाइयो-बहनो, कांग्रेस और उसके साथी ये महामिलावटी लोग, इन बहनों जो तीन तलाक के कारण बर्बाद हुई है, जो नौजवान बेटियां, जो तीन तलाक से कांप रही है उनको डर के साये में जीने के लिए मजबूर कर रहे हैं। ये तीन तलाक के खिलाफ जो हम कानून लाए हैं उसको रोकने के लिए ये महामिलावटी लोग दिन-रात कोशिश रहे हैं। भाइयो-बहनो, मैं आपको विश्वास देता हूं मैं ऐसे लोगों को सफल नहीं होने दूंगा।

साथियो, ये लोग कितने मौकापरस्त हैं, इस बात को भी हमेशा याद रखिए। भाइयो और बहनो, जब बुआ-बबुआ एक दूसरे के कट्टर दुश्मन थे, तब उसी दौर में इस जिले का नाम संत रविदास नगर रखा गया था। लेकिन बुआ ने, बुआ के बबुआ ने अपने अहंकार में इस जिले के नाम से संत रविदास का नाम हटवा दिया। क्या ये संत रविदास का अपमान नहीं था? अब आज देखिए, बुआ, अपने उसी बबुआ के लिए वोट मांगती रही है।

साथियो, संत रविदास, संत कबीर जैसे हमारे गुरुओं की इस समृद्ध विरासत को भी वही सरकार सम्मान दे सकती है जो भारत की संस्कृति और परंपराओं को सर्वोपरि रखती है। ऐसे ही हमारी एक और समृद्ध विरासत है जिसका विस्तार भदोही सहित इस पूरे क्षेत्र में फैला है। आपके ही प्रयासों से आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा कालीन उत्पादक देश है। हाथ से बने कालीन के मामले में हम दुनिया में टॉप पर हैं। अब दुनिया के आधे बाज़ार पर हमारी हिस्सेदारी हो, इसके लिए हम तमाम बुनकर और व्यापारी साथियों के साथ मिलकर के प्रयास कर रहे हैं। वाराणसी में आधुनिक हस्तकला संकुल और कई जगहों पर कॉमन फैसिलिटी सेंटर, कॉमन सर्विस सेंटर का लाभ भी बुनकरों को मिल रहा है। इसके अलावा भदोही-मिर्जापुर मेगा कार्पेट क्लस्टर में बुनकरों को आधुनिक लूम भी दिए जा रहे हैं। लूम चलाने का कौशल पैदा हो इसके लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। मुझे बताया गया है की यूपी सरकार की एक जनपद एक उत्पाद योजना से भी हमारे भदोई को और इस पूरे क्षेत्र को फायदा मिल रहा है।
साथियो, हमारी हमेशा से सोच रही है की देश में कारोबारियों को आसानी से पैसा मिले, सस्ती दर पर कर्ज मिले, कैश फ्लो बना रहे, मार्केट मिले, अच्छी तकनीक मिले और यह सरकारी दखल बंद हो और इसी सोच के साथ देश में कानूनों का जाल खत्म किया गया है। जीएसटी ने आपको कच्चे-पक्के की मजबूरी से भी मुक्ति दिलाई है। अब आपको हर राज्य में अलग-अलग चुंगी नाके का टैक्स नहीं देना होता। ई-वे बिल से अब आपका सामान आसानी से पूरे देश में जा रहा है। आपके सुझावों को ध्यान में रखते हुए जीएसटी काउंसिल तमाम नियमों को और आसान बना रही है और आगे भी आसान बनाने का काम जारी रहेगा। छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत देते हुए जीएसटी से छूट की सीमा को दोगुना कर 40 लाख रुपये कर दिया। 1.5 करोड़ रुपए तक का कारोबार करने वाली इकाइयां 1% दर से जीएसटी भुगतान की कम्पोजिशन योजना का फायदा उठा रही हैं। हम इस प्रक्रिया को लगातार सरल बना रहे हैं। जीएसटी से जुड़े कारोबारी को लोन के ब्याज में छूट से लेकर एक्सपोर्ट तक में मदद की जा रही है। व्यापारियों के पैसे न फंसे इसके लिए भी व्यवस्था की गई है।

साथियो, 23 मई को चुनाव का नतीजा आएगा, 23 मई शाम तक पता चल जाएगा फिर एक बार.. मोदी सरकार, एक बार.. मोदी सरकार। 23 मई को सरकार में वापसी के बाद हमारी सरकार राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड भी बनाएगी। व्यापारी वर्ग के लिए अब केंद्र में एक अलग विभाग भी बनाया जा रहा है जो आपकी जरूरतों का ध्यान रखेगा।

साथियो, भारत महामिलावट से नहीं नेक नीयत वाली मजबूत सरकार से ही विकास कर सकता है, देश के विकास से जुड़े तमाम संकल्प तभी पूरे होंगे, जब आप सभी भदोही और फूलपुर में कमल के निशान पर बटन दबाएंगे। आपका एक-एक वोट मोदी के खाते में जाएगा। आपका एक-एक वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। लेकिन भाइयो-बहनो, आप देश मजबूत बनाना चाहते हो, देश मजबूत बनाना चाहते हो, देश और मजबूत चाहते हो? तो शुरुआत कहां से होती है, शुरुआत कहां से होती है? शुरुआत होती है मेरा बूथ सबसे मजबूत, मेरा बूथ सबसे मजबूत, मेरा बूथ सबसे मजबूत। घर-घर जाएंगे, मतदाताओं को मिलेंगे, मतदाताओं को मतदान के लिए निकालेंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे, ज्यादा से ज्यादा बहुमत से जिताएंगे, पक्का? मैं तो चाहूंगा की पूरा उत्तर प्रदेश, बनारस से भी ज्यादा लीड से जीते। मुझे ज्यादा खुशी होगी अगर मुझसे भी ज्यादा वोट से मेरे साथी जीतेंगे, मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी। ये दिखाओगे कर के। भाइयो-बहनो, हर बूथ में सबसे ज्यादा वोटिंग होना चाहिए। इसी विश्वास के साथ भाइयो-बहनो, आप सभी इतनी मात्रा में आकर, इतनी कड़ी धूप में भी हम सब को आशीर्वाद देने के लिए आए मैं हृदय से आपका धन्यवाद करता हूं। मेरे साथ बोलें
भरता माता की... जय
भरता माता की... जय
भरता माता की... जय
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।