Published By : Admin |
August 24, 2017 | 09:24 IST
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PM Modi interacts with a group of over 70 Additional Secretaries and Joint Secretaries
Combination of development and good governance is essential for the welfare and satisfaction of citizens: PM Modi
Good governance should be a priority for the officers, says PM
World is looking towards India with positive expectations. A successful India is vital for a global balance: PM Modi
భారత ప్రభుత్వంలో అదనపు కార్యదర్శులు, సంయుక్త కార్యదర్శులుగా సేవలు అందిస్తున్న 70 మందికి పైగా కూడిన బృందంతో ప్రధాన మంత్రి శ్రీ నరేంద్ర మోదీ బుధవారం నాడు సమావేశమయ్యారు. ఈ తరహా సమావేశాలు అయిదింటిలోనూ ఇది ఒకటో సమావేశం.
ఈ సమావేశంలో అధికారులు ‘డిజిటల్ & స్మార్ట్ గవర్నెన్స్’, ‘పాలన విధానాలు మరియు జవాబుదారీతనం’, ‘పారదర్శకత్వం’, ‘వ్యవసాయదారుల ఆదాయాలను రెట్టింపు చేయడం’, ‘నైపుణ్యాలకు పదును పెట్టడం’,‘'స్వచ్ఛ భారత్’, ‘వినియోగదారు హక్కులు’, ‘పర్యావరణ పరిరక్షణ’తో పాటు ‘2022 కల్లా ‘‘న్యూ ఇండియా’’ నిర్మాణం’ వంటి అంశాలపై వారి ఆలోచనలను వెల్లడించారు.
పౌరుల సంక్షేమానికీ, వారి సంతృప్తికీ అభివృద్ధి మరియు సుపరిపాలనల జోడింపు అత్యవసరమని ప్రధాన మంత్రి అన్నారు. సుపరిపాలన అనేది అధికారులకు ఒక ప్రాథమ్యంగా ఉండాలని ఆయన చెప్పారు. సాధ్యమైనంత ఉత్తమమైన ఫలితాలను సాధించడానికి ప్రభుత్వంలోని అన్ని శాఖలు కలిసి పనిచేయాలని ఆయన స్పష్టం చేశారు. నిర్ణయాలు తీసుకొనేటప్పుడు సామాన్య పౌరులనూ, పేదలనూ అధికారులందరూ దృష్టిలో ఉంచుకోవాలని ఆయన అన్నారు.
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ప్రపంచం భారతదేశాన్ని సకారాత్మకమైన అంచనాలతో వీక్షిస్తోందని ప్రధాన మంత్రి అన్నారు. ప్రపంచ సమతుల్యతకు విజయవంతమైన భారతదేశం ఎంతో కీలకమని యావత్ ప్రపంచం భావిస్తోందని ఆయన చెప్పారు. భారతదేశ సామాన్య పౌరులలో శ్రేష్ఠత కోసం తపన నెలకొందని కూడా ఆయన పేర్కొన్నారు. వినయశీల నేపథ్యాల నుండి వచ్చిన యువతీ యువకులు చాలా పరిమితమైన వనరులతో పోటీ పరీక్షలలో మరియు క్రీడలలో ఉత్తమ స్థానాలను చేజిక్కించుకొంటున్నారని ఆయన తెలిపారు. ఈ విధమైనటువంటి స్వతస్సిద్ధ ప్రతిభా వికాసాన్ని ప్రోత్సహించడం కోసం కృషి చేయవలసిందిగా అధికారులకు ఆయన విజ్ఞప్తి చేశారు. అధికారులు వారు ఉద్యోగాలలో చేరిన మొదటి మూడు సంవత్సరాలలో వారు స్వయంగా తమలో వ్యక్తం చేసినటువంటి స్ఫూర్తిని, శక్తిని ఆయన ఈ సందర్భంగా గుర్తుచేశారు.
దేశ ప్రజల మేలు కోసం అత్యున్నత స్థాయిలో సేవలు అందించడానికి అధికారులకు ఇది ఒక అపూర్వ అవకాశమని ప్రధాన మంత్రి చెప్పారు. ప్రభుత్వంలోని వివిధ విభాగాల మధ్య అడ్డంకులను అధిగమించడానికీ, అంతర్గతంగా మెరుగైన సమాచార ప్రసారానికీ ప్రాధాన్యం ఇవ్వాలని ఆయన నొక్కిచెప్పారు. నిర్ణయాలు తీసుకోవడంలో సామర్థ్యాన్ని మరియు వేగాన్ని కనబరచవలసిన అవసరం ఉందని కూడా ఆయన అన్నారు. సదుద్దేశంతో కూడిన, నిజాయతీతో తీసుకొనేటటువంటి నిర్ణయాలను కేంద్ర ప్రభుత్వం సదా ప్రోత్సహిస్తుందని ఆయన చెప్పారు. భారతదేశంలోని అత్యంత వెనుకబడిన 100 జిల్లాల పై దృష్టిని కేంద్రీకరించాలని, అలా చేసినందువల్ల వాటిని వేరు వేరు అభివృద్ధి పరామితులలో జాతీయ సగటు స్థాయికి తీసుకురావడం సాధ్యపడుతుందని ప్రధాన మంత్రి వివరించారు.
The government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM Modi at Khelo India Youth Games
May 04, 2025
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Best wishes to the athletes participating in the Khelo India Youth Games being held in Bihar, May this platform bring out your best: PM
Today India is making efforts to bring Olympics in our country in the year 2036: PM
The government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM
The sports budget has been increased more than three times in the last decade, this year the sports budget is about Rs 4,000 crores: PM
We have made sports a part of mainstream education in the new National Education Policy with the aim of producing good sportspersons & sports professionals in the country: PM
बिहार के मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी मनसुख भाई, बहन रक्षा खड़से, श्रीमान राम नाथ ठाकुर जी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जी, विजय कुमार सिन्हा जी, उपस्थित अन्य महानुभाव, सभी खिलाड़ी, कोच, अन्य स्टाफ और मेरे प्यारे युवा साथियों!
देश के कोना-कोना से आइल,, एक से बढ़ के एक, एक से नीमन एक, रउआ खिलाड़ी लोगन के हम अभिनंदन करत बानी।
साथियों,
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान बिहार के कई शहरों में प्रतियोगिताएं होंगी। पटना से राजगीर, गया से भागलपुर और बेगूसराय तक, आने वाले कुछ दिनों में छह हज़ार से अधिक युवा एथलीट, छह हजार से ज्यादा सपनों औऱ संकल्पों के साथ बिहार की इस पवित्र धरती पर परचम लहराएंगे। मैं सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। भारत में स्पोर्ट्स अब एक कल्चर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। और जितना ज्यादा भारत में स्पोर्टिंग कल्चर बढ़ेगा, उतना ही भारत की सॉफ्ट पावर भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स इस दिशा में, देश के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म बना है।
साथियों,
किसी भी खिलाड़ी को अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए, खुद को लगातार कसौटी पर कसने के लिए, ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना, ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा, ये बहुत जरूरी होता है। NDA सरकार ने अपनी नीतियों में हमेशा इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आज खेलो इंडिया, यूनिवर्सिटी गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया यूथ गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया विंटर गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया पैरा गेम्स होते हैं, यानी साल भर, अलग-अलग लेवल पर, पूरे देश के स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर लगातार स्पर्धाएं होती रहती हैं। इससे हमारे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है, उनका टैलेंट निखरकर सामने आता है। मैं आपको क्रिकेट की दुनिया से एक उदाहरण देता हूं। अभी हमने IPL में बिहार के ही बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा। इतनी कम आयु में वैभव ने इतना जबरदस्त रिकॉर्ड बना दिया। वैभव के इस अच्छे खेल के पीछे उनकी मेहनत तो है ही, उनके टैलेंट को सामने लाने में, अलग-अलग लेवल पर ज्यादा से ज्यादा मैचों ने भी बड़ी भूमिका निभाई। यानी, जो जितना खेलेगा, वो उतना खिलेगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान आप सभी एथलीट्स को नेशनल लेवल के खेल की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा, आप बहुत कुछ सीख सकेंगे।
साथियों,
ओलंपिक्स कभी भारत में आयोजित हों, ये हर भारतीय का सपना रहा है। आज भारत प्रयास कर रहा है, कि साल 2036 में ओलंपिक्स हमारे देश में हों। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत का दबदबा बढ़ाने के लिए, स्पोर्टिंग टैलेंट की स्कूल लेवल पर ही पहचान करने के लिए, सरकार स्कूल के स्तर पर एथलीट्स को खोजकर उन्हें ट्रेन कर रही है। खेलो इंडिया से लेकर TOPS स्कीम तक, एक पूरा इकोसिस्टम, इसके लिए विकसित किया गया है। आज बिहार सहित, पूरे देश के हजारों एथलीट्स इसका लाभ उठा रहे हैं। सरकार का फोकस इस बात पर भी है कि हमारे खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा नए स्पोर्ट्स खेलने का मौका मिले। इसलिए ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गतका, कलारीपयट्टू, खो-खो, मल्लखंभ और यहां तक की योगासन को शामिल किया गया है। हाल के दिनों में हमारे खिलाड़ियों ने कई नए खेलों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। वुशु, सेपाक-टकरा, पन्चक-सीलाट, लॉन बॉल्स, रोलर स्केटिंग जैसे खेलों में भी अब भारतीय खिलाड़ी आगे आ रहे हैं। साल 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला टीम ने लॉन बॉल्स में मेडल जीतकर तो सबका ध्यान आकर्षित किया था।
साथियों,
सरकार का जोर, भारत में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर भी है। बीते दशक में खेल के बजट में तीन गुणा से अधिक की वृद्धि की गई है। इस वर्ष स्पोर्ट्स का बजट करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए है। इस बजट का बहुत बड़ा हिस्सा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो रहा है। आज देश में एक हज़ार से अधिक खेलो इंडिया सेंटर्स चल रहे हैं। इनमें तीन दर्जन से अधिक हमारे बिहार में ही हैं। बिहार को तो, NDA के डबल इंजन का भी फायदा हो रहा है। यहां बिहार सरकार, अनेक योजनाओं को अपने स्तर पर विस्तार दे रही है। राजगीर में खेलो इंडिया State centre of excellence की स्थापना की गई है। बिहार खेल विश्वविद्यालय, राज्य खेल अकादमी जैसे संस्थान भी बिहार को मिले हैं। पटना-गया हाईवे पर स्पोर्टस सिटी का निर्माण हो रहा है। बिहार के गांवों में खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया है। अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स- नेशनल स्पोर्ट्स मैप पर बिहार की उपस्थिति को और मज़बूत करने में मदद करेंगे।
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साथियों,
स्पोर्ट्स की दुनिया और स्पोर्ट्स से जुड़ी इकॉनॉमी सिर्फ फील्ड तक सीमित नहीं है। आज ये नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार को भी नए अवसर दे रहा है। इसमें फिजियोथेरेपी है, डेटा एनालिटिक्स है, स्पोर्ट्स टेक्नॉलॉजी, ब्रॉडकास्टिंग, ई-स्पोर्ट्स, मैनेजमेंट, ऐसे कई सब-सेक्टर्स हैं। और खासकर तो हमारे युवा, कोच, फिटनेस ट्रेनर, रिक्रूटमेंट एजेंट, इवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स लॉयर, स्पोर्ट्स मीडिया एक्सपर्ट की राह भी जरूर चुन सकते हैं। यानी एक स्टेडियम अब सिर्फ मैच का मैदान नहीं, हज़ारों रोज़गार का स्रोत बन गया है। नौजवानों के लिए स्पोर्ट्स एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी अनेक संभावनाएं बन रही हैं। आज देश में जो नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही हैं, या फिर नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनी है, जिसमें हमने स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया है, इसका मकसद भी देश में अच्छे खिलाड़ियों के साथ-साथ बेहतरीन स्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स बनाने का है।
मेरे युवा साथियों,
हम जानते हैं, जीवन के हर क्षेत्र में स्पोर्ट्समैन शिप का बहुत बड़ा महत्व होता है। स्पोर्ट्स के मैदान में हम टीम भावना सीखते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना सीखते हैं। आपको खेल के मैदान पर अपना बेस्ट देना है और एक भारत श्रेष्ठ भारत के ब्रांड ऐंबेसेडर के रूप में भी अपनी भूमिका मजबूत करनी है। मुझे विश्वास है, आप बिहार से बहुत सी अच्छी यादें लेकर लौटेंगे। जो एथलीट्स बिहार के बाहर से आए हैं, वो लिट्टी चोखा का स्वाद भी जरूर लेकर जाएं। बिहार का मखाना भी आपको बहुत पसंद आएगा।
साथियों,
खेलो इंडिया यूथ गेम्स से- खेल भावना और देशभक्ति की भावना, दोनों बुलंद हो, इसी भावना के साथ मैं सातवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करता हूं।