While pursuing its appeasement politics, BRS even proposed a Muslim IT Park: PM Modi in Warangal
Whether it's Congress or the INDI Alliance, the states they govern become their personal ATMs: PM Modi on Opposition
I affirm that we are all children of Lord Shri Krishna, and we are all equal, regardless of race or creed: PM Modi on Opposition’s comments

भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

(इतनी प्यारी गुड़िया है, वाह, नाम क्या है इसका। बड़ा पगड़ी-वगड़ी पहन कर आई है।)

ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युल्लन्दरिकी नमस्कारालु

ये मेरा सौभाग्य है कि अहमदाबाद जो मेरी कर्मभूमि रही गुजरात में। उस अहमदाबाद नगर की जो नगरदेवी है, नगरदेवता है वो भद्रकाली है। और आज मुझे यहां माता भद्रकाली के चरणों में प्रणाम करने का अवसर मिला है। यहां से कुछ दूरी पर मौजूद रामअप्पा मंदिर को भी मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। ये क्षेत्र, काकतीय साम्राज्य के गौरव का प्रतीक है। और तीसरे चरण के मतदान के अगले दिन मुझे इस क्षेत्र में आपसे आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है।

साथियों,

तीसरे चरण ने दो बातें साफ कर दी हैं। पहला- NDA तीन चरणों में ही विजय रथ तेज गति से जनता आगे ले जा रही है। दूसरा-कांग्रेस के लोग मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर अपनी सीटें खोज रहे हैं। आज तेलंगाना में आपका ये उत्साह, ये आपके आशीर्वाद इतने अद्भुत हैं। मैं एक और बात कह सकता हूं! चौथे चरण में कांग्रेस का सामान्य मैग्नीफाइंग ग्लास से काम नहीं चलेगा। कांग्रेस को अपनी सीटें खोजने के लिए माइक्रोस्कोप की जरूरत पड़ेगी।

साथियों,

मेरे लिए और बीजेपी के लिए वारंगल हमेशा से बहुत खास रहा है। 40 साल पहले, जब बीजेपी के सिर्फ 2 सांसद हुआ करते थे, उनमें से एक सांसद हनमकोंडा से ही थे। बीजेपी आपका ये आशीर्वाद, ये स्नेह कभी नहीं भूल सकती। जब भी कोई मुश्किल आई है, वारंगल के लोगों ने हमेशा बीजेपी का साथ दिया है। और इसलिए बीजेपी वारंगल को BRS और कांग्रेस के शिकंजे से बाहर निकालने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

साथियों,

आज आप सबके सामने विकसित भारत, विकसित तेलंगाना का सपना है। आप चाहते हैं ना कि भारत विकसित बने? आप चाहते हैं ना कि भारत की साख पूरी दुनिया में बढ़े? आप चाहते हैं ना कि आपके बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो? आजकल आप देख रहे हैं, विश्व किस हालात से गुजर रहा है। दुनिया में हर ओर अस्थिरता है, अशांति है, संकट है। ऐसे में क्या देश की कमान गलत हाथों में दी जा सकती है? इसलिए ही देश कह रहा है- फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार।

साथियों,

10 साल पहले की कांग्रेस की केंद्र सरकार, कोई उसके पापों को भूल नहीं सकता। हर कुछ दिन में हजारों करोड़ रुपए का नया घोटाला हो जाता था। देश के बड़े-बड़े शहरों में सीरियल ब्लास्ट होते रहते थे, जहां कांग्रेस आई, वहां प्रॉब्लम लाई, देश यही देख रहा था। इस बार तो इंडी अलायंस 5 साल, 5 PM का फॉर्मूला लेकर आया है। आप कल्पना करिए, इन्हें सत्ता मिली तो ये देश का क्या हाल करेंगे? हर वर्ष नया पीएम। दूसरे साल दूसरा पीएम, तीसरे साल तीसरा पीएम, ये देश का भला कर सकते हैं क्या। अच्छा मैं अलग तरीके से समझाता हूं, मान लो हमारे वारंगल में 10 किसान इकट्ठे हो गए। और 10 किसान इकट्ठे होकरके उन्होंने किसी को बुलाया, जमीन में पानी कहां है उसकी खोज करने वाले को। और 10 किसानों ने उससे पूछा, खेतों के लिए जमीन से पानी निकालना चाहते हैं। अब जरा हमें खोज के बताओ कि कहां पानी निकलेगा और कितना गहरा निकलेगा। जानकार व्यक्ति ने दसों के खेत देखे और कहा देखो भाई नीचे पानी तो है, लेकिन आपको 100 मीटर नीचे जाना पड़ेगा, पाइप लगानी पड़ेगी, तब जाकर के पानी निकलेगा। 10 किसान मिले, उन्होंने कहा, देखो भाई उसने कहा है 100 मीटर नीचे जाएंगे तो पानी निकलेगा। तो सबने तय किया, हम 10 किसान हैं तो मेरे खेत में 10 मीटर का पाइप डालो, किसी ने कहा कि मेरे खेत में 10 मटीर का पाइप डालो, तो दसों किसानों ने कहा कि हमारे 10 खेत में 10-10 मीटर के पाइप डालेंगे तो 100 मीटर हो जाएगा। बताओ इससे पानी निकलेगा क्या। अब बताइए, ये कहते हैं हर पार्टी का एक-एक प्रधानमंत्री, हर वर्ष एक-एक प्रधानमंत्री। जैसे उस किसान का पानी नहीं निकला, ये देश का भला नहीं कर सकते।

साथियों,

कांग्रेस झूठ की कितनी बड़ी मास्टर है, तेलंगाना से बेहतर कौन जानेगा? मैं आपसे ही पूछता हूं, कांग्रेस ने अपनी सबसे बड़ी नेता के जन्मदिन से पहले, किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। इन्होंने झूठ बोला कि नहीं बोला? अब ये लोग 15 अगस्त तक अपने वादे टाल रहे हैं। ताकि लोकसभा चुनाव खतम हो जाए फिर वो हाथ ऊपर कर दें। क्या ये आपसे धोखा नहीं है, आपकी भावनाओं का अपमान नहीं हैं? ये लोग वेमुलावाड़ा के भगवान राजन्ना की सौगंध खा रहे हैं। ये तो सनातन को गाली देने वाले लोग हैं... सनातन को गाली देने वालों की सौगंध का कोई भरोसा है क्या?

साथियों,

कांग्रेस ने तेलंगाना आंदोलन में बलिदान देने वालों के परिवार को पेंशन देने का वादा किया था। कभी वो वादा पूरा हुआ क्या? कांग्रेस ने ढाई सौ स्क्वॉयर यार्ड जमीन देने के लिए कहा था। आप बताइए, जमीन मिली क्या? कांग्रेस ने महिलाओं को हर महीने Twenty Five Hundred Rupees देने का वादा किया था। आज तक यहां की महिलाएं इसका इंतजार कर रही हैं। यहां तेलंगाना में पावर कट्स इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। ऐसी विश्वासघाती कांग्रेस, क्या आपका भला कर सकती है क्या?

साथियों,

जब से कांग्रेस आई है, तेलंगाना का विकास ठप्प पड़ा है। सरकार का खजाना खाली हो गया है। जरा बताइये, ये पैसा कहां जा रहा है? तेलंगाना की जनता का पैसा RR टैक्स के नाम पर लूटा जा रहा है। यहां चर्चा है कि RR टैक्स में एक हिस्सा पहले R के लिए हैदराबाद जाता है। दूसरा हिस्सा दूसरे R के लिए दिल्ली भेजा जाता है। कांग्रेस हो या इंडी अलायंस, ये जहां सत्ता में आए, वो राज्य उनका ATM बन गया। अभी झारखंड से नोटों के पहाड़ निकले हैं। आपने देखा है न? इसके पहले कांग्रेस के एक सांसद के यहां 300 करोड़ कैश निकला था। और जब मोदी इनके ब्लैक मनी, इनके करप्शन पर कार्रवाई करता है, तो ये मोदी को गाली देते हैं।

साथियों,

कांग्रेस के लिए देश का संविधान कोई मायने नहीं रखता। बाबा साहेब आंबेडकर ने खुद कहा था कि भारत में रिलिजन के आधार पर रिजर्वेशन नहीं मिलना चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने कर्नाटका में BC आरक्षण काटकर मुस्लिमों को दे दिया है। यही कोशिश इन्होंने संयुक्त आंध्र प्रदेश में भी की थी। लेकिन तब हाइकोर्ट ने उस पर रोक लगा दी थी। ये बात कांग्रेस को खटक रही है। इसलिए, कांग्रेस कानून बनाकर SC, ST, OBC का आरक्षण हटाकर अपने वोट बैंक मुसलमानों को देना चाहते हैं। जितना आरक्षण आज SC, ST, OBC को मिलता है, वो खत्म करके इंडी अलायंस, पूरा का पूरा रिजर्वेशन मुसलमानों को देना चाहती है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं क्या आप ये लूट होने देंगे? ये आपका आरक्षण लूट लेंगे, आप देखते रहेंगे। ये कांग्रेस वालों को पहचानो, ये SC, ST, BC का आरक्षण मुसलमानों को तो देने को तैयार है, लेकिन मेरा मादिगा समाज वो अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। उसको न्याय देने को तैयार नहीं है। मेरा छोटा भाई कृष्णा आज यहां मौजूद है और मादिगा समाज के अन्याय को दूर करने के लिए यो मोदी ने वादा किया है, असेंबली में किया था, मैं भूल नहीं जाऊंगा, मैं इसे पूरा करके रहूंगा।

साथियों,

कांग्रेस को SC, ST, BC समाज के जो होनहार युवा हैं, वो अपनी मेहनत करके जो प्रगति कर रहे हैं न, ये कांग्रेस वाले उससे डरने लगे हैं। केंद्र सरकार ने तेलंगाना में सम्मक्का सरक्का ट्राईबल यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला किया है। लेकिन यहां की कांग्रेस सरकार उसे रोकने के लिए लगातार रोड़े अटका रही है। कांग्रेस सोचती है, SC, ST युवा आगे बढ़ जाएंगे तो शाही खानदान के बेटे-बेटियों को कुर्सी कैसे मिलेगी?

साथियों,

BRS की सच्चाई भी SC, ST और BC समाज को धोखा देने और अपीजमेंट की है। BRS ने 2014 में आपने सेवा करने का मौका दिया तो हमने सबसे पहले राष्ट्रपति बनाए रामनाथ कोविंद जी एक दलित को। 2019 में दूसरी बार मौका मिला तो हमने राष्ट्रपति के रूप में आदिवासी बेटी को देश के राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मु जी को पसंद किया और कांग्रेस ने इसका भरपूर विरोध किया। मैं बहुत सोच रहा था कि द्रौपदी जी जिनकी बहुत अच्छी प्रतिष्ठा है, आदिवासी समाज की प्रतिष्ठित बेटी है, उनको हम राष्ट्रपति बना रहे हैं, कांग्रेस उनको हराने के लिए इतनी मेहनत क्यों कर रही है। कांग्रेस आदिवासियों को नाराज क्यों कर रही है। मैं सोचता रहता था लेकिन समझ नहीं आता था। मुझे लगता था ठीक है, ये शहजादे का दिमाग ऐसा है, तो शायद वो द्रौपदी जी का विरोध कर रहा है। उनको चुनाव में हराने के लिए निकल पड़ा है। लेकिन मुझे आज पता चला ये कांग्रेस पार्टी, द्रौपदी मुर्मु जो एक आदिवासी बेटी थी उसको हराने के लिए क्यों मैदान में उतरे थे। आज मुझे पता चला कि अमेरिका में ये शहजादे के अंकल रहते हैं। ये शहजादे के अंकल वो उनके फिलासफर और गाइड हैं। जैसे क्रिकेट में आजकल थर्ड अंपायर होता है न, कोई कनफ्यूजन हो तो थर्ड अंपायर को पूछते हैं। वैसे ही ये शहजादे थर्ड प्लेयर को कनफ्यूजन होता है तो ये सलाह लेते हैं। ये शहजादे के फिलॉसफर गाइड अंकल ने बड़ा रहस्य खोला है। उसने कहा है कि जिनका चमड़ी का रंग काला होता है ये सब अफ्रीका के हैं। मतलब आप सब को, मेरे देश के अनेक लोगों को चमड़ी के रंग के आधार पर उन्होंने इतनी बड़ी गाली दे दी। तब जाकर मुझे समझ आया चमड़ी का रंग देखकर उन्होंने मान लिया कि द्रौपदी मुर्मु भी अफ्रीकन हैं। और इसीलिए उनकी चमड़ी का रंग काला है तो उनको हराना चाहिए। ये सोच, आज पहली बार मुझे पता चला कि ये दिमाग कहां काम कर रहा इनका। ये देश को कहां ले जाएंगे। अरे चमड़ी का रंग कोई भी हो हम तो श्रीकृष्ण की पूजा करने वाले लोग हैं। जिनकी चमड़ी का रंग यहां हम सब जैसा रंग था।

साथियों,

मैं एक गंभीर सवाल पूछना चाहता हूं। मैं चाहूंगा कि पहले उसका तेलुगु में अनुवाद हो, ताकि मैं मेरा सवाल सही तरीके से पूछ सकूं। मेरा सवाल है क्या हमारे देश में ये शहजादे, मैं बहुत गुस्से में हूं आज दोस्तों, मुझे कोई गाली दे, मुझे गुस्सा नहीं आता है, मैं सहन कर लेता हूं। लेकिन आज शहजादे के फिलॉसफर ने इतनी बड़ी गाली दी है, जिसने मुझे गुस्से से भर दिया है। कोई मुझे बताइए, क्या मेरे देश में चमड़ी के रंग के आधार पर लोगों की योग्यता तय होगी। क्या ये चमड़ी के रंग का खेल, शहजादे को किसने इजाजत दी है। संविधान सर पर लेकर के नाचने वाले लोग, चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान कर रहा है। शहजादे आपको जवाब देना पड़ेगा। चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान मेरा देश सहन नहीं करेगा और मोदी तो कतई नहीं करेगा

साथियों,

कांग्रेस के कुशासन की कीमत तेलंगाना के किसानों ने भी चुकाई है। BRS ने कालेश्वरम घोटाला किया था। कांग्रेस BRS को बचाने में लगी है। कालेश्वरम प्रोजेक्ट पर इस लूट का नुकसान किसान को हो रहा है।

भाइयों बहनों,

बीजेपी के लिए किसान पहली प्राथमिकता है। हमने टरमरिक किसानों के लिए टरमरिक बोर्ड बनाया। हमने पैडी और कॉटन की रिकॉर्ड खरीद की। आज तेलंगाना के करीब 40 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि मिल रही है। हमने रामागुंडम में बंद पड़ी फर्टिलाइजर फैक्ट्री फिर शुरू करवाई। नौजवानों को रोजगार मिला, किसानों को फर्टिलाइजर मिला।

साथियों,

तेलंगाना सरकार को केंद्र के विकास कार्यों से भी परेशान है। तेलंगाना और वारंगल में हमने टेक्सटाइल पार्क बनाया है। लेकिन ये लोग टेक्सटाइल पार्क के संचालन में समस्याएं पैदा कर रहे हैं। उसमें भी वो डबल आर टैक्स की फिराक में हैं।

साथियों,

13 मई को आपका वोट तेलंगाना को नुकसान पहुंचाने वालों को जवाब देगा। मेरा आपसे आग्रह है, वारंगल से श्रीमान अरुरी रमेश, महबूबाबाद से डॉ. सीताराम नाइक ये हमारे दोनों साथियों को लोकसभा में भेजना है। ये लोग पार्लियामेंट में आएंगे तो मोदी की ताकत बढ़ जाएगी। और इसलिए कमल के फूल पर बटन दबाना। और आप जब कमल पर बटन दबाएंगे तो सीधा मोदी को जाएगा। आपका वोट देश को विकसित बनाएगा। आपका वोट तेलंगाना को विकसित बनाएगा। मोदी आप सबको ये गारंटी देता है।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।