QuoteToday, resource mafia, drugs mafia & shooter gangs rule the roost in Punjab: PM Modi in Patiala
QuoteThe state government of Punjab is debt-ridden & its CM is only CM on paper: PM Modi in Patiala
QuoteIt was I.N.D.I alliance’s divisive politics which caused the partition of India and kept us away from the Kartarpur Sahib for 70 years: PM Modi in Patiala

सतश्री अकाल... मैं बहुत खुशकिस्मत हाँ, कि श्री गुरू तेग बहादुर जी दे, पावन चरण छोह स्थान, अते श्री काली माता जी दे पावन स्थान पटियाला तों, मैंनू आपणे पंजाब दौरे दी शुरूआत करण दा मौका मिलिआ है।

साथियों,

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में मैंने पंजाब में बहुत समय बिताया है। यहां के खेतों में, खलिहानों में, सड़कों में खूब घूमा हूं। वो दिन मुझे बराबर याद रहते हैं, साथियों के साथ बारादरी गार्डन में सुबह-सुबह टहलना और जोड़ियां भाटिया चौक में साथियों से गप्प मारना, सारी पुरानी यादें, आज मैं देख रहा हूं, काफी पुराने-पुराने साथियों का दर्शन करने का अवसर मिला है। जब भी पंजाब आता हूं, पंजाब से ये स्नेह और बढ़ जाता है।

साथियों,

देश में पांच चरणों का चुनाव हो चुका है। औक जनता जनार्दन मोहर लगा दी है कि फेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार ! पंजाब भी अच्छे से जानता है कि उसे अपना वोट बेकार नहीं करना है। और आप तो जानते हैं, वोट उसे दीजिए, जो सरकार बनाए, वोट उसे दीजिए, जो विकसित पंजाब बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो, जो विकसित भारत बनाने का संकल्प लेकर चला हो। और इसके लिए जरूरी हैफेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार ! फेर इक वार...मोदी सरकार !

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भाइयों और बहनों,

चौबीस का ये चुनाव, देश का चुनाव है। देश को मजबूत बनाने का चुनाव है। और देश के सामने एक तरफ भाजपा और NDA है, दूसरी तरफ भ्रष्टाचारियों का इंडी-गठबंधन है, इंडी-गठबंधन जिसके पास ना नेता है ना नीयत है। एक तरफ मोदी है, जो लड़ाकू विमान से लेकर एयरक्राफ्ट करियर तक भारत में बना रहा है। दूसरी तरफ इंडी-गठबंधन है। जो लिखित रूप में कहता है हमारे परमाणु हथियारों तक को समाप्त कर देना चाहिए है। आज बुद्ध पुर्णिमा है, आज ही के दिन भारत ने अणु विस्फोट कर के अपनी ताकत का परिचय करवाया था।

साथियों,

एक तरफ आतंकवादियों को घर में घुसकर मारने का साहस है, दूसरी तरफ इंडी वाले हैं जो आतंकवादियों के एनकाउंटर पर आंसू बहाते हैं। एक तरफ मोदी सरकार है, जिसने 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। वहीं दूसरी तरफ इंडी-गठबंधन है, जो कहता है कि आपकी कमाई, आपके खेत-खलिहान का आधा हिस्सा छीन लेगा। इंडी-गठबंधन समाज को, समाज को, देश को, बांटना चाहता है। लेकिन मोदी, भारत को विकसित बनाना चाहता है। इसलिए पंजाब की धरती से, पंजाब के मेरे भाई बहनों से आशीर्वाद मांगने आया हूं। गुरूओं की भूमि पर सिर झुका कर आशिर्वाद मांगने आया हूं।

भाइयों और बहनों,

राष्ट्र रक्षा हो, आस्था और संस्कृति की रक्षा हो या फिर देश का विकास, पंजाब ने, सिख समाज ने हमेशा आगे बढ़कर काम किया है। यहां के लोगों ने खेती से लेकर उद्यमिता तक, देश के विकास को नेतृत्व दिया है। लेकिन साथियों, कट्टर भ्रष्टाचारियों ने पंजाब का क्या हाल बना दिया है? यहां से उद्योग-कारोबार पलायन कर रहा है और ड्रग्स का, नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। यहां राज्य सरकार का हुक्म नहीं चलता, यहां रेत खनन माफिया, ड्रग्स माफिया और शूटर गैंग की मनमानी चलती है। पूरी सरकार कर्ज पर चल रही है, सारे मंत्री-संतरी मौज कर रहे हैं। और जो कागजी सीएम हैं, उन्हें दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने से ही फुरसत नहीं है। क्या ऐसे लोग, पंजाब का विकास कर सकते हैं?

भाइयों और बहनों,

यहां पंजाब में दिखावे के लिए, दिल्ली की कट्टर भ्रष्टाचारी पार्टी और सिख दंगे की दोषी पार्टी, आमने सामने लड़ने का नाटक कर रहे हैं। लेकिन सच्चाई यही है कि पंजा और झाड़ू, पार्टियां दो हैं, लेकिन दुकान एक ही हैं। यहां ये लोग कुछ भी बयान दें, लेकिन दिल्ली में एक दूसरे को कंधे पर उठाकर नाच रहे हैं। और मैं पंजाब के लोगो को प्रार्थना करता हूं कि इनसे सावधान रहना है। जिसको वो अपना गुरू मानते थे वो अन्ना साहेब हजारे के साथ भी जो धोखा कर सकते हैं, वो दिन में दस बार झूठ बोल सकते हैं। ऐसे लोग न पंजाब का भला कर सकते हैं औऱ न आपके बच्चों के भविष्य के लिए कुछ दे करके जा सकते हैं।

 

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भाइयों और बहनों,

इंडी-गठबंधन को न विकास की परवाह है और न ही हमारी विरासत की चिंता है। आज़ादी के बाद, दूसरे दिन ही अयोध्या में राम मंदिर बन जाना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस ने मंदिर का निर्माण रोका। अब जब मंदिर बन गया तो ये मंदिर को गालियां दे रहे हैं। आज दुनियाभर से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं और उनका स्वागत महर्षि बाल्मीकि के नाम पर बना हवाई अड्डा करता है। लेकिन इन्हें हर उस बात से नफरत है जिससे हमारी आस्था का सम्मान होता हो।

साथियों,

ये इंडी-गठबंधन वाले घोर सांप्रदायिक है। ये घोर जातिवादी हैं। ये घोर परिवारवादी हैं। सत्ता के लिए ये किसी को भी धोखा दे सकते हैं।
साथियों, यही कांग्रेस है जिसने सत्ता के लिए देश का बंटवारा किया। और बंटवारा भी ऐसा किया कि 70 साल तक हमें करतारपुर साहिब को दूरबीन से दर्शन करने पड़ते थे, हर कोई इंसान अपमान महसूस करता था। कांग्रेस वालों को कहता हूं कि जब बांग्लादेश की लड़ाई हुई, पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा सैनिक सरेंडर कर चुके थे। 90 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक हमारे कब्जे में थे। हुक्म का पत्ता हमारे हाथ में था। औऱ साथियों मैं विश्वास से कहता हूं, अगर उस समय मोदी होता, अगर उस समय मोदी होता तो मैं इनसे करतार पुर साहेब लेकर रहता तब जाकर उनके जवानों को छोड़ता। वो तो नहीं कर पाए, लेकिन मुझसे जितनी सेवा हो सकी क्योंकि गुरूओं की सेवा इससे बड़ा कोई धन्य भाग्य नही होता है। आज करतारपुर साहिब कॉरिडोर आपके सामने है। हमारे सभी श्रद्धालु, वहां गर्व के साथ जाते हैं।

साथियों,

हमारी सरकार ने लंगर को टैक्स से मुक्त किया। ये पहले की भी सरकारें कर सकती थीं। पहले श्री हरमंदिर साहब में विदेशों से भक्त चंदा नहीं दे पाते थे, बार बार यहां से मांग उठती थी, दिल्ली में बैठी हुई सरकारें सुनने को तैय़ार नहीं थीं। ये मोदी ने आ करके इसके नियमों में छूट दी। और आज हमारे हरमिंदर साहेब की सेवा, दुनिया के किसी कोने में रह करके कर सकता है। श्री फतेहगढ़ साहिब तो साहेबज़ादे के शौर्य और शहादत का साक्षी रहा है। ये मोदी सरकार है, जिसने साहेबज़ादों के शौर्य के लिए समर्पित वीर बाल दिवस घोषित किया। और कुछ लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वीर बाल दिवस घोषित करने का मतलब क्या होता है। मुझे दुःख है कि पंजाब में भी ऐसे लोग हैं जिनको इसकी कोई समझ नही है। पंजाब के अंदर इस महान त्याग तपस्या के लिए, मैं पंजाब में रहा हूं, कई दिनों तक हमारी माताऐं -बहनें , हमारा परिवार व्रत रखता है, जमीन पर सोता है, कितना महत्वपूर्ण श्रद्धा का विषय है। लेकिन हिन्दुस्तान में, केरल में जाइए उनको कुछ पता नहीं, तमिलनाडु जाइए उन्हें कुछ पता नहीं, आसाम में जाइए कुछ पता नहीं, इतना बड़ा त्याग और बलिदान औऱ मेरे देश के लोगों को पता नही है। ये मुझे बहुत खटकता था, मैं चाहता हूं, हिन्दुस्तान के हर बच्चे के दिल दिमाग में साहेबजादों का बलिदान हमेशा हमेशा रहना चाहिए। किसी भी बालक मन के लिए इससे बड़ी प्ररेणा नहीं हो सकती है।और इसलिए वीर बाल दिवस के रूप में पूरे हिन्दुस्तान में, हर स्कूल, हर कालेज, गांव कार्यक्रम करने की परंपरा शुरू हुई है। अगर पंजाब के लोग भी इस काम को न समझ पाऐं तो इससे बड़ा चिंता का विषय क्या हो सकता है?आपको याद होगा, अफगानिस्तान में हमारे सिख परिवार संकट में थे। हम सभी को सुरक्षित वापस लाए, हम गुरु ग्रंथ साहब के स्वरूपों को भी अदब के साथ, मेरा मंत्री सिर पर सम्मान के साथ जा करके ले आया।

साथियों,

ये प्रधानमंत्री की बात छोड़ दीजिए, मेरा तो आपसे खून का नाता है। गुरू गोविंद सिंह जी के जो पहले पंच प्यारे थे, उसमें से मेरा द्वारका का पंच प्यारा था। मेरा आप से खून का रिश्ता है। इतना नहीं, अगर आज जामनगर में जाएगें तो वहां जो सबसे बड़ा अस्पताल है वो गुरू गोविंद सिंह जी के नाम पर है, जामनगर जिले में द्वारका पड़ता है। लेकिन आप तक यह सत्य पहुंचाया नही जाता है। आपको जानकर खुशी होगी औऱ अगर कभी फुरसत मिले तो लखपत जा कर आना, गुरूनानक साहेब वहां विश्राम किया था। वो गुरूद्वारा, भूकंप के अंदर क्षतिग्रस्त हो गया, करीब करीब ध्वस्त हो गया, मैं मुख्यमंत्री था, मैंने कहा मुझे वैसा ही गुरूद्वारा बनाना है,जो गुरूनानक देव जी के समय था। मेरे पास उसके बनाने वाले लोग नहीं थे, मैंने देश भर में खोजा, उसके लिए मैं मिट्टी लाया, उन आर्टिजन को लाया जो बना सकते थे औऱ आपको खुशी होगी, आज कच्छ के रेगिस्तान में आखिरी गांव, लखपत में मैंने वैसा ही गुरूद्वारा बना दिया जैसा पहले था। औऱ आज मैं उसका विस्तार भी कर रहा हूं। वहां कोई वोट ओट नहीं है। ये वोट के लिए मोदी नहीं करता है। श्रद्धा है इसलिए कर रहाहै। गुरूओं के त्याग औऱ बलिदान के प्रति मोदी का सिर झुकता है इसलिए मोदी ये कर रहा है। सबका साथ-सबका विकास की यही भावना BJP-NDA की पहचान है।

भाइयों और बहनों,

इंडी-गठबंधन वालों के लिए अपने वोटबैंक का तुष्टिकरण ही सबसे बड़ा लक्ष्य है। बंटवारे से पीड़ित दलित भाई- बहनों को, सिख भाई-बहनों को मोदी भारत की नागरिकता दे रहा है। आप सोचिए, आजादी के इतने साल हुए, मेरे सैकड़ों सिक्ख परिवार हैं जिनको नागरिकता नहीं दी गई औऱ आप थोक बन वोट देते रहे। क्या पाया आप लोगों ने? सोचिए, साफ साफ बात करने वाला मिलेगा नहीं आपको। इसलिए आज मैं कह रहा हूं, ये लोग CAA का विरोध कर रहे हैं। अगर ये CAA का विरोध करेंगे, तो मेरे सिक्ख भाई बहन जो अफगानिस्तान में, बांग्लादेश में अन्य देशों में प्रताड़ित होते हैं, वापिस आते हैं कौन संभालेगा उनको। मैं उसे मेरा कर्त्वय मानता हूं। इसलिए मैंने उनको नागरिकता देने का कानून बनाया है। वोट पाने के लिए नहीं बनाया है। और ये इंडी अलायंस वाले देख लिजिए CAA के नाम पर दंगे कराए, औऱ ये आज भी कह रहे हैं कि वापिस आएगें तो CAA को खत्म कर देंगे। आप मुझे बताइए, क्या बंटवारे के पीड़ित सिखों को भारत की नागरिकता देना गलत है क्या? देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए? मोदी सही कर रहा है कि नहीं कर रहा है?

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साथियों,

गुरुओं ने हमें सामाजिक न्याय की सीख दी है। इसलिए भाजपा, दलितों-पिछड़ों के सच्चे सामाजिक सशक्तिकरण पर बल दे रहा है। मोदी ने देश और दुनिया में बाबा साहेब आंबेडकर को समर्पित पंचतीर्थ बनाए हैं। संत रविदास के अनुयायियों का तो बार-बार मुझे बनारस में स्वागत करने का अवसर मिलता है। और अभी मध्यप्रदेश में,जहां हमारी सरकार है, संत रविदास जी का भव्य मंदिर बना रहे हैं, हम। काशी में रविदास जी की जन्मस्थली का विकास किया जा रहा है। गरीब का ये बेटा,हर गरीब की चिंता करता है। हर ज़रूरतमंद को मुफ्त अनाज मिलता रहेगा, इसके लिए मैंने मुफ्त राशन की योजना चलाई है। मोदी 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दे रहा है। मोदी ने जल जीवन मिशन शुरू किया है ताकि आपको घर में नल से शुद्ध पानी मिले। इससे प्रदूषित पानी से होने वाली अनेक घातक बीमारियों पर भी रोक लगी है।

साथियों,

पंजाब को पांच नदियों का आशीर्वाद मिला है। यहां के किसान मिट्टी से सोना पैदा करते हैं, लेकिन ये इंडी वाले किसानों से भी झूठ बोलते हैं। इन्होंने किसानों से किया एक वायदा, पूरा नहीं किया है। ये भाजपा है, जो किसान कल्याण को प्राथमिकता देती है। बीते 10 साल में पंजाब से गेहूं और धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है। 10 साल में हमने MSP में ढ़ाई गुणा वृद्धि की। यहां पंजाब के हर किसान को पीएम किसान सम्मान निधि के करीब 30 हजार रुपए, एक एक किसान को 30 हजार रूपए मिल चुके हैं। केमिकल खेती से धरती मां को बचाने के लिए हमारी सरकार नैचुरल फार्मिंग पर भी जोर दे रही है।

साथियों,

भारत तभी विकसित होगा जब पटियाला जैसे हमारे सेंटर विकसित होंगे। आने वाले 5 साल में भारत एक बड़े मैन्युफेक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। इसका सीधा लाभ, पंजाब को औऱ पटियाला जैसे शहरों को होने वाला है। हमने एजुकेशन सेक्टर को विदेशी संस्थानों के लिए खोल दिया है। इससे अब विदेशी यूनिवर्सिटीज़ भी देश में कैंपस खोल रही हैं। इसका लाभ भी पटियाला जैसे एजुकेशन हब को होगा। ये तो स्पोर्ट्स का एक बड़ा सेंटर है। मोदी, का संकल्प भारत को खेल महाशक्ति बनाने का है। 2029 जब यूथ ओलंपिक होगा, 2036 जब ओलंपिक होगा, भारत तैयारी कर रहा है, ये ओलंपिक हिन्दुस्तान की धरती पर हो। और इसलिए खिलाड़ियों और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतना खर्च किया जा रहा है। भारत में ओलंपिक्स हों इसके लिए हम पूरी तैयारी कर रहे हैं। इससे देश में स्पोर्ट्स इकॉनॉमी का निर्माण होगा, नई नौकरियां, नए रोजगार बनेंगे।

 

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भाइयों और बहनों,

एक जून को आपको विकसित पंजाब के लिए, विकसित भारत के लिए वोट करना है। पटियाला से परणीत कौर जी, फतेहगढ़ साहिब से गेजा राज वाल्मीकि जी, संगरूर से अरविंद खन्ना जी, भटिंडा से परमपाल कौर सिद्धू जी, फरीदकोट से हंसराज हंस जी को ज्यादा से ज्यादा वोट से विजयी बनाएं। औऱ आप जब इनको वोट देते हैं न, तो वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाता है। औऱ इसलिए मैं आज पंजाब की धरती से, मेर ये पहली चुनाव सभा से, सभी पंजाब के नागरिकों को आग्रह करता हूं कि हमें पंजाब को बदलना है। हमें पंजाब को नई ऊंचाईयों पर ले जाना है। हमें पंजाब को वो पुराना गौरव वापिस लौटाना है। औऱ ये काम सिर्फ औऱ सिर्फ भाजपा कर सकती है। मैं आपका साथ चाहता हूं, मैं आपका आशिर्वाद चाहता हूं, औऱ मैं आपको वादा करता हूं कि ये मोदी की गारंटी है कि आपका सपना, आफका सपना ये मोदी का संकल्प है। मेरा पल पल आपके लिए, मेरा पल पल देश के लिए। टेवेंटी फोर बाई सेवन फॉर टेवेंटी फोरटी सेवन, ये मोदी की गारंटी है। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद !

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78-வது சுதந்திர தின விழாவையொட்டி செங்கோட்டை கொத்தளத்தில் இருந்து பிரதமர் திரு நரேந்திர மோடி நிகழ்த்திய உரையின் தமிழாக்கம்

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"Huge opportunity": Japan delegation meets PM Modi, expressing their eagerness to invest in India
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Text of PM’s speech at TV9 Summit 2025
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।