Have you ever imagined that a daughter from the tribal community would become the President of our country, asks PM Modi in Odisha
We will ensure that the rights of SC/ST/OBC communities are protected at all costs: PM Modi in Bargarh

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की..

जय जगन्नाथ..

जय जगन्नाथ..

जय मां समलेश्वरी।

एथि उपस्थति समस्त मान्यगण्य व्यक्ति नकु मोरा नमस्कार, जोहार। इस पवित्र भूमि के इष्टदेव नरसिंहनाथ को नमन करता हूं। माधो सिंह जी और गंगाधर मेहर जी की इस पावन धरती ने मुझे बहुत प्यार दिया है। आज भी इतना विराट जनसागर हमें आशीर्वाद देने आया है। यहां धनुजात्रा का उत्सव तो सदियों में होता है, लेकिन आज भी उत्साह उससे कम नहीं है।

भाइयों और बहनों,

25 साल में एक पूरी पीढ़ी जवान हो जाती है। वो अपना नया जीवन शुरू कर देती है। लेकिन BJD की सरकार इन 25 सालों में ओडिशा को गरीबी से बाहर नहीं निकाल पायी। आज पूरे ओडिशा में BJD के नेताओं के खिलाफ बहुत गुस्सा है। लोग एक ही बात कहते हैं- केते दिन सहिबो ओडिशा? केते दिन सहिबो ओडिशा? केते दिन सहिबो ओडिशा?

साथियों,

आज मैं यहां आपसे डबल आशीर्वाद मांगने आया हूं। डबल आशीर्वाद चाहिए, मिलेगा न? जरा पूरी ताकत से बताओ, तो पता चले। मिलेगा? डबल आशीर्वाद मिलेगा? बरगढ़ से श्री प्रदीप पुरोहित जी और संबलपुर से धर्मेंद्र प्रधान जी को भारी बहुमत से जिताकर लोकसभा भेजना है और दूसरा आशीर्वाद हमारे तमाम साथी विधायक (सारे विधायक और संसद के कैडिंडेट दोनों आगे आ जायें) ये जो बाकी जो हमारे विधानसभा के उम्मीदवार हैं उन सबको जिताकर भुवनेश्वर में सरकार बनानी है। ( मैं एक- दो मिनट इनके बीच जाकर के फिर वापस आता हूं) और आप जब इन सबको जिताएंगे तो ओडिशा में डबल इंजन सरकार बनेगी।

भाइयों-बहनों,

देश के कई भागों में तीन चरण में मतदान हुआ है और मैं आज बड़ी जिम्मेवारी के साथ और बहुत ही विश्वास के साथ और जनता- जनार्दन ने जो विश्वास दिए हैं, उस आशीर्वाद के ताकत के भरोसे साफ- साफ देख रहा हूं कि 4 जून को एनडीए का चार सौ पार करना पक्का हो चुका है। इतना ही नहीं, कांग्रेस पार्टी मान्य विपक्ष भी नहीं बन पाएगी। उसके लिए उनके शहजादे की उम्र से भी कम सीटें मिलने वाली हैं।

साथियों,

आप सभी जानते हैं कि BJD सरकार यहां कैसे विकास कार्यों में नाकाम हो चुकी है? आप मुझे बताइये, ये बीजेडी सरकार कौन चला रहा है भाई? ये बीजेडी सरकार कौन चला रहा है? कौन चला रहा है? आपको मालूम है न? पूरी सरकार आउटसोर्स कर दी है। यहां पर डेमोक्रेटिकली चुने हुए विधायक और विधायकों ने चुने हुए मुख्यमंत्री इन सबके ऊपर एक सुपर सीएम बन गए हैं। क्या आप चाहते हैं कि जिसको ओडिशा की समझ नहीं है ऐसे हाथों में ओडिशा जाना चाहिए? ऐसे हाथों में ओडिशा जाना चाहिए? ओडिशा को बचाने की जिम्मेवारी किसकी? ओडिशा को बचाने की जिम्मेवारी किसकी? ओडिशा को बचाने की जिम्मेवारी किसकी?

भाइयों-बहनों,

मैं आपके पास भाजपा के स्वार्थ के लिए नहीं आया हूं मैं आपके पास गिड़गिड़ा रहा हूं हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि मेरे ओडिशा को बचाइये ओडिशा बर्बाद हो रहा है। इतना महान राज्य, इतनी महान संस्कृति, इतनी महान परंपरा, 25 साल बर्बाद हो गए और पिछले पांच साल में तो पूरी तरह ओडिशा पर बाहरी लोगों ने कब्जा किया है और इसलिए आप मुझे बताइए भाइयों ओडिशा के बेटे- बेटी, ओडिशा का नेतृत्व करने योग्य है कि नहीं है? ओडिशा की धरती पर जन्में हुए लोग ओडिशा का भला कर सकते हैं कि नहीं कर सकते हैं? ओडिशा की परंपरा को जानने वाले, ओडिशा का भला कर सकते हैं कि नही कर सकते हैं?

भाइयो-बहनों,

मैं तो गुजरात में रहता हूं मेरे वहां बहुत ओडिशा के लोग हैं उनका जो सामर्थ्य मैंने देखा है न, उनकी जो क्षमता देखी है, उनकी जो प्रतिभा देखी है मैं कभी- कभी सोचता हूं कि ऐसे प्रतिभावान लोग जिस ओडिशा के पास हों, धन संपदा अपार हो, प्राकृत संपदा अपार हो, वो मेरा ओडिशा गरीब क्यों है? यहां के लोग सामान्य सुविधाओं के लिए तड़प क्यों रहे हैं? और उसका एक ही कारण है, अब सरकार चुने हुए लोग नहीं चलाते हैं, आज सरकार चलाने का काम और लोगों के हाथ में आउटसोर्स हो गया है। अगर आप चाहते हैं कि ओडिशा की बागडोर, यहां की मिट्टी के बेटे या बेटी के पास रहे, तो आपको भाजपा के सभी विधायकों को, सभी कैडिंडेट को आपको चुनाव जिताना होगा। जितायेंगे?

साथियों,

मैंने पहले ही घोषणा की है 4 जून बीजेडी सरकार की एक्सपायरी डेट है और 10 जून को आपको भुवनेश्वर आने का निमंत्रण देने आया हूं। 10 जून को आप सब को भुवनेश्वर आने का निमंत्रण देने आया हूं, क्यों मालूम है? क्यों? भुवनेश्वर में क्या काम है? भुवनेश्वर में 10 जून को भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री का शपथ समारोह होने वाला है और मेरी गारंटी है भाजपा ओडिशा की मिट्टी में रमा हुआ, ओडिशा की मिट्टी में पैदा हुआ, ओडिशा की मिट्टी में पला- बढ़ा, ओडिशा की संस्कृति को जीने वाला उड़िया बेटा या बेटी ही मुख्यमंत्री बनेगी।

भाइयों और बहनों,

हमारा ये क्षेत्र किसानों की, कुशल बुनकरों की धरती है। प्रकृति ने भी यहां सबकुछ दिया है, जो समृद्धि के लिए ज़रूरी होता है, वो सब मेरे ओडिशा के पास है। लेकिन BJD की सरकार ने भातहांडी को खाली कर दिया है। सबकुछ BJD के नेताओं की तिजोरी में चला गया है। यहां कानून- व्यवस्था चरमराई हुई है। दिन- दहाड़े मंत्री तक की हत्या हो जाती है। नशे के तस्करों ने, ड्रग माफियाओं ने हमारे नौजवानों को बर्बाद कर दिया है। आप मुझे बताइये? ओडिशा को बर्बाद करने वाली ऐसी BJD सरकार को एक पल भी ओडिशा में राज करने का हक है क्या? हक है क्या? उनको हटाना चाहिए कि नहीं हटाना चाहिए? कौन हटाएगा? कौन हटाएगा? कौन हटाएगा? ये आपका संकल्प है? ये आपका संकल्प है? अगर ओडिशा के लोग संकल्प करेंगे एक मिनट ये सरकार नहीं रह सकती है और इसलिए मैं कहता हूं, ओडिशा में जहां- जहां गया हूं लोगों के संकल्प को देखा है तब जाकर मैं कहता हूं कि BJD सरकार की एक्सपायरी डेट आ चुकी है।

साथियों,

आज सुबह ही मैंने श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन से जुड़ा एक संवेदनशील मसला, एक संवेदनशील विषय, देश के सामने और ओडिशा के नागरिकों के सामने रखा है। जगन्नाथ जी मंदिर के श्रीरत्न भंडार की चाबियां, पिछले 6 साल से गायब है। श्रीरत्न भंडार में अकूत धन-दौलत है, लेकिन उसकी सही स्थिति सामने नहीं आ रही है। ओडिशा सरकार, श्रीरत्न भंडार की जांच रिपोर्ट को सामने नहीं आने दे रही है। आखिर ओडिशा सरकार किसका हित साध रही है?

भाइयों और बहनों,

गांव का, किसानों का जीवन बेहतर करने के लिए मोदी दिन-रात परिश्रम करता है। आपने तो देखा है, 10 साल पहले किसानों को यूरिया के लिए कितनी परेशानी होती थी। आज यूरिया और दूसरी खाद के लिए कोई परेशानी नहीं होती। पुरानी सरकारों की नीतियों के कारण, तालचेर सहित अनेक खाद कारखाने बंद हो गए थे। भाजपा सरकार ने ऐसे यूरिया कारखाने फिर से शुरू किये हैं। तालचेर में भी तेज़ गति से काम चल रहा है। दुनिया में यूरिया की जो बोरी 3 हज़ार रुपए में बिकती है, वो आपको मोदी सरकार 300 रुपए से भी कम कीमत में देती है। किसानों को सस्ती खाद मिले, सिर्फ इसके लिए ही मोदी सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपए किसानों के लिए खर्च किए हैं।

साथियों,

मोदी ने दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना शुरू की है। ( बेटी आप बैठिए, आपलोग कब तक खड़े रहोगे, बैठो, बैठो बेटा। आपने बढ़िया चित्र बनाया है, मैं आपका आभारी हूं, आप बैठिए। आप लोग बैठिए। अच्छा एसपीजी के लोग जरा ये चित्र ले लीजिए इन बच्चों से, आप लोग कब से मैं आया हूं तब से ऐसे ही हाथ करके खड़े हैं। थक जायेंगे। पीछे अपना नाम, पता लिख देना। नाम, पता लिख देना। आपका इतना आशीर्वाद, प्यार परमात्मा आपको शक्ति दें। भगवान जगन्नाथ आपको शक्ति दें।)

साथियों,

छोटे किसानों को अपना धान रखने के लिए गोदाम मिले। जब बाज़ार में सही कीमत मिले, तब वो अपना धान बेच सके, ये सुविधा हम बना रहे हैं। ( आपका प्यार, आपके प्यार के लिए मैं आपका आभारी हूं जी। वो दूर वाला भी चाहता है वहां से वो नीचे रखो भाइयों ये मैं ये कहां करता रहूंगा। फिर तो सभा में कुछ बोल ही नहीं पाऊंगा। आपका प्यार मेरे सर आंखों पर। लेकिन आप हाथ नीचे करिये आप थक जाओगे भाई मुझे मन में चिंता होती है। ये छोटे- छोटे बच्चे ये अपना हाथ ऐसे खड़ा करके, आप हाथ नीचे कीजिए मैंने देख लिया है भाई। अपने शरीर को कष्ट क्यों देते हो जी।)

 

साथियों,

यहां बड़गढ़ में किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के भी 400 करोड़ रुपए पहुंचे हैं। भाइयों और बहनों, लेकिन दुर्भाग्य है कि BJD सरकार आपको धोखा देने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। यहां 2 हजार 200 रुपए के आसपास धान का समर्थन मूल्य है। लेकिन किसान को 1हजार 600 या 1 हजार 700 रुपए तक ही मिलते हैं बाकी का पैसा कहां जाता है भाई? कोई न कोई तो मारता है ना? कोई-कोई तो पैसे चोरी करता है ना। BJD के बिचौलियों की जेब में ये पैसा चला जाता है। ये भ्रष्टाचार जरा मुझे बताइये, ये भ्रष्टाचार रुकना चाहिए कि नहीं रूकना चाहिए? ये भ्रष्टाचार रुकना चाहिए कि नहीं रूकना चाहिए? ओडिशा भाजपा ने घोषणा की है कि धान का समर्थन मूल्य 3 हजार 100 रुपए किया जाएगा। इतना ही नहीं, धान खरीदने के 48 घंटे में उसके खाते में पैसा भी पहुंच जाएगा। अब ये सुनकर आप लोग खुश तो हो गए, मेरा एक काम करोगे? ऐसा नहीं, बोलो करोगे? ये मातायें- बहनें मेरा एक काम करेंगी? जरा हाथ ऊपर करके बताइये, सब करेंगे? आपके इस इलाके में, दोनों लोकसभा सीट के इलाके में और सभी एमएलए के इलाके में जितने भी किसान हैं उन सबको जा करके बताओगे कि मोदी जी ने कहा है कि 3 हजार 100 रूपया मिलेगा। बताओगे? यहां आनंद करने से काम नहीं चलेगा भाई, मुझे किसान के घर में आनंद चाहिए और यही गारंटी, छत्तीसगढ़ में भाजपा ने दी थी। वहां छत्तीसगढ़ के धान किसानों की खरीद इसी एमएसपी पर हुई और पैसा उनके खाते में जमा भी हो गया।

भाइयों और बहनों,

यहां अनेक साथी टेक्सटाइल के काम से जुड़े हैं। हमारे बुनकर भाई- बहन मेड इन इंडिया के भी शिल्पकार हैं। संबलपुरी साड़ियां, ये तो नाम दुनियाभर में है। हम हथकरघा को, हमारे टेक्सटाइल सेक्टर पर विशेष बल दे रहे हैं। भाजपा सरकार, टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट्स में पढ़ाई के लिए बुनकरों के बच्चों को 2 लाख रुपए तक की स्कॉलरशिप दे रही है। पिछले 10 वर्षों में 600 से अधिक हैंडलूम क्लस्टर विकसित किए गए हैं। इनमें अब तक हज़ारों बुनकरों की ट्रेनिंग हो चुकी है। बुनकरों को नई मशीनें, नए उपकरण दिए जा रहे हैं। हथकरघा बुनकरों को रियायती दरों पर कच्चा माल यानी धागा दिया जाता है। कच्चे माल को लाने का खर्च भी सरकार वहन करती है। इसके अलावा श्रमिकों को करघे और वर्कशेड भी दिया जा रहा है। मुद्रा योजना के माध्यम से भी बुनकरों को बिना गारंटी का ऋण मिलता है। ओडिशा भाजपा ने 3 इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने की घोषणा की है। बुनकरों और हथकरघा श्रमिकों को सम्मान निधि देने की भी घोषणा की है। ये सब मैं आपके लिए क्यों कर रहा हूं? क्योंकि मैं आप ही की तरह गरीबी से निकलकर आया हूं। गरीब की जरूरतों को मैं समझ पाता हूं। आपका दुख-दर्द, आपकी जरूरतें अगर मोदी नहीं समझेगा तो कौन समझेगा?

भाइयों और बहनों,

आज़ादी के अनेक दशकों तक आदिवासी क्षेत्रों को विकास से वंचित रखा गया। आदिवासियों को आर्थिक और राजनीतिक सिस्टम से दूर रखा गया। लेकिन 10 वर्षों में हमने आदिवासी बच्चों उनके सच्चे सशक्तिकरण पर बल दिया है। 10 सालों में जनजातीय कल्याण का बजट 5 गुणा बढ़ाया है। भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को भाजपा सरकार ने ही जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया। सबसे पिछड़ी जनजातियों के लिए 24 हज़ार करोड़ रुपए की योजना भी मोदी ने ही बनाई है।

साथियों,

क्या आपने कभी कल्पना भी की थी कि आदिवासी समाज की एक बेटी, देश की राष्ट्रपति होगी? ओडिशा की आदिवासी बेटी आज देश की तीनों सेनाओं को कमान करती है। राष्ट्र का नाम बढ़ा रही है। राष्ट्रपति पद की शोभा बढ़ा रही है। ये काम किसने किया? ये काम किसने किया? द्रौपदी जी को राष्ट्रपति बनाने का काम किसने किया? किसने किया? किसने किया? अरे, मोदी ने नहीं किया, ये आपके एक वोट ने किया है। आपने वोट दिया, मोदी को सेवा करने का मौका मिला और तब जा करके द्रौपदी मूर्मू जी देश की राष्ट्रपति बनीं। ये आपके वोट की ताकत है, जब द्रौपदी मूर्मू जी ओडिशा की हैं, इसी मिट्टी से निकली है जब वो राष्ट्रपति बनीं तो आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? ओडिशा का मान- सम्मान बढ़ा कि नहीं बढ़ा? माताओं- बहनों का मान- सम्मान बढ़ा कि नहीं बढ़ा। लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी आज तक इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, वो लगातार आदिवासी बेटी का अपमान कर रहे हैं। आपको पता होगा अभी चार- छह दिन पहले हमारी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी, अयोध्या में प्रभु रामलला के दर्शन करने गई थीं। उन्होंने प्रभु रामलला के गर्भ गृह में जाकर के पूजा- अर्चना की और उन्होंने देश के कल्याण के लिए राम लला से आशीर्वाद मांगें, लेकिन उनका अपमान करना, प्रभु राम का अपमान करना, राम मंदिर का अपमान करना, ये जिन्होंने ठान कर रखी है ये कांग्रेस के नेता क्या कह रहे हैं, ये कांग्रेस के नेता कह रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा द्रौपदी मूर्मू जी का राम लला के दर्शन करने के लिए जाना, मंदिर में पूजा- अर्चना करना, एक आदिवासी बेटी और देश की राष्ट्रपति राम लला के दर्शन करके आयीं उसके दूसरे दिन कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता ने घोषणा की कि अब हम राम मंदिर को गंगा जल से धो करके राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। मुझे बताइये ये देश का अपमान है कि नहीं है। ये देश का अपमान है कि नहीं है? ये आदिवासी समाज का अपमान है कि नहीं है? ये माताओं- बहनों का अपमान है कि नहीं है? मेरे देश की आदिवासी की बेटी, मेरे देश की राष्ट्रपति रामलला के दर्शन करने जाए, मंदिर में पूजा- अर्चना करे और दूसरे दिन कांग्रेस घोषणा करें कि अब हम राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। भाइयों-बहनों, ऐसे लोगों को भारत की राजनीति में रहने का हक है क्या? मैं ओडिशा के लोगों से पूछूंगा, क्या ऐसी कांग्रेस और उसके साथियों को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? मैं चाहता हूं राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू जी का अपमान करने वाली कांग्रेस को चाहे अंसबेली की सीट हो या चाहे लोकसभा की, इतना बड़ा पाप उन्होंने किया है, सभी सीटों पर उनकी जमानत जब्त होनी चाहिए, इसके बिना ये सुधरेंगे नहीं।

और साथियों,

आपको कांग्रेस से लगातार सावधान रहना है। कांग्रेस संविधान बदलना चाहती है, SC/ST/OBC का आरक्षण छीनना चाहती है और छीन करके अपने वोट बैंक को देना चाहती है, लेकिन आज जब संविधान के सर्वोच्च पद पर एक आदिवासी बेटी बैठी है और पिछड़े परिवार में पैदा हुआ ये प्रधानसेवक आपका ये बेटा बैठा है तो किसी की ताकत नहीं है कि संविधान की पीठ में छुरा भोंक सके। किसी की ताकत नहीं है संविधान को हाथ लगा सके, SC/ST/OBC का हक मोदी किसी को भी उसे नहीं छीनने देगा, ये मोदी की गांरटी है। और कांग्रेस और उसके सारे चट्टे- बट्टे, ये कांग्रेस और उसके सारे चट्टे- बट्टे, उनके शहजादे जरा कान खोलकर के सुन लो, (33.16-33.35 ओडिशा) और ये शहजादे अभी संविधान को माथे पर रखके नाच रहे हैं न, जरा देश जानना चाहता है क्या भारत की सरकार संविधान के कोख से जन्म लेती है कि नहीं लेती है? जब भारत की सरकार संविधान के कोख से जन्म लेती है तो भारत सरकार की कैबिनेट इस संविधान की कोख से पैदा होती है कि नहीं होती है? भारत सरकार की कैबिनेट को संविधान के द्वारा अधिकार मिले हैं कि नहीं मिले हैं? भारत सरकार की कैबिनेट डॉ. मनमोहन सिंह जी की कैबिनेट, जो संविधान ने बनायी है उस कैबिनेट ने एक फैसला लिया और ये शाहजादे ने पत्रकार परिषद बुला करके उस कैबिनेट के फैसले के टुकड़े- टुकड़े कर दिए थे। ये टुकड़े कागज के नहीं थे, ये टुकड़े संविधान के थे। ये टुकड़े भारत के संविधान की भावना के थे। ये देश संविधान के टुकड़े- टुकड़े करने वाले, ये शहजादे को कभी माफ नहीं कर सकती है।

साथियों,

रेल हो, रोड हो, एयरपोर्ट हो या अस्पताल, भाजपा विकास के लिए दिन- रात मेहनत करती है। झारसुगुड़ा के वीर सुरेंद्र साई एयरपोर्ट से कितनी सुविधा हुई है, ये हम देख रहे हैं। रोड और रेल के ऐसे तमाम प्रोजेक्ट 4 जून के बाद तेज़ी से पूरे होंगे।

साथियों,

आपको भारी संख्या में मतदान करना है। हर बूथ पर कमल के निशान पर बटन दबाना है और जब आप इन सबको कमल से वोट देंगे, जब कमल के निशान पर बटन दबायेंगे न, तो आपका वोट सीधा- सीधा मोदी के खाते में जाएगा। मोदी को मजबूती मिलेगी, तो आप ज्यादा से ज्यादा मतदान करायेंगे? सारे पोलिंग बूथ जीतेंगे? अच्छा मेरा एक काम करेंगे ? जरा हाथ ऊपर करके बताइये तो बताऊं, मेरा काम करेंगे? सब लोग मेरा काम करेंगे? हर कोई करेगा? अच्छा यहां से फिर ज्यादा से ज्यादा परिवारों से मिलने जाइये और सबको जाकर के कहना मोदी जी आए थे, मोदी जी ने आपको जय जगन्नाथ कहा है, मोदी जी ने आपको नमस्कार कहा है। मोदी जी ने आपको जोहार कहा है। इतना करोगे? मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की,

भारत माता की,

भारत माता की,

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।