Congress always insulted Dr Babasaheb Ambedkar, we honoured him: PM Modi at Hoshangabad rally
As soon as the son of a poor family became the Prime Minister, Congress started spreading rumors that Modi has come, Constitution and democracy would be in danger, says the PM
Addressing a public rally in Hoshangabad, PM Narendra Modi says, BHIM UPI which you use for digital payments, we've named it after Babasaheb Ambedkar
The world is trembling as to what will happen, what trouble will come. For such a world, a strong and powerful India is very important, says PM Modi

नर्मदा मैया की जय !
नर्मदा मैया की जय !
नर्मदा मैया की जय !

ये ऐसा क्षेत्र है जिससे मैं बरसों से बहुत ही निकट परिचय में रहा हूं। अनेक बार इस आदिवासी अंचल से मुझे जुड़ने का सौभाग्य मिला है। मैं जानता हूं कि यहां कितनी दूर दूर तक बस्तियां हैं, गांव हैं। इसके बावजूद आप इतनी विशाल संख्या में हम सभी को आशीर्वाद देने आए हैं। मैं आप सभी का बहुत-बहुत आभारी हूं।

मुझे कल बताया गया कि इतनी तेज बारिश यहां हुई थी कि लग रहा था कि आज कार्यक्रम कर पाएंगे कि नहीं कर पाएंगे। लेकिन आपका प्यार, आपका उत्साह कि प्राकृतिक तकलिफों को बावजूद भी रात-रात मेहनत करके इतना शानदार भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया, मैं आपका अभिनंदन करता हूं। मैं मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं, क्योंकि मुझे आगे जल्दी पहुंचना है। आज मुझे कर्नाटक, केरल एक लंबी यात्रा है। ढ़ेर सारे कार्यक्रम हैं तो उन्होंने अपना भाषण भी छोड़ दिया। और मुझे बोलने के लिए निमंत्रित कर दिया। मैं मुख्यमंत्री जी के जेस्चर के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं।

भाइयों और बहनों,
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, जब मध्य प्रदेश ने पूरे देश को चौंका दिया था। और होशंगाबाद ने तो कमाल ही कर दिया था। यहां से जो लहर उठी थी, वो लहर पूरे देश में फैल चुकी है। आज देश के कोने-कोने से एक ही आवाज़ आ रही है- फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,
आज देश के इतिहास का बहुत बड़ा दिन है। आज संविधान निर्माता, बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती है। उनकी जन्मस्थली महू, यहां से ज्यादा दूर नहीं है। महू में उनका घर हो, या देश-विदेश में वे जहां भी रहे, उन सारे स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का सौभाग्य भाजपा सरकार को मिला है। जो सम्मान कांग्रेस पार्टी ने उनको कभी नहीं दिया। वो सम्मान करने का सौभाग्य हमें मिला है। कांग्रेस जैसी पार्टियों ने हमेशा बाबा साहेब को अपमानित करने का ही काम किया है। बाबा साहेब ने जो संविधान बनाया है, उसके कारण ही आज गरीब मां का ये बेटा मोदी आपसे तीसरी बार सेवा का आशीर्वाद मांग रहा है। ये बाबा साहेब का संविधान है, जिसके कारण आज देश की राष्ट्रपति एक आदिवासी परिवार की बेटी है। जिस समाज को सबसे अंत में पूछा गया, जिसको वंचित रखा गया, उस समाज की बेटी, आज देश की राष्ट्रपति के रूप में पहली नागरिक हैं। हमने बाबा साहेब को सिर्फ विचारों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि आधुनिक भारत में उनके योगदान को नई पहचान दी है। आप फोन से जो डिजिटल पेमेंट करते हैं, वो डिजिटल पेमेंट की योजना है, उसका नाम BHIM UPI है। ये BHIM UPI बाबा साहेब के नाम पर हमने रखा है।

भाइयों और बहनों,
देश की आजादी में और राष्ट्रनिर्माण में आदिवासी समाज का बहुत समृद्ध योगदान रहा है। इस मिट्टी ने तो गोंड वंश के राजा भभूति सिंह के रूप में एक महान स्वतंत्रता सेनानी देश को दिया है।

साथियो,
कांग्रेस ने आदिवासी समाज के योगदान को कभी स्वीकार नहीं किया। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित करने का सौभाग्य भी बीजेपी की सरकार को मिला है।

साथियो,
कमाल देखिए, आजादी के अनेक दशक तक कांग्रेस के एक ही परिवार ने सीधे या रिमोट कंट्रोल से देश चलाया। इसी परिवार ने देश में आपातकाल इमरजेंसी लगाई थी। कांग्रेस ने देशभर में लोकतांत्रिक सरकारों को जब मर्ज़ी उसे पत्ते की तरह गिरा देते थे। कांग्रेस ने अपने हिसाब से इतिहास को तोड़ा मरोड़ा और जो मर्जी लिखवाया और अपना ही महिमामंडन करवाया। कांग्रेस की मानें तो तब लोकतंत्र ठीक चल रहा था, फल-फूल रहा था। ऐसे वो बता रहे हैं। लेकिन जैसे ही गरीब घर का बेटा प्रधानमंत्री बना तो कांग्रेस अफवाह फैलाने लगी कि मोदी आया है संविधान और लोकतंत्र पर खतरा आ जाएगा। ये कांग्रेस वाले आपको पता नहीं है। ये बाबा साहेब का संविधान है ना उनके कारण तो मोदी यहां पहुंचा है। अब तो कांग्रेस का शाही परिवार धमकी दे रहा है कि मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बना, तो देश में आग लग जाएगी। ये 2014 में भी बोलते थे, कभी आग लगी क्या, ये 2019 में भी बोलते थे . कभी आग लगी क्या, ये राम मंदिर में भी बोलते थे, कभी आग लगा क्या। ये 370 के लिए भी बोलते थे आग लगी क्या। बस देश को डराओ -घबराओ , भ्रम फैलाओ।

भाइयों और बहनों,
आग देश में नहीं, आग-जलन उनके दिलों में लगी है, ये जलन उनके दिल और दिमाग में ऐसे भरी पड़ी है। कि ये उनको अंदर से जलाती जा रही है। और ये जलन भी मोदी के कारण नहीं है, ये जलन 140 करोड़ देशवासियों के मोदी के प्रेम के कारण है। वे ये प्रेम भी सहन नहीं कर पा रहे हैं।

भाइयों-बहनों,
ये लोग 10 साल से सत्ता से बाहर हैं। 10 साल में ऐसे छटपटा रहे हैं जैसे उनका सबकुछ लुट गया। उनकी भावी पीढ़ियों का ही जैसे लुट गया। अगर कांग्रेस वाले यही कारनामे करते रहेंगे और उनका तौर तरीका यही रहेगा, तो ये जलन उनको इतनी जला देगी कि देश आगे मौका देने को कभी तैयार नहीं होगा। और इसका कारण साफ है। आप दुनिया की स्थिति देख रहे हैं। युद्ध और अराजकता की स्थिति है...अनिश्चितता की स्थिति है। चारो तरफ एक धुंधला और आशंका का वातावरण बन गया है। हर कोई भय के साए में दुनिया में रह रहा है। कब क्या होगा , कौन सी मुसीबत आएगी, दुनिया थर-थर कांप रही है। ऐसी दुनिया के लिए एक मजबूत और शक्तिशाली भारत ज़रूरी है। आज भारत और मजबूत होना चाहिए की नहीं होना चाहिए। भाजपा-भारत की सेवा में इसलिए लगी है, क्योंकि भारत मजबूत और सशक्त बने। आप मुझे बताइए, ये काम क्या एक अस्थिर, कमज़ोर, भ्रष्ट और स्वार्थी नेताओं का इंडी-गठबंधन मजबूती का काम कर सकता है क्या, देश को मजबूत बना सकता है क्या। अरे जो पार्टी खुद को मजबूत नहीं बना सकती वे देश को क्या मजबूत बनाएगी। आप मुझे बताइए भाइयों, शक्तिशाली भारत कौन बना सकता है?, शक्तिशाली भारत कौन बना सकता है? मजबूत भारत कौन बना सकता है। सामर्थ्यवान भारत कौन बना सकता है, समृद्ध भारत कौन बना सकता है। शक्तिशाली भारत कौन बना सकता है? मैंने इतने सारे सवाल पूछे, मैं सोच रहा था आपलोग सही जवाब देंगे, लेकिन आपने तो हर बार गलत जवाब दे दिया। ये मोदी नहीं आपका एक वोट कर सकता है। आपका एक वोट कर सकता है। आपके वोट की ताकत है जो देश को ताकतवर बनाएगी, आपके वोट की ताकत है, जो देश को शक्तिशाली बनाएगी।

भाइयों और बहनों,
थोड़ी देर पहले ही भाजपा का संकल्प पत्र देश की जनता के चरणों में रखने का सौभाग्य मिला मैंने वहां मोदी की गारंटी के बारे में बताया है। आप इंडी-गठबंधन की स्थिति देखिए। वो तय नहीं कर पा रहे हैं कि घोषणापत्र एक जिम्मेवारी होती है, जनता के लिए एक कमिटमेंट होता है। उनके सभी साथी आपस में उलट-पुलट कर रहे हैं। और ऐसे ऐसे वादे कर रहे हैं कि देश किस दिशा में जाएगा तय नहीं कर सकते। उनकी सरकार क्या करना चाहती है, कैसे करना चाहती है। ये भी उनकी बातों में कहीं नजर नहीं आता है। और इनके घोषणापत्र भी एक से बढ़कर एक खतरनाक वादे हैं। उनके एक साथी का घोषणापत्र कहता है कि देश को आर्थिक रूप से दीवालिया बनाने वाला घोषणापत्र उनका है। एक-एक लाइन ऐसी है। एक उनके साथी का घोषणापत्र कहता है कि भारत से परमाणु हथियार खत्म कर देंगे। बताइए भईया कोई देश ऐसा सोचेगा क्या। परमाणु हथियार आज के युग में भारत को जरूरी है कि नहीं है। भारत की ताकत के लिए भारत की रक्षा के लिए परमाणु हथियार होना चाहिए की नहीं होना चाहिए हमारे पास। अगर दुश्मनों की इतनी ताकत हो और हम कह दें कि परमाणु हथियार नष्ट कर दंगें। ये किसकी भलाई के लिए बोल रहे हो भाई। ऐसा वादा कर रहे है वो लोग, क्या वो देश की रक्षा कर सकते हैं। जैसी घातक इनकी सोच है, वैसे ही घातक ये अपने घोषणापत्र बना रहे हैं।

साथियों,
भाजपा का संकल्पपत्र, मोदी की गारंटी के रूप में आपके सामने है। गांव हो या शहर, सरकार हर गरीब का पक्के घर का सपना पूरा करेगी- ये मोदी की गारंटी है। अच्छा मेरा एक काम करोगे आप लोग, करोगे, हाथ ऊपर करके बताओ करोगे। देखिए इस पर चुनाव में आप जहां भी जाएं, सभी लाभार्थियों को मिलेंगे। हो सकता है। एक गांव में 30-40 लोगों का घर बन गया। लेकिन अभी भी एक दो लोग छूट गए हैं। उनको जाकर के बताना मोदी के गारंटी हैं कि जिनका काम भी छूट गया है, ये आने वाले दिनों में वो लाभ भी उनको मिलेगा। आने वाले समय में हमने तीन करोड़ घर बनाने का संकल्प लिया। दिव्यांग साथियों को भी आवास योजना का लाभ मिलेगा।

यहां होशंगाबाद के किसानों को करीब 400 करोड़ रुपए पीएम किसान सम्मान निधि के मिले हैं। और आने वाले 5 साल में ये पीएम किसान सम्मान निधि चलती रहेगी। और करीब-करीब 2 हजार करोड़ रूपया यहां के किसानों के यहां आएंगे। गरीब को 5 साल तक मुफ्त राशन ऐसे ही मिलता रहेगा, ताकि गरीब के घर का चूल्हा बुझ ना जाए। गरीब को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलता रहेगा, ये भी मोदी की गारंटी है। ऊपर से एक और गारंटी दी है। हमने कहा है किसी भी समाज का, किसी भी आर्थिक शक्ति वाला, गरीब हो, मध्यम वर्ष हो, उच्च मध्यम वर्ग हो, गरीब हो, मध्यम वर्ष हो, उच्च मध्यम वर्ग हो, सुखी हो समृद्ध हो, 70 साल के ऊपर का कोई भी माता-पिता को अब 5 लाख रुपए तक इलाज की जिम्मेदारी, ये उनका बेटा मोदी उठाएगा। और उनको लाभ होगा इतना नहीं , जो आज 25, 30, 35 साल के युवा हैं ना, उनका बोझ मोदी उठा लेगा। और वो जीवन में सुख चैन से प्रगति के रास्ते पर बढ़ पाएंगे। आप कल्पना कर सकते हैं। कितनी बड़ी सुविधा देश के बुजुर्गों को मिलने जा रही है।

साथियों,
मोदी ने 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है। इतनी सारी दीदी मुझे दिख रही है सामने, ये मोदी की गारंटी है मुझे आशीर्वाद दीजिए। 3 करोड़ को मैं लखपति बनाना चाहता हूं। इतनी तादाद में माताएं -बहनें यहां आई हैं। ये आपके आशीर्वाद मेरे उस संकल्प को जरूर पूरा करेंगे।

अब बीजेपी ने संकल्प पत्र में ठाना है कि मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी का लोन, 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख किया जाएगा। अब हर परिवार का नौजवान, हर परिवार की युवा बेटी कोई कारोबार करना चाहती है तो मोदी आपके साथ खड़ा रहेगा। इससे मध्य प्रदेश के हमारे गरीब, दलित, आदिवासी और ओबीसी समाज के युवाओं को, हमारी बेटियों को बड़ी मदद मिलेगी। इससे यहां पर्यटन आधारित रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं, इससे यहां नोजवानों को बहुत बड़ा अवसर मिलेगा। गेस्ट हाउस हो, होम स्टे हो, छोटा ऑटो रखना है, टूरिस्टों के लिए जरूरी चीजें खड़ी करनी है। ऐसे काम के लिए नौजवानों को मदद मिल पाएगी। आप कल्पना कर सकते हैं, नौजवानों के लिए कितने सारे अवसर लेकर के भाजपा का संकल्प पत्र आया है। सरकार होम स्टे के लिए जो आर्थिक मदद देगी, उसका बड़ा लाभ यहां इस क्षेत्र की आदिवासी महिलाओं को भी मिलेगा। बहुत बड़ी संख्या में हमारे साथी ऑटो, ट्रक, टैक्सी ट्राइवर हैं। ऐसे साथियों को ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर किया जाएगा। मकसद यही है कि उनको भी बीमा और दूसरी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले।

साथियों,
2025 में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्मजयंती है। बीजेपी ने संकल्प लिया है कि 2025 वर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। आदिवासी कला-संस्कृति से जुड़ी विरासत को समृद्ध करने के लिए फंड बढ़ाया जाएगा। SC/ST/OBC के कल्याण से जुड़ी योजनाएं तेज़ी से ज़मीन पर उतरें, इसके लिए जिला कमेटियां गठित की जाएंगी। उसमें SC/ST/OBC के कोई ना कोई प्रतिनिधि रखे जाएंगे। एकलव्य मॉडल स्कूलों की संख्या साढ़े 700 तक पहुंचाने के लिए तेज़ी से काम किया जाएगा। जनजातियों में भी पिछड़ी जनजातियों के लिए 24 हज़ार करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना पर पहले से ही काम चल रहा है। मोदी के तीसरे कार्यकाल में इसे भी तेज़ गति से पूरा किया जाएगा। इन प्रयासों से MP के हमारे SC-ST-OBC समाज को आगे बढ़ने में बहुत मदद मिलेगी।

भाइयों और बहनों,
मोदी की गारंटी वहां से शुरु होती है, जहां दूसरों से उम्मीद खत्म होती है। इसलिए हताश कांग्रेस ऐसी घोषणाएं कर रही है, जो खुद कांग्रेस के नेताओं को ही समझ नहीं आ रही। कांग्रेस के शहज़ादे ने घोषणा की आप भी सुन करके हंसोगे। कांग्रेस के शहजादे ने घोषणा की कि एक झटके में देश से गरीबी हटा दूंगा। ये बात सुनकर पूरा देश हैरान है। देश पूछ रहा है कि आखिर ये ‘शाही जादूगर’, इतने बरसों तक कहां छुपा था। 50 साल पहले इनकी दादी ने देश से गरीबी हटाने की घोषणा की थी। 2014 से पहले 10 साल तक इन्होंने रिमोट से सरकार चलाई। और कह रहे हैं कि अब बस इनको एक झटके वाला मंत्र मिल ही गया है। ये झटके वाला मंत्र लाए कहां से, बताइए ये गरीबों का मजाक है कि नहीं है। ये गरीबों का अपमान है कि नहीं है, आप बताइए एक झटके से गरीबी दूर होती है क्या। ये क्या बोल रहे हैं, उनपर कोई भरोसा करेगा क्या। ऐसे दावे करते हैं, तभी ये देशभर में हंसी के पात्र बन जाते हैं, देश उनको गंभीरता से नहीं लेता है।

भाई और बहनों,
आपने मुझे बहुत निकट से देखा है। दिन रात मैं क्या कर रहा हूं, क्यों कर रहा हूं, कैसे कर रहा हूं, किसके लिए कर रहा हूं। सब बराबर देखा है ना मुझे, लगातार आप देख रहे ना, आपको विश्वास हो गया है कि मोदी का अपना कोई सपना नहीं है। मोदी के लिए तो आपका सपना ही यह मोदी का संकल्प है। मैं आपके लिए ही पैदा हुआ हूं। आप सभी मेरा देश ये भारत ही मेरा परिवार है। इसलिए, आज चारों तरफ चौड़ी सड़कें बनाई जा रही हैं। यहां अनेक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो रहा है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या 10 साल में दोगुनी हो चुकी है। कोशिश यही है कि आपको मुश्किलें न हों, असुविधा न हो। लेकिन आप कहते हैं मोदी ने बहुत काम किया है। लेकिन मैं कहता हूं ये तो अभी ट्रेलर ही है। अभी तो मुझे बहुत कुछ करना बाकी है। देश को, मध्य प्रदेश को हमें और ऊंचाई पर ले जाना है। हम अन्नदाता को ऊर्जादाता और उर्वरकदाता, दोनों बनाना चाहते हैं। बिजली का बिल जीरो हो और बिजली से कमाई भी हो, इसके लिए पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना हम घर-घर पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। सौर ऊर्जा, जैविक खाद और इथेनॉल उत्पादन में एमपी के, होशंगाबाद के किसान भी अग्रणी हों, इसके लिए हम काम करने वाले हैं। दालों में आत्मनिर्भरता और मोटे अनाज यानि श्री अन्न को दुनिया के बाज़ारों तक पहुंचाना ये मोदी की प्राथमिकता है। मैं मोहन यादव जी और उनकी सरकार की भी प्रशंसा करुंगा। वो ईमानदारी से यहां आपको दी हुई गारंटियां पूरा करने में जुटे हैं।

साथियों,
19 अप्रैल को छिंदवाड़ा से मेरे नौजवान साथी भाई विवेक बंटी साहू जी को और फिर 26 अप्रैल को होशंगाबाद से हमारे किसान नेता हमारे साथी दर्शन सिंह चौधरी जी को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाना है।

साथियो,
मुझे पक्का विश्वास है। आप तो जीता ही जीता देने वाले हो, लेकिन मेरी एक अपेक्षा है, पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने हैं, तोड़ोगे। मेरी अपेक्षा हर बूथ को जीतना है, जीतोगे, हर बूथ जीतोगे। हर बूथ को जीतने के लिए ताकत लगा दोगे। तो नोट कर लीजिए। अगली बार नर्मदापुरम आऊंगा तो मावा-बाटी और गुड़ की जलेबी के साथ विजय उत्सव मनाएंगे। रामनवमी आने वाली है। राम मंदिर निर्माण होने के बाद इस बार की रामनवमी बहुत विशेष है। आपको भी इस रामवनमी की बहुत सारी शुभकामनाएं।

मेरा एक काम करोगे मेरा एक पर्सनल काम करोगे. यह चौधरी जी का भी नहीं है। साहू जी का भी नहीं है। करोगे जरा हाथों पर करके बताओ करोगे, हर कोई करेगा। मेरा एक काम करना जब अपने गांव जाएंगे, मोहल्ले में जाएंगे तो उन्हें बताना कि हमारे मोदी जी होशंगाबाद आए थे। उन्होंने आपको राम-राम कहा है। मेरा राम-राम पहुंचा देंगे। मेरा राम-राम पहुंचा देंगे। बोलिए भारत माता की जय...भारत माता की जय...भारत माता जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।