QuoteBJP is the only pan-India party from east to west and from north to south. BJP gives opportunity to the youth to progress: PM Modi
QuoteFrom 2 seats in 1984, the BJP has now reached 303 seats in 2019. In many regions, the party garners over 50% of the vote share: PM Modi
QuotePM Modi says amongst other family-run parties, BJP stands out as it welcomes the youth
QuotePM Modi says the party's success is due to the hard work and determination of its karyakartas
QuoteIndia has witnessed the governance models of Congress and Left, and it is now witnessing the model of a party that came to power with absolute majority: PM Modi
QuoteWe have a strong foundation of constitutional institutions. That's why to stop India, constitutional institutions are being attacked: PM Modi’s dig at opposition

भारत माता की जय!


भारत माता की जय!

कार्यक्रम में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्रीमान जेपी नड्डा जी, हम सब के मार्गदर्शक डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी, पार्टी के अन्य सभी पदाधिकारी, सभी सम्मानित साथी कार्यकर्तागण, देवियों और सज्जनों

भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय के विस्तार की देशभर के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई। 2018 में जब मैं कार्यालय का लोकार्पण करने के लिए आया था, तो कहा था कि इस कार्यालय की आत्मा हमारा कार्यकर्ता हैं। आज जब हम इस कार्यालय का विस्तार कर रहे हैं, तो ये भी केवल एक भवन का विस्तार नहीं है, बल्कि ये प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के सपनों का विस्तार है। भाजपा के सेवा के संकल्प का विस्तार है। मैं पार्टी के उन कोटि-कोटि कार्यकर्ताओं के चरणों में प्रणाम करता हूँ। मैं पार्टी के सभी संस्थापक सदस्यों को भी सर झुकाकर के नमन करता हूँ।

साथियों,


आज से कुछ दिन बाद हमारी पार्टी अपना 44वां स्थापना दिवस मनाएगी। ये यात्रा एक अनथक और अनवरत यात्रा है। ये यात्रा- परिश्रम की पराकाष्ठा की यात्रा है। ये यात्रा- समर्पण और संकल्पों के शिखर की यात्रा है। ये यात्रा- विचार और विचारधारा के विस्तार की यात्रा है। और ये यात्रा, ये विस्तार, अपने-आप में बहुत ही प्रेरणादायी है। आपको याद होगा, भारतीय जन संघ ने दिल्ली के अजमेरी गेट के पास एक छोटे से ऑफिस से अपनी यात्रा शुरू की थी। उस समय हम देश के लिए बहुत बड़े सपने देखने वाले, छोटी-सी पार्टी थे। सपने बड़े थे, दल छोटा था।

1980 में जब भाजपा का जन्म हुआ, तब कुछ समय के लिए, 10 राजेंद्र प्रसाद मार्ग, पार्टी का ऑफिस बन गया था। और उसी जगह पर पहले अपने नानाजी देशमुख रहते थे। बहुत से कार्यकर्ताओं को 11 अशोक रोड, पार्टी ऑफिस के रूप में याद होगा। इसके भी काफी समय बाद पार्टी ऑफिस दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर शिफ्ट हुआ। एक तरह से, ये हमारी पार्टी की प्रगति का प्रतीक है। इस दौरान कितने ही उतार-चढ़ाव आए।

हम तो वो दल हैं, जिसने इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए, खुद अपने दल को ही देशहित में आहूत करने पर हमने हिम्मत के साथ कदम उठाया। फिर, सन चौरासी में जो हुआ, देश कभी भी उस काले पृष्ठ को भूल नहीं सकता है। और उसके बाद जो चुनाव हुआ, कांग्रेस को ऐतिहासिक बहुमत मिला था। भावनाओं से भरा हुआ वो माहौल, एक इमोशनली चार्जड एटमासफेयर, और उस आंधी में हम भी लगभग पूरी तरह से खत्म हो गए थे। लेकिन हम हताश नहीं हुए। हम निराश नहीं हुए। हमने किसी और में दोष ढूंढने की कोशिश नहीं की। आरोप-प्रत्यारोप के चक्कर में हम नहीं पड़े। हम चले गए फिर एक बार जनता-जनार्दन के बीच। हमने जमीन पर काम किया, हमने अपने संगठन को मजबूत किया। और तब जाकर आज हम यहां पहुंचे हैं।

2 लोकसभा सीटों के साथ शुरू हुआ सफर 2019 में 303 सीटों तक पहुँच गया है। आज कई राज्यों में हमें 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलते हैं। आज उत्तर से दक्षिण तक, पश्चिम से पूरब तक, भाजपा एकमात्र Pan India पार्टी है। परिवार के कब्जे वाली पार्टियां, Family Run पार्टियों के बीच, भाजपा ऐसा राजनीतिक दल है जो युवाओं को आगे आने के लिए बहुत अवसर देता है, खुला मैदान देता है। आज भारत की माताओं-बहनों-बेटियों का आशीर्वाद जिस पार्टी के साथ है, उस पार्टी का नाम है- भारतीय जनता पार्टी।

और साथियों, आज भाजपा केवल विश्व की सबसे बड़ी पार्टी ही नहीं है। बल्कि भाजपा, भारत की सबसे Futuristic पार्टी भी है। हमारा एक ही लक्ष्य है- भविष्य के आधुनिक और विकसित भारत का निर्माण करना! और इसलिए, हमें खुद अपने लिए भी भविष्य के लक्ष्य निर्धारित करने ही होंगे। इसके लिए हमारे पास आधुनिक सोच भी होनी चाहिए, आधुनिक संसाधन भी होने चाहिए। हमें भाजपा को एक ऐसी संस्था के रूप में विकसित करना है, जिसके पास अगले 10 साल, 20 साल, 50 साल के लक्ष्य निर्धारित हैं। इसके लिए तीन बातें हर कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता, हर भाजपा सदस्य के स्वभाव में होना समय की मांग है, देश की जरूरत है। वो तीन बातें क्या हैं- एक है अध्ययन, दूसरा है आधुनिकता और तीसरा है विश्व भर से अच्छी बातों को आत्मसात करने की शक्ति।

हम-आप जानते हैं कि पंडित दीनदयाल जी जहां कहीं जाते थे, किताबें उनके साथ रहती थीं। वो प्रवास में भी पढ़ते-लिखते रहते थे। उनकी रचनाएँ उनके अध्ययन और बौद्धिक विस्तार की गवाह हैं। डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी के अपने घर में तो हजारों किताबें थीं। भाजपा कार्यालय की ये नई बिल्डिंग, पार्टी की उस परंपरा का एक केंद्र बनेगी और बननी चाहिए। यहाँ अध्ययन की व्यवस्था भी है, आधुनिकता भी है और विश्व भर का अनुभव प्राप्त करने की आकांक्षा भी है। मुझे विश्वास है, भाजपा का ये आधुनिक कार्यालय निरंतर इन सपनों के लिए, इन संकल्पों के लिए, इस अदम्य इच्छा और उमंग के लिए अविरत प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

साथियों,


हम भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए ये गर्व की बात है कि हम सब जिस दल में काम कर रहे हैं, जिस दल के आचार-संस्कार और विचार ने हमें गढ़ा है। उस दल की और उसके कार्यकर्ताओं की आज विश्वभर में चर्चा हो रही है। आज बीजेपी की पहचान दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक दल के तौर पर होने लगी है। आज भाजपा की तुलना दुनिया की उन ऐतिहासिक पार्टियों से होने लगी है, जिन्होंने अपने शासन काल में अपने देश का भाग्य बदल दिया था। ये समय, बीते 4-5 दशकों में भाजपा कार्यकर्ताओं के त्याग और तपस्या की वजह से आया है। ये समय, भाजपा सरकार के विकास के कार्यों की वजह से आया है। बीजेपी वो दल है, जो भारत के महत्व को, भारत के सामर्थ्य को सशक्त करने के एक ही संकल्प को लेकर के चल रहा है। हम “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मंत्र को लेकर के आगे बढ़ रहे हैं। और मुझे ये देखकर खुशी होती है कि दुनिया के कई सारे ऐसे नेता, वो हमारी भाषा से परिचित नहीं हैं, लेकिन फिर भी वे ये सबका साथ, सबका विकास मंत्र दोहराने का प्रयास करते हैं। वो अपनी भाषा में उसका अनुवाद भी करते हैं।

साथियों,


आज हमारा नॉर्थ ईस्ट, सबका साथ-सबका विकास के मंत्र का बेहतरीन उदाहरण है। नॉर्थ ईस्ट की आबादी में बहुत विविधता है। वहां अलग-अलग समुदायों के लोग हैं, आदिवासी और ईसाई समुदाय के लोग बहुतायत में हैं। इस क्षेत्र के लोग, भाजपा पर अभूतपूर्व विश्वास दिखा रहे हैं। आज, नॉर्थ ईस्ट में भाजपा के 4 मुख्यमंत्री हैं। 2 अन्य राज्यों में हमारे गठबंधन की सरकारें हैं। इस सफलता का बड़ा श्रेय, भाजपा के कार्यकर्ताओं को ही जाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं के इसी परिश्रम की वजह से आज दक्षिण भारत में भी दूर-दूर तक पार्टी का विस्तार हो रहा है। कर्नाटका में भाजपा इतने वर्षों से मजबूत स्थिति में है। आज भी हम नंबर एक पार्टी हैं कर्नाटका में। तेलंगाना में भी लोगों का एकमात्र भरोसा, एकमात्र भरोसा सिर्फ और सिर्फ भाजपा है। आंध्रप्रदेश में लोगों का भाजपा पर विश्वास दिनोंदिन बढ़ता चला जा रहा है। तमिलनाडु और केरला में भाजपा हर जिले में, हर बूथ पर दिनों-दिन मजबूत हो रही है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना के साथ हो रहा भाजपा का ये विस्तार, हमें सीटों के मामले में और वोट शेयर के मामले में, सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

लेकिन साथियों,


मैं एक बात और भी कहना चाहता हूं। भाजपा को केवल उसकी Presence और प्रभाव से नहीं समझा जा सकता है। भाजपा को जानने के लिए उसके स्वभाव को भी समझना जरूरी है। और, भाजपा का स्वभाव है- नूतनता, आधुनिकता! नूतनता हमारी निष्ठा है, और आधुनिकता हमारी अवधारणा है। इसीलिए, बीजेपी केवल चुनाव लड़ने और जीतने तक सीमित नहीं है। बीजेपी एक व्यवस्था है, बीजेपी एक विचार है। बीजेपी एक संगठन है, बीजेपी एक आंदोलन है। बीजेपी विकास की भी प्रेरणाशक्ति है, और बीजेपी बदलाव की भी प्राणशक्ति है। बीजेपी ने सियासत की सोच को बदला है, और समावेश के नए मानकों को जन्म दिया है। और इसका एक उदाहरण है भाजपा का सदस्यता अभियान और इसके माध्यम से पार्टी का विस्तार।

एक समय था जब हम राज्यों में राज्य स्तर की कमेटी बन जाय तो हम सोच रहे थे कि चलिए उस राज्य में झंडा गाड़ दिया। फिर थोड़ा समय और बीता, कार्यकर्ताओं ने परिश्रम किया, फिर हम हिसाब लगाने लगे कि भई कितने जिले हैं जहां कमेटी बनी है, कितने जिलों में कमेटी बाकी है, कब पूरा करेंगे। फिर हम एक कदम आगे चले, फिर हम सोचने लगे चलो जिले तो हो गए, बताओ भाई कितने तहसील में कमेटियां बनी है, कितने ब्लॉक लेवल पर कमेटियां बनी हैं। फिर शक्ति केंद्र आया, फिर बूथ पर फोकस हुआ, और आज हम पन्ना प्रमुख तक पहुंच गए।

भाजपा पहली पार्टी है जिसने पार्टी की व्यवस्था में संवैधानिक रूप से महिलाओं के लिए पद की व्यवस्था की है, संविधान के तहत। भाजपा पहली ऐसी पार्टी है जो अपने कार्यकर्ताओं को नए अवसर देने के लिए निरंतर तत्पर रहती है। हमने पार्टी की समितियों में, कमेटियों में हर बार 25 प्रतिशत नए लोगों को लाने की व्यवस्था शुरू की है। हम कार्यकर्ताओं की इसी ताकत से सत्ता के शिखर तक पहुंचे हैं। लेकिन हम भले ही सत्ता के शिखर पर पहुंचे हों, लेकिन हमारे पाँव आज भी उतने ही जमीन पर हैं, जितने 1980 में हुआ करते थे। भाजपा में ऐसे कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी फौज है, जो कष्ट उठाकर, परेशानी झेलकर, कर्तव्य भावना से लगातार देशसेवा में जुटे रहते हैं। हम जहां भी काम करते हैं, सामूहिकता की भावना से काम करते हैं, टीम वर्क के साथ काम करते हैं। भाजपा वो पार्टी है जिसमें मुक्त चिंतन होता है, नए विचार सृजित होते हैं। नए विचारों का सम्मान होता है।

चिंतन और अध्ययन करने वाला एक बहुत बड़ा वर्ग हमारे भाजपा परिवार का विशाल विस्तार है, हिस्सा है। वटवृक्ष की भांति है। भाजपा वो पार्टी है जिसमें समाज के अलग-अलग वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के लिए प्रभावी और क्रियाशील मोर्चे और कमेटियां हैं। भाजपा में हर मोर्चा अपनी सामाजिक भूमिका में सक्रिय भी होता है, प्रभावशाली भी होता है।

साथियों,


भाजपा की ये एक और विशेषता है कि हमारी पार्टी समाज के साथ जुड़कर के काम करती है। भाजपा में, समाज की सेवा के माध्यम से कार्यकर्ताओं को गढ़ा जाता है। जैसे कि आपने देखा होगा, आजकल भाजपा सांसद अपने क्षेत्र में खेल प्रतियोगिताएं करा रहे हैं। इनके आयोजन में बड़ी जिम्मेदारी भाजपा के वहां स्थानीय कार्यकर्ता ही निभा रहे हैं। इसमें देश के लाखों युवाओं को भाग लेने का मौका मिल रहा है। हजारों युवाओं को पदक मिल रहे हैं, उनके लिए आगे बढ़ने के रास्ते खुल रहे हैं। और हमें भी क्षेत्र के सामर्थ्य का परिचय होता है। इसी तरह कहीं कोई प्राकृतिक आपदा हो, समाज के सामने कहीं कोई चुनौती आए, या फिर रक्तदान जैसा समाजसेवा से जुड़ा अभियान हो, भाजपा के कार्यकर्ता सबसे पहले पहुंचते हैं, और सबसे आखिर तक मोर्चे पर डटे दिखते हैं।

अभी अध्यक्ष जी बता रहे थे, कोरोना के दौरान हमारी पार्टी के लोगों ने कैसे घर-घर जाकर मुफ्त राशन और इलाज पहुंचाने में मदद की, और तब तो पता नहीं था कि जाएंगे तो क्या लेकर आएंगे। अगर बीमारी घर में लाए तो जिंदगी खतरे में पड़ जाती थी। फिर भी ये भाजपा का कार्यकर्ता है जो हर घर जाता था। आज भाजपा और भाजपा कार्यकर्ताओं का समाज के साथ जो भावात्मक संबंध है, वो किसी और राजनीतिक दल में नजर आएगा कि नहीं आएगा, ये मैं कह नहीं सकता।

साथियों,


जब हम समाज की सेवा के लिए अपना जीवन खपाते हैं, तो सरकार बनाने का अवसर मिलने पर भी, यही हमारी प्राथमिकता होता है। इसलिए ही आज पूरे भारत में भाजपा सरकारें, आकांक्षा, विकास और प्रगति का पर्याय बन रही हैं। और ये भाजपा का ब्रांड ऑफ गवर्नेंस है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां गरीब कल्याण के लिए योजनाएं तेज गति से चलने लगती हैं। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहां योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचना सुनिश्चित हो जाता है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां युवा शक्ति को आगे बढ़ने के नए अवसर बनते हैं। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां योजनाओं में महिला सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलने लगती है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां कानून-व्यवस्था सुदृढ़ हो जाती है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां Ease of Doing Business, Ease of Living के प्रयास बढ़ने लगते हैं। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास होना शुरू हो जाता है। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां विकास और विरासत, विकास और विरासत दोनों साथ-साथ चलते हैं।

साथियों,


मैं समझता हूं, अब समय आ गया है कि हमारी यूनीवर्सिटिज, academicians और एक्सपर्ट्स भारत के पिछले 75 साल के अलग-अलग गवर्नेंस मॉडल्स की कम्पैरिटिव स्टडी करे, एनालिसिस करें। देश और दुनिया के सामने रखें। देश ने लंबे समय तक कांग्रेस का एक गवर्नेंस मॉडल देखा है। देश ने कम्युनिस्टों का भी कुछ राज्यों में गवर्नेंस मॉडल देखा है। देश ने परिवारवादी- Family Run पार्टियों के काम करने का तरीका भी देखा है। अलग-अलग गठबंधनों की सरकारों का गवर्नेंस मॉडल भी देश ने देखा है। और देश आज पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकारों का गवर्नेंस मॉडल भी देख रहा है। एक निश्चित पैरामीटर्स के साथ जब इसकी एनालिसिस होगी तो गवर्नेंस के मॉडल का महत्व समझ में आएगा। देश के सामान्य मानवी को भी पता चलेगा कि गवर्नेंस के किस मॉडल ने देश को क्या दिया, उसके परिणाम क्या निकले और उनके लिए क्या बेहतर रास्ता है!

साथियों,


आज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को एक बात समझना बहुत आवश्यक है। देश इस समय जिस कालखंड से गुजर रहा है, वो तेज विकास के लिए बहुत अहम है। ये अमृतकाल सिर्फ शब्द समूह नहीं है। ये धरती की सच्चाई है, 140 करोड़ देशवासियों के दिलों की धकड़न है। आज हम सबसे युवा देश हैं, आत्मविश्वास से भरे हुए देश हैं। पूरे विश्व में, दुनिया के बड़े-बड़े मंचों पर आज अगर किसी का डंका बज रहा है तो नाम है हिंदुस्तान। वो नाम है भारत। ऐसे में देश के भीतर बैठी और देश के बाहर बैठी भारत विरोधी शक्तियों का एकजुट होना स्वभाविक है। ये शक्तियां, किसी भी तरह भारत से विकास का ये कालखंड छीन लेना चाहती हैं। आज भारत का सामर्थ्य अगर फिर बुलंदी की तरफ जा रहा है, तो इसके पीछे हमारी एक मज़बूत नींव है। ये नींव, ये नींव हमारी संवैधानिक संस्थाओं की है, हमारे constitutional institutions की है। इसलिए, आज भारत को रोकने के लिए हमारी इस नींव पर चोट की जा रही है। संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार किया जा रहा है, उन्हें बदनाम करने का अभियान छेड़ा जा रहा है। उनकी क्रेडिबिलिटी, उनकी विश्वसनीयता खत्म करने की साजिश की जा रही है। जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन पर जब एजेंसियां कार्रवाई करती हैं, तो एजेंसियों पर हमला किया जाता है। जब कोर्ट कोई फैसला सुनाता है, तो कोर्ट पर सवाल उठाए जाते हैं, न्यायिक प्रणाली पर हमले होते हैं। आप सब देख रहे हैं, कुछ दलों ने मिलकर भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है। आज भ्रष्टाचार में लिप्त जितने भी चेहरे हैं, वो सब एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं। पूरा देश ये देख रहा है, देश समझ रहा है।

साथियों,


भ्रष्टाचार ने हमारे देश का बहुत नुकसान किया है। दीमक की तरह देश को खोखला किया है भ्रष्टाचार ने। देश की जनता आज देख रही है कि पहले की सरकारों ने किस तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूरी की थी। लेकिन पिछले 9 साल में भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान चलाया, उसने आज भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों, दोनों की जड़ें हिला दी हैं। ये इस बात का प्रमाण है कि जब भाजपा आती है, तो भ्रष्टाचार भागता है। मैं आपको कुछ आंकडे़ बताना चाहता हूं आज। प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंडरिंग एक्ट यानि PMLA के तहत कांग्रेस की सरकार में, यानि साल 2004 से 2014 के बीच, 5 हजार करोड़ रुपए के आसपास की संपत्ति जब्त की गई थी। 5 हजार करोड़। इसी एक्ट के तहत पिछले 9 वर्षों में भाजपा सरकार ने एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। इस एक्ट के तहत पहले के मुकाबले दोगुने से ज्यादा केस रिकॉर्ड किए गए हैं और 15 गुना ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमारे यहां कुछ लोगों ने कांग्रेस शासन के दौरान बैंकों को जमकर लूटा। बैंकों का करीब 22 हजार करोड़ रुपए का नुकसान करके ये लोग विदेश भाग गए। आज भाजपा सरकार ने इन लोगों की करीब-करीब 20 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करवा दी है। प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत पिछले 9 वर्षों में CBI ने लगभग 5 हजार केस दर्ज किए हैं। बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए सैकड़ों बड़े अधिकारियों को संविधान दिखाया, सरकार के नियम दिखाए और उनको जबरन रिटायर किया गया है, घर भेज दिया गया है, और उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।


साथियों,


आजादी के 7 दशकों में पहली बार भ्रष्टाचार पर इस तरह की चोट हो रही है। पूरे देश की जनता आज भ्रष्टाचारियों पर हो रही कार्रवाई से खुश है। आपकी यही जानकारी है न। मैं जहां जाता हूं लोग यही कहते हैं- मोदी जी रुकना मत। आज हर देशवासी समझता है- भ्रष्टाचार रुकेगा, तभी देश आगे बढ़ेगा। और जब इतना सारा करेंगे तो कुछ लोग तो नाराज होंगे ही होंगे। वो अपना गुस्सा भी निकालेंगे। लेकिन इनके झूठे आरोपों से न देश झुकेगा, न भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई थमने वाली है।

साथियों,


आपको याद होगा, कांग्रेस के नेता कभी कहा करते थे, जनसंघ के जमाने में। बड़े-बड़े नेता कहते थे- जनसंघ को जड़ से उखाड़कर फेंक देंगे। ये उनके बड़े-बड़े नेता बोलते थे जी। और आज की कांग्रेस कहती है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। जनसंघ को मिटाने की, भाजपा को मिटाने की अनेक बार साजिशें हुईं। और ये तो वो लोग हैं जिन्होंने मुझे भी जेल में डालने के लिए, क्या-क्या जाल नहीं बिछाई, लेकिन वो पूरी तरह नाकाम रहे। हम अगर बचे हैं, फले हैं-फूले हैं तो जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से। देशवासियों के प्यार से बढ़े हैं। देशवासियों का अपार प्रेम, यही तो हमारी पूंजी है, यही हमें सामर्थ्य देता है। यही हमें शक्ति देता है। देशवासियों के आशीर्वाद से हम आगे बढ़े हैं, बढ़ रहे हैं और बढ़ते ही रहेंगे। हम यहां से आगे बढ़ेंगे तो वो भी देशवासियों के विश्वास से बढ़ने वाले हैं।

साथियों,


भाजपा ये वो पार्टी नहीं है, जो अखबारों से, टीवी स्क्रीन की चमक से पैदा हुई हो। ये भाजपा ट्विटर हैंडलों और यू-ट्यूब के चैनलों से पैदा नहीं हुई है। ये भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के त्याग, तपस्या से बनी हुई है। भाजपा जमीन पर काम करके आगे बढ़ी है। भाजपा गांव में, खेत खलिहानों में, गरीबों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर, तपकर के आगे बढ़ी है। मुझे बहुत सारे लोग कहते हैं अरे मोदी जी, अब सत्ता मिल गयी, दो-दो बार प्रधानमंत्री बन गए, अभी भी क्यों इतना दौड़ते रहते हो, क्यों भागते रहते हो, अरे कभी तो मौज करो, आराम करो। लेकिन उन लोगों को पता नहीं है बीजेपी कार्यकर्ता की नियति, आराम करना, बैठना, मौज करना हो नहीं सकती है। भाजपा के कार्यकर्ता के लिए देश की आशाएं, लोगों की आकांक्षाएं, उनके सपने ही उसकी ड्राइविंग फोर्स होती है। इसी के लिए भाजपा कार्यकर्ता दिन-रात दौड़ता है, भागता है, काम करता है, वो रुकता नहीं है, थकता नहीं है, झुकता भी नहीं है। लेकिन साथियों, हमें याद रखना है, हमारी ये लड़ाई आसान नहीं है। भाजपा को डगर डगर पर भ्रष्टाचार से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर भाई-भतीजावाद से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर संप्रदायवाद से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर जातिवाद से लड़ना है। भाजपा को डगर डगर पर भारत विरोधी विदेशी ताकतों और उनके इकोसिस्टम से लड़ना है। क्योंकि यही वो चुनौतियां हैं जिन्होंने देश का बहुत बड़ा नुकसान किया है, बहुत समय तक नुकसान किया है।

साथियों,


बहुत सौभाग्य से, अनेकों के त्याग-तपस्या से हमें आज़ादी के अमृतकाल में राष्ट्र की सेवा करने का, राष्ट्रनिर्माण करने का अवसर मिला है। हम भारतीयों ने मिलकर 2047 तक, जब आज़ादी का सौ साल मनाएंगे तब तक विकसित भारत का लक्ष्य रखा है। आज़ादी के अमृत महोत्सव से लेकर आज़ादी के 100 वर्ष तक, देश की इस यात्रा में प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को जी तोड़ मेहनत करनी ही करनी है। हमारे कार्यकर्ताओं को लंबी पारी के लिए तैयार करना चाहिए। दल को बनाने में जिस तरह अनेक पीढ़ियां खप गईं, उसी तरह देश आगे बढ़ाने के लिए हमें भी अपनी पीढ़ियों को खपाना होगा।

साथियों,


मैं आपको फरवरी 2018 में इसी कार्यालय में कही हुई अपनी एक बात को आज याद दिलाना चाहता हूं। 2018 में इसी भवन का लोकार्पण करते हुए मैंने कहा था कि ये कार्यालय हमारी कर्मभूमि है, लेकिन भारत की सीमा ही हमारे कार्यों की सीमा है। हमें इस भवन से ऊर्जा लेकर, सूपंर्ण भारत की सीमा को ही अपना कार्य क्षेत्र बनाना है। मुझे पूरा विश्वास है, आप सब इसी तपस्या के साथ देश के सपनों को साकार करते रहेंगे। जो सपना हमने पहले देखा था, उसे हम आज पूरा होता देख रहे हैं। जो सपना हम आज देख रहे हैं, वो भविष्य में पूरा होकर रहेगा। इसी विश्वास के साथ, आज के इस मंगल अवसर पर और नवरात्रि के पावन त्योहारों के बीच मैं आप सब को, देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएँ देता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद!


भारत माता की।भारत माता की।भारत माता की।


वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे,वंदे।

  • krishangopal sharma Bjp December 18, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩,,
  • krishangopal sharma Bjp December 18, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩,
  • krishangopal sharma Bjp December 18, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • दिग्विजय सिंह राना September 20, 2024

    हर हर महादेव
  • JBL SRIVASTAVA May 27, 2024

    मोदी जी 400 पार
  • Vaishali Tangsale February 12, 2024

    🙏🏻🙏🏻👏🏻
  • ज्योती चंद्रकांत मारकडे February 11, 2024

    जय हो
  • Rajshekhar Hitti September 22, 2023

    Jai Bharat mata
  • Uma Nair May 18, 2023

    https://indianexpress.com/article/cities/bangalore/97-mlas-crorepatis-karnataka-new-assembly-55-have-criminal-charges-adr-8612890/ what is BJP doing about corrupt bailwalas
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Women are among the highest beneficiaries of Mudra scheme: PM Modi
April 08, 2025
QuoteMudra Yojana is not limited to any specific group but aims to empower the youth to stand on their own feet: PM
QuoteMudra Yojana has a transformative impact in fostering entrepreneurship and self-reliance: PM
QuoteMudra Yojana has brought a silent revolution with shift in the societal attitude about entrepreneurship: PM
QuoteWomen are among the highest beneficiaries of Mudra scheme: PM
Quote52 crore loans have been disbursed under the scheme, a monumental achievement unparalleled globally: PM

लाभार्थी - सर आज मैं शेयर करना चाहूंगा मेरा स्टोरी जो की एक पेट हॉबी से कैसा की मैं एंटरप्रेन्योर बना और मेरा जो बिजनेस वेंचर है उसका नाम है K9 वर्ल्ड, जहां पर हम लोग हर प्रकार के पेट सप्लाईज, मेडिसिंस और पेट्स प्रोवाइड करवाते हैं सर। सर मुद्रा लोन मिलने के बाद सर हम लोगों ने काफी सारे फैसिलिटी स्टार्ट किए, जैसे की पेट बोर्डिंग फैसिलिटी स्टार्ट किए हम लोग, जो भी like पेट पेरेंट्स है अगर वो कहीं बाहर जा रहे हैं सर, तो हमारे पास वो छोड़कर जा सकते हैं और उनके पेट हमारे यहां पर रहते हैं होमली एनवायरमेंट में सर। पशुओं के लिए मेरा जो like प्रेम है, वो सर अलग ही है, like मैं खुद खाऊं ना खाऊं, वह मैटर नहीं करता, बट उनको खिलाना है सर।

प्रधानमंत्री - तो घर में सब लोग तंग आ जाते होंगे आपसे?

लाभार्थी - सर इसके लिए मैं अपने सारे डॉग्स के साथ सेपरेट, सेपरेट like स्टे है, सेपरेट स्टे है, और मैं आपको भी बहुत धन्यवाद बोलना चाहूंगा सर, बिकॉज़ सर आप ही के कारण काफी सारे जो पशुप्रेमी हैं और NGO वर्कर्स है, अभी वो अपना काम सर ओपनली कर पाते हैं, बिना कोई रोक-टोक के ओपनली कर पाते हैं सर। मेरा जो निवास है वहां पर सर टोटली mentioned है, अगर आप पशुप्रेमी नहीं है, सर आप अलाउड नहीं है।

प्रधानमंत्री - यहां आने के बाद काफी आपकी पब्लिसिटी हो जाएगी?

लाभार्थी - सर ओबवियसली।

प्रधानमंत्री - आपका हॉस्टल छोटा पड़ जाएगा।

लाभार्थी - पहले जहां पर मैं महीने में 20000 कमा पाता था, सर अभी वहां पर मैं महीने में 40 से 50 हजार कमा पाता हूं।

प्रधानमंत्री - तो अभी आप एक काम कीजिए, जो बैंक वाले थे।

लाभार्थी - हां जी सर।

प्रधानमंत्री - जिसके समय आपको लोन मिला, एक बार उन सबको बुलाकर के आपके सारे चीज दिखाइए और उनको धन्यवाद कीजिए, उन बैंक वालों का, की देखिए आपने मेरे पर भरोसा किया और यह काम जो ज्यादा लोग हिम्मत नहीं करते, आपने मुझे लोन दिया, देखिए मैं कैसा काम कर रहा हूं।

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लाभार्थी - डेफिनेटली सर।

प्रधानमंत्री – तो उनको अच्छा लगेगा कि हां उन्होंने कोई अच्छा काम किया है।

लाभार्थी - वह ना एक माहौल को वह जो एकदम पिन ड्राप साइलेंस माहौल होता है कि पीएम का ओरा है उसको उन्होंने थोड़ा सा तोड़ा और वह हमारे साथ थोड़ा सा घुले-मिले, तो वह एक चीज मुझे बहुत अट्रैक्टिव लगी उनकी और दूसरी सबसे इंपोर्टेंट चीज कि वह बहुत ही ज्यादा गुड लिस्नर है।

लाभार्थी - I am Gopikrishnan, Entrepreneur based of mudra loan from Kerala. Pradhan Mantri Mudra Yojana has transformed me into a successful entrepreneur. My business continues to thrive bring renewable energy solutions to households and offices while creating job opportunities.

प्रधानमंत्री - आप जब दुबई से वापस आए तो आपका प्लान क्या था?

लाभार्थी – मैं वापस आया कि मैं यह मुद्रा लोन के बारे मैं मेरे को इनफॉरमेशन मिला था, इसलिए मैं वह कंपनी resign किया है।

प्रधानमंत्री - अच्छा आपको वहीं पता चला था?

लाभार्थी – हां। और रिजाइन करके, इधर आकर फिर यह मुद्रा लोन को अप्लाई करके, यह शुरू किया है।

प्रधानमंत्री - एक घर पर सूर्यघर का काम पूरा करने में कितना दिन लगता है?

लाभार्थी – अभी मैक्सिमम दो दिन।

प्रधानमंत्री - 2 दिन में एक घर का काम कर लेते हैं।

लाभार्थी – काम करते है।

प्रधानमंत्री - आपको डर लगा हो कि ये पैसे में दे नहीं पाऊंगा, तो क्या होगा, मां-बाप भी डांटते होंगे, ये दुबई से घर वापस चला आया, क्या होगा?

लाभार्थी – मेरी मां को थोड़ा टेंशन था, लेकिन वह भगवान की कृपा से सब कुछ हो गया।

प्रधानमंत्री - उन लोगों का क्या रिएक्शन है जिनको पीएम सूर्यघर से अब मुफ्त बिजली मिल रही है, क्योंकि केरल में घर नीचे होते हैं, पेड़ बड़े होते हैं, सूर्य बहुत कम आता है, बारिश भी रहती है, तो उनको कैसा लग रहा है?

लाभार्थी – ये लगाने के बाद उन लोगों को बिल कितना 240-250 के अंदर ही आता है। 3000 वालों को अभी 250 rupees का अंदर ही आता है बिल।

प्रधानमंत्री - अभी आप हर महीने कितने का काम करते हैं? अकाउंट कितना होगा?

लाभार्थी – ये अमाउन्ट मेरे को...

प्रधानमंत्री - नहीं इनकम टैक्स वाला नहीं आएगा, डरो मत, डरो मत।

लाभार्थी – ढाई लाख मिल रहा है।

प्रधानमंत्री – ये वित्त मंत्री मेरे बगल में बैठे हैं, मैं उनको बताता हूं, वह आपके यहां इनकम टैक्स वाला नहीं आएगा।

लाभार्थी – ढाई लाख से ऊपर मिलते हैं।

लाभार्थी – सपने वो नहीं जो हम सोते वक्त देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते हैं। मुसीबतें होंगी और मुश्किलें भी आएंगी, जो संघर्ष करेगा, वही सफलता पाएगा।

लाभार्थी – I am the founder of हाउस ऑफ़ पुचका. घर पर खाना-वाना बनाते थे तो हाथों में टेस्ट अच्छा था, तो सबने सजेस्ट किया कि आप कैफे फील्ड में जाओ। फिर उसमें रिसर्च करके पता चला कि प्रॉफिट मार्जिन वगैरा भी अच्छा है, तो फूड कॉस्ट वगैरा मैनेज करेंगे, तो आप एक सक्सेसफुल बिजनेस रन कर सकते हैं।

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प्रधानमंत्री - एक यूथ, एक जनरेशन है, कुछ पढ़ाई की तो उनको लगता है कि नहीं-नहीं मैं तो कहीं नौकरी करके सेटल हो जाऊंगा, रिस्क नहीं लूंगा। आप में रिस्क टेकिंग कैपेसिटी है।

लाभार्थी – जी।

प्रधानमंत्री - तो आपके रायपुर के भी दोस्त होंगे और corporate वर्ल्ड के दोस्त होंगे, स्टूडेंट दोस्त भी होंगे। उन सब में इसकी क्या चर्चा है? क्या सवाल पूछते हैं? उनको क्या लगता है? ऐसा कर सकते हैं? करना चाहिए, उनको भी आगे आने का मन करता है?

लाभार्थी – सर मैं जैसे कि अभी मेरी ऐज 23 ईयर्स है, तो मेरे पास अभी रिस्क टेकिंग एबिलिटी भी है, और टाइम भी है, तो यही समय होता है, मैं ना यूथ को लगता है कि हमारे पास फंडिंग नहीं है, बट वह गवर्नमेंट स्कीम्स के बारे में अवेयर नहीं है, तो मैं अपनी साइड से यहीं उन्हें सजेशन देना चाहूंगी, आप थोड़ा रिसर्च करो, जैसे मुद्रा लोन भी है, वैसे पीएम ईजीपी लोन भी है, कई लोन जो आपको विदाउट mortgage मिल रहे हैं, तो अगर आप में पोटेंशियल है तो आप जब ड्रॉप करो, क्योंकि sky has no limits for you, तो आप बिजनेस करिए और जितना चाहे उतना grow कर सकते हैं।

लाभार्थी – सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो जिन्हें छत तक जाना है, अपनी मंजिल आसमान है रास्ता हमें खुद बनाना है। I am MD, Mudasir Naqasbandi, the owner of Bake My Cake, Baramulla Kashmir. We have become job creators from job seekers with the successful business. We have provided stable jobs for 42 persons from remote areas of Baramulla.

प्रधानमंत्री - आप इतना बहुत तेजी से प्रोग्रेस कर रहे हैं, जिस बैंक ने आपको लोन दिया, लोन देने से पहले आपकी स्थिति क्या थी?

लाभार्थी – Sir, overall that was 2021 before this I was not in lacs or crores, I was just in thousands.

प्रधानमंत्री – आपके यहां भी यूपीआई का उपयोग होता है?

लाभार्थी – सर शाम को जब कैश चेक करते है तो I get very disappointed because 90% transactions UPI होती है, and we have just 10% of cash in hand.

लाभार्थी – एक्चुअली मुझे वह बहुत ज्यादा पोलाइट लगे और ऐसा लग ही नहीं कि He is the Prime Minister of our country, ऐसा लग रहा था कोई हमारे साथ का और हमें गाइड कर रहा है, So वह एक humbleness उनकी तरफ से show हुआ।

प्रधानमंत्री - सुरेश आपको यह कहां से जानकारी मिली, पहले क्या काम करते थे, परिवार में पहले से क्या काम है?

लाभार्थी – सर पहले से मैं जॉब करता था।

प्रधानमंत्री – कहां पर?

लाभार्थी – वापी में, और 2022 में फिर मुझे ख्याल आया कि जॉब से कुछ होने वाला नहीं है, तो खुद का बिजनेस स्टार्ट करू।

प्रधानमंत्री - वापी में जो आप डेली ट्रेन में जाते थे, रोजी-रोटी कमाते थे, वह ट्रेन की जो दोस्ती बड़ी गजब होती है, तो ये....

लाभार्थी – सर मैं सिलवासा में रहता हूं और जॉब में वापी में करता था, अब मेरा सिलवासा में ही है।

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प्रधानमंत्री - मैं जानता हूं सब अप-डाउन वाली गैंग हैं वो, लेकिन वह लोग अब पूछते होंगे कि तुम ये कैसे कमाने लग गए हो, क्या कर रहे हो? उनमें से किसी का मन करता है कि वह भी मुद्रा लोन ले, कहीं जाए?

लाभार्थी – हां सर अभी रिसेंटली जब मैं यहां पर आ रहा था, तो मेरा एक फ्रेंड ने भी वही मेरे को बोला कि अगर हो सके तो मुझे भी थोड़ा गाइड करना मुद्रा लोन के लिए।

प्रधानमंत्री - सबसे पहले तो मेरे घर में आप सबका आने के लिए मैं धन्यवाद करता हूं। हमारे यहां शास्त्रों में कहा जाता है कि जब मेहमान घर में आते हैं और उनके चरण रज पड़ती है तो घर पवित्र हो जाता है। तो मैं बहुत स्वागत करता हूं आपका। आप सबके भी कुछ अनुभव होंगे, किसी का कोई बहुत इमोशनल ऐसा अनुभव हो, अपना काम करते हुए। अगर किसी को कहने का मन करता है तो मैं सुनना चाहता हूं

लाभार्थी – सर सबसे पहले मैं सिर्फ आपसे इतना कहना चाहूंगी, चूंकि आप मन की बात कहते भी और सुनते भी हैं, तो आपके सामने एक बहुत छोटे शहर रायबरेली की महिला व्यापारी खड़ी है, जो इस बात का प्रमाण है कि आपके सहयोग और समर्थन से जितना फायदा MSMEs को हो रहा है, मतलब मेरे लिए बहुत ही भावनात्मक समय है यहां पर आना और हम आपसे वादा करते हैं कि हम भारत को विकसित भारत मिलकर बनाएंगे, जिस तरीके का आप सहयोग और बिल्कुल बच्चों की तरह ट्रीट कर रहे हैं आप MSMEs को, चाहे हमें लाइसेंस लेने में जो प्रॉब्लम्स आती थीं, गवर्नमेंट से वह नहीं होती हैं, या फंडिंग को लेकर...

प्रधानमंत्री - आप चुनाव लड़ना चाहती हैं?

लाभार्थी – नहीं-नहीं सर यह सिर्फ मेरी मन की बात है जो मैंने आपसे बोली है, जी-जी क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि यह प्रॉब्लम पहले मैं फेस कर रही थी, कि लोन वगैरा जब लेने जाते थे तो मना होता था।

प्रधानमंत्री - आप यह बताइए, आप करती क्या है?

लाभार्थी – बेकरी-बेकरी

प्रधानमंत्री - बेकरी

लाभार्थी – जी-जी।

प्रधानमंत्री - अभी कितना पैसा आप कमाती हो?

लाभार्थी – सर जो महीने का मेरा टर्न ओवर हो रहा है वह ढाई से तीन लाख रुपए का हो रहा है।

प्रधानमंत्री – अच्छा, और कितने लोगों को काम देती है?

लाभार्थी – सर हमारे पास 7 से 8 लोगों का ग्रुप है।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – जी।

लाभार्थी – सर मेरा नाम लवकुश मेहरा है, मैं भोपाल मध्य प्रदेश से हूं। चूंकि पहले मैं जॉब करता था सर, किसी के यहां नौकरी करता था तो नौकर था सर, आपने हमारी गारंटी ली है सर, मुद्रा लोन के माध्यम से और सर आज हम मालिक बन गए सर। मैंने, एक्चुअली मैं एमबीए हूँ। और फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री का मुझे बिल्कुल नॉलेज नहीं था। मैंने 2021 में अपना काम चालू किया और सर मैंने पहले बैंकों को अप्रोच किया, मुझे 5 लाख की उन्होंने सीसी लिमिट मुद्रा लोन की दी। लेकिन सर मुझे डर ये लगता था कि पहली बार इतना बड़ा लोन ले रहे हैं, पटा पाएंगे कि नहीं पटा पाएंगे। तो मैं उसमें से तीन-साढे तीन लाख ही खर्च करता था सर। आज की डेट में सर 5 लाख से साढ़े 9 लाख का मेरा मुद्रा लोन हो गया है और मेरा फर्स्ट ईयर 12 लाख का टर्नओवर था, जो कि आज के डेट में लगभग more than 50 लाख हो गया।

प्रधानमंत्री - आपके अन्य मित्र होंगे उनको लगता है कि भई जीवन का यह भी एक तरीका है

लाभार्थी – यस सर।

प्रधानमंत्री - आखिरकार मुद्रा योजना यह कोई मोदी की वाहा-वाही के लिए नहीं है, मुद्रा योजना मेरे देश के नौजवानों को अपने पैरों पर खड़े रहने की हिम्मत और उनका हौसला बुलंद होता चले, मैं रोजी-रोटी कमाने के लिए क्यों भटकूंगा, मैं 10 लोगों को रोजी-रोटी दूंगा।

लाभार्थी – जी सर

प्रधानमंत्री - यह मिजाज पैदा करना है, यह आपके अगल-बगल के लोगों के अनुभव में आता है?

लाभार्थी – यस सर। मेरा जो गांव है- बाचावानी मेरा एक गांव है भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर। वहां कम से कम दो-तीन लोगों ने किसी ने कोई ऑनलाइन डिजिटल की शॉप खोली है, किसी ने कोई फोटो स्टूडियो के लिए उन्होंने भी एक-एक, दो-दो लाख का लोन लिया है और मैंने उनकी हेल्प भी की है सर। Even मेरे जो फ्रेंड्स है सर....

प्रधानमंत्री - क्योंकि अब आप लोगों से मेरी अपेक्षा है, आप लोगों को रोजगार तो दें, लेकिन आप लोगों को कहिए की कोई गारंटी के बिना पैसा मिल रहा है, घर में क्यों बैठे हो, जाओ भई, बैंक वालों को परेशान करो।

लाभार्थी – मैंने सिर्फ इस मुद्रा लोन की वजह से अभी रिसेंटली 6 महीने पहले 34 लाख का अपना खुद का घर लिया है।

प्रधानमंत्री – ओ हो।

लाभार्थी – इतना मैं 60-70 हजार की जॉब करता था, आज मैं per month more than 1.5 lakh खुद का कमाता हूं सर।

प्रधानमंत्री - चलिए, बहुत-बहुत बधाई आपको।

लाभार्थी – और सब आपकी वजह से Thank You So Much Sir.

प्रधानमंत्री – खुद की मेहनत काम करती है भाई।

लाभार्थी – मोदी जी का ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा हमको कि हम प्रधानमंत्री जी से बात कर रहे हैं। ऐसे लगा की कोई हमारे घर का, परिवार का बड़ा कोई सदस्य हमसे बात कर रहा है। वो किस तरीके से यह मतलब नीचे उनकी जो मुद्रा लोन की स्कीम जो चल रही है उसमें कैसे हम लोग सफल हुए हैं, वह पूरी कहानी उन्होंने समझी। उन्होंने जिस तरह से हमको मोटिवेट किया कि आप भी उस मुद्रा लोन के और भी लोगों को अवेयर कीजिए ताकि और empower और लोग अपना व्यापार स्टार्ट कर सके।

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लाभार्थी – मैं भावनगर गुजरात से आया हूं।

प्रधानमंत्री - सबसे छोटे लगते हैं आप?

लाभार्थी – यस सर।

प्रधानमंत्री – इस सारी टोली में?

लाभार्थी – मैं फाइनल ईयर में हूं और 4 महीने....

प्रधानमंत्री - तुम पढ़ते और कमाते हो?

लाभार्थी – यस।

प्रधानमंत्री – शाबाश!

लाभार्थी – मैं आदित्य टेक लैब का फाउंडर हूं जिसमें मैं 3D प्रिंटिंग, रिवर्स इंजीनियरिंग और रैपिड प्रोटो टाइपिंग और साथ-साथ में थोड़ा रोबोटिक्स का वर्क भी करता हूं, क्योंकि मैं फाइनल ईयर mekatronix स्टूडेंट हूं, तो ऑटोमेशन और वो सब में ज्यादा रहता है। तो जैसे की मुद्रा लोन से मुझे ये, जैसे कि अभी मेरी ऐज 21 है तो उसमें स्टार्ट करने में सुना था बहुत की लोन लेने का प्रोसेस बहुत कंपलेक्स है, इस साल में नहीं मिलेगी, कौन बिलीव करेगा, अभी तो एक-दो साल जॉब का एक्सपीरियंस करो, बाद में लोन मिलेगी। तो जैसे सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक है वहां हमारे भावनगर में तो वहां जाकर मैंने मेरा आइडिया, कि मैं क्या करना चाहता हूं, वह सब बताया, तो उन लोगों ने कहा की ठीक है, आपको मुद्रा लोन जो किशोर कैटिगरी है 50000 से 5 लाख तक उसके अंडर, तो मैंने 2 लाख की लोन ली और 4 महीने से मैं शुरू करा उसको, तो सोम से शुक्रवार तक मैं कॉलेज जाता हूं और बाद में वीकेंड्स में भावनगर रहकर मेरा वर्क पेंडिंग है वह खत्म कर देता हूं और अभी मैं महीने का 30 से 35000 कमा रहा हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – हां।

प्रधानमंत्री – कितने लोग काम करते हैं?

लाभार्थी – अभी मैं रीमोटली वर्क करता हूं।

प्रधानमंत्री – तुम दो दिन काम करते हो।

लाभार्थी – मैं रीमोटली वर्क करता हूं, मम्मी पापा है घर पर, वह पार्ट टाइम में मेरी हेल्प कर देते हैं। फाइनेंशियल सपोर्ट तो मिलता है मुद्रा लोन से, बट खुद में जो बिलीव करना है ना, Thank You Sir!

लाभार्थी – अभी हम मनाली में अपना बिजनेस कर रहे हैं! सबसे पहले मेरे हस्बैंड सब्जी मंडी में काम करते थे फिर शादी के बाद जब मैं उनके साथ गई तो मैंने उनको कहा कि किसी के पास काम करने से अच्छा है हम दोनों एक दुकान खोलते हैं, सर फिर हमने सब्जी की दुकान की तो सर जैसे सब्जी रखते रहे धीरे-धीरे मतलब सर लोग बोलने लगे, आटा-चावल रखो, फिर सर पंजाब नेशनल बैंक का स्टाफ हमारे पास सब्जी लेने आता था, तो मैंने ऐसे उनसे बात की कि अगर हमने पैसे लेने हो, क्या हमें मिलेंगे, तब उन्होंने पहले मना कर दिया, मतलब यह 2012-13 की बात है, फिर मैंने बोला ऐसे.....

प्रधानमंत्री - आप यह 2012-2013 कह रहो हो, कोई पत्रकार को पता चलेगा तो आपको कहेंगे कि पुरानी सरकार को गाली दे रहे हैं।

लाभार्थी – तो फिर उन्होंने, नहीं-नहीं, फिर उन्होंने बोला कि आपके पास प्रॉपर्टी वगैरह है, मैंने बोला नहीं, जैसे ही यह मुद्रा लोन का पता चला ना जब, यह स्टार्ट हुआ 2015-16 में तब जैसे मैंने उनसे कहा कि ऐसे-ऐसे, उन्होंने खुद ही बताया हमें कि एक योजना चली है, अगर आपको चाहिए तो। सर मैंने बोला हमें चाहिए, तो उन्होंने हमें कोई कागज, पत्र कुछ नहीं मांगा। उन्होंने ढाई लाख रुपये हमें फर्स्ट टाइम दिये। वह ढाई लाख रुपये मैंने दो-ढाई साल में उनको वापस दिए, उन्होंने मुझे फिर ₹500000 दिये, फिर मैंने राशन की एक शॉप खोल ली, फिर वह दोनों शॉप मुझे छोटे पड़ने लगी, सर मेरा काम बहुत बढ़ने लगा, यानी कि जो मैं दो ढाई लाख साल में कमाती थी, आज मैं 10 से 15 लाख साल में काम रही हूं।

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प्रधानमंत्री – वाह।

लाभार्थी - फिर उन्होंने, मैंने 5 लाख भी कंप्लीट कर दिया, तो उन्होंने मुझे 10 लाख दिया, सर मैंने 10 लाख भी कंप्लीट कर दिया तो ढाई साल में ऐसे ही, तो अब उन्होंने मुझे 2024 नवंबर में 15 लाख दे दिया। और सर मेरा काम बहुत ज्यादा बढ़ रहा है और मुझे अच्छा लग रहा है कि अगर हमारे प्रधानमंत्री ऐसे हैं और अगर वह हमारा साथ दे रहे हैं, तो हम भी उनका साथ ऐसे ही देंगे, हम कहीं भी ऐसे गलत नहीं होने देंगे कि हमारा भी करियर खराब हो, कि हां जी उन लोगों ने ऐसे पैसे वापस नहीं दिए। बैंक वाले अब मैं, बैंक वाले तो बोले रहे थे 20 लाख ले लो, तो मैंने बोला अब हमें नहीं चाहिए, फिर भी उन्होंने बोला 15 लाख रखो जरूरत हो निकालो तो, ब्याज बढ़ेगा, नहीं निकालोगे तो नहीं बढ़ेगा। पर सर आपकी यह स्कीम मुझे बहुत अच्छी लगी।

लाभार्थी – I came from AP. I don’t know Hindi, but I will speak in Telugu.

प्रधानमंत्री - कोई बात नहीं अब तेलुगू बोलिए।

लाभार्थी – Is it sir!! I got married in 2009 sir. I remained as a housewife until 2019.I was trained with Regional training centre of Canara bank for thirteen days for the manufacturing of Jute bags.I got 2 lakhs loan under mudra yojana through the bank.I have started my business in November 2019. Canara bank people believed in me and sanctioned Rs.2 lakhs. They did not ask for any surety, no help was needed to get the loan. I got the loan sanctioned without any surety.In 2022 because of my loan repayment history, Canara bank has sanctioned additional Rs.9.5 lakhs. Now fifteen people are working under me.

प्रधानमंत्री – यानी 2 लाख से शुरू किया, साढ़े 9 लाख तक पहुंच गए।

लाभार्थी – Yes Sir!

प्रधानमंत्री – How many people are working with you?

लाभार्थी – 15 members sir.

प्रधानमंत्री – 15.

लाभार्थी – All are housewives and all are RCT (Rural self-employment centre) trainees.I used to be one of the trainees, now I am also one of the faculty. I am very much grateful for this opportunity. Thank you Thank you Thank you very much sir.

प्रधानमंत्री – Thank you, Thank You धन्यवाद।

लाभार्थी – सर मेरा नाम पूनम कुमारी है। सर मैं बहुत ही गरीब फैमिली से हूं, बहुत गरीब फैमिली थी हमारी, इतना गरीब....

प्रधानमंत्री – आप दिल्ली पहली बार है आई?

लाभार्थी – Yes Sir.

प्रधानमंत्री – वाह।

लाभार्थी – और मैं फ्लाइट में भी पहली बार बैठी हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – इतनी गरीबी थी मेरे यहां कि मैं अगर एक टाइम खाती थी तो दूसरा बार सोचना पड़ता था, लेकिन सर बहुत हिम्मत जुटा चुकी मैं किसान परिवार से हूं।

प्रधानमंत्री – आप बिल्कुल स्वस्थ होकर के।

लाभार्थी – क्योंकि मैं किसान परिवार से हूं तो मुझे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था तो मैंने अपने हस्बैंड से बात की, कि क्यों ना हम कुछ लोन लेकर के कुछ अपना ही बिजनेस शुरू करते हैं, तो मेरे हस्बैंड ने बोला कि है हां तुम बिल्कुल अच्छे से सजेशन दे रही हो, हमें करना चाहिए, तो मेरे हस्बैंड ने दोस्त वगैरह से बात की है तो उन लोगों ने बताया की मुद्रा लोन आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा, आप करिए। फिर मैं बैंक वालों के पास गई वहां एसबीआई बैंक (जगह का नाम अस्पष्ट) फिर वो लोगों ने बताया कि हां आप ले सकते हैं बिना किसी भी वो कागजात के। तो सर मैं वहां से मुझे 8 लाख का स्वीकृत किया गया लोन और मैं बिजनेस शुरू की सर। मैं 2024 में ही ली हूं सर और बहुत अच्छा ग्रोथ हुआ सर।

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प्रधानमंत्री – क्या काम करती हो?

लाभार्थी – सर सीड्स का.. जिसमें मेरे हस्बैंड बहुत हेल्प करते हैं मार्केट का काम अधिकतर वो करते हैं मैं एक कर्मचारी भी रखी हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – यस सर। और बहुत आगे बढ़ रही हूं सर मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही लोन को ये कंप्लीट करूंगी, मुझे पूरा विश्वास है।

प्रधानमंत्री – तो अभी एक महीने का कितना कमा सकती है?

लाभार्थी – सर 60000 तक हो जाता है।

प्रधानमंत्री – अच्छा 60000 रुपया। तो परिवार को विश्वास हो गया?

लाभार्थी – बिल्कुल सर, बिल्कुल। आज मैं आत्मनिर्भर हूं आपकी इस योजना की वजह से।

प्रधानमंत्री – चलिए बहुत बढ़िया काम किया आपने।

लाभार्थी – Thank You Sir! मुझे आपसे बात करने की बहुत इच्छा थी सर, मुझे विश्वास नहीं था कि मैं, मैं भी मोदी जी से मिलने जा रही हूं, मुझे बिलीव ही नहीं हो रहा था। जब मैं यहां आ गई दिल्ली तो मुझे अरे रियली मैं जा रही हूं। Thank You Sir, मेरे हस्बैंड भी आने के लिए थे कि तुम जा रही हो चलो गुड लक।

प्रधानमंत्री – मुझे मेरा मकसद यही है कि मेरे देश का सामान्य-सामान्य नागरिक वो इतना विश्वास से भरा हुआ हो, मुसीबतें होती हैं, हर एक को होती हैं। जिंदगी में कठिनाइयां होती हैं। लेकिन अगर मौका मिले तो कठिनाइयों को परास्त करके जीवन को आगे बढ़ाना और मुद्रा योजना ने यही काम किया है।

लाभार्थी – Yes Sir!

प्रधानमंत्री – हमारे देश में बहुत कम लोग हैं, जिनको इन चीजों की समझ है कि साइलेंटली कैसे रेवोल्यूशन हो रहा है। ये बहुत बड़ा साइलेंट रेवोल्यूशन है।

लाभार्थी – सर मैं और लोगों को भी कोशिश करती हूं मुद्रा योजना के बारे में बताऊ।

प्रधानमंत्री – औरों को समझाना चाहिए।

लाभार्थी –बिल्कुल सर।

प्रधानमंत्री – देखिए हमारे यहां जब हम छोटे थे तो सुनते थे, कि उत्तम खेती, मध्यम व्यापार और कनिष्ठ नौकरी.. ऐसा सुनते थे, नौकरी को आखिरी गिनते थे। धीरे-धीरे समाज की मनोस्थिति ऐसी बदल गई कि नौकरी सबसे पहले, पहला काम भाई कहीं मिल जाए बस सेटल हो जाए। जिंदगी की surety हो जाती है। व्यापार मध्यम ही रहा और लोग यहां तक पहुंच गए खेती तो सबसे आखिरी में। इतना ही नहीं किसान भी क्या करता है अगर उसके तीन बेटे हैं तो एक को कहते हैं भाई तू खेती संभालना दो को कहते हैं तुम जाओ भाई कहीं रोजी-रोटी कमाओ। ये अब आपको ये जो मध्यम वाला विषय है कि व्यापार को हमेशा मध्यम माना गया है। लेकिन आज भारत का युवा उसके पास जो एंटरप्रेन्योर स्किल है, अगर उसको हैंड होल्डिंग हो जाए थोड़ी उसको मदद मिल जाए, तो बहुत बड़े परिणाम लाता है और इस मुद्रा योजना में किसी सरकार के लिए भी ये आंख खोलने वाला विषय है ये। सबसे ज्यादा महिलाएं आगे आई हैं, सबसे ज्यादा लोन के लिए अप्लाई करने वाली महिलाएं, सबसे ज्यादा लोन प्राप्त करने वाली महिलाएं, और सबसे जल्दी रिपेमेंट करने वाली भी महिलाएं हैं। यानी ये एक नया क्षेत्र और विकसित भारत के लिए जो संभावना है ना वो इस शक्ति में पड़ी हुई है वो दिखाई दे रहा है और इसलिए मैं समझता हूं कि हमें एक वातावरण बनाना चाहिए, आप जैसे लोग जो सफल हुए हैं आपको पता है अब आपको किसी पॉलिटिशियन की चिट्ठी की जरूरत नहीं पड़ी होगी। किसी MLA, MP के घर पर चक्कर नहीं काटना पड़ा होगा, आपको मेरा विश्वास है किसी को एक रुपया भी देना नहीं पड़ा होगा। और बिना गारंटी को आपको पैसा मिलना और एक बार पैसा आए तो उसका सदुपयोग करना ये अपने आप में आपके जीवन में भी एक डिसिप्लिन ले आता है। वरना किसी को लगेगा यार ले लिया है चलो अब दूसरे शहर में चले जाए, कहां ढूंढता रहेगा वो बैंक वाला। ये जीवन को बनाने का एक अवसर देता है और मैं चाहता हूं कि मेरे देश के नौजवान ज्यादा से ज्यादा इस क्षेत्र में आए। आप देखिए 33 लाख करोड़ रुपया, ये देश के लोगों को बिना गारंटी दे दिए गए हैं। आप अखबार में तो पढ़ते होंगे, अमीरों की सरकार है। सभी अमीरों का टोटल लगा दोगे तो भी 33 लाख करोड़ नहीं मिला होगा उनको। मेरे देश के सामान्य मानवी को 33 लाख करोड़ रुपया आपके हाथ में दिए हैं, आप जैसे देश के होनहार युवा-युवतियों को दिए गए हैं। और इन सबने किसी ने एक को, किसी ने दो को, किसी ने 10 को, किसी ने 40-50 को रोजगार दिया है। यानी रोजगार देने का बहुत बड़ा काम ये इकोनॉमी को जनरेट करता है। उसके कारण प्रोडक्शन तो होता ही होता है, लेकिन जो सामान्य मानवी कमाता है तो उसको लगता है चलो पहले साल में एक शर्ट लेते थे अब दो ले लेंगे। बच्चों को पढ़ाने से संकोच करते थे अब चलो पढ़ाएंगे, तो ऐसी हर चीज का एक समाज जीवन में बड़ा लाभ होता है। अब इस योजना को 10 साल हो गए हैं। सामान्यतः सरकार में उसका स्वभाव क्या रहता है कि एक निर्णय करें, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करे और घोषणा करे कि हम ऐसा करेंगे। उसके बाद कुछ लोगों को बुलाकर के दिया-विया जला दें, लोग ताली बजा दें, और अखबार वालों की चिंता करते रहते हैं तो अखबार में भी हेडलाइन छप जाए, और उसके बाद कोई पूछता नहीं है। ये सरकार ऐसी है कि एक योजना का 10 साल के बाद हिसाब लगा रही है, लोगों से पूछ रहे हैं कि भाई ठीक है हम तो कह रहे हैं कि ये हुआ लेकिन आप बताइए क्या हुआ। और जैसे मैं आपसे पूछ रहा हूं आज देश भर में आने वाले दिनों में ऐसे समूहों को मेरे सब साथी पूछने वाले हैं, उनसे मिलने वाले हैं, उनसे जानकारी लेने वाले हैं। और उसके कारण अगर कोई इसमें बदलाव लाना है, कुछ सुधार करना है तो वो उस दिशा में भी हम जाने वाले हैं। लेकिन हमारी कोशिश, अब देखिए लगातार शुरू में 50000 से 5 लाख किया। सरकार का कॉन्फिडेंस देखिए कि पहले सरकार भी सोचती थी, भाई 5 लाख से ऊपर मत दो डूब जाएंगे तो क्या करेंगे, ये तो मोदी के बाल नोच लेंगे सब लोग। लेकिन मेरे देश के लोगों ने मेरे विश्वास को तोड़ा नहीं, मेरा जो मेरे देशवासियों पर भरोसा था, उसको आप लोगों ने मजबूत किया। और उसके कारण मेरी हिम्मत हुई कि 50000 से 20 लाख पर पहुंच गए। ये निर्णय छोटा नहीं है, ये निर्णय तब होता है, जब उस योजना की सफलता और लोगों पर भरोसा और इसमें दोनों चीजें दिखती हैं। आप सबको बहुत शुभकामनाएं और मेरी आपसे अपेक्षा रहेगी, कि जैसे आप 5-10 लोगों को रोजगार देते हैं, वैसे 5-10 लोगों को मुद्रा योजना लेकर के कुछ अपना काम करने के लिए प्रेरित कीजिए, उनको हिम्मत दीजिए, ताकि उनको एक विश्वास बनेगा और देश में 52 करोड़ लोन दिए गए हैं, 52 करोड़ लोग नहीं होंगे जैसे सुरेश ने बताया कि उसने पहले ढाई लाख लिया, फिर 9 लाख लिया, तो दो लोन हुआ। लेकिन 52 करोड़ लोन, यानी अपने आप में बहुत बड़ा आंकड़ा है। दुनिया के किसी देश में ये सोच भी नहीं सकते हैं और इसलिए मैं कहता हूं और हमारी युवा पीढ़ी को हम तैयार करें, कि भाई आप खुद शुरू करो बहुत कुछ फायदा होगा। मुझे याद है, जब मैं गुजरात में था तो मेरा एक कार्यक्रम होता था- गरीब कल्याण मेला। लेकिन उसमें एक स्ट्रीट प्ले जैसा करते बच्चे अब मुझे गरीब नहीं रहना है, ऐसा एक लोगों को मोटिवेट करने वाला एक ड्रामा होता था, मेरे कार्यक्रम में। और फिर कुछ लोग स्टेज पर आकर के अपना जो राशन कार्ड होते थे और वो सब सरकार में वापस जमा कराते थे और कहते थे कि हम गरीबी से बाहर आ गए हैं, अब हमें फैसिलिटी नहीं चाहिए। फिर वो भाषण करते थे, कि मैंने कैसे ये परिस्थिति पलटी। तो एक बार मैं शायद वलसाड जिले में था, एक 8-10 लोगों की टोली आई और सबने अपना गरीबी वाली जितने बेनिफिट थे वो सरकार को सरेंडर किए। फिर उन्होंने अपना एक्सपीरियंस सुनाया, तो क्या था? वो आदिवासी लोग थे और आदिवासियों में वो भगत का काम भजन मंडली बजाना और शाम को गाना यही काम करते थे, तो वहां से उनको एक दो लाख रुपए का लोन मिला, तब तो ये मुद्रा योजना वगैरह नहीं थी, मेरी सरकार वहां एक स्कीम चलाती थी। उसमें से कुछ वो इंस्ट्रूमेंट लाए बजाने के, कुछ उनकी ट्रेनिंग हुई, इसमें से उन्होंने 10-12 लोगों की एक ये बैंड बाजे बजाने वालों की एक कंपनी बना दी। और शादी-ब्याह में फिर वो बजाने के लिए जाने लगे फिर उन्होंने अपना अच्छा यूनिफॉर्म बना दिया। और धीरे-धीरे-धीरे करके वो बहुत पॉपुलर हो गए और वो सब के सब अच्छी स्थिति में आ गए। हर कोई, हर महीने 50-60 हजार रुपए कमाने लग गया। यानी छोटी चीज भी कितना बड़ा बदलाव लाती है, मैंने अपनी आंखों के सामने ऐसी कई घटनाएं देखी हैं। और उसी में से मुझे इंस्पिरेशन मिलता है, आप ही लोगों में से मुझे इंस्पिरेशन मिलता है कि भाई हां, देखिए देश में ऐसी शक्ति एक में नहीं अनेकों में होगी, चलो ऐसा कुछ करते हैं। देश के लोगों को साथ लेकर के देश को बनाया जा सकता है। उनकी आशा-आकांक्षा परिस्थितियों का अध्ययन करके किया, ये मुद्रा योजना उसी का एक रूप है। मुझे विश्वास है कि आप लोग इस सफलता को और नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और अधिकतम लोगों को लाभ हो, और समाज ने आपको दिया है, आपने भी समाज को देना चाहिए, ऐसा नहीं होना चाहिए कि भाई चलो अब मौज करें, कुछ ना कुछ हमें भी समाज के लिए करना चाहिए, जिसके कारण मन को एक संतोष मिलेगा।

चलिए बहुत-बहुत धन्यवाद।