भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।  

विश्व विख्यात ज्ञान तथा मोक्ष के पवित्र नगरी के हम नमन कर ही !

विष्णुपद मंदिर के ई गौरवशाली, वैभवशाली भूमि पर अपने सबके अभिनंदन करीत ही !

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और एनडीए के सहयोगी, हम पार्टी के अध्यक्ष आदरणीय श्री जीतन राम मांझी जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे साथी नित्यानंद राय जी, बिहार सरकार के मंत्रिगण, एनडीए के सभी प्रतिनिधिगण, सांसदगण और मेरे प्यारे भाइयो और बहनो, सभी को मेरा प्रणाम। आज यहाँ मंच पर मेरे साथ राज्य सरकार में मंत्री डॉ प्रेम कुमार जी, संसद में मेरे साथी, श्रीमान राजीव रंजन लल्लन सिंह जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सांसदगण में डॉ सुशील कुमार सिंह, सांसद श्रीमान चंद्रशेखर यादव।      

गया जी के अलावा, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद और अरवल से भी यहां बड़ी संख्या में लोग एनडीए के उम्मीदवारों को आशीर्वाद देने आए हैं। दूसरे जिलों के भी हज़ारों साथी डिजिटल माध्यम से हमारे साथ जुड़े हैं। 

मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं।

भाइयो और बहनो, बिहार के चुनाव इस बार दो कारणों से अहम हैं। एक तो कोरोना महामारी के बीच ये दुनिया का पहला बड़ा चुनाव है, जहां इतनी बड़ी संख्या में मतदान होने वाला है। इसलिए नजर इस बात पर है खुद को सुरक्षित रखते हुए बिहार लोकतंत्र को मजबूत कैसे करता है।

दूसरा, ये चुनाव इस दशक में बिहार का पहला चुनाव है। एनडीए की जीत के साथ ये चुनाव इस दशक में बिहार की भूमिका को और मजबूत करेगा। 

साथियो, 90 के दशक में बिहार के लोगों का कितना अहित किया गया, बिहार को अराजकता और अव्यवस्था के किस दलदल में धकेल दिया, ये आप में से अधिकांश ने अनुभव किया है। आज भी बिहार की अनेक समस्याओं की जड़ में 90 के दशक की अव्यवस्था है, कुशासन है।

यहां अनेक युवा साथी हैं, जो पहली बार वोट डाल रहे हैं, या जिनका जन्म नई सदी में हुआ है। आपको अंदाजा नहीं है कि बिहार ने कितना लंबा रास्ता तय किया है। आज आप एक नए बिहार को बनते देख रहे हैं। बिहार में नई व्यवस्थाओं को बनते देख रहे हैं। लेकिन एक समय था जब बिहार में इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।

ये वो दौर था जब रेलवे स्टेशन पर रात में उतरने के बाद, लोग सुबह होने तक अपने घर नहीं जाते थे, सारी-सारी रात स्टेशन में ही बैठे रहते थे।

ये वो दौर था जब लोग गाड़ी नहीं खरीदते थे, ताकि एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनकी कमाई का पता न चल जाए।

ये वो दौर था जब एक शहर से दूसरे शहर में जाते वक्त ये पक्का नहीं रहता था कि उसी शहर पहुंचेंगे या बीच में किडनैप हो जाएंगे। ये वो दौर था जब बिजली संपन्न परिवारों के घर में होती थी, गरीब का घर दिए और ढिबरी के भरोसे रहता था।

आज के बिहार में लालटेन की जरूरत खत्म हो गई है। आज बिहार के हर गरीब के घर में बिजली का कनेक्शन है, उजाला है।

साथियो, एक वो दौर था जब बिहार के गांवों में सड़कों से जाना एक सपना होता था। बड़ी-बड़ी गाड़ियों का अंजर-पंजर हिल जाता था, किसी गांव तक पहुंचने तक। एक आज का समय है जब बिहार का करीब-करीब हर गांव सड़क से जुड़ गया है। पीएम सड़क योजना के तहत लगभग 22 हजार करोड़ की सड़कें बिहार के गांवों में बनाई गई हैं।  

 

साथियो, आज बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, IIT, IIM जैसे संस्थान खोले जा रहे हैं। यहां बोधगया जी में भी तो IIM खुला है जिस पर सैंकड़ों करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

वरना बिहार ने वो समय भी देखा है, जब यहां के बच्चे छोटे-छोटे स्कूलों के लिए भी तरस जाते थे।

साथियो, गया जी का ये पूरा क्षेत्र भारत के ज्ञान, आस्था और आध्यात्म का केंद्र रहा है। ये कितनी बड़ी बिडंबना है कि जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ, उस धरती को नक्सली हिंसा और जघन्य हत्याकांडों में झोंक दिया गया।

बीते वर्षों में बिहार के इस हिस्से को नक्सलियों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। अब नक्सलवाद को देश के एक छोटे से हिस्से में समेट दिया गया है।

हिंसा और अराजकता से बाहर निकालकर इस पूरे क्षेत्र को विकास की पटरी पर लाने के लिए बीते सालों में बहुत मेहनत की गई है। नवादा और औरंगाबाद सहित बिहार के वो जिले जो विकास की दौड़ में बहुत ज्यादा पीछे छूट गए, उनको आकांक्षी जिलों के तौर पर चुना गया है।

इन जिलों में अब शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऐसे तमाम पहलुओं को प्राथमिकता दी जा रही है।    

ऐसे में बिहार को फिर उस पुराने अंधकार में ले जाने की जो तैयारी की जा रही है, जो ललचाए बैठे कुछ लोग हैं, आपको उससे सावधान रहना है, सतर्क रहना है।

 

भाइयो और बहनो, NDA के विरोध में इन लोगों ने मिलकर जो ‘पिटारा’ बनाया है, जिसे ये लोग महागठबंधन कहते हैं, उसकी रग-रग से बिहार का एक-एक नागरिक वाकिफ है। 

वो लोग जो नक्सलियों को, हिंसक गतिविधियों को खुली छूट देते रहे, आज वो NDA के विरोध में खड़े हैं। देश को तोड़ने की, देश को बांटने की वकालत करने वालों पर जब एक्शन लिया जाता है, तो ये लोग उनके साथ खड़े हो जाते हैं। इन लोगों का मॉडल रहा है बिहार को बीमार और लाचार बनाना।

एनडीए का संकल्प है- बिहार को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना।

साथियो, बीते सालों में गरीब, दलित, वंचित, शोषित, पिछड़े, अतिपिछड़ों के सशक्तिकरण के लिए एक के बाद एक बड़े सुधार किए गए हैं।

अब गरीबों और वंचितों को उनके हक का पूरा लाभ दिलाने का सफल प्रयास किया जा रहा है। सुशासन के लिए टेक्नॉलॉजी को आधार बनाया गया है। आज आप देखते हैं कि आपके मोबाइल फोन पर ही सरकार की ज्यादातर सेवाएं और सुविधाएं दे दी गई हैं।

अब आपको बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से मुक्ति मिली है। पहले राशन हो, गैस सब्सिडी हो, पेंशन हो, स्कॉलरशिप हो, हर जगह घोटाला-घपला चलता था। अब आधार, फोन और जनधन खाते से सब जुड़ चुका है। अब गरीब को उसका पूरा हक समय पर मिलना सुनिश्चित हुआ है। 

भाइयो और बहनो, बिहार के रहने वालों का खून-पसीना इस देश के हर हिस्से की मिट्टी में गुंथा हुआ है। फिर भी दशकों तक वे बुनियादी ज़रूरतों से वंचित रहे। जबकि उनके द्वारा चुने गए नेताओं ने उनके ही रुपये से अपना साम्राज्य बना डाला।

अब जबकि नेता सेवक के रूप में काम कर रहे हैं शासक के रूप में नहीं तो लोगों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जा रहा है। जिनके सिर पर छत नहीं थी, उन्हें अब पक्का घर दिया जा रहा है। जो जहरीले धुएं से त्रस्त थे, वे अब एलपीजी गैस सिलेंडर पर खाना बना रहे हैं। जो गांव और घर वर्षों से अंधेरे में डूबे हुए थे, उनमें अब बिजली है।

जो लोग उचित उपचार का खर्च नहीं उठा सकते थे, वे अब बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। जिनके पास कोई संसाधन नहीं थे, उनके सपनों को पूरा करने के लिए अब मुद्रा ऋण का हौसला है। जिन लोगों ने कभी बैंक में कदम नहीं रखा, उनके पास पैसा अब सीधे उनके बैंक खातों में भेजा जा रहा है।

कोरोना के इस संकटकाल में भी आपने देखा है कि कैसे इसकी मदद से गरीबों के बैंक खातों में, किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए गए हैं।

साथियो, टेक्नॉलॉजी ने बिहार में भी अपनी ताकत दिखाई है कि कैसे वो गरीब सशक्त करने का काम कर रही है। अब बेईमानी करने वाले को 100 बार सोचना पड़ता है। इसलिए इन लोगों को ये सुधार, ये सुशासन पसंद नहीं आ रहा है। इन सुधारों से जहां गरीब को नई ताकत मिली है, वहीं दशकों तक सत्ता में रहे इन लोगों को दिक्कत हो रही है।

यही कारण है कि आज वो हर सुधार, हर रिफॉर्म का विरोध करने में जुटे हैं।

 

साथियो, कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने भार के गांवों के लिए बहुत बड़ी योजना की शुरुआत हुई है, इस योजना में भी टेक्नोलॉजी की बहुत बड़ी भूमिका है और इसका नाम है ‘स्वामित्व योजना’। इस योजना के बाद गांव के लोगों को भी, गांव की जमीन पर बने घर का मालिकाना हक मिलेगा, कानूनी दस्तावेज मिलेगा। ‘स्वामित्व योजना’ हमारे गांवों में अनेकों विवादों के समाप्त करने का बहुत बड़ा माध्यम बनेगी। 

‘स्वामित्व योजना’ के तहत मिलने वाला प्रॉपर्टी कार्ड गांव के लोगों को बिना किसी विवाद के प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने का रास्ता साफ करेगा। प्रॉपर्टी कार्ड मिलने के बाद गांव के लोग अपने घर पर कब्जे की आशंका के बगैर कहीं पर भी आ जा सकेंगे। प्रॉपर्टी कार्ड मिलने के बाद गांव के घरों पर भी बैंक से आसान लोन मिल पाएगा। बिहार चुनाव के बाद, एनडीए सरकार बनने के बाद इस योजना को बिहार में भी लागू किया जाएगा। अभी 6 राज्यों में पायलेट प्रोजेक्ट चालू किया है।  

 

साथियो, जिन लोगों ने बिहार को बर्बाद किया, उनकी राजनीति गरीबी, अभाव, शोषण के खाद पानी से ही फलती फूलती रही है। अगर गरीब, वंचित, दलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, आदिवासी सशक्त हो गए आत्मनिर्भर हो गए तो उनकी पूछ कैसे होगी?

लेकिन मैं आपको आश्वस्त करता हूं- ये लोग कुछ भी कर लें, बिहार ने अब सुधार की राह में रफ्तार पकड़ ली है। इसे धीमा नहीं होने दिया जाएगा।

अब हमारा फोकस इस पूरे क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने, और तेज करने पर है। पटना-गया जी-डोभी फोरलेन सड़क हो, किउल से गया जी के रेलखंड का दोहरीकरण हो, सभी पर तेजी से काम चल रहा है। विशेषरूप से पानी की कमी से हमारी बहनों को, हमारे किसानों को होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए प्राथमिकता पर काम हो रहा है।

 

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत बिहार में बीते 5-6 सालों में 23 हज़ार हेक्टेयर से ज्यादा भूमि को सिंचाई के दायरे में लाया जा चुका है।

मोक्ष और जीवनदायनी फल्गु नदी के जीर्णोधार के लिए भी हर ज़रूरी उपाय किए जा रहे हैं।

भाइयो और बहनो, लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार की बहनों से मैंने कहा था कि आपको पीने के पानी की समस्या का समाधान देकर रहेंगे। इस दिशा में जल जीवन मिशन के तहत तेजी से काम चल रहा है। बिहार में नीतीश जी की सरकार के साथ मिलकर कोरोना काल में भी 60 लाख से ज्यादा परिवारों को ये सुविधा दी जा चुकी है।

अगले कुछ वर्षों में बिहार देश के उन राज्यों में होगा, जिसमें हर घर में पाइप से पानी की सप्लाई होने लगेगी। वैसे पानी जैसे अहम विषय पर भी बिहार में किस तरह काम होता रहा है इसका बहुत बड़ा उदाहरण रही है उत्तर कोयल परियोजना। चार दशक पहले 40 साल सोचिए, चार दशक पहले इस पर काम शुरू हुआ था। इतनी सरकारें आई और चली गईं लेकिन वो कम कभी अटकता रहा, कभी लटकता रहा, कभी भटकता रहा, उसका काम पूरा नहीं हुआ 40 साल के बाद भी। 

उत्तर कोइल परियोजना को पूरा करने का काम एनडीए की सरकार ने ही किया है। इससे गया जी समेत इस क्षेत्र के कई जिलों में हजारों हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिली है।



साथियो, दुनिया में कोई भी जगह हो लोग वहां जाना पसंद करते हैं, जहां उन्हें जरूरी सुविधाएं मिलें। टूरिस्ट वहां जाना ज्यादा पसंद करता है, जहां और सुविधाओं के साथ-साथ मोबाइल नेटवर्क भी अच्छा हो, इंटरनेट अच्छा हो, सड़कें अच्छी हों, रहने का इंतजाम अच्छा हो- इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए बौद्ध सर्किट योजना के तहत बोध गया जी में भी जरूरी सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। 

 

बोध गया जी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनने के बाद तो यहां आने वाले टूरिस्टों को और ज्यादा आसानी होगी। एनडीए सरकार कुशीनगर में भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनवा रही है और जब कुशीनगर और बोध गया जी के बीच संपर्क बढ़ेगा, ये दोनों पवित्र स्थान जब हवाई मार्ग से जुड़ेंगे तो इसका लाभ गया जी में रहने वाले लोगों को भी होगा। 

 

बौद्ध टूरिस्ट आसानी से यहां आएंगे और जगह भी जा पाएंगे, यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।

       

 

साथियो, जिन आशाओं और अपेक्षाओं के साथ आपने केंद्र में हमें अवसर दिया, उनको तेज़ी से पूरा करने के लिए बिहार में फिर भाजपा, जेडीयू, HUM पार्टी और VIP का गठबंधन यानी NDA सरकार ज़रूरी है।

श्रीमान नीतीश जी की अगुवाई में यहां बेहतर तालमेल वाली, तेज़ी से काम करने वाली सरकार बने, इसके लिए आपको मतदान जरूर करना है। 

हां, इस बार कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बहुत सारी सावधानियां हमें रखनी है। आपका वोट इसलिए जरूरी है ताकि बिहार फिर से ‘बीमार’ ना पड़ जाए। सतर्कता इसलिए ज़रूरी है ताकि आप और आपका परिवार बीमारी से बचा रहे। 

एक बार फिर भारी संख्या में यहां आने के लिए, एनडीए को आशीर्वाद देने के लिए बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ पूरी ताकत से हाथ ऊपर करके बोलिए। 

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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நாம் அனைவரும் கடந்த சில தினங்களில் நாட்டின் திறனையும் அதன் கட்டுப்பாட்டையும் பார்த்தோம்.

நான் முதலில் பாரதத்தின் வீரம் மிகுந்த படைகளுக்கும் ஆயுதம் தாங்கிய சேனைகளுக்கும் நமது உளவுத்துறையினருக்கும் நமது விஞ்ஞானிகளுக்கும் நாட்டின் ஒவ்வொரு குடிமகனின் தரப்பிலிருந்தும் வணக்கம் செலுத்த விரும்புகிறேன்.

நம்முடைய வீரம் மிகுந்த ராணுவ வீரர்கள் ஆப்ரேஷன் சிந்தூரின் இலக்குகளை அடைவதற்காக எல்லையில்லாத வீரத்தை வெளிப்படுத்தியிருக்கிறார்கள்.

நான் அவர்களது வீரத்திற்கும், துணிச்சலுக்கும், பராக்கிரமத்திற்கும் வணக்கம் செலுத்துகிறேன்.

நாட்டின் ஒவ்வொரு அன்னைக்கும், ஒவ்வொரு சகோதரிக்கும் மற்றும் ஒவ்வொரு மகளுக்கும் இந்த பராக்கிரமத்தை சமர்ப்பிக்கிறேன்.

நண்பர்களே, ஏப்ரல் 22ம் தேதி பகல்காமில் தீவிரவாதிகள் காட்டிய அந்த காட்டுமிராண்டித்தனம் நம் நாட்டையும், உலகையும் அதிர்ச்சியடையச் செய்தது. விடுமுறை காலத்தை கழிக்கவந்த குற்றமற்ற அப்பாவி குடிமகன்களை அவர்களது மதம் என்ன என்று கேட்டு,,,, அவர்களது குடும்பத்திற்கு முன்னே,,,, அவர்களது குழந்தைகளுக்கு முன்னே இரக்கமில்லாமல் கொன்றனர்.

இது தீவிரவாதத்தின் மிகவும் வெறுக்கத்தக்க முகமாகும். இது கொடூரம் மிகுந்தது. இந்தியாவின் ஒற்றுமையை உடைப்பதற்கு முயற்சி மேற்கொள்ளப்பட்டது, எனக்கு தனிப்பட்ட முறையில் மிகுந்த வலியை தந்தது.

இந்த தீவிரவாத தாக்குதலுக்கு பிறகு முழு நாடும்

ஒவ்வொரு குடிமகனும், ஒவ்வொரு சமூகமும், ஒவ்வொரு வர்கமும், ஒவ்வொரு அரசியல் கட்சியும்

ஒரே குரலில் தீவிரவாதத்திற்கு எதிராக கடுமையான பதில் நடவடிக்கை எடுக்க அறிவுறுத்தின.

நாங்கள் தீவிரவாதிகளை மண்ணோடு மண்ணாக்க, இந்தியப் படைகளுக்கு முழு அனுமதி கொடுத்தோம்

இன்று ஒவ்வொரு தீவிரவாதியும், தீவிரவாதத்தினால் ஏற்படும் தொல்லையை புரிந்துகொண்டிருக்கிறார்கள்.

அதாவது, நமது சகோதரிகள், மகள்கள் நெற்றியில் உள்ள குங்குமத்தை அழிப்பதற்கான அந்த செயலின் பிரதிபலன் என்னவாக இருக்கும் என்று அவர்கள் புரிந்துகொண்டிருப்பார்கள்.

நண்பர்களே,

ஆப்ரேஷன் சிந்தூர் ஒரு ‍பெயர் மட்டுமல்ல

இந்த நாட்டின் கோடி கோடி மக்களின் எண்ணங்களின் ஒரு பிரதிபலிப்பு

ஆப்ரேஷன் சிந்தூர் நியாயத்தை நிலை நாட்டுவதற்கான ஒரு உறுதிமொழி

மே 6 ம் தேதி இரவு, மே 7 ம் தேதி காலை இந்த முழு உலகமும் அந்த உறுதியின் முடிவு என்ன என்பதை கண்டார்கள்.

இந்தியாவின் ராணுவம், பாகிஸ்தானின் தீவிரவாத முகாம்களின் மீது

அவர்களுடைய பயிற்சி மையங்கள் மீது சரியாக தாக்குதல் நடத்தினார்கள்

தீவிரவாதிகள் தங்களுடைய கனவில்கூட, பாரதம் இத்தகைய முடிவு எடுக்கும் என்று யோசித்திருக்க மாட்டார்கள்

ஆனால், நாடு ஒன்றிணைந்து செயல்பட்டபோது, நாடுதான் முதலில் என்ற எண்ணம் நிரம்பி வழிந்து நாட்டின் நலனே முதலில் என்ற எண்ணம் ஏற்பட்டது

அடிப்படையான முடிவு எடுக்கும்போது, அது சரியான முடிவுகளை கொண்டுவந்து தருகிறது

பாகிஸ்தானின் தீவிரவாத முகாம்களின் மீது பாரதம் ஏவுகணைகள் மூலம் தாக்குதல் நடத்தியபோது,

பாரதம் ட்ரோன்கள் மூலமாக தாக்குதல் நடத்தியபோது, தீவிரவாதக் குழுக்களின் கட்டிடங்கள் மட்டுமல்ல, அவற்றின் நம்பிக்கையும் தவிடுபெடியானது.

பகவல்பூர் மற்றும் முரிதுகே போன்ற தீவிரவாதிகளின் வாழ்விடங்கள், உலக தீவிரவாதிகளின் பல்கலைக்கழகமாக விளங்கியது

உலகில் மிகப்பெரிய தீவிரவாத தாக்குதல் எங்கேயாவது நடந்தால்,

செப்டம்பர் 11 ம் தேதி அமெரிக்காவில் நடந்த தாக்குதலாக இருக்கட்டும்

லண்டன் பாதாள ரயில் தாக்குதலாக இருக்கட்டும் அல்லது பாரதத்தில் பல ஆண்டுகளாக நடந்த பெரிய பெரிய தீவிரவாத தாக்குதலாக இருக்கட்டும்

இவற்றின் தொடர்பு எப்படியாவது இந்த தீவிரவாத முகாம்களோடு இணைந்திருந்தது

தீவிரவாதிகள் நமது சசோதரிகளின் நெற்றி குங்குமத்தை அழித்தனர். இதனால் பாரதம் தீவிரவாதத்தின் தலைமை பீடத்தை இப்போது அழித்திருக்கிறது.

பாரதத்தின் இந்த தாக்குதல்களில் நூற்றுக்கும் அதிகமான கொடுமையான தீவிரவாதிகள் இறந்திருக்கிறார்கள்.

தீவிரவாதத்தின் பல கிளைகள்

கடந்த 25-30 ஆண்டுகளாக வெளிப்படையாக பாகிஸ்தானில் உலாவி வருகிறார்கள்.

இவர்கள் இந்தியாவிற்கு எதிராக தாக்குதல்கள் நடத்தி வந்தார்கள்.

அவர்களை பாரதம் ஒரே அடியில் அழித்து விட்டது.

நண்பர்களே,

பாரதத்தின் இந்த நடவடிக்கையின் மூலம், பாகிஸ்தான் மிகப்பெரிய நிராசையில் வீழ்ந்து விட்டது.

தோல்வி மனப்பான்மையில் வீழ்ந்து விட்டது.

நிலைகுலைந்து போய் விட்டது.

இந்த நிலைகுலைவின் காரணமாக பாகிஸ்தான் மற்றுமொரு அசட்டுத்தனமான நடவடிக்கை எடுத்தது.

தீவிரவாதத்தின் மீது பாரதத்தின் நடவடிக்கைகளுக்கு துணைபோவதை விட்டுவிட்டு, பாகிஸ்தான் பாரதத்தின் மீது தாக்குதல் நடத்தியது.

பாகிஸ்தான் நமது பள்ளிகள், கல்லூரிகள், குருத்வாராக்கள், கோயில்கள், சாமான்ய குடிமக்களின் வீடுகளை குறியாகக் கொண்டு தாக்குதல் நடத்தியது.

பாகிஸ்தான் நம்முடைய ராணுவ முகாம்களை குறிவைத்து தாக்குதல் நடத்தியது.

ஆனால், இதில்கூட பாகிஸ்தானின் முகத்திரை கிழிக்கப்பட்டது.

பாகிஸ்தானின் ட்ரோன்கள், ஏவுகணைகள் ஆகியவை பாரதத்தின் முன்னே செயலிழந்து போனதை உலகம் கண்டது.

இந்தியாவின் பலம் வாய்ந்த பாதுகாப்பு கட்டுமானங்கள், அவற்றை வானிலேயே தடுத்து அழித்தன.

பாகிஸ்தான் எல்லைப் பகுதியில், தாக்குதல் நடத்த தயாராக இருந்தது.

ஆனால், பாரதம் பாகிஸ்தானின் மையப்பகுதியில் தாக்குதல் நடத்தியது.

பாரதத்தின் ட்ரோன்கள், ஏவுகணைகள் சரியாக தாக்குதல் நடத்தின.

பாகிஸ்தானின் விமானப்படையின் ஏர் பஸ் விமானங்களுக்கு சேதம் ஏற்படுத்தினோம்.

இந்த விமானங்கள் மீது பாகிஸ்தானுக்கு மிகுந்த கர்வம் இருந்தது

பாரதம் முதல் மூன்று நாட்களில் பாகிஸ்தானில் ஏற்படுத்திய அழிவுகள் எப்படிப்பட்டவை என்பது இதுவரை யாருக்கும் தெரியாது.

எனவே,

பாரதத்தின் தாக்குதல் செயல்பாடுகளுக்கு பிறகு, பாகிஸ்தான் தப்பிப்பதற்கான வழிமுறைகளை தேட தொடங்கியது

பாகிஸ்தான் உலகம் முழுவதிலும் இந்த தாக்குதலை குறைப்பதற்கான வழிமுறைகளை செய்யுங்கள் என வேண்டியது.

மேலும், முற்றிலுமாக அடிவாங்கிய பின்னர், மே 10 ம் தேதி மதியத்திற்கு மேல் ஒரு கட்டாயத்தின் காரணமாக, பாகிஸ்தான் ராணுவத்தளபதி நம்முடைய ராணுவத்தளபதியோடு தொடர்பு கொண்டார்.

அதுவரை நாம் தீவிரவாத கட்டமைப்புகளை மிகப்பெரிய அளவில் அழித்து விட்டோம்.

தீவிரவாதிகளை சாவின் எல்லைக்கு கொண்டு சென்றோம்.

பாகிஸ்தான் தன் நெஞ்சத்தில் மறைத்து வைத்திருந்த தீவிரவாத முகாம்களை நாம் அழித்து விட்டோம்.

இதனால், பாகிஸ்தானிலிருந்து பெரிய அழுகுரல் கேட்கத் தொடங்கியது.

பாகிஸ்தான் தரப்பிலிருந்து இது சொல்லப்பட்டபோது,

அதாவது, அவர்களது தரப்பிலிருந்து தீவிரவாத தாக்குதலோ, அல்லது ராணுவத்தின் மூலம் அசட்டுத்தனமான தாக்குதல்களோ இனிமேல் இருக்காது என்று சொன்னபோது,

உடனே, பாரதம் அதை பற்றி யோசனை செய்தது.

நான் மீண்டும் சொல்கிறேன்.

பாகிஸ்தானின் தீவிரவாத ராணுவ முகாம்கள் மீது எங்களுடைய பதிலடி நடவடிக்கைகள் இப்போது சிறிதுகாலத்திற்கு நிறுத்தப்பட்டிருக்கிறது.

வருகிற நாட்களில்

பாகிஸ்தானின் ஒவ்வொரு நடவடிக்கையும் நாங்கள் தீவிரமாக கண்காணிப்போம்.

அது எந்த மாதிரியான வழிமுறைகளை பின்பற்றுகிறது என்பதை பார்ப்போம்.

நண்பர்களே,

பாரத்தின் மூன்று படைகளும், நம்முடைய விமானப்படை, நம்முடைய தரைப்படை, கடற்படை, நம்முடைய எல்லைப் பாதுகாப்புப்படை, பாரதத்தின் துணை ராணுவப்படை அனைத்தும் எப்போதும் தயார்நிலையில் இருக்கின்றன

சர்ஜிக்கல் ஸ்டிரைக் மற்றும் வான்வழி தாக்குதலுக்கு பிறகு இப்போது ஆப்ரேஷன் சிந்தூர் பாரதத்தின் வழிமுறையாகி விட்டது.

ஆப்ரேஷன் சிந்தூர், தீவிரவாதத்திற்கு எதிராக ஒரு புதிய கோட்டை கிழித்துள்ளது.

ஒரு புதிய அளவுகோல், ஒரு புதிய தரக்கட்டுப்பாடு உருவாகி இருக்கிறது.

முதலில், பாரதத்தின் மீது தீவிரவாத தாக்குதல் நடந்தால் அதற்கு சரியான பதிலடி கொடுக்கப்படும்.

நாங்கள் எங்களுடைய வழிமுறையில், எங்களுடைய விதிமுறைகளுக்கேற்ப, பதிலடி தருவோம்.

தீவிரவாதத்தின் வேர்கள் எங்கெல்லாம் இருக்கின்றனவோ, அங்கெல்லாம் சென்று கடுமையான நடவடிக்கை எடுப்போம்.

இரண்டாவதாக, பாரதம் அணுஆயுத தாக்குதல் என்ற மிரட்டலையெல்லாம் பொருத்துக்கொள்ளாது.

அணுஆயுத தாக்குதல் என்கின்ற மிரட்டலோடு செயல்படுகின்ற தீவிரவாத முகாம்கள் மீது பாரதம் நிச்சயமாக நடவடிக்கை எடுக்கும்

மூன்றாவதாக, தீவிரவாதத்தை ஆதரிக்கும் நாடு மற்றும் தீவிரவாத குழுக்கள் இவற்றை நாங்கள் வேறுபடுத்தி பார்க்கவில்லை.

ஆப்ரேஷன் சிந்தூர் நடவடிக்கையின் மூலம், உலகம் பாகிஸ்தானின் உண்மையான ரூபம் என்ன என்று பார்த்திருக்கிறது.

கொல்லப்பட்ட தீவிரவாதிகளின் உடல் நல்லடக்கம் செய்யப்பட்டபோது,

பாகிஸ்தான் ராணுவத்தின் மிகப்பெரிய அதிகாரிகள் அதில் கலந்துகொண்டனர்.

ஒரு நாட்டால் ஆதரிக்கப்படும் தீவிரவாதத்திற்கு இதைவிட பெரிய சாட்சி என்ன இருக்கிறது.

நாங்கள் பாரதம் மற்றும் எங்களுடைய குடிமக்களுக்கு எந்தவிதமான ஆபத்தும் ஏற்படாதவண்ணம் திடமான முடிவுகளை எடுப்போம்.

நண்பர்களே, யுத்த பூமியில் நாங்கள் ஒவ்வொரு முறையும் பாகிஸ்தானை தவிடுபொடியாக்கி இருக்கிறோம்.

மேலும், இந்த முறை ஆப்ரேஷன் சிந்தூர் ஒரு புதிய கோணத்தை சேர்த்திருக்கிறது.

நாங்கள் பாலைவனங்கள், மலைகள் மீது எங்களுடைய திறமையை மிக பிரமாதமாக வெளிப்படுத்தியிருக்கிறோம்.

மேலும்,

நியு ஏஜ் வார் பேரில் எங்களது திறமையை காண்பித்திருக்கிறோம்.

இந்த ஆப்ரேஷன் மூலமாக

நம்முடைய இந்தியாவிலேயே தயாரிப்போம் முறையில் தயாரிக்கப்பட்ட ஆயுதங்களின் திறமை உறுதி செய்யப்பட்டிருக்கிறது

21 ம் நூற்றாண்டின் போர் முறைகளில் இந்தியாவின் போர்க்கருவிகள் எப்படி இருக்கின்றன என்பதை இன்று உலகம் பார்த்துக்கொண்டிருக்கிறது

நண்பர்களே

இந்த மாதிரியான தீவிரவாதத்திற்கு எதிராக நாம் எப்போதும் ஒன்றிணைந்து செயல்படவேண்டும்

நம்முடைய ஒற்றுமை, நம்முடைய மிகப்பெரிய சக்தியாகும்

உண்மையில் இந்த யுகம், போருக்கானது அல்ல, ஆனால் இந்த யுகம் தீவிரவாதத்திற்கானதும் அல்ல, தீவிரவாதத்திற்கு எதிரான Zero Tolerance, ஒரு நல்ல உலகத்திற்கு உறுதி அளிக்கிறது

நண்பர்களே

பாகிஸ்தானின் ராணுவம், பாகிஸ்தானின் ஆட்சி எந்த வகையில் தீவிரவாதத்திற்கு துணைபோகின்றதோ அது ஒருநாள் பாகிஸ்தானை முடிவுக்கு கொண்டுவரும்

பாகிஸ்தான் தப்பிக்கவேண்டும் என்றால், தம் நாட்டில் உள்ள தீவிரவாத கட்டமைப்புகளை சுத்தப்படுத்தவேண்டும்

இதைதவிர, அமைதிக்கு வேறு வழியே இல்லை

பாரதத்தின் நிலைப்பாடு மிகவும் தெளிவானது

தீவிரவாதமும் அமைதிப் பேச்சுவார்த்தையும் ஒருங்கே செல்லவியலாது

தீவிரவாதமும், வாணிகமும் ஒருங்கே செல்லவியலாது

மேலும், தண்ணீரும், ரத்தமும் ஒரேசேர பாய முடியாது

நான் இன்று உலக சமுதாயத்திற்கு ஒன்றை சொல்லிக்கொள்ள விரும்புகிறேன்

எங்களுடைய அறிவிக்கப்பட்ட நீதி என்னவென்றால்,

பாகிஸ்தானுடன் ஒருவேளை பேச்சுவார்த்தை நடந்தால் அது தீவிரவாதம் பற்றிதான் இருக்கும்

ஒருவேளை பாகிஸ்தானுடன் பேச்சுவார்த்தை நடந்தால் அது பாகிஸ்தான் ஆக்கிரமித்திருக்கின்ற காஷ்மீரை பற்றியதாக இருக்கும்

அன்புக்குரிய நாட்டுமக்களே

இன்று புத்த பூர்ணிமா

பகவான் புத்தர் நமக்கு அமைதியின் பாதையை காட்டியிருக்கிறார்

அமைதியின் பாதை பலத்தோடுதான் செல்கிறது

மனிதகுலம் அமைதி மற்றும் வளர்ச்சியின் பாதையில் நடக்கவேண்டும்

ஒவ்வொரு பாரதவாசியும் அமைதியோடு வாழ வேண்டும்

வளர்ச்சியடைந்த பாரதம் என்கின்ற நம்முடைய கனவு நிறைவேறவேண்டும்

இதற்காக பாரதம் சக்திசாலி நாடாக இருக்கவேண்டியது அவசியம்

மேலும் ‍தேவை ஏற்படும்போது இந்த சக்தியை நாம் பயன்படுத்த வேண்டும்

மேலும் கடந்த சில நாட்களில் பாரதம் இதைதான் செய்திருக்கிறது

நான் மீண்டும் ஒருமுறை பாரதத்தின் ராணுவம் மற்றும் ஆயுதப்படைகளுக்கு வணக்கம் செலுத்துகிறேன்

இந்த பாரத குடிமக்களின் நம்பிக்கைக்கும், ஒற்றுமைக்கும் வணக்கம் செலுத்துகிறேன்

நன்றி

பாரத் மாதாகி ஜெய்

பாரத் மாதாகி ஜெய்

பாரத் மாதாகி ஜெய்