Since 2014, our government made ‘Sabka Sath, Sabka Vikas’ its guiding mantra to work equally for every Indian: PM Modi in UP
We all remember how the leaders who based their politics on Dr. Ambedkar decieved his values and allied themselves with dynastic and caste politics: Prime Minister Modi
I am convinced that the people of UP will support us wholeheartedly in these elections: PM Modi

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय

आज डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर की जन्म जयंती है। मैं कहूंगा बाबा साहब अंबेडकर आप बोलेंगे अमर रहे अमर रहे। बाबा साहब अंबेडकर.. अमर रहे, अमर रहे। बाबा साहब अंबेडकर... अमर रहे, अमर रहे। जय भीम, जय भीम, जय भीम। मुरादाबाद, संभल और रामपुर के सभी साथियों को मेरा नमस्कार। पीतल नगरी में आप सभी के बीच फिर एक बार आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। पहले 2014 में और फिर 2017 में आपने इस चौकीदार का भरपूर समर्थन और सहयोग दिया। इसी प्यार और सहयोग का परिणाम है कि आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। बज रहा है कि नहीं बज रहा है? बज रहा है कि नहीं बज रहा है? संयुक्त राष्ट्र भी भारत का सम्मान कर रहा है। रूस भी भारत का सम्मान कर रहा है। साउथ कोरिया भी भारत का सम्मान कर रहा है। सऊदी अरब भी भारत का सम्मान कर रहा है। संयुक्त अरब अमीरात ये भी भारत का सम्मान कर रहा है। फिलिस्तीन भी भारत का सम्मान कर रहा है, और अफगानिस्तान भी भारत का सम्मान कर रहा है। दुनिया के अनेक देशों ने अपना नागरिक सर्वोच्च सम्मान 130 करोड़ हिंदुस्तानियों को दिया है। ये सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है, ये सम्मान आपका है। हर हिंदुस्तानी का है। मोदी तो सिर्फ एक निमित्त मात्र है। साथियो, दुनिया में उसी की बात सुनी जाती है जिसमें दम होता है। जो सिर्फ रोता रहता है उसकी कोई नहीं सुनता। जिस नए भारत को बनाने का संकल्प हम सबने लिया है। वो भारत दमदार भी होगा और असरदार भी होगा।

भाइयो- बहनो, पहले क्या होता था? पहले क्या होता था? पाकिस्तान से आतंकी आते थे, हमारे यहां धमाके कर के जाते थे, और कांग्रेस की सरकार दुनिया में रोती थी। हमें मारा, हमें मारा, महें मारा। यहीं करते थे न, रोना रोते थे न, लेकिन आज ये नया भारत है अब आतंक के सरपरस्तों ने जब उरी में गलती की तो देश के वीर जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक कर के दिन में तारे दिखा दिए थे। उन्होंने दूसरी बड़ी गलती पुलवामा में की तो हमने उन्हें एयर स्ट्राइक कर के घर में घुसकर मारा, और अब ये उधर वालों को भी समझ आ गया है कि अगर तीसरी गलती की तो लेने के देने पड़ जाएंगे। भाइयो –बहनो, आज आपका चौकीदार आपके बीच खड़ा है, और पाकिस्तान की पूरी सरकार दुनिया भर में रोती रहती है। रोती रहती है। आज पूरी दुनिया भारत के साथ खडी है, और पाकिस्तान के अपनों ने भी उससे मुंह फेर लिया है। जरा मेरे साथियो बताओ, आप बताएंगे। मैं सवाल पूछूं बताओगे? क्या भारत का दम दिख रहा है कि नहीं दिख रहा? भारत की ताकत दिख रही है कि नहीं दिख रही है? आप बताइए आपको दुबकने वाली सरकार चाहिए या दमदार हिंदुस्तान चाहिए? बहनो और भाइयो, भारत के पास दशक भर से सैटेलाइट को मारने वाली तकनीक थी। लेकिन कांग्रेस की सरकार से जब वैज्ञानिकों ने इजाजत मांगी। लेकिन वो रिमोर्ट कंट्रोल वाली सरकार लेकर बैठे थे। वो सरकार कांप रही थी।

 साथियो, जब इस चौकीदार की सरकार से वैज्ञानिकों ने पूछा तो मैंने कहा भाई अरे कल करे सो आज कर, और हमने सैटेलाइट को निशाना बनाने वाली मिसाइल की परीक्षण को तुरंत हरी झंडी दे दी। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक हो, भारत ने अतंरिक्ष में भी स्ट्राइक कर दी और अंतरिक्ष में भारत का शानदार प्रदर्शन आज चर्चा का विषय बना हुआ है। अब जल, थल अरे नभ और उससे भी आगे अंतरिक्ष में भी भारत पर हमला से पहले कोई 100 बार सोचेगा। भाइयो बहनो, दुनिया में जब भारत की ताकत बढ़ेगी तब हमारा व्यापार कारोबार भी तो बढेगा। मुरादाबाद के पीतल उद्योग, रामपुर का जरी उद्योग, संभल का हस्तशिल्प, इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार अगर हिंदुस्तान में ताकत होगी तब बढ़ने वाला है। भारत की छवि एक मजबूत देश की होगी तो दुनिया हमसे व्यापार भी करेगी दोस्ती भी रखेगी। जब दम होगा तभी अंतर्राष्ट्रीय जगत में भी हमारे हक में लोग फैसले लेने के लिए तैयार होंगे।

साथियो, आप बताइए क्या देश को ताकतवर बनाने की सोच सपा, बसपा ने कभी भी आपके सामने रखी है क्या? सपा, बसपा ने हिंदुस्तान के लिए एक शब्द बोला है क्या? भारत को कहां ले जाना है वो बोला है क्या? क्या सपा बसपा ने देश को दमदार बनाने की कोई फॉर्मूला आपके सामने रखी है क्या? रखी है क्या? जिनको इसकी समझ ही नहीं है, वो देश को दमदार बना सकते हैं क्या? जिनके एजेंडा में नहीं है वो कभी दुनिया में हिंदुस्तान का झंडा गाड़ सकते हैं क्या? क्या कांग्रेस और उसके दूसरे महामिलावटी साथियों ने कभी भी ऐसी सोच रखी है। भाइयो और बहनो, इन्होंने तो ऐसे लोगों को मैदान में उतारा है जिनको वंदे मातरम बोलने में भी परहेज है। जो वंदे मातरम का सम्मान नहीं कर सकता वो मां भारती का सम्मान क्या करेगा? इनकी सोच सिर्फ एक ही है। एक ही कार्यक्रम, वन प्वाइंट एजेंडा। सुबह शाम, दोपहर को रात को यहां जाओ, वहां जाओ, जहां जाओ... मोदी को गाली दो जोर जोर से गाली दो जितनी गालियां दे सकते हो देते रहो। जैसे कांग्रेस वाले मुझे वाले कहते हैं कि ये मोदी तो शौचालय का सौदागर है। ये मोदी तो शौचालय का चौकीदार है।

सपा के एक नेता ने कहा कि मोदी की बात शौचालय से शुरू होती है और शौचालय पर खत्म होती है। अरे बबुआ, शौचालय की चौकीदारी का महत्व क्या है? ये आप नहीं समझ पाएंगे। आपके पास आज विदेशी टाइलों, विदेशी टोटियों वाला टॉयलेट है लेकिन उन करोड़ों बहन बेटियों से पूछो जिनको आपने अंधेरे का इंताजर करने के लिए मजबूर कर के रखा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि आजादी के 70 साल के बाद मेरे देश की माताएं मेरे देश की बेटियां अगर शौच जाना है तो सुबह सूरज निकलने से पहले जाती थी या तो रात को सूरज ढलने का इंतजार करती थी। जरा ये पीड़ा क्या होती है ये विदेशी टोटियों वालों को पता नहीं चलता है। ये चौकीदार करोड़ों बहनों की गरिमा का चौकीदार बन पाया तो ये मेरे लिए सम्मान की बात है। आपके लिए शर्म की बात हो सकती है, चौकीदार के लिए सम्मान की बात है। हां, मुझे दुख इस बात का है। जिन सफाई कर्मचारियों का समाजवादी पार्टी अपमान कर रही है। उसे लेकर के भी बहन जी चुप है, और मैंने प्रयागराज में कुंभ के मेले में हमारे सफाई करने वाले भाई बहनों के पैर धोए तो बहन जी के पेट में पीड़ा हुई। अरे खैर मोदी को तो छोड़िए, मुझे तो इनकी गालियां सुनने का दो दशक का अनुभव है। अब मैं गालीप्रूफ हो गया हूं।

साथियो, सपा- बसपा- कांग्रेस की महामिलावट की यहीं मानसिकता है कि यूपी में बेटियों के साथ अत्याचार चरम पर था। प. यूपी में गुंडों ने बेटियों का जीना मुश्किल कर रखा था। योगी जी की सरकार ने इस गुंडागर्दी पर करारी चोट की। साथियो, इन लोगों की इसी मानसिकता की वजह से हमारी मुस्लिम बहन बेटियां तीन तलाक जैसे अत्याचार को सहने के लिए मजबूर है, और मैं ऐसी पीड़ित बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि 23 मई को जब चुनाव का नतीजा आएगा, और 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार, फिर एक बार मोदी सरकार, फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार बनने के बाद। ये तीन तलाक पर बना कठोर कानून फिर से संसद में लाया जाएगा। भाइयो औऱ बहनो, मुझसे कई बार लोग पूछते हैं कि मैं उनसे गठबंधन के बजाए महामिलावट क्यों कहता हूं। बताइए महामिलावट है कि नहीं है? ये महामिलावट है कि नहीं है? ये महामिलावट की महागिरावट पक्की है कि नहीं है? ये महामिलावट कि महागिरावट पक्की है कि कि नहीं है? मैं पूछता हूं कि इन्हें महामिलावट क्यों न कहूं? अब देखिए ये कैसे कैसे लोग साथ आए हैं ये किसने कहा था। जरा पुरानी बातें याद करिए। ये किसने कहा था कि बहन जी ने यूपी की जनता को इतना लूटा है कि इतना लूटा है कि उनकी मूर्तियों के फर्श टटोलोगे तो शायद उसमें से भी पैसा निकलेगा। ये इन्होंने एक दूसरे को कहा था कि नहीं था? बबुआ ने बुआ के सम्मान में ये बातें कही थी कि नहीं कही थी। आज बुआ का विशाल ह्रदय देखिए वो बबुआ को इतना सम्मान कर रही है इतना सम्मान कर रही है। बहन जी आज उस उम्मीदवार के लिए वोट मांगने में गर्व महसूस कर रही है। जो बाबा साहब अंबेडकर को भू माफिया कहता है और खुद यूनिवर्सिटी के नाम पर जमीन कब्जाता है। बहन जी उन उजड़ी दलित बस्तियों में दलितों की जमीन जिसने कब्जा किया है। उनके लिए आप किस मुंह से वोट मांगने जाओगी, और ये भी मत भूलिए ये वहीं साहब है जो डेढ़ दशक तक बहन जी को सद्दाम हुसैन जैसा हश्र करने की धमकी दे रहे हैं। साथियो, महामिलावट के एक और उम्मीदवार है जिनको बाबा साहब की मूर्ति को माला पहनाना भी मंजूर नहीं है।

लेकिन बहन जी इनके लिए वोट मांग रही है। वहीं हमारे बबुआ वो दिन भी भूल गए जब बहन जी ने नेताजी को पागल खाने भिजवाने की सलाह दिया करती थी। साथियो, राजनीति क्या-क्या न कराए, आज हाथी साइकिल पर सवार है और निशाने पर चौकीदार है। साथियो, असल में संकट अस्तित्व का था, अस्तित्व का था, और इसलिए पहले की सारी गालियां पीछे छूट गई, और नारा बन गया कि मेरा भी माफ तुम्हारा भी माफ वरना हो जाएंगे दोनों साफ। लेकिन भाइयो बहनो, क्या जनता इनको माफ करेगी क्या? इनकी झूठी बातों को स्वीकार करेगी क्या? भाइयो बहनो, इन्होंने क्या-क्या किया.. हाफ-हाफ किया है। आधा तुम्हारा, आधा मेरा। ऐसा किया है ना। ये हाफ-हाफ वालों को उत्तर प्रदेश पूरा साफ कर देगा, और एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी को पहले से भी ज्यादा सीटें देगा। ये मैं बिल्कुल धरती की हवा देख रहा हूं। दोस्तों मैं हिंदुस्तान के सभी राज्यों में जाकर आया। ऐसी लहर चल रही है ऐसी लहर चल रही है। इनका बचना मुश्किल है। अब मुझे बताइए अगर दिल्ली में सरकार बनानी है तो 272 सीट चाहिए कितनी सीट चाहिए? जो 40 सीट लड़ रहे हैं वो 272 लाएंगे क्या? ये आपके आंख में धूल झोंक रहे हैं कि नहीं झोंक रहे हैं?

भाइयो और बहनो, ये सत्ता के लिए अपनी वोट बैंक को निश्चित समुदाय को उसके ठेकेदार बनकर आज एक दूसरे को बेच रहे हैं। ट्रांसफर कर रहे हैं। वहीं आपका ये चौकीदार किसानों के खाते में 12 करोड़ किसानों के खाते में 75 हजार करोड़ रुपये ट्रासफर करने के लिए दिन रात एक कर रहा है। उनको वोट ट्रांसफर करवाना है। मुझे किसान के घर में रुपया ट्रांसफर करवाना है। मुरादाबाद, संभल और रामपुर के लाखों किसान परिवारों के खाते में पहली किस्त भी पहुंच चुकी है। जिनको नहीं मिली उनको भी जल्द ही मिल जाएगी, और एक और बात बताऊं अभी जो नियम है वो नियम है 5 एकड़ से कम भूमि वालों को पैसे देते हैं। लेकिन 23 मई को जब चुनाव का नतीजे आएगा। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। जब 23 मई तो फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी तो हम ये जो 5 एकड़ वाला नियम है उसको खत्म कर देंगे और ये मदद सभी किसानों को देने का निर्णय करेंगे। इतना ही नहीं, मेरे किसान भाइयो-बहनो हमने आपके लिए खेत मजदूरों के लिए एक बड़ा महत्वपूर्ण फैसला किया है।

23 मई को फिर एक मोदी सरकार बनने के बाद हमारे किसानों को छोटे किसानों को और हमारे खेत मजदूरों को 60 साल के बाद हर महीने उन्हें नियमित पेंशन मिलेगा। ये कभी कोई सोच सकता हैं क्या? न बुआ सोच सकती हैं न बबुआ सोच सकता हैं। कहीं लघु उद्योगों से जुड़े, कहीं घरों में काम करने वाले, कोई रेहड़ी चलाता है, कोई नाई की दुकान लेकर बैठा है, कोई टैक्सी का ड्राइवर है, कोई आपके घर में बर्तन साफ करता है, कोई आपके यहां खाना पकाता है। कोई भी जो छोटे छोटे हमारे कामगार है। घरों में काम करने वाले लोग हैं। मजदूरी करने वाले हैं, रिक्शा चलाने वाले हैं। उसी प्रकार से जो हमारे छोटे दुकानदार हैं। कहीं पान का गला लेकर बैठे हैं, कहीं ठेका लेकर बैठे हैं। कहीं सब्जी का ठेका लेकर बैठे हैं। इन सबको भी हमारी सरकार ने पेंशन देने का निर्णय लिया है। आप कल्पना कर सकते हैं। 60 साल बाद ये सम्मान से जीवन जी सकेंगे कि नहीं जी सकेंगे? किसी का मोहताज रहना पड़ेगा क्या? इसकी एक कड़ी के तौर पर हमने पीएम श्रम योगी मान धन योजना उसको तो शुरू भी कर दिया है। 23 मई को सरकार बनने के बाद योजनाओं का और विस्तार किया जाएगा।

साथियो, मुझे अहसास है कि यहां की चीनी मिलें बकाया चुकाने को लेकर भी कुछ न कुछ भी परेशानियां पैदा कर रही है। वो भी कान खोल कर के सुन लें कि चुनाव खत्म होने के बाद आपकी बारी आएगी, और मैं आपको भी भरोसा देता हूं कि योगी जी सरकार आपका एक-एक रुपया जल्द से जल्द दिलावा कर के रहेगी। और मैं भी यूपी का एमपी हूं, मैं भी इसके लिए पूरी ताकत लगाऊंगा। भाइयो बहनो, यहां का जो पीतल उद्योग है उसके विकास के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध है। योगी जी की सरकार पहले ही एक जनपद एक उत्पाद योजना चला रही है। इसके तहत कच्चे माल डिजाइन, परीक्षा, पदर्शन और मार्केटिंग जैसी सुविधाएं दे रही है। छोटे उद्योगों को GEM जैम यानी गवर्नमेंट e मार्केटप्लेस इसके साथ जोड़ रहा है। ताकी सरकारी कंपनियों को समान बेचने में आपको कोई असुविधा न हो। किसी बिचौलिए की जरूरत न पड़े। पिछले वर्ष ऐसे अनेक निर्णय सरकार ले चुकी है।

साथियो, अब बीजेपी ने संकल्प लिया है कि फिर एक बार सरकार बनने पर पहली बार राष्ट्रीय व्यापारी आयोग बनाया जाएगा। ताकी आपकी हर समस्या का समय पर समाधान हो सके। इसके अलावा छोटे उद्यमियों को 50 लाख रुपये तक बिना गारंटी ऋण देने का संकल्प भी हमारी सरकार ने किया है। साथियो, सबका साथ सबका विकास ये हमारा मंत्र है, और सबको सुरक्षा, सबको सम्मान ये हमारा संकल्प है। इसको सिद्धि तक पहुंचाने के लिए हमें एकजुट होकर चलना है। याद रखिए इस 23 अप्रैल को आपका एक-एक वोट हमारे देश को मजबूत बनाएगा। अब आप एक संकल्प लीजिए और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। आप जब 23 तारीख को कमल के निशान पर बटन दबाओगे तो आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। भाइयो बहनो मैं एक संकल्प दोहराता हूं। आप करेंगे। मेरे साथ संकल्प करेंगे। दोनों हाथ ऊपर कर के करेंगे। मुठ्ठी बंद कर के करेंगे। सब के सब करेंगे। पीछे वाले भी करेंगे। पूरी ताकत से करेंगे। देखे मैं नारा बोलवाऊंगा। आपको बोलना है घर-घर में है चौकीदार। क्या बोलना है आपको... क्या बोलना है आपको। तो मैं नारा बोलवाऊं पूरी ताकत से बोलोंगे।

भ्रष्ट्राचारियों होशियार, घर-घर में चौकीदार, भगोड़ों पर कानून की मार, घर-घर में चौकीदार, बंद हुआ काला कारोबार, घर-घर में चौकीदार, देशद्रोहियों पर कड़ा प्रहार, घर-घर में चौकीदार, आतंक पर आखिरी वार, घर-घर में चौकीदार,दुश्मन होजा खबरदार घर-घर में चौकीदार, धुसपैठियों भागे सीमापर, घर-घर में चौकीदार,टूटेगी जात-पात की दीवार, घर-घर में चौकीदार, वंशवाद की होगी हार, घर-घर में चौकीदार, दागदार पर भारी कामदार, घर-घर में चौकीदार

भाइयो बहनो पूरा हिंदुस्तान चौकीदार, भाइयो बहनो पूरा हिंदुस्तान चौकीदार
आप गर्मी कितनी भी क्यों न हो। सुबह निकलकर के वोट डालिए, करेंगे।

मैं आपका बहुत-बुहत आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए...भारत माता की जय, भारत माता की जय

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।