Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP

Published By : Admin | May 24, 2024 | 10:15 IST
The Congress has not yet arrived in the 21st century: PM Modi in Mandi, HP
The entire Congress is vehemently anti-women: PM Modi in Mandi, HP
Congress is leading Himachal to ruin: PM Modi in Mandi, HP

काशी के सांसद की तरफ से, छोटी काशी में दूर-दूर से आए आप सभी परिवारजनों को प्रणाम। मांडव ऋषि की इस तपोस्थली से मैं सभी देवी-देवताओं को, तीर्थों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मंडी आ जाएं तो पुरानी यादें भी आ जाती हैं साथ-साथ। काफी पुराने चेहरे भी नजर आ रहे हैं और पुरानी यादें भी बहुत ताजा हो जाती हैं। मैं आपके बीच में यहां बहुत लंबे समय तक रहा हूं। हमारे सरदार संतोष सिंह जी, अवरिन्द्र सिंह जी, गुरमान सिंह जी, आर के राजू कितने ही साथी, इनके साथ रह करके मैंने काम किया। औऱ उस समय हम लोग दूसरे नेताओं की रैलियों के लिए आय़ोजन करते थे, नीचे बैठ करके प्लानिंग करते थे कि कौन कहां बैठेगा। औऱ उस समय देखता था कि इतनी बड़ी रैली नहीं कर पाते थे, मैं खुद यहां काम देखता था, लेकिन आज जिस प्रकार से आपने माहौल बना दिया है, जो जनसैलाब उमड़ा है और मुझे मालूम है मंडी लोकसभा की रैली अपनेआप में पहाड़ चढ़ने जैसा है। कहां से कहां तक ये क्षेत्र फैला हुआ है। मंडी लोकसभा क्षेत्र, ब्यास औऱ सतलुज को आपस में जोड़ता है। किन्नौर, लाहोल स्पिति, बांगी, भरमौर-ये सारे इलाके तो कितने दुर्गम हैं। देखिए, इतनी बड़ी सभा, आपलोग दूर दूर से आए हैं, इतना उत्साह, इतना जोश, मंडी हो, कूल्लू हो, रामपुर हो, लाहौल स्पिति हो, किन्नौर हो, बांगी हो, भरमौर हो, चप्पे चप्पे से एक ही आवाज आ रही है, एक ही गूंज सुनाई दे रही है। फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार!

भाइयों और बहनों,

पालपपुर यहां से ज्यादा दूर नही है और आज मैं याद दिलाना चाहता हूं, ये भाजपा का पालमपुर बीजेपी की वर्किंग कमेटी थी औऱ पालमपुर बीजेपी वर्किंग कमेटी में, जो निर्णय हुआ इसी हिमांचल की धरती में उससे इतिहास रचा गया। इसी अधिवेशन में भाजपा ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। इस देव भूमि में संकल्प हुआ था, पालमपुर में हुआ था। यानि हिमाचल, राम मंदिर के निर्माण की संकल्प भूमि है। हिमाचल में लिया गया वो ऐतिहासिक संकल्प सिद्ध हो चुका है। 500 साल का ये इंतज़ार किसने खत्म किया? 500 साल तक अविरत संघर्ष चला, कितनी पीढियों ने इंतजार इंतजार करते करते अपना जीवन पूरा कर दिया, लाखों लोगों ने शहादत दी। अब वो 500 साल का इंतजार खत्म हुआ। किसने किया? ये इंतजार खत्म किसने किया? इस इंतजार को खत्म किसने किया? जरा आवाज, दबी हुई लग रही है किसने किया? किसने किया? किसने किया? आपका जवाब शत प्रतिशत गलत है। ये इंतजार खत्म किया है आपके एक वोट ने। ये आपके वोट की ताकत है, जिसने पांच सौ साल का इंतजार खत्म किया। आज अयोध्या में रामलला विराजमान हुए , हिमाचल खुश हुआ है, देवी-देवता खुश हुए हैं लेकिन कांग्रेस इससे खुश नहीं हुई है। अगर आपके एक वोट ने मोदी की ताकत नहीं बढ़ाई होती तो कांग्रेस कभी राम मंदिर नहीं बनने देती। ये आपको एक वोट की ताकत है।

साथियों,

आपके एक वोट ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 की दीवार को गिरा दिया। आपके एक वोट ने, हिंदू, सिख और बौद्ध शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला CAA कानून बनाया। आपके एक वोट ने हमारे पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दिलवाई। आपके एक वोट ने भारत को दुनिया की 5वीं बड़ी आर्थिक ताकत बनाया। और ये आपका ही वोट है जिसने विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है।

भाइयों और बहनों,

चौबीस के इस चुनाव में 5 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इन पांच चरणों में BJP-NDA को बहुमत से ज्यादा सीटें मिल चुकी हैं। अब इसमें हिमाचल की चार सीटें जुड़ जाएंगी, तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। और मैं देख रहा हूं, फिर एक बार मोदी सरकार! फिर एक बार मोदी सरकार! औऱ उसके लिए 4-0 से हैट्रिक बनाने जा रहा है। देश लगातार तीसरी बार कांग्रेस को रिजेक्ट करने जा रहा है।

साथियों,

आपने दशकों तक कांग्रेस का शासन देखा है। कांग्रेस को ऐसा भारत पसंद है जहां गरीबी हो, संकट हो, नागरिक समस्याओं से घिरे हों, इसलिए वो देश में पुराने हालात वापस लाना चाहती है। वो देश के विकास में रिवर्स गीयर लगाना चाहती है। और इसलिए कांग्रेस कह रही है, अगर हम सत्ता में आएगें तो 370 को वापस लाएंगे। कांग्रेस कह रही है, CAA को खत्म करेंगे। कांग्रेस के साथी को यहां तक पागलपन आया है, कह रहे हैं कि हमारे परमाणु हथियार खत्म करेंगे। चुनाव में घोषणा कर रहे हैं।

साथियों,

मोदी ने समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया है। भारत का नागरिक, भले ही वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या ईसाई हो, बौद्ध हो, उसके लिए एक समान नागरिक कानून होने चाहिए, लेकिन कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध कर रही है। कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के बहाने शरिया को समर्थन देती है। क्या देश को, हिमाचल को ऐसी कांग्रेस मंजूर है? ऐसी कांग्रेस मंजूर है? भाइयों और बहनों, कांग्रेस घोर सांप्रदायिक है। कांग्रेस घोर जातिवादी है। कांग्रेस घोर परिवारवादी है।

साथियों,

इस देश को वो नहीं बना सकते जो सिर्फ बाप-दादा की विरासत पर ही जीते हैं। इस देश को वो बनाएंगे हैं जो मिट्टी से उठकर पहाड़ जितनी ऊंचाइयां छूते हैं। इसलिए, आज भारत का भविष्य हमारे स्टार्ट अप्स शुरू करने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, स्पेस में अपनी सैटेलाइट भेजने वाले नौजवान हैं।आज भारत का भविष्य, खेतों में ड्रोन उड़ा रही बेटियां हैं। आज भारत का भविष्य, लड़ाकू विमान उड़ा रही बेटिया हैं। इसलिए, बहन कंगना भी सिर्फ हमारी कैंडिडेट भर नहीं हैं, ये देश के नौजवानों की, हमारी बेटियों की aspirations को represent करती हैं। बेटियां भी एकदम नई फील्ड में जाकर, अपने दम पर successful हो सकती हैं, ये इस विश्वास को रिप्रेज़ेंट करती हैं। लेकिन
साथियों, कांग्रेस उसी दकियानूसी सोच में डूबी हुई है। आपने देखा है, अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली बेटियों को कांग्रेस क्या बोलती है? कांग्रेस ने मंडी का नाम लेकर कंगना जी के लिए जो भद्दी बातें कही हैं, वो मंडी का अपमान है, वो छोटी काशी का अपमान है, हिमाचल का अहमान है, हिमाचल की हर बेटी का अपमान है। जिस हिमाचल में शिकारी माता, मां ज्वाला, मां चिंतपूर्णी, मां भीमाकाली की पूजा होती है, वहां की बेटी का ऐसा अपमान आज तक कांग्रेस के शाही परिवार ने इसके लिए माफी नहीं मांगी है। क्या आपको ऐसा अपमान मंजूर है क्या? ऐसा अपमान करने वालों को सजा देंगे क्या ? इस चुनाव में हर पोलिंग बूथ में चुन चुन करके इनको साफ कर दीजिए।

भाइयों और बहनों,

ये कांग्रेस, अभी भी 21वीं सदी में आ ही नहीं पाई। लोग आगे बढ़ते हैं, कांग्रेस उल्टा चलती है। ये 20वीं सदी, 19 वीं सदी, की तरफ जा रही है। कांग्रेस का शाही परिवार घोर बेटी विरोधी है। पूरी कांग्रेस घोर महिला विरोधी है। लेकिन हिमाचल के मेरे परिवारजनों, मेरी बात लिख लीजिए, आप अपनी बेटियों को खूब पढ़ाइए। उनको खुला सुरक्षित माहौल देने और नई बुलंदियां देने की गारंटी, ये मोदी की गारंटी है। मैंने सैनिक स्कूलों और डिफेंस अकेडमी के दरवाज़े बेटियों के लिए खोल दिए हैं। मैंने सेना में बेटियों के लिए जो दरवाजे पहले बंद थे, वो भी खोल दिए हैं।10 साल में केंद्रीय बलों में महिलाओं की संख्या दो गुने से अधिक हो चुकी है। फाइटर पायलट हों या फिर पैसेंजर जहाज़ों की पायलट, बेटियों के लिए आने वाले 5 साल बुलंद उड़ान के होने वाले हैं। और ये, अगर आप लिखते हैं तो लिख लेना, पत्रकार भी मेरी इस बाइट को भी सेव करके रख लेना, बड़ी जिम्मेवारी से कह रहा हूं, यहां जैसी सरकार ने झूठे वादे किए थे न, वो मोदी का काम नहीं। औऱ इसलिए कहता हूं, ये मोदी की गारंटी है। ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस को सिर्फ धोखा देना और ताला लगाना ही आता है। कहां तो हिमाचल में लाखों नौकरियां देने की घोषणा की थी, और कहां सर्विस कमीशन में ही इन्होंने ताला लगा दिया। और इन्होंने सिर्फ सर्विस कमीशन पर सिर्फ ताला नहीं लगाया, उन्होंने हमारे हिमाचल प्रदेश के बेटे बेटियों नवजवानों को भविष्य के उनके ताला लगा दिया है। मेरे मित्र, जयराम जी ने, सरकार के समय में सैकड़ों संस्थान खोले थे, कांग्रेस ने उनमें ताला लगा दिया। मंडी में बड़ा एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया चल रही थी, कांग्रेस ने उस पर ताला लगा दिया। क्या मंडी में हवाई अड्डा बनना चाहिए की नहीं बनना चाहिए? टूरिज्म के लिए जरूरी है की नहीं है ? उस पर भी ताला लगा दिया। यहां बहनें 1500 रुपए का इंतज़ार कर रही है, 1500 रूपया मिला क्या ? सवाल 1500 रूपए का नहीं है, सवाल आपने हमारे साथ धोखा किया है। आज हिमाचल का एक एक नागरिक, हर्ट फिल कर रहा है। उसको लगता है कि इतना बड़ा धोखा, चुनाव के समय ऐसी ऐसी बातें करके वोट ले गए और अब हाथ ऊपर करके बैठ गए। कोई बातें नहीं होती हैं, समझ सकते हैं। देश, धोखेबाजों को कभी माफ नहीं करता है। और मैं जानता हूं हिमाचल को, हिमाचल के जीवन में कर्मचारी ही एक बहुत बड़ी जिंदगी है। पूरा परिवार उसके भरोसे चलता है, आधे से ज्यादा हिमाचल की जिंदगी उससे जुड़ी हुई है। उस कर्माचरी के साथ कितना बड़ा धोखा किया। वो महंगाई भत्ते का आज भी इंतज़ार कर रहा है। ये कैसी सरकार चला रहे हो तुम ? आपदा के बाद केंद्र ने सैकड़ों करोड़ रुपए भेजे, यहां उसकी भी बंदरबांट कर दी गई। और मेरे शब्द लिख कर रखिए, ये सरकार का कोई भविष्य नहीं है, ये सरकार का जाना तय है। औऱ मैं पहला काम करूंगा, मैंने आपदा के समय जो पैसे भेजे हैं,उस पैसे में कहां कहां बंदरबाट हुई, किस ने उसमें से चोरी की है, मैं सारा खोज करके निकालूंगा और मंडी के लोगो के हाथ में दूंगा। डेढ़ साल में ही हिमाचल इस धोखेबाज़ी से तंग आ चुका है।

भाइयों और बहनों,

मोदी हिमाचल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुझे याद है कि जब हम पहले चंडीगढ़ से आते थे तो स्वारघाट का सफर मार देता था। मंडी पहुंचते-पहुंचते कमर टूट जाती थी। अब कीरतपुर-मनाली फोर लेन और और अटल टनल ने चंडीगढ़ से लेकर लाहौल तक का सफर सुहाना कर दिया है। अब लाहौल से भी फल-सब्ज़ी तेज़ी से मंडियों तक पहुंच रहे हैं और पर्यटन भी फल-फूल रहा है।

साथियों,

हिमाचल में बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थान हैं। कांग्रेस की सरकार तो इतनी डरपोक थी कि दलाई लामा जी का नाम लेने से भी डरती थी, कांपते थे। मेरी तो दलाई लामा जी से अक्सर बात होती है। वो हमारी समृद्ध विरासत के प्रणेता हैं। भारत, बुद्ध का देश है और मोदी सरकार ने ज़ोर शोर से अपनी इस विरासत का प्रचार प्रसार किया है। इसका लाभ हिमाचल के पर्यटन को भी होगा।

साथियों,

हिमाचल का, देश का गौरव और समृद्धि बढ़ाने के लिए आपका एक-एक वोट ज़रूरी है। कांग्रेस यहां पर हिमाचल को बर्बादी के रास्ते पर ले जा रही है। इसलिए इसे रोकना जरूरी है। हिमाचल को कांग्रेस से शिकंजे से निकालने में मुझे आपका साथ चाहिए। मैं हिमाचल की जनता से आग्रह करूंगा कि यहां विधानसभा उपचुनाव में भी सभी 6 की 6 सीटें बीजेपी को जिताएं। हिमाचल का भविष्य सुनिश्चित करें, लाहौल-स्पिति से बीजेपी उम्मीदवार रवि ठाकुर जी तो मंच पर मौजूद भी हैं। उन्हें और उनके बाकी 5 साथियों को भारी मतों से विजयी बनाना है। इसके अलावा लोकसभा में मंडी सीट से बहन कंगना जी को आफका वोट मिले, वो आपकी आवाज बनेंगी औऱ यहां के विकास के लिए अपने आपको खपा देगी। हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर बीजेपी की बंपर जीत का नया रिकॉर्ड बनाना है। करेंगे? गांव-गांव जाएगें? घर -घर जाएगें? ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? हर पोलिंग बूथ पर विजय दिलाएगें? पक्का? वादा? गारंटी? आपकी भी ? मेरी भी। अच्छा एक और काम करना है। एक काम करना है, मेरा काम करना है, करेंगे? कमाल हो यार, मैं इन लोगों के लिए कह रहा तो , उछल उछल कर बोल रहे थे, मैं जो कह रहा हूं तो ठंडे पड़ गए। मेरा एक काम करोगे? पक्का करोगे? ये चुनाव का काम नहीं है। करोगे? मेरा पर्सनल काम है, करोगे? मेरी भक्ति से जुड़ा हुआ काम है। देखिए, मैंने हिमाचल में बहुत समय निकाला है औऱ मैं, हमारे देवी देवता, उनके आशिर्वाद, ये मेरी बहुत बड़ी शक्ति है। लेकिन मैं, इतना समय निकाल नहीं पाता हूं, मैं जा नहीं पाता हूं। तो मुझे आपकी मदद चाहिए। मेरी तरफ से हर गांव में, जितने भी देवी देवता हैं मेरी तरफ से मत्था टेकना, शीश नवाइएगा और सभी देवी देवाताओँ से आशिर्वाद चाहिए। मोदी के लिए,नहीं। मोदी के परिवार के लिए, नहीं। मोदी की बिरादरी के लिए. नही। मुझे मेरे देश के उज्जवल भविष्य के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित भारत बनाने के लिए आशिर्वाद चाहिए। विकसित हिमचाल बनान के लिए आशिर्वाद चाहिए।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।