We have spent the last five years in infusing vigour and strength in our armed forces and developing a coherent policy on national security that ensures greater security for all Indians: PM Modi
We conducted surgical strikes and air strikes against Pakistan-based terrorists to send our message to the world that India is well capable of defending itself: PM Modi in Haryana
The BJP government in Haryana has been continuously carrying out development and providing a clean and transparent government for every community in the state: PM Modi

भारत माता की जय
भारत माता की जय

मंच पर विराजमान हरियाणा के लोकप्रिय और यशस्वी मुख्यमंत्री श्रीमान मनोहर लाल जी, मंच पर उपस्थित सभी वरिष्ठ नेतागण, इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के तीनों प्रत्याशी और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो।

न्याय और ज्ञान की धरती पर कुरुक्षेत्र के अलावा करनाल और अंबाला से पधारे सभी साथियों का बहुत-बहुत अभिनंदन। आपकी यही ऊर्जा, यही आशा, आकांक्षा ही मुझे दिन-रात मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है।

साथियो, भगवद्गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है की, नियतं कुरु कर्म त्वं, कर्म ज्यायो ह्यकर्मणः। यानी व्यक्ति को अपना कर्म करते रहना चाहिए, क्योंकि कुछ ना करने से कुछ करना हमेशा श्रेष्ठ होता है। यही प्रयास आपके इस सबसे बड़े सेवक का, इस कामगार का हमेशा रहा है। मैं 130 करोड़ सपनों के लिए अपने जीवन को समर्पित कर देश को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा हूं। इसीलिए फिर से एक बार, फिर से एक बार आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। भाइयो और बहनो, बीते 5 वर्षों में गांव की सड़क से लेकर सैटेलाइट तक, हाईवे से लेकर आई-वे तक इनफार्मेशन वे तक, मोबाइल से लेकर मिसाइल तक, शौचालय से लेकर कार्यालय तक, सफाई से लेकर दवाई तक, सिपाही से लेकर, सिंचाई से लेकर EMI तक, सामान्य मानवी के जीवन को आसान बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास हुआ है। पहले के मुकाबले दो गुनी गति से काम हुआ है। जैसे मनोहर लाल जी ने बताया हरियाणा आना मतलब मेरे लिए अपने घर आने वाली बात है। कभी यहां स्कूटर पर दौरा करता रहता था, कभी झोला लेकर के कभी बस से उतर कर के पैदल चला आता था। यहां की हर गली मोहल्ले से वाकिफ रहा हूं। मैं जब हरियाणा आया हूं तो आपसे पूछना चाहता हूं, आप बताएंगे, पूरी ताकत से जवाब देंगे? ऐसे ढीला-ढीला बोल रहे हो यार। गर्मी बहुत लग रही है क्या? मैंने सारे काम अभी गिनाए, आप मुझे बताइए सब कुछ किसने किया? किसने किया? मैं हरियाणा से हूं एक प्रकार से लेकिन आपका जवाब गलत है। आप बुरा मान गए, आप कह रहे हैं मोदी, मोदी, मोदी। मैं कह रहा हूं आपका जवाब गलत है, सही जवाब बता दूं, बता दूं? ये मोदी ने नहीं ये आपके एक वोट ने किया है।

साथियो, 2014 में आपके एक वोट ने देश के लोगों तक जरूरी सुविधाओं को पहुंचाने का काम किया। अब आपका अगला वोट 12 तारीख को चुनाव है ना, 12 तारीख को आपका कमल के फूल का आपका अगला वोट एक वैभवशाली भारत के निर्माण का रास्ता मजबूत करेगा।

साथियो, हम भारत के ज्ञान-विज्ञान और अध्यात्म की समृद्ध परंपरा को साथ लेते हुए नए भारत के निर्माण के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। योग और आयुर्वेद को लेकर देश और दुनिया में जो जागरूकता बढ़ी है, वो इसी का परिणाम है। कुरुक्षेत्र को तो अब आयुष यूनिवर्सिटी के रूप में एक नई पहचान भी मिल रही है और यहां मनोहर लाला जी की सरकार ने अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती की महोत्सव की भी आन-बान और शान के साथ शुरुआत की है। लेकिन साथियो, जब भारत की संस्कृति की बात आती है तो न जाने क्यों कांग्रेस के मुंह पर वोट बैंक का ताला लग जाता है। ध्यान रखिएगा, इनकी मानसिकता क्या है? रामायण और महाभारत को दिन-रात गाली देने वालों के समर्थक आज भी ये महामिलवटियों के बीच में हैं। भगवान का नाम लेने पर जेल भेजने की मानसिकता, ये मानसिकता वाले लोगों के साथ ये लोग मंच पर बैठ करके हाथ पकड़ के नाचते हैं। 

साथियो, इन लोगों को पाकिस्तान की हरकतें पसंद हैं, लेकिन देश के गौरव को स्थापित करने वालों को ये दिन रात गलियां देते हैं। पाकिस्तान से तो इनको इतना लगाव है की ये भारत की कुशलता का श्रेय भी ये पाकिस्तान को देते हैं। आप याद कीजिए एयर स्ट्राइक के बाद याद है ना? याद है की नहीं है? एयर स्ट्राइक के बाद जब भारत ने आतंकियों को घर में घुसकर मारा तब हमारे एक वीर सपूत को पाकिस्तान ने कब्जे में ले लिया था। 48 घंटे के भीतर-भीतर पाकिस्तान को उसे छोड़ना पड़ा था। वाघा बॉर्डर तक छोड़ने आना पड़ा था और तब आपने उनकी मुंडी देखी होगी टीवी पर। आपको, आपको गर्व हुआ की नहीं हुआ? आपका सीना चौड़ा हुआ की नहीं हुआ, आपका माथा ऊंचा हुआ की नहीं हुआ? भारत की आन, बान और शान इसका अनुभव हुआ की नहीं हुआ? लेकिन ये कांग्रेस और उसके रागदरबारियों ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के नाम के कसीदे पीटना शुरू कर दिया। यहां तक कह दिया की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। भारत की कूटनीतिक सफलता से हमारा सपूत सकुशल वापस आया, लेकिन कांग्रेस और उसके राग दरबारी पाकिस्तानी सरकार का गुणगान करने लग गए।

साथियो, यही इनकी सच्चाई है, बल्कि इन्होंने तो उल्टा, भारत की संस्कृति और परंपरा को बदनाम करने का अभियान छेड़ा हुआ है।
साथियो, पानीपत के पास जब समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था? याद है आपको? याद है की भूल गए? कांग्रेस ने हिन्दू आतंकवाद का झूठ गढ़ने के लिए निर्दोष लोगों को सालों तक जेलों में बंद रखा था। लेकिन कांग्रेस के इस झूठ का, इस साजिश का पर्दाफाश हो गया।

साथियो, कांग्रेस द्वारा हमारी हजारों वर्ष पुरानी महान संस्कृति को दाग लगाने की कोशिश में असली आतंकवादियों के बचने का रास्ता खोल दिया। भारत को बदनाम करने वाली कांग्रेस को देश कभी माफ नहीं करेगा, माफ करेगा क्या, करेगा क्या?आप माफ करेंगे क्या?

साथियो, कांग्रेस सिर्फ एक ही परिवार की चिंता में डूबी रहती है, इसलिए भारत के हितों की रक्षा करने में कभी गंभीरता नहीं दिखाई गई। भारत ने भाइयो-बहनो, भारत ये अनेक नदियां, पाकिस्तान से जाकर के आगे बढ़ती हैं। वहां की जमीन को सोना बनाती हैं और ये सच्चाई है की हमारे हक का पानी पाकिस्तान की नदियों में जा रहा है। देश आजाद हुआ तब से अब तक हिंदुस्तान के किसानों के हक का पानी पाकिस्तान में जा रहा है। लेकिन हमारे हक के पानी को रोकने का काम भी ये कांग्रेस सरकार ने दशकों तक उस नदी का न भी नहीं बोले, नदी का न भी नहीं बोले। अब आपका ये चौकीदार भारत के हक का एक-एक बूंद, भारत के किसान तक पहुंचाने के लिए संकल्प लेकर के बैठा है और काम कर के रहेगा। अब एक बूंद पानी जो हिंदुस्तान के हक का है वो पाकिस्तान नहीं जाएगा दोस्तों। इसके लिए अनेक परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। आने वाले पांच वर्षों में ऐसे अनेक प्रोजेक्ट हम खड़े करेंगे। जिससे हरियाणा सहित देश के अनेक हिस्सों को पर्याप्त पानी उपलब्ध हो पाएगा।
साथियो, हरियाणा जय जवान-जय किसान का एक प्रकार से स्वर्ग है। यहां के अन्नदाता हमारे किसान, पूरे देश के लिए एक मिसाल हैं। हम कृषि व्यवस्था को कम लागत और पारदर्शी बनाने का काम कर रहे हैं। हरियाणा कि सभी मंडियों को ऑनलाइन यानी E-NAM प्लेटफॉर्म से जोड़ने का प्रयास चल रहा है। इसी तरह छोटे किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद आनी शुरु हो चुकी है। भाइयो और बहनो, किसानों के साथ-साथ जो हमारे व्यापारी साथी हैं उनका भी ध्यान है। हमने तय किया है, पहली बार देश में एक राष्ट्रीय व्यापारी आयोग बने इतना ही नहीं। व्यापारियों, उद्यमियों के लिए 50 लाख रुपए तक के बिना गारंटी के ऋण की सुविधा भी देने वाले हैं। वहीं छोटे दुकानदारों को, छोटे किसानों को, खेत मजदूरों को, 60 वर्ष के बाद पेंशन की व्यवस्था भी हम करने वाले हैं।

भाइयो और बहनो, मैं बहुत ईमानदारी से, बहुत परिश्रम से, दिन रात एक करके आपकी सेवा में जुटा हूं। आप ही मेरा परिवार हैं, आपकी ही खुशहाली यही मेरा कर्तव्य है। लेकिन क्योंकि मैं कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों को उनकी मनमानी नहीं करने देता, उनके भ्रष्टाचार को रोकता हूं, उनके वंशवाद को चुनौती देता हूं, इसलिए ये लोग बार-बार प्रेम, प्रेम, प्रेम का नकाब पहनकर मुझे गालियां देते रहते हैं। इनके प्रेम की डिक्शनरी में इस गरीब मां के बेटे के लिए इस चाय वाले के लिए किस तरह का प्यार उमड़ा है, कैसे ये प्यार जताने में एक-दूसरे से होड़ लगाते हैं। आज मैं अपने घर आया हूं हरियाणा आया हूं, कुरुक्षेत्र सत्य की भूमि है वहां आया हूं तो मैं आज कुरुक्षेत्र की इस धरती से देशवासियों को खुद बताना चाहता हूं की इनकी प्रेम की डिक्शनरी क्या है? उनकी प्रेम की डिक्शनरी में शब्द कौन से है? ये प्रेम वर्षा मोदी पर कैसे करती हैं, सुनाऊं? 

साथियो, कांग्रेस के एक नेता ने मुझे गंदी नाली का कीड़ा कहा, तो दूसरा मुझे गंगू तेली कहने आ गया। इनके एक नेता ने मुझे पागल कुत्ता कहा, तो दूसरा नेता सामने आया और मुझे भस्मासुर की उपाधि दे दी। कांग्रेस के एक और नेता है, देश के विदेश मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने मुझे बंदर कहा। इनके और एक मंत्री ने मुझे वायरस कहा तो दूसरे ने दाऊद इब्राहिम का दर्जा दे दिया। इनके एक नेता ने मुझे हिटलर कहा तो दूसरे ने मुझे बदतमीज नालायक बेटा कहा। इतना ही नहीं, मुझे रेबीज बीमारी से पीड़ित बंदर बोला गया, चूहा बोला गया, लहू पुरुष बोला गया, असत्य का सौदागर बोला गया।

साथियो, कांग्रेस के नेताओं ने मुझे रावण, सांप, बिच्छू, गंदा आदमी, जहर बोने वाला तक बोला। कांग्रेस के नेता जिसके सामने नतमस्तक हैं, उन्होंने भी मुझे मौत का सौदागर कहा। ये इनका प्रेम करने का तरीका है, ये इनकी प्रेम की डिक्शनरी है। ये मुझ पर हो रहा प्रेम वर्षा का ये सैंपल है और भाइयो और बहनो, सुनिए जरा देश सुन रहा है सुनें।

भाइयो-बहनो, इनकी ख्वाहिश तो इनकी सोच तो मोदी की बोटी-बोटी करने की भी रही हैं। खुले आम मेरे खिलाफ मोदी की बोटी-बोटी करने वालों की घोषणा करने को कांग्रेस ने हमेशा आगे बढ़ाया है, चुनाव में टिकट देकर उनका मनोबल भी बढ़ाया है क्योंकि वो मोदी की बोटी-बोटी करना चाहते हैं। मुझे पता है की सार्वजनिक मंच से इस तरह के शब्द बोलना सही नहीं है। परिवार में भी छोटे-छोटे बच्चे आठवीं, दसवीं, बारहवीं कक्षा में जाने वाले बच्चे कॉलेज के छात्रा-छात्राएं। वो भी आज ये सब सुन रहे हैं, इस तरह की भाषा न उन बच्चों को ना सुननी चाहिए ना सीखनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस के नामदार जिस तरह अपने प्रेम की डिक्शनरी दिखा रहे हैं और कोई ये बड़े देश की लोकतंत्र की मजा देखिए, कोई उन पर सवाल नहीं उठा रहा है, इसलिए आज मैं देश के सामने सारी सच्चाई रख रहा हूं। भाइयो और बहनो, मुझे गाली देते हुए इन लोगों ने कितनी बार मर्यादा तार-तार की है, ये भी इनकी प्रेम वाली डिक्शनरी से पता चलता है। और साथियो, अब जो शब्द मैं आपको गिनाने जा रहा हूं वो भी सब नहीं थोड़े बहुत सैंपल, अब वो शब्द मैं गिनाने जा रहा हूं, ये सारे ये चाय वाला प्रधानमंत्री बना उसके बाद बोले गए हैं। ये दावा करते हैं की ये प्रधानमंत्री पद की बहुत इज्जत करते हैं, बहुत सम्मान देते हैं। इसीलिए उन्होंने मुझे प्रधानमंत्री बनने के बाद क्या-क्या उपहार दिए, कैसी प्रेम वर्षा की है, कैसी सौगातें दी हैं। मैं आज, मेरे अपने घर आया हूं तो मेरे देशवासियों को कुरुक्षेत्र की सत्या की इस धरती से फिर बताना चाहता हूं। ये सारे चैप्टर नंबर-2 पीएम बनने के बाद का प्रेम क्या बोला। मुझे बताया गया मोस्ट स्टुपिड पीएम कहा गया, मुझे कहा गया जवानों के खून का दलाल है। इनके प्रेम की डिक्शनरी से मेरे लिए गद्दाफी, मुसोलिनी, हिटलर जैसे शब्द भी चलते रहते हैं। भाइयो और बहनो, इनके बड़े-बड़े नेताओं ने मुझे मानसिक तौर पर बीमार बताया, नीच आदमी बताया, यहां तक की ये भी पूछा गया कि मेरे पिता कौन थे ये नहीं मालूम, मेरे दादा कौन थे, ये नहीं मालूम।


साथियो, याद रखिएगा, मुझे ये सारे उपहार प्रधानमंत्री बनने के बाद इनकी प्रेम वर्षा निमित्त आज भी दिए जा रहे हैं। निकम्मा, नशेड़ी, औरंगजेब से भी क्रूर तानाशाह, अनपढ़, गंवार, नमक हराम, नालायक बेटा, तुगलक, नटवरलाल, नकारा बेटा, सब कुछ ये प्रेम वर्षा नामदार की और उसके साथियों की प्रेम वर्षा देखो।


साथियो, इन लोगों ने मेरी मां को गाली दी, ये भी पूछा की मेरे पिता कौन हैं। और याद रखिएगा, ये सब कुछ कहा गया मेरे प्रधानमंत्री बनने के बाद। बहुत अच्छे संस्कार हैं कांग्रेस और उसके नेताओं के और ये हैं उनके प्रेम की डिक्शनरी का सच। मेरे देश के लोगों से बस यही प्रार्थना है की कांग्रेस की ये प्रेम की डिक्शनरी अपने बच्चों के हाथ न लग जाए बस इतनी चिंता करना। मुझे मेरी नहीं आपके बच्चों की चिंता है, उनके संस्कार की चिंता हैं, उनके भविष्य की चिंता है, भाइयो।

साथियो, इन लोगों की गलियों की परवाह न करते हुए, पूरी शक्ति से देश की सेवा कर रहा हूं। हरियाणा भी बीते 5 वर्षों में एक बहुत बड़े परिवर्तन का गवाह रहा है। पानीपत से ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान मैंने शुरु किया था। हरियाणा ने इन 5 वर्षों में बेटियों का बहुत ध्यान रखा है। आपने मेरी बात का, देश की भावना का मान रखा है, इसके लिए हर हरियाणा वासी, हर हरियाणा वासी का मैं शीष झुकाकर वंदन करता हूं। भाइयो और बहनो, हरियाणा की बेटियां भारत को गौरवान्वित कर रही हैं। मेरा तो सपना है की भारत स्पोर्टिंग सुपर पावर बने। इसमें हरियाणा के सपूतों विशेष तौर पर बेटियों की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। हमने फाइटर पायलट और मिलिट्री पुलिस तक के रास्ते भी बेटियों के लिए खोल दिए हैं। नए भारत को विकसित और सुरक्षित बनाने में हमारी वीर बेटियां और हमारे वीर बेटों की भूमिका महत्वपूर्ण रहने वाली है। मुझे विश्वास है की कुरुक्षेत्र, अंबाला और करनाल का एक-एक बटन कमल के फूल पर दबेगा। आपका हर वोट सीधा मोदी के खाते में आएगा।
भाइयो-बहनो, मेरा एक काम करोगे? आवाज नहीं आई। मेरा एक काम करोगे, करोगे? आज मैंने पहली बार मेरे सार्वजनिक जीवन में मैं बहुत लंबा समय मुख्यमंत्री रहा हूं, पांच साल से प्रधानमंत्री के रूप में काम कर रहा हूं। मैंने ये दर्द भरी दास्तां अपनी जुबान से पहले कभी नहीं बोली है। आज मैंने अपने घर आया तो ऐसे ही मेरा दिल खुल गया जी भर के बहुत कुछ कह दिया। मैं नहीं जनता हूं जो मैं ये चीज, ये जो विस्तार से मैंने प्रेम वर्षा की कथा बताई है। ये मीडिया के लोग आने वाले 10 दिन तक इसको बताने की हिम्मत करेंगे की नहीं करेंगे मुझे मालूम नहीं है। क्योंकि ये परिवार ये परिवार इन लोगों को बड़ी कृपा रही है वो करें या ना करें, करें तो उनको मैं एडवांस में बहुत धन्यवाद करता हूं। लेकिन क्या आप इन बातों को सोशल मीडिया में मोबाइल फोन पर हिंदुस्तान के कोने-कोने पहुंचा सकते हो?

भाइयो-बहनो, एकतरफा जो मुझ पर जुल्‍म हो रहा है। इसीलिए देश को सच बताना जरूरी है। मैं जनता हूं ये मैं पहली बार नहीं मीडिया में कही ना कही ढूंढो तो कुछ नजर आएगा लेकिन दबा दिया गया है। सबूत के साथ चीजे मौजूद है। भाइयो-बहनो, आप सच्चे दिल में मोदी, मोदी करते हो मोदी को सच्चा प्यार करते हो, सच्चा प्यार करते हो? वो झूठी प्रेम वर्षा, झूठी प्रेम वर्षा नहीं गलियों को छुपाने के लिए बताई गई प्रेम वर्षा नहीं दिल से प्रेम वर्षा करते हो?ये मेरा छोटा सा वीडियो घर-घर पहुंचाओगे, पूरे हिंदुस्तान में जहां भी रिश्तेदार हो पहुंचाओगे? मैं आज विशेष रूप से चाहता हूं क्योंकि इतना झूठ, इतना झूठ चलाया जा रहा है तब जाकर के भाइयो और बहनो, मैं जनता हूं हरियाणा मेरे साथ पूरी तरह खड़े रहने वाला है, हरियाणा में सब की सब सीटों पर कमल खिलने वाला है, मुझे विश्वास है। इसी मिट्टी ने मुझे पाला पोसा बड़ा बनाया है, जिस मिट्टी ने मुझे बड़ा बनाया है उस मिट्टी के लिए मैं जीना मरना भी जनता हूं, दोस्तो। और इसीलिए भाइयो-बहनो, मैं आपसे आग्रह करता हूं 12 तारीख तक चैन से बैठना नहीं है। घर-घर जाएंगे, घर-घर जाएंगे? ऐसा जवाब नहीं चाहिए। घर-घर जाएंगे, सब के सब जाएंगे, पोलिंग बूथ मजबूत बनाएंगे, लोगों को मतदान करवाएंगे? सुबह कितनी गर्मी क्यों ना हो 10 बजे से पहले ज्यादा से ज्यादा मतदान करवा दोगे, सब जगह पर कमल खिलेगा। बहुत बहुत धन्यवाद भाइयो। मेरे साथ हाथ ऊपर कर के बोलिए, भारत माता की जय। दोनों हाथ ऊपर करके बोलिए

भारत माता की… जय
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बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।