QuoteThe past five years have seen what a strong, transparent and people centric government can do: PM Modi
QuoteI particularly appeal to the first-time voters that they are the creators of a ‘New India,’ their dreams are my dreams and so we will ensure the fulfill their aspirations and hopes from us: Prime Minister Modi
QuoteAt the time when the country celebrates its 75th year of independence in 2022, we aim to achieve 75 goals towards sustainable and inclusive development for all: PM Modi in Rajasthan

भारत माता की जय, भारत माता की जय

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, आदरणीय वसुंधरा जी, मंच पर विराजमान पार्टी के सभी साथी। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी प्रत्याशी, और ऐसी भयानक गर्मी में इतनी बड़ी तदाद में आप हमें आशीर्वाद देने आए, इसके लिए आपका ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं। एयर कंडीशन कमरों में बैठकर के जीत और हार के हिसाब लगाने वालों को पता नहीं चलता है कि ऐसी भयंकर धूप में, ऐसी भयंकर गर्मी में, नया भारत बनाने के लिए किस प्रकार से लोग जुड़ रहे हैं। ये दिल्ली में एयर कंडीशन कमरों में पता नही चलता है। साथियो, मैं हिंदुस्तान में जहां-जहां गया हूं एक अभूतपूर्व लहर मैंने देखी है। चुनाव मैंने भी बहुत देखे हैं, चुनाव लड़ा भी हूं, चुनाव लड़वाएं भी हैं। चुनाव प्रचार भी किया है, और आपकी तरह कभी नीचे बैठकर के चुनाव अभियानों को देखा भी है। लेकिन इस बार मैं देख रहा हूं कि हिंदुस्तान का हर नागरिक इस चुनाव को अपनी जिम्मेदारी मान कर के चल पड़ा है। एक-एक हिंदुस्तानी इस चुनाव का सिपाही बन गया है। चुनाव कोई पार्टी नहीं लड़ रही है, कोई उम्मीदवार नहीं लड़ रहा है। देश का उज्जवल भविष्य चाहने वाले हिंदुस्तान के नागरिक चुनाव लड़ रहे हैं।

भाइयो-बहनो, ये भारी जनसैलाब इस बात की गवाही है कि राजपूताना मेवाड़ का मूड क्या है। पूरे देश में जो लहर चल रही है, वो राजस्थान में भी साफ दिख रही है। राजस्थान का एक-एक साथी इस चौकीदार के साथ चट्टान के साथ खड़ा है, और इसलिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं, और आज मैं आपके बीच दोनों हाथ जोड़कर के आपका आभार, धन्यवाद करना चाहता हूं। पांच साल आपने जो साथ दिया, समर्थन दिया, सहयोग दिया। वसुंधरा जी के सरकार ने जो साथ दिया उसके कारण मुझे राजस्थान की सेवा करने का अवसर मिला। ये अवसर देने के लिए आज मैं आपका आभार व्यक्त करने के लिए आया हूं, और साथ-साथ और अधिक सेवा कर संकू, इसलिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। देश को विश्वास है कि आपके पड़ोस में पला-बड़ा ये मोदी खुद पर वार झेल सकता है, आपका ये प्यार आपका ये उत्साह मेरी सर आंखों पर, मैं बात आगे बढ़ाऊं, अगर आप इजाजद दें तो मैं बढ़ाऊं। आपका प्यार अद्भुत है, मैं आपका बहुत आभारी हूं। देश को विश्वास है कि मोदी खुद पर वार झेल सकता है। अपना राजनीति भविष्य भी दांव पर लगा सकता है। लेकिन देश को कभी झुकने नहीं दे सकता है।

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भाइयो और बहनो, राजस्थान में कुछ दिन पहले आंधी तूफान से अनेक साथियों को हमने खोया है। मेरी पूरी संवेदना सभी प्रियजनों के साथ है। ये बहुत दुखद और मुश्किल घड़ी उनके लिए है। सरकार द्वारा हर पीड़ित परिवार को प्रभावित सभी परिवारों के साथ दिल्ली भारतीय जनता पार्टी की सरकार एनडीए की सरकार पूरी तरह उनके साथ खड़ी है। साथियो, आज राजस्थान की इस लोकसभा चुनाव में ये मेरी पहली जनसभा है और वो भी चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ से शुरू हो रहा है, और यहां से चित्तौड़गढ़ किले का विजय स्तंभ भी मेरे सामने खडा है। ये विजय स्तंभ हमें विजयी भव का आशीर्वाद दे रहा है। भाइयो और बहनो, विधानसभा चुनाव के दौरान मैं मेवाड़ में अनेक बार आया था, आज मैं नए हिंदुस्तान, मजबूत हिंदुस्तान के लिए आपका आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। महाराणा प्रताप और महारानी पद्मिनी के संस्कार जिनकी रगों में है। ऐसे आप सभी साथियों से मैं पूछता हूं आप जवाब देंगे? मैं सबसे सवाल पूछता हूं जवाब देंगे? आप मुझे बताइए आप मजबूत भारत देखना चाहते हैं या मजबूर भारत? आप पाकिस्तान को जवाब देने वाला भारत चाहते हैं या फिर पाकिस्तान के आगे दबने वाला भारत? आप आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने वाला भारत चाहते हैं या आतंकी हमले के बाद चुप बैठने वाला भारता चाहते हैं? आपको देश को कमजोर बनाने वाली कांग्रेस चाहिए या देश को मजबूत बनाने वाली भाजपा चाहिए? साथियो, आपका एक-एक वोट दिल्ली में मजबूत सरकार बनाएगा। राजस्थान ने 2014 में पूरी मजबूती से इस चौकीदार को दिल्ली में बिठाया था। इस बार पुराने सभी रिकॉर्ड टूटने चाहिए। सभी की सभी सीट तो आएगी ही लेकिन मार्जिन बढ़ना चाहिए। आज मैं विशेष तौर पर जो पहली बार लोकसभा के चुनाव में वोट देने वाले हैं। जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है। ऐसे पहली बार लोकसभा के लिए वोट देने वाले बेटे-बेटियों से नौजवानों से कहना चाहता हूं कि नया भारत बनाना आपकी जिम्मेदारी है। आपका मिजाज नए भारत का हो। जैसा आप 21वीं सदी का भारत का देखना चाहते हैं वो नए मतदताओं के वोट से होने वाला है। आपकी पुरानी पीढ़ी ने जनसंघ को मजबूत किया। भैरव सिंह शेखावत जैसा नेतृत्व देश को दिया। अब हम सबको नए भारत की दिशा तय करनी है।

भाइयो और बहनो स्वतंत्रता के बाद दशकों तक कांग्रेस पर देश ने बहुत भरोसा किया। लेकिन पांच दशकों से ज्यादा का समय कांग्रेस ने एक परिवार के सेवा में लगा दिया। इस दौरान देश के सामर्थ्य के साथ देश के संसाधनों के साथ अन्याय ही अन्याय हुआ। हमारे साथ आजाद हुए छोटे-छोटे देश हमसे कहीं आगे निकल गए। लेकिन हम विकास की उस स्थिति में नहीं पहुचे। जहां पहुंचना चाहिए था। इसलसिए जब 2014 में आपने मुझे एक नया भारत बनाने का आदेश दिया तो बिना एक पल गवाए मैं देश सेवा के मिशन मे जुट गया। भाइयो-बहनो, आप वहां पर, आपका प्यार, आपके नारे, आपका उत्साह सब मेरे तक पहुंच गया है। अब जितनी जगह है वहां है वहीं रुक जाइए। जगह कम पड़ गई है। आपको तकलीफ हो रही है। धूप में तपना पड़ रहा है। हमें क्षमा कीजिए, लेकिन आप शांत रहिए। आप इजाजद दें तो बोलूं ? इतना प्यार करोगे, इतना प्यार करोगे फिर चितौड़गढ़ छोड़ने का मन ही नहीं करेगा। आप घंटों से इस ताप में तप रहे हैं और इसलिए मैं आपका लंबा वक्त नहीं लेना चाहता, और मुझे यहां से बाड़मेर पहुंचना है। आप इजाजद दें तो बोलूं मैं। थोड़ा उत्साह बचा कर रखिए चुनाव तारीख तक चलाना है। साथियो, 130 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद और विश्वास के दम पर ही हमने गरीबी के खिलाफ, गंदगी के खिलाफ, बीमारी के खिलाफ, अशिक्षा के खिलाफ, भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ और आतंकवाद के खिलाफ जमकर के लड़ाई लड़ी है। हम देशवासियों के संगठित प्रयास का ही नतीजा है कि इन सभी लड़ाइयों में भारत को जीत हासिल हो रही है। साथियो, सरकार के काम करने के तरीके में एक और बड़ा बदलाव हम लेकर आए हैं। हमारी सराकर ने सामान्य मानवी के जीवन में बदलाव के लिए न सिर्फ योजनाएं शुरू की बल्कि उन्हें अंजाम तक पुहंचाया। वरना दशकों तक हमने ऐसी सरकारों को भी देखा था जो योजना शुरू कर तो देती थी लेकिन वो पूरी कब होगी ये कोई नहीं जानता। बड़ी-बड़ी परियोजनाएं देश में दशकों से लटकी हुई थी। इसलिए भाजपा सरकार ने स्कील, स्केल, स्पीड को अपने काम करने का एक आधार बनाया। यानी काम ऐसा हो जो तेज गति से हो। बहुत बड़े पैमाने पर हो, और पूरी कुशलता से किया जाए।

भाइयो और बहनो, आज इसी का परिणाम है कि हर रोज ये आंकड़े सुनकर के अनेकों को आश्चर्य होगा। मैं आज एक दिन के काम का हिसाब देता हूं और जब सांवरिया सेठ के चरणों के सामने बैठा हूं तो पाई-पाई के हिसाब का महत्व होता है। पल-पल के हिसाब का महत्व होता है। तभी तो सांवरिया सेठ की याद आती है, और इसलिए मैं भी हर शाम हर दिन का हिसाब लेकर सोता हूं। पूरे देश का हिसाब लेकर सोता हूं। और इसलिए मैं आज चित्तौड़ की धरती से एक दिन में क्या कर रहा हूं इसका हिसाब देना चाहता हूं। ये मैं सिर्फ एक दिन के आंकड़े बताने वाला हूं। पांच साल में क्या किया आप जोड़ लेना। आपको आश्चर्य होगा और पल भर में आप सोचिए कि आप एक दिन में कितना काम करते हैं आपको पता चलेगा काम कैसे हो रहा है।

हर रोज प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत लगभग 70 हजार बहन बेटियों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिल रहा है। ये मैं हर दिन की बात कर रहा हूं। हर रोज सौभाग्य योजना के तहत 50 हजार घरों को बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। हर रोज जन धन योजना के तहत 2 लाख से ज्यादा गरीबों के बैंक अकाउंट खोलने का हमारा रेट रहा था। हर रोज मुद्रा योजना के तहत 1 लाख से अधिक उद्यमियों को बिना गारंटी के लोन दिए गए हैं। हर रोज प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 11 हजार से अधिक घर बन रहे हैं और उसकी चाबी सौंपी जा रही है। हर रोज स्वच्छ भरात मिशन के तहत 60 हजार से अधिक शौचालय का निर्माण हो रहा है। हर रोज करीब 1 लाख 30 हजार किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिए गए हैं। हर रोज आयुष्मान भारत योजना के तहत 9 से 10 हजार से अधिक लोगों का मुफ्त इलाज हो रहा है। हर रोज प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से करीब करीब 1 लाख 5 हजार लोगों को लाभ मिल रहा है। साथियो, दिमाग छटपटा गया न, ऐसे भी आंकड़े हो सकते हैं क्या? आपको सुनकर के गर्व हुआ कि नहीं हुआ। मोदी को आशीर्वाद देने का मन कर गया कि नही कर गया? जी भर के आशीर्वाद देने का मन कर गया कि नहीं कर गया?

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भाइयो-बहनो, ये ऐसी सरकार है जो पल-पल का पाई- पाई का हिसाब देकर के जनता का विश्वास जीतती रहती है। साथियो, जब स्पीड और स्केल से विकास के काम होते हैं तब इसका लाभ समाज के हर वर्ग को मिलता है। तब देश अपने सामार्थ्य के साथ अपने संसाधनों के साथ न्याय कर पाता है। लेकिन क्या हम विकास की इस गति से सन्तुष्ट है। जी नहीं, मोदी सन्तुष्ट होकर सोने वालों में से नहीं है। उसने तय किया है कि शरीर का कण-कण, जीवन का पल-पल सिर्फ और सिर्फ आपके लिए। ये गति हमें 2000 के पहले से चली आ रही व्यवस्थाओं के बावजूद मिली थी। अब बीते पांच वर्षों हमने व्यवस्थाओं में भी बहुत सुधार किया है। इसलिए अब अगले पांच साल में देश वो गति देखने जा रहा है जिसका उसे वर्षों से इंतजार था। भाइयो और बहनो, कांग्रेस में ईमानदारी होती, देश के लिए कुछ करने का जज्बा होता तो वो सत्ता के इतने वर्षों में बहुत कुछ कर सकती थी। लेकिन उसने वोट बैंक की राजनीति की, सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बनाया, और लोगों से झूठ बोलकर उन्हें धोखा दिया। साथियो, यहां राजस्थान में लोग आकर के चिल्ला कर के कह रहे थे। बड़े-बड़े लोग आकर कह रहे थे कि दस दिन में किसानों का कर्ज माफ कर दूंगा। कहा था कि नहीं कहा था? कर्ज माफ हुआ क्या? कर्ज माफ हुआ क्या ? लेकिन बताया यहीं जा रहा है कि राजस्थान में किसानों का कर्ज माफ हो गया। भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए कर्ज माफ हुआ है ? आपमें से किसी का कर्ज माफ हुआ तो हाथ ऊपर कीजिए। कोई है क्या? कोई है क्या ? पूरा देश ये देख रहा है ये टीवी वाले जरूर दिखाएंगे कि राजस्थान का ये झूठ पूरे देश में फैलाया जा रहा है। अब आप देश को बताइए कि आपसे ही नहीं पूरे देश से एक और झूठ बोला जा रहा है। साथियो, देश से पिछले सात दशकों से ये लोग ऐसा ही झूठ बोलते आए हैं। इनकी केवल तीन सच्चाई है उसमें वो झूठे नहीं होते। इनके आचार में, विचार में, व्यवहार में, कल्चर में। ये तीन बातें पक्की है। ये तीन बातें कौन सी है। तीन बातें कौन सी सच्ची है। उनकी सच्चाई है, एक तो है नामदार परिवार, भ्रष्टाचार, और झूठे वादे की भरमार। इसके अलावा कुछ नहीं है। भाइयो बहनो, जिन किसानों को कांग्रेस ने ठगा आज उनके साथ क्या सलूक हो रहा है। आज जब वो हिसाब मांग रहे हैं तो कांग्रेस के मंत्री किसानों का गिरेबान पकड़कर उनको गालियां दे रहे हैं। यहां पड़ोस में बरन में ही किसान पर यूरिया के लिए लाठियां चली। पांच साल में देश में कहीं भी .रिया की दिक्कत नहीं आई, लेकिन यहां कांग्रेस सरकार बनते ही बिचौलियों की फैक्ट्री स्टार्ट हो गई।

भाइयो-बहनो, कांग्रेस ने खुद तो वादा पूरा नहीं किया, लेकिन भाजपा सरकार ने किसानों के लिए जो बहुत बड़ी योजना बनाई है उसका लाभ भी आप तक नहीं पहुंचने दे रही है। देश में करोड़ों किसान परिवारों को पहली और दूसरी किस्त के पैसे खाते में मिल चुके हैं। राजस्थान के भी 50 लाख से भी अधिक परिवारों को ये मदद मिलनी तय हुई है। लेकिन कांग्रेस की सरकार सारे किसानों के नाम देने में आना कानी कर रही है। भाइयो बहनो, एक और बहुत बड़ा संकल्प हमने लिया है, जिसका सबसे अधिक लाभ राजस्थान को होने वाला है। मेवाड़ को होने वाला है। बीते पांच वर्षों में जिस तकह हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए हमने दिन-रात काम किया है। आने पांच वर्षों में हम पानी के लिए वैसा ही काम करना चाहते हैं, और पानी के लिए अलग से जल शक्ति मंत्रालय हम बनाएंगे। आधुनिक तकनीक से देश की नदियां समुद्र और बारिश के पानी को सूखाग्रस्त क्षेत्रों में तकनीक के द्वारा कैसे पहुंचा जा सकता है। समुद्र के पानी को मीठा कर के कैसे उपयोग में लाया जा सकता है। ये सारी बातों पर हम काम करने वाले हैं। वरना पानी को लेकर कांग्रेस का रवैया कैसा रहा है आप भी जानते हैं। साथियो, कांग्रेस ने आपसे वोट तो लिया लेकिन आपके राजस्थान के खाते का पानी पाकिस्तान को पिलाती रही है। आप प्यासे रहे, कांग्रेस पाकिस्तान की प्यास बुझाने की चिंता करती रहती है। भाइयो बहनो, अगर कांग्रेस ने दशकों पहले सिंधू जल संधि के तहत हमारे हिस्सा का पानी ही रोक लिया होता तो आज राजस्थान में पानी की किल्लत नहीं होती। अब इतने वर्षों बाद भाजपा की सरकार ने पाकिस्तान में बहने वाले पानी को रोकने के लिए एक बांध परियोजना पर काम शुरू करवाया है। अब आने वाले दिनों में आपके हक का पानी आपको मिलेगा पाकिस्तान को नहीं मिलेगा। बस ये ध्यान रखिएगा कि कांग्रेस मजबूत होते ही सबसे पहला काम इस बांध परियोजना को रुकवाने का न कर लें। जरा जागते रहना, वरना उन्होंने .ही किया है। यहीं उनका काम करने का तरीका है।

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भाइयो बहनो, अपनी इसी परंपरा पर चलते हुए देश में गरीबों, वंचितों, पिछड़ों, आदिवासियों के लिए जो भी काम किए जा रहे हैं। उनपर रोड़ा अटकाने का काम यहां की कांग्रेस सरकार कर रही है। अभी तो नई नई आई है। लेकिन एक ही काम है- परेशानियां पैदा करो। आपके इस चौकीदार ने पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिलवाया। ये काम बाकी समाज के हक को छीने बिना, छेड़े बिना हमने समाज को साथ रख कर किया है। लेकिन यहां कि सरकार इसमें भी आनाकानी कर रही है। इसी तरह आयुष्मान भारत योजना से पांच लाख रुपये हर वर्ष इलाज के लिए गरीब को मिल रहे हैं। देश के करीब 50 करोड़ गरीबों को ये सुविधा दी जा रही है। लेकिन यहां की सरकार ने आपको 5 लाख रुपये के मुफ्त इलाज से वंचित रखा है। इतना ही नहीं वसूंधरा जी के समय जो भामाशाह योजना चलती थी उस पर भी ताले लगा दिए हैं। ये जनता के दुश्मन हैं।

भाइयो बहनो, जो वोट के लिए गरीबों के स्वास्थ्य से खिलावड़ कर सकते हैं, वो देश का क्या भला करेंगे? आप सोच सकते हैं। साथियो, आपका ये चैकीदार देश की रक्षा के साथ साथ हमारी वीर वीरांगनाओं के संस्कारों के भी रक्षा में जुटा हुआ है। वरना कांग्रेस ने तो उन्हें इतिहास से मिटाने की भी पूरी तैयारी कर ली है। आपका ये चौकीदार ऐसा नहीं होने दे सकता है। इसी सोच के साथ महाराणा प्रताप के नाम पर डाक टिकट जारी किया है। इसके अलावा वीर भूमि चित्तौड़गढ़ एक्सप्रेस और प्रतापगढ़ में महाराणा प्रताप बटालियन भी उनके शोर्य का प्रतीक है। हमारी आस्था के केंद्र भगवान सांवरिया सेठ के मंदिर को भी सजाने संवारने का काम आज भारत सरकार कर रही है। देश की संसकृति से लेकर देश के विकास से जुड़ी परियोजनाओं तक हम सभी चौकीदारों को कांग्रेस और उसके साथियों से उसकी रक्षा करनी है। 

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भाइयो-बहनो, मैं अपनी बात समाप्त करने से पहले, आज जब मैं महाराणा प्रताप से राजस्थान के चुनाव प्रचार को आरंभ कर रहा हूं। लेकिन उस बीच जब मैं यहां आ रहा था तो आज जानकारी मिली कि हमारा मित्र देश हमारे पड़ोस में श्रीलंका में आतंकवादियों ने अनेक बम धमाके किए हैं, और बम धमाके चर्च में हुए, होटलों में हुए। आज पूरे विश्व में ईस्टर का पवित्र पर्व मनाया जा रहा है। प्रभु यीशू के शांति के संदेश को दुनिया आत्मसात करने के लिए आज पूजा-पाठ करती है। बड़ी श्रद्धा के साथ संकल्प करती है। निर्दोश लोग आज चर्च में प्रार्थना कर रहे थे, ईस्टर का पर्व मना रहे थे, दिव्य आत्मा की अनुभूति कर रहे थे। उसी समय इन नराधम आतंकवादियों ने सैकड़ों की तदाद में छोटे छोटे बच्चों को बहनों को माताओं को भाइयो श्रीलंका के हमारे पड़ोस में आतंकवादियों ने खूनी खेल खेला, निर्दोषों को मार दिया। भाइयो –बहनो, आतंकवाद कितना भयंकर है, हर दिन दुनिया में कहीं न कहीं धरती को खून के रंग से रंग दिया जाता है। आज श्रीलंका में जो कुछ हुआ है। श्रीलंकावासियों के साथ आज भारत पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। ऐसी संकट की घड़ी में भारत श्रीलंका की जो भी मदद कर सकता है हर मदद के लिए तैयार है। इस संकट की घड़ी में इस पवित्र अवसर पर भगवान में लीन लोंगों ने अपने स्वजन खोये हैं, इनके प्रति भी उनके परिवारजनों के प्रति भी मैं मेरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। भाइयो बहनो, आप सभी जब वोट देने जाएंगे, कमल के निशान पर बटन दबाएंगे तो मन में ये भी तय करिए कि आप बटन दबा रहे हैं आंकवाद को खत्म करने के लिए। आपकी एक उंगली में ताकत है। आपकी उंगली में ताकत है। आप कमल के निशान पर बटन दबाओगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए मुझे ताकत मिलेगी।

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आप मुझे बताइए आतंकवाद खत्म होना चाहिए कि नहीं चाहिए? नेस्तनाबूद होना चाहिए कि नहीं चाहिए? चुन चुन कर के साफ होना चाहिए कि नही चाहिए? कौन कर सकता है ये काम बताइए ? मोदी के सिवा कोई नाम दिखता है? मोदी के सिवा कोई नाम दिखता है आपको बता दीजिए? कोई कर सकता है क्या? ऐसे लोगों के हाथ में आप अपनी जिंदगी दे सकते हो, अपने बच्चों की जिंदगी दे सकते हो, अपने परिवार की जिंदगी दे सकते हो, हमारे राजस्थान की जिंदगी दे सकते हो, हमारे हिंदुस्तान की जिंदगी दे सकते हो। भाइयो बहनो, इस बार जब कमल के निशान पर बटन दबाओगे न तो आपके भीतर एक नागरिक की सजगता तो है, पर वीर सैनिक की सजगता भी होनी चाहिए, जो देश के लिए वोट डालता है, देश के उज्जवल भविष्य के लिए वोट डालता है। दल से बड़ा देश होता है भाइयो, और इसलिए देश के लिए वोट डालना है, और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, आप जब कमल के निशान पर बटन दबाएंगे न आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

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भाइयो –बहनो आप मेरे साथ एक संकल्प लेंगे? पूरी ताकत से लेंगे? मैं बोलूंगा उसके बाद आपको बोलना है। घर घर में है चौकीदार। इधर बोलेंगे आप लोग, इधर भी, यहां पीछे भी जो धूप में है वो भी। आपको बोलना है घर घर में चौकीदार। क्या बोलना है... क्या बोलना है... बोलेंगे? भ्रष्टाचारी होशियार घर-घर में चौकीदार, भगोड़े पर कानून की मार घर-घर में चौकीदार, बंद हुआ काला कारोबार, घर घर में चौकीदार, देशद्रोहियों पर कड़ा प्रहार घर घर में चौकीदार, आतंक पर आखिरी वार घर घर में चौकीदार, दुश्मन होजा खबरदार घर-घर में चौकीदार, घुसपैठिएं भागे सीमापार घर-घर में चौकीदार, टूटेगा जात-पात की दीवार घर-घर में चौकीदार, दागदार पर भारी कामगार घर-घर में चौकीदार

भारत माता की जय भारत मात की जय भारत माता की जय
बहुत बहुत धन्यवाद

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Women are among the highest beneficiaries of Mudra scheme: PM Modi
April 08, 2025
QuoteMudra Yojana is not limited to any specific group but aims to empower the youth to stand on their own feet: PM
QuoteMudra Yojana has a transformative impact in fostering entrepreneurship and self-reliance: PM
QuoteMudra Yojana has brought a silent revolution with shift in the societal attitude about entrepreneurship: PM
QuoteWomen are among the highest beneficiaries of Mudra scheme: PM
Quote52 crore loans have been disbursed under the scheme, a monumental achievement unparalleled globally: PM

लाभार्थी - सर आज मैं शेयर करना चाहूंगा मेरा स्टोरी जो की एक पेट हॉबी से कैसा की मैं एंटरप्रेन्योर बना और मेरा जो बिजनेस वेंचर है उसका नाम है K9 वर्ल्ड, जहां पर हम लोग हर प्रकार के पेट सप्लाईज, मेडिसिंस और पेट्स प्रोवाइड करवाते हैं सर। सर मुद्रा लोन मिलने के बाद सर हम लोगों ने काफी सारे फैसिलिटी स्टार्ट किए, जैसे की पेट बोर्डिंग फैसिलिटी स्टार्ट किए हम लोग, जो भी like पेट पेरेंट्स है अगर वो कहीं बाहर जा रहे हैं सर, तो हमारे पास वो छोड़कर जा सकते हैं और उनके पेट हमारे यहां पर रहते हैं होमली एनवायरमेंट में सर। पशुओं के लिए मेरा जो like प्रेम है, वो सर अलग ही है, like मैं खुद खाऊं ना खाऊं, वह मैटर नहीं करता, बट उनको खिलाना है सर।

प्रधानमंत्री - तो घर में सब लोग तंग आ जाते होंगे आपसे?

लाभार्थी - सर इसके लिए मैं अपने सारे डॉग्स के साथ सेपरेट, सेपरेट like स्टे है, सेपरेट स्टे है, और मैं आपको भी बहुत धन्यवाद बोलना चाहूंगा सर, बिकॉज़ सर आप ही के कारण काफी सारे जो पशुप्रेमी हैं और NGO वर्कर्स है, अभी वो अपना काम सर ओपनली कर पाते हैं, बिना कोई रोक-टोक के ओपनली कर पाते हैं सर। मेरा जो निवास है वहां पर सर टोटली mentioned है, अगर आप पशुप्रेमी नहीं है, सर आप अलाउड नहीं है।

प्रधानमंत्री - यहां आने के बाद काफी आपकी पब्लिसिटी हो जाएगी?

लाभार्थी - सर ओबवियसली।

प्रधानमंत्री - आपका हॉस्टल छोटा पड़ जाएगा।

लाभार्थी - पहले जहां पर मैं महीने में 20000 कमा पाता था, सर अभी वहां पर मैं महीने में 40 से 50 हजार कमा पाता हूं।

प्रधानमंत्री - तो अभी आप एक काम कीजिए, जो बैंक वाले थे।

लाभार्थी - हां जी सर।

प्रधानमंत्री - जिसके समय आपको लोन मिला, एक बार उन सबको बुलाकर के आपके सारे चीज दिखाइए और उनको धन्यवाद कीजिए, उन बैंक वालों का, की देखिए आपने मेरे पर भरोसा किया और यह काम जो ज्यादा लोग हिम्मत नहीं करते, आपने मुझे लोन दिया, देखिए मैं कैसा काम कर रहा हूं।

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लाभार्थी - डेफिनेटली सर।

प्रधानमंत्री – तो उनको अच्छा लगेगा कि हां उन्होंने कोई अच्छा काम किया है।

लाभार्थी - वह ना एक माहौल को वह जो एकदम पिन ड्राप साइलेंस माहौल होता है कि पीएम का ओरा है उसको उन्होंने थोड़ा सा तोड़ा और वह हमारे साथ थोड़ा सा घुले-मिले, तो वह एक चीज मुझे बहुत अट्रैक्टिव लगी उनकी और दूसरी सबसे इंपोर्टेंट चीज कि वह बहुत ही ज्यादा गुड लिस्नर है।

लाभार्थी - I am Gopikrishnan, Entrepreneur based of mudra loan from Kerala. Pradhan Mantri Mudra Yojana has transformed me into a successful entrepreneur. My business continues to thrive bring renewable energy solutions to households and offices while creating job opportunities.

प्रधानमंत्री - आप जब दुबई से वापस आए तो आपका प्लान क्या था?

लाभार्थी – मैं वापस आया कि मैं यह मुद्रा लोन के बारे मैं मेरे को इनफॉरमेशन मिला था, इसलिए मैं वह कंपनी resign किया है।

प्रधानमंत्री - अच्छा आपको वहीं पता चला था?

लाभार्थी – हां। और रिजाइन करके, इधर आकर फिर यह मुद्रा लोन को अप्लाई करके, यह शुरू किया है।

प्रधानमंत्री - एक घर पर सूर्यघर का काम पूरा करने में कितना दिन लगता है?

लाभार्थी – अभी मैक्सिमम दो दिन।

प्रधानमंत्री - 2 दिन में एक घर का काम कर लेते हैं।

लाभार्थी – काम करते है।

प्रधानमंत्री - आपको डर लगा हो कि ये पैसे में दे नहीं पाऊंगा, तो क्या होगा, मां-बाप भी डांटते होंगे, ये दुबई से घर वापस चला आया, क्या होगा?

लाभार्थी – मेरी मां को थोड़ा टेंशन था, लेकिन वह भगवान की कृपा से सब कुछ हो गया।

प्रधानमंत्री - उन लोगों का क्या रिएक्शन है जिनको पीएम सूर्यघर से अब मुफ्त बिजली मिल रही है, क्योंकि केरल में घर नीचे होते हैं, पेड़ बड़े होते हैं, सूर्य बहुत कम आता है, बारिश भी रहती है, तो उनको कैसा लग रहा है?

लाभार्थी – ये लगाने के बाद उन लोगों को बिल कितना 240-250 के अंदर ही आता है। 3000 वालों को अभी 250 rupees का अंदर ही आता है बिल।

प्रधानमंत्री - अभी आप हर महीने कितने का काम करते हैं? अकाउंट कितना होगा?

लाभार्थी – ये अमाउन्ट मेरे को...

प्रधानमंत्री - नहीं इनकम टैक्स वाला नहीं आएगा, डरो मत, डरो मत।

लाभार्थी – ढाई लाख मिल रहा है।

प्रधानमंत्री – ये वित्त मंत्री मेरे बगल में बैठे हैं, मैं उनको बताता हूं, वह आपके यहां इनकम टैक्स वाला नहीं आएगा।

लाभार्थी – ढाई लाख से ऊपर मिलते हैं।

लाभार्थी – सपने वो नहीं जो हम सोते वक्त देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते हैं। मुसीबतें होंगी और मुश्किलें भी आएंगी, जो संघर्ष करेगा, वही सफलता पाएगा।

लाभार्थी – I am the founder of हाउस ऑफ़ पुचका. घर पर खाना-वाना बनाते थे तो हाथों में टेस्ट अच्छा था, तो सबने सजेस्ट किया कि आप कैफे फील्ड में जाओ। फिर उसमें रिसर्च करके पता चला कि प्रॉफिट मार्जिन वगैरा भी अच्छा है, तो फूड कॉस्ट वगैरा मैनेज करेंगे, तो आप एक सक्सेसफुल बिजनेस रन कर सकते हैं।

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प्रधानमंत्री - एक यूथ, एक जनरेशन है, कुछ पढ़ाई की तो उनको लगता है कि नहीं-नहीं मैं तो कहीं नौकरी करके सेटल हो जाऊंगा, रिस्क नहीं लूंगा। आप में रिस्क टेकिंग कैपेसिटी है।

लाभार्थी – जी।

प्रधानमंत्री - तो आपके रायपुर के भी दोस्त होंगे और corporate वर्ल्ड के दोस्त होंगे, स्टूडेंट दोस्त भी होंगे। उन सब में इसकी क्या चर्चा है? क्या सवाल पूछते हैं? उनको क्या लगता है? ऐसा कर सकते हैं? करना चाहिए, उनको भी आगे आने का मन करता है?

लाभार्थी – सर मैं जैसे कि अभी मेरी ऐज 23 ईयर्स है, तो मेरे पास अभी रिस्क टेकिंग एबिलिटी भी है, और टाइम भी है, तो यही समय होता है, मैं ना यूथ को लगता है कि हमारे पास फंडिंग नहीं है, बट वह गवर्नमेंट स्कीम्स के बारे में अवेयर नहीं है, तो मैं अपनी साइड से यहीं उन्हें सजेशन देना चाहूंगी, आप थोड़ा रिसर्च करो, जैसे मुद्रा लोन भी है, वैसे पीएम ईजीपी लोन भी है, कई लोन जो आपको विदाउट mortgage मिल रहे हैं, तो अगर आप में पोटेंशियल है तो आप जब ड्रॉप करो, क्योंकि sky has no limits for you, तो आप बिजनेस करिए और जितना चाहे उतना grow कर सकते हैं।

लाभार्थी – सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो जिन्हें छत तक जाना है, अपनी मंजिल आसमान है रास्ता हमें खुद बनाना है। I am MD, Mudasir Naqasbandi, the owner of Bake My Cake, Baramulla Kashmir. We have become job creators from job seekers with the successful business. We have provided stable jobs for 42 persons from remote areas of Baramulla.

प्रधानमंत्री - आप इतना बहुत तेजी से प्रोग्रेस कर रहे हैं, जिस बैंक ने आपको लोन दिया, लोन देने से पहले आपकी स्थिति क्या थी?

लाभार्थी – Sir, overall that was 2021 before this I was not in lacs or crores, I was just in thousands.

प्रधानमंत्री – आपके यहां भी यूपीआई का उपयोग होता है?

लाभार्थी – सर शाम को जब कैश चेक करते है तो I get very disappointed because 90% transactions UPI होती है, and we have just 10% of cash in hand.

लाभार्थी – एक्चुअली मुझे वह बहुत ज्यादा पोलाइट लगे और ऐसा लग ही नहीं कि He is the Prime Minister of our country, ऐसा लग रहा था कोई हमारे साथ का और हमें गाइड कर रहा है, So वह एक humbleness उनकी तरफ से show हुआ।

प्रधानमंत्री - सुरेश आपको यह कहां से जानकारी मिली, पहले क्या काम करते थे, परिवार में पहले से क्या काम है?

लाभार्थी – सर पहले से मैं जॉब करता था।

प्रधानमंत्री – कहां पर?

लाभार्थी – वापी में, और 2022 में फिर मुझे ख्याल आया कि जॉब से कुछ होने वाला नहीं है, तो खुद का बिजनेस स्टार्ट करू।

प्रधानमंत्री - वापी में जो आप डेली ट्रेन में जाते थे, रोजी-रोटी कमाते थे, वह ट्रेन की जो दोस्ती बड़ी गजब होती है, तो ये....

लाभार्थी – सर मैं सिलवासा में रहता हूं और जॉब में वापी में करता था, अब मेरा सिलवासा में ही है।

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प्रधानमंत्री - मैं जानता हूं सब अप-डाउन वाली गैंग हैं वो, लेकिन वह लोग अब पूछते होंगे कि तुम ये कैसे कमाने लग गए हो, क्या कर रहे हो? उनमें से किसी का मन करता है कि वह भी मुद्रा लोन ले, कहीं जाए?

लाभार्थी – हां सर अभी रिसेंटली जब मैं यहां पर आ रहा था, तो मेरा एक फ्रेंड ने भी वही मेरे को बोला कि अगर हो सके तो मुझे भी थोड़ा गाइड करना मुद्रा लोन के लिए।

प्रधानमंत्री - सबसे पहले तो मेरे घर में आप सबका आने के लिए मैं धन्यवाद करता हूं। हमारे यहां शास्त्रों में कहा जाता है कि जब मेहमान घर में आते हैं और उनके चरण रज पड़ती है तो घर पवित्र हो जाता है। तो मैं बहुत स्वागत करता हूं आपका। आप सबके भी कुछ अनुभव होंगे, किसी का कोई बहुत इमोशनल ऐसा अनुभव हो, अपना काम करते हुए। अगर किसी को कहने का मन करता है तो मैं सुनना चाहता हूं

लाभार्थी – सर सबसे पहले मैं सिर्फ आपसे इतना कहना चाहूंगी, चूंकि आप मन की बात कहते भी और सुनते भी हैं, तो आपके सामने एक बहुत छोटे शहर रायबरेली की महिला व्यापारी खड़ी है, जो इस बात का प्रमाण है कि आपके सहयोग और समर्थन से जितना फायदा MSMEs को हो रहा है, मतलब मेरे लिए बहुत ही भावनात्मक समय है यहां पर आना और हम आपसे वादा करते हैं कि हम भारत को विकसित भारत मिलकर बनाएंगे, जिस तरीके का आप सहयोग और बिल्कुल बच्चों की तरह ट्रीट कर रहे हैं आप MSMEs को, चाहे हमें लाइसेंस लेने में जो प्रॉब्लम्स आती थीं, गवर्नमेंट से वह नहीं होती हैं, या फंडिंग को लेकर...

प्रधानमंत्री - आप चुनाव लड़ना चाहती हैं?

लाभार्थी – नहीं-नहीं सर यह सिर्फ मेरी मन की बात है जो मैंने आपसे बोली है, जी-जी क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि यह प्रॉब्लम पहले मैं फेस कर रही थी, कि लोन वगैरा जब लेने जाते थे तो मना होता था।

प्रधानमंत्री - आप यह बताइए, आप करती क्या है?

लाभार्थी – बेकरी-बेकरी

प्रधानमंत्री - बेकरी

लाभार्थी – जी-जी।

प्रधानमंत्री - अभी कितना पैसा आप कमाती हो?

लाभार्थी – सर जो महीने का मेरा टर्न ओवर हो रहा है वह ढाई से तीन लाख रुपए का हो रहा है।

प्रधानमंत्री – अच्छा, और कितने लोगों को काम देती है?

लाभार्थी – सर हमारे पास 7 से 8 लोगों का ग्रुप है।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – जी।

लाभार्थी – सर मेरा नाम लवकुश मेहरा है, मैं भोपाल मध्य प्रदेश से हूं। चूंकि पहले मैं जॉब करता था सर, किसी के यहां नौकरी करता था तो नौकर था सर, आपने हमारी गारंटी ली है सर, मुद्रा लोन के माध्यम से और सर आज हम मालिक बन गए सर। मैंने, एक्चुअली मैं एमबीए हूँ। और फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री का मुझे बिल्कुल नॉलेज नहीं था। मैंने 2021 में अपना काम चालू किया और सर मैंने पहले बैंकों को अप्रोच किया, मुझे 5 लाख की उन्होंने सीसी लिमिट मुद्रा लोन की दी। लेकिन सर मुझे डर ये लगता था कि पहली बार इतना बड़ा लोन ले रहे हैं, पटा पाएंगे कि नहीं पटा पाएंगे। तो मैं उसमें से तीन-साढे तीन लाख ही खर्च करता था सर। आज की डेट में सर 5 लाख से साढ़े 9 लाख का मेरा मुद्रा लोन हो गया है और मेरा फर्स्ट ईयर 12 लाख का टर्नओवर था, जो कि आज के डेट में लगभग more than 50 लाख हो गया।

प्रधानमंत्री - आपके अन्य मित्र होंगे उनको लगता है कि भई जीवन का यह भी एक तरीका है

लाभार्थी – यस सर।

प्रधानमंत्री - आखिरकार मुद्रा योजना यह कोई मोदी की वाहा-वाही के लिए नहीं है, मुद्रा योजना मेरे देश के नौजवानों को अपने पैरों पर खड़े रहने की हिम्मत और उनका हौसला बुलंद होता चले, मैं रोजी-रोटी कमाने के लिए क्यों भटकूंगा, मैं 10 लोगों को रोजी-रोटी दूंगा।

लाभार्थी – जी सर

प्रधानमंत्री - यह मिजाज पैदा करना है, यह आपके अगल-बगल के लोगों के अनुभव में आता है?

लाभार्थी – यस सर। मेरा जो गांव है- बाचावानी मेरा एक गांव है भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर। वहां कम से कम दो-तीन लोगों ने किसी ने कोई ऑनलाइन डिजिटल की शॉप खोली है, किसी ने कोई फोटो स्टूडियो के लिए उन्होंने भी एक-एक, दो-दो लाख का लोन लिया है और मैंने उनकी हेल्प भी की है सर। Even मेरे जो फ्रेंड्स है सर....

प्रधानमंत्री - क्योंकि अब आप लोगों से मेरी अपेक्षा है, आप लोगों को रोजगार तो दें, लेकिन आप लोगों को कहिए की कोई गारंटी के बिना पैसा मिल रहा है, घर में क्यों बैठे हो, जाओ भई, बैंक वालों को परेशान करो।

लाभार्थी – मैंने सिर्फ इस मुद्रा लोन की वजह से अभी रिसेंटली 6 महीने पहले 34 लाख का अपना खुद का घर लिया है।

प्रधानमंत्री – ओ हो।

लाभार्थी – इतना मैं 60-70 हजार की जॉब करता था, आज मैं per month more than 1.5 lakh खुद का कमाता हूं सर।

प्रधानमंत्री - चलिए, बहुत-बहुत बधाई आपको।

लाभार्थी – और सब आपकी वजह से Thank You So Much Sir.

प्रधानमंत्री – खुद की मेहनत काम करती है भाई।

लाभार्थी – मोदी जी का ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा हमको कि हम प्रधानमंत्री जी से बात कर रहे हैं। ऐसे लगा की कोई हमारे घर का, परिवार का बड़ा कोई सदस्य हमसे बात कर रहा है। वो किस तरीके से यह मतलब नीचे उनकी जो मुद्रा लोन की स्कीम जो चल रही है उसमें कैसे हम लोग सफल हुए हैं, वह पूरी कहानी उन्होंने समझी। उन्होंने जिस तरह से हमको मोटिवेट किया कि आप भी उस मुद्रा लोन के और भी लोगों को अवेयर कीजिए ताकि और empower और लोग अपना व्यापार स्टार्ट कर सके।

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लाभार्थी – मैं भावनगर गुजरात से आया हूं।

प्रधानमंत्री - सबसे छोटे लगते हैं आप?

लाभार्थी – यस सर।

प्रधानमंत्री – इस सारी टोली में?

लाभार्थी – मैं फाइनल ईयर में हूं और 4 महीने....

प्रधानमंत्री - तुम पढ़ते और कमाते हो?

लाभार्थी – यस।

प्रधानमंत्री – शाबाश!

लाभार्थी – मैं आदित्य टेक लैब का फाउंडर हूं जिसमें मैं 3D प्रिंटिंग, रिवर्स इंजीनियरिंग और रैपिड प्रोटो टाइपिंग और साथ-साथ में थोड़ा रोबोटिक्स का वर्क भी करता हूं, क्योंकि मैं फाइनल ईयर mekatronix स्टूडेंट हूं, तो ऑटोमेशन और वो सब में ज्यादा रहता है। तो जैसे की मुद्रा लोन से मुझे ये, जैसे कि अभी मेरी ऐज 21 है तो उसमें स्टार्ट करने में सुना था बहुत की लोन लेने का प्रोसेस बहुत कंपलेक्स है, इस साल में नहीं मिलेगी, कौन बिलीव करेगा, अभी तो एक-दो साल जॉब का एक्सपीरियंस करो, बाद में लोन मिलेगी। तो जैसे सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक है वहां हमारे भावनगर में तो वहां जाकर मैंने मेरा आइडिया, कि मैं क्या करना चाहता हूं, वह सब बताया, तो उन लोगों ने कहा की ठीक है, आपको मुद्रा लोन जो किशोर कैटिगरी है 50000 से 5 लाख तक उसके अंडर, तो मैंने 2 लाख की लोन ली और 4 महीने से मैं शुरू करा उसको, तो सोम से शुक्रवार तक मैं कॉलेज जाता हूं और बाद में वीकेंड्स में भावनगर रहकर मेरा वर्क पेंडिंग है वह खत्म कर देता हूं और अभी मैं महीने का 30 से 35000 कमा रहा हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – हां।

प्रधानमंत्री – कितने लोग काम करते हैं?

लाभार्थी – अभी मैं रीमोटली वर्क करता हूं।

प्रधानमंत्री – तुम दो दिन काम करते हो।

लाभार्थी – मैं रीमोटली वर्क करता हूं, मम्मी पापा है घर पर, वह पार्ट टाइम में मेरी हेल्प कर देते हैं। फाइनेंशियल सपोर्ट तो मिलता है मुद्रा लोन से, बट खुद में जो बिलीव करना है ना, Thank You Sir!

लाभार्थी – अभी हम मनाली में अपना बिजनेस कर रहे हैं! सबसे पहले मेरे हस्बैंड सब्जी मंडी में काम करते थे फिर शादी के बाद जब मैं उनके साथ गई तो मैंने उनको कहा कि किसी के पास काम करने से अच्छा है हम दोनों एक दुकान खोलते हैं, सर फिर हमने सब्जी की दुकान की तो सर जैसे सब्जी रखते रहे धीरे-धीरे मतलब सर लोग बोलने लगे, आटा-चावल रखो, फिर सर पंजाब नेशनल बैंक का स्टाफ हमारे पास सब्जी लेने आता था, तो मैंने ऐसे उनसे बात की कि अगर हमने पैसे लेने हो, क्या हमें मिलेंगे, तब उन्होंने पहले मना कर दिया, मतलब यह 2012-13 की बात है, फिर मैंने बोला ऐसे.....

प्रधानमंत्री - आप यह 2012-2013 कह रहो हो, कोई पत्रकार को पता चलेगा तो आपको कहेंगे कि पुरानी सरकार को गाली दे रहे हैं।

लाभार्थी – तो फिर उन्होंने, नहीं-नहीं, फिर उन्होंने बोला कि आपके पास प्रॉपर्टी वगैरह है, मैंने बोला नहीं, जैसे ही यह मुद्रा लोन का पता चला ना जब, यह स्टार्ट हुआ 2015-16 में तब जैसे मैंने उनसे कहा कि ऐसे-ऐसे, उन्होंने खुद ही बताया हमें कि एक योजना चली है, अगर आपको चाहिए तो। सर मैंने बोला हमें चाहिए, तो उन्होंने हमें कोई कागज, पत्र कुछ नहीं मांगा। उन्होंने ढाई लाख रुपये हमें फर्स्ट टाइम दिये। वह ढाई लाख रुपये मैंने दो-ढाई साल में उनको वापस दिए, उन्होंने मुझे फिर ₹500000 दिये, फिर मैंने राशन की एक शॉप खोल ली, फिर वह दोनों शॉप मुझे छोटे पड़ने लगी, सर मेरा काम बहुत बढ़ने लगा, यानी कि जो मैं दो ढाई लाख साल में कमाती थी, आज मैं 10 से 15 लाख साल में काम रही हूं।

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प्रधानमंत्री – वाह।

लाभार्थी - फिर उन्होंने, मैंने 5 लाख भी कंप्लीट कर दिया, तो उन्होंने मुझे 10 लाख दिया, सर मैंने 10 लाख भी कंप्लीट कर दिया तो ढाई साल में ऐसे ही, तो अब उन्होंने मुझे 2024 नवंबर में 15 लाख दे दिया। और सर मेरा काम बहुत ज्यादा बढ़ रहा है और मुझे अच्छा लग रहा है कि अगर हमारे प्रधानमंत्री ऐसे हैं और अगर वह हमारा साथ दे रहे हैं, तो हम भी उनका साथ ऐसे ही देंगे, हम कहीं भी ऐसे गलत नहीं होने देंगे कि हमारा भी करियर खराब हो, कि हां जी उन लोगों ने ऐसे पैसे वापस नहीं दिए। बैंक वाले अब मैं, बैंक वाले तो बोले रहे थे 20 लाख ले लो, तो मैंने बोला अब हमें नहीं चाहिए, फिर भी उन्होंने बोला 15 लाख रखो जरूरत हो निकालो तो, ब्याज बढ़ेगा, नहीं निकालोगे तो नहीं बढ़ेगा। पर सर आपकी यह स्कीम मुझे बहुत अच्छी लगी।

लाभार्थी – I came from AP. I don’t know Hindi, but I will speak in Telugu.

प्रधानमंत्री - कोई बात नहीं अब तेलुगू बोलिए।

लाभार्थी – Is it sir!! I got married in 2009 sir. I remained as a housewife until 2019.I was trained with Regional training centre of Canara bank for thirteen days for the manufacturing of Jute bags.I got 2 lakhs loan under mudra yojana through the bank.I have started my business in November 2019. Canara bank people believed in me and sanctioned Rs.2 lakhs. They did not ask for any surety, no help was needed to get the loan. I got the loan sanctioned without any surety.In 2022 because of my loan repayment history, Canara bank has sanctioned additional Rs.9.5 lakhs. Now fifteen people are working under me.

प्रधानमंत्री – यानी 2 लाख से शुरू किया, साढ़े 9 लाख तक पहुंच गए।

लाभार्थी – Yes Sir!

प्रधानमंत्री – How many people are working with you?

लाभार्थी – 15 members sir.

प्रधानमंत्री – 15.

लाभार्थी – All are housewives and all are RCT (Rural self-employment centre) trainees.I used to be one of the trainees, now I am also one of the faculty. I am very much grateful for this opportunity. Thank you Thank you Thank you very much sir.

प्रधानमंत्री – Thank you, Thank You धन्यवाद।

लाभार्थी – सर मेरा नाम पूनम कुमारी है। सर मैं बहुत ही गरीब फैमिली से हूं, बहुत गरीब फैमिली थी हमारी, इतना गरीब....

प्रधानमंत्री – आप दिल्ली पहली बार है आई?

लाभार्थी – Yes Sir.

प्रधानमंत्री – वाह।

लाभार्थी – और मैं फ्लाइट में भी पहली बार बैठी हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – इतनी गरीबी थी मेरे यहां कि मैं अगर एक टाइम खाती थी तो दूसरा बार सोचना पड़ता था, लेकिन सर बहुत हिम्मत जुटा चुकी मैं किसान परिवार से हूं।

प्रधानमंत्री – आप बिल्कुल स्वस्थ होकर के।

लाभार्थी – क्योंकि मैं किसान परिवार से हूं तो मुझे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था तो मैंने अपने हस्बैंड से बात की, कि क्यों ना हम कुछ लोन लेकर के कुछ अपना ही बिजनेस शुरू करते हैं, तो मेरे हस्बैंड ने बोला कि है हां तुम बिल्कुल अच्छे से सजेशन दे रही हो, हमें करना चाहिए, तो मेरे हस्बैंड ने दोस्त वगैरह से बात की है तो उन लोगों ने बताया की मुद्रा लोन आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा, आप करिए। फिर मैं बैंक वालों के पास गई वहां एसबीआई बैंक (जगह का नाम अस्पष्ट) फिर वो लोगों ने बताया कि हां आप ले सकते हैं बिना किसी भी वो कागजात के। तो सर मैं वहां से मुझे 8 लाख का स्वीकृत किया गया लोन और मैं बिजनेस शुरू की सर। मैं 2024 में ही ली हूं सर और बहुत अच्छा ग्रोथ हुआ सर।

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प्रधानमंत्री – क्या काम करती हो?

लाभार्थी – सर सीड्स का.. जिसमें मेरे हस्बैंड बहुत हेल्प करते हैं मार्केट का काम अधिकतर वो करते हैं मैं एक कर्मचारी भी रखी हूं सर।

प्रधानमंत्री – अच्छा।

लाभार्थी – यस सर। और बहुत आगे बढ़ रही हूं सर मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही लोन को ये कंप्लीट करूंगी, मुझे पूरा विश्वास है।

प्रधानमंत्री – तो अभी एक महीने का कितना कमा सकती है?

लाभार्थी – सर 60000 तक हो जाता है।

प्रधानमंत्री – अच्छा 60000 रुपया। तो परिवार को विश्वास हो गया?

लाभार्थी – बिल्कुल सर, बिल्कुल। आज मैं आत्मनिर्भर हूं आपकी इस योजना की वजह से।

प्रधानमंत्री – चलिए बहुत बढ़िया काम किया आपने।

लाभार्थी – Thank You Sir! मुझे आपसे बात करने की बहुत इच्छा थी सर, मुझे विश्वास नहीं था कि मैं, मैं भी मोदी जी से मिलने जा रही हूं, मुझे बिलीव ही नहीं हो रहा था। जब मैं यहां आ गई दिल्ली तो मुझे अरे रियली मैं जा रही हूं। Thank You Sir, मेरे हस्बैंड भी आने के लिए थे कि तुम जा रही हो चलो गुड लक।

प्रधानमंत्री – मुझे मेरा मकसद यही है कि मेरे देश का सामान्य-सामान्य नागरिक वो इतना विश्वास से भरा हुआ हो, मुसीबतें होती हैं, हर एक को होती हैं। जिंदगी में कठिनाइयां होती हैं। लेकिन अगर मौका मिले तो कठिनाइयों को परास्त करके जीवन को आगे बढ़ाना और मुद्रा योजना ने यही काम किया है।

लाभार्थी – Yes Sir!

प्रधानमंत्री – हमारे देश में बहुत कम लोग हैं, जिनको इन चीजों की समझ है कि साइलेंटली कैसे रेवोल्यूशन हो रहा है। ये बहुत बड़ा साइलेंट रेवोल्यूशन है।

लाभार्थी – सर मैं और लोगों को भी कोशिश करती हूं मुद्रा योजना के बारे में बताऊ।

प्रधानमंत्री – औरों को समझाना चाहिए।

लाभार्थी –बिल्कुल सर।

प्रधानमंत्री – देखिए हमारे यहां जब हम छोटे थे तो सुनते थे, कि उत्तम खेती, मध्यम व्यापार और कनिष्ठ नौकरी.. ऐसा सुनते थे, नौकरी को आखिरी गिनते थे। धीरे-धीरे समाज की मनोस्थिति ऐसी बदल गई कि नौकरी सबसे पहले, पहला काम भाई कहीं मिल जाए बस सेटल हो जाए। जिंदगी की surety हो जाती है। व्यापार मध्यम ही रहा और लोग यहां तक पहुंच गए खेती तो सबसे आखिरी में। इतना ही नहीं किसान भी क्या करता है अगर उसके तीन बेटे हैं तो एक को कहते हैं भाई तू खेती संभालना दो को कहते हैं तुम जाओ भाई कहीं रोजी-रोटी कमाओ। ये अब आपको ये जो मध्यम वाला विषय है कि व्यापार को हमेशा मध्यम माना गया है। लेकिन आज भारत का युवा उसके पास जो एंटरप्रेन्योर स्किल है, अगर उसको हैंड होल्डिंग हो जाए थोड़ी उसको मदद मिल जाए, तो बहुत बड़े परिणाम लाता है और इस मुद्रा योजना में किसी सरकार के लिए भी ये आंख खोलने वाला विषय है ये। सबसे ज्यादा महिलाएं आगे आई हैं, सबसे ज्यादा लोन के लिए अप्लाई करने वाली महिलाएं, सबसे ज्यादा लोन प्राप्त करने वाली महिलाएं, और सबसे जल्दी रिपेमेंट करने वाली भी महिलाएं हैं। यानी ये एक नया क्षेत्र और विकसित भारत के लिए जो संभावना है ना वो इस शक्ति में पड़ी हुई है वो दिखाई दे रहा है और इसलिए मैं समझता हूं कि हमें एक वातावरण बनाना चाहिए, आप जैसे लोग जो सफल हुए हैं आपको पता है अब आपको किसी पॉलिटिशियन की चिट्ठी की जरूरत नहीं पड़ी होगी। किसी MLA, MP के घर पर चक्कर नहीं काटना पड़ा होगा, आपको मेरा विश्वास है किसी को एक रुपया भी देना नहीं पड़ा होगा। और बिना गारंटी को आपको पैसा मिलना और एक बार पैसा आए तो उसका सदुपयोग करना ये अपने आप में आपके जीवन में भी एक डिसिप्लिन ले आता है। वरना किसी को लगेगा यार ले लिया है चलो अब दूसरे शहर में चले जाए, कहां ढूंढता रहेगा वो बैंक वाला। ये जीवन को बनाने का एक अवसर देता है और मैं चाहता हूं कि मेरे देश के नौजवान ज्यादा से ज्यादा इस क्षेत्र में आए। आप देखिए 33 लाख करोड़ रुपया, ये देश के लोगों को बिना गारंटी दे दिए गए हैं। आप अखबार में तो पढ़ते होंगे, अमीरों की सरकार है। सभी अमीरों का टोटल लगा दोगे तो भी 33 लाख करोड़ नहीं मिला होगा उनको। मेरे देश के सामान्य मानवी को 33 लाख करोड़ रुपया आपके हाथ में दिए हैं, आप जैसे देश के होनहार युवा-युवतियों को दिए गए हैं। और इन सबने किसी ने एक को, किसी ने दो को, किसी ने 10 को, किसी ने 40-50 को रोजगार दिया है। यानी रोजगार देने का बहुत बड़ा काम ये इकोनॉमी को जनरेट करता है। उसके कारण प्रोडक्शन तो होता ही होता है, लेकिन जो सामान्य मानवी कमाता है तो उसको लगता है चलो पहले साल में एक शर्ट लेते थे अब दो ले लेंगे। बच्चों को पढ़ाने से संकोच करते थे अब चलो पढ़ाएंगे, तो ऐसी हर चीज का एक समाज जीवन में बड़ा लाभ होता है। अब इस योजना को 10 साल हो गए हैं। सामान्यतः सरकार में उसका स्वभाव क्या रहता है कि एक निर्णय करें, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करे और घोषणा करे कि हम ऐसा करेंगे। उसके बाद कुछ लोगों को बुलाकर के दिया-विया जला दें, लोग ताली बजा दें, और अखबार वालों की चिंता करते रहते हैं तो अखबार में भी हेडलाइन छप जाए, और उसके बाद कोई पूछता नहीं है। ये सरकार ऐसी है कि एक योजना का 10 साल के बाद हिसाब लगा रही है, लोगों से पूछ रहे हैं कि भाई ठीक है हम तो कह रहे हैं कि ये हुआ लेकिन आप बताइए क्या हुआ। और जैसे मैं आपसे पूछ रहा हूं आज देश भर में आने वाले दिनों में ऐसे समूहों को मेरे सब साथी पूछने वाले हैं, उनसे मिलने वाले हैं, उनसे जानकारी लेने वाले हैं। और उसके कारण अगर कोई इसमें बदलाव लाना है, कुछ सुधार करना है तो वो उस दिशा में भी हम जाने वाले हैं। लेकिन हमारी कोशिश, अब देखिए लगातार शुरू में 50000 से 5 लाख किया। सरकार का कॉन्फिडेंस देखिए कि पहले सरकार भी सोचती थी, भाई 5 लाख से ऊपर मत दो डूब जाएंगे तो क्या करेंगे, ये तो मोदी के बाल नोच लेंगे सब लोग। लेकिन मेरे देश के लोगों ने मेरे विश्वास को तोड़ा नहीं, मेरा जो मेरे देशवासियों पर भरोसा था, उसको आप लोगों ने मजबूत किया। और उसके कारण मेरी हिम्मत हुई कि 50000 से 20 लाख पर पहुंच गए। ये निर्णय छोटा नहीं है, ये निर्णय तब होता है, जब उस योजना की सफलता और लोगों पर भरोसा और इसमें दोनों चीजें दिखती हैं। आप सबको बहुत शुभकामनाएं और मेरी आपसे अपेक्षा रहेगी, कि जैसे आप 5-10 लोगों को रोजगार देते हैं, वैसे 5-10 लोगों को मुद्रा योजना लेकर के कुछ अपना काम करने के लिए प्रेरित कीजिए, उनको हिम्मत दीजिए, ताकि उनको एक विश्वास बनेगा और देश में 52 करोड़ लोन दिए गए हैं, 52 करोड़ लोग नहीं होंगे जैसे सुरेश ने बताया कि उसने पहले ढाई लाख लिया, फिर 9 लाख लिया, तो दो लोन हुआ। लेकिन 52 करोड़ लोन, यानी अपने आप में बहुत बड़ा आंकड़ा है। दुनिया के किसी देश में ये सोच भी नहीं सकते हैं और इसलिए मैं कहता हूं और हमारी युवा पीढ़ी को हम तैयार करें, कि भाई आप खुद शुरू करो बहुत कुछ फायदा होगा। मुझे याद है, जब मैं गुजरात में था तो मेरा एक कार्यक्रम होता था- गरीब कल्याण मेला। लेकिन उसमें एक स्ट्रीट प्ले जैसा करते बच्चे अब मुझे गरीब नहीं रहना है, ऐसा एक लोगों को मोटिवेट करने वाला एक ड्रामा होता था, मेरे कार्यक्रम में। और फिर कुछ लोग स्टेज पर आकर के अपना जो राशन कार्ड होते थे और वो सब सरकार में वापस जमा कराते थे और कहते थे कि हम गरीबी से बाहर आ गए हैं, अब हमें फैसिलिटी नहीं चाहिए। फिर वो भाषण करते थे, कि मैंने कैसे ये परिस्थिति पलटी। तो एक बार मैं शायद वलसाड जिले में था, एक 8-10 लोगों की टोली आई और सबने अपना गरीबी वाली जितने बेनिफिट थे वो सरकार को सरेंडर किए। फिर उन्होंने अपना एक्सपीरियंस सुनाया, तो क्या था? वो आदिवासी लोग थे और आदिवासियों में वो भगत का काम भजन मंडली बजाना और शाम को गाना यही काम करते थे, तो वहां से उनको एक दो लाख रुपए का लोन मिला, तब तो ये मुद्रा योजना वगैरह नहीं थी, मेरी सरकार वहां एक स्कीम चलाती थी। उसमें से कुछ वो इंस्ट्रूमेंट लाए बजाने के, कुछ उनकी ट्रेनिंग हुई, इसमें से उन्होंने 10-12 लोगों की एक ये बैंड बाजे बजाने वालों की एक कंपनी बना दी। और शादी-ब्याह में फिर वो बजाने के लिए जाने लगे फिर उन्होंने अपना अच्छा यूनिफॉर्म बना दिया। और धीरे-धीरे-धीरे करके वो बहुत पॉपुलर हो गए और वो सब के सब अच्छी स्थिति में आ गए। हर कोई, हर महीने 50-60 हजार रुपए कमाने लग गया। यानी छोटी चीज भी कितना बड़ा बदलाव लाती है, मैंने अपनी आंखों के सामने ऐसी कई घटनाएं देखी हैं। और उसी में से मुझे इंस्पिरेशन मिलता है, आप ही लोगों में से मुझे इंस्पिरेशन मिलता है कि भाई हां, देखिए देश में ऐसी शक्ति एक में नहीं अनेकों में होगी, चलो ऐसा कुछ करते हैं। देश के लोगों को साथ लेकर के देश को बनाया जा सकता है। उनकी आशा-आकांक्षा परिस्थितियों का अध्ययन करके किया, ये मुद्रा योजना उसी का एक रूप है। मुझे विश्वास है कि आप लोग इस सफलता को और नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और अधिकतम लोगों को लाभ हो, और समाज ने आपको दिया है, आपने भी समाज को देना चाहिए, ऐसा नहीं होना चाहिए कि भाई चलो अब मौज करें, कुछ ना कुछ हमें भी समाज के लिए करना चाहिए, जिसके कारण मन को एक संतोष मिलेगा।

चलिए बहुत-बहुत धन्यवाद।