The past five years have seen what a strong, transparent and people centric government can do: PM Modi
I particularly appeal to the first-time voters that they are the creators of a ‘New India,’ their dreams are my dreams and so we will ensure the fulfill their aspirations and hopes from us: Prime Minister Modi
At the time when the country celebrates its 75th year of independence in 2022, we aim to achieve 75 goals towards sustainable and inclusive development for all: PM Modi in Rajasthan

भारत माता की जय, भारत माता की जय

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, आदरणीय वसुंधरा जी, मंच पर विराजमान पार्टी के सभी साथी। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी प्रत्याशी, और ऐसी भयानक गर्मी में इतनी बड़ी तदाद में आप हमें आशीर्वाद देने आए, इसके लिए आपका ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं। एयर कंडीशन कमरों में बैठकर के जीत और हार के हिसाब लगाने वालों को पता नहीं चलता है कि ऐसी भयंकर धूप में, ऐसी भयंकर गर्मी में, नया भारत बनाने के लिए किस प्रकार से लोग जुड़ रहे हैं। ये दिल्ली में एयर कंडीशन कमरों में पता नही चलता है। साथियो, मैं हिंदुस्तान में जहां-जहां गया हूं एक अभूतपूर्व लहर मैंने देखी है। चुनाव मैंने भी बहुत देखे हैं, चुनाव लड़ा भी हूं, चुनाव लड़वाएं भी हैं। चुनाव प्रचार भी किया है, और आपकी तरह कभी नीचे बैठकर के चुनाव अभियानों को देखा भी है। लेकिन इस बार मैं देख रहा हूं कि हिंदुस्तान का हर नागरिक इस चुनाव को अपनी जिम्मेदारी मान कर के चल पड़ा है। एक-एक हिंदुस्तानी इस चुनाव का सिपाही बन गया है। चुनाव कोई पार्टी नहीं लड़ रही है, कोई उम्मीदवार नहीं लड़ रहा है। देश का उज्जवल भविष्य चाहने वाले हिंदुस्तान के नागरिक चुनाव लड़ रहे हैं।

भाइयो-बहनो, ये भारी जनसैलाब इस बात की गवाही है कि राजपूताना मेवाड़ का मूड क्या है। पूरे देश में जो लहर चल रही है, वो राजस्थान में भी साफ दिख रही है। राजस्थान का एक-एक साथी इस चौकीदार के साथ चट्टान के साथ खड़ा है, और इसलिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं, और आज मैं आपके बीच दोनों हाथ जोड़कर के आपका आभार, धन्यवाद करना चाहता हूं। पांच साल आपने जो साथ दिया, समर्थन दिया, सहयोग दिया। वसुंधरा जी के सरकार ने जो साथ दिया उसके कारण मुझे राजस्थान की सेवा करने का अवसर मिला। ये अवसर देने के लिए आज मैं आपका आभार व्यक्त करने के लिए आया हूं, और साथ-साथ और अधिक सेवा कर संकू, इसलिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। देश को विश्वास है कि आपके पड़ोस में पला-बड़ा ये मोदी खुद पर वार झेल सकता है, आपका ये प्यार आपका ये उत्साह मेरी सर आंखों पर, मैं बात आगे बढ़ाऊं, अगर आप इजाजद दें तो मैं बढ़ाऊं। आपका प्यार अद्भुत है, मैं आपका बहुत आभारी हूं। देश को विश्वास है कि मोदी खुद पर वार झेल सकता है। अपना राजनीति भविष्य भी दांव पर लगा सकता है। लेकिन देश को कभी झुकने नहीं दे सकता है।

भाइयो और बहनो, राजस्थान में कुछ दिन पहले आंधी तूफान से अनेक साथियों को हमने खोया है। मेरी पूरी संवेदना सभी प्रियजनों के साथ है। ये बहुत दुखद और मुश्किल घड़ी उनके लिए है। सरकार द्वारा हर पीड़ित परिवार को प्रभावित सभी परिवारों के साथ दिल्ली भारतीय जनता पार्टी की सरकार एनडीए की सरकार पूरी तरह उनके साथ खड़ी है। साथियो, आज राजस्थान की इस लोकसभा चुनाव में ये मेरी पहली जनसभा है और वो भी चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ से शुरू हो रहा है, और यहां से चित्तौड़गढ़ किले का विजय स्तंभ भी मेरे सामने खडा है। ये विजय स्तंभ हमें विजयी भव का आशीर्वाद दे रहा है। भाइयो और बहनो, विधानसभा चुनाव के दौरान मैं मेवाड़ में अनेक बार आया था, आज मैं नए हिंदुस्तान, मजबूत हिंदुस्तान के लिए आपका आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। महाराणा प्रताप और महारानी पद्मिनी के संस्कार जिनकी रगों में है। ऐसे आप सभी साथियों से मैं पूछता हूं आप जवाब देंगे? मैं सबसे सवाल पूछता हूं जवाब देंगे? आप मुझे बताइए आप मजबूत भारत देखना चाहते हैं या मजबूर भारत? आप पाकिस्तान को जवाब देने वाला भारत चाहते हैं या फिर पाकिस्तान के आगे दबने वाला भारत? आप आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने वाला भारत चाहते हैं या आतंकी हमले के बाद चुप बैठने वाला भारता चाहते हैं? आपको देश को कमजोर बनाने वाली कांग्रेस चाहिए या देश को मजबूत बनाने वाली भाजपा चाहिए? साथियो, आपका एक-एक वोट दिल्ली में मजबूत सरकार बनाएगा। राजस्थान ने 2014 में पूरी मजबूती से इस चौकीदार को दिल्ली में बिठाया था। इस बार पुराने सभी रिकॉर्ड टूटने चाहिए। सभी की सभी सीट तो आएगी ही लेकिन मार्जिन बढ़ना चाहिए। आज मैं विशेष तौर पर जो पहली बार लोकसभा के चुनाव में वोट देने वाले हैं। जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है। ऐसे पहली बार लोकसभा के लिए वोट देने वाले बेटे-बेटियों से नौजवानों से कहना चाहता हूं कि नया भारत बनाना आपकी जिम्मेदारी है। आपका मिजाज नए भारत का हो। जैसा आप 21वीं सदी का भारत का देखना चाहते हैं वो नए मतदताओं के वोट से होने वाला है। आपकी पुरानी पीढ़ी ने जनसंघ को मजबूत किया। भैरव सिंह शेखावत जैसा नेतृत्व देश को दिया। अब हम सबको नए भारत की दिशा तय करनी है।

भाइयो और बहनो स्वतंत्रता के बाद दशकों तक कांग्रेस पर देश ने बहुत भरोसा किया। लेकिन पांच दशकों से ज्यादा का समय कांग्रेस ने एक परिवार के सेवा में लगा दिया। इस दौरान देश के सामर्थ्य के साथ देश के संसाधनों के साथ अन्याय ही अन्याय हुआ। हमारे साथ आजाद हुए छोटे-छोटे देश हमसे कहीं आगे निकल गए। लेकिन हम विकास की उस स्थिति में नहीं पहुचे। जहां पहुंचना चाहिए था। इसलसिए जब 2014 में आपने मुझे एक नया भारत बनाने का आदेश दिया तो बिना एक पल गवाए मैं देश सेवा के मिशन मे जुट गया। भाइयो-बहनो, आप वहां पर, आपका प्यार, आपके नारे, आपका उत्साह सब मेरे तक पहुंच गया है। अब जितनी जगह है वहां है वहीं रुक जाइए। जगह कम पड़ गई है। आपको तकलीफ हो रही है। धूप में तपना पड़ रहा है। हमें क्षमा कीजिए, लेकिन आप शांत रहिए। आप इजाजद दें तो बोलूं ? इतना प्यार करोगे, इतना प्यार करोगे फिर चितौड़गढ़ छोड़ने का मन ही नहीं करेगा। आप घंटों से इस ताप में तप रहे हैं और इसलिए मैं आपका लंबा वक्त नहीं लेना चाहता, और मुझे यहां से बाड़मेर पहुंचना है। आप इजाजद दें तो बोलूं मैं। थोड़ा उत्साह बचा कर रखिए चुनाव तारीख तक चलाना है। साथियो, 130 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद और विश्वास के दम पर ही हमने गरीबी के खिलाफ, गंदगी के खिलाफ, बीमारी के खिलाफ, अशिक्षा के खिलाफ, भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ और आतंकवाद के खिलाफ जमकर के लड़ाई लड़ी है। हम देशवासियों के संगठित प्रयास का ही नतीजा है कि इन सभी लड़ाइयों में भारत को जीत हासिल हो रही है। साथियो, सरकार के काम करने के तरीके में एक और बड़ा बदलाव हम लेकर आए हैं। हमारी सराकर ने सामान्य मानवी के जीवन में बदलाव के लिए न सिर्फ योजनाएं शुरू की बल्कि उन्हें अंजाम तक पुहंचाया। वरना दशकों तक हमने ऐसी सरकारों को भी देखा था जो योजना शुरू कर तो देती थी लेकिन वो पूरी कब होगी ये कोई नहीं जानता। बड़ी-बड़ी परियोजनाएं देश में दशकों से लटकी हुई थी। इसलिए भाजपा सरकार ने स्कील, स्केल, स्पीड को अपने काम करने का एक आधार बनाया। यानी काम ऐसा हो जो तेज गति से हो। बहुत बड़े पैमाने पर हो, और पूरी कुशलता से किया जाए।

भाइयो और बहनो, आज इसी का परिणाम है कि हर रोज ये आंकड़े सुनकर के अनेकों को आश्चर्य होगा। मैं आज एक दिन के काम का हिसाब देता हूं और जब सांवरिया सेठ के चरणों के सामने बैठा हूं तो पाई-पाई के हिसाब का महत्व होता है। पल-पल के हिसाब का महत्व होता है। तभी तो सांवरिया सेठ की याद आती है, और इसलिए मैं भी हर शाम हर दिन का हिसाब लेकर सोता हूं। पूरे देश का हिसाब लेकर सोता हूं। और इसलिए मैं आज चित्तौड़ की धरती से एक दिन में क्या कर रहा हूं इसका हिसाब देना चाहता हूं। ये मैं सिर्फ एक दिन के आंकड़े बताने वाला हूं। पांच साल में क्या किया आप जोड़ लेना। आपको आश्चर्य होगा और पल भर में आप सोचिए कि आप एक दिन में कितना काम करते हैं आपको पता चलेगा काम कैसे हो रहा है।

हर रोज प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत लगभग 70 हजार बहन बेटियों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिल रहा है। ये मैं हर दिन की बात कर रहा हूं। हर रोज सौभाग्य योजना के तहत 50 हजार घरों को बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। हर रोज जन धन योजना के तहत 2 लाख से ज्यादा गरीबों के बैंक अकाउंट खोलने का हमारा रेट रहा था। हर रोज मुद्रा योजना के तहत 1 लाख से अधिक उद्यमियों को बिना गारंटी के लोन दिए गए हैं। हर रोज प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 11 हजार से अधिक घर बन रहे हैं और उसकी चाबी सौंपी जा रही है। हर रोज स्वच्छ भरात मिशन के तहत 60 हजार से अधिक शौचालय का निर्माण हो रहा है। हर रोज करीब 1 लाख 30 हजार किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिए गए हैं। हर रोज आयुष्मान भारत योजना के तहत 9 से 10 हजार से अधिक लोगों का मुफ्त इलाज हो रहा है। हर रोज प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से करीब करीब 1 लाख 5 हजार लोगों को लाभ मिल रहा है। साथियो, दिमाग छटपटा गया न, ऐसे भी आंकड़े हो सकते हैं क्या? आपको सुनकर के गर्व हुआ कि नहीं हुआ। मोदी को आशीर्वाद देने का मन कर गया कि नही कर गया? जी भर के आशीर्वाद देने का मन कर गया कि नहीं कर गया?

 

भाइयो-बहनो, ये ऐसी सरकार है जो पल-पल का पाई- पाई का हिसाब देकर के जनता का विश्वास जीतती रहती है। साथियो, जब स्पीड और स्केल से विकास के काम होते हैं तब इसका लाभ समाज के हर वर्ग को मिलता है। तब देश अपने सामार्थ्य के साथ अपने संसाधनों के साथ न्याय कर पाता है। लेकिन क्या हम विकास की इस गति से सन्तुष्ट है। जी नहीं, मोदी सन्तुष्ट होकर सोने वालों में से नहीं है। उसने तय किया है कि शरीर का कण-कण, जीवन का पल-पल सिर्फ और सिर्फ आपके लिए। ये गति हमें 2000 के पहले से चली आ रही व्यवस्थाओं के बावजूद मिली थी। अब बीते पांच वर्षों हमने व्यवस्थाओं में भी बहुत सुधार किया है। इसलिए अब अगले पांच साल में देश वो गति देखने जा रहा है जिसका उसे वर्षों से इंतजार था। भाइयो और बहनो, कांग्रेस में ईमानदारी होती, देश के लिए कुछ करने का जज्बा होता तो वो सत्ता के इतने वर्षों में बहुत कुछ कर सकती थी। लेकिन उसने वोट बैंक की राजनीति की, सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बनाया, और लोगों से झूठ बोलकर उन्हें धोखा दिया। साथियो, यहां राजस्थान में लोग आकर के चिल्ला कर के कह रहे थे। बड़े-बड़े लोग आकर कह रहे थे कि दस दिन में किसानों का कर्ज माफ कर दूंगा। कहा था कि नहीं कहा था? कर्ज माफ हुआ क्या? कर्ज माफ हुआ क्या ? लेकिन बताया यहीं जा रहा है कि राजस्थान में किसानों का कर्ज माफ हो गया। भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए कर्ज माफ हुआ है ? आपमें से किसी का कर्ज माफ हुआ तो हाथ ऊपर कीजिए। कोई है क्या? कोई है क्या ? पूरा देश ये देख रहा है ये टीवी वाले जरूर दिखाएंगे कि राजस्थान का ये झूठ पूरे देश में फैलाया जा रहा है। अब आप देश को बताइए कि आपसे ही नहीं पूरे देश से एक और झूठ बोला जा रहा है। साथियो, देश से पिछले सात दशकों से ये लोग ऐसा ही झूठ बोलते आए हैं। इनकी केवल तीन सच्चाई है उसमें वो झूठे नहीं होते। इनके आचार में, विचार में, व्यवहार में, कल्चर में। ये तीन बातें पक्की है। ये तीन बातें कौन सी है। तीन बातें कौन सी सच्ची है। उनकी सच्चाई है, एक तो है नामदार परिवार, भ्रष्टाचार, और झूठे वादे की भरमार। इसके अलावा कुछ नहीं है। भाइयो बहनो, जिन किसानों को कांग्रेस ने ठगा आज उनके साथ क्या सलूक हो रहा है। आज जब वो हिसाब मांग रहे हैं तो कांग्रेस के मंत्री किसानों का गिरेबान पकड़कर उनको गालियां दे रहे हैं। यहां पड़ोस में बरन में ही किसान पर यूरिया के लिए लाठियां चली। पांच साल में देश में कहीं भी .रिया की दिक्कत नहीं आई, लेकिन यहां कांग्रेस सरकार बनते ही बिचौलियों की फैक्ट्री स्टार्ट हो गई।

भाइयो-बहनो, कांग्रेस ने खुद तो वादा पूरा नहीं किया, लेकिन भाजपा सरकार ने किसानों के लिए जो बहुत बड़ी योजना बनाई है उसका लाभ भी आप तक नहीं पहुंचने दे रही है। देश में करोड़ों किसान परिवारों को पहली और दूसरी किस्त के पैसे खाते में मिल चुके हैं। राजस्थान के भी 50 लाख से भी अधिक परिवारों को ये मदद मिलनी तय हुई है। लेकिन कांग्रेस की सरकार सारे किसानों के नाम देने में आना कानी कर रही है। भाइयो बहनो, एक और बहुत बड़ा संकल्प हमने लिया है, जिसका सबसे अधिक लाभ राजस्थान को होने वाला है। मेवाड़ को होने वाला है। बीते पांच वर्षों में जिस तकह हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए हमने दिन-रात काम किया है। आने पांच वर्षों में हम पानी के लिए वैसा ही काम करना चाहते हैं, और पानी के लिए अलग से जल शक्ति मंत्रालय हम बनाएंगे। आधुनिक तकनीक से देश की नदियां समुद्र और बारिश के पानी को सूखाग्रस्त क्षेत्रों में तकनीक के द्वारा कैसे पहुंचा जा सकता है। समुद्र के पानी को मीठा कर के कैसे उपयोग में लाया जा सकता है। ये सारी बातों पर हम काम करने वाले हैं। वरना पानी को लेकर कांग्रेस का रवैया कैसा रहा है आप भी जानते हैं। साथियो, कांग्रेस ने आपसे वोट तो लिया लेकिन आपके राजस्थान के खाते का पानी पाकिस्तान को पिलाती रही है। आप प्यासे रहे, कांग्रेस पाकिस्तान की प्यास बुझाने की चिंता करती रहती है। भाइयो बहनो, अगर कांग्रेस ने दशकों पहले सिंधू जल संधि के तहत हमारे हिस्सा का पानी ही रोक लिया होता तो आज राजस्थान में पानी की किल्लत नहीं होती। अब इतने वर्षों बाद भाजपा की सरकार ने पाकिस्तान में बहने वाले पानी को रोकने के लिए एक बांध परियोजना पर काम शुरू करवाया है। अब आने वाले दिनों में आपके हक का पानी आपको मिलेगा पाकिस्तान को नहीं मिलेगा। बस ये ध्यान रखिएगा कि कांग्रेस मजबूत होते ही सबसे पहला काम इस बांध परियोजना को रुकवाने का न कर लें। जरा जागते रहना, वरना उन्होंने .ही किया है। यहीं उनका काम करने का तरीका है।

 

भाइयो बहनो, अपनी इसी परंपरा पर चलते हुए देश में गरीबों, वंचितों, पिछड़ों, आदिवासियों के लिए जो भी काम किए जा रहे हैं। उनपर रोड़ा अटकाने का काम यहां की कांग्रेस सरकार कर रही है। अभी तो नई नई आई है। लेकिन एक ही काम है- परेशानियां पैदा करो। आपके इस चौकीदार ने पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिलवाया। ये काम बाकी समाज के हक को छीने बिना, छेड़े बिना हमने समाज को साथ रख कर किया है। लेकिन यहां कि सरकार इसमें भी आनाकानी कर रही है। इसी तरह आयुष्मान भारत योजना से पांच लाख रुपये हर वर्ष इलाज के लिए गरीब को मिल रहे हैं। देश के करीब 50 करोड़ गरीबों को ये सुविधा दी जा रही है। लेकिन यहां की सरकार ने आपको 5 लाख रुपये के मुफ्त इलाज से वंचित रखा है। इतना ही नहीं वसूंधरा जी के समय जो भामाशाह योजना चलती थी उस पर भी ताले लगा दिए हैं। ये जनता के दुश्मन हैं।

भाइयो बहनो, जो वोट के लिए गरीबों के स्वास्थ्य से खिलावड़ कर सकते हैं, वो देश का क्या भला करेंगे? आप सोच सकते हैं। साथियो, आपका ये चैकीदार देश की रक्षा के साथ साथ हमारी वीर वीरांगनाओं के संस्कारों के भी रक्षा में जुटा हुआ है। वरना कांग्रेस ने तो उन्हें इतिहास से मिटाने की भी पूरी तैयारी कर ली है। आपका ये चौकीदार ऐसा नहीं होने दे सकता है। इसी सोच के साथ महाराणा प्रताप के नाम पर डाक टिकट जारी किया है। इसके अलावा वीर भूमि चित्तौड़गढ़ एक्सप्रेस और प्रतापगढ़ में महाराणा प्रताप बटालियन भी उनके शोर्य का प्रतीक है। हमारी आस्था के केंद्र भगवान सांवरिया सेठ के मंदिर को भी सजाने संवारने का काम आज भारत सरकार कर रही है। देश की संसकृति से लेकर देश के विकास से जुड़ी परियोजनाओं तक हम सभी चौकीदारों को कांग्रेस और उसके साथियों से उसकी रक्षा करनी है। 

 

भाइयो-बहनो, मैं अपनी बात समाप्त करने से पहले, आज जब मैं महाराणा प्रताप से राजस्थान के चुनाव प्रचार को आरंभ कर रहा हूं। लेकिन उस बीच जब मैं यहां आ रहा था तो आज जानकारी मिली कि हमारा मित्र देश हमारे पड़ोस में श्रीलंका में आतंकवादियों ने अनेक बम धमाके किए हैं, और बम धमाके चर्च में हुए, होटलों में हुए। आज पूरे विश्व में ईस्टर का पवित्र पर्व मनाया जा रहा है। प्रभु यीशू के शांति के संदेश को दुनिया आत्मसात करने के लिए आज पूजा-पाठ करती है। बड़ी श्रद्धा के साथ संकल्प करती है। निर्दोश लोग आज चर्च में प्रार्थना कर रहे थे, ईस्टर का पर्व मना रहे थे, दिव्य आत्मा की अनुभूति कर रहे थे। उसी समय इन नराधम आतंकवादियों ने सैकड़ों की तदाद में छोटे छोटे बच्चों को बहनों को माताओं को भाइयो श्रीलंका के हमारे पड़ोस में आतंकवादियों ने खूनी खेल खेला, निर्दोषों को मार दिया। भाइयो –बहनो, आतंकवाद कितना भयंकर है, हर दिन दुनिया में कहीं न कहीं धरती को खून के रंग से रंग दिया जाता है। आज श्रीलंका में जो कुछ हुआ है। श्रीलंकावासियों के साथ आज भारत पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। ऐसी संकट की घड़ी में भारत श्रीलंका की जो भी मदद कर सकता है हर मदद के लिए तैयार है। इस संकट की घड़ी में इस पवित्र अवसर पर भगवान में लीन लोंगों ने अपने स्वजन खोये हैं, इनके प्रति भी उनके परिवारजनों के प्रति भी मैं मेरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। भाइयो बहनो, आप सभी जब वोट देने जाएंगे, कमल के निशान पर बटन दबाएंगे तो मन में ये भी तय करिए कि आप बटन दबा रहे हैं आंकवाद को खत्म करने के लिए। आपकी एक उंगली में ताकत है। आपकी उंगली में ताकत है। आप कमल के निशान पर बटन दबाओगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए मुझे ताकत मिलेगी।

आप मुझे बताइए आतंकवाद खत्म होना चाहिए कि नहीं चाहिए? नेस्तनाबूद होना चाहिए कि नहीं चाहिए? चुन चुन कर के साफ होना चाहिए कि नही चाहिए? कौन कर सकता है ये काम बताइए ? मोदी के सिवा कोई नाम दिखता है? मोदी के सिवा कोई नाम दिखता है आपको बता दीजिए? कोई कर सकता है क्या? ऐसे लोगों के हाथ में आप अपनी जिंदगी दे सकते हो, अपने बच्चों की जिंदगी दे सकते हो, अपने परिवार की जिंदगी दे सकते हो, हमारे राजस्थान की जिंदगी दे सकते हो, हमारे हिंदुस्तान की जिंदगी दे सकते हो। भाइयो बहनो, इस बार जब कमल के निशान पर बटन दबाओगे न तो आपके भीतर एक नागरिक की सजगता तो है, पर वीर सैनिक की सजगता भी होनी चाहिए, जो देश के लिए वोट डालता है, देश के उज्जवल भविष्य के लिए वोट डालता है। दल से बड़ा देश होता है भाइयो, और इसलिए देश के लिए वोट डालना है, और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, आप जब कमल के निशान पर बटन दबाएंगे न आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

 

भाइयो –बहनो आप मेरे साथ एक संकल्प लेंगे? पूरी ताकत से लेंगे? मैं बोलूंगा उसके बाद आपको बोलना है। घर घर में है चौकीदार। इधर बोलेंगे आप लोग, इधर भी, यहां पीछे भी जो धूप में है वो भी। आपको बोलना है घर घर में चौकीदार। क्या बोलना है... क्या बोलना है... बोलेंगे? भ्रष्टाचारी होशियार घर-घर में चौकीदार, भगोड़े पर कानून की मार घर-घर में चौकीदार, बंद हुआ काला कारोबार, घर घर में चौकीदार, देशद्रोहियों पर कड़ा प्रहार घर घर में चौकीदार, आतंक पर आखिरी वार घर घर में चौकीदार, दुश्मन होजा खबरदार घर-घर में चौकीदार, घुसपैठिएं भागे सीमापार घर-घर में चौकीदार, टूटेगा जात-पात की दीवार घर-घर में चौकीदार, दागदार पर भारी कामगार घर-घर में चौकीदार

भारत माता की जय भारत मात की जय भारत माता की जय
बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।