கிழக்குப் பொருளாதார மன்றம் 2022-ன் அமர்வில் பிரதமர் மோடி காணொலிச் செய்தி மூலம் உரையாற்றினார். ஆர்க்டிக் பகுதியில் ரஷ்யாவுடனான தனது கூட்டுறவை வலுப்படுத்த இந்தியா ஆர்வமாக உள்ளது என்று பிரதமர் கூறினார். எரிசக்தி துறையில் ஒத்துழைப்புக்கு பெரிய வாய்ப்பு உள்ளது. உக்ரைன் மோதலின் தொடக்கத்திலிருந்தே, இந்தியா ராஜதந்திரம் மற்றும் உரையாடல் பாதையை கடைப்பிடிக்க வேண்டியதன் அவசியத்தை வலியுறுத்தி வருவதாக அவர் கூறினார்.
मुझे ख़ुशी है कि व्लादि-वोस्तोक में आयोजित किए जा रहे सातवें Eastern Economic Forum में आपसे वर्चुअल रूप से जुड़ने का मौका मिला।
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2022
इसी महीने, Vladivostok में भारत के कांसुलेट की स्थापना के तीस वर्ष पूरे हो रहे हैं।
इस शहर में कांसुलेट खोलने वाला पहला देश भारत ही था: PM
आज यह नीति भारत और रूस की “Special and Privileged Strategic Partnership” की एक प्रमुख स्तम्भ बन गयी है: PM @narendramodi
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2019 में मुझे इस फ़ोरम में रू-ब-रू हिस्सा लेने का मौका मिला था।
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उस समय हमने भारत की “Act Far-East” नीति की घोषणा की थी।
और परिणामस्वरूप, Russian Far East के साथ विभिन्न क्षेत्रों में भारत का सहयोग बढ़ा है: PM @narendramodi
भारत आर्कटिक विषयों पर रूस के साथ अपनी भागीदारी को मजबूत करने के लिए इच्छुक है।
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ऊर्जा के क्षेत्र में भी सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
उर्जा के साथ-साथ, भारत ने pharma और diamonds के क्षेत्रों में भी Russian Far East में महत्वपूर्ण निवेश किये हैं: PM @narendramodi
यूक्रेन संघर्ष की शुरुआत से ही, हमने diplomacy और dialogue का मार्ग अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
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हम इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए सभी शांतिपूर्ण प्रयासों का समर्थन करते है: PM @narendramodi
आज के globalized world में, विश्व के किसी एक हिस्से की घटनाएं पूरे विश्व पर प्रभाव पैदा करती हैं।
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यूक्रेन संघर्ष और कोविड महामारी से ग्लोबल सप्लाई चेन्स पर बड़ा असर पड़ा है।
Foodgrain, Fertilizer, और Fuel की कमी विकासशील देशों के लिए बड़ी चिंता के विषय हैं: PM @narendramodi