மறைந்த முன்னாள் நாடாளுமன்ற, மேலவை மற்றும் சட்டப்பேரவை உறுப்பினரும், சௌரிய சக்ரா விருது பெற்றவருமான ஹர்மோகன் சிங் யாதவின் 10-ம் ஆண்டு நினைவு தின நிகழ்ச்சியில் பிரதமர் திரு நரேந்திர மோடி உரையாற்றினார்.
அப்போது பேசிய அவர், சுதந்திரத்திற்கு பிறகு முதல்முறையாக பழங்குடியின சமுதாயத்தைச்சேர்ந்த ஒரு பெண், இன்று நாட்டின் உயர்ந்த பதவி ஏற்றுள்ளதாக சுட்டிக்காட்டினார். இந்திய ஜனநாயகத்தின் மிகப்பெரிய நாள் இதுவாகும் என்று அவர் கூறினார்.
உத்தரபிரதேசத்தைச் சேர்ந்த பெருமைமிக்க தலைவர்கள் குறித்து நினைவு கூர்ந்த பிரதமர், இம்மாநிலத்தின் கான்பூர் மண்ணைச்சேர்ந்த டாக்டர் ராம் மனோகர் லோகியாவின் சிந்தனைகளை, ஹர்மோகன் சிங் யாதவ் முன்னெடுத்துச் சென்றதாக தெரிவித்தார்.
நாடு மற்றும் மாநிலத்தில் அரசியலில் அவர் ஆற்றிய பங்களிப்பு, சமூகத்திற்கு அவர் ஆற்றிய பணி ஆகியவை இப்போதும் மற்றவர்களுக்கு வழிகாட்டுவதாக உள்ளது என்று கூறினார். கிராமசபை முதல் மாநிலங்களவை வரையும் அவருடைய அளப்பரிய பயணம் குறித்து பிரதமர் குறிப்பிட்டார். தமது வாழ்க்கை குறித்து அக்கறை கொள்ளாமல், பல சீக்கிய குடும்பங்களின் வாழ்வாதாரத்திற்காக பாடுபட்டார். அவருடைய தலைமைப் பண்பை, அங்கீகரித்து சௌரிய சக்ரா விருது வழங்கப்பட்டதாக அவர் கூறினார்.
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आज, हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ा लोकतान्त्रिक दिन भी है।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
आज हमारी नई राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण हुआ है।
आजादी के बाद पहली बार आदिवासी समाज से एक महिला राष्ट्रपति देश का नेतृत्व करने जा रही हैं: PM @narendramodi
लोहिया जी के विचारों को उत्तर प्रदेश और कानपुर की धरती से हरमोहन सिंह यादव जी ने अपने लंबे राजनैतिक जीवन में आगे बढ़ाया।
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उन्होंने प्रदेश और देश की राजनीति में जो योगदान किया, समाज के लिए जो कार्य किया, उनसे आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन मिल रहा है: PM
हरमोहन सिंह यादव जी ने न केवल सिख संहार के खिलाफ राजनैतिक स्टैंड लिया, बल्कि सिख भाई-बहनों की रक्षा के लिए वो सामने आकर लड़े।
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अपनी जान पर खेलकर उन्होंने कितने ही सिख परिवारों की, मासूमों की जान बचाई।
देश ने भी उनके इस नेतृत्व को पहचाना, उन्हें शौर्य चक्र दिया गया: PM
दलों का अस्तित्व लोकतन्त्र की वजह से है, और लोकतन्त्र का अस्तित्व देश की वजह से है।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
हमारे देश में अधिकांश पार्टियों ने, विशेष रूप से सभी गैर-काँग्रेसी दलों ने इस विचार को, देश के लिए सहयोग और समन्वय के आदर्श को निभाया भी है: PM @narendramodi
दलों का अस्तित्व लोकतन्त्र की वजह से है, और लोकतन्त्र का अस्तित्व देश की वजह से है।
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हमारे देश में अधिकांश पार्टियों ने, विशेष रूप से सभी गैर-काँग्रेसी दलों ने इस विचार को, देश के लिए सहयोग और समन्वय के आदर्श को निभाया भी है: PM @narendramodi
हालांकि, हाल के समय में विचारधारा या राजनीतिक स्वार्थों को समाज और देश के हित से भी ऊपर रखने का चलन शुरू हुआ है।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
कई बार तो सरकार के कामों में विपक्ष के कुछ दल इसलिए अड़ंगे लगाते हैं क्योंकि जब वो सत्ता में थे तो अपने लिए फैसले वो लागू नहीं कर पाए: PM @narendramodi
आपातकाल के दौरान जब देश के लोकतन्त्र को कुचला गया तो सभी प्रमुख पार्टियों ने, हम सबने एक साथ आकर संविधान को बचाने के लिए लड़ाई भी लड़ी।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
चौधरी हरमोहन सिंह यादव जी भी उस संघर्ष के एक जुझारू सैनिक थे।
यानी, हमारे यहाँ देश और समाज के हित, विचारधाराओं से बड़े रहे हैं: PM
ये हर एक राजनैतिक पार्टी का दायित्व है कि दल का विरोध, व्यक्ति का विरोध देश के विरोध में न बदले।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
विचारधाराओं का अपना स्थान है, और होना चाहिए।
राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं, तो हो सकती हैं।
लेकिन, देश सबसे पहले है, समाज सबसे पहले है। राष्ट्र प्रथम है: PM @narendramodi
सामाजिक न्याय का अर्थ है- समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिलें, जीवन की मौलिक जरूरतों से कोई भी वंचित न रहे।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
दलित, पिछड़ा, आदिवासी, महिलाएं, दिव्यांग, जब आगे आएंगे, तभी देश आगे जाएगा।
हरमोहन जी इस बदलाव के लिए शिक्षा को सबसे जरूरी मानते थे: PM @narendramodi
समाज की सेवा के लिए ये भी आवश्यक है कि हम सामाजिक न्याय की भावना को स्वीकार करें, उसे अंगीकार करें।
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2022
आज जब देश अपनी आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव मना रहा है, तो ये समझना और इस दिशा में बढ़ना बहुत जरूरी है: PM @narendramodi