[ राजनाथ सिंह ]: किसी भी देश के इतिहास में बहुत कम अवसर ऐसे आते हैं जब विराट परिवर्तन देखने को मिलता है। 2014 का वर्ष भारत के राजनीतिक इतिहास में ऐसे ही विराट परिवर्तन का वर्ष था। उस समय देश की जनता अक्षम और भ्रष्ट प्रशासन से निजात पाना चाहती थी। उसने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को बदलाव के लिए जनादेश दिया।

पंडित नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी दूसरे नेता बने जिन्हेंं जनता ने लगातार दो बार जनादेश दिया

एक बार जनादेश पाने के बाद बहुत कम ऐसा होता है जब जनता पुन: जनादेश दे, परंतु पंडित नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी दूसरे नेता बने जिन्हेंं जनता ने लगातार दो बार जनादेश दिया और वह भी पिछली बार से अधिक मतों के साथ। 2014 का जनादेश परिवर्तन के लिए था तो 2019 का परिवर्तन की उस प्रक्रिया में विश्वास के लिए। जनता जब किसी पर विश्वास करती है तो राजनीतिक व्यक्ति के लिए उस विश्वास को धारण करना एक बड़ी चुनौती होती है। आज राजनीति में विश्वसनीयता एक चुनौती बनी हुई है।

पीएम मोदी ने कई ऐसे फैसले लिए जो साहस और दृढ़ता के साथ मुकाम तक पहुंचाया

मोदी जी के नेतृत्व में जब 2019 में दोबारा हमारी सरकार बनी तो अनेक ऐसे निर्णय लिए गए जो भाजपा के वैचारिक अधिष्ठान के आधार थे। मोदी जी ने उन्हेंं साहस और दृढ़ता के साथ मुकाम तक पहुंचाया। भाजपा के लिए जनसंघ के समय से आज तक विश्वसनीयता एक कसौटी है। बीते एक वर्ष में मोदी जी इस कसौटी पर सौ फीसद खरे उतरे। उन्होंने आम जनमानस में अपनी एवं पार्टी की विश्वसनीयता को बढ़ाया है। ईमानदारी से देखें तो भारत की राजनीति में विश्वसनीयता की दृष्टि से पिछला एक वर्ष मील का पत्थर है। हमारे राजनीतिक विचार चाहे कितने भी भिन्न क्यों न हों, पर कम से कम इस विषय पर संपूर्ण राजनीतिक बिरादरी को नरेंद्र मोदी के योगदान को स्वीकार करना चाहिए।

अनुच्छेद 370, तीन तलाक, राम मंदिर जैसे फैसले इस वर्ष को युगांतकारी वर्ष बनाता है

अनुच्छेद 370, तीन तलाक, आतंकवाद विरोधी अधिनियम में परिवर्तन और श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना भारत के सामाजिक, राजनीतिक और संवैधानिक इतिहास में इस वर्ष को युगांतकारी वर्ष बनाता है। मुस्लिम महिलाओं की जान जिस तलाक-ए-बिद्दत के कारण सांसत में होती थी उससे निजात की मुद्दत पिछले एक बरस में ही आई। यह महिलाओं के आत्म-सम्मान का विषय है। श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद संपूर्ण देश में जिस प्रकार शांति, सामंजस्य और सांप्रदायिक सौहार्द बना रहा वह मोदी सरकार की अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम तो भगवान राम के रामराज्य के उस आदर्श को अपना राजनीतिक दर्शन मानते हैं जो यह कहता है कि सभी अपने-अपने धर्मों के अनुसार आचारण करते हुए प्रेमपूर्वक रहें। 

मोदी ने राजनीति में विश्वसनीयता के संकट को कम करने का प्रयास किया

मोदी जी ने राजनीति में विश्वसनीयता के संकट को कम करने का प्रयास किया, परंतु विपक्ष ने नागरिकता संशोधन अधिनियम पर वितंडावाद उत्पन्न किया। भारत दक्षिण एशिया का एकमेव पंथनिरपेक्ष राष्ट्र है। चूंकि अब हम एक वैश्विक शक्ति हैं इसलिए इस क्षेत्र में मजहबी जुल्म के शिकार लोगों की मदद करना एक पंथनिरपेक्ष देश के रूप में हमारी संवैधानिक प्रतिबद्धता थी।

मोदी ने सीएए के द्वारा प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए जो किया वह अभूतपूर्व कदम है

मोदी जी ने नागरिकता संशोधन कानून के द्वारा धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए जो किया वह एक अभूतपूर्व कदम है। निहित राजनीतिक कारणों से मुस्लिम समुदाय के मन में इस विषय को लेकर एक निराधार भ्रम पैदा करने का जो प्रयास किया गया वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। कार्यकाल की शुरुआत किसानों को सम्मान निधि देने और साथ ही मजदूरों, छोटे दुकानदारों एवं अन्य र्किमयों के लिए बेहतर कार्य की व्यवस्थाएं और वृद्ध हो जाने पर पेंशन की सुविधाएं सुनिश्चित करने के साथ हुई। 

देश की सभी सेनाओं के मध्य बेहतर समन्वय के लिए सीडीएस की व्यवस्था को मूर्त रूप प्रदान किया

यदि मैं रक्षा मंत्री के रूप में विचार करूं तो लंबे समय तक भारत की सभी सेनाओं के मध्य बेहतर कार्यकारी समन्वय के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की व्यवस्था का जो विषय विचाराधीन था उसे बीते 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने मूर्त रूप प्रदान किया। विश्व के अधिकांश बड़े और शक्तिशाली देशों में यह व्यवस्था है। पिछली सरकार में वन रैंक वन पेंशन विषय का समाधान हुआ था और इस बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ विषय का समाधान हुआ। 

अस्त्र-शस्त्रों का भारत में निजी क्षेत्र के सहयोग से उत्पादन, तेजस का वायु सेना में कमीशन

भारत को सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने के लिए अस्त्र-शस्त्रों का भारत में निजी क्षेत्र के सहयोग से उत्पादन, आर्डिनेंस फैक्ट्री को व्यावसायिक दक्षता का स्वरूप देना, आधुनिकतम युद्धक विमान राफेल की उपलब्धता और पूर्णत: भारत में निर्मित युद्धक विमान तेजस का वायु सेना में कमीशन राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अभूतपूर्व कदम थे। संयोगवश इन दोनों ही विमानों को उड़ाने का मुझे अवसर मिला। जो उपलब्धियां विगत एक वर्ष में हासिल हुईं उस पर हम गर्व का अनुभव कर सकते हैं। 

मोदी ने सही समय पर लॉकडाउन लगाकर कोरोना महामारी से लड़ने में सजगता और सक्षमता दिखाई

आज कोरोना महामारी के रूप में विश्व मानव जाति के ज्ञात इतिहास के सबसे व्यापक संकट का सामना कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी सतर्कता के साथ सही समय पर लॉकडाउन लगाते हुए इस महामारी से लड़ने में सजगता और सक्षमता, दोनों दिखाई। आज गरीब मजदूर और किसान अत्यंत कठित चुनौती से गुजर रहा है, परंतु सरकार ने जिस संवेदनशीलता के साथ कार्य किया वह सराहनीय है। करोड़ों गरीबों के खाते में सीधे धन पहुंचाना, गरीबों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराने से लेकर राजनीति के साथ समाज के सभी वर्गों के साथ विचार-विमर्श करके प्रधानमंत्री ने इस कठिन काल में अपने कुशल प्रशासन द्वारा एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। 

किसी गंभीर चुनौती को अवसरों में बदला जा सकता है, यह क्षमता मोदी ने दिखाई

किसी गंभीर चुनौती को अवसरों में भी बदला जा सकता है, यह क्षमता मोदी जी ने दिखाई है। चाहे किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने का अधिकार हो, मजदूरों के लिए एक राष्ट्र एक राशन कार्ड की व्यवस्था हो, लघु और मध्यम उद्योग की परिभाषा बदलनी हो अथवा बड़े स्तर पर भारत को विमानों के एक बड़े रिपेयर, मेंटीनेंस और ओवरहॉलिंग हब के रूप में विकसित करना हो-ये सब विगत एक वर्ष के ऐसे निर्णय हैं जिनका प्रभाव आने वाले दशकों तक दिखाई पड़ेगा। 

तिलक के स्वराज्य के संकल्प को साकार करने में मोदी अवश्य सफल होंगे

यह वर्ष भारत को पूर्ण स्वराज्य का नारा देने वाले लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष है। मोदी जी ने जिस प्रकार के कार्य किए हैं उसे देखते हुए हम विश्वास से कह सकते हैं कि स्वराज्य का वह संकल्प जो तिलक जी ने बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में लिया था, इक्कीसवीं शताब्दी के इस तीसरे दशक में मां भारती की सेवा करते हुए साकार करने में मोदी जी अवश्य सफल होंगे।

 

Author Name: Rajnath Singh

Disclaimer:

It is part of an endeavour to collect stories which narrate or recount people’s anecdotes/opinion/analysis on Prime Minister Shri Narendra Modi & his impact on lives of people.

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பிரதமர் மோடியின் இதயத்தைத் தொடும் கடிதம்
December 03, 2024

திவ்யாங் (ஊனமுற்றோர்) கலைஞர் தியா கோசாய்க்கு, படைப்பாற்றலின் ஒரு தருணம் வாழ்க்கையை மாற்றும் அனுபவமாக மாறியது. அக்டோபர் 29 அன்று பிரதமர் மோடியின் வதோதரா ரோட்ஷோவின் போது, அவர் பிரதமர் மோடி மற்றும் ஸ்பெயின் அரசாங்கத்தின் தலைவரான மாண்புமிகு திரு. பெட்ரோ சான்செஸ் ஆகியோரின் ஓவியங்களை வழங்கினார். இரு தலைவர்களும் அவரது இதயப்பூர்வமான பரிசை தனிப்பட்ட முறையில் ஏற்றுக்கொண்டு, அவரை மகிழ்ச்சியில் ஆழ்த்தினார்கள்.

பல வாரங்களுக்குப் பிறகு, நவம்பர் 6 ஆம் தேதி, தியா தனது கலைப்படைப்பைப் பாராட்டி, ஸ்பெயின் ஜனாதிபதி மாண்புமிகு திரு. சான்செஸ் கூட அதை எப்படிப் பாராட்டினார் என்பதைப் பகிர்ந்து கொண்ட கடிதத்தைப் பிரதமர் மோடியிடம் இருந்து பெற்றார். "விக்சித் பாரத்" (வளர்ந்த பாரதம்) அமைப்பதில் இளைஞர்களின் பங்கில் நம்பிக்கையை வெளிப்படுத்தி, அர்ப்பணிப்புடன் நுண்கலைகளைத் தொடர பிரதமர் மோடி அவரை ஊக்குவித்தார். அவர் தனது தனிப்பட்ட தொடர்பை வெளிப்படுத்தி, அவரது குடும்பத்தினருக்கு அன்பான தீபாவளி மற்றும் புத்தாண்டு வாழ்த்துக்களையும் தெரிவித்தார்.

மகிழ்ச்சியில் திளைத்த தியா, அந்தக் கடிதத்தை தனது பெற்றோரிடம் காட்டினார், அவர்கள் குடும்பத்திற்கு இவ்வளவு பெரிய கௌரவத்தைக் கொண்டு வந்ததற்காக மகிழ்ச்சியடைந்தனர். "எங்கள் நாட்டின் சிறிய பகுதியாக இருப்பதில் பெருமிதம் கொள்கிறேன். மோடி ஜி, உங்கள் அன்பையும் ஆசிர்வாதத்தையும் எனக்கு வழங்கியதற்கு நன்றி," என்று கூறிய தியா, பிரதமரின் கடிதம் வாழ்க்கையில் தைரியமான செயல்களைச் செய்ய தன்னை ஆழமாகத் தூண்டியது, மற்றவர்களுக்கும் அவ்வாறு செய்ய அதிகாரம் அளிக்கும் என்று தெரிவித்தார்.

திவ்யாங்களுக்கு (ஊனமுற்றோர்) அதிகாரம் அளிப்பதிலும் அவர்களின் பங்களிப்பை அங்கீகரிப்பதிலும் பிரதமர் மோடியின் இந்தச் செய்கை அவரது உறுதிப்பாட்டை பிரதிபலிக்கிறது. சுகம்யா பாரத் அபியான் (இந்தியாவில் அணுகல்தன்மையை மேம்படுத்துவதற்கான பிரச்சாரம்) போன்ற பல முயற்சிகள் முதல் தியா போன்ற தனிப்பட்ட தொடர்புகள் வரை, அவர் தொடர்ந்து ஊக்கமளித்து மேம்படுத்துகிறார். இந்த ஒவ்வொரு முயற்சியும் பிரகாசமான எதிர்காலத்தை வடிவமைப்பதில் முக்கியமானது என்பதை நிரூபிக்கிறது.