PM joins members of Rajya Sabha in bidding farewell to retiring members

Published By : Admin | May 13, 2016 | 13:05 IST
PM Modi conveys his best wishes to the members of the Rajya Sabha who are retiring
Country has benefited from the knowledge and experience shared by retiring memebers of Rajya Sabha: PM
Hope that experience & knowledge of the retiring members would continue to be beneficial for the nation: PM

The Prime Minister, Shri Narendra Modi, today joined the members of the Rajya Sabha, in bidding farewell to the retiring members of the House. 

Speaking on the occasion, he said the country has benefited from the knowledge and experience shared by the members who are retiring today. He said that the Rajya Sabha helps broaden the outlook and horizons of the members. The experience enriches them, and this wealth is for the nation and the society, he added.

He expressed the hope that the experience and knowledge of the retiring members would continue to be beneficial for the nation.

He said that the members who are retiring today, have been a part of many important decisions. He added that it would have been even better if two more decisions, which could have benefited the States immensely, had been taken in the presence of these members. One of these, he said, is the GST Bill, and the other is the Compensatory Afforestation Fund Bill, which would have enabled a large amount of funds to be disbursed to States for afforestation. 

The Prime Minister wished the retiring members well, and on behalf of the Government, thanked them for their cooperation.

Following is the PM's farewell speech to the retiring members of Rajya Sabha:

आदरणीय सभापति जी,

राज्‍यसभा को एक विशेष लाभ है जो लोकसभा को नहीं है और वो ये है कि हम ही हमारे बीच अपनों को विदाई भी दे पाते हैं, स्‍वागत भी कर पाते हैं। वो सौभाग्‍य लोकसभा को नहीं है और इस सदन की शुभकामनाएं, यहां से जो निवृत्‍त हो करके जाते हैं, उनको निवृत्‍त होने के लिए नहीं, अधिक प्रवृत्‍त होने की प्रेरणा देती हैं, ताकत देती है। मैं भी उन सबका आभार व्‍यक्‍त करता हूं कि जिन्‍होंने गत 6 वर्ष दो सरकारों के साथ अपनी जिम्‍मेवारियां निभाईं, अपनी भूमिका अदा की और राष्‍ट्रहित के महत्‍वपूर्ण निर्णयों में उन्‍होंने अपने ज्ञान का, अनुभव का और क्षेत्र विशेष की आवश्‍यकताओं का लाभ हम सबको पहुंचाया| और दोनों सरकारों को आपके अनुभव का लाभ मिला है। इस सरकार को कम मिला, पुरानी वाली सरकार को ज्‍यादा मिला लेकिन देश को पूर्ण रूप में आपका लाभ मिला है।

यहां जब हम आते हैं तब हमारी अपनी एक विचारों की सीमा रहती है। यहां देश के हर कोने से, हर प्रकार के पार्श्‍व भूमि के लोगों के साथ बैठने से विचार-विमर्श करने से हमारा अपना भी सोचने का दायरा बहुत विशाल हो जाता है और एक प्रकार से सदन में आते समय हम जो थे, सदन से जाते समय हम बहुत कुछ और होते हैं और ये जो बहुत कुछ और होते हैं, वो राष्‍ट्र की समाज की पूंजी बनता है। मैं समझता हूं कि सदन ने हमें बड़ा बनाने में, हमारे ज्ञानवर्द्धन में, हमारे vision के विस्‍तार के लिए बहुत बड़ी अहम भूमिका निभाई है, हर साथियों ने भूमिका निभाई है। और उस महान सम्‍फुट को ले करके हम जा रहे हैं तो जाने के बाद भी क्षेत्र विशेष के लिए, समस्‍या विशेष के लिए और राष्‍ट्र के लिए आपका अनुभव काम आता रहेगा। मेरी आप सबको हमेशा-हमेशा बहुत शुभकामनाएं रहती हैं और रहेंगी।

सदन से जाने के बाद ये सरकार आपके लिए उसी प्रकार से काम करने के लिए तत्‍पर रहेगी जिस प्रकार से एक सदस्‍य के तौर पर आपका हक बनता है और इसलिए जाने के बाद भी जहां तक सरकार का मसला है, आपका वैसा ही हक बना रहेगा, और मैं भी चाहूंगा कि आप इस हक का भरपूर लाभ उठाएं और समाज की सेवा में आपकी शक्ति, योगदान मिलता रहे।

कई महत्‍वपूर्ण निर्णयों में आपका योगदान रहा है। आप अब जब विदाई दे रहे हैं उसी के कालखंड का सत्र हम देखें तो महत्‍वपूर्ण reform के निर्णय आपकी मौजूदगी में, आपकी पार्टनरशिप में, आपकी intervention से हुए हैं। बड़े महत्‍वपूर्ण निर्णय हुए हैं लेकिन मुझे हमेशा क्‍योंकि आप state को represent करते हैं, उस state के हित, वो आपकी प्राथमिकता रहनी भी चाहिए और रहती भी है। दो चीजों का गिला-शिकवा आपके मन में जरूर रहेगा। राज्‍य के रूप में जब देखें तो अच्‍छा होता आपके रहते, आपकी मौजूदगी में, दो ऐसे निर्णय होते तो जिस राज्‍य को आप represent करते हैं वो राज्‍य आपके प्रति हमेशा-हमेशा गर्व अनुभव करता।

एक GST, ताकि जो बिहार से यहां आते हैं। GST से बिहार का भरपूर लाभ होने वाला था, यूपी को भरपूर लाभ होने वाला था। एक या दो राज्‍य को छोड़ करके सब राज्‍यों को भरपूर फायदा होने वाला था और इस सदन में आए हुए लोगों का ये दायित्‍व बनता था और ये गर्व है कि अब आपको वो मौका नहीं मिला है। लेकिन आप में से जो वापिस आएंगे मुझे विश्‍वास है उनको ये अवसर मिलेगा और जिस राज्‍य से आएंगे उस राज्‍य की भलाई का एक महत्‍वपूर्ण काम आपके हाथों से होगा जो वापिस आएंगे।

दूसरा महत्‍वपूर्ण काम जो मैं मानता हूं वो है CAMPA का। अगर हमने इस बार उसका निर्णय किया होता तो राज्‍यों को, CAMPA, 42,000 crore rupees राज्‍यों को मि‍लने वाले थे और करीब-करीब एक-एक राज्‍य को दो हजार-तीन हजार करोड़ रुपए के आसपास पैसे मि‍लने वाले थे और ये पैसे.. दो हजार-तीन हजार करोड़ रुपए कम रकम नहीं होती है। ये forestry के लि‍ए मि‍लने वाले थे और ये वर्षा के season में ये पैसे सर्वाधि‍क काम आ सकते थे। अच्‍छा नि‍र्णय होना था लेकि‍न शायद इस बार नहीं हो पाया। वर्षा का season चला जाएगा, 4-6 महीने और इंतजार करना पड़ेगा लेकि‍न ये राज्‍यों की भलाई का सीध-सीधा काम रह गया।

मैं मानता हूं कि‍आप जहां भी होंगे, आप शुभकामनाएं देते रहि‍ए, प्रयास करते रहि‍ए ताकि‍राज्‍यों को जो लाभ पहुंचाने का काम ये सदन कर सकता है, वो शायद और सदन कम कर सकता है। मुझे वि‍श्‍वास है कि‍आपकी शक्‍ति‍, आपका अनुभव इसलि‍ए भी काम आएगा।

मैं फि‍र एक बार हृदय की गहराई से आप सब को, जो आज नि‍वृत्‍त हो रहे हैं, अधि‍क प्रवृत्‍त होने के रास्‍ते पर जा रहे हैं, उनको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं और आपके सहयोग के लि‍ए सरकार की तरफ से मैं आपका बहुत-बहुत आभार व्‍यक्‍त करता हूं।

धन्‍यवाद।

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PM Modi to inaugurate ICA Global Cooperative Conference 2024 on 25th November
November 24, 2024
PM to launch UN International Year of Cooperatives 2025
Theme of the conference, "Cooperatives Build Prosperity for All," aligns with the Indian Government’s vision of “Sahkar Se Samriddhi”

Prime Minister Shri Narendra Modi will inaugurate ICA Global Cooperative Conference 2024 and launch the UN International Year of Cooperatives 2025 on 25th November at around 3 PM at Bharat Mandapam, New Delhi.

ICA Global Cooperative Conference and ICA General Assembly is being organised in India for the first time in the 130 year long history of International Cooperative Alliance (ICA), the premier body for the Global Cooperative movement. The Global Conference, hosted by Indian Farmers Fertiliser Cooperative Limited (IFFCO), in collaboration with ICA and Government of India, and Indian Cooperatives AMUL and KRIBHCO will be held from 25th to 30th November.

The theme of the conference, "Cooperatives Build Prosperity for All," aligns with the Indian Government’s vision of “Sahkar Se Samriddhi” (Prosperity through Cooperation). The event will feature discussions, panel sessions, and workshops, addressing the challenges and opportunities faced by cooperatives worldwide in achieving the United Nations Sustainable Development Goals (SDGs), particularly in areas such as poverty alleviation, gender equality, and sustainable economic growth.

Prime Minister will launch the UN International Year of Cooperatives 2025, which will focus on the theme, “Cooperatives Build a Better World,” underscoring the transformative role cooperatives play in promoting social inclusion, economic empowerment, and sustainable development. The UN SDGs recognize cooperatives as crucial drivers of sustainable development, particularly in reducing inequality, promoting decent work, and alleviating poverty. The year 2025 will be a global initiative aimed at showcasing the power of cooperative enterprises in addressing the world’s most pressing challenges.

Prime Minister will also launch a commemorative postal stamp, symbolising India’s commitment to the cooperative movement. The stamp showcases a lotus, symbolising peace, strength, resilience, and growth, reflecting the cooperative values of sustainability and community development. The five petals of the lotus represent the five elements of nature (Panchatatva), highlighting cooperatives' commitment to environmental, social, and economic sustainability. The design also incorporates sectors like agriculture, dairy, fisheries, consumer cooperatives, and housing, with a drone symbolising the role of modern technology in agriculture.

Hon’ble Prime Minister of Bhutan His Excellency Dasho Tshering Tobgay and Hon’ble Deputy Prime Minister of Fiji His Excellency Manoa Kamikamica and around 3,000 delegates from over 100 countries will also be present.