Congress pushed farmers into crisis in Maharashtra: PM Modi in Ahmednagar

Published By : Admin | May 7, 2024 | 22:20 IST
QuoteThe ‘A team’ of Congress is losing, so the ‘B team’ of Congress is becoming active across the border: PM Modi in Ahmednagar
QuoteCongress pushed farmers into crisis in Maharashtra: PM Modi in Ahmednagar

श्रद्धा आणि सबुरीता मंत्र जननी दिला, 

त्या साईबाबांच्या चरणी नतमस्तक होतो। 

पुण्यश्लोक राजमाता अहिल्यादेवी होल्कर 

यांनाही कोटी- कोटी अभिवादन करतो।

मैं मालीवाड़ा गणपति जी को नमन करता हूं। मैं छत्रपति शिवाजी महाराज, ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। मैं अहिल्यानगर की इस पुण्यभूमि को भी प्रणाम करता हूं। महाराष्ट्र के विकास में सहकारिता आंदोलन को दिशा देने वाले बालासाहेब विखे पाटिल जी का जो योगदान है। मैं आज उसे भी याद कर रहा हूं।

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साथियों,

आज तीसरे चरण का मतदान चल रहा है। हर ओर बीजेपी और NDA को भरपूर जनसमर्थन मिल रहा है। तीसरे चरण के मतदान ने ये साफ कर दिया है कि 4 जून को इंडी अघाड़ी की एक्सपायरी डेट तय हो गई है। 4 जून के बाद इंडी वालों की झंडी उठाने वाला भी कोई नहीं मिलेगा। चुनाव के पहले ये जो भानुमती का कुनबा जुड़ा था, ये 4 जून को रेत के टीले की तरह बिखरने वाला है। 

साथियों,

इस बार का चुनाव, संतुष्टिकरण और तुष्टिकरण के बीच हो रहा है। BJP-NDA का पूरा प्रयास अपनी मेहनत से देशवासियों को संतुष्ट करने का है। वहीं इंडी अघाड़ी वाले, अपनी साजिशों से अपने वोट बैंक के तुष्टिकरण में लगे हैं। कांग्रेस ने तो अपना पूरा मेनिफेस्टो ही मुस्लिम लीगी बना दिया है। आप खुद देखिए, भाजपा- NDA के क्या मुद्दे हैं? NDA का मुद्दा है- विकास, NDA का मुद्दा है- गरीब कल्याण, NDA का मुद्दा है- राष्ट्रीय सुरक्षा, NDA का मुद्दा है- देश का स्वाभिमान- देश का सम्मान। आप मुझे बताइये, कांग्रेस क्या इनमें से किसी भी मुद्दे पर बात करने की स्थिति में है क्या? 

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साथियों,

गरीब कल्याण पर बात होगी तो कांग्रेस शुतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर छिपाकर बैठ जाएगी। उसके पास बोलने के लिए कुछ है ही नहीं। कांग्रेस ने 50 साल गरीबी हटाने के झूठे वायदे किए, उसने गरीबों से सबसे बड़ा विश्वासघात किया और मोदी गरीब कल्याण पर क्या बोलेगा? मोदी 4 करोड़ पक्के घर की बात करेगा, मोदी 50 करोड़ गरीबों के जनधन खातों का हिसाब देगा, मोदी 80 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन का हिसाब देगा, जब किसान की बात होगी तो मोदी बताएगा कि पीएम किसान सम्मान निधि के 3 लाख करोड़ रुपए किसानों को मिले हैं। मोदी फसल बीमा योजना से किसानों को डेढ़ लाख करोड़ रुपए का मुआवजा मिलने की बात करेगा, मोदी फसलों की MSP में रिकॉर्ड बढ़ोतरी का हिसाब देगा और कांग्रेस क्या करेगी? कांग्रेस अपने मुंह पर पट्टी बांध लेगी। 

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भाइयों-बहनों,

आज के दिन कांग्रेस और इंडी-अलायंस ने अपनी बहुत खतरनाक, मैं दोबारा कहता हूं बहुत खतरनाक साजिश का खुद ही मुहर लगा दी है। इतने दिनों से मैं बार-बार देश से कह रहा था कि कांग्रेस और उसके साथी बहुत खतरनाक खेल खेलने में जुटे हैं। आज इंडी गठबंधन के एक बहुत बड़े चेहरे ने इस खतरनाक साज़िश से नकाब उठा लिया है। ये इंडी अलायंस के सबसे बड़े पार्टनर बिहार में अभी-अभी जेल से बाहर आए हैं, अदालत ने जिनको सजा दी है, आप जानते हैं ना जानते हैं ना, कौन? हां कौन? कौन? जी वो ही, चारा घोटाले में जिन्हें अदालत ने दोषी करार दिया, उन्होंने आज मीडिया के सामने साफ-साफ कहा है कि इंडी गठबंधन की सरकार आई तो देश में मुसलमानों को आरक्षण देंगे और सिर्फ आरक्षण देंगे इतना ही नहीं बल्कि पूरा का पूरा आरक्षण देंगे और पूरा का पूरा का मतलब है अभी पूरा आरक्षण किसके पास है? अभी पूरा आरक्षण SC के पास है, ST के पास है, OBC के पास है, सामान्य वर्ग के गरीबों के पास है। अब ये इंडी अलायंस का कहना है कि ये पूरा के पूरा आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे देंगे यानी SC/ST/OBC और गरीबों से छीनकर, ये अपने वोट बैंक को पक्का करना चाहते हैं। जिस काम को करने से बाबा साहेब अंबेडकर ने रोका था, पूरी संविधान सभा ने रोका था वो पाप ये कांग्रेस और अघाड़ी वाले करना चाहते हैं। संविधान, धर्म के आधार पर आरक्षण की मनाही करता है। अब ये इंडी अलायंस वाले संविधान बदलना चाहते हैं ताकि अपने खास वोट बैंक को ये खुश कर सकें। गरीब, SC/ST/OBC, माताएं-बहनें, युवा, इनको पूरी तरह से नकार चुका है। इसलिए, अब किसी भी हद तक जाने में जुटे हैं। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं (आपसे हिंदी में पूछूंगा समझ लेंगे ना) मैं आपसे पूछना चाहता हूं क्या आप ऐसा होने देंगे? क्या आप ऐसा होने देंगे? पूरी ताकत से दूर से भी आवाज आनी चाहिए, क्या आप ऐसा होने देंगे? 

साथियों,

इंडी अघाड़ी का कोई हथकंडा जनता के सामने नहीं चल रहा है। ये हताशा सीमा पार भी दिखाई दे रही है। यहां वाली A टीम हार रही है, इसलिए कांग्रेस की सीमा पार वाली B टीम एक्टिव हो गई है। सीमा पार से कांग्रेस का हौसला बढ़ाने के लिए ट्वीट किए जा रहे हैं। बदले में कांग्रेस पाकिस्तान को आतंकी हमलों में क्लीन चिट दे रही है। 

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भाइयों और बहनों,

मैं आज आपसे पूछता हूं, पूरे देश से पूछता हूं महाराष्ट्र की धरती पर मुंबई में 26/11 का जो आतंकी हमला वो पाकिस्तान ने करवाया था या नहीं करवाया था? किसने करवाया था? किसने करवाया था? हमारे जवानों को किसने शहीद किया था? किसने शहीद किया था? हमारे निर्दोष लोगों की हत्याएं किसने की थीं? अब मजा देखिए, आपको ये सच मालूम है, पूरी दुनिया को ये सच मालूम है। हमारे देश की अदालतें भी फैसला दे चुकी हैं और तो और, पाकिस्तान खुद भी स्वीकार कर चुका है आतंकियों की फोन रिकॉर्डिंग मौजूद है लेकिन, कांग्रेस पार्टी आतंकियों को बेकसूर होने का सर्टिफिकेट जारी कर रही है।

साथियों,

26/11 के मुंबई आतंकी हमले को लेकर महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता का बयान तो बहुत खतरनाक है। ये कांग्रेसी मिलकर अब आतंकी कसाब का पक्ष ले रहे हैं। कांग्रेस के समय विदेश राज्य मंत्री रहे और परिवार के करीबी ने भी कसाब को निर्दोष बता दिया है। ये मुंबई हमले में मारे गए सभी निर्दोष नागरिकों का अपमान है। ये मुंबई हमले में सभी आतंकियों को मार गिराने वाले सभी सुरक्षाबलों का अपमान है। ये शहीद तुकाराम ओंबले जैसे उन शहीदों का अपमान है। देश को किस तरफ ले जाना चाहती है कांग्रेस? तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस हर रोज और ज्यादा नीचे गिरती चली जा रही है। क्या ऐसी कांग्रेस, ऐसे इंडी अघाड़ी को महाराष्ट्र में एक भी, एक भी सीट मिलनी चाहिए क्या? जरा पूरी ताकत से बताएंगे, एक भी सीट मिलनी चाहिए क्या? 

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साथियों,

मोदी ने पिछले 10 वर्षों में सुरक्षा और विकास, दोनों की गारंटी दी है, जो समस्याएं कांग्रेस विरासत में छोड़कर गई थी, हमने उनके समाधान दिए हैं। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने किसानों को संकट में धकेला। सूखे का संकट गहराता गया कांग्रेस अपनी लूट में व्यस्त रही, हमने वर्षों से लटके प्रोजेक्ट्स को पूरा करके किसानों की चिंता की। यहां निलवंडे डैम का काम 1970 में शुरू हुआ था और उस समय डैम की लागत 8 करोड़ थी आज वो बढ़कर के 5 हजार करोड़ रुपए पहुंच गई है। ये पाप इन्होंने किया है और ये पैसा आपका है। डैम के नाम पर कांग्रेस नेताओं की जेबें भरती रहीं। लेकिन, किसानों के खेत सूखे रह गए। 2017 में देवेंद्र फडणवीस जी ने इसे गति दी। लेफ्ट कैनाल का काम पूरा हो गया है। जल्द ही ये योजना भी पूरी कर ली जाएगी। इससे अहिल्यानगर और नासिक में सैकड़ों गांवों को पानी मिलेगा, हजारों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। 

साथियों,

बीजेपी-एनडीए के लिए किसान कल्याण सर्वोपरि है। ये हमारी टॉप प्रायोरिटी है, हमारी सरकार में गन्ना किसानों को पहले से ज्यादा पैसे मिले हैं। आयकर के, इनकम टैक्स वालों के 10 हजार करोड़ रुपए माफ करने से लाखों किसान परिवारों को लाभ हुआ है। महाराष्ट्र के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के रूप में 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा सीधे खाते में भेजे हैं। 

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साथियों,

विकसित भारत के लिए नारीशक्ति का सशक्त होना, उतना ही जरूरी है। आज महिलाओं को सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के जरिए नए अवसर मिल रहे हैं। मोदी का संकल्प है हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाएंगे। हमारी बहनें अब ड्रोन पायलट बनेगी, खेती-किसानी में सबसे आगे रहकर काम करेगी।

साथियों,

आज तेज गति से हो रहे विकास से महाराष्ट्र की तस्वीर बदल रही है। इस क्षेत्र में, अहिल्यानगर-सोलापुर हाईवे का निर्माण हो रहा है। आउटर रिंग रोड का काम हो, नए-नए एक्सप्रेसवे हो, इकोनॉमिक कॉरिडोर हो, रेलवे और एयरपोर्ट का विकास हो सभी पर हमारा फोकस है। मुंबई-शिरडी वंदे भारत ट्रेन के द्वारा साईं भक्तों को सुविधा मिली है। इससे इस क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ेंगे। 

साथियों,

13 मई को आपका वोट देश और महाराष्ट्र का भविष्य तय करेगा। मेरा अनुरोध है, अहमदनगर से भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुजय राधाकृष्ण विखे पाटिल जी और शिरडी से एनडीए प्रत्याशी, शिवसेना के सदाशिव लोखंडे जी को भारी मतों से विजयी बनाएं। इनको मिलने वाला वोट केंद्र में मोदी को मजबूत करेगा और जब आप इनको वोट डालेंगे ना तो वो सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा और इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे, पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे, पोलिंग बूथ जीतेंगे, देखिए अगर आपने पोलिंग बूथ जीत लिया ना तो मैं आसानी से लोकसभा सारी जीत लूंगा और इसलिए आप मुझे बूथ जिताकर दिखा दीजिए और मुझे पक्का विश्वास है इतनी बड़ी विशाल रैली, सारे बूथ जीतने की ताकत है आपमें, जीतेंगे ना..पक्का। बोलिए भारत माता की.. भारत माता की.. भारत माता की। 

बहुत-बहुत धन्यवाद। 

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मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्रीमान मंगुभाई पटेल, हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन यादव जी, टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे साथ जुड़े हुए केंद्रीय मंत्री, इंदौर से तोखन साहू जी, दतिया से राम मोहन नायडू जी, सतना से मुरलीधर मोहोल जी, यहां मंच पर उपस्थित राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जी, राजेंद्र शुक्ला जी, लोकसभा में मेरे साथी वी डी शर्मा जी, अन्य मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।

भाइयों और बहनों,

आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की तीन सौवीं जन्म जयंती है।140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई कहती थीं, कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम, उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है। दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे। मैं आज इस पवित्र दिवस पर विकास के इन सारे कामों के लिए आप सबको, पूरे मध्य प्रदेश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

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साथियों,

लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर, ये नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं, कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है, तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है। ढाई-तीन सौ साल पहले, जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना, कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है, करना आसान नहीं था।

साथियों,

लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जन सेवा, इसे कभी अलग नहीं माना। कहते हैं, वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थीं। उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व कांटों से भरा ताज, कोई कल्पना कर सकता है, कांटों से भरा ताज पहनने जैसा वो काम, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी। उन्होंने गरीब से गरीब को समर्थ बनाने के लिए काम किया। देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया, उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया। औऱ ये मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया है। आज अगर आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएंगे, तो वहां आपको देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी वहाँ पर मिलेगी।

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साथियों,

माता अहिल्याबाई ने गवर्नेंस का एक ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई। रोजगार के लिए, उद्यम बढ़ाने के लिए उन्होंने अनेक योजनाओं को शुरू किया। उन्होंने कृषि और वन-उपज आधारित कुटीर उद्योग और हस्तकला को प्रोत्साहित किया। खेती को बढ़ावा देने के लिए, छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाई, उसे विकसित किया, उस जमाने में आप सोचिए 300 साल पहले। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कितने ही तालाब बनवाए और आज तो हम लोग भी लगातार कह रहे हैं, catch the rain, बारिश के एक एक बूंद पानी को बचाओ। देवी अहिल्या जी ने ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज ढाई सौ-तीन सौ साल के बाद भी हमें बार बार किसानों को कहना पड़ता है, कि crop diversification बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते, देश की जरूरतों को, सारी चीजों को हमें diversify करके उत्पादित करना चाहिए। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमन्तु टोलियों के लिए, खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। ये मेरा सौभाग्य है, कि मुझे एक आदिवासी बेटी, आज जो भारत के राष्ट्रपति पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासी भाई-बहनों की सेवा करने का मौका मिला है। देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए और बहुत कम लोगों को पता होगा, कि देवी अहिल्या जी हूनर की पारखी थी और वो जूनागढ़ से गुजरात में, जूनागढ़ से कुछ परिवारों को माहेश्वर लाईं और उनको साथ जोड़कर के, आज से ढाई सौ-तीन सौ साल पहले ये माहेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया, जो आज भी अनेक परिवारों को वो गहना बन गया है, और जिससे हमारे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ।

साथियों,

देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें, तो हमारे देश में कुछ लोगों को सेक्यूलरिज्म खतरे में दिखता है, उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। ये देवी अहिल्या जी देखिए, मातृशक्ति के गौरव के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी की उम्र के विषय में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी छोटी उम्र में हुई थी, लेकिन उनको सब पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए। ये देवी अहिल्या जी थीं, उन्होंने महिलाओं का भी संपत्ति में अधिकार हो, जिन स्त्रियों के पति की असमय मृत्यु हो गई हो, वो फिर विवाह कर सकें, उस कालखंड में ये बातें करना भी बहुत मुश्किल होता था। लेकिन देवी अहिल्याबाई ने इन समाज सुधारों को भरपूर समर्थन दिया। उन्होंने मालवा की सेना में महिलाओं की एक विशेष टुकड़ी भी बनाई थी। ये पश्चिम की दुनिया के लोगों को पता नहीं है। हमें कोसते रहते हैं, हमारी माताओं बहनों के अधिकारों के नाम पर हमें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमारे देश में सेना में महिलाओं का होना, साथियों महिला सुरक्षा के लिए उन्होंने गांवों में नारी सुरक्षा टोलियां, ये भी बनाने का काम किया था। यानी माता अहिल्याबाई, राष्ट्र निर्माण में हमारी नारीशक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। मैं, समाज में इतना बड़ा परिवर्तन लाने वाली देवी अहिल्या जी को आज श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं, उनके चरणों में प्रणाम करता हूं और मैं उनसे प्रार्थना करता हूं, कि आप जहां भी हों, हम सभी पर अपना आशीर्वाद बरसाए।

साथियों,

देवी अहिल्या का एक प्रेरक कथन है, जो हम कभी भूल नहीं सकते। और उस कथन का अगर मोटे-मोटे शब्दों में मैं कहूं, उसका भाव यही था, कि जो कुछ भी हमें मिला है, वो जनता द्वारा दिया ऋण है, जिसे हमें चुकाना है। आज हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए काम कर रही है। नागरिक देवो भव:- ये आज गवर्नेंस का मंत्र है। हमारी सरकार, वीमेन लेड डवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं-बहनें-बेटियां हैं। आप भी जानती हैं, गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और इनमें से अधिकतर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम पर हैं, मालिकाना हक मेरी माताओं-बहनों को दिया है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई है। यानी देश की करोड़ों बहनें पहली बार घर की मालकिन बनी हैं।

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साथियों,

आज सरकार, हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो, बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें। करोड़ों बहनों के पास पहले, बिजली, एलपीजी गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। और ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से एक नम्र प्रयास है। इससे गांव की, गरीब परिवारों की माताओं-बहनों के जीवन से अनेक मुश्किलें कम हुईं हैं।

साथियों,

पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारियां छुपाने पर मजबूर थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उनको लगता था, कि इससे परिवार पर बोझ पड़ेगा और इसलिए दर्द सहती थीं, लेकिन परिवार में किसी को बताती नहीं थीं। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को भी खत्म किया है। अब वो भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।

साथियों,

महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ ही जो बहुत जरूरी चीज है, वो कमाई भी है। जब महिला की अपनी आय होती है, तो घर में उसका स्वाभिमान और बढ़ जाता है, घर के निर्णयों में उसकी सहभागिता और बढ़ जाती है। बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है। आप कल्पना कर सकते है, 2014 से पहले, आपने मुझे सेवा करने का मौका दिया उसके पहले, 30 करोड़ से ज्यादा बहनें ऐसी थीं, जिनका कोई बैंक खाता तक नहीं था। हमारी सरकार ने इन सभी के बैंक में जनधन खाते खुलवाए, इन्हीं खातों में अब सरकार अलग-अलग योजनाओं का पैसा सीधा उनके खाते में भेज रही है। अब वे गांव हो या शहर अपना कुछ ना कुछ काम कर रही हैं, आर्थिक उपार्जन कर रही हैं, स्वरोजगार कर रही हैं। उन्हें मुद्रा योजना से बिना गारंटी का लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी, ये हमारी माताएं-बहनें-बेटियां हैं।

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साथियों,

आज देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी हैं, जो कोई न कोई आर्थिक गतिविधि करती हैं। ये बहनें अपनी कमाई के नए साधन बनाएं, इसके लिए सरकार लाखों रुपयों की मदद कर रही है। हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। मुझे संतोष है कि अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहनें, लखपति दीदी बन भी चुकी हैं। अब गांव-गांव में बैंक सखियां लोगों को बैंकिंग से जोड़ रही हैं। सरकार ने बीमा सखियां बनाने का अभियान भी शुरु किया है। हमारी बहनें-बेटियां अब देश को बीमा की सुरक्षा देने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं।

साथियों,

एक समय था, जब नई टेक्नोलॉजी आती थी, तो उससे महिलाओं को दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को भी पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार का प्रयास है कि आधुनिक टेक्नॉलॉजी में भी हमारी बहनें, हमारी बेटियां आगे बढ़कर के नेतृत्व दें। अब जैसे आज खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। इसको हमारी गांव की बहनें ही नेतृत्व दे रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है और गांव में उनकी एक नई पहचान बन रही है।

साथियों,

आज बहुत बड़ी संख्या में हमारी बेटियां वैज्ञानिक बन रही हैं, डॉक्टर-इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। हमारे यहां साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज जितने भी हमारे बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में वैज्ञानिक के नाते हमारी माताएं-बहनें-बेटियां काम कर रही हैं। चंद्रयान थ्री मिशन, पूरा देश गौरव कर रहा है। चंद्रयान थ्री मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। ऐसे ही जमाना स्टार्ट अप्स का है, स्टार्ट अप्स के क्षेत्र में भी हमारी बेटियां अदभुत काम कर रही हैं। देश में लगभग पैंतालीस परसेंट स्टार्ट अप्स की, उसमे कम से कम एक डायरेक्टर कोई न कोई हमारी बहन है, कोई न कोई हमारी बेटी है, महिला है। और ये संख्या लगातार बढ़ रही है।

साथियों,

हमारा प्रयास है, कि नीति निर्माण में बेटियों की भागीदारी लगातार बढ़े। बीते एक दशक में इसके लिए एक के बाद एक अनेक कदम उठाए गए हैं। हमारी सरकार में पहली बार पूर्ण कालिक महिला रक्षामंत्री बनीं। पहली बार देश की वित्तमंत्री, एक महिला बनीं। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार 75 सांसद महिलाएं हैं। लेकिन हमारा प्रयास है कि ये भागीदारी और बढ़े। नारीशक्ति वंदन अधिनियम के पीछे भी यही भावना है। सालों तक इस कानून को रोका गया, लेकिन हमारी सरकार ने इसे पारित करके दिखाया। अब संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण पक्का हो गया है। कहने का अर्थ ये है कि भाजपा सरकार, बहनों-बेटियों को हर स्तर पर, हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।

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साथियों,

भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। और सिंदूर, ये हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। राम भक्ति में रंगे हनुमान जी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं। और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

साथियों,

पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है। उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। और सबसे बड़ी बात, आतंकवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। ये चुनौती, आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है काल। ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है। जहां पाकिस्तान की सेना ने सोचा तक नहीं था, वहां आतंकी ठिकानों को हमारी सेनाओं ने मिट्टी में मिला दिया। सैंकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर के मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने डंके की चोट पर कह दिया है, कि आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध, proxy war नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा, उसको भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है, 140 करोड़ देशवासियों की बुलंद आवाज कह रही है- अगर, अगर तुम गोली चलाओगे, तो मानकर चलों गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारीशक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक बना है। हम सभी जानते हैं, कि BSF का इस ऑपरेशन में कितना बड़ा रोल रहा है। जम्मू से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमा तक बड़ी संख्या में BSF की हमारी बेटियां मोर्चे पर रही थीं, मोर्चा संभाल रही थीं। उन्होंने सीमापार से होने वाली फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स से लेकर दुश्मन की पोस्टों को ध्वस्त करने तक, BSF की वीर बेटियों ने अद्भुत शौर्य दिखाया है।

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साथियों,

आज दुनिया, राष्ट्ररक्षा में भारत की बेटियों का सामर्थ्य देख रही है। इसके लिए भी बीते दशक में सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। स्कूल से लेकर युद्ध के मैदान तक, आज देश अपनी बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व भरोसा कर रहा है। हमारी सेना ने पहली बार सैनिक स्कूलों के दरवाज़े बेटियों के लिए खोले हैं। 2014 से पहले एनसीसी में सिर्फ 25 प्रतिशत कैडेट्स ही बेटियां होती थीं, आज उनकी संख्या 50 प्रतिशत की तरफ आगे बढ़ रही है। कल के दिन देश में एक औऱ नया इतिहास बना है। आज अखबार में देखा होगा आपने, नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी NDA से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। आज सेना, नौसेना और वायुसेना में बेटियां अग्रिम मोर्चे पर तैनात हो रही हैं। आज फाइटर प्लेन से लेकर INS विक्रांत युद्धपोत तक, वीमेन ऑफीसर्स अपनी जांबाजी दिखा रही हैं।

साथियों,

हमारी नौसेना की वीर बेटियों के साहस का ताज़ा उदाहरण भी देश के सामने है। आपको मैं नाविका सागर परिक्रमा के बारे में बताना चाहता हूं। नेवी की दो वीर बेटियों ने करीब ढाई सौ दिनों की समुद्री यात्रा पूरी की है, धरती का चक्कर लगाया है। हज़ारों किलोमीटर की ये यात्रा, उन्होंने ऐसी नाव से की जो मोटर से नहीं बल्कि हवा से चलती है। सोचिए, ढाई सौ दिन समंदर में, इतने दिनों तक समंदर में रहना, कई कई हफ्ते तक जमीन के दर्शन तक नहीं होना और ऊपर से समंदर का तूफान कितना तेज होता है, हमें पता है, खराब मौसम, भयानक तूफान, उन्होंने हर मुसीबत को हराया है। ये दिखाता है, कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, भारत की बेटियां उस पर विजय पा सकती हैं।

साथियों,

नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या फिर सीमापार का आतंक हो, आज हमारी बेटियां भारत की सुरक्षा की ढाल बन रही हैं। मैं आज देवी अहिल्या की इस पवित्र भूमि से, देश की नारीशक्ति को फिर से सैल्यूट करता हूं

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साथियों,

देवी अहिल्या ने अपने शासनकाल में विकास के कार्यों के साथ साथ विरासत को भी सहेजा। आज का भारत भी विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चल रहा है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को देश कैसे गति दे रहे है, आज का कार्यक्रम इसका उदाहरण है। आज मध्य प्रदेश को पहली मेट्रो सुविधा मिली है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के लिए दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। अब इंदौर की पहचान उसकी मेट्रो से भी होने जा रही है। यहां भोपाल में भी मेट्रो का काम तेज़ी से चल रहा है। मध्य प्रदेश में, रेलवे के क्षेत्र में व्यापक काम हो रहा है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने रतलाम-नागदा रूट को चार लाइनों में बदलने के लिए स्वीकृति दे दी है। इससे इस क्षेत्र में और ज्यादा ट्रेनें चल पाएंगी, भीड़भाड़ कम होगी। केंद्र सरकार ने इंदौर–मनमाड रेल परियोजना को भी मंजूरी दे दी है।

साथियों,

आज मध्य प्रदेश के दतिया और सतना भी हवाई यात्रा के नेटवर्क से जुड़ गए हैं। इन दोनों हवाई अड्डों से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अब माँ पीतांबरा, मां शारदा देवी और पवित्र चित्रकूट धाम के दर्शन करना और सुलभ हो जाएगा।

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साथियों,

आज भारत, इतिहास के उस मोड़ पर है, जहां हमें अपनी सुरक्षा, अपने सामर्थ्य और अपनी संस्कृति, हर स्तर पर काम करना है। हमें अपना परिश्रम बढ़ाना है। इसमें हमारी मातृशक्ति, हमारी माताओं-बहनों-बेटियों की भूमिका बहुत बड़ी है। हमारे सामने लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी की प्रेरणा है। रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, अवंतीबाई लोधी, कित्तूर की रानी चेनम्मा, रानी गाइडिन्ल्यू, वेलु नाचियार, सावित्री बाई फुले, ऐसे हर नाम हमें गौरव से भर देते हैं। लोकमाता अहिल्याबाई की ये तीन सौवीं जन्मजयंती, हमें निरंतर प्रेरित करती रहे, आने वाली सदियों के लिए हम एक सशक्त भारत की नींव मजबूत करें, इसी कामना के साथ आप सभी को फिर से एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अपना तिरंगा ऊपर उठाकर के मेरे साथ बालिए –

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!