PM Modi's insightful conversation with Bill Gates

Published By : Admin | March 29, 2024 | 14:59 IST

PM Modi : बिल आपका स्‍वागत है, और मुझे खुशी हुई। वैसे इस बार हमारे मिलने में शायद बहुत बड़ा गैप हो गया। जी-20 से पहले हमारी काफी बातें हुई थीं, और आपने देखा होगा कि जी-20 एक प्रकार से काफी दायें-बायें, दायें-बायें चल रहा था और पूरी तरह उस का जिस हेतु से जी-20 का जन्‍म हुआ, उस पर हम एक main stream में ले पाए हैं। और आप भी शायद अनुभव करते होंगे।

Bill Gates : Well the G20 is way more inclusive and so it’s fantastic to see that Indian hosting it really raised things like digital innovation and how the South-South collaboration can be far more than just the dialogue with the North, it can actually be a system that improves health. And you know our foundation is so excited about the positive results that you’ve achieved here in India that we will be a partner in trying to take that into many other countries.

PM Modi : आपकी बात सही है, जब मैं इंडोनेशिया में भी जी-20 में गया था तो दुनिया के सभी देशों की curiosity ये थी कि आपने ये digital revolution कैसे लाया है। तब मैं उनको समझाता था, एक तो मैंने इस टेक्‍नोलॉजी को democratize कर दिया है, ये‍ किसी की monopoly नहीं रहेगी। ये जनता का होगा, जनता के द्वारा होगा, और जनता में जो भी उभरती हुई टैलेंट इसमें value addition करेगी, वो करती चलेगी ताकि common man को भी technology पर विश्‍वास पैदा होना चाहिए। जैसे दस डॉक्‍टर होते हैं, वो एमएमबीएस होते हैं, लेकिन एक डॉक्‍टर के पास ज्‍यादा लोग जाते हैं क्‍योंकि उस पर भरोसा बन गया है।



Bill Gates :And here is like digital government, India is not only adapting technology but its actually leading the way. What are some of the things you are excited about?

PM Modi : हेल्‍थ, एग्रीकल्‍चर एंड एजुकेशन।
मैंने जो आरोग्‍य मंदिर बनाए, दो लाख आरोग्‍य मंदिर, आयुष्‍मान आरोग्‍य मंदिर, villages में। ये जो मेरे हेल्‍थ सेंटर हैं उनको मैं directly modern technology से best hospitals के साथ उनको जोड़ देता हूं। पहले शुरू में उनको लगता था कि डॉक्‍टर तो है नहीं, मुझे देखे बिना कैसे बताता है। लेकिन बाद में उनको समझ आया कि technological instrument और सैंकड़ों किलोमीटर दूर बैठा हुआ डॉक्‍टर भी उनको सही diagnosis कर रहा है, सही advise कर रहा है। तो लोगों का confidence बढ़ रहा है। जितना बड़े हॉस्पिटल में होता है, उतना ही छोटे आरोग्‍य मंदिर में हो रहा है। तो ये डिजिटल प्‍लेटफॉर्म का कमाल है।
और दूसरी फिर एजुकेशन। मैं बच्‍चों को best education पहुंचाना चाहता हूं। टीचर की जो कमियां हैं, उसको मैं technology से भरना चाहता हूं। दूसरा बच्‍चे का interest, visual में है, story telling में हैं, तो उस प्रकार के content बनाना, उस दिशा में मैं काम रहा हूं। ताकि बच्‍चों को लगना चाहिए और मैंने कुछ सर्वे किया, मैंने देखा बच्‍चों को बड़ा मजा आ रहा है। मेरे यहां एग्रीकल्‍चर में भी मैं बहुत बड़ा revolution ला रहा हूं, और मैं mindset बदलना चाहता हूं।

Bill Gates :In one of the themes i think India brings a technology is that it it should be available for everyone actually lifting up those in who need it the most

PM Modi : जब मैं दुनिया में digital divide की बात सुनता था, मैं कहता था मेरे देश में ऐसा कुछ नहीं होने दूंगा, कि digital divide हो। और डिजिटल public infrastructure ये अपने आप में बहुत बड़ी requirement है। आज मेरे यहां गांवों तक में ये digital facility पहुंचाना चाहता हूं।
तो मुझे लगता है वो बहुत बडा टारगेट ग्रुप है। महिलाएं तुरंत नई चीजों को स्‍वीकार करती हैं, ये मेरा अनुभव है मेरे देश में। उनके अनुकूल कौन सी चीजें मैं टेक्‍नोलॉजी में ले जाऊंगा, तो एकदम से acceptable बनती हैं।मैंने एक कार्यक्रम लिया है- नमो ड्रोन दीदी। उसके पीछे मेरे दो लक्ष्‍य हैं, एक तो मैं भारत के गांवों में तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना चाहूंगा और भी एक गरीब परिवार से।तो मैं एक साइक्‍लोजीकल चेंज करना चाहता हूं, ये छोटी-छोटी चीजें नहीं, बड़ी चीजें करनी है।

दूसरा, गांव में महिलाएं मतलब यही काम करेंगी- भैंस को चराएंगी, गाय को चराएंगी, दूध दोहेंगी, नहीं। मैं उसके हाथ में टेक्‍नोलॉजी देना चाहता हूं but psychological चेंज लाना चाहता हूं।

गांव के सब लोगों को लगना चाहिए कि ये हमारे गांव को बदल रही हैं। एग्रीकल्‍चर को मैं आधुनिक बनाना, वैज्ञानिक बनाना, ये जरूरत मैं देखता हूं। और उसी लिए मैंने ड्रोन दीदी का..और बहुत successful चल रहा है। मैं इन ड्रोन दीदी से इन दिनों बातें करता हूं। उनको इतनी खुशी है, वो कहती हैं हमको साइकिल चलाना नहीं आता था, आज हम पायलट बन गए, हम ड्रोन चला रहे हैं। सोचने का तरीका बदल गया है।

मैंने अफ्रीकन कंट्रीज के बहुत से लोगों के साथ बात की। मैंने उनको कहा कि मैं इसमें आपकी मदद करने को तैयार हूं क्‍योंकि ये सबको समान अवसर देता है। और democratise, ये उसका main point है, उसको नहीं छोड़ सकते आप। अब आपने देखा होगा कोविड में, दुनिया सर्टिफिकेट नहीं दे पा रही थी, मेरे यहां मुझे वैक्‍सीन लेना है तो मैं कोविन एप पर जा करके कितने distance पर मुझे मिलेगा, कौन सा time-slot मिलेगा, और मेरा सर्टिफिकेट भी मुझे within friction of seconds मिल जाता था। और कोविन मैंने open source कर दिया था, कोई भी उसका उपयोग कर सकता है। तो ये मेरा रहा है..उसके डिजिटल कारण बहुत लाभ हुआ है मेरे देश में।और शायद जो industrial revolutions हुए हैं, फर्स्‍ट, सैकंड, हम पीछे रह गए क्‍योंकि हम गुलाम थे। ये चौथा जो industrial revolution है, जिसमें digital element सबसे बड़ा है, और भारत इसमें बहुत कुछ प्राप्‍त कर लेगा, ऐसा मेरा विश्‍वास है।

Bill Gates :Yeah I think the key point is that the digital infrastructure just gets keeping richer. You know a lot of people know about the identity system and the digital payment systems and that the government by taking virtually all the government payment programs now in digitising ….. that alone saved a lot of money and it created access on more equal basis. But now as you’re moving into the different areas, advice for farmers, registering their land, tutoring for kids and the health records, connecting all of those, that’s kind of a second phase. And we’re just at the beginning now of the third phase where these advances in artificial intelligence will come on top of that and make the value even better.

PM Modi : आपने सही कहा, AI का महत्‍व बहुत है। और मैं तो कभी-कभी मजाक में कहता हूं, हमारे देश में मां को ‘’आई’’ बोलते हैं। माता को बहुत से राज्‍यों में भाषा बोलते हैं, ‘’आई’’। अब मैं कहता हूं हमारे यहां बच्‍चा पैदा होता है, ‘’आई’’ भी बोलता है, एआई भी बोलता है, वो इतना एडवांस हो गया है।अब देखिए, मैं कैसे उपयोग करता हूं- मैं आपको बताऊं, जिसको देखकर आपको भी खुशी होगी कि common man कैसे एआई का उपयोग कर सकता है।जैसे मैंने जी-20 में AI का बहुत उपयोग किया। मेरे पूरे जी20 का परिसर था उसमें पूरा का पूरा AI का उपयोग करके सारे interpreters की व्यवस्था मैंने AI से की। मैंने मेरे सभी drivers को मोबाइल फोन पर ऐप डाउनलोड करवा दिया।उसके साथ बैठे हुए गेस्‍ट, उनका करवा दिया। मान लीजिए वो फ्रेंच भाषा जानते हैं तो ड्राइवर के पास ऐप में फ्रेंच की व्यवस्था थी, वो ड्राइवर के साथ फ्रेंच में बोलते थे, ड्राइवर अपनी लैंग्वेज में सुनता था, ड्राइवर अपनी लैंगवेज में जवाब देता था कि यानि ड्राइवर के साथ कम्युनिकेशन किसी भी लैंगवेज में वो कर सकते थे।मैंने अभी एक प्रयोग किया, मैं काशी तमिल संगमम् में एक कार्यक्रम करता हूं तो काशी में तमिलनाडु के लोग आए हुए थे, तमिल भाषा में बोल नहीं सकता हूं तो मैंने AI का उपयोग किया मैंने हिंदी में बोला और सबने मेरा भाषण तमिल में सुना AI के द्वारा Yousee, I am using my Namo app और मैं AI का बड़ा उपयोग करता हूं और मेरे लिए पूरे देश में ये बहुत काम आता है, और ये मेरा फोटो बूथ है।अब आप, अपना फोटो, सेल्फी ले लीजिए इस पर, take the selfie........yes....wow....you can see.. Since last 20 years. मेरे साथ आपके जितने भी फोटो होंगे, जितने भी मेरे फोटो होंगे 20 साल की, सारे इस पर आ जाएंगे। कभी किसी और public function में, मान लीजिए आपका एक 1/10 पार्ट दिख रहा है तो वो फोटो में भी अगर मैं दिखता हूं, आपका 1/10 भी दिखता है, वो भी उसको recognise करके ले आता है। तो आज टेक्नोलॉजी का कैसे उपयोग हो सकता है, और मैं मानता हूं इस प्रकार के प्रयोग हमें value addition करते हैं। अब पहले क्या होता था मैं कही जाता था, कोई फोटो-फोटो मांगता था, देते थे। आज मैं कहता हूं तुम AI पर जाओ, मेरे नमो ऐप पर जाओ, फोटो बूथ में जाओ, खुद की सेल्फी ले लो, आपके साथ मेरा जितना भी फोटो होगा, एक कोने में भी आप खड़े होंगे तो भी मिल जाएगा। तो हमने थोड़ा रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों की मदद करने के लिए उपयोग करना चाहिए।तो मेरी कोशिश होती है कि पहले उसको कंफर्ट लेवल देना उसको लगना चाहिए हां यार ये तो मेरे काम का है। जब काम में होता है तो फिर उसको इनोवेशन करता है वो, वो नई चीजें जोड़ देता है।



Bill Gates : I’d love to hear your view on how India sees AI?

PM Modi : अगर हम AI को एक मैजिक के टूल के रूप में उपयोग करेंगे तो शायद बहुत बड़ा अन्याय हो जाएगा, या AI का उपयोग अपने आलसीपन को बचाने के लिए मैं करता हूं कि भई मुझे किसी को चिट्ठी लिखनी है, मैं ड्राफ्ट नहीं करूंगा मैं Chat GPT को कह दूंगा कि मेरी चिट्ठी ड्राफ्ट करके दे दो, तो ये गलत रास्ता है, मुझे तो Chat GPT के साथ कंपटीशन करना चाहिए, मैंने उसके साथ लड़ाई लड़नी चाहिए कि नहीं तुम ठीक नहीं कर रहे हो, तुम ये शब्द की जगह ये क्यों नहीं लाए। तो मैं AI से आगे जाने की कोशिश करू, अब जैसे हमारे यहां बहुत सारी languages हैं, बहुत सारी बोलियां हैं, मैं AI को कहता हूं आप इन बोलियों को पकड़िए। मेरे astronauts को इंट्रोडक्शन के लिए गया था, तो हमारे astronauts किस प्रकार से काम करने वाले हैं तो जो रोबोट्स से मैं बात कर रहा था, मैंने रोबोट से काफी बातें कीं और मैंने देखा कि मेरे और मैं अलग-अलग टोन में बोलता था, थोड़ा लहजा बदलके बोलता था और मैं देख रहा था कि वो मुझे proper respond कर रहा था। फिर मैंने उसका नाम बदलकर के पूछने की कोशिश की तो फिर उसने respond नहीं किया। तो मैंने कहा आपका AI मैंने 3 मिनट, 4 मिनट बात किया अभी तक वो मेरी आवाज को recognise नहीं कर पाया। जब तक मैं उसका नाम नहीं बोलता हूं वो मुझे respond नहीं कर रहा है, मैं वो चाहता हूं कि वो मेरी आवाज को सेंस करे और भले ही मैं उसका नाम न बोलू लेकिन वो मेरे से बात करे, तो उन्होंने कहा ठीक है, we will do this. तो मैं हर बार नई challenges देता रहता हूं।

Bill Gates : Yeah. It’s early days in AI. And I think everyone who uses it in the same day are surprised at how good it is and are also surprised at how bad it is. It will do things you think are hard and then it will fail to do some things you think are easy. You know I started my trip here in Hyderabad, which was a nice occasion, because Microsoft is celebrating 25 years in the country and that’s been such a fantastic experience. So I was definitely challenging the team there. Hey we have to make the accuracy better and pronounce like a copilot. It helps suggest things but the final decision about Medicine or the letter you want to write, the final decision we still have to review that even though it may make us a bit more creative and a bit more productive.
You know it seems like AI is a huge opportunity but there are some challenges that come with that. How do you think India will approach that?

PM Modi : देखिए AI ने जो challenges खड़ी की हैं, वो मैंने देखा है की कितनी अच्छी चीज, अगर properly trained किए बिना किसी के हाथ में दे दी जाए तो वो misuse होने की संभावना ज्यादा है। अब मैंने AI से जुड़े सारे brains हैं उनसे भी बात की है। मैंने कहा शुरू में हमने कोई भी AI generated चीज है, तो उसपर आना चाहिए watermark कि ये AI generated है ताकि कोई misguide न हो। और ये बुरी चीज नहीं है simply AI generated तो मैं उसका value समझ लूंगा। डीपफेक, भारत जैसे democratic countries में, और इतनी विशाल country में, कोई एक डीपफेक में कुछ भी चीज ड़ाल दीजिए कि मेरे ही voice में कुछ ऐसी गंदी चीज डाल दे तो शुरू में तो लोग मान जाएंगे, फिर बहुत बड़ी आग लग जाएगी। तो ये जरूरी है कि डीपफेक AI generated और ये source है, ये आज शुरू के दिनों में आगे क्या होगा, जरूरत नहीं पड़ेगी शायद लेकिन ये हमने कुछ Do’s and Don’ts उस पर seriously सोचना पड़ेगा। उसी प्रकार से मैं AI से पहले काम वो लू, जिसकी मेरी महारथ हो, मेरी महारथ हो, मैं अब थक गया हूं, सो जाऊ वो कर लेगा तो वो ठीक नहीं है। जैसे हम कह देते है कि तुम 5 बजे उसको फोन लगा देना तो AI कर देगा, या मैं कह दूंगा कि मेरा वो गाना मुझे सुना दो, तो वो कर देगा। क्योंकि मुझे पता होना चाहिए ना कि भई इस समय मुझे किस गाने को सुनने की जरूरत है, मेरे लिए क्या requirement है। अगर मैं ये ना कर सकू तो मैं तो टूल का ही उपयोग करने के लिए खेल खेलता रहू। तो शायद मैं value addition नहीं कर पाऊंगा, टाइम पास कर लूंगा।

Bill Gates : In AI world, data is so important and yet people have concerns, privacy concerns. How do we strike the balance there?

PM Modi : डेटा एक बहुत बड़ा issue बना हुआ है, हमने उसकी security भी देखनी चाहिए। भारत में कानूनी व्यवस्था तो की है, लेकिन लोगों को भी aware करना पड़ेगा। अब जैसे मैंने आज हमारे देश में यूनिवर्सिटीज में सारे सर्टिफिकेट क्लाउड में रखवा देता हूं मैं ताकि खर्चा भी बचता है और जो भी requirement है मिल जाते हैं। मेरे यहां compliances की जरूरत होती थी, मैने कहा compliances की जरूरत नहीं है आप अपना डेटा एक क्लाउड पर डाल दीजिए, मुझे आपका ID दे दीजिए, मुझे जो जरूरत होगी मैं उसमें से लू लूंगा। तो मैं नागरिकों का ease of living के लिए टेक्नोलॉजी का बहुत उपयोग कर रहा हूं इन दिनों, services के लिए पहले करता था अब मैं ease of living के लिए कर रहा हूं।

Bill Gates : Yeah data is definitely, it’s going to be very exciting. That we will be able to preserve privacy and still learn a lot from the data. You know, like which crop should you plant? If we get all the data from the farmers without their names, so we don’t invade their privacy but giving better farmer advice. Or seen here in India, you know, the top 10% of teachers are so good and saying, ok what are they doing and how do we spread that to other people. Or even if there are some new nutrition approach, I know sometimes it works and sometimes not, and so because you have the medical record, the ability to kind of track and say, ok this is working very well or this isn’t. You know we can be a lot smarter without threatening individual privacy.

PM Modi : मैं इसको दो तरह एक हमें कॉमन मैन को भी क्वालिटी डेटा के लिए train करना पड़ेगा। हमारे डेटा में क्वालिटी होनी चाहिए, clarity होनी चाहिए। दूसरा डेटा ऑनर को मालूम होना चाहिए कि जो मेरे से डेटा मांग रहा है वो किस काम के लिए मांग रहा है। दूसरा अगर वो उसके साथ एग्रीमेंट करके उसमे से कमाई करना चाहता है तो उसको allow करना चाहिए। कि भई और पहला उसकी priority research के लिए होनी चाहिए। रिसर्च के डेटा की वेल्यू ज्यादा न हो ताकि वर्ना रिसर्च बहुत महंगा हो जाएगा। और रिसर्च करने वाली इंस्टीटयूट ने भी उसको assurance देना चाहिए कि तेरे डेटा को मैं जो उपयोग कर रहा हूं। वो इसी काम के लिए होगा, ये global good के लिए है। common man के good के लिए है। तो मैं मानता हूं दुनिया में कोई भी व्यक्ति इन्कार नहीं करेगा।


Bill Gates : I think its interesting that some of these digital systems create efficiency by getting rid of the middlemen and thats super beneficial.

PM Modi : मैं तो कभी-कभी कहता हूं कि मैं ऐसी सरकार चलाना चाहता हूं, as far as मध्यमवर्गीय जो वर्ग है, उसकी जिंदगी से सरकार बाहर निकल जाए, उसकी जिंदगी में सरकार की कोई जरूरत ही न हो। जो गरीब है, जिसको सरकार की जरूरत है, वहां सरकार भरपूर हो, लेकिन जिसको कोई जरूरत नहीं बिना कारण सरकार जाकर के उसको ये लाओ, वो लाओ, ये करो, वो करो करती रहती है। तो वो बंद हो जाएगा, और इसलिए मेरी कोशिश यही है कि हमारा प्रयास यही रहेगा की हम इसको करें।

Bill Gates : In 2015, one of the great things we did together was when you came to Paris for that mission invasion, that was fantastic.

PM Modi : Climate के संबंध में हम दोनों के विचार एक ही प्रकार के हैं, और आपने बहुत सक्रियता से भूमिका भी अदा की।तो उस समय ओबामा, आप, मैं और फ्रांस के president हम मिले थे। और तब हम लोगों ने डिटेल में चर्चा की थी कि हम इसको way forward कैसे ले जाएं। लेकिन दूर्भाग्य से वो बात बहुत ज्यादा आगे चली नहीं। लेकिन जी-20 के बाद climate को लेकर के एक वातावरण बना है कि भई सब लोग अपनी-अपनी जिम्मेदारी अदा करेंगे। तो जो हमनें बीज बोए थे और जिसमे आपकी भी बहुत बड़ी भूमिका थी। वो अब कुछ वटवृक्ष के रूप में सामने आएगा ऐसा मुझे लग रहा है। मैं समझता हूं climate एक ऐसा विषय है। जरा खुले में जाकर के हम लोग बात करते हैं।


Bill Gates : If you ever coming to the United States I’d love to have you come to Seattle.

PM Modi : I'll be happy, I’ll be happy to come
Is it okay?
Bill Gates : No, fantastic, I am over here
PM Modi : Climate को लेकर के हम बात कर रहे थे। भारत मुझे बहुत खुशी है कि हम renewable energy के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। solar energy, wind energy, हम काफी काम, हम nuclear के अंदर काफी तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं।उसी अच्छे प्रकार से green hydrogen को हम बहुत तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं। मैं तमिलनाडु में था।तो हमने एक हाईड्रोजन से चलने वाली बोट मैंने वहां से रवाना की जो काशी में मेरे जो टूरिस्ट आते हैं उनके लिए ये environment friendly pollution free ये बोट काशी से अयोध्या के लिए चलाने के लिए मैंने सोचा है।ताकि क्लीन गंगा की मेरी जो movement है उसको भी बल मिलेगा। Environment conscious society के लिए भी वहां से एक messaging होता रहेगा।

Bill Gates : What India brings to the climate change is rich history of caring about the environment How do you connecting those?
PM Modi : हमारे यहां reuse, recycle ये हमारे नेचर में है। अब देखिए ये जो जैकेट है ये recycle material का है। लेकिन ये recycle material की विशेषता है। इसकी विशेषता यह है, जो टेलर के यहां कपड़े के टुकड़े निकालते हैं। ये सारा waste इकट्ठा किया हुआ है, फिर जो पुराने कपड़े हैं उसको भी इसमें लिया हुआ है और 30-40 पर्सेंट वेस्ट प्लास्टिक बॉटल को लिया हुआ है, और उन सबको recycle करके ये कपड़ा बना है

Bill Gates : Yeah the innovation both here in India and the world is coming along. The goals that we sat, you know, staying below 1.5°, you know, we probably will miss that. Even 2° isn’t going to be so easy. And the thing you and I really emphasised in Paris, is the need for innovation. You know, if the green approach can be made as cheap or cheaper than the old approach, then the adoption will be very good. If it’s more expensive it’s not clear who’s going to be willing to pay for that? Should the rich countries pay for that? It’s not fair to tell India to slowdown, you know building basic infrastructure just because the West had those emissions but you’ll have to have some adaptation because there will be some warming particularly which farmers will have to take into account.

PM Modi : मुझे लगता है हमें 2 pronged strategy की तरफ जाना चाहिए। एक तो है innovation, और innovation में हमारी जो requirements हैं वो climate friendly कैसे हों, nature friendly कैसे हों, उस पर innovation हो। भारत ने अभी अपने इस बजट में एक लाख करोड़ रुपये का corpus fund बनाया है और young generation को हमने कहा है कि आप innovations के लिए आइए। 50 साल तक interest free लोन हम देंगे और आप innovation कीजिए। एक लाख करोड़ रुपये का मैंने जो upcoming technologies हैं futuristic technologies हैं उस पर आप रिचर्स करिए, innovation कीजिए, तो मैं एक तरफ उनको प्रोत्‍साहित कर रहा हूं।

लेकिन दूसरी एक बात है जिसको गंभीरता से लें, और वो है लाइफ स्‍टाइल और इसलिए मैंने मिशन लाइफ शुरू किया है और मैं जब लाइफ कहता हूं, तब लाइफ स्‍टाइल फॉर environment, क्‍योंकि हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में अगर हम climate friendly life स्‍वीकार नहीं करते तो नेचर हम जीवन नहीं जीते हैं। तो हम बाहरी कितने ही प्रयास हम क्‍यों न करें, हम नए-नए इनोवेशन करेंगे, नई-नई चीजें जोड़ते जाएंगे, हम अपनी जिंदगी को ऐसी कैसे बनाएं। अब हमारे यहां मुसीबत क्‍या है, हमारा प्रगति का …. क्‍या है तो भई कौन-सा देश कितना स्‍टील उपयोग करता है। कौन सा देश per capita कितना energy consume करता है, उसके आधार पर उस देश की इकोनॉमी बन जाती है। अगर ये पैरामीटर रहेंगे तो फिर वो electricity consume करने के लिए कोशिश करेगा। स्‍टील consumption की कोशिश करेगा। फिर कहीं स्‍टील उत्‍पादन के लिए लगेगा। तो स्‍टील उत्‍पादन में कार्बन का problem करेगा।मतलब हमें हमारे सोचने के तरीके को बदलना पड़ेगा। जब सोचने के हमारे पैरामीटर जिंदगी के हमारे पैरामीटर, प्रगति के पैरामीटर हमने climate friendly बनाए थे, आज हमारे प्रगति के सारे पैरामीटर anti-climate हैं। बिजली consumption के आधार पर प्रगति नापी जाती है। स्‍टील consumption के आधार पर प्रगति नापी जाती है।

Bill Gates : Ya I have been interested in your discussions about green GDP, update me on your thinking.

PM Modi : मैं तो कहता हूं, दुनिया को ग्रीन जीडीपी के concept को डेवलप करना चाहिए कि भई तुम्‍हारी टोटल जीडीपी में ग्रीन जीडीपी कितनी है। टोटल रोजगार में ग्रीन रोजगार कितने हैं। हमें एक नया...आखिर terminology बदलनी चाहिए दुनिया की,तो मैं समझता हूं कि इस समस्‍या का समाधान हो सकता है। लेकिन अगर मैं कहूंगा , मैं तो जितना उपयोग करता हूं, करूंगा। मैं तो इतनी बिजली उपयोग करूंगा, मैं इतना पानी बरबाद करूंगा, मैं ये करूंगा।

Bill Gates : Now getting consumers involved in this where they prefer the product, that’s the clean product when they’re buying a car when they’re buying any product. And changing their food consumption, you know, even if they don’t go all the way to be a vegetarian, they can eat less beef and more chicken or less chicken and more fish. You know they can moderate quite a bit and you know we know that also has some health benefit as well.

PM Modi : Not only that, मैं तो कहता हूं वेजिटेरियन में भी सोचने की improvement जरूरी है, वेजिटेरियन में जैसे मिलेट। मैं यूएन के साथ मिल करके 2023 को millet year मनाया। मिलेट का फायदा ये है कि एक तो बिल्‍कुल बंजर भूमि में मिलेट पैदा होता है। मिनिमम पानी चाहिए, कोई फर्टिलाइजर नहीं चाहिए और ये सबसे उत्‍तम प्रकार का फूड है, ये सुपर फूड है। अगर हम मिलेट को प्रमोट करते हैं तो वेजिटेरियन होने के बावजूद भी बहुत सी चीजे हैं जो ज्‍यादा नुकसान करने वाली हैं। उसमें भी अगर मिलेट par shift करते हैं तो बहुत फायदा हो सकता है।

Bill Gates : Yeah when I was in Odisha, they were talking about how millet had been popular a long time ago and then it came out a favour and now there is a joint program with the foundation with the government it’s coming back up and they even took to some shops where the women were there showing me very nutritious, and actually it tasted good to me, millet crop. So that’s a good message to the world.

PM Modi : मैं देख रहा हूं जी, मिलेट में इतना बढ़िया प्रोडक्‍शन आना शुरू हो गया। अच्‍छी-अच्‍छी कंपनियां मिलेट प्रॉडक्‍ट में आ गई हैं और एक प्रकार से उसका value addition हो गया है और कॉमन और फैशन हो गया है। हमारे यहां फाइव स्‍टार होटल में जाइए, तो मिलेट का मैन्‍यु अलग देते हैं। नॉर्मल वेजिटेरियन फूड का मैन्‍यु अलग देते हैं। और ज्‍यादातर लोग मिलेट मैन्‍यु...और उसके कारण मेरे छोटे किसान की इनकम भी बड़ी है और पानी की बहुत बचत हो रही है तो बहुत बड़ा फायदा होने लगा है।

Bill Gates : Well, during the pandemic, you know, it’s fantastic that the vaccines got invented and India made a lot of those. Sadly in many countries, the fear of vaccination and even rumours about vaccines became a big problem. And you had actually very little of that here in India so I’m curious how did you manage the communication and why do you think it came out better here?

PM Modi : बहुत ही बढ़िया सवाल आपने पूछा है| एक तो मैंने वायरस के खिलाफ ये लड़ाई जो है, ये हम सबकी है, ये लोगों को प्रशिक्षित करने पर बल दिया। ये Virus VS Government नहीं है। ये Life VS Virus की लड़ाई है, ये पहली मेरी फिलोस्‍फी थी। दूसरा, मैं Day one से Communicate करने लगा हूं सबसे, डायरेक्‍ट मेरे देश के लोगों से बात। खुद मैं खुद सारे protocol publicly follow करने लगा हूं। सब चीजें publicly मैं, उदाहरण के रूप में जाने लगा हूं लोगों के सामने। फिर मैंने कहा भई ताली बजाओ, थाली बजाओ, दीया जलाओ। हमारे देश में इसका बड़ा मजाक करने का प्रयास हुआ, लेकिन मुझे लोगों को विश्‍वास में लेना था, भई हमें ये लड़ाई साथ लड़नी है। जब ये विश्‍वास बन गया कि हमें अपनी जिंदगी बचानी है और ओरों की जिंदगी बचे, इसमें मदद करनी है तो एक प्रकार से mass movement बन गया। और उसके कारण मुझे बाद में जो भी चीज कहता था देशवासियों को, वो मुझे मदद करते थे, फिर मुझे वो Question नहीं करते थे कि मास्‍क लगाना चाहिए कि नहीं लगाना चाहिए। उनको लगता था, और लोग भी एक-दूसरे को कहते थे मास्‍क लगाओ। तो ये जनांदोलन बन गया and democratic way में डंडे से काम नहीं होता है।

आप लोगों को educate कीजिए, उनको convince कीजिए, और उनको साथ ले करके चलिए। ये मेरा बहुत बड़ा अभियान रहा और उसके कारण मुझे वैक्‍सीन में बहुत बड़ी सफलता..किसी ने मुझे रोका नहीं। आर्थिक रूप से मुझे बहुत बड़ा बोझ आया क्‍योंकि मुझे वैक्‍सीन बनाने में रिसर्च करनी थी। फिर विश्‍वास दिलाना था, यही वैक्‍सीन चलेगी तो मैं खुद सबसे पहले वैक्‍सीन लेने गया। और मेरी वो 95 age की मां थी उस समय। मेरी मां ने भी publicly वैक्‍सीन लिया। तो मैंने उदाहरण करके दिखाया तो लोगों को भरोसा हुआ कि भई ये जिंदगी बचा सकती है।

आने वाले दिनों में मैं सर्वाइकल कैंसर को लेकर, खास करके बच्चियों के लिए...मैं भारत में इस बार बजट में हमारे जो साइं‍टिस्‍ट हैं उनको बजट देना चाहता हूं। और मैं उनको कहना चाहता हूं कि इसमें भी आप लोकल रिसर्च कीजिए, वैक्‍सीन बनाइए। और बहुत ही कम पैसों में मैं मेरे देश की 13 से 20 साल की सभी बच्चियों का वैक्‍सीनेशन करूं और किसी भी बच्‍ची को कैंसर की संभावना ही न रहे, वो स्थिति पैदा करूं, उस दिशा में इन दिनों मैं काम कर रहा हूं। जब मेरी नई सरकार बनेगी तो मैं सबसे पहले उस दिशा में काफी पैसे रिसर्च में लगाना चाहता हूं ताकि मेरी बच्चियों की जिंदगी बचे।

मैं एक interesting बात बताना चाहता हूं, सरदार वल्लभ भाई पटेल 1930 के आसपास, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, उस समय नगरपालिका होती थी, उसके मेयर थे और उस समय एक epidemic की स्थिति पैदा हुई, वैक्सीनेशन करवाना था, कुछ लोगों ने religious कारणों से, उस समय वैक्सीन लेने से मना कर दिया, resist किया। जब सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बड़ा कड़ाई की और compulsory किया की मुझे सारे की जिंदगी बचानी है, यानि ये resistance दुनिया के हर देश में सदियों से चला आ रहा है। लेकिन अगर उसको ओपन-अप करके हम करें तो शायद ठीक हो जाता है। तो मैंने सुना है कि आप Statue of Unity पर जा रहे हैं। आपने शायद उसके विषय में कुछ पढ़ा होगा, आपने जाने का कार्यक्रम बनाया है तो।

Bill Gates : I’m very much looking forward to that. You know, I understand it is quite grand, much bigger than the Statue of Liberty, so that will be fun to see. And also to meet some of the women’s groups there. And here how they’ve gotten involved in tourism or you know how they see all the work that they do. So thank you for inviting me there
PM Modi : इसकी बड़ी interesting स्टोरी है, बैकग्राउंड इनफॉरमेशन मैं आपको देना चाहूंगा।सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषता ये रही थी भारत को एक करने में उन्होंने बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी, यूनिटी में बहुत बड़ा रोल किया। तो मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था मैंने एक mass movement शुरू की, मैंने लोगों को अपील की, कि हर गांव से मुझे खेत में जो उपयोग किया है औजार उसका लोहे का टुकड़ा चाहिए, हर गांव से एक लोहे का टुकड़ा चाहिए और वो चाहिए क्या जिसका कभी ना कभी खेत में उपयोग किया है। तो हिन्दुस्तान के 6 लाख गांवों से मैंने किसानों से लोहे का टुकड़ा इकट्ठा किया, उसको melt किया और उसका मैंने स्टेचू में उपयोग किया है। दूसरा मैं हर गांव से मिट्टी लाया और मिट्टी का मैंने एक यूनिटी बॉल बनाया है। हिन्दुस्तान के 6 लाख गांव की मिट्टी उसमें है और मेरा उसके पीछे spirit है - यूनिटी का। हमने इतने बड़े देश की विविधताओं के बीच में एकता कैसे बनानी है, उसके लिए मैंने स्टेचू बनाया। और Statue of Liberty से ये डबल साइज का है, ये दुनिया का सबसे बड़ा, ऊंचा स्टेचू है। और कम से कम समय में बनाया

Bill Gates : Yeah, I hope they have a video of construction because always tasks are needed ….. How do you assemble something like that?

PM Modi : इस्का पूरा एक मैंने किताब निकाला है Structural engineering का पूरा, फिर foundation stone से लेकर के अब तक टेक्नोलॉजी के लिए improvement कैसा हुआ, उसक डिटेल स्टोरी है, विडियाग्राफी भी है और बुक फॉर्म में भी है। मैं अपनी टीम को बताऊँगा, वो आपको मिले क्योंकि ये सच में और मैंने सभी engineering students को वहां specially ले जाता था कि वो ये Structural engineering का स्टडी करें, इतनी बड़ा काम कैसे हो रहा है और वो बहुत ही उनका interesting था वो। अभी मैंने गुजरात में हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा Sea Cable Bridge का उद्घाटन किया, हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा तो मैंने engineering students को कहा कि वहां जाइए इसका Structural engineering का स्टडी कीजिए। क्योंकि मैं हमेशा इन चीजों में चाहता हूं कि ये चीजें बनाकर के छोड़नी नहीं हैं, मैं उसमें institutionalize करना चाहता हूं, नई पीढ़ी को तैयार करना चाहता हूं।

Bill Gates : So over our careers, you know, technology has got so much better. I’m just curious in terms of your journey, if you’ve seen, you know PCs or phones or different types of software? Was there something that really drew you in or what’s that been like?

PM Modi : एक तो मैं, मुझे पागलपल है टेक्नोंलॉजी का, खुद एक्सपर्ट नहीं हूं, मेरी curiosity रहती है, एक बालक की जैसे रहती है, वैसे रहती है। मुझे बहुत याद है, बहुत पहले मेरे पास एक गैजेट था, हाथ में रखने वाली छोटी सी डायरी थी, अच्छी थी लेकिन थोड़ा वेट था। मैं बहुत साल पहले USA गया था, तो जब USA गया तो मैं बड़े मॉल में जाता था लेकिन मैं टेक्नोलॉजी वाली दुकान पर जल्दी जाता था। तो मैंने उनको कहा भई ये इसका latest version कोई है क्या? तो वो देखता रह गया कि ये क्या है, बोले अभी हमारे देश में ये आया नहीं है तो ये भी नहीं आया तो अगला version कहां से आएगा। तो मैं इतना advance चीजों को ढूंढता रहता था, देखता रहता था।लेकिन मैं टेक्नोलॉजी का गुलाम नहीं हुआ हूं, मैं किसी से बंधा नहीं हूं, मैं पानी के प्रवाह की तरह नई-नई-नई-नई चीजों को खोजता रहता हूं, ढूंढता रहता हूं और कहीं पर भी मैं सुनता हूं, मैं ले आता हूं। और शायद मुझे जल्दी से भी करने का शोक है। उसको मैं जल्दी से जल्दी कैसे लाऊ, जल्दी से जल्दी कैसे करू। जैसे AI दुनिया की चर्चा करने लगी, तो मैं AI के पीछे मैं क्या कर सकता हूं। दूसरा मेरा ध्यान किसी चीज को देखता हूं उसका multiple utility क्या होती है तो मेरी सब faculty उस पर काम करना शुरू कर देती है। मैं कोई चीज देखता हूं तुरंत जो ये नहीं, ऐसा करो, ऐसा करो, ऐसा करो तो ये शायद मेरा God gifted नेचर है।

जो मैं समझता हूं हमारे जो दर्शक हैं उनको शायद कोई ऐसी चीजें सुनना बहुत अच्छा लगेगा। आपकी जिंदगी के विषय में जो सुना है कि भई एक गैरेज में आपने जिंदगी की शुरूआत की और वहां से यहां पहुंचे, उस जर्नी में सबसे संतोषजनक पल कौनसा आया होगा?

Bill Gates : I’m so lucky, you know, I was born at a time when the chip miracle happened. I got a very good education. I have kind of an optimistic view and also dropping out of school to take risk didn’t seem that dangerous to me. I have to say though the most exciting thing is when you see people using the technology. You know when you go on to a classroom and you see people using it. In a certain sense, I always wanted software from my own curiosity and that I could take courses online and all that. And to see that other people, you know, not only does it work for them but it’s kind of empowering them. That’s been gratifying. We still have a lot of limitations but in that event with all the Microsoft India employees there was kind of a milestone…... would it been a dream now was a group of brilliant people taking it to the next level.

PM Modi : कौन सी किताब होगी जिसने आपको बहुत प्रभावित किया होगा?

Bill Gates : I think the one people are gonna read one. is Steven Pinker wrote one called, “The better angels of our nature”. If you learn about the world you see all the shortcomings. You know, children are still dying, and any connection- the more you learn it- can seem very bleak, but the truth is we have made incredible progress. You know, more children are surviving so we have to both be upset that it’s not good enough but also understand that incredible progress. And so I thought that book really captures that duality in a brilliant, brilliant way. One question I have always wanted to ask you is , you are one of the hardest working people ever, but I’m just curious- when you do want to relax, do you have a game or something that helps you to take time off?

PM Modi : मेरे यहां relaxation auto pilot है। और वो मेरी जिंदगी को मिली हुई एक spiritual प्रसादी है मेरे गुरूजनों से! जो मुझे बहुत बड़ी ऊर्जा देती है। काम ज्यादा कर सकता हूं, करता हूं वो मेरा कोई physical energy के कारण है ऐसा मुझे नहीं लगता है, मेरे commitment के कारण है। मेरे मन में हमेशा एक emotional attachment है। कि जो मिशन मेरे सामने है मैं उसको जीता हूं। मैं मिशन के लिए जुड़ जाता हूं जो इसलिए मुझे और कुछ दिखता नहीं है। तो एक तो ये वो कारण है। दूसरा मेरा शरीर का training ऐसा हो गया है। I can say body training. जैसे मेरी बहुत कम नींद है। मैं late night तक काम कर सकता हूं। मैं आज भी बहुत जल्दी उठ जाता हूं और में हमेशा fresh रहता हूं। और ये कारण था मेरा जब एक कालखंड था जब मेरा हिमालयन लाइफ था। तो उसमें एक हमारी परंपरा रहती थी। ..... परंपरा में, ब्रह्ममूर्त में स्नान करना। तो करीब वो 3:20 - 3:40 के बीच में होता है सुबह, मार्निंग में। तो मैं उन चीजों से बड़ा आदि बना हुआ था, तो मेरा बॉडी एक प्रकार से train हो चुका है। और इसलिए मुझे relax करने के लिए कुछ extra किसी चीज की जरूरत नहीं पड़ती और उसके कारण एक कमी भी है कि मैं कोई extra activity जानता भी नहीं हूं। क्योंकि मैं इसी में लगा रहता हूं, अपने काम में नया नया करता रहता हूं। तो ये एक अच्छाई भी है कमी भी है।

Bill Gates : We’ve had a fantastic partnership working together. I see many opportunities to do even more. So look forward to talking again whether it’s the next time I’m here or hopefully I’ll see you in Seattle sometime!

PM Modi : मुझे बहुत अच्छा लगा और कई विषयों पर ऐसे गप्पे मारने का मौका मिला। वैसे भी जब भी मैं आपके साथ मिला हूं। मैंने आपका काफी समय भी लिया है हमेशा। क्योंकि आप पूरी दुनिया घुमते हैं आपके मन में गरीबों के लिए कुछ करना, nutrition में कुछ करना, Education में कुछ करना, Health में करना। ये मैंने feel किया है कि आप मन से committed हैं। तो मुझे हमेशा लगता है कि आपके पास नए विचार होते हैं, और आज भी आप नए विचारों के लिए उत्साहित होते हैं। आप आराम से जिंदगी गुजारना नहीं चाहते हैं। तो इसलिए मुझे हमेशा आपके साथ बात करना अच्छा लगा है। और मुझे हमेशा कुछ न कुछ जानने को मिला है, सीखने को मिला है और मैं सोच भी नहीं सकता हूं कि आपका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। मैं पूरी तरह राजनीति में डूबा हुआ व्यक्ति हूं। लेकिन हमारे बीच में ऐसी विवलेंथ है कि हम दोनों साल में 4-6 बार नहीं मिलते तो कमी महसूस होती है। लेकिन आज आए आपने समय निकाला मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं आपका बहुत आभारी हूं। Thank you

Bill Gates : These are some nutrition books ,finally we are making progress on nutrition.

PM Modi : Thank you
मैं गया था तमिलनाडु में तूतूकुड़ी और वहां पर ये मोती बनाते हैं और एक प्रकार से Pearl city के रूप में जाना जाता है। बहुत बड़ा काम वहां के फिशरमैंन करते हैं ये। मैं गया था तो मैंने सोचा आज आपको ये दिखाऊंगा भी और आपके लिए ले जाऊंगा।
Bill Gates : Very generous. Thank you so much
PM Modi : भारत में वैसे टेराकोट्टा बहुत पुरानी परंपरा है लेकिन ये तमिलनाड़ का आर्ट है। ये बहुत popular होता है, मंदिरों में रहता है, घरों में भी रहता है। पूजा के लिए भी विशेष प्रकार की चीजें बनाते हैं वहां।
ये है पश्मिना क्राफ्ट है।और ये हमारे यहां बहुत ही popular है कश्मीर में। ये केसर है और ये भी कश्मीर का है। सारा किसानों का ये पूरा value addition होता है। और बहुत globally export होता है ये। और हमारे यहां वोकल फॉर लोकल का मेरा एक movement चल रहा है। और दूसरा मेरा एक one district, one product, इसको मैं बहुत प्रमोट कर रहा हूं।
मैं कहीं भी विदेश जाता हूं मेहमानों को कुछ देना है तो किसी डिस्ट्रिक्ट के लेकर के उस डिस्ट्रिक्ट को लोग बहुत proud feel करते हैं।
यह दार्जिलिंग चाय है। ये नीलगिरी से आई है और मैंने देखा आपने में चाय पर चर्चा की।

Bill Gates : That was fun.

PM Modi : और ये सारी one district, one product में बहुत ही popular हो रहा है आजकल। तो मैं चाहूंगा ये सब आपको मेरी यादें आपके साथ रहें।
Bill Gates : Yes, you are very generous. (I will.. look forward to that) It will remind me of our time together.

PM Modi : Thank you
Bill Gates : Thank you

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Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!