PM Modi's Interview to Amish Devgan of News18

Published By : Admin | May 13, 2024 | 08:15 IST

अमीश देवगन- मैं हूं अमीश देवगन और मेरे साथ इस चुनावी सीजन का सबसे बड़ा जिसे कहते हैं सबसे बड़े मेहमान हैं यानि एक मेगा एक्सक्लूसिव इंटरव्यू देने के लिए हमारे साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस समय मौजूद हैं। मोदी जी, आपका अभिनंदन है न्यूज 18 पर नमस्कार...

पीएम मोदी- नमस्कार भैया, आपके सभी दर्शकों को भी हमारा नमस्कार।

 

अमीश देवगन- मोदी जी, चौथे चरण की वोटिंग जारी है। तीन चरण संपूर्ण हो चुके हैं। ये चुनाव आपको कहां जाता हुआ दिख रहा है? खास तौर पर तेलुगु सीट्स में भी वोटिंग है।

पीएम मोदी- पहले तीन चरण के जो चुनाव हुए हैं उससे मैं साफ देख रहा हूं कि कांग्रेस पार्टी कहो या उसके साथी कहो, सब के सब एक प्रकार से दिशाहीन नजर आते हैं। आप देखिए, आपको कहीं पर भी इंडी अलायंस नजर नहीं आएगा। वो नेता नहीं तय कर पा रहे हैं, वो एजेंडा तय नहीं कर पा रहे हैं। उनको लगता है कि मोदी का घोर विरोध, मोदी को गाली गलौज, उसी से उनका काम चल जाएगा और वो उसी के आधार पर चुनाव जीतना चाहते हैं। देश, इतना बड़ा देश आज खास करके जो नौजवान मतदाता है वो ये हमेशा सोचता है कि आखिरकार इतना बड़ा देश, इतनी विविधता है ऐसा कौन नेता है जो इसको संभाल पाएगा? नाम बताओ। इंडी अलायंस के लोग नाम नहीं बता पा रहे हैं। और वो कहते हैं बाद में फिर इतना भी कहते हैं कि भाई अभी एक मैंने कहीं अखबार में पढ़ा वो ऐसी फार्मूला ला रहे हैं जिस फार्मूला में 5 साल में पांच प्रधानमंत्री, हर वर्ष एक प्रधानमंत्री। अगर हर वर्ष एक प्रधानमंत्री वो लाएंगे जी तो आप मुझे बताइए कि देश का क्या होगा? आपको गांव के लोग बड़ी मजेदार कथा सुनाते हैं। एक बार 10 किसान इकट्ठे हुए। और उन्होंने सोचा कि भाई कुछ पानी के बिना क्या होगा तो मिलकर उन्होंने जो पानी की जांच करने वाले लोग उनको बुलाया। तो उन्होंने कहा भई पानी तो निकल सकता है। अगर 100 मीटर ट्यूब वेल कर देंगे तो पानी आपको निकलेगा और पानी मिलेगा तो दसों किसानों ने कहा ऐसा करो 10 मीटर मेरे यहां गड्डा करो, दूसरे ने कहा 10 मीटर मेरे यहां करो, दसों ने कहा 10-10 मीटर कर लो 100 मीटर हो जाएगा। क्या पानी निकलेगा क्या? तो पांच साल में पांच प्रधानमंत्री इतने बड़े देश को वो समझ भी नहीं पाएंगे।

 

अमीश देवगन- लेकिन विपक्ष कह रहा है कि 400 पार की पहले मोदी जी बात कर रहे थे अब नहीं कर रहे हैं।

पीएम मोदी- मैं कल भी बोला हूं जी अब वो ठीक है कि उनकी चिंता ये है आखिर कांग्रेस का एजेंडा क्या है 400 पार कर पाएंगे कि नहीं कर पाएंगे? उनका एजेंडा नहीं है कि वो कितनी सीट जीतेंगे और कैसे जीतेंगे? दूसरा मैंने करीब-करीब हिंदुस्तान के तीन-चार राज्य बाकी हैं सभी राज्यों का भ्रमण किया है और सभी राज्यों के भ्रमण से मैं देख रहा हूं कि आंधी है आंधी।

 

अमीश देवगन- बड़ी आंधी, 2019 से बड़ी वाली आंधी?

पीएम मोदी- और 400 पार बहुत आराम से देश की जनता करने वाली है। विपक्ष 2024 में विपक्ष के नाते भी विफल हो गया है। जो लोग विपक्ष के नाते भी विफल हो गए हों उनको इतना बड़ा देश का कारोबार कौन देगा भई?

 

अमीश देवगन- एक सवाल मन में आता है कि बीजेपी ने 2019 के अंदर 303 सीट अपने दम पर पाई। हिंदी भाषी राज्यों में एक तरह से बहुत बड़ी सीट भारतीय जनता पार्टी को मिली। लेकिन इस बार क्या वो रिपीट हो पाएगा।

पीएम मोदी- आप देखिए, भारतीय जनता पार्टी जो आप इतनी पुरानी सोच के साथ बैठे हुए हो गोवा, क्या हिंदी भाषी है क्या? गुजरात हिंदी भाषी है क्या? महाराष्ट्र हिंदी भाषी है क्या? आसाम हिंदी भाषी है क्या? बंगाल हिंदी भाषी है क्या? कर्नाटका हिंदी भाषी है क्या? आज भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में है और पूरे देश में मैं कह रहा हूं, भारतीय जनता पार्टी हैट्रिक करेगी। और ये मोदी कहता है इसलिए करेगी ऐसा नहीं, देश के 140 करोड़ देशवासियों ने तय कर लिया है इसलिए 400 पार होना है और भारतीय जनता पार्टी भी अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी और एनडीए भी अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी।

 

अमीश देवगन- तेलुगु स्टेटस में आपको क्या लगता है आंध्रा में?

पीएम मोदी- आंध्र एंड तेलंगाना, इस चुनाव में साउथ सबसे बड़ा सरप्राइज देगा। केरल, तमिलनाडु, पांडिचेरी कर्नाटका, आंध्र, तेलंगाना।

 

अमीश देवगन- विपक्ष को भी सब से उम्मीद है वैसे।

पीएम मोदी- सभी में ऐतिहासिक परिवर्तन आपको नजर आएगा और बहुत बड़ी सिद्धि जी भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के पक्ष में रहेगी। ये बिल्कुल नजर आता है और मैं मानता हूं कि तेलंगाना क्लीन स्वीप करेगा। जिन राज्यों में राज्यों के चुनाव हैं वहां भी जहां भारतीय जनता पार्टी है, वो रिपीट करेगी। जहां एनडीए है वो नई सरकार बनेगी और इसलिए इन सभी राज्यों में सरकार बनना तय है। आंध्र तेलंगाना में भी क्लीन स्विप होने वाला है।

 

अमीश देवगन- मैं पूरे देश घूम रहा हूं, चुनाव के लिए एक चीज मैंने देखी चुनाव में नैरेटिव बार-बार बदले। पहले नैरेटिव आया रिजर्वेशन का, फिर आया नैरेटिव की बीजेपी के लीडर्स के फेक वीडियो चलाए गए, नैरेटिव बार-बार बदल रहे हैं कैसे देखते हैं आप इसको?

पीएम मोदी- इसको आप नैरेटिव नहीं कह सकते हैं। चुनाव का नैरेटिव एक ही है और वो है फिर से एक बार मोदी सरकार।

 

अमीश देवगन- जी, चुनाव मोदी फैक्टर है इस चुनाव का?

पीएम मोदी- चुनाव का नैरेटिव एक ही है अबकी बार 400 पार। नैरेटिव वही है, लेकिन जो लोग हताश हैं, निराश हैं, जो मुद्दों की तलाश में हैं। उनके लिए बार-बार वो खोज रहे हैं कैसे टिकें। कैसे लोगों के बीच में रहे इसलिए उनको ये खेल करना पड़ रहा है। लेकिन वो नीचे तक लोगों को बात पहुंचा नहीं पा रहे हैं।

 

अमीश देवगन- लेकिन उत्तर से दक्षिण तक, पूरब से पश्चिम तक, एक नैरेटिव है मोदी जी और ये हमारा Analysis है। वो है नरेंद्र मोदी, मोदी एक नैरेटिव है। इस पर आप क्या कहना चाहते हैं। आप पर बहुत बड़ा एक प्रेशर है कि आप अपनी तीसरी टर्म में वापस आएं।

पीएम मोदी- मेरे ऊपर कोई प्रेशर नहीं है। देश की जनता का प्यार यही मेरी बहुत बड़ी शक्ति है। देश की जनता के आशीर्वाद यही बहुत बड़ी पूंजी है और इसलिए प्रेशर मैं देख रहा हूं कि इंडी अलायंस में है क्योंकि उनकी इंडी अलायंस बन ही नहीं पा रहा है। आप बनते ही बनते देखिए केरल में जाके लेफ्ट उनका सबसे बड़ा साथी है। केरल में जाकर के ही उन्होंने उन पर छुरा घोंप दिया खुद चुनाव लड़ गए और मेरे पूरे चुनाव में सबसे तीखी आलोचना, सबसे तीखी भाषा, अगर मैंने कहीं सुनी है तो वो मैंने...

 

अमीश देवगन- वायनाड की सीट पे सुनी है?

पीएम मोदी- वायनाड में सुनी है, केरल में सुनी है, जहां कांग्रेस की इतने भद्दे तरीके से आलोचना हुई और कांग्रेस ने अपने इंडी अलायंस के साथी के खिलाफ इतनी भद्दी भाषा में बोला है।

 

अमीश देवगन- एक आपका बयान था कि कांग्रेस अगर आई सत्ता के अंदर तो यह राम मंदिर का फैसला पलट देगी। ये क्या?

पीएम मोदी- ये मेरा बयान नहीं है।

 

अमीश देवगन- आपने बोला इस पे...

पीएम मोदी- ये मेरा बयान नहीं मेहरबानी करके मेरे मुंह में बयान मत डालिए। ये बयान है कांग्रेस के विश्वस्त सलाहकार का, जो कांग्रेस के यानि 30 साल तक और टॉप परिवार के सलाहकार रहे हैं। उन्होंने कहा है कि ये तय है और उन्होंने निर्णय करके लिया है कि हम रामलला को फिर से एक बार टेंट में भेज के ही रहेंगे।

 

अमीश देवगन- सुपर कमीशन बनाने की बात?

पीएम मोदी- रामलला को फिर से टेंट में भेज करके ही रहेंगे ये उनके सलाहकार ने कहा है। ये कांग्रेस वालों ने निर्णय किया है और देश को पूरा भरोसा है कि इस प्रकार की करने की इनकी आदतें है। वोट बैंक की राजनीति के लिए कुछ भी करना इनकी आदत है।

 

अमीश देवगन- एक सवाल और हम बिहार की धरती पे है आरजेडी यानि लालू जी की पार्टी और कांग्रेस का अलायंस है। इंडिया अलायंस देखने को मिल रहा है। लालू जी ने मुस्लिम आरक्षण की बात कही है, उन्होंने बोला कि मुस्लिम का आरक्षण होना चाहिए। क्या देखते हैं आप?

पीएम मोदी- उन्होंने आरक्षण होना चाहिए इतना ही कहा ऐसा नहीं है। उन्होंने ये कहा है पूरा का पूरा, मतलब एससी, एसटी, ओबीसी उनको जो आरक्षण है वो मुसलमानों को देना चाहिए और संविधान सभा ने गंभीर चर्चा करके तय किया था कि इस देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। बाबा साहेब अंबेडकर के भी विचार बहुत स्पष्ट रहे हैं कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। पंडित नेहरू भी इसी विचार के थे। लेकिन उसके बावजूद भी राजनीति और सत्ता की भूख ने इनको इतना नीचे गिरा दिया है कि वो देश को फिर से एक बार धर्म के आधार पर बांटने के रास्ते खोज रहे हैं, बांटने के तरीके खोज रहे हैं और उसमें धर्म के आधार पर आरक्षण है।

 

अमीश देवगन- पाकिस्तान का मुद्दा एक बार फिर चुनाव के अंदर आ गया है। तेलंगाना के सीएम है रेवंत रेड्डी उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक हुआ था नहीं हुआ था वो पूछ रहे हैं।

पीएम मोदी- कांग्रेस पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जिसको देश की सेना के प्रति नफरत का भाव पड़ा हुआ है और इसलिए देश के सेना नायक को उन्होंने एक बार गली का गुंडा कहा था। जिनकी भारत की सेना के प्रति ये भाव होंगे उनसे आप कैसे अपेक्षा कर सकते हो? पाकिस्तान भी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई ऐसा कहता नहीं है। पाकिस्तान भी नहीं कहता है।

 

अमीश देवगन- हाल ही में पाकिस्तान के एक नेता ने राहुल गांधी की तारीफ की थी, पाकिस्तान के किसी नेता ने?

पीएम मोदी- लेकिन कांग्रेस, पाकिस्तान में सदन में उनके नेताओं ने भाषण किया है कि भई ये जिस प्रकार से सर्जिकल स्ट्राइक करके जाते हैं, एयर स्ट्राइक करके जाते हैं, और हम हाथ से हाथ जोड़ कर के बैठे रहते हैं ये उनके भाषण है वहां के, अगर हमारी बात नहीं माननी है हमारे देश की सेना की बात नहीं माननी है तो वो अपने मित्र पाकिस्तान के लोगों की बात तो सुन ले, उनको तो मान लें।

 

अमीश देवगन- इस चुनाव में लगातार आपको अपशब्द कहे जा रहे हैं। औरंगजेब कहा गया, महाराष्ट्र के एक नेता ने। एक और विपक्षी नेता ने आपको तुगलक कहा, फिर उसके बाद तानाशाह कहा, आपको बुरा लगता है यूं? आपको गुस्सा आता है इस पर?

पीएम मोदी- भाई देखिए, हम तो कामदार है। वे नामदार हैं और हम कामदार लोग जन्म से ही गालियां सुन-सुन करके बड़े हुए हैं। लोगों की लातें खाते-खाते बड़े हुए हैं और इसलिए इन चीजों को हम मन पर लेते नहीं है। हम एक प्रकार से गाली प्रूफ बन गए हैं और मैं तो कहता हूं लोग मुझे कभी पूछते मोदी जी आपकी इतनी बड़ी एनर्जी का रहस्य क्या है? तो मैं कभी मजाक में कहता हूं कि मैं डेली दो किलो गाली खाता हूं और उसी से मुझे ऊर्जा मिलती है। देखिए, मेरी एक बहुत पुरानी कविता है मुझे अब याद तो नहीं है लेकिन उस कविता का भाव ये था...कि मुझे जो पत्थर फेंकते हैं, मैं उन्हीं पत्थरों से पक्षी बना देता हूं और मैं उसी से ऊपर चढ़ जाता हूं और दूसरा मैं कहता हूं कि जितनी गंध उछालेंगे, जितना कीचड़ उछालेंगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा। चलिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

अमीश देवगन- जी, आखरी सवाल, एक सवाल आखरी ये है कि माताओं-बहनों का आपसे एक विशेष लगाव है। कल हम बंगाल का वीडियो देख रहे थे। उस बंगाल के वीडियो के अंदर महिलाएं मतलब उनकी आंखों में आंसू आ रहे हैं एक इमोशनल कनेक्ट जो है इसको प्रधानमंत्री जी आप किस तरह से देखते हैं, क्योंकि ये बहुत बड़ा इमोशनल कनेक्ट है?

पीएम मोदी- मेहरबानी करके इन माताओं-बहनों का जो आशीर्वाद है इसको राजनीति के तराजू से मत तौलिए। ये एक भावात्मक विषय है और मैं मानता हूं कि मेरे देश का कल्याण करने के लिए मेरी मातृ शक्ति को एंपावर करना चाहिए। स्त्री शक्ति को एंपावर करना चाहिए। नारी शक्ति को बढ़ावा देना चाहिए। तो मैं बड़ी श्रद्धा से एक पूजा भाव से काम कर रहा हूं। कृपा करके इसको राजनीति के तराजू से मत तौलिए, और मैं चाहता हूं मैं वैसा ही पूरे भक्ति भाव से इस देश की माताओं की सेवा करूं। इस देश की बहनों की सेवा करूं। इस देश की बेटियों की सेवा करूं।

 

अमीश देवगन- यूथ वोटर को जो फर्स्ट टाइम वोटर है, उसको आपका मैसेज क्या होगा प्रधानमंत्री मोदी?

पीएम मोदी- मेरा उनके लिए कोई मैसेज नहीं है, मुझे तो देश के युवा का मैसेज चाहिए। मैं देश के युवाओं की इच्छा, आकांक्षा के अनुसार चलना चाहता हूं।

 

अमीश देवगन- First time voter क्यों वोट करे नरेंद्र मोदी को, बीजेपी को?

पीएम मोदी- मैं First time voter की इच्छा अनुसार देश बनाना चाहता हूं। हमने अभी जो 2047 का विजन बनाया, करीब 35 लाख नौजवानों से मैंने फीडबैक लिया है और मैं अभी 100 दिन का कार्यक्रम बनाया है। मैं अभी सोच रहा हूं कि मैं 125 दिन का बनाऊं। और मैं 25 दिन जो है उसके लिए देश के युवाओं को पूछने वाला हूं। ये 25 दिन के लिए उनके क्या सुझाव है, कौन से काम मैं पहले करूं? तो मैं इस प्रकार से देश के युवकों को उनकी आशा आकांक्षा के अनुसार देश चलाना चाहता हूं।

 

अमीश देवगन- जैन जी जनरेशन आपसे पूछना चाहती है आपका कोई बेस्ट फ्रेंड है? नरेंद्र मोदी का कोई बेस्ट फ्रेंड है? बीएफएफ बेस्ट फ्रेंड फॉर एवर?

पीएम मोदी- मतलब क्या मतलब?

 

अमीश देवगन- मतलब आपका कोई खास दोस्त है, जिसके साथ आप दिल की बात करते हैं?

पीएम मोदी- ऐसा है मैं देश के 140 करोड़ देशवासियों से दिल की ही बात करता हूं जी। मैं तो जीता हूं, दिल के संबंधों से। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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November 22, 2024

गुटेन आबेन्ड

स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!

मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!

Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।

साथियों,

इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।

साथियों,

यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।

साथियों,

भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।

साथियों,

आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।

साथियों,

जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।

साथियों,

आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

Thank you.

दान्के !