QuoteJungleraaj govt. had built an industry of kidnapping and extortion in Bihar: PM
QuoteThey were railway ministers so long but has the demands of Munger been met: PM
QuoteWe plan to do lot of work for Bihar and we need your help, you need to remove this disruptive govt: PM
QuoteMahaswarthbandhan has looted Bihar for 60 years; we must not give them another chance: PM
QuoteJungleraaj is at its peak in Bihar, there had been 4000 kidnappings between January to July this year: PM

भारत माता की जय

मंच पर विराजमान बिहार के हमारे वरिष्ठ साथी श्रीमान सुशील कुमार मोदी जी, बिहार विधान परिषद् के सदस्य श्रीमान कुशवाहा जी, हम पार्टी के अध्यक्ष और तारापुर से उम्मीदवार श्रीमान शकुनी चौधरी जी, सांसद श्री गजेन्द्र सिंह, श्री पाटिल, पूर्व सांसद श्री सूरजभान सिंह, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के महासचिव श्रीमान शिवराज सिंह जी, मुंगेर की सांसद श्रीमती वीणा देवी, भाजपा जिलाध्यक्ष शिवकुमार जी, रालोसपा के जिलाध्यक्ष श्रीमान रणधीर सिंह, मुंगेर नगर निगम की मेयर श्रीमती कुमकुम देवी, मुंगेर नगर निगम की डिप्टी मेयर सुश्री बेबी चंकी, सूर्यगढ़ से उम्मीदवार श्री प्रेम रंजन जी, भाजपा से लखीसराय के विधानसभा उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा जी, भाजपा मुंगेर से उम्मीदवार श्री प्रणव यादव जी, लोजपा से जमालपुर से उम्मीदवार श्री मानसुख कुंवर जी, सुभाष चन्द्र बोस जी, बहुत-बहुत धन्यवाद साथियों।

सभी को इस विराट जन समुदाय का आशीर्वाद मिला है और यह इस बात का सबूत है कि अब बिहार में क्या होने वाला है। एक सच बता दूँ, मैं गुजरात में कई वर्षों तक मुख्यमंत्री रहा और गुजरात में लम्बे अरसे तक लोगों ने भाजपा को सरकार बनाने का अवसर दिया लेकिन कभी सुबह 10-11 बजे ऐसी रैली करनी हो तो हम नहीं कर पाएंगे। हम शाम के समय का इंतज़ार करते हैं। मैं हैरान हूँ कि आप लोग सोते हो कि नहीं सोते हो। ये दृश्य अपने आप में इस बात का सबूत है कि हवा का रुख़ किस तरफ़ चल रहा है। देश के पोलिटिकल पंडितों को इस बार अपने सारे राजनीतिक समीक्षा के आधार बदलने के लिए बिहार ने मज़बूर कर दिया। लम्बे अरसे तक बिहार की राजनीति की चर्चा या तो कुछ नेताओं के इर्द-गिर्द रहती थी या कुछ जातियों के इर्द-गिर्द रहती थी; पहली बार बिहार का चुनाव युवाओं के जोश के आस-पास केन्द्रित हुआ है, पहली बार चुनाव विकास के विचार पर केन्द्रित हुआ है। मैं समझता हूँ कि हिंदुस्तान के सभी राजनीतिक पंडितों को इस बात पर मुहर लगाने के दिन आ गए हैं।

आज 8 अक्टूबर है। मुझे मुंगेर की उस धरती पर आने का सौभाग्य मिला है जहाँ योग को आधुनिक रूप दिया गया। पूरे विश्व को मुंगेर ने आकर्षित किया और यही मुंगेर जैसी कई योगपीठ है देश में जिसने दुनिया के 190 से ज्यादा देशों को योग मनाने के लिए प्रेरित किया। मैंने 8 अक्टूबर को याद इसलिए किया क्योंकि 1979 में इसी दिन हमने हमारे प्राणप्रिय नेता आदरणीय जयप्रकाश नारायण को खो दिया था। जयप्रकाश नारायण जी में मौत से भी मुकाबला करने की ताक़त थी। उन्होंने अंग्रेज़ों के नाकों में दम कर दिया था। आजादी के बाद वे सुशासन के लिए लड़ते रहे, भ्रष्टाचार से लड़ते रहे, देश के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन खपा दिया और संपूर्ण क्रांति का मंत्र लेकर के देश के नौजवानों में एक नई चेतना भर दी थी लेकिन जयप्रकाश बाबू, कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि हमारे बीच से चले गए।

कांग्रेस पार्टी ने इस देश में आपातकाल लगाया था। हिंदुस्तान को जेलखाना बना दिया था और जयप्रकाश नारायण जी को जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया था और यहीं उनकी बीमारी आई और उन्हें ले गई। दुर्भाग्य देखिये कि को कभी जयप्रकाश नारायण जी का गीत गाते थे, यही लोग उस कांग्रेस के साथ बैठे हैं जिस कांग्रेस ने जयप्रकाश बाबू को जेल के अन्दर बंद कर दिया था। ये स्वार्थ की राजनीति नहीं है तो क्या है; ये जयप्रकाश नारायण जी के साथ धोखा नहीं है तो क्या है। राम मनोहर लोहिया जीवनभर गैर-कांग्रेसी विचारों के लिए जूझते रहे। उसी राम मनोहर लोहिया का नाम लेने वाले लोग आज कांग्रेस द्वारा पिलाये गए पानी को पीकर के हमें कोसते हैं। इसलिए मैं कहने आया हूँ कि हमें बिहार के भाग्य को बदलना है और मेरा यह विश्वास है कि बिहार के ये नौजवान बिहार की तक़दीर भी बदलेंगे, बिहार की तस्वीर भी बदलेंगे।

मैं आज मुंगेर की इस धरती पर आया हूँ तो यह स्वाभाविक है कि मुझे नंदलाल बोस जी को स्मरण करना चाहिए। यहाँ बहुत कम लोगों को उनके विषय में सुनने का अवसर मिला होगा। तारापुर में जन्मे नंदलाल बोस, जिस प्रकार बाबा अम्बेदकर ने भारत को संविधान दिया, उस संविधान को नया रूप-रंग देने का काम मुंगेर के लाल नंदलाल बोस ने किया। अलग-अलग खण्डों में 22 चित्र, जो आज भी हमारे संविधान का मूल तत्त्व है, वे 22 चित्र, उसकी सजावट, उसका रंग-रोगन इसी मुंगेर की धरती के बेटे नंदलाल बोस ने किया था। मैं आज उनको आदरपूर्वक नमन करता हूँ। कला, संस्कृति, ये बिहार के रग-रग में हैं और जब भी मौका मिला, इसने अपना असली रूप दिखाया है इसलिए पूरा देश बिहार का गौरवगान करता है, बिहार का आदर और सम्मान करता है।

भाईयों-बहनों, जब मैं जयप्रकाश जी को याद करता हूँ तो स्वाभाविक... पुराना मुंगेर जिला था; अब तो उसके हिस्से हो गए। सिमरिया में राष्ट्रकवि दिनकर का जन्म हुआ था और उनकी वह कविता जिसने पूरे देश के नौजवानों को प्रेरित किया था, “सिंहासन खाली करो कि जनता आती है”, इसी को लेकर के इतिहास का नौजवान चल पड़ा था। इस बार इस चुनाव में बिहार के भाग्य को बदलने के लिए संकल्प लेना पड़ेगा।

मेरा जन्म गुजरात की धरती पर हुआ है। ये वो धरती है जहाँ चरखाधारी मोहन महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। ये वो धरती है जहाँ के चक्रधारी द्वारकाधीश भगवन श्रीकृष्ण थे। और देखिये आज भी इस धरती पर द्वारकाधीश की परंपरा कैसी चल रही है। श्रीकृष्ण के संस्कारों की छाया उस धरती को कितनी प्रेरणा देती है, यही तो कारण है कि वहां हमारे यहाँ जो यदुवंशी लोग हैं जिन्होंने देश को श्वेत क्रांति दी और आज दूध के क्षेत्र में अमूल जैसी कई डेयरियाँ गुजरात की प्रसिद्ध है। भारत में श्वेत क्रांति का केंद्र बिंदु गुजरात बन गया था। श्रीकृष्ण की परंपरा को उन्होंने गौ-पालन करके निभाया।

लेकिन यहाँ के एक नेता क्या-क्या खा गए और उन्होंने यदुवंशियों का अपमान किया है। लालू जी चुनाव आते हैं, जाते हैं लेकिन आप ये मत भूलिये कि यही यदुवंश के लोग थे जो आपके साथ खड़े रहे थे और तब जाकर आपको सत्ता के सिंहासन तक जाने का अवसर मिला था। आज यदुवंश के लोग अगर आपको सवाल करते हैं तो आप उन पर क्या-क्या आरोप लगते हो। इतना गंभीर आरोप उन्होंने लगाया है कि यदुवंशी क्या खाते हैं। ये यदुवंश का अपमान है कि नहीं? ये बिहार का अपमान है कि नहीं? और जब यदुवंश का गुस्सा भड़क गया तो वो कह रहे हैं कि मेरे भीतर शैतान प्रवेश कर गया। मेरे मन में एक सवाल उठता है कि शैतान को यही ठिकाना मिला क्या, पूरे हिन्दुस्तान में, पूरे विश्व में कोई ठिकाना नहीं मिला; मिला तो सिर्फ़ लालू जी का ठिकाना मिला। मुझे बताईये, आपके घर, आपके गाँव, आपके मोहल्ले आया आपके शरीर में शैतान आने की हिम्मत कर सकता है? जैसे रिश्तेदार आता है और हम पहचान लेते हैं; उन्होंने शैतान को पहचान भी लिया। अब मुझे बताईये कि जहाँ शैतान रहने की हिम्मत कर सकता है, जहाँ शैतान को रहने के लिए अच्छी खातिरदारी मिल सकती है, ऐसे लोगों के लिए बिहार में कोई जगह हो सकती है क्या? इसलिए शैतान ने जिसका पता ढूंढ लिया है, उस पते पर कभी हम देखेंगे भी नहीं।

अब तो बिहार को बचाना है, इसे आगे बढ़ाना है। अब तक तो हम सोचते थे कि हमारी लड़ाई इंसानों से है, पहली बार पता चला कि इंसानों के अन्दर शैतान पहुँच जाता है और वो हमारे पीछे पड़ा हुआ है। आप कल्पना कीजिये, बिहार में आजादी के बाद राज किसने किया? 35 साल तक राज किया कांग्रेस ने, और 25 साल तक राज किया इन बड़े-छोटे भाईयों ने। जिन्होंने ये 60 साल बिहार को लूटा है, अब वो आकर के स्वार्थबंधन बना रहे हैं और छोटा नहीं, ‘महास्वार्थबंधन’। भाईयों-बहनों, क्या बिहार को और अधिक बर्बाद होने देना है? बिहार को तबाही से मुक्त कराना है? 60 साल तक जिन्होंने बिहार के भविष्य को रौंद डाला है, क्या ऐसे ‘महास्वार्थबंधन’ को अब बिहार में जगह देनी चाहिए? हमेशा-हमेशा के लिए मुक्ति होनी चाहिए कि नहीं?

इस कांग्रेस पार्टी की जब सामने से आने की ताकत ख़त्म हो गई है तो पिछले दरवाजे से आ गए हैं। आज कांग्रेस के नेता अपने किसी नेता का गुणगान गाने की ताकत खो चुके हैं। कांग्रेस का ऐसा हाल कभी देश ने देखा नहीं था और उसका कारण हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में छोटा या बड़ा राजनेता हो; किसी कस्बे या विचारधारा का हो; सार्वजनिक जीवन में अहंकार कितना विनाश करता है, उसका उदाहरण कांग्रेस पार्टी है। ये जनता है, चुप रहती लेकिन समय आने पर चुन-चुन कर हिसाब चुकता करती है। लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस के अहंकार का क्या हुआ, ये सब जानते हैं इस बार बिहार के चुनाव में अहंकार कैसे पराजित होने वाला है, ये बिहार के नौजवान करके दिखाने वाले हैं।

कभी-कभी मैं सोचता हूँ कि ये चुनाव सीधा-सीधा दो बातों पर है; निर्णय आपको करना है। एक तरफ जंगलराज है और एक तरफ विकासराज है। जंगलराज और विकासराज के बीच की लड़ाई है। आप मुझे बताईये कि जंगलराज फिर से आने देना चाहिए? अभी भनक आ गई है। बिहार सरकार के खुद के आंकड़े, जनवरी से जुलाई के आंकड़े कह रहे हैं कि बिहार में जंगलराज का जो सबसे बड़ा उद्योग लगा था वह था - अपहरण करो, फ़िरौती लो। जनवरी से जुलाई के आंकड़े जो बिहार सरकार ने घोषित किये हैं, उसके हिसाब से 4000 घटनाएं अपहरण की हुई हैं। अब आप मुझे बताईये कि क्या फिर से ये अपहरण के दिन आने देने हैं?

आपको याद है आने वाले दिनों में त्यौहार का मौसम है, दुर्गापूजा की धूम होगी, विजयादशमी का महोत्सव आएगा, रामलीला चलेगी; आपमें से बहुत लोग होंगे जिनका जन्म भी नहीं हुआ होगा या बहुत बचपन के दिन होंगे; दुर्गा मंडप में जाना हो और मां शाम को रोकती थी और कहती थी कि अब सूरज ढालने वाला है और बाहर नहीं जा सकते; मां को यहीं से नमन कर लो; ये दिन थे कि नहीं थे? रामलीला हुआ करती थी लेकिन शाम के समय में लोग जाने से डरते थे। त्यौहार के दिनों में कोई अगर नई गाड़ी खरीद ले तो बेचारे तो चिंता रहती थी कि यहाँ के किसी नेता को पता चल गया तो उसके चेले-चपाटे यहाँ से आकर के गाड़ी उठाकर ले जाएंगे। गाड़ी भी जाएगी, पैसे भी जाएंगे और मांगने गए तो जान भी चली जाएगी। ये दिन बिहार ने देखे हैं कि नहीं देखें हैं? इसलिए मैं कहता हूँ कि बिहार में चुनाव विकासराज के लिए होना चाहिए न कि जंगलराज के लिए।

भाईयों-बहनों, बिहार एक ऐसा प्रदेश है जहाँ कुछ इलाकों में इतना पानी है, जिस पानी के लिए हिन्दुस्तान के बहुत सारे इलाके तरसते हैं और बिहार एक ऐसा प्रदेश है जहाँ नौजवान भरे पड़े हैं। यहाँ किसी को कुछ भी न आए और सिर्फ़ यहाँ के पानी और जवानी पर ध्यान केन्द्रित कर दिया जाए तो बिहार का जीवन बदल जाएगा। यहाँ ऐसी सरकारें आई हैं जब बिहार का पानी भी बर्बाद हुआ और यहाँ की जवानी भी पलायन कर गई। मुझे बिहार का पानी और यहाँ की जवानी, इन दोनों पर मेरा भरोसा है जो न सिर्फ़ बिहार को बल्कि पूरे हिन्दुस्तान को बदलेंगे। मैं यह विश्वास लेकर यहाँ आया हूँ।

पानी का सही प्रबंध हो और जवानी को सही अवसर मिले; देश कहाँ से कहाँ पहुँच जाएगा लेकिन पानी गया तो गया और हम तो जानते हैं कि बिहार में एक और उद्योग चल पड़ा है, रेत की चोरी करने का सारी नदियों का कितना बुरा हाल है। नदी के किनारे पर रहने वाले लोग बालू चोरों के कारण कितने परेशान हैं, वो यहाँ के लोग भली-भांति जानते हैं। पानी तो नहीं बचा, बालू तक नहीं बचने दिया इन लोगों ने और यह बिहार की बर्बादी का कारण बना। ये आवश्यक है कि हमें बिहार के विकास की ओर ध्यान केन्द्रित करना है। मैं जरा पूछना चाहता हूँ इन नेताओं से कि मोदी-मोदी की माला जपते रहते हैं। आपका प्यार अलग है; आप मोदी-मोदी बोलते हो तो उनकी नींद खराब होती है।

भाईयों-बहनों, बिहार के ये दोनों महाशय रेल मंत्री थे कि नहीं? इतने साल रेल मंत्री रहे कि नहीं रहे? कोई मुझे बताये कि मुंगेर के रेल पुल का काम कर पाए? ये पूरा होना चाहिए कि नहीं? उन्होंने किया? वो तो बिहार के थे, रेल मंत्री रहे लेकिन मुंगेर का पुल नहीं बना; पटना का पुल लटका पड़ा है। ये इनके इरादे हैं और इसलिए मैं ये कहने आया हूँ कि हमें विकास की गाड़ी को तेज़ चलाना है। मैं आपको एक बात और बताना चाहता हूँ। 11वीं, 12वीं पंचवर्षीय योजना, क्या हुआ? यहां के मुख्यमंत्री जी ने 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था। 2010 के चुनाव में आपको बिजली देने का वादा किया था? अगर बिजली नहीं दूंगा तो 2015 में नहीं आऊंगा, वोट नहीं मांगूंगा; ये कहा था? उन्होंने वचन का पालन किया? आपके साथ धोखा किया कि नहीं? बिजली तो छोड़ो, उन्होंने कैसी सरकार चलाई है; मैं बता रहा हूँ।

11वीं और 12वीं पंचवर्षीय योजना, बिहार को गाँवों में बिजली के लिए 8215 करोड़ रुपये दिल्ली से मिले लेकिन ये लोग बिहार में ऐसी सरकार चला रहे हैं, 8000 करोड़ में से सिर्फ़ 1300 करोड़ का खर्च कर पाए। खर्च करने की भी ताकत नहीं है; न ताकत है और न इरादा है और जब तक उनका बंटवारा तय नहीं होता बात आगे चलती नहीं और इसलिए काम आगे रुकी पड़ी है। मैंने सपना देखा है कि 2022 में जब आज़ादी के 75 साल होंगे, मैं हिन्दुस्तान के हर गाँव में 24 घंटे बिजली पहुँचाना चाहता हूँ। मैं जहाँ जाता हूँ, बिजली की बात को आगे बढ़ा रहा हूँ और एक बार बिजली आती है तो सिर्फ़ दीया जलता है, ऐसा नहीं है; पूरी ज़िन्दगी रौशन हो जाती है, पीढ़ी रौशन हो जाती है; रोजगार मिलते हैं; शिक्षा मिलती है; कारखाने लगने लगते हैं; किसान को अपने उत्पाद में मूल्य वृद्धि का अवसर मिलता है और इसलिए बिजली को आगे बढ़ाना, बिजली से जीवन में सुधार लाना, एक बहुत बड़े काम का बीड़ा हमने उठाया है और काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। पिछले 30 सालों में जितनी बिजली का उत्पादन नहीं हुआ, उतनी बिजली का उत्पादन हमने एक साल में करके दिखाया है। अगर काम करने वाली सरकार हो तो काम कैसे होता है, ये हमने करके दिखाया है।

मैं जंगलराज का उदाहरण देना चाहता हूँ। मैं आपको याद कराना चाहता हूँ। जनवरी 2014, याद कीजिये, सुकराबाद पुलिस स्टेशन; 70 साल के एक बुजुर्ग श्री देविका चौधरी जी को पुलिस उठाकर ले गई क्योंकि बिजली को बिल झूठा आया था (बिजली आई नहीं लेकिन बिजली को बिल जरूर आया)। सुकराबाद पुलिस स्टेशन में 70 साल के बुजुर्ग श्री देविका चौधरी जी को इतना मारा गया कि उनकी मौत हो गई। भाईयों-बहनों, पुलिस थाने में बुलाकर निर्दोष लोगों को मरने का कारोबार चला लेकिन इन नेताओं को कोई चिंता नहीं थी। एक ऐसी सरकार जो यहाँ के समाज और जीवन को तबाह कर रही है, इससे बिहार को बचाना है।

हमारी सरकार ने 1 लाख 65 हज़ार करोड़ रूपये का पैकेज बिहार के विकास के लिए दिया। उनको इससे भी बुरा लग गया। अब वे यह कोशिश करने लग गए कि ये पैकेज बिहार को न मिले। अब बिहार की जनता उन्हें पैकेज रोकने का अवसर नहीं देने वाली क्योंकि बिहार को अब विकास चाहिए। और हमने जो पैकेज कहा है, उसमें एक-एक चीज़ लिख-लिख कर कहा है, ज़िम्मेवारी के साथ कहा है। मुंगेर में पुल बनाना, 2300 करोड़ रूपया; नेशनल हाईवे – 80 मुंगेर सेक्शन को चार लेन करना, 1200 करोड़ रूपया; क्यूल-गया रेलवे लाइन 123 किमी, 1300 करोड़ रूपया; क्यूल-तिलैया रेलवे लाइन का विद्युतीकरण, 87 किमी, 85 करोड़ रूपया; तीन पहाड़ राजमहल सहित अम्मापाली हाट, क्यूल रेलवे लाइन का विद्युतीकरण आदि, 247 किमी और करीब-करीब 280 करोड़ रूपया। पैकेज में मुंगेर को क्या मिलेगा, इसका पूरा खांका बनाकर घोषित किया है और दिल्ली सरकार इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

हमें मौका दीजिए। बिहार में मुझे रोड बनाना है, शिक्षा पर काम करना है, आरोग्य का काम करना है, बिजली का काम करना है, नदियों का काम करना है, किसानों के कल्याण का काम करना है। आप बस एक काम कर दीजिये, ये जो रूकावट करने वाली सरकार है, उसे हटा दीजिये और बिहार में यहाँ आकर शैतान बैठना नहीं चाहिए। अब शैतान को बिहार में नहीं बल्कि हिन्दुस्तान में कहीं पर भी ठिकाना नहीं मिलना चाहिए। इसलिए मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि भारी संख्या में मतदान कीजिये, एनडीए के सभी साथी दलों के साथ भाजपा को विजयी बनाईये। मेरे साथ दोनों मुट्ठी बांधकर पूरी ताक़त से बोलिये-

भारत माता की जय! भारत माता की जय! भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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The new Pamban Bridge to Rameswaram brings technology and tradition together: PM Modi
April 06, 2025
QuoteI feel blessed that I could pray at the Ramanathaswamy Temple today: PM
QuoteThe new Pamban Bridge to Rameswaram brings technology and tradition together: PM
QuoteToday, mega projects are progressing rapidly across the country: PM
QuoteIndia's growth will be significantly driven by our Blue Economy and the world can see Tamil Nadu's strength in this domain: PM
QuoteOur government is continuously working to ensure that the Tamil language and heritage reach every corner of the world: PM

वणक्कम!

एन अंबू तमिल सोंधंगले !

तमिलनाडु के राज्यपाल एन रवि जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी अश्विनी वैष्णव जी, डॉक्टर एल मुरुगन जी, तमिलनाडु सरकार के मंत्री गण, सांसद, अन्य महानुभाव और मेरे प्यारे भाइयों और बहनों!

नमस्कार !

साथियों,

आज रामनवमी का पावन पर्व है। अब से कुछ समय पूर्व अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला का सूर्य की किरणों ने भव्य तिलक किया है। भगवान श्रीराम का जीवन, उनके राज्य से मिलने वाली सुशासन की प्रेरणा राष्ट्र निर्माण का बड़ा आधार है और आज रामनवमी है, मेरे साथ बोलिए, जय श्री राम! जय श्री राम! जय श्री राम! तमिलनाडु के संगम कालीन साहित्य में भी श्रीराम के बारे में कहा गया है। मैं रामेश्वरम की इस पवित्र धरती से, समस्त देशवासियों को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

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Friends,

I feel blessed that I could pray at the Ramanathaswamy Temple today. On this special day, I got the opportunity to hand over development projects worth Eight thousand and Three Hundred crore rupees. These rail and road projects will boost connectivity in Tamil Nadu. I congratulate my brothers and sisters in Tamil Nadu for these projects.

Friends,

This is the land of Bharat Ratna Dr. Kalam. His life showed us that science and spirituality complement each other. Similarly, the new Pamban bridge to Rameswaram brings technology and tradition together. A town that is thousands of years old is being connected by a 21st century engineering wonder. I thank our engineers and workers for their hard work. This bridge is India’s first vertical lift railway sea bridge. Big ships will be able to sail under it. Trains will also be able to travel faster on it. I just flagged off a new train service and also a ship a short while ago. Once again, I congratulate the people of Tamil Nadu for this project.

Friends,

For many decades, there was a demand for this bridge. With your blessings, we got the privilege of completing this work. Pamban bridge supports both Ease of Doing Business and Ease of Travel. It will have a positive impact on the lives of the lakhs of people. The new train service will improve the connectivity from Rameswaram to Chennai and other parts of the country. This will benefit both trade and tourism in Tamil Nadu. New job and business opportunities will also be created for the youth.

साथियों,

बीते 10 वर्षों में भारत ने अपनी इकॉनॉमी का साइज़ दोगुना किया है। इतनी तेज ग्रोथ का एक बड़ा कारण हमारा शानदार मॉर्डन इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। बीते 10 सालों में हमने रेल, रोड, एयरपोर्ट, पोर्ट, बिजली, पानी, गैस पाइपलाइन, ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट करीब 6 गुणा बढ़ाया है। आज देश में बहुत तेजी से मेगा प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है। आप नॉर्थ में देखेंगे, तो जम्मू कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज में से एक, चिनाब ब्रिज बना है। West में जाएंगे, तो मुंबई में देश का सबसे लंबा सी ब्रिज, अटल सेतु बना है। ईस्ट में जाएंगे, तो असम के बोगीबील ब्रिज के दर्शन होंगे। और साउथ में आते हैं, तो दुनिया के गिने-चुने वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज में से एक, पंबन ब्रिज का निर्माण पूरा हुआ है। इसी तरह, ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भी तैयार हो रहे हैं। देश की पहली बुलेट ट्रेन पर तेजी से काम चल रहा है। वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें रेल नेटवर्क को और आधुनिक बना रही हैं।

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साथियों,

जब भारत का हर रीजन आपस में कनेक्ट होता है, तो डेवलप्ड नेशन बनाने का रास्ता मजबूत होता है। दुनिया के हर डेवलप्ड नेशन, हर डेवलप्ड रीजन में यही हुआ है। आज जब भारत का हर स्टेट आपस में कनेक्ट हो रहा है, तो पूरे देश का potential सामने आ रहा है। इसका बेनिफिट भी देश के हर रीजन को हो रहा है, हमारे तमिलनाडु को हो रहा है।

साथियों,

विकसित भारत के सफर में तमिलनाडु का बहुत बड़ा रोल है। मैं मानता हूं, तमिलनाडु का सामर्थ्य जितना ज्यादा बढ़ेगा, भारत की ग्रोथ उतनी ही तेज होगी। बीते दशक में तमिलनाडु के विकास के लिए, 2014 से पहले की तुलना में तीन गुणा ज्यादा पैसा सेंटर से दिया गया है। जब INDI Alliance की सरकार थी, DMK उस सरकार में विराजमान थे, तब जितना पैसा मिला, उससे तीन गुना मोदी सरकार ने दिया है। इससे तमिलनाडु की इकोनॉमिक और इंडस्ट्रियल ग्रोथ में बहुत बड़ी मदद मिली है।

साथियों,

तमिलनाडु का इंफ्रास्ट्रक्चर भारत सरकार की priority है। बीते एक दशक में तमिलनाडु का रेलवे बजट, सेवन टाइम्स से ज्यादा increase किया गया है। इसके बावजूद भी कुछ लोगों को बिना कारण रोते रहने की आदत है, वो रोते रहते हैं। 2014 से पहले, रेल प्रोजेक्ट्स के लिए हर साल सिर्फ only nine hundred crore rupees ही मिलते थे और आपको पता है उस समय INDI Alliance के मुख्य कर्ताधर्ता कौन थे, ये आपको पता है। इस वर्ष, तमिलनाडु का रेल बजट, six thousand crore rupees से ज्यादा है। भारत सरकार, यहां के 77 रेलवे स्टेशन्स को मॉडर्न भी बना रही है। इसमें रामेश्वरम का स्टेशन भी शामिल है।

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साथियों,

Last ten years में, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गांवों के रोड्स और हाईवेज़ के क्षेत्र में भी बहुत सारा काम हुआ है। 2014 के बाद तमिलनाडु में केंद्र सरकार की मदद से, 4000 किलोमीटर रोड्स बनी हैं। चेन्नई पोर्ट को कनेक्ट करने वाला, elevated corridor, शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर का एक बेहतरीन उदाहरण बनेगा। आज भी करीब 8000 crore rupees के रोड प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये प्रोजेक्ट्स, तमिलनाडु के अलग अलग डिस्ट्रिक्स के साथ ही, आंध्र प्रदेश के साथ भी कनेक्टिविटी बेहतर करेंगे।

साथियों,

चेन्नई मेट्रो जैसा मॉडर्न पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी, तमिलनाडु में ease of travel को बढ़ा रहा है। हमें याद रखना है, जब इतने सारे इंफ्रास्ट्रक्चर का काम होता है, तो इससे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट होती हैं। मेरे नौजवानों को रोजगार के नए अवसर मिलते हैं।

साथियों,

बीते दशक में भारत ने सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी रिकॉर्ड निवेश किया है। मुझे खुशी है कि तमिलनाडु के करोड़ों गरीब परिवारों को इसका बेनिफिट मिल रहा है। बीते 10 साल में 4 करोड़ से ज्यादा पक्के घर, देश भर के गरीब परिवारों को मिले हैं और इसमें, पीएम आवास योजना के तहत twelve lakh से ज्यादा पक्के घर, यहां तमिलनाडु में मेरे गरीब परिवार के भाई-बहनों को मिले हैं। पिछले 10 सालों में गांवों में करीब Twelve करोड़ परिवारों तक पहली बार पाइप से वॉटर, नीर पहुंचाया गया है। इसमें, one crore eleven lakh families, मेरे तमिलनाडु की हैं। इनके घर में पहली बार टैप वॉटर पहुंचा है। इसका बहुत बड़ा लाभ तमिलनाडु की मेरी माताओं-बहनों को मिला है।

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साथियों,

देशवासियों को क्वालिटी और सस्ता इलाज देने से, ये हमारी सरकार की कमिटमेंट है। आप देखिए, आयुष्मान योजना के तहत, तमिलनाडु में वन करोड़ से ज्यादा ट्रीटमेंट्स हो चुके हैं। इससे तमिलनाडु के इन परिवारों के eight thousand crore rupees जो उनकी जेब में से खर्च होना था, वो खर्च बच गया है। मेरे तमिलनाडु के भाई-बहनों के जेब में eight thousand crore rupees, ये बहुत बड़ा आंकड़ा है। तमिलनाडु में fourteen hundred से अधिक, जन-औषधि केंद्र हैं। ये मैं जरा तमिलनाडु का बताता हूं, यहां जन-औषधि केंद्र में eighty percent डिस्काउंट पर दवाएं मिलती हैं। इन सस्ती दवाओं से भी लोगों की जेब में seven hundred crore rupees, मेरे तमिलनाडु भाई-बहनों की जेब seven hundred crore rupees की सेविंग हुई है और इसलिए मैं तमिलनाडु के मेरे भाई-बहनों को कहूंगा, अगर आपको दवाई खरीदनी है, तो जन-औषधि केंद्र से खरीदीए। आपको एक रुपये की चीज 20 पैसे में, 25 पैसे में, 30 पैसे में मिल जाएगी।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि देश के नौजवानों को डॉक्टर बनने के लिए abroad जाने की मजबूरी ना रहे। बीते सालों में तमिलनाडु को 11 नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं।

साथियों,

देशभर में कई राज्यों ने मातृभाषा में डाॅक्‍टरी की शिक्षा आरंभ की है। अब गरीब से गरीब मां का बेटा-बेटी भी जिसने अंग्रेजी नहीं पढ़ी है, वो भी डॉक्टर बन सकते हैं। मैं भी तमिलनाडु सरकार से आग्रह करूंगा कि वो तमिल भाषा में डाॅक्‍टरी के कोर्सेस चालू करें, ताकि गरीब मां के बेटे-बेटी भी डॉक्टर बन सकें।

साथियों,

टैक्स पेयर का दिया हर पैसा, गरीब से गरीब के काम आए, यही गुड गवर्नेंस है। तमिलनाडु के लाखों small farmers को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत, लगभग twelve thousand crores rupees दिए गए हैं। तमिलनाडु के farmers को पीएम फसल बीमा स्कीम से भी fourteen thousand eight hundred crore rupees का क्लेम मिला है।

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साथियों,

भारत की ग्रोथ में हमारी ब्लू इकोनॉमी का बहुत बड़ा रोल होने वाला है। इसमें तमिलनाडु की ताकत, दुनिया देख सकती है। तमिलनाडु का हमारा फिशरीज़ से जुड़ा समाज, बहुत मेहनती है। तमिलनाडु के फिशरीज इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए स्टेट को जो भी मदद चाहिए, वो केंद्र सरकार दे रही है। पिछले 5 साल में, पीएम मत्स्य संपदा स्कीम के तहत भी, तमिलनाडु को करोड़ों रुपए मिले हैं। हमारी कोशिश यही है कि मछुआरों को ज्यादा फैसिलिटीज़ मिले, आधुनिक सुविधाएं मिलें। चाहे सीवीड पार्क हो या फिर फिशिंग हार्बर और लेंडिंग सेंटर हों, केंद्र सरकार यहां सैकड़ों करोड़ रुपए इन्वेस्ट कर रही है। हमें आपकी रक्षा-सुरक्षा की भी चिंता है। भारत सरकार फिशरमेन के हर संकट में उनके साथ खड़ी है। भारत सरकार के प्रयासों से बीते 10 साल में Three Thousand Seven Hundred से ज्यादा फिशरमेन श्रीलंका से वापस लौटे हैं। इनमें से Six Hundred से अधिक फिशरमेन तो पिछले एक साल में फ्री हुए हैं और आपको याद होगा, कुछ हमारे मछुआरे साथियों को फांसी की सजा हुई थी, उनको भी हम जिंदा भारत लौटकर के लाकर के उनके परिवार को सुपुर्द किया है।

साथियों,

आज दुनिया में भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा है। लोग भारत को जानना चाहते हैं, भारत को समझना चाहते हैं। इसमें भारत के कल्चर का, हमारी सॉफ्ट पावर का भी बड़ा रोल है। Tamil language और हैरीटेज, दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचे, इसके लिए भी सरकार लगातार कोशिश कर रही है। मैं तो कभी-कभी हैरान हो जाता हूं, तमिलनाडु के कुछ नेताओं की चिट्ठीयां जब मेरे पास आती हैं, कभी भी कोई नेता तमिल भाषी में सिग्नेचर नहीं करता है, अरे तमिल का गौरव हो, मैं सबसे कहूंगा कम से कम तमिल भाषा में अपने सिग्नेचर तो करो। मैं मानता हूं कि ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी में इस ग्रेट ट्रेडिशन को हमें और आगे ले जाना है। मुझे विश्वास है कि रामेश्वरम और तमिलनाडु की ये धरती, हमें ऐसे ही निरंतर नई ऊर्जा देती रहेगी, नई प्रेरणा देती रहेगी। और आज भी देखिए कितना सुपर संयोग है, रामनवमी का पवित्र दिवस है, रामेश्वरम की धरती है और यहां पर जिस पंबन ब्रिज का आज उद्घाटन हुआ, सौ साल पहले जो पुराना ब्रिज था, उसको बनाने वाला व्यक्ति गुजरात में जन्म लिया था और आज सौ साल के बाद, उसका नया ब्रिज बनाने का उद्घाटन करने के बाद भी उस व्यक्ति को मिला है, वो भी गुजरात में पैदा हुआ है।

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साथियों,

आज जब रामनवमी है, रामेश्वर की पवित्र भूमि है, तब मेरे लिए कुछ भावुक पल भी है। आज भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस है। सशक्त, समृद्ध और विकसित भारत के जिस लक्ष्य को लेकर हम चल रहे हैं, उसमें बीजेपी के हर एक कार्यकर्ता का परिश्रम है। तीन-तीन, चार-चार पीढ़ियां, मां भारती की जय-जयकार के लिए खप गई हैं। मेरे मिल गर्व की बात है कि भारतीय जनता पार्टी के उस विचार ने, भारतीय जनता पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के परिश्रम ने आज हमें देश की सेवा करने का अवसर दिया है। आज देश के लोग बीजेपी सरकारों की गुड गवर्नेंस देख रहे हैं, राष्ट्रहित में लिए जा रहे, वो निर्णय देख रहे हैं और हर हिंदुस्तानी का सीना चौड़ा हो रहा है। देश के हर राज्य, हर कोने में जिस तरह बीजेपी के कार्यकर्ता जमीन से जुड़कर कार्य करते हैं, गरीबों की सेवा करते हैं, वो देखकर मुझे गर्व होता है। मैं भारतीय जनता पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं, मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं। एक बार फिर आप सभी को तमिलनाडु के इन सभी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

नंडरि! वणक्कम! मीनडुम संधिप्पोम!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!