The credibility of the Congress and the Left is such that even after decades of governing, they have nothing to count as their achievements, says PM Modi in Attingal
Your vote on the lotus button on 26th April will strengthen this ongoing movement against corruption: PM Modi in Attingal rally

जय-जय पद्मनाभ!
तिरुवनन्तपुरथे एन्टे सहोदरी-सहोदरनमारे, एल्लावरक्कुम एन्टे नमस्कारम। चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर आज मुझे पद्मनाभ स्वामी और माता भद्रकाली की धरती पर आने का अवसर मिला है। इस भूमि पर श्री नारायण गुरू जी, महात्मा अय्यंकाली जी और श्री विद्यादिराजा का आशीर्वाद रहा है। कल मलयाली नववर्ष विशू का पर्व भी था, ऐसे शुभ समय में केरला की जनता का ये आशीर्वाद हमें मिल रहा है। ये आशीर्वाद केरला में नई शुरुआत का आशीर्वाद है। ये आशीर्वाद बदलाव का आशीर्वाद है। आपका ये विश्वास बता रहा है कि- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! दूसरा मैं क्षमा चाहूंगा। एक तो मुझे आने में विलंब हुआ, दूसरा मंच पर जो प्रोटोकॉल थे उसको मैं निभा नहीं पाया। कई साथियों के साथ अन्याय हुआ होगा। वे सब मुझे क्षमा करें। क्योंकि मुझे अभी तमिलनाडु जाना है और वहां हेलिकॉप्टर उड़ेगा, नहीं उड़ेगा, ये चिंता का विषय होने के कारण मैं एकदम जल्दी-जल्दी में तुरंत आके माइक ले लिया। तो मंच के सभी लोग मुझे क्षमा करेंगे, और आप सब भी क्षमा करेंगे। मेरे साथ बोलिए...भारत माता की।

साथियों,
इस शुभ माहौल में कल दिल्ली में बीजेपी ने अपना संकल्प-पत्र जारी किया है। बीजेपी का संकल्प-पत्र यानी, मोदियुडे गारण्टी। मोदियुडे गारण्टी- Next five years में भारत world’s third largest economy बनेगा। मोदियुडे गारण्टी- भारत world class infrastructure का सेंटर बनेगा। मोदियुडे गारण्टी- भारत स्पेस सेक्टर में गगनयान जैसी monumental achievements हासिल करेगा। मोदियुडे गारण्टी- पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा किसानों को मिलना जारी रहेगा। और इस सबके साथ ही, गरीबों के लिए Three Crore नए घर भी बनेंगे, Seventy Years के ऊपर के हर सिटिज़न को free treatment की सुविधा मिलेगी, और Ten Crore बहनों के सेल्फ हेल्प ग्रुप को हम आईटी, हेल्थ, टूरिजम, रिटेल और ऐसे अन्य सेक्टर्स की ट्रेनिंग देंगे। यानी, बीजेपी के development vision में केरला के हर वर्ग, हर समाज के लिए एक व्यापक रोडमैप मौजूद है। सबसे पहले तो इधर-उधर जिधर मेरी नजर जा रही है। छोटी-छोटी गुड़िया, सब ... कर रही है। मेरा इन सभी गुड़ियां को बहुत-बहुत आशीर्वाद। अब आपलोग बैठिए। आपलोग बहुत समय से हाथ हिला रहे हैं, बैठिए।

साथियों,
बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टों में घोषणा की है कि हम अपनी विरासत से ग्लोबल टूरिस्ट को जोड़ेंगे और अपनी विरासत को वर्ल्ड हेरिटेज के स्तर पर ले जाएंगे, उस ऊंचाई तक पहुंचाएंगे। यहां केरला में तो इसकी बहुत ज्यादा संभावना है। बीजेपी का प्लान, बड़े टूरिस्ट डेस्टिनेशंस के ओवरऑल डवलपमेंट है। भाजपा केरला में इको-टूरिज्म के नए सेंटर्स भी बनाएगी। इससे होम स्टे के जो अवसर बनेंगे उसका बड़ा लाभ हमारे ट्राइबल परिवारों को मिलेगा। बीजेपी गवर्नमेंट होम स्टे के लिए महिलाओं को Financial Help भी देगी।

साथियों,
बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में संकल्प लिया है कि हम कोस्ट लाइन प्रोटेक्शन के लिए काम करेंगे। ये केरला के मेरे फिशरमेन साथियों को बहुत फायदा पहुंचाएगा। इनकी आजीविका को जो LDF-UDF ने पिछले बरसों में बर्बाद किया है, उसे हम बचाने का भरपूर प्रयास करेंगे। हम फिशरीज के प्रोडक्शन और प्रोसिंसिंग के लिए नए क्लस्टर्स बनाएंगे। हम केरला के फिशरमैन परिवारों की Quality Of life सुधारेंगे, उनकी Dignity बढ़ाने के लिए काम करेंगे।

साथियों,
तेजी से आगे बढ़ता हुआ भारत, मॉर्डन इंफ्रास्ट्रक्चर पर लाखों करोड़ रुपए Invest कर रहा है। अगले कुछ वर्षों में आप भारतीय रेल का कायाकल्प होते हुए देखेंगे। वंदेभारत ट्रेनों के तीन स्वरूप- स्लीपर, चेयरकार और मेट्रो, तीनों ही भविष्य में भारत की शान बढ़ाएंगे। अब बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में एक और बड़ी घोषणा की है। आप जानते हैं भारत के पश्चिम में अहमदाबाद-मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन का काम चल रहा है। वो आने वाले कुछ समय में पूरा भी होगा। बुलेट ट्रेन दौड़ना भी शुरू होगी। लेकिन उसमें से जो हमने सीखा है, समझे हैं, उसके आधार पर भारत के उत्तर में, भारत के पूरब में और भारत के साउथ में भी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी। NDA सरकार के तीसरे कार्यकाल में बहुत जल्द बुलेट ट्रेन से जुड़ा सर्वे का काम शुरू कराया जाएगा।

साथियों,
केरला का विकास वही पार्टी कर सकती है, जिसकी अपनी विश्वसनीयता हो, जिसकी अपनी credibility हो। आप मुझे बताइये,क्या आप कांग्रेस और LDF पर विश्वास कर सकते हैं क्या? न इनके काम की कोई क्रेडेबिलिटी है, न इनके पॉलिटिकल कैरक्टर की कोई क्रेडेबिलिटी है। ये लोग केरला में आपस में सबसे बड़े दुश्मन की तरह लड़ते हैं। लेकिन, दिल्ली में यही कांग्रेस और लेफ्ट दोस्ती बढ़ाने के लिए मीटिंग्स करते हैं। यहां केरला में ये दोनों एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं। लेकिन, यहां से कुछ ही दूर पर तिरुनेवेली में कांग्रेस और लेफ्ट एक ही अलायंस का हिस्सा हैं।

साथियों,
कांग्रेस और लेफ्ट की विश्वसनीयता इतनी है कि दशकों तक सरकार चलाने के बाद भी इनके पास गिनाने के लिए अपने काम नहीं हैं। ये जनता के बीच में जाते हैं तो झूठ बोलकर केंद्र सरकार की योजनाओं का क्रेडिट खाने का प्रयास करते हैं। यहां तो बारी-बारी से UDF-LDF की सरकार रही है, मैं इनका रिपोर्ट कार्ड आपको बताता हूं। आज केरला में, वरकला और नेडुमंगाड जैसी जगहों में ड्रग्स का खुला कारोबार फैल रहा है, ड्रग्स माफियाओं को संरक्षण मिल रहा है। केरला के युवाओं का भविष्य खत्म किया जा रहा है। इसका क्रेडिट किसका है? ये पाप के लिए जिम्मेवार कौन है। आज केरला के कई हिस्सों में पानी का संकट पैदा हो चुका है। लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। इस पाप के लिए कौन जिम्मेवार है। इसका क्रेडिट किसका है? आज केरला की कॉयर industry बंद होने की कगार पर है। कॉयर industry के वर्कर्स के आगे जीवनयापन का संकट है। इस पाप के लिए कौन जिम्मेवार है। इसका क्रेडिट कौन लेगा?

साथियों,
आज देश में कांग्रेस और लेफ्ट में कोई अंतर नहीं बचा है। लेफ्ट और कांग्रेस, दोनों का बस नाम ही बचा है। दोनों को देश ने रिजेक्ट कर दिया है। कांग्रेस-लेफ्ट दोनों विकास विरोधी हैं। कांग्रेस-लेफ्ट दोनों ही भ्रष्टाचार में एक दूसरे का मुकबला करते हैं। कांग्रेस-लेफ्ट का ट्रैक रिकॉर्ड विकास के लिए जरूरी इंडस्ट्री को तबाह करने का है। दोनों की जहां सरकार रह जाती है, उस राज्य को बर्बाद कर देते हैं। केरला की जनता आज इसी पीड़ा से गुजर रही है। आज केरला की चर्चा राजनैतिक हिंसा और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के लिए हो रही है।

साथियों,
पहले कांग्रेस, और अब LDF की सरकारों ने केरला को अपनी लूट और भ्रष्टाचार के अड्डे के तौर पर इस्तेमाल किया। ये एक ऐसी सरकार है, जिस पर खुद गोल्ड स्मगलिंग में संलिप्त होने, स्मगलर्स को संरक्षण देने के आरोप लगते हैं। गोल्ड स्मगलिंग स्कैम में अपराधियों को बचाने के लिए पूरी सरकार लगी हुई है।

साथियों,
केरला में गरीबों, मजदूरों, महिलाओं, गल्फ से लौटे लोगों के पैसे की खुलेआम लूट हो रही है। केरला में 300 से ज्यादा कॉपरेटिव बैंक हैं और इनके पास केरला के लोगों का करीब-करीब One Lakh Crore Rupees जमा हैं। CPM के करप्शन की वजह से ये पैसा खतरे में पड़ा हुआ है। कितने ही कॉपरेटिव बैंकों में CPM के सदस्यों द्वारा गरीबों का पैसा लूट लिया गया है। इस करप्शन में CPM के नेताओं को जो रिश्वत मिली है, वो भी सैकड़ों करोड़ रुपए में है। जैसे अकेले त्रिशूर में ही Eighty से ज्यादा अघोषित खातों में 25 करोड़ रुपए की रिश्वत जमा है। अकेले त्रिशूर के CPM जिला सचिव के नाम पर 100 से ज्यादा प्रॉपर्टी खरीदी गई है। जब एक स्थान का ये हाल है, तो हम बाकी केरला का अंदाजा लगा सकते हैं। कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड से जुड़े एक और घोटाले में तो आरोपियों ने सीधे मुख्यमंत्री और उनकी बेटी तक को रिश्वत दिए जाने की बात स्वीकार की है। इस केस की जांच ना हो, इसके लिए केरला सरकार पूरी ताकत लगा रही है।

केरला में इन स्कैम्स की वजह से हजारों परिवारों का जीवन दांव पर लग गया है। यहां CPM के मुख्यमंत्री लगातार झूठ बोल रहे हैं कि कॉपरेटिव स्कैम के पीड़ितों को उनका पैसा वापस मिलेगा, दोषियों पर कार्रवाई होगी। ये आपका सेवक मोदी है जो सख्ती से इस केस की जांच करवा रहा है। अब तक स्कैम करने वालों की करीब Ninety Crore Rupees की संपत्ति अटैच हो चुकी है। मैं इस बारे में कानूनी सलाह ले रहा हूं कि कैसे जिन गरीबों ने बैंकों में पैसा रखा था और जिन गरीबों का पैसा डूबा है, इनकी संपत्ति जब्त करके मैं इन गरीबों को पैसे वापस कैसे दूं इस पर मैं काम कर रहा हूं। बीजेपी सरकार पहले भी देश में Seventeen Thousand Crore Rupees ऐसे स्कैम पीड़ितों को वापस दिलवा चुकी है। इसलिए, मैं कॉरपेटिव स्कैम के पीड़ितों को भरोसा देता हूं कि उनका पैसा वापस दिलाने में मैं पूरी ताकत लगा दूंगा और पाई-पाई उनसे निकलवाउंगा। और आपको पैसा वापस मिले इसके लिए पूरी ताकत लगा दूंगा।

साथियों,
खुली लूट के कारण केरला आर्थिक तबाही की कगार पर पहुंच चुका है।सरकारी खजाने खाली हो चुके हैं। राज्य सरकार के पास अपने कर्मचारियों को, पेंशनर्स को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं बचे हैं। केंद्र सरकार, केरला के विकास के लिए जो पैसा भेजती है, उससे राज्य सरकार अपना कर्जा चुकाने में खर्च करती है। और ये लोग केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट गए, तो वहां से भी इन्हें फटकार ही मिली। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि केरला में फाइनेंसियल क्राइसिस के लिए यहां की राज्य सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस हो या लेफ्ट, ये लोग केरला में मजबूत रहे तो केरला को तबाह करके मानेंगे। कुछ भी नहीं बचने देंगे।

साथियों,
पिछले 10 साल में मैंने देश में ईमानदार सरकार चलाकर दिखाई है। हमारी सरकार ने करप्शन पर भी कड़ी कार्रवाई की है। इसीलिए, ये करप्ट लोग मोदी को रोकने के लिए अलायंस बना रहे हैं। लेकिन, मोदी इनसे डरने वाला नहीं है। 26 को कमल के बटन पर आपका एक-एक वोट करप्शन के खिलाफ चल रहे इस आंदोलन को मजबूत करेगा।

साथियों,
बीजेपी ने कोल्लम से श्री कृष्णकुमार जी को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनके लोकसेवा के कार्यों और लोकप्रियता से आप सभी परिचित हैं। बीजेपी ने तिरुवनंतपुरम से मेरे मित्र श्री राजीव चंद्रशेखर और अट्टिंगल लोकसभा से श्री वी. मुरलीधरन को प्रत्याशी बनाया है। इन दोनों ही लोगों ने अपनी शिक्षा और योग्यता से देश में अलग पहचान बनाई है, केरला का सम्मान बढ़ाया है। मुरलीधरन जी ने विदेश राज्यमंत्री के तौर देश-विदेश में अपनी प्रतिभा को साबित किया है। वैश्विक संकट के कई मौकों पर इन्होंने केरला और देश के लोगों को वापस भारत लाने के लिए बहुत काम किया है। राजीव जी आईटी सेक्टर, सेमीकंडक्टर और ऐसे महत्वाकांक्षी क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के काम में लगे हैं। इन तीनों दिया गया आपका हर वोट केरला के विकास की नींव रखेगा। आप पर एक जिम्मेदारी मेरी तरफ से है। आप केरला के घर घर जाकर के मोदी जी का प्रणाम जरूर पहुंचाइए। मेरे साथ बोलिए... भारत माता की। पूरी ताकत से बोलिए। आप नहीं बोलोगे तो चलेगा। (मंच पर बैठे लोगों से)
भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।