Congress is such a selfish party that it sees nothing beyond votes: PM Modi in Hisar

Published By : Admin | September 28, 2024 | 19:51 IST
Congress is such a selfish party that it sees nothing beyond votes: PM Modi in Hisar
Congress made big promises to farmers, but failed to fulfill promises under their regime: PM Modi in Hisar
Congress has inflicted a double blow on the youth in Haryana: PM Modi in Hisar
Congress wants to once again fuel stone pelting and terrorism: PM Modi in Hisar
Congress trusted the lies of our enemies over words of our army: PM Modi in Hisar

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
सबतैं पहलम तै सारे बुजर्गां नै, भाई-बहणा नै,
अर नौजवान साथियां नै राम-राम!

मैं सबसे पहले तो आप सबकी क्षमा मांगना चाहता हूं, क्योंकि हमारी पार्टी के यहां के साथियों ने ये जो पंडाल बनाया, वो छोटा पड़ गया। और इतने ही लोग बाहर धूप में तप रहे हैं। जो लोग धूप में तप रहे हैं, उनको जो असुविधा हुई, इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। आप यह जो तप कर रहे हैं ना, ये आपका तप बेकार नहीं जाने दूंगा, विकास करके लौटाऊंगा।

साथियों,

अग्रोहा धाम, गुरु जम्भेश्वर, खाटू श्याम जी और माता भनभोरी भ्रामरी देवी को मैं सिर झुका कर प्रणाम करता हूं। ये राखीगढ़ी की धरती है। ये क्षेत्र, देश प्रेम और प्रकृति प्रेम, दोनों के लिए जो बलिदान दिए गए हैं, उसको यहां के लोग आज भी स्मरण करके पूरी मानव जाति को प्रेरणा देते हैं। यहां अंग्रेजों की क्रूर तोपों के भी जख्म हैं, तो यहां पेड़ों की रक्षा के लिए बिश्नोई समाज के तप और त्याग की मिसालें भी हैं। यहां के विकास में स्वर्गीय भजनलाल जी का भी बड़ा योगदान है। आज भी लोग याद करते हैं। और ये मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे हरियाणा में काम करते हुए भजनलाल जी के काम को देखने का मौका मिला। और चौधरी बंसीलाल जी के साथ काम करने का मौका मिला। और चौधरी बंसीलाल जी मुझे हमेशा कहते थे कि भाई देख तेरा और मेरा विशेष नाता है। मैंने कहा- क्या, और फिर वह मुझे महर्षि दयानंद जी के जीवन के विषय में बड़े भावुक होकर के बातें बताते थे। महर्षि दयानंद सरस्वती जी गुजरात में पैदा हुए, लेकिन जितनी जानकारियां मुझे नहीं थीं, उससे ज्यादा जानकारियां महर्षि दयानंद जी के विषय में, चौधरी बंसीलाल जी से मैं सुना करता था। और वो कहते-कहते भावुक हो जाते थे।

साथियों,

ये मेरा सौभाग्य रहा है हरियाणा ने मुझे बहुत कुछ दिया है, बहुत कुछ सिखाया है। मैं हरियाणा के विकास में योगदान देने वाली हर संतान को नमन करता हूं। आज शहीद सरदार भगत सिंह जी की जंयती पर भी मैं उन्हें श्रद्धासुमन के साथ प्रणाम करता हूं।

साथियों,

हरियाणा की माताओं-बहनों ने यहां एक नारा दिया है। म्हारा हरियाणा, नॉनस्टॉप हरियाणा! हरियाणा का विकास ऐसे ही नॉनस्टॉप चलते रहना चाहिए। इसलिए हरियाणा तीसरी बार, भाजपा को मौका देने का मन पक्का कर चुका है। चारों तरफ से आवाज आ रही है- भरोसा दिल से, भाजपा फिर से। भरोसा दिल से, भरोसा दिल से।

साथियों,

जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है। कांग्रेस पस्त पड़ती जा रही है। कांग्रेस के नेता अब कहने लगे हैं कि हरियाणा में वही हाल होगा जो कांग्रेस का मध्य प्रदेश में हुआ। एमपी और राजस्थान में पिछले चुनाव में इन्होंने झूठ का गुब्बारा खूब फुलाया। खूब फुलाया। लेकिन जनता ने वोट की चोट देकर उस गुब्बारे की हवा निकाल दी। अब हरियाणा में भी यही होने जा रहा है।

साथियों,

कांग्रेस का ये हाल इसलिए होता है, क्योंकि कांग्रेस देश की सबसे धोखेबाज और बेईमान पार्टी है। आप पड़ोस में देख लीजिए, हिमाचल में, क्या हाल करके रखा है। चुनाव के दौरान हिमाचल की जनता को इन्होंने क्या-क्या झूठ बोला, आप कल्पना नहीं कर सकते। अब सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने अपने वायदों से पल्ला झाड़ लिया है। जनता कांग्रेस से कह रही है- क्या हुआ तेरा वादा? और कांग्रेस, जनता से पूछ रही है- तुम कौन? दिल्ली के शाही परिवार ने झूठ बोलकर हिमाचल के लोगों को फंसा दिया। आज हिमाचल में कर्मचारियों की उनकी सैलरी और डीए देने तक इनके पास बजट नहीं है।

साथियों,

जहां कांग्रेस होती है, वहां कभी भी स्थिरता नहीं आ सकती। जो पार्टी अपने नेताओं के बीच ही एकता नहीं ला सकती, वो राज्य में स्थिरता कैसे लाएगी? आप देख रहे हैं कि कैसे यहां कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने के लिए मारामारी मची है। बापू भी दावेदार है और बेटा भी दावेदार है। और दोनों मिलकर, बाकियों को निपटाने में लगे हैं। और ये सब देख करके हरियाणा के जागरूक नागरिक कांग्रेस को निपटाने में लग पड़े हैं। कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने तन-मन-धन से दिल्ली के शाही परिवार की सेवा की है। अब वो भी पूछ रहे हैं कि उनसे क्या गलती हुई? यहां कांग्रेस का हर गुट, हर सीट पर एक दूसरे को पटखनी देने में ही लगा हुआ है।

साथियों,

इस गुटबाजी के बीच, कांग्रेस में दलितों और पिछड़ों के लिए दरवाजे एकदम बंद हैं। कांग्रेस जानती है कि दलित उसको वोट नहीं देता, इसलिए वो पूरे दलित समाज से नफरत करती है। आप खुद देखिए, कांग्रेस के राज में गोहाना में दलितों पर अत्याचार हुआ। कांग्रेस चुप रही। कांग्रेस के राज में मिर्चपुर कांड हुआ। कांग्रेस चुप रही। कांग्रेस के राज में दलित बेटियों के साथ अत्याचार हुआ, अन्याय हुआ। कांग्रेस चुप रही। आज कांग्रेस का शाही परिवार कह रहा है कि दलितों और पिछड़ों का, अमेरिका में जाकर के बोले, दलितों और पिछड़ों का आरक्षण खत्म कर देंगे। कांग्रेस ने दलितों पर जो अत्याचार किया है, उसे दलित समाज कभी भी भूल नहीं सकता। इसलिए मैं हरियाणा में जहां भी गया, मैंने देखा कि कांग्रेस को कोई भी घुसने नहीं देता।

साथियों,

भाजपा सर्वसमाज की भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। हमारे मुख्यमंत्री सैनी जी, सबको साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। अब देखिए, हमारी सरकार ने हरियाणा के मुख्यमंत्री निवास का नाम कबीर कुटीर रखा है। यहां हिसार में ही दलित परिवारों में भी जो वंचित हैं, उनके बच्चों के लिए बने कबीर छात्रावास का फंड भी भाजपा ने बढ़ाया है। भाजपा सरकार वंचितों को सिर्फ सहारा नहीं देती, बल्कि उनके सपनों को उड़ान भी देती है।

साथियों,

जिनका कोई नहीं, जिनको कोई नहीं पूछता, मोदी उनको पूजता है। आज मुद्रा योजना से हरियाणा के लाखों लोगों को बिना गारंटी के लोन मिले हैं। ये गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों के लोग हैं। मोदी ने रेहड़ी-ठेले-पटरी पर काम करने वाले अपने भाई-बहन का भी ध्यान रखा है। ये कोई, धन्ना-सेठ नहीं हैं। ये गांव-गरीब, दलित-पिछड़े परिवारों के मेरे भाई-बहन हैं। कांग्रेस ने इनको कभी नहीं पूछा। इनकी गारंटी भी आपके इस बेटे ने ही ली है। बैंक में अब उनको गारंटी नहीं देनी पड़ती, गारंटी मोदी देता है। इनको भी पीएम स्वनिधि योजना से हज़ारों रुपए की मदद बिना गारंटी के बैंक से मिली है।

साथियों,

कांग्रेस इतना बड़ा स्वार्थी दल है कि उसे वोट के अलावा कुछ नहीं दिखता। कांग्रेस ने किसानों को भी हमेशा वोटबैंक के रूप में ही देखा है। कांग्रेस ने हमेशा किसानों को पानी के लिए तरसाया है, जबकि भाजपा उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है। मैं हिसार, सिरसा, भिवानी, फतेहाबाद के किसानों की समस्याओं को समझता हूं। हिसार के कुछ हिस्सों में जो सेम की समस्या आ रही है, उसकी जानकारी भी सरकार को है। इसका समाधान करने के लिए भी सरकार बनने के बाद प्रयास तेज किए जाएंगे।

साथियों,

कांग्रेस यहां किसानों के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है। लेकिन आपको भूलना नहीं है। हुड्डा जी सरकार तो 2 रुपए के मुआवज़े वाली सरकार थी। हर किसान को याद है, ये दो रुपया मुआवजे वाली सरकार। फर्क देखिए दोस्तों, ये भाजपा सरकार है जो बिना मांगे देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को पीएम सम्मान निधि हर वर्ष 6000 रुपया सीधे उनके बैंक में खाते में जमा करती है, उनके सम्मान की चिंता करती है। और वो लोग 2 रुपये का मुआवजा। क्या हमारे हरियाणा के किसानों का अपमान करते समय आपको शर्म नहीं आई। इस तरह अपमानित किया जाता था। इसलिए मैं आज आप लोगों को हाथ जोड़कर के एक काम दे रहा हूं। और मुझे विश्वास है आप इस काम को करने में कभी पीछे नहीं हटेंगे। जब भी कांग्रेस के लोग आपसे किसानों की बात करें आप उनसे एक बात पूछना। पूछोगे, पूछोगे? जरा जोर से बोलिए ना पूछोगे? जरा उनको पूछना, आप जो हरियाणा में बड़ी-बड़ी बातें करते हो, बड़ी बड़ी घोषणाएं कर देते हो, तारे तोड़ कर के लाने की बातें कर रहे हो। अरे भाई तुम्हारी कर्नाटका में सरकार है, तेलंगाना में सरकार है, हिमाचल में सरकार है कुछ तो लागू करके दिखाओ। जरा इनको इतना पूछ लीजिए। ये यहां बातें करते हैं और वहां लागू नहीं करते हैं। कर्नाटका में इनकी सरकार है। वहां कांग्रेस सरकार बनने के बाद से सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सच्चाई यही है कि कांग्रेस, देश के किसानों की जान की दुश्मन है। वो सिर्फ किसानों को झूठ बोल सकती है। यहां कांग्रेस ने MSP पर भी आपसे सिर्फ झूठ बोला है। सच्चाई ये है कि यहां भाजपा की सरकार 24 फसलों को MSP पर खरीद रही है। जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में इक्का-दुक्का फसलें ही MSP पर खरीदी जाती हैं। आप मुझे बताइए, ऐसी धोखेबाज कांग्रेस पर क्या हमारे किसान भरोसा कर सकते हैं क्या? हाथ ऊपर नहीं, मुंह से बोलिए। भरोसा कर सकते हैं क्या?

साथियों,

हरियाणा का भरोसा तो भाजपा पर ही है। बीते एक दशक में भाजपा ने यहां विकास को नई गति दी है। यहां चारों तरफ चौड़ी सड़कों का जाल बिछाया गया है। आज 5 जोड़ी वन्दे भारत ट्रेनें ये मेरे हरियाणा में चलती हैं। हिसार से रोहतक जाने के लिए हांसी - हिसार - रोहतक रेल लाइन शुरू की गई है। इससे हिसार से रोहतक पहुंचने के लिए समय आधा हो गया है।

साथियों,

ये क्षेत्र अब एक बड़ा व्यापारिक केंद्र बनने की तरफ कदम बढ़ा चुका है। हिसार एयरपोर्ट बनने से यहां नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। और आज मुझे बता रहे हैं कि इतना बड़ा जहाज यहां पहली बार उतरा है। और मुझे आने का सौभाग्य मिला है। और भाजपा सरकार बनने के बाद बहुत कम दिनों में इसका कार्मिशयल कामकाज भी शुरू हो जाएगा दोस्तों। और इसका फायदा व्यापार-उद्योग के साथ-साथ यहां के किसानों को भी होने वाला है। अब किसानों की उपज आसानी से, कम से कम समय में विदेश निर्यात कर पाना संभव हो पाएगा। और आज हिंदुस्तान के किसानों द्वारा पैदावार की गई चीजें दुनिया के बाजार में गर्व से बिक रही है। इससे व्यापारियों-दुकानदारों, किसानों को हर किसी को फायदा होने वाला है। हमारा प्रयास यही है कि यहां नए उद्योग लगें। हम चाहते हैं, यहां दुनियाभर से निवेशक आएं, ताकि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले।

साथियों,

कांग्रेस ने यहां के युवाओं पर भी दोहरा वार किया है। एक तो कांग्रेस के समय में बिना खर्ची-पर्ची के सरकारी नौकरी नहीं मिलती थी। दूसरा, घूस देने के लिए गरीब को खेत तक बेचने पड़ते थे। भाजपा ने बिना खर्ची-पर्ची नौकरियां दीं। और यही बात कांग्रेस को अखर गई है। इसलिए कांग्रेस की भर्ती रोको गैंग ने युवाओं को नौकरियां देने पर ब्रेक लगवा दिया। कांग्रेस की भर्ती रोको गैंग को इस चुनाव में मेरे सभी नौजवान, उनको जरा सबक सिखाइए ताकि आपके भविष्य को ताला लगाने का पाप न करे।

साथियों,

कांग्रेस सिर्फ लूट-खसूट ही नहीं करती, बल्कि निर्लज्जता से उसका बचाव भी करती है। कांग्रेस के राज में कैसे दलालों और दामाद का ही बोलबाला था, ये मैंने हरियाणा की जनता के सामने रखा। अगर किसी को पछतावा होता, किसी को भी दो आंख की शर्म होती, तो वो हरियाणा की जनता से माफी मांगता। लेकिन कांग्रेस के लोगों ने आपसे माफी नहीं मांगी, बल्कि बड़ी बेशर्मी से दलालों और दामाद का बचाव कर रहे हैं। कांग्रेस के इस रवैये से नाराज़ होकर, अब हरियाणा की जनता कांग्रेस के विरुद्ध खड़ी हो गई है। अब जनता खुद इनका कच्चा चिट्ठा बाहर निकाल रही है। आप भी देख रहे हैं, कैसे हर रोज इनके समय के घोटालों के नए-नए कागज़ सामने निकलकर आ रहे हैं।

साथियों,

हरियाणा के लोग, हर घात, हर घाव सह सकते हैं, लेकिन देश के विरुद्ध कोई बात नहीं सह सकते। हरियाणा के लोग कट्टर देशभक्त हैं। देश की बात आती है, तो हरियाणा वाले सबकुछ भुलाकर, एकजुट खड़े हो जाते हैं। इसलिए, कांग्रेस का असली चेहरा भी आपको याद रखना है। आज की कांग्रेस, अर्बन नक्सलियों के चंगुल में है। मैं कोई ढकी-छुपी बात नहीं कर रहा। कांग्रेस के नेता, विदेश जाते हैं, तो किससे मिलते हैं? ये उन लोगों से मिलते हैं, जो भारत के दुश्मनों की भाषा बोलते हैं। कांग्रेस के इंटरनेशनल पार्टनर, वो लोग हैं जो दुनियाभर में भारत को बदनाम करने में जुटे हैं। विदेश में जाकर कांग्रेस के नेता वही भाषा बोलते हैं, जो भारत का बुरा चाहने वालों को पसंद आती है। आप भी सोचिए, आखिर क्यों पाकिस्तान, कांग्रेस का समर्थन करता है? कांग्रेस की नीतियां क्यों पाकिस्तान को पसंद आती हैं?

साथियों,

हरियाणा के लोगों को कांग्रेस के वादों-इरादों से बहुत सावधान रहना है। कांग्रेस ने कहा है कि वो जम्मू-कश्मीर में फिर 370 वापस लाना चाहती है। कांग्रेस फिर से पत्थरबाज़ी और बम-बंदूक को हवा देना चाहती है। जिन पत्थरबाजों ने हमारे हरियाणा के फौजी बेटे, जो वहां ड्यूटी कर रहे थे, वहां के पत्थरबाजों ने उनको लहू-लुहान कर दिया। अब कांग्रेस ऐसे लोगों को रिहा कराना चाहती है। अब बताइए, ये अर्बन नक्सली कांग्रेस किसके साथ है? ऐसी कांग्रेस को हरियाणा का किसान, हरियाणा का नौजवान और हरियाणा की माताएं-बहनें क्यों पसंद करेगी, क्यों वोट देगी?

साथियों,

आज 28 सितंबर है। मैं आपको याद करता हूं। 28 सितंबर की रात को ही हमने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। भारत ने आतंक के आकाओं को बता दिया था कि भारत अब घर में घुसकर मारता है। और कांग्रेस ने क्या किया था? कांग्रेस ने हमारी सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। यही कांग्रेस है जिसने हमारे सेनाध्यक्ष तक को गली का गुंडा कहा था। कांग्रेस ने हमारी सेना के बजाय दुश्मनों के झूठ पर विश्वास किया। क्या देशभक्त हरियाणा के लोग ऐसी कांग्रेस को बर्दाश्त करेंगे?

साथियों,

यही कांग्रेस है जिसने दशकों तक हमारे फौजी परिवारों को वन रैंक वन पेंशन नहीं दी। कांग्रेस, सिर्फ 500 करोड़ रुपए दिखाकर झूठ बोलती थी कि वन रैंक वन पेंशन लागू करेगी। मैंने हरियाणा के रेवाड़ी से ही, अपने सभी फौजी परिवारों को गारंटी दी थी कि प्रधानमंत्री बनते ही OROP लागू करुंगा। हमारी सरकार OROP के एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा, पूर्व फौजिय़ों को दे चुकी है। यहां हरियाणा के डेढ़ लाख पूर्व सैनिकों को भी 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा पैसे उनके खातों में जमा हो चुके हैं। वन रैंक वन पेंशन (OROP) उदाहरण है कि कांग्रेस कभी फौजियों का भला नहीं सोच सकती।

साथियों,

भारत में आज अगर सबसे बड़ा सांप्रदायिक दल कोई है, तो वो सांप्रदायिक दल भी कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस की सांप्रदायिकता की सजा हरियाणा भी भुगत रहा है। कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए ऐसी मानसिकता को बढ़ावा दे रही है, जिससे हमारी बहन-बेटियों पर हमले हो रहे हैं। आपने कांग्रेस के विधायक की धमकी जरूर सुनी होगी। वो कहता है कि कांग्रेस जीती तो लोगों को अपना घरवार छोड़ना होगा। अभी ये आलम है। सत्ता तो मिली नहीं है, मिलने की संभावना नहीं है। लेकिन जनता के ऊपर जुल्म करने की बातें कर रहे हैं। अगर ऐसे लोगों को सत्ता मिल गई तो क्या होगा, सोचकर भी रौंगटे खड़े हो जाते हैं। इसलिए हरियाणा के हर वोटर से मैं कहूंगा कि, जब भी वोट डालने जाना तो ऐसी धमकियों को ज़रूर याद रखना।

साथियों,

हरियाणा की जनता और हरियाणा भाजपा के कार्यकर्ता, एक साथ मिलकर, विकास को नई गति देने के लिए तैयार हैं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से पिछले दिनों बातचीत करने का अवसर मिला। दो दिन पहले अनेक साथियों से मेरी चर्चा हुई। उनका आत्मविश्वास देखकर, मेरा विश्वास और ज्यादा बढ़ गया है। मैं हरियाणा के सभी भाजपा कार्यकर्ता से भी कहूंगा- हरियाणा हांगे का प्रदेश स// पूरा हांगा ला दियो ! हमें दिन रात जुटना है। बूथ तक के // सारे साथी लाणे पड़ेंगे // ईबकै// सारी कसर काढ़ द्यांगे।

साथियों,

चुनाव लोकतंत्र का इतना बड़ा उत्सव है। इसमें सभी कार्यकर्ताओं का साथ आना ज़रूरी है। सब नै मना कै साथ ला ल्यो// तीसरी बार// फेर सरकार बणाणी सै। और मैं अभी जब नीचे सबसे मिल रहा था तो सब पुरानी-पुरानी बातें याद करा रहे थे। कई लोग बता रहे थे आप मेरे घर आए थे। आपने मेरे यहां खाना खाया था। आप मेरे स्कूटर पर आए थे। सारे पुराने-पुराने साथी अभी मिलते हैं तो याद कराते हैं। एक साथी ने याद कराया कि मैं जब यहां चुनाव लड़वाता था हरियाणा में। बोले वो मंत्र जरूर दीजिए। मैं हमेशा कहता था सबसे मजबूत मेरा पोलिंग बूथ। यही हमारा मंत्र होना चाहिए। और मैं आज हिसार में सार्वजनिक रूप से कहता हूं। मैं हर भाजपा समर्थक को, हर भाजपा कार्यकर्ता को कहूंगा कि आप कागज पर पांच परिवार के नाम लिख दीजिए और तय कीजिए कि इन पांच परिवारों के सबके-सबके वोट पड़ेंगे और भाजपा के कमल पर ही बटन दबेगा। अगर एक-एक कार्यकर्ता पांच परिवार की चिंता कर ले, आने वाले पांच-छह दिन। मैं पक्का मानता हूं हरियाणा में पुराने सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। मैं एक बार फिर इतनी बड़ी संख्या में यहां आने के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। हमारे सभी उम्मीदवारों से मेरा आग्रह है जरा आगे आ जाएं। आप सबके आशीर्वाद उनको मिले, ये प्रार्थना करने के लिए मैं आया हूं।

मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

Explore More
78ਵੇਂ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਦਿਵਸ ਦੇ ਅਵਸਰ ‘ਤੇ ਲਾਲ ਕਿਲੇ ਦੀ ਫਸੀਲ ਤੋਂ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ, ਸ਼੍ਰੀ ਨਰੇਂਦਰ ਮੋਦੀ ਦੇ ਸੰਬੋਧਨ ਦਾ ਮੂਲ-ਪਾਠ

Popular Speeches

78ਵੇਂ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਦਿਵਸ ਦੇ ਅਵਸਰ ‘ਤੇ ਲਾਲ ਕਿਲੇ ਦੀ ਫਸੀਲ ਤੋਂ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ, ਸ਼੍ਰੀ ਨਰੇਂਦਰ ਮੋਦੀ ਦੇ ਸੰਬੋਧਨ ਦਾ ਮੂਲ-ਪਾਠ
Modi blends diplomacy with India’s cultural showcase

Media Coverage

Modi blends diplomacy with India’s cultural showcase
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।