QuoteBJP’s Sankalp Patra is a resolution letter for the development of the country: PM Modi in Alathur
QuoteA prominent Congress leader, struggling to maintain his family stronghold in UP, has sought refuge in Kerala: PM Modi taking a jibe against opposition
QuoteIn the last decade, the people of Kerala have experienced first-hand, the progress of our nation: PM Modi
QuoteThis New Year marks the start of development, a shift in politics, and a bold voice in Parliament: PM Modi in Alathur

वड़क्कुम नाथन्टे मन्नील, ओरिक्कल कूड़ी, वरान साधिचतिल, एनिक्य,
अतियाया संतोषम उण्ड
वड़कुम नाथन, त्रिपायर रामास्वामी मंदिर और गुरुवायूर मंदिर की इस पावन भूमि को मैं प्रणाम करता हूं। कुछ ही समय पहले मुझे त्रिपायर रामास्वामी मंदिर और गुरुवायूर मंदिर में दर्शन के लिए आने का सौभाग्य मिला था। और आज मैं एक ऐसे अवसर पर आलत्तूर आया हूं, जब चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। इस समय केरला में नए वर्ष का, विशू का उत्सव मनाया जा रहा है। कुछ सप्ताह पहले ही आप सभी ने यहां धूमधाम से मणापुल्लिकावू वेला भी मनाया था। लोकतंत्र के इस महापर्व के बीच त्रिशूर पूरम पर्व भी मनाया जाएगा। कुछ ही दिनों में रामनवमी का पर्व भी आने वाला है। यहां पड़ोस के त्रिशूर में स्थित त्रिपायर मंदिर को तो दक्षिण की अयोध्या कहा जाता है। इतने सारे संयोग बता रहे हैं, कि ये समय कुछ खास है। ये Positive वातावरण, विकसित भारत के संकल्प को नई ऊर्जा दे रहा है।

साथियों,
आप सबका ये जनसमर्थन और प्रेम देखकर मैं विश्वास से कह सकता हूं, केरला का ये नया वर्ष एक नया आरंभ लेकर आया है। ये नववर्ष केरला के विकास का वर्ष होगा। ये नववर्ष नई राजनीति के आरंभ का वर्ष होगा। अब केरला पार्लियामेंट में अपनी मजबूत आवाज भेजेगा। इसीलिए, आज केरला भी कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

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साथियों,
कल नववर्ष, विशू के पावन अवसर पर ही बीजेपी ने अपना संकल्प-पत्र जारी किया है। बीजेपी का संकल्प-पत्र, देश के विकास का संकल्प पत्र है। बीजेपी के संकल्प-पत्र में मोदियुडे गारंटी होती है। आयुष्मान भारत के तहत केरला के 73 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को आर्थिक मदद मिली है। अब बीजेपी ने घोषणा की है कि 70 साल से अधिक आयु के सभी सीनियर सिटिज़न्स को आयुष्मान योजना के तहत फ्री चिकित्सा मिलेगी। और यही है- मोदियुडे गारण्टी। मोदियुडे गारण्टी यानि- पीएम आवास योजना में गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर, नए आवास बनेंगे। यहां केरला में भी हजारों गरीबों को नए घर मिलेंगे।मोदियुडे गारण्टी यानि- केरला के हर जन-औषधि केंद्र पर लोगों को 80 परसेंट डिसकाउंट पर सस्ती दवाएं मिलती रहेंगी। मोदियुडे गारण्टी यानि- हमारे युवाओं को मुद्रा योजना में अब 10 लाख की जगह 20 लाख रुपये का सपोर्ट मिलेगा।

साथियों,
बीजेपी ने अगले 5 साल के लिए विकास और विरासत, दोनों का विज़न सामने रखा है। ये क्षेत्र केरला का इतना बड़ा सांस्कृतिक केंद्र है। पाल्लकाड़ को तो गेटवे टू केरला कहा जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, किसी का भी मन मोह लेती है। यहां केरला में कितने ही भव्य मंदिर हैं, चर्च हैं, आस्था के स्थल हैं। अगले पांच साल में हम केरला की इस हेरिटेज को ग्लोबल बनाने के लिए काम करेंगे। हम केरला को हाइवेज, एक्स्प्रेसवेज और हाइस्पीड वंदेभारत ट्रेनों के नेटवर्क से जोड़ेंगे। और हमारे सुरेश जी का जब एमपी थे तब भी वंदे भारत नेटवर्क के लिए बहुत ही आग्रह रहता, पूरी डिजाइन बनाकर लाते ते और आज मैं आपको वादा करता हूं, इन सारे कामों की दिशा में आगे बढ़ेंगे। यहां पर्यटन के अवसरों को, बहुत संभावना है केरल में, जितना लाभ लेना चाहिए अभी तक लिया नहीं है। और इसीलिए हम टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए हर प्रकार के प्रयास करेंगे।

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साथियों,
विकसित होते भारत की पहचान आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से भी होगी। आज देश में नए एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, नए एयरपोर्ट बन रहे हैं। अब बीजेपी ने कल अपने मेनिफेस्टो में घोषणा की है कि जैसे पश्चिम भारत में अहमदाबाद मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन का काम चल रहा है। आने वाले कुछ समय में ये काम पूरा होकर के बुलेट ट्रेन दौड़ना शुरू करेगी। देश की पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। इसका अनुभव देखते हुए कल हमने संकल्प पत्र में कहा है कि जैसे पश्चिम भारत में बुलेट का काम आगे चल रहा है, आगे चल करके नार्थ, साउथ, ईस्ट तीन क्षेत्रों में बुलेट ट्रेन के सर्वे का काम शुरू कर दिया जाएगा। और साउथ में भी बुलेट ट्रेन चले,साउथ में चलने वाले ये बुलेट ट्रेन, यहां के विकास को गति देगी और रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगी। एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में इसके लिए बहुत जल्द सर्वे का काम शुरू किया जाएगा।

साथियों,
ये चुनाव देश के भविष्य के लिए फैसले लेने का चुनाव है। ये चुनाव आपके उज्ज्वल भविष्य की गारंटी के लिए चुनाव है। ये चुनाव आपके बच्चों के उज्ज्वल जीवन के लिए गारंटी देने का चुनाव है। केरल के लोगों ने पिछले 10 साल में देखा है कि कैसे एनडीए सरकार ने दुनिया भर में भारत की साख बढ़ाई है। कांग्रेस सरकार ने भारत की छवि कमजोर देश की बना दी थी। बीजेपी सरकार ने भारत को एक मजबूत देश बनाया है। आज जब कोई भारतीय विदेश जाता है, गल्फ जाता है, तो उसे सम्मान से देखा जाता है। आज का भारत युद्ध में फंसे अपने नागरिकों को rescue करने की ताकत रखता है। आज का भारत कोरोना जैसी महामारी में दूसरे देशों की ओर नहीं देखता। आज का भारत कोरोना जैसी महामारी में दूसरे देशों की ओर नहीं देखता। हम स्वदेशी वैक्सीन बनाते हैं, अपने देश के साथ-साथ विश्व के दूसरे देशों की भी सहायता करते हैं। मैं ये बताना चाहता हूं, पिछले 10 साल में जो हुआ है, आपको लगता है बहुत कुछ हुआ है, पूरे देश में बदल रहा है, लेकिन मोदी क्या कहता है, मोदी तो कहता है 10 साल में इतना सारा भले हुआ, लेकिन जो हुआ है न, वो तो ट्रेलर है ट्रेलर। अभी तो बहुत कुछ करना है, अभी तो हमें हमारे देश को, हमारे केरला को बहुत आगे लेकर जाना है।

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साथियों,
NDA सरकार नारायण गुरु के उन विचारों पर काम करती है। हमारी प्राथमिकता है, गरीब कल्याण और लोक कल्याण! इसीलिए, पिछले 10 साल NDA सरकार में ‘जलजीवन मिशन के तहत केरला में 36 लाख से ज्यादा नल से जल कनेक्शन मिले हैं। लेकिन मुझे दुख के साथ कहना है कि पूरे देश में जिस गति से जलजीवन मिशन चला है, केरला में यहां की सरकार उतना चलने नहीं दे रही है। वो भ्रष्टाचार की तलाश में होते हैं, और इसीलिए आज भी केरल में घरों में पीने के पानी का संकट है। अगर हिंदुस्तान में कोई सुनेगा, राजस्थान में पानी का संकट है या गुजरात में पानी का संकट है, तो लोगों को लगता है हां, यार मुसीबत है, केरल में पानी का संकट ये यहां की सरकार की विफलता का जीत-जागता सबूत है। और मैं गारंटी देता हूं, मैं हर घर नल से जल पहुंचाना चाहता हूं, आप मुझे आशीर्वाद दीजिए। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना से करीब एक करोड़ पचास लाख लाभार्थियों तो मुफ्त राशन मिल रहा है। बीजेपी ने संकल्प-पत्र में ये गारंटी दी है कि ये योजना अगले 5 साल और बढ़ाई जाएगी। NDA सरकार केरला में फिशरीज क्लस्टर्स बनाकर यहां के मछुआरों का जीवन बदलने के लिए काम करेगी।

साथियों,
आज बीजेपी के शासन में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन, LDF-UDF केरला को पीछे धकेल रहे हैं। NDA सरकार केरला और इस क्षेत्र के विकास के लिए जो प्रयास कर रही है, राज्य सरकार उसमें भी बाधा डाल रही है। ये लोग नेशनल हाइवेज के प्रोजेक्ट्स भी रोकना चाहते हैं। क्योंकि, लेफ्ट सरकारों का एक ही कैरक्टर है। चाहे वो त्रिपुरा में हो, बंगाल में थे तब भी ऐसा ही करते थे और केरल में भी जब मौका मिलता है, ऐसा ही करते हैं। लेफ्ट सरकारों का कैरक्टर क्या है- Nothing Left and Nothing Right. यानी, जहां लेफ्ट का शासन हो जाता है, वहां कुछ भी बाकी नहीं रहता और कुछ भी सही नहीं होता। इन्होंने बंगाल को बदहाल बनाया। ये लोग त्रिपुरा में त्रासदी लाए थे। वही काम ये केरला में भी कर रहे हैं।

साथियों,
आज केरला जैसे शांतिप्रिय राज्य में हिंसा-अराजकता आम हो गई है। आज केरला में खुलेआम राजनैतिक हत्याएं कराई जाती हैं। कॉलेज के कैंपस तक असामाजिक तत्वों के अड्डे बन गए हैं। सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले एलिमेंट्स को सरकारी संरक्षण मिलता है। हमारे बच्चे तक सुरक्षित नहीं हैं।

साथियों,
केरला में जनता के पैसे की खुलेआम लूट हो रही है। ये लोग भ्रष्टाचार के नए-नए मॉडल लेकर आते हैं, जनता का every single रुपया लूटना चाहते हैं। करूवन्नूर Co-Operative Bank Scam लेफ्ट की लूट का एक ऐसा उदाहरण है, हर कोई जिससे परेशान है। जिस बैंक में गरीबों ने, मध्यम वर्ग ने अपनी मेहनत के सैकड़ों करोड़ रुपए जमा किए थे, उस बैंक को CPM के लोगों ने पूरी तरह लूटकर कंगाल कर दिया। ये जो गरीबों ने, मध्यम वर्ग बैंक में पैसे रखे थे, क्योंकि घर में बेटी की उम्र बढ़ रही थी, उन्होंने सोचा कि बेटी की शादी करवानी है, बैंक में पैसे जमा कराएं, कुछ ब्याज मिलेगा, पैसे मिलेंगे, और जब शादी का समय आएगा, तो बेटी के काम आएगा। लेकिन इन सीपीएम वालों ने गरीब की बेटी की शादी को भी अनेक संकटों में डाल दिया। मध्यम वर्ग के बच्चों की शादी भी इन्होंने संकट में डाल दिया। गरीबों के खिलाफ ऐसी मिलीभगत का उदाहरण आपको बहुत कम मिलेगा। इस स्कैम की वजह से हजारों परिवारों का जीवन दांव पर लग गया है। अभी मुझे हमारी उम्मीदवार बहन डॉ. सरसू बता रही थी, कुछ दिन पहले टेलीफोन पर उन्होंने समस्या का जिक्र किया था। अब वो कह रही हैं, उनको इतने टेलीफोन आते हैं, और लोग टेलीफोन पर रोते हैं कि कितनी मेहनत के पैसे उनके चले गए। कौन ये पैसे वापस लाएगा। हर कोई शिकायत कर रहा है।

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साथियों,
यहां CPM के मुख्यमंत्री तीन साल से झूठ बोल रहे हैं कि इस कॉपरेटिव स्कैम के पीड़ितों को उनका पैसा वापस मिलेगा। ये ये भी झूठ बोलते हैं कि दोषियों पर कार्रवाई होगी। ये आपका सेवक मोदी है जिसने इस केस की जांच करवाई। अब तक स्कैम करने वालों की करीब 90 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच हो चुकी है। मैं इस बारे में कानूनी सलाह ले रहा हूं कि कैसे जिनके पैसे डूब गए हैं, उन गरीबों को उनका पैसा वापस दिलाया जाए। ये 90 करोड़ रुपया उनको कैसे बांट दूं। बीजेपी सरकार पहले भी देश में 17 हजार करोड़ रुपये ऐसे स्कैम पीड़ितों को वापस दिलवा चुकी है। इसलिए, मैं इस कॉरपेटिव स्कैम के पीड़ितों को भरोसा देता हूं कि उनका पैसा वापस दिलाने में भाजपा और मेरी सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।

साथियों,
कांग्रेस के एक बड़े नेता, जिनको यूपी में अपनी खानदानी सीट पर इज्जत बचाना मुश्किल हो गया है, उन्होंने केरला में अपना नया ठिकाना बना लिया है। चुनाव जीतने के लिए, यहां कांग्रेस ने उस संगठन के पोलिटिकल विंग से बैकडोर समझौता किया है, जिसको देश में देश विरोधी प्रवृत्ति के लिए बैन किया गया है। लेकिन, क्या आपने कभी सुना है, कांग्रेस के इन नेताओं के मुंह से, कभी भी Co-Operative Bank Scam के लिए, कैसे पैसे लूटे हैं। कांग्रेस के ये युवराज केरला के लोगों से वोट तो मांगेगे लेकिन, आपके हक, आपके मुद्दों पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे। केरला के लोगों को LDF-UDF, दोनों से सावधान रहना है। केरला में भले ही कांग्रेस पार्टी लेफ्ट के लोगों को आतंकवादी कहती है, लेकिन, दिल्ली में ये लोग एक साथ बैठकर चुनावी गठजोड़ करते हैं, एक ही थाली में खाते हैं। यहां केरला से बाहर निकलते ही, पड़ोस में तमिलनाडु में ही दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। यहां भाषण देते हैं कि आतंकवादी है, और वहां मिल करके चुनाव लड़ते हैं। और, जो लेफ्ट वाले लोग कांग्रेस पर परिवारवाद के आरोप लगाते थे, अब वो खुद उनसे परिवारवाद के फायदे क्या हैं, इसके टिप्स ले रहे हैं। ये लोग इंडी अलायंस बनाकर साथ आए हैं, क्योंकि ये जानते हैं कि मोदी इनके लूट के सब ठिकानों को ठप्प कर रहा है। इसीलिए, चाहे लेफ्ट हो या कांग्रेस, सबके निशाने पर मोदी ही है। लेकिन, मैं आपको गारंटी देता हूं, बीजेपी और NDA को दिया गया आपका एक-एक वोट गरीब के एक एक पैसे का हिसाब करेगा।

साथियों,
26 अप्रैल, ये केरला के लिए विकास के संकल्प का दिन होगा। केरल के उज्ज्व भविष्य के लिए वोट करने का दिन होगा। मेरी अपील है कि वोटिंग के दिन आप, आलत्तूर से श्रीमती डॉ. टी.एन.सरसू, त्रिशूर से श्री सुरेश गोपी, पोन्नानी से श्रीमती निवेदिता सुब्रह्मणयम, मलप्पुरम से श्री वी.सी.अब्दुल सलाम और, चालाकुडी से एनडीए उम्मीदवार श्री के.ए.उन्नीकृष्णन इन सबको रिकॉर्ड वोटों से जीत दिलाकर मुझे दिल्ली में मदद करने के लिए भेजिए। आप मेरा ये अनुरोध हर घर तक पहुंचाएं, और हर घर ये भी बताएं कि मोदी जी ने हर परिवार को, हर बुजुर्ग को, हर माता को सबको प्रणाम कहा है। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की। दोनों मुट्ठी बंद करके पूरी ताकत से बोलिए... भारत माता की... भारत माता की… भारत माता की…
बहुत-बहुत धन्यवाद!

  • Dheeraj Thakur February 08, 2025

    जय श्री राम ।
  • Dheeraj Thakur February 08, 2025

    जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Pradhuman Singh Tomar June 19, 2024

    BJP 746
  • Dharmendra Singh June 18, 2024

    जय श्रीं राम ||🙏
  • krishangopal sharma Bjp June 11, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
  • krishangopal sharma Bjp June 11, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
  • krishangopal sharma Bjp June 11, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।