The entire nation witnessed the lawlessness and violence that were unleashed by the TMC hooligans in Kolkata last night: PM Modi
The more violence and brutality Mamata Didi thrusts upon BJP karyakartas, the stronger their resolve becomes to defeat her with their votes: PM Modi in Bengal
Our top priority after these elections will be to strengthen border security in Bengal with the help of modern fencing technologies: Prime Minister Modi 

 

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय

सबसे पहले मैं भाजपा के और पश्चिम बंगाल के उन साथियों के परिवारों को और उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं जिनकी पिछले कुछ कार्यकाल में टीएमसी के गुंडों ने हत्या की है, और जो घायल हैं मैं उनके जल्द ही स्वास्थ्य होने की कामना करता हूं। साथियो, मैं आपको ये भी विश्वास दिलाता हूं कि लोकतंत्र के लिए आपका ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

भाइयो-बहनो, प. बंगाल में गणतंत्र को फिर से स्थापित करने के लिए आपका हौसला आपकी इच्छा शक्ति पूरा देश बड़े आदर के साथ देख रहा है। दीदी के गुंडे, गोलियां और बम लेकर के विनाश करने पर उतर गए हैं। लेकिन लोकतंत्र के प्रति आपकी श्रद्धा को लेकर के बंगाल के मेरे भाई बहन डटकर के खड़े हैं। आपका यही हौसला यही जोश ममता दीदी की इस अत्याचारी सत्ता को एक न एक दिन जड़ से उखाड़ देगा। साथियो, कल कोलकाता की तस्वीरें पूरे देश ने देखी है। आज पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है। भाइयो-बहनो, प. बंगाल में बीजेपी की लहर से ये दीदी घबरा गई है, और घबराई हुई दीदी किस स्तर पर उतर आई है ये भी देश और दुनिया देख रही है। ममता दीदी ने दो दिन पहले ही ऐलान किया था और उन्होंने कहा था कि वो इंच इंच का बदला लेगी। ये उन्होंने सार्वजनिक रुप से घोषित किया था, और उन्होंने अपना दो एजेंडा घोषित किया था उसको देखिए 24 घंटे के भीतर ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई अमित शाह जी पर हमला करवा दिया। उनके रोड शो पर हमला कर के हिंसा फैला कर डराने की भरसक कोशिश की गई। हिंसा के बाद दीदी आप और आपके दरबारी जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं उसकी पोल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने ही खोलनी शुरू कर दी है। दीदी जिस लोकतंत्र ने आपको इतने मान से इतने सम्मान से इतने भरोसे से मुख्यमंत्री का पद दिया था।

आज सत्ता के नशे में दीदी आप उसी लोकतंत्र का गला घोंटने पर उतारु है। दीदी अरे सत्ता तो सेवा का माध्यम होती है। आप सत्ता और  जनता को अपना गुलाम समझने की भूल कर रही हो। दीदी जनता को धोखा आप दो, चिटफंड के नाम पर गरीब के पैसे लूटो आप ही लूटो। भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरने पर बैठे, आप खुद जाकर बैठो, और जब प. बंगाल की जनता आपसे हिसाब मांगे तो आप गालियां देने पर उतर आई, धमकियां देने लगी। हिंसा, आगजनी कराने लगी। लेकिन क्या लगता है आपको आपकी गाली और धमकियों से मोदी डर जाएगा। ममता दीदी आसानी से डिगने वालों में ये मोदी नहीं है। आपको ये पता नहीं है कि मोदी का रक्षा कवच 130 करोड़ देशवासी है। मेरे लिए तो देश के ये करोड़ों साथी ही अपने हैं। मैं उनके लिए ही मैदान में हूं, और इसलिए दीदी आपकी गालियां और धमकियों का असर मुझ पर नहीं होता है। साथियो, आज दीदी अपनी ही परछाई से डर रही है कांप रही है बौखलाई हुई हैं। क्योंकि इस बार उनकी जमीन खिसक गई है। आज बंगाल के चप्पे-चप्पे से एक ही आवाज आ रही है। 2019 में ही दीदी का पत्ता साफ होने जा रहा है।

और भाइयो-बहनो, प. बंगाल में दीदी जिस तरह भड़की हुई है। हिंसा कर रही है। उसने एक और बात स्पष्ट कर दी है। प. बंगाल के लोगों के आशीर्वाद से इस बार देश में भाजपा अकले अपने दम पर और दीदी ये मेरे शब्द लिखकर के रखो। पांचवे-छठे चरण के मतदान में ही जितने सर्वे आए हैं जितने ओपिनियन आए हैं। भाजपा को अकेली भाजपा को पूर्ण बहुमत देने की देश भर से आवाज उठी है। लेकिन दीदी आपकी बौखलाहट देखकर के और बंगाल का जन समर्थन देखकर के आज मैं बंगाल की धरती पर से कह रहा हूं कि अब बंगाल हमें पूर्ण बहुमत से आगे 300 सीटों से पार करवा के रहेगा।

यानी बीजेपी 300 सीट पार कर जाएगी और बंगाल इसमें बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है। और आप ये भी अंदाजा लगा सकते हैं कि जब अकेली बीजेपी 300 पार कर लिए तो फिर एनडीए को तो और भी ज्यादा सीट मिलने जा रही है। साथियो, दीदी को लगता था कि वो यहां के लोगों को धोखा देकर डराकर धमका कर इसी तरह राज करती रहेगी। लेकिन जिस धरती में राम कृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, रबीन्द्रनाथ टैगोर, श्री अरविंदो, नेता जी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान लोगों के संस्कार हो वहां के लोग दीदी का ये बर्ताव आगे बर्दाश्त करने वाले नहीं है। इसलिए बंगाल ने बंगाल के लोगों ने मन बना लिया है कि अब दीदी से मुक्ति पानी है। दीदी को सत्ता में नहीं रहने देना है। भाइयो-बहनो, राजपाठ छीनने के डर से दीदी अगर भड़केगी नहीं तो और क्या करेगी। साथियो, बीते चार पांच दिन में दीदी ने अपना वो स्वरुप दिखा दिया है। जिसके गवाह दिल्ली में बैठे उनके दरबारी भी रहे हैं।

साथियो, चार पांच साल पहले टीवी पर एक कार्यक्रम में जब कोलकाता में बंगाल की बिटिया ममता दीदी से कुछ सवाल पूछ बैठी और दीदी ऐसे भड़क गईं। वो टीवी पर वायरल हुआ था, सोशल मीडिया पर अभी भी चल रहा है। ये उनका अहंकार आज नहीं तीन चार साल पहले भी भड़क गया था। उनको इतना ज्यादा गुस्सा आया था उस टीवी इंटरव्यू में कि ममता दीदी माइक पटककर उन कॉलेज की दो बेटियों को अनाप-शनाप गालियां देकर के वो वहां से भाग गई थी। अब फिर दीदी ने बंगाल की एक बेटी के साथ ऐसा ही गुस्सा दिखाया, गुस्सा भी ऐसा उस बेटी को ही ममता दीदी ने जेल में डाल दिया। दीदी अपने अहंकार में आप क्या क्या कर रही हैं। जिसने भगवान का नाम लिया उसको भी जेल में डाल दिया। यहां भाजपा नेताओं को रैली नहीं करने दी जा रही। वोटरों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। उम्मीदवारों पर हमले किए जा रहे हैं। यहां तक की नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र को भी आपके गुंडों ने नहीं छोड़ा। दीदी आप बंगाल को किस युग में ले जाने पर तुली हुई हैं। मुझे याद आ रहा है कि ऐसा ही कुछ इमरजेंसी के बाद जब चुनाव हुआ था तब हुआ था। लोगों को वोट देने से ऐसे ही रोका गया था। ममता दीदी आप बंगाल को इमरजेंसी के उस दौर में ले आई हो। और दीदी मेरे शब्द लिखकर के रखिए, ये आपका दमन बीजेपी के कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं है, ये तुम्हारी लड़ाई ये बंगाल की जनता के खिलाफ तुमने छेड़ी है। और बंगाल की जनता चुपचाप कमल छाप दबाकर तुम्हें सीख देने वाली है।

लेकिन मत भूलिए ये 21वीं सदी का भारत है अगर प. बंगाल की जनता आपको सातवें आसमान पर बैठा सकती है तो यही जनता वापस जमीन पर ला भी सकती है। ये लोकतंत्र है याद रखिएगा दीदी ये मेरे शब्द याद रखिएगा। जिन बेटियों को आप जेल में डालने का कम कर रही है, वहीं बेटियां अब आपको सजा देने वाली है, आपको सबक सिखाने वाली है। ममता दीदी ये भूमि मां दुर्गा की है, मां सरस्वती की है।आपने बेटियों का अपमान करके मां का भी अपमान किया है। सिर्फ एक तस्वीर के लिए इतना गुस्सा, दीदी आप तो खुद आर्टिस्ट हो पेंटिग करती हो। कहते हैं आप तो चित्रकार भी हैं। और सुना है नारदा, शारदा का नाम जपते हुए आपकी पेंटिग्स करोडों रुपये में बिका करती हैं। आज इस मंच से बंगाल की धरती से दीदी मैं आपसे आग्रह करूंगा आपका गुस्सा ठंडा करने के लिए, आप तो आर्टिस्ट है, पेंटर हैं, आप भद्दे से भद्दा गंदे से गंदा आप मेरा एक चित्र बनाइए। आप जरूर बनाइए, और 23 मई के बाद मेरा फिर से प्रधानमंत्री का शपथ होने के बाद आप मेरे निवास स्थान पर आइए और मुझे वो भद्दे से भद्दी तस्वीर जो आपने मेरी बनाई है वो मुझे भेंट कीजिए, मैं प्यार से स्वीकार करुंगा और जिंदगी भर मेरे पास रखूंगा। मैं आप पर एफआईआर नहीं करुंगा। क्या कर रही हो दीदी।

भाइयो-बहनो, दीदी प.बंगाल के विकास की नहीं बल्कि सिर्फ अपने बोट बैंक के बारे में सोच रही है। अपनी कुर्सी की चिंता कर रही है। उनको लगता है कि उनका टोलाबाजी गैंग, उन का घुसपैठिया गैंग ऐसे ही फलता फूलता रहेगा। उनको लगता है कि तस्करी और तस्करों से उनकी पार्टी का खजाना बढ़ता रहेगा। लेकिन दीदी का ये सपना टूटने वाला है। 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सराकर। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार आएगी तब हम घुसपैठियों की पहचान का कम तेज करेंगे। जो अवैध तरीके से प. बंगाल के लोगों के हक का खा रहे हैं उनकी पहचान की जाएगी। लेकिन भाइयो-बहनो, हमारे वो साथी जो भारत माता की जय बोलते हैं, जिनके लिए भारत ही एक मात्र उम्मीद है, उनके लिए नागरिकता का प्रबंध भी साथ साथ हम ही करने वाले हैं। उनको भारत सरकार की हर योजना का समय पर और सही लाभ मिल पाए ये इंतजाम किया जाएगा। ऐसे व्यवस्था की जाएगी कि टीएमसी के टोलाबाजों और सिंडिकेट के सामने उनको मजबूर रहना न पड़े। साथियो, देश की सुरक्षा को लेकर दीदी का क्या रवैया है, ये आपने भी देखा है। सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक के बाद अपने ही सपूतों पर सवाल उठाने वाले दीदी को सबक सिखाना जरूरी है। देश के हितों के खिलाफ जाकर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाने वाली दीदी को सबक सिखाना जरूरी है।

और भाइयो-बहनो, दीदी ने तो इतनी हद कर दी है, इतना मानसिक संतुलन खो दिया है वो कहती है मैं भारत के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने के लिए ही तैयार नहीं है। वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने को तैयार है, हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं। दीदी क्या हाल हो गया है आपका? क्या ऐसी दीदी को माफ करते सकते हैं क्या? माफ कर सकते हैं? सजा दोगे? जमकर के सजा दोगे ? भाइयो-बहनो, आपको निडर होकर वोट देने के लिए घर से निकलना होगा। कमल छाप पर आपका वोट घुसपैठियों से मुक्ति सुनिश्चित करेगा। कमल छाप आपका एक वोट गाय के तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। आपका कमल को मिला एक वोट चिट फंड के गोरखधंधों में शामिल हर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करेगा।

आपका एक वोट 2022 तक प. बंगाल के हर गरीब को अपना पक्का घर सुनिश्चित करेगा। आपका एक वोट हर किसान के बैंक खाते में वर्ष में तीन बार सीधी मदद सुनिश्चित करेगा। आपका कमल को मिला एक वोट दिल्ली में एक मजबूत सरकार सुनिश्चित करेगा। जो आपके हित में कड़े और बड़े फैसले ले पाएगी। साथियो, 19 मई को हर बूथ पर आपको भारी संख्या में पहुंचाना है। और एक ही काम करना है चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कलम छाप, चुपचाप कमल छाप, दूसरा नारा बोलवाता हूं। बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ, बूथ-बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ, चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप, बूथ बूथ से टीएसपी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ। आपका हर वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप इतनी बड़ी तादाद में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए

भारत माता की जय, भारत माता की जय

बहुत बहुत धन्यवाद      

 

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Modi blends diplomacy with India’s cultural showcase

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।