To protect Jharkhand's identity, a BJP government is necessary: PM Modi in Gumla

Published By : Admin | November 10, 2024 | 16:21 IST
QuoteTo stop infiltration, for employment of the youth, to save the identity of Jharkhand, women's safety, BJP government is required: PM Modi in Gumla
QuoteBJP made Jharkhand the centre of big schemes. Earlier, schemes were started from Delhi, now many schemes have been started from Jharkhand: PM Modi

जोहार,

झारखंड के हमरे आदिवासी-सदान भाई-बहिन// माय मन के जोहार ! जय श्री राम !

इस धरती पर माता अंजना का, वीर बजरंग बली का आशीर्वाद है। मुझे यहां आप सभी जनता-जनार्दन के दर्शन का सौभाग्य मिला है।

साथियों,

इस चुनाव में मुझे जहां-जहां जाने का अवसर मिला है। हर रैली पहले वाली रैली के रिकॉर्ड तोड़ देती है। यहां मेरी नजर जहां-जहां पहुंच रही है, लोग ही लोग हैं। और इन्होंने वहां पर सीमा का एक कर्टन बनाया है, उसके पीछे इतने ही लोग हैं। शायद उन तक मेरी आवाज भी नहीं पहुंचती होगी। इसके बावजूद इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए हैं। ये साफ-साफ बताता है, हवा का रुख क्या है। मैं आपसे झारखंड में भाजपा-NDA सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। और मैं देख रहा हूं, यहां हर तरफ, पूरे झारखंड के हर कोने में माता हो, बहन हो, नौजवान हो, किसान हो, मजदूर हो, गांव से हो, शहर से हो, एक ही आवाज है- रोटी-बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार। रोटी-बेटी और माटी की पुकार...रोटी-बेटी और माटी की पुकार...। झारखंड में घुसपैठ रोकने के लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए। झारखंड की पहचान को बचाने के लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए। नौजवानों को नौकरी मिले, महिलाओं को सुरक्षा मिले, इसके लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए।

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साथियों,

आज आदिवासी, ओबीसी और दलितों की पहली पसंद भाजपा है, NDA है। जब अटल जी के नेतृत्व में दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी तो हमने झारखंड और छत्तीसगढ़ नए राज्य बनाए। हमने जनजातीय समाज के लिए अलग मंत्रालय बनाया। 2014 में जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तबसे अनेक ऐतिहासिक काम आपके कल्याण के लिए, आपके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए हम करते रहे हैं। (मैं यहां देख रहा हूं एक छोटा सा बच्चा बढ़िया सा चित्र बनाकर लाया है, और कब से उसके हाथ ऊपर हैं। और देखिए, दो-तीन बेटियां बहुत बढ़िया-बढ़िया चीजें बनाकर लाई है। मैं जरा सिक्योरिटी...अच्छा देखिए बच्चा एक काम करेंगे मेरा, पीछे अपना नाम-पता लिख दीजिए, मैं आपको चिट्ठी लिखूंगा। इसके पीछे अपना नाम-पता लिख दीजिए। मैं इस पर जरूर आपको चिट्ठी लिखूंगा। आप इतने प्यार से इतने बढ़िया-बढ़िया चित्र बना कर के लाए हैं, संदेश लिख कर के लाए हैं। मैं इसके लिए आपका बहुत आभारी हूं। और मेरी तरफ से आपको बहुत-बहुत आशीर्वाद देता हूं। नाम-पता लिख देना बेटे। बोलिए... भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।)

झारखंड के मेरे भाई-बहनों,

ये हमारी सरकार है, जिसने धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। इस बार तो उनकी डेढ़ सौवीं जन्मजयंति है। 15 नवंबर से आने वाले एक साल तक हम देश के हर कोने में इसे जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने जा रहे हैं। हमने यहां की संतान, परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट इक्का जी के नाम पर अंडमान में एक द्वीप का भी नाम रखा है। आज पूरी दुनिया से लोग वहां जाते हैं, तो अल्बर्ट इक्का जी के शौर्य को नमन करते हैं।

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साथियों,

राजनीति में आने से पहले मेरे जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा मेरे आदिवासी भाई-बहनों के बीच गुजरा। आदिवासी भाई-बहनों की प्रतिभा, उनके परिश्रम, उनकी ईमानदारी, उनके नेतृत्व की क्षमता इसे मैं भलीभांति जानता हूं, मैं इसका कायल रहा हूं। यही वजह है कि आज भाजपा की सरकारों में बड़ी संख्या में आदिवासी मंत्री हैं। देश के अनेक राज्यों में राज्यपाल मेरे आदिवासी भाई-बहन हैं। सबसे बड़ी बात भाजपा-एनडीए ने ही द्रौपदी मुर्मू जी को देश की राष्ट्रपति बनाया है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना है कि कांग्रेस का द्रौपदी मुर्मू जी के साथ कैसा व्यवहार रहा है। कांग्रेस ने आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति चुनाव में हराने के लिए पूरा दम लगा दिया। आज भी कांग्रेस के लोग माननीय राष्ट्रपति जी का अपमान करने से बाज नहीं आते। सच्चाई यही है कि कांग्रेस और उसके साथी आदिवासी संतानों को ऊंचाई पर देख ही नहीं सकते। यहां झारखंड में अभी जो हमारे चंपई सोरेन जी के साथ किया गया वो भी इसी कांग्रेसी सोच का नतीजा है।

साथियों,

JMM-कांग्रेस ने झारखंड को हमेशा पिछड़ा रखा। लेकिन भाजपा-NDA ने झारखंड को देश के विकास से जुड़ी बड़ी-बड़ी योजनाओं का केंद्र बनाया। पहले दिल्ली से योजनाओं की शुरुआत होती थी। हमने झारखंड की भूमि से, धरती आबा की भूमि से देश के लिए अनेक बड़ी-बड़ी योजनाओं की शुरुआत की। हमने झारखंड में बिना गारंटी के ऋण देने वाली मुद्रा योजना, दिल्ली से नहीं दुमका से शुरु की थी। हमने 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान योजना दिल्ली से नहीं बल्कि झारखंड से लॉन्च की। अब तो हमने हर परिवार के 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों का भी मुफ्त इलाज शुरु कर दिया है। और मैं आप सबको कहता हूं आप किसी भी समाज में पैदा हुए हों, कितनी ही आय हो, शहर के हों, गांव के हों, आपके परिवार में 70 साल से ऊपर के जो भी लोग हैं, आपके माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी अगर उनको इलाज की जरूरत पड़े, आपको खर्च करने की चिंता नहीं रहेगी। यह उनका बेटा दिल्ली में बैठा है, वह करेगा।

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साथियों,

पिछले साल 15 नवंबर को मैं धरती आबा बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू गया था। मैं देश का पहला प्रधानमंत्री हूं जिसको ये अवसर मिला है। वहां हमने एक बहुत बड़ी योजना, पीएम जनमन अभियान की शुरुआत की। ये अबूझमाड़िया, बैगा, बिरहोर, कमार, पहाड़ी कोरवा, भुंजिया, पंडो… ऐसी छोटे-छोटे समूह वाली जनजातियों के विकास के लिए है, जो सबसे पिछड़ी हुई हैं। किसी ने उनकी तरफ देखा नहीं। जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, मोदी उनको पूजता है। पिछले महीने ही मैं हज़ारीबाग भी आया था। वहां से मैंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत की। इससे गुमला-लोहरदगा-सिमडेगा सहित, देशभर के 60 हज़ार से अधिक गांवों का कायाकल्प होने वाला है। इन आदिवासी गांवों में भाजपा सरकार करीब 80 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। कहीं किसी को पक्का आवास मिलेगा, गांव की सड़कें अच्छी होंगी, नालियां बनेंगी, नहरें बनेंगी, अच्छे स्कूल-अस्पताल बनेंगे। यहां के बच्चों के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनेंगे। ये आपके बच्चों का भविष्य बनाएंगी, आपका भी भविष्य बनाएंगी।

साथियों,

भाजपा-NDA की सरकार, सबका साथ-सबका विकास के मूलमंत्र पर चल रही है। इसी रास्ते पर चलकर, झारखंड विकसित होगा, भारत भी विकसित होगा। लेकिन JMM-कांग्रेस के इरादे कुछ अलग हैं। कांग्रेस जानती है कि आदिवासी-ओबीसी-दलित बाहुल्य वाले राज्यों में वो इसलिए खत्म हो गई क्योंकि वहां ये समाज एकजुट हो गया। इसलिए कांग्रेस का शाही परिवार हमारे दलित समाज में, हमारे SC समाज की एकता को, हमारे आदिवासी समाज, हमारे ST समाज की एकता को, हमारा OBC समाज, हमारे OBC समाज की एकता को तोड़ना चाहता है। ये लोग SC/ST/OBC को मिला आरक्षण छीनना चाहते हैं। इस क्षेत्र में देखिए, हमारे आदिवासी समाज में कितनी ही जातियां हैं, यहां उरांव, धनगर हैं... मुंडा, पातर है... लोहरा हैं... खड़िया जनजातियां हैं... चिक बराइक हैं... महली हैं... असुर, अगड़िया हैं... नगेसिया-किसान हैं... खरवार हैं... कोरवा हैं... ऐसे दर्जनों छोटे बड़े आदिवासी समाज यहां रहते हैं। इनकी आवाज़ में तभी दम रहेगा, जब ये ST के रूप में, आदिवासी के रूप में एकजुट रहेंगे। लेकिन कांग्रेस चाहती है उरांव, मुंडा से लड़े और कमजोर हो जाएं। कांग्रेस-JMM, लोहरा को खड़िया से लड़ाना चाहती है। ये लोग, चिक बराइक और महली को आपस में लड़ाना चाहते हैं। असुर को नगेसिया से लड़ाना चाहते हैं। तो खरवार की लड़ाई कोरवा से करवाना चाहते हैं। ये कांग्रेस का एजेंडा है, ताकि आदिवासी समाज की सामूहिक ताकत खत्म हो जाए। सब जातियों में बिखर जाए, टुकड़े-टुकड़े हो जाए। आप मुझे बताइए साथियों, आप जातियों में टूटेंगे, तो आदिवासियों की ताकत कम होगी कि नहीं होगी? जरा हाथ ऊपर करके ताकत से बताइए, कम होगी कि नहीं होगी? कम होगी कि नहीं होगी? कम होने देंगे? कम होने देंगे? और इसीलिए, मैं कहता हूं- एक हैं तो सेफ हैं। एक रहेंगे तो... एक रहेंगे तो... एक रहेंगे तो...।

साथियों,

JMM-कांग्रेस को आप लोगों के सुख और सुविधा से कोई लेना-देना नहीं हैं। ये अपनी ही तिजोरियां भरने में मस्त हैं। आपने तो कांग्रेस के, JMM के नेताओं, मंत्रियों के नोटों के पहाड़ देखे हैं। मैं प्रधानमंत्री बन गया ना, मैं मुख्यमंत्री भी था लेकिन मेरी जिंदगी में मैंने कभी अपनी आंखों से नोटों के इतने बड़े पहाड़ नहीं देखे थे। मैंने पहली बार टीवी पे इतना बड़ा नोटों का पहाड़ देखे और यह भी चोरी का माल, लूट का माल, आपका पैसा, झारखंड के गरीबों का पैसा। इतने नोट निकले, इतने नोट निकले कि मशीनें भी गिनते-गिनते थक गईं। मेरे भाई-बहन यह पैसा आपका पैसा है, इसके मालिक आप हैं। और मोदी आपके पैसों को लूटने नहीं देगा। जिन्होंने लूटा है उन्हें लौटाना पड़ेगा ही। और खुद की जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ेगी। कांग्रेस-JMM वाले झारखंड में नदी, नाला, पहाड़, सबकुछ बेचने में जुटे हैं। JMM-कांग्रेस के नेताओं ने तो बालू की तस्करी करके, अपने महल खड़े कर दिए हैं। ये लोग तो जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र में भी घूस ले रहे हैं। क्या ऐसे लोगों को माफ करोगे भाई? कोई माफ करेगा क्या? इन्होंने आपका जो पानी का नल लगना था, वो भी लूट लिया। मैंने मेरे देश के गरीब लोगों के लिए मुफ्त चावल की योजना शुरु की। इन्होंने गरीबों के राशन में भी घोटाला कर दिया। और आपकी थाली में से आपके बच्चों की थाली में से चावल चुरा लिया मेरे भाई-बहन। ऐसे लोग है जो चावल चुरा गए हैं। JMM-कांग्रेस ने राशन लूटा, पानी लूटा, बालू लूटा, कोयला लूटा... रोटी-बेटी-माटी हर चीज़ को, जीवन के हर पहलू को इन्होंने तबाह कर दिया है।

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साथियों,

JMM-कांग्रेस के इस भ्रष्टतंत्र का सबसे ज्यादा नुकसान, यहां बहुत बड़ी मात्रा में मेरे नौजवान, मैं देख रहा हूं ये नौजवानों का नुकसान, ये जेएमएम कांग्रेस वालों ने सबसे ज्यादा किया है। बीते 5 साल में झारखंड में कोई ऐसा एक्जाम नहीं, कोई ऐसा पेपर नहीं है, जो लीक नहीं हुआ है। ऐसी कोई सरकारी भर्ती नहीं है, जिसमें धांधली ना हुई हो। लेकिन झारखंड के मेरे नौजवान साथियों, आप आश्वस्त रहिए। मोदी बैठा है। भाजपा-NDA सरकार इनके हर भ्रष्टाचार का हिसाब चुकता करेगी।

साथियों,

भाजपा-NDA की सरकार ने बीते 10 सालों में छोटे किसानों को सबसे अधिक प्राथमिकता दी है। आज़ादी के इतिहास में पहली बार किसानों के खाते में सीधा पैसा पहुंचा है। गुमला के किसानों के खाते में ही, पीएम किसान सम्मान निधि के करीब-करीब 500 करोड़ पहुंचे हैं। साथियों, ये हमारे झारखंड में तो रागी, रागी का उत्पादन, रागी जैसा श्रीअन्न उगाया जाता है। आने वाला समय रागी किसानों के लिए अनेक अवसर लेकर के आ रहा है। हम श्रीअन्न के रूप में पूरी दुनिया में रागी की उपज को पहुंचाने जा रहे हैं। और आपको खुशी होगी, मेरी पिछली जब सरकार थी तो अमेरिका के राष्ट्रपति जी ने वाइट हाउस में भोजन रखा था और मुझे निमंत्रण दिया था। पूरे अमेरिका के बड़े-बड़े दिग्गज लोग वहां थे और खाने में क्या परोसा आपको मालूम है। खाने में यह हमारी रागी परोसी गई थी रागी। हमारे देश का मोटा अनाज जिसको कहते हैं वो श्रीअन्न परोसा गया था। झारखंड भाजपा ने किसानों के लिए जो घोषणाएं की है वह बहुत ही प्रशंसनीय है और इसलिए मैं झारखंड बीजेपी के नेताओं को बधाई देता हूं आपके निर्णय के लिए। कुछ समय पहले ही उड़ीसा में भाजपा सरकार बनी है। एक हमारा आदिवासी भाई वहां मुख्यमंत्री बना है। वहां हमने धान किसानों और आदिवासियों की वन उपज को लेकर जो घोषणाएं की थी वह सारी घोषणाएं इतने कम समय में हमने पूरी कर दी, वादा निभा दिया दोस्तों। 23 नवंबर के बाद झारखंड में भी भाजपा-एनडीए सरकार सभी गारंटी को पूरा करेगी, यह मेरी गारंटी है।

साथियों,

भारत तभी विकसित होगा जब हमारी नारी शक्ति विकसित होगी। नारी शक्ति का विकास होगा। यही बात झारखंड की माताओं-बहनों-बेटियों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। हमने देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का बहुत बड़ा अभियान शुरु किया है। पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि कोई बहन-बेटी-मां लखपति बन जाए। मोदी सोचता है। मेरे गांव की तीन करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बने यह मेरा सपना है। और मुझे खुशी है कि जब से मैंने अभियान शुरू किया है एक करोड़ ऐसी लखपति दीदी हम बना चुके हैं जो हर वर्ष एक लाख रुप से ज्यादा कमाती है। और मुझे खुशी है कि इनमें मेरे झारखंड की भी अनेक बहनें हैं। इन बहनों के समूहों को भाजपा एनडीए सरकार अलग-अलग काम के लिए पैसा दे रही है। हमारे इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए झारखंड भाजपा ने भी गोगो दीदी योजना, गोगो दीदी योजना इसका ऐलान किया है। गोगो दीदी योजना के तहत हर महीने बहनों के खाते में हजारों रुपए जमा होने वाले हैं।

साथियों,

झारखंड देशभक्तों की भूमि है। आज़ादी की लड़ाई से लेकर आज सीमा पर देश की सुरक्षा तक, झारखंड के वीर-वीरांगनाओं ने अग्रणी भूमिका निभाई है। ये शहीद अल्बर्ट इक्का, तेलंगा खड़िया, बख्तर साय और मुंडल सिंह जैसे महापुरुषों की धरती है। ऐसी प्रेरणाओं से भरा झारखंड 25 साल का हो रहा है। अगले 5 वर्षों में हमें आने वाले 25 साल की नींव मजबूत करनी है। इसके लिए यहां भाजपा-NDA की मज़बूत और स्थिर सरकार ज़रूरी है। भाजपा-आजसू-JDU-LJP के सभी उम्मीदवारों को विजयी बनाना है। आपका एक-एक वोट, विकसित झारखंड-विकसित भारत के निर्माण को गति देगा। मैं फिर एक बार आपसे एक प्रार्थना करना चाहता हूं। मेरा काम करेंगे? हाथ ऊपर करके बताएंगे करेंगे? पक्का करेंगे? देखिए, यह मोदी तो दिल्ली में रहता है लेकिन मेरे लिए तो आप सब मोदी हैं तो मेरा एक काम करोगे? बताइए फिर से करोगे? देखिए इस चुनाव में आप जहां भी जाएं मोहल्ले में जाएं, बूथ में जाएं, गांव में जाएं, गली में जाएं, कहीं पर भी आपको कोई परिवार झोपड़ी में रहता है या कोई परिवार कच्चे घर में रहता है तो उसका नाम-पता लिख लीजिए और वह मुझे भेज दीजिए। और उस परिवार को कह देना कि मोदी ने मुझे मोदी बनाया है। अब तुझे पक्का घर मिलेगा मैं मोदी की तरफ से वादा करके आता हूं। करेंगे? आप वादा करेंगे ना मैं निभाऊंगा आपको कहता हूं क्योंकि मेरे लिए आप ही मोदी हैं। मुझे झारखंड में हर परिवार को पक्का घर देना है जिसके पास पक्का घर नहीं है। आप मेरी मदद करेंगे? मुझे बताइए, झारखंड में गरीब को पक्का घर मिलेगा तो पुण्य मिलेगा कि नहीं मिलेगा? यह पुण्य किसको मिलेगा? किसको मिलेगा? अरे मोदी को नहीं वो पुण्य आपको मिलेगा। आपके वोट की ताकत है कि मोदी आज गरीबों को घर दे पा रहा है और इसलिए इस पुण्य के अधिकारी आप हैं। साथियों, एक बार फिर आज इतनी बड़ी तादाद में आप हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की,

भारत माता की,

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • Dheeraj Thakur March 05, 2025

    जय श्री राम जय श्री राम
  • Dheeraj Thakur March 05, 2025

    जय श्री राम
  • Vishal Seth December 17, 2024

    जय श्री राम
  • Karishn singh Rajpurohit December 12, 2024

    जय श्री राम 🚩 वंदे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • DEBASHIS ROY December 05, 2024

    🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
  • DEBASHIS ROY December 05, 2024

    joy hind joy bharat
  • DEBASHIS ROY December 05, 2024

    bharat mata ki joy
  • கார்த்திக் December 04, 2024

    🌺ஜெய் ஸ்ரீ ராம்🌺जय श्री राम🌺જય શ્રી રામ🌺 🌺ಜೈ ಶ್ರೀ ರಾಮ್🌺ଜୟ ଶ୍ରୀ ରାମ🌺Jai Shri Ram 🌺🌺 🌺জয় শ্ৰী ৰাম🌺ജയ് ശ്രീറാം 🌺 జై శ్రీ రామ్ 🌺🌹
  • शिवानन्द राजभर December 03, 2024

    एक भारत श्रेष्ठ भारत
  • ram Sagar pandey December 02, 2024

    🌹🙏🏻🌹जय श्रीराम🙏💐🌹जय श्रीकृष्णा राधे राधे 🌹🙏🏻🌹जय माता दी 🚩🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹जय श्रीराम 🙏💐🌹
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78ਵੇਂ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਦਿਵਸ ਦੇ ਅਵਸਰ ‘ਤੇ ਲਾਲ ਕਿਲੇ ਦੀ ਫਸੀਲ ਤੋਂ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ, ਸ਼੍ਰੀ ਨਰੇਂਦਰ ਮੋਦੀ ਦੇ ਸੰਬੋਧਨ ਦਾ ਮੂਲ-ਪਾਠ

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"Huge opportunity": Japan delegation meets PM Modi, expressing their eagerness to invest in India
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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।