ଯଦି ଆପଣ ୧୦ ଘଣ୍ଟା କାମ କରନ୍ତି ତେବେ ମୁଁ ୧୮ ଘଣ୍ଟା କାମ କରିବି ଏବଂ ୧୪୦ କୋଟି ଭାରତୀୟଙ୍କୁ ଏହା ମୋଦୀଙ୍କ ଗ୍ୟାରେଣ୍ଟି: ପ୍ରତାପଗଡ଼ରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

बेल्हा माई और बाबा घुइसरनाथ के पावन धरती प्रतापगढ़ के हम प्रणाम करे आज इहां आये हई। यहां एक तरफ अयोध्या है, एक तरफ काशी, एक तरफ प्रयागराज है यानी, प्रतापगढ़ के आशीर्वाद में सब तीर्थों के आशीर्वाद शामिल हैं और प्रतापगढ़ के नाम में ही प्रताप ही प्रताप है। ये वीरों और बलिदानियों की धरती है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं, आज जब हमारे भारत का प्रताप दुनिया देख रही है। आज जब दुनिया में भारत का डंका बजता है, भारत G-20 जैसे बड़े आयोजन बड़ी सफलता और गर्व के साथ करवाता है, भारत अपने तिरंगे की छाप चंद्रमा पर छोड़ता है, मैं आपसे पूछना चाहता हूं जब सारी बातें आप जानते हैं तो आप सबको गर्व होता है क्या? इन सफलताओं से आपको गर्व होता है क्या? यानी सब बतायेंगे तो पता चलेगा कि मेरी आवाज पहुंच रही है, आपको गर्व होता है, क्या 10 साल पहले आप ऐसी सफलता की कल्पना भी कर सकते थे क्या? तब हजारों करोड़ के घोटाले इसके सिवाय कभी और कोई खबर आती थी क्या? ये बदलाव ऐसे ही नहीं हुआ है। 10 साल पहले जो असंभव था वो आज संभव हुआ है, कैसे? ये सब बदलाव कैसे आया? ये बदलाव कैसे आया? आपका जवाब पूरी तरह गलत है। ये बदलाव, ये सफलता मोदी के कारण नहीं ये आपके एक वोट के कारण हुआ है, ये आपके वोट की ताकत है कि आज दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है, ये आपके वोट की ताकत है कि चंद्रमा पर शिव शक्ति प्वाइंट जड़ दिया गया है और इसलिए पूरा देश कह रहा है इस सरकार का तीसरा कार्यकाल होगा और दमदार।

लेकिन साथियों,

इंडी गठबंधन वाले देश से भाजपा-एनडीए की स्थिर सरकार हटाना चाहते हैं और इनके पास सरकार चलाने का क्या फॉर्मूला है? इनका फॉर्मूला है- 5 साल में 5 पार्टियों के 5 PM बनायेंगे। यानी हर साल एक नया पीएम। ये चाहते हैं कि भानुमती का कुनबा जोड़ने वालों को लूट का बराबर मौका मिले। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं क्या आपको 5 साल में पांच पीएम मंजूर है? क्या ये पांच पीएम देश को चला सकते हैं? क्या देश को बर्बाद करेंगे कि नहीं करेंगे?

साथियों,

एक बार किसी एक छोटे व्यापारी को अपने यहां काम करने के लिए एक सहायक की जरूरत थी तो उसने अपने आसपास पड़ोस वालों को कहा कि भाई 22- 25 साल का कोई नौजवान मुझे मिल जाये तो मेरे कारोबार में जरा मदद हो जाये और मैं उसको ठीक तनख्वाह भी दे दूंगा तो किसी को पता चला वो पहुंच गये कि हां 24 साल का आपका जो क्राइटेरिया है, वो मैं पूरा कर दूंगा तो उन्होंने कहा ठीक है आपके बेटे को लेकर आइये तो उसने क्या किया 12- 12 साल के दो बच्चों को लेकर के आ गया, बोले 12- 12 वाले दो हैं, 24 हो गए रख लीजिये, कोई रखेगा क्या? कोई रखेगा क्या? ये कह रहे हैं पांच साल के लिए पांच पीएम रख लो।
साथियों
इंडी गठबंधन में वही लोग हैं, जो सेना के शौर्य पर सवाल उठाते हैं। इनके एजेंडे क्या हैं? ये कह रहे हैं कि ये कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 लगा देंगे। ये CAA का जो कानून मोदी ने बनाया है, उसको रद्द कर देंगे। ये फिर से पाकिस्तान के पास गुलाब लेकर जायेंगे, कबूतर उड़ायेंगे और इसलिए आपको सपा-कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत है।

साथियों,

इंडी गठबंधन के लोग देश को बदहाल बनाकर सत्ता से गए थे। 2014 से पहले देश को उन्होंने तबाह कर दिया था, बर्बाद कर दिया था, हर क्षेत्र में लूट मची थी, देश निराशा की गर्त में डूबा हुआ था। 2014 में आपने जब हमें सेवा करने का मौका दिया तो पहले तो हमारी पूरी ताकत इन गड्ढों को भरने में लग गई, बर्बादी से देश को बाहर निकालने में लग गई। हमने और ये कैसे लोग थे देश जब आजाद हुआ था तब दुनिया में हम छह नंबर की इकोनॉमी थे, छह नंबर पर थे। इन लोगों ने देश को ऐसे चलाया, ऐसे चलाया कि हम छह में से ग्यारह पर पहुंच गये, ये बर्बादी की इन्होंने। फिर आपने मोदी को सेवा का मौका दिया हमने मेहनत की वो ग्यारह पर ले गये थे आज हम उसको, देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया में नंबर पांच पर ले आये हैं दोस्तों और मोदी इतने से खुश होने वाला इंसान नहीं है और ना ही रुकने वाला है और ना ही थकने वाला है और इसलिए मैंने तय किया है कि जब तीसरी बार सरकार बनायेंगे तो हम हिंदुस्तान को दुनिया में तीसरे नंबर की ताकत बनाकर के रहेंगे और ये मोदी की गारंटी है। लेकिन, कांग्रेस पार्टी देश के विकास का मजाक बनाती है। सपा और कांग्रेस कहती है कि देश का विकास तो अपने आप हो जायेगा मेहनत करने की क्या जरूरत है? ये सपा-कांग्रेस की मानसिकता के दो ही किनारे हैं। एक- ये कहते हैं अपने आप हो जायेगा और दूसरा- ये कहते हैं, इससे क्या होगा? हमने गरीब माताओं-बहनों के लिए शौचालय बनवायें। सपा-कांग्रेस कहती थीं- इससे क्या होगा? हमने 4 करोड़ गरीब परिवारों को पक्के घर दिये। सपा-कांग्रेस कहती थी- इससे क्या होगा? कांग्रेस ने 60 साल देश पर राज किया, वर्षों तक समाजवादी पार्टी सरकार में रही और हालत ये थी कि देश में 85 प्रतिशत घरों में नल से जल नहीं आता था। हमने 14 करोड़ परिवारों तक पीने का पानी पहुंचाया और इस पर भी सपा-कांग्रेस कहती है- इससे क्या होगा? साथियों, हमारी करोड़ों बहनें लकड़ी के धुएं में खाना बनाने को मजबूर थीं। हमने हर गरीब बहन को धुएं से बचाने के लिए मुफ्त सिलेंडर दिया तो ये कहने लगे- इससे क्या होगा? देश में करोड़ों गरीबों को बैंक में नहीं घुसने दिया, दरवाजे तक नहीं घुसने दिया जाता था। हमने 52 करोड़ गरीबों के जनधन खाते खुलवायें तो ये कहते हैं- इससे क्या होगा?

 

साथियों,

सपा-कांग्रेस के शहजादों के लिए देश का विकास ऐसा है जैसे मोहल्ले में बच्चे वो गिल्ली-डंडे के खेल करते हैं ना ऐसा लगता है इनको। महलों में पैदा होने वाले इन शहजादों को ना मेहनत की आदत है और ना ही नतीजे लाने की इसलिए ये कहते हैं देश का विकास अपने आप होगा और कहते क्या हैं विकास कैसे होगा? बोले, खटा- खट..खटा- खट। ये सोचते हैं भारत आत्मनिर्भर अपने आप बन जायेगा और कोई पूछता है तो कैसे? तो बोले, खटा- खट..खटा- खट। ये सोचते हैं ये नये हाइवेज अपने आप ही बन जाएंगे और कोई पूछे कैसे? तो अरे छोड़ो यार खटा- खट..खटा- खट। ये सोचते हैं, भारत से गरीबी दूर हो जायेगी, कोई पूछे कैसे? तो बोले- खटा-खट..खटा-खट। अरे कोई इनके दिमाग को भी जरा बता दो अब रायबरेली की जनता भी खटा-खट..खटा-खट..खटा-खट भेजेगी घर। अमेठी से गये, रायबरेली से भी जायेंगे।

साथियों,

देश चलाना सोने की चम्मच लेकर पैदा हुये बच्चों का खेल नहीं है, आपसे नहीं हो पायेगा क्योंकि 4 जून के बाद मोदी सरकार तो बनेगी ही बनेगी, देश की जनता मोदी सरकार तो बनायेगी ही बनायेगी लेकिन इतना भर नहीं और भी बहुत कुछ होने वाला है। क्या होगा मैं बताऊं? 4 जून के बाद मोदी सरकार बनेगी ये तो आपको पता है और भी बहुत कुछ होगा, बताऊं क्या होगा? बताऊं, ये इंडी गठबंधन टूटकर के बिखर जायेगा, खटा- खट..खटा- खट। पराजय के बाद बलि के बकरे को खोजा जाएगा, खटा- खट..खटा- खट और शहजादे चाहे वो लखनऊ वाले शहजादे हो या दिल्ली वाले ये शहजादे गर्मी की छुट्टियों पर विदेश निकल जायेंगे.. खटा- खट..खटा- खट। किसी ने तो मुझे कहा कि उन्होंने टिकट बुक कराने की सूचना भी दे दी है। भाइयों-बहनों, ये खटा-खट..खटा-खट भाग जायेंगे, हम ही रह जायेंगे, हम और आप रह जायेंगे, देशवासी रह जायेंगे और मैं गारंटी देता हूं, मैं आपकी सेवा के लिये दिन-रात एक करके काम करूंगा। मेरा पल-पल आपके नाम, मेरे शरीर का कण-कण आपके नाम। हम विकसित भारत बनायेंगे, आत्मनिर्भर भारत बनायेंगे और इसके लिए हम सभी देशवासी मिलकर के जी-जान से मेहनत करेंगे और मुझे पक्का विश्वास है आप सब भी मेरे साथ हैं, हैं ना? हैं ना? और ये मोदी की गारंटी है आप 10 घंटे काम करेंगे, तो मोदी 18 घंटे काम करेगा और ये मेरी 140 करोड़ देशवासियों को गारंटी है।

साथियों,

कांग्रेस और इंडी गठबंधन वाले 10 साल से सत्ता से बाहर हैं। इनकी काली कमाई की तिजोरी खाली हो गई है इसलिए इनकी नज़र अब देश के खजाने पर पड़ी है। कांग्रेस के शहजादे तो कह रहे हैं कि सबकी कमाई की जांच करवायेंगे। आपका पैसा जब्त करके उसे अपने वोट बैंक में बांटेंगे। इन्होंने दलितों, पिछड़ों का आरक्षण भी छीनना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने कर्नाटक में OBC आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे दिया है। कांग्रेस संविधान बदलकर ये नियम देशभर में लागू करना चाहती है। लेकिन, पिछड़ों से विश्वासघात करने वाली सपा इस पर चुप बैठी है, मुंह पर ताला लग गया है। और साथियों, सपा-कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति यहीं पर नहीं रुकी। ये लोग मोदी के खिलाफ वोट जिहाद, वोट जिहाद की अपील कर रहे हैं। ये कांग्रेस के शहजादे उनके एक साथी ने बताया कि उन्होंने तो तय किया है जब उनकी सरकार बनेगी तो रामलला को फिर से टेंट में भेज देंगे और राम मंदिर पर ताला लगा देंगे। लेकिन भाइयों- बहनों, ये लोग भूल रहे हैं, ये मोदी है..ये मोदी के रहते धर्म के नाम पर दलितों, पिछड़ों के आरक्षण की लूट करने के लिए सोच भी नहीं सकेंगे और मोदी है तो वो लिख के रखें उनके लिये नामुमकिन है। मोदी के रहते रामलला दोबारा टेंट में जायें, वो दिन भूल जाइये और ऐसा सोचने वालों को ये देश टेंट में रहने के लिए मजबूर कर देगा। मोदी के रहते आपकी संपत्ति वोट जिहाद करने वालों में बांटी जाये, ये मोदी नहीं करने देगा।

साथियों,

सपा- कांग्रेस की राजनीति का सबसे ज्यादा नुकसान यूपी को हुआ है। गुंडाराज, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण और परिवारवाद, सपा की इस राजनीति का सबसे बड़ा नुकसान आप सब मेरे देशवासियों को हुआ है, यूपी के युवाओं को हुआ है। आज इस क्षेत्र से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निकल रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे निकलने जा रहा है। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर लॉजिस्टिक पार्क, इंडस्ट्रियल सेंटर, कृषि उत्पादन केंद्र और फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स बनेंगे। हम वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट, ODOP में यहां के आंवला उत्पादों को बढ़ावा दे रहे हैं और इसका लाभ किसको होगा? यहां के किसानों को, आंवला उत्पादकों को होगा।

साथियों,

जहां सपा होगी, वहां उद्योग नहीं लग सकते। सपा के राज में व्यापारियों से रंगदारी ये हर मोहल्ले की घटना हो गई थी। इसका परिणाम क्या हुआ? यूपी में निवेश नहीं आया। उद्योग नहीं लगे, रोजगार नहीं मिले। इनके भ्रष्टाचार का हाल क्या था? यहां की ATL ट्रैक्टर फैक्ट्री तक को सपा सरकार ने बेच दिया था। कितने लोगों का रोजगार गया? योगी जी की सरकार ने वो जमीन वापस ली है। योगी जी फिर से यहां नए अवसर पैदा करने के लिए काम कर रहे हैं। भाइयों और बहनों, सपा वालों को लगता है कि लोग उनके कुकृत्य भूल जायेंगे। लेकिन, उन्हें नहीं पता- न सौ पढ़ा, न एक प्रतापगढ़ा। प्रतापगढ़िया एक-एक पाप का हिसाब करेगा, हिसाब करेंगे ना? हिसाब करेंगे ना?

साथियों,

यूपी का विकास, देश का भविष्य आपके एक वोट से तय होगा। 25 मई को आप संगमलाल गुप्ता जी को भारी बहुमत से जीत दिलाइये। आपका एक- एक वोट मोदी की ताकत बढ़ायेगा और जब संगमलाल जी को वोट देंगे ना, वो सीधा-सीधा मोदी के खाते में जमा होगा। ज्यादा से ज्यादा मतदान करायेंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करायेंगे, मतदान के पुराने रिकॉर्ड तोड़ेंगे। पहले मतदान, फिर जलपान मंजूर, पहले मतदान, फिर जलपान मंजूर। अच्छा मेरा एक और आग्रह है करेंगे, आप जिससे भी मिलें ज्यादा से ज्यादा घरों में जायें, ज्यादा से ज्यादा परिवारों को मिलें, उनको कहना कि अपने मोदी जी आए थे और मोदी जी ने परिवार के सबको राम- राम कहा है। मेरा राम- राम पहुंचा दोगे। बोलिए,

भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की..

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।