In the next 5 years, 3 crore more new houses will be built for poor: PM Modi in Assam's Nalbari
'Jai Shri Ram' slogan being raised by PM Modi and people present at Nalbari rally as PM speaks about the 'Surya Tilak' ritual of Ram Lalla being performed in Ayodhya
Modi has given a guarantee that all the elderly people above 70 years of age will get free treatment facilities up to Rs 5 lakh under Ayushman Yojana: PM on BJP’s Sankalp Patra
Congress fueled separatism in Northeast and Modi made efforts for peace and security. What Congress could not do in 60 years, Modi did in 10 years: PM in Nalbari

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

मोई हमुह अहमबाखी लोई…रंगाली बिहु आरू अहमीया नबोबोर्खोर… खुबेश्या ज्ञापोन कोरिलु।

मैं मां कामाख्या और मां काली के चरणों में प्रणाम करता हूं। मैं श्री हरि मंदिर, श्री वासुदेव मंदिर, बिल्लेश्वर मंदिर और शिव मंदिर को भी सर झुकाकर नमन करता हूं। मैं आप सभी को बोहाग बिहु की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज रामनवमी का ऐतिहासिक अवसर भी है। 500 वर्षों के इंतज़ार के बाद, आखिर भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। और अभी कुछ ही मिनटों के बाद प्रभु राम को सूर्य तिलक करके उनका जन्मोत्सव अयोध्या की पवित्र नगरी में राम मंदिर में मनाया जाएगा। आज देश सदियों की साधना की, पीढ़ियों के बलिदान की सिद्धि को सेलिब्रेट कर रहा है।

साथियों,

इतनी बड़ी संख्या में आपकी ये उपस्थिति, ये जनसैलाब महान ब्रह्मपुत्र के विस्तार से कम नहीं है। और मैं तो देख रहा हूं, ये पब्लिक मीटिंग तीन मंजिला है। एक तो लाखों लोग मेरे सामने बैठे हैं। दूसरे हजारों लोग उधर सामने ऊपर बैठे हैं। और तीसरे सैकड़ों लोग ब्रिज पर खड़े होकर सभा सुन रहे हैं। यानि शायद ये पहली सभा होगी जो तीन मंजिला सभा हो रही है। 4 जून को नतीजा क्या होने जा रहा है, ये साफ दिखाई दे रहा है। दिखता है कि नहीं दिखता है। चार जून क्या होने वाला है ये आज पूरा देश देख रहा है। और इसीलिए लोग कहते हैं 4 जून, 400 पार! 4 जून, 400 पार! 4 जून, 400 पार! जरा पूरी ताकत से आवाज आनी चाहिए। 4 जून, 400 पार! फिर एक बार, मोदी सरकार!! फिर एक बार, मोदी सरकार!! फिर एक बार, मोदी सरकार!! शारी ज़ून, शारी सो पार, शारी ज़ून, शारी सो पार। आकौ एबार, मोदी शोरकार।

साथियों,

2014 में मोदी आपके बीच एक उम्मीद लेकर आया था। 2019 में मोदी जब आया, तो एक विश्वास लेकर आया। और 2024 में, आज जब मोदी असम की धरती पर आया है, मोदी गारंटी लेकर आया है। मोदी की गारंटी यानी, गारंटी पूरा होने की गारंटी! अभी बोहाग-बिहू के दिन बीजेपी ने अपना संकल्प-पत्र भी जारी किया है। बीजेपी वो पार्टी है, जो सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलती है। NDA सरकार की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं होता, उनका लाभ हर किसी को मिलता है। अब NDA ने ठाना है कि देश के हर नागरिक तक पहुंचकर, जिस सुविधा का वो पात्र है, वो सुविधा उसे दी जाएगी। अगले 5 वर्षों में गरीबों के लिए 3 करोड़ और नए मकान बनाए जाएंगे और बिना भेदभाव वो सबको मिलेंगे। अगले 5 वर्षों तक आपको मुफ्त राशन ऐसे ही मिलता रहेगा, बिना भेदभाव मिलता रहेगा। आप मुझे बताइए....NDA सरकार की योजनाओं में आपको कहीं पर भी भेदभाव का सामना करना पड़ा? भेदभाव का सामना करना पड़ा है? भेदभाव का सामना करना पड़ा है?

साथियों,

अब बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में एक और बहुत बड़ी घोषणा की है, जिसका लाभ देश के हर घर को होगा और वो भी बिना भेदभाव के होगा। आप जानते हैं हर परिवार में आजकल दादा-दादी, पिता-माता 70 साल के ऊपर के लोग परिवार में होते हैं। और उनको कोई भी तकलीफ हो तो परिवार के संतान पर बोझ पड़ता है। बेटे के सारे प्लान बिगड़ जाते हैं, अगर पिता-माता, दादा को कोई बीमारी आ जाए। अगर बेटी की शादी का प्लान बना दिया है और अचानक पता चले कि पिता को गंभीर बीमारी आई है, माता को गंभीर बीमारी आई है, तो बेटी की शादी का प्लान ही बिगड़ जाता है। और इसीलिए मोदी ने तय किया है कि आप जो मेरे भाई-बहन हैं, जो 50 साल के होंगे, 40 साल के होंगे,स 30 साल के होंगे, 60 साल के होंगे, अपने बुजुर्ग मां-बाप की सेवा करते हैं, अब मोदी ने तय किया है, मोदी ने गारंटी दी है कि आपके परिवार में 70 साल के ऊपर के जितने भी बुजुर्ग हैं, उनके इलाज की चिंता ये आपका बेटा मोदी करेगा। इन बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। वो बुजुर्ग गरीब हों, मध्यम वर्ग के हों, गांव के हों, शहर के हों, सैलरी कैटेगरी में आते हों, किसान परिवार के हों या फिर उच्च वर्ग के हों, इसमें भी बिना भेदभाव उनके इलाज की चिंता मोदी करेगा और इससे आपके पैसे बचेंगे। आप अपनी योजना के हिसाब से अपने परिवार के सपनों को पूरा कर पाएंगे। इतना बड़ा काम ये मोदी करने वाला है।

मेरा भाषण आगे बढ़ने से पहले, अब 12:00 बजने में कुछ ही पल बाकी है। अयोध्या में और पूरे देश में प्रभु राम के जन्मोत्सव, प्रभु राम के स्वागत का बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। बहुत बड़ा उत्सव चल रहा है। हम भी उससे जुड़ना चाहते हैं। भले हम अयोध्या नहीं पहुंच पाए। हम यहां से प्रभु राम के जन्मोत्सव में जुड़ने के लिए अभी कुछ ही पल में वहां पर सूर्य तिलक होने वाला है। आप भी अपना मोबाइल फोन निकाल करके उसकी फ्लैशलाइट चालू करके, हम भी प्रभु राम को प्रणाम करें। उस सूर्य तिलक की तरह हम भी अपने मोबाइल का फ्लैश निकाल करके, फ्लैश चालू करके सब लोग अपने मोबाइल का फ्लैश चालू करें। सब लोग, भले दिखाई नहीं देगा, लेकिन आप करें। प्रभु श्री राम को सूर्य तिलक हो रहा है। तब हमारे मोबाइल फोन से भी प्रभु राम को हम प्रणाम कर रहे हैं। हम भी उस सूर्य तिलक में हमारे मोबाइल की किरण भेज रहे हैं। मेरे साथ बोलिए, जय श्री राम, जय श्री राम, जय जय श्री राम, जय जय श्री राम, जय जय श्री राम, राम लक्ष्मण जानकी जय बोलो हनुमान की, राम लक्ष्मण जानकी, राम लक्ष्मण जानकी, राम लक्ष्मण जानकी, राम लक्ष्मण जानकी, राम लक्ष्मण जानकी, जय बोलो हनुमान की। राम लक्ष्मण जानकी, जय बोलो हनुमान की। जय श्री राम, जय श्री राम, जय जय श्री राम, जय जय श्री राम, जय जय श्री राम, जय जय श्री राम। प्रभु राम के जन्मोत्सव को हम सबने यहां से उसमें शरीक हो करके आज जब सूर्य देवता स्वयं प्रभु राम जी के जन्मदिन को मनाने के लिए अयोध्या की धरती पर किरण के रूप में उतर रहे हैं। पूरे देश में एक नया माहौल है। और यह प्रभु राम का बर्थडे 500 साल के बाद आया है। जब वह अपने निज घर में बर्थडे मनाने का सौभाग्य मिला है। बोलिए प्रभु रामचंद्र की, प्रभु रामचंद्र की, सियावर रामचंद्र की, सियावर रामचंद्र की।

साथियों,

बीजेपी ने आपके लिए और भी कई घोषणाएं की हैं। आपका बिजली बिल जीरो आए, इसके लिए कम दाम पर सोलर पैनल दिए जाएंगे। और उसके कारण आपका बिजली बिल जीरो हो जाएगा। बिजली का बिल तो जीरो होगा आने वाले दिनों में जब आप इलेक्ट्रिक वेहिकल खऱीदेंगे, स्कूटी हो, स्कूटर हो, गाड़ी हो तो सोलर वाली बिजली से उसका चार्जिंग भी होगा और आज ट्रैवलिंग का जो खर्चा है न, पेट्रोल-डीजल का जो खर्चा है वो भी जीरो हो जाएगा। देश की करोड़ों बहनें आज स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। हमने लक्ष्य रखा है- 3 करोड़ बहनों को हम लखपति दीदी बनाएंगे। गांव-गांव में हमारी बहनें ड्रोन पायलट बनेंगी। इन फैसलों का बहुत बड़ा लाभ हमारे असम के लोगों को, यहां के गरीब, वंचित, दलित, किसानों, पीड़ित और चाय बागानों के मजदूरों को होगा।

साथियों,

जब किसानों की बात होती है, तो यहां कोई ‘खार-भात’ को कैसे भूल सकता है! यहां तो हर कोई जानता है- ‘खारखुआ असमीस’ इसीलिए, हमारी सरकार यहां के चावल किसानों की खास चिंता करती है। हमने खरीफ की फसलों का एमएसपी बढ़ाया है। इससे यहां के लाखों किसानों को लाभ हुआ है। असम के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत भी 5400 करोड़ रुपए से ज्यादा मिले हैं। और अब बीजेपी ने इस योजना को जारी रखने का ऐलान किया है। यानि असम के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा मिलता रहेगा...और वो भी.....बिना भेदभाव मिलता रहेगा।

साथियों,

आज पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है। और नॉर्थ ईस्ट तो खुद ही मोदी की गारंटी का गवाह है। जिस नॉर्थईस्ट को कांग्रेस ने सिर्फ समस्याएं दी थीं, उसे बीजेपी ने संभावनाओं का स्रोत बना दिया है। कांग्रेस ने अलगाववाद को खाद-पानी दिया। मोदी ने पूर्वोत्तर को गले लगाने का काम किया। मोदी ने शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया। जो कांग्रेस के 60 वर्षों में नहीं हुआ, वो मोदी ने 10 वर्षों में करके दिखाया। क्योंकि मेरे लिए, आपके सपने ही मेरे संकल्प हैं। और इसलिए हर पल आपके नाम, हर पल देश के नाम, हर पल आपके सपनों के नाम, और इसलिए 24 बाय 7 फॉर 2047.

साथियों,

मोदी ने ही अपनी मुस्लिम बहनों को तीन तलाक की टेंशन से मुक्ति दिलाई। हमने तीन तलाक की कुप्रथा के खिलाफ कानून बनाया। इसका फायदा ना सिर्फ मुस्लिम बहनों को मिला बल्कि उनके उनके पूरे परिवार को मिला। माता को मिला, पिता को मिला, भाई को मिला। तीन तलाक की वजह से मुस्लिम बेटियों के साथ उनके परिवार की भी ज़िंदगी तबाह हो रही थी। इसका लाभ असम की भी हमारी हजारों बहनों को हुआ है।

साथियों,

असम का विकास इस बात का सबूत है कि जब नीयत सही हो, तो नतीजे भी सही आते हैं। कांग्रेस पार्टी ने सियासी फ़ायदों के लिए इस क्षेत्र को अपने पंजे में फंसाकर रखा था। कांग्रेस के पंजे ने पूर्वोत्तर को इसलिए जकड़ रखा था ताकि उनके लिए भ्रष्टाचार और लूट के दरवाजे खुले रहें। अब ये पंजा खुल गया है तो असम में सबका साथ सबका विकास का मंत्र लागू हुआ है।

साथियों,

अभी कुछ ही दिनों पहले मैंने असम में, देश की बहुत बड़ी सेमीकंडक्टर फेसिलिटी का शिलान्यास किया है। इस सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट फेसिलिटी पर 27 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश किया जा रहा है। आने वाले समय में अकेली इस यूनिट से इस क्षेत्र के युवाओं के लिए 15 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर बनेंगे। आने वाले समय में पूरी दुनिया में असम को सेमीकंडक्टर सेक्टर के एक बड़े हब के रूप में पहचान मिलेगी। ये शुरुआत ऐतिहासिक और अप्रत्याशित है। ये निर्णय इस क्षेत्र के विकास को एक नई शक्ति देने वाला है। नॉर्थ ईस्ट रीजन में हुआ निवेश, विकसित भारत और विकसित नॉर्थ ईस्ट के हमारे संकल्प का उदाहरण है। नॉर्थ ईस्ट के नौजवानों को भविष्य के भारत के हर सेक्टर में नए अवसरों से जोड़ा जाए, मेरे लिए ये सबसे बड़ी प्राथमिकता है। और ये अवसर लगातार इसी रफ्तार से बढ़ते रहेंगे, ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

असम आज केवल दूसरे राज्यों की बराबरी नहीं कर रहा, असम विकास के नए रिकॉर्ड बना रहा है। जिस असम में सड़कें नहीं होती थीं, वहां 10 वर्ष में 25 सौ किलोमीटर नेशनल हाइवेज बने हैं। दरांग, उदलगुरी, बारपेटा और कोकराझार के लोगों के लिए अकेले इस क्षेत्र में ही करीब 2 हजार करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं पर काम हो रहा है। आज देश का सबसे बड़ा रिवर ब्रिज, भूपेन हजारिका सेतु असम में है। आज देश का सबसे लंबा बोगीबील रेल-रोड ब्रिज असम में है। अब गुवाहाटी में ही असम का अपना एम्स खुल चुका है। इसके अलावा बारपेटा और कोकराझार में भी मेडिकल कॉलेज खुले हैं। असम में 5 जिलों में कैंसर अस्पताल खोलने की योजना पर भी काम चल रहा है। असम को 6 नए इंजीनियरिंग कॉलेज की भी सौगात मिली है। नॉर्थ ईस्ट की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए 90 हजार करोड़ रुपए की लागत से नॉर्थ ईस्ट गैस ग्रिड को तैयार किया जा रहा है। हाल ही में पीएम ऊर्जा गंगा योजना के तहत बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन को देश को समर्पित किया गया है।

भाइयों बहनों,

ये केवल विकास के आंकड़ें नहीं हैं। ये सबका प्रयास का उदाहरण हैं। यहां कहा जाता है- राइज़े नख जोकारिले नोइ बोइ। यानि, यदि सब लोग मिलकर काम करें तो कठिन से कठिन काम आसान हो जाता है। असम आगे बढ़ रहा है, आप लोगों के प्रयास हैं।

साथियों,

यहां से मानस नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व बहुत दूर नहीं है। बीजेपी सरकार में देश में टाइगर्स की संख्या भी बढ़ी है और वन क्षेत्र का भी विस्तार हुआ है। कुछ समय पहले ही मैं काजीरंगा नेशनल पार्क गया था, मैं देश का पहला प्रधानमंत्री था जो रात में वहां रुका था। असम सरकार की सख्ती की वजह से अब राइनो का शिकार बीते दिनों की बात बन रहा है। असम की ये बायो डायवर्सिटी, यहां की बहुत बड़ी ताकत है। बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में संकल्प लिया है कि देश की हेरिटेज को, ग्लोबल मैप पर ले जाएगी। इससे ग्लोबल टूरिस्ट्स के भी असम आने की संभावना और बढ़ेगी। असम में बढ़ता टूरिज्म, यहां रोजगार के भी ज्यादा से ज्यादा मौके बनाएगा।

साथियों,

हम विकास भी और विरासत भी के मंत्र पर चल रहे हैं। हम बारपेटा को बोइकुंठ धाम मानकर नमन करते हैं। इसी धरती ने श्रीमंत शंकरदेव और श्री माधवदेव जैसे संत दिये हैं। इसीलिए, आज अगर काशी में विश्वनाथ धाम का निर्माण होता है, तो असम में कामाख्या कॉरिडॉर का विकास भी किया जा रहा है। बीजेपी सरकार के प्रयासों से असम के महान योद्धा लसित बोरफुकन की 400वीं जयंती पूरे देश ने मनाई। और असम के गमोशा का ब्रांड एंबेसडर तो खुद आपका मोदी है।

लेकिन भाइयों बहनों,

कांग्रेस को देश की विरासत से भी दिक्कत है। मैं असम की स्थानीय परंपरा के कपड़े पहन लेता हूं, तो कांग्रेस वाले मजाक उड़ाते हैं। कांग्रेस को असम के लोगों की भावनाओं की कोई परवाह नहीं है।

साथियों,

हमारे मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वासर्मा जी, असम के विकास के लिए इतनी मेहनत करते हैं कि यहां कांग्रेस का स्कोप ही खत्म हो गया है। कांग्रेस को दिया आपका वोट केंद्र में सरकार नहीं बनाएगा। बीजेपी को दिया आपका वोट- विकसित भारत बनाएगा। इस बार बारपेटा से फणीभूषण चौधरी जी को, कोकराझार से जोयंता बासुमतारी जी को, और गुवाहाटी में बहन बिजुली कलिता मेधी जी को आपको रिकॉर्ड वोट से जिताना है। 7 मई को वोटिंग के पिछले सारे रिकॉर्ड टूटेंगे न? सारे रिकॉर्ड टूटेंगे न? सारे रिकॉर्ड टूटेंगे न? हर बूथ जीतेंगे न? घर-घर जाएंगे? मतदाता को जगाएंगे, सुबह-सुबह मतदान कराएंगे। अच्छा मेरा एक और काम है, वो भी करना है। आप घर-घर जाना और घर-घर जाकर कहना कि हमारे मोदी जी आए थे और मोदी जी ने परिवार के सभी को प्रणाम पहुंचाया है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे? मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे?

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की, भारत माता की। जय श्री राम, जय श्री राम। जय-जय श्रीराम, जय-जय श्रीराम।

बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।