PM Modi, addressing a massive gathering in Krishnanagar, West Bengal, honours the legacy of Chaitanya Mahaprabhu, and extends his greetings to the revered mothers, sisters, and daughters present
Highlighting the developmental projects worth over Rs. 22,000 crores inaugurated in West Bengal, PM Modi emphasized their role in enhancing connectivity, electricity, and job opportunities for the youth
PM Modi criticizes TMC's oppression, autocracy, corruption, and nepotism, alleging betrayal of trust and reluctance to uplift the state's populace in West Bengal
PM Modi underscores BJP government's commitment to healthcare improvement, citing the doubling of government medical colleges in West Bengal in the past decade
PM Modi criticizes TMC's failure to implement central schemes for women's safety and empowerment, urges the youth for support in the upcoming Lok Sabha elections

हरे कृष्णा! हरे कृष्णा !
जय गौरांग महाप्रभु ! जय गौरांग महाप्रभु !
येखाने उपस्थित शबाई के नमोष्कार जानाई

सबसे पहले तो मैं भारतीय जनता पार्टी के हमारे सभी टीम का आभार व्यक्त करता हूं। क्योंकि बीच में से आपके बीच से निकल करके आपके दर्शन करने का मुझे सौभाग्य मिला। इतनी बड़ी तादाद में आप हमें आशीर्वाद देने आए हैं, मैं आप सबका आभार व्यक्त करता हूं। मैं यहां सबसे पहले तो आप सब भाई-बहनों से क्षमा चाहता हूं क्योंकि मैदान बहुत छोटा पड़ गया। और उसके कारण आपलोगों को बहुत दिक्कत हो रही है। लेकिन मेरी आपको प्रार्थना है अब मैदान में जरा भी जगह नहीं है, कृपा करके आप आगे आने की कोशिश मत करिए। आप जहां है वहां रुकिए। अब आगे जगह नहीं बची है जी। आप वहीं रुकिए, आप आगे नहीं आ पाएंगे। आप इतनी बड़ी तादाद में आए। पूरा मैदान छोटा पड़ गया। ये आपका प्यार, आपके आशीर्वाद के लिए मैं आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।

ये धरती, भगवान श्री कृष्ण भक्ति के परम प्रचारक चैतन्य महाप्रभु की जन्म स्थली है। मैं चैतन्य महाप्रभु के चरणों में नमन करता हूं। और ये मेरा सौभाग्य है कि भगवान श्रीकृष्ण ने जो द्वारका नगरी बसाई थी जो समुद्र के अंदर डूब चुकी थी, मुझे अभी कुछ दिनों पहले समंदर की गहराई में जा करके उस पुरातन श्रीकृष्ण की भूमि को नमन करने का सौभाग्य मिला।

साथियों,
आप सभी ईश्वर-तुल्य जनता जनार्दन, हमारी माताओं-बहनों-बेटियों को भी मेरा प्रणाम। आपका यहां इतनी बड़ी संख्या में यहां आना ये साफ-साफ संदेश दे रहा है -ऐई बार...चार शो पार, ऐई बार...चार शो पार, ऐई बार...चार शो पार, NDA शोरकर, चार शो पार !

साथियों,
पश्चिम बंगाल में भी आज मेरा ये दूसरा दिन है। इन दो दिनों में पश्चिम बंगाल के विकास से जुड़े 22 हज़ार करोड़ रुपए- Twenty Two Thousand Crore Rupees से ज्यादा के प्रोजेक्टस आपको सौंपने का अवसर मुझे मिला है। ये सारे प्रोजेक्ट, पश्चिम बंगाल की कनेक्टिविटी, बिजली और पेट्रोलियम के इंफ्रास्ट्रक्चर को, पोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे। इससे यहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आएगा, नौजवानों के लिए अधिक नौकरियां बनेंगी। स्वरोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे, क्षेत्र का भी विकास होगा। लेकिन, यहां जिस तरह TMC की राज्य सरकार चल रही है, उसने बंगाल को निराश कर दिया है। पश्चिम बंगाल की जनता ने बहुत उम्मीदों के साथ TMC को बार-बार इतना बड़ा जनादेश दिया है। लेकिन TMC अत्याचार और विश्वासघात का दूसरा नाम बन गई है। TMC के लिए बंगाल का विकास नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद ही प्राथमिकता है। TMC माने विश्वाशघात, औत्ताचार, TMC माने भ्रष्टाचार, पोरिवारवाद। TMC बंगाल के लोगों को गरीब बनाए रखना चाहती है, ताकि उसकी राजनीति चलती रहे, उसका खेल चलता रहे।

साथियों,
यहां की राज्य सरकार क्या काम कर रही है, इसका उदाहरण, पश्चिम बंगाल का पहला एम्स है। मोदी ने पश्चिम बंगाल को पहला एम्स देने की गारंटी दी थी। और मोदी की गारंटी मतलब गारंटी पूरा होने की गारंटी। आमार बांग्लार मानुष बुझलेन- मोदीर गारंटी माने गारंटी पूर्ण होवार गारंटी। नाडिया जिले के कल्याणी में बने इस एम्स का कुछ दिन पहले ही वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मैंने लोकार्पण किया है। लगभग 1 हज़ार बेड्स का ये आधुनिक अस्पताल बहुत सारी सुविधाएं लेकर आया है, रोजगार के अवसर लेकर आया है। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार को कल्याणी एम्स के बन जाने से दिक्कत है। उसको परेशानी है। वो कह रही है कि इसकी परमीशन क्यों नहीं ली? पूरे पश्चिम बंगाल में TMC के तोलाबाज़ों को, भू-माफिया को, लूट की, गुंडागर्दी की खुली परमीशन है। लेकिन इतने बड़े अस्पताल को लेकर TMC सरकार पर्यावरण से जुड़ी परमीशन का अड़ंगा लगा रही है। कमीशन ना मिले तो TMC सरकार हर तरह की परमीशन रोक देती है। पहले कमीशन फिर परमीशन। मैं आपको एक और उदाहरण देता हूं। भाजपा सरकार, आयुष्मान योजना के तहत गरीबों को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। लेकिन TMC की सरकार, गरीबों की इस योजना को भी यहां लागू नहीं होने दे रही। भाजपा, पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य सुविधा के लिए, नौजवानों के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए यहां स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के लिए हम निरंतर काम कर रहे हैं। देश में जबसे मेडिकल कॉलेज बनने शुरु हुए हैं, तबसे लेकर 2014 तक पश्चिम बंगाल में सिर्फ 14 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। बीते 10 वर्षों में सरकारी मेडिकल कॉलेज की संख्या 26 यानि लगभग दोगुनी हो गई है। (थैंक्यू बेटा, आप नीचे बैठो बेटा…थैंक्यू, थैंक्यू)।

साथियों,
ये क्षेत्र जूट किसानों, जूट उद्योगों के लिए मशहूर रहा है। लेकिन (मुझे मिल जाएगा बेटा…तुम बैठो…बैठो बेटा, ऐसा नहीं करते…शाबाश।) लेकिन टीएमसी, लेफ्ट और कांग्रेस की गलत नीतियों के चलते, जूट की खेती और उद्योग दोनों बर्बाद हो गए।भाजपा की केंद्र सरकार ने जूट की खेती और उद्योग दोनों के लिए लगातार बड़े निर्णय लिए हैं। ये भाजपा सरकार है जिसने गेहूं, चावल और चीनी की पैकिंग को…पहले जो बड़े-बड़े प्लास्टिक बैग होते थे, वो बंद करा दिए… जूट के बोरों में ही पैक करने का हमने कंपलसरी किया, अनिवार्य कर दिया। इससे यहां की जूट मिलों को हर साल कई हज़ार करोड़ रुपए के ऑर्डर मिलने लगे हैं। भाजपा सरकार जूट के MSP में भी लगातार वृद्धि कर रही है। पश्चिम बंगाल के 100 से अधिक ब्लॉक्स में 3 लाख-Three Lakhs से अधिक किसानों को जूट के सर्टिफाइड बीज दिए गए हैं। जूट किसान हो या फिर फूल की खेती से जुड़े किसान, सभी को पीएम किसान सम्मान निधि का भी बहुत लाभ मिल रहा है।

साथियों,
पश्चिम बंगाल में TMC ने मां, माटी और मानुष का नारा लगाकर, यहां की माताओं-बहनों का वोट लिया। उनको गुमराह किया। लेकिन आज मां-माटी और मानुष, सभी TMC के कुशासन में रो रहे हैं। संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रहीं, लेकिन TMC सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। बंगाल में स्थिति ये है कि यहां पुलिस नहीं बल्कि अपराधी तय करते हैं कि उन्हें कब सरेंडर करना है, कब गिरफ्तार होना है। राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थीं कि संदेशखाली का गुनहगार कभी गिरफ्तार हो। लेकिन ये तो बंगाल की नारीशक्ति, दुर्गा बनकर खड़ी हो गई। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा हो गया, तब मजबूरन इस राज्य सरकार को झुकना पड़ा।

साथियों,
महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए जो भी योजना भारत सरकार लाती है, उसको भी TMC सरकार यहां ठीक से लागू नहीं होने देती। पूरे देश में…(भारत माता की…भारत माता की…नौजवानों आपका जोश मेरे सर आंखों पर…आपका प्यार मेरे सर आंखों पर…लेकिन दोस्तों मैं आपके दर्शन करके यहां आया हूं।अब आप आगे आने की कोशिश मत कीजिए, आपका प्यार मुझे मंजूर है। मैं इस प्यार को कभी भूलूंगा नहीं।लेकिन दोस्तों आप जहां हैं वहीं खड़े रहिए।ऐसा प्यार हर किसी को नसीब नहीं होता है, जो मुझे हो रहा है लेकिन मेरी आपसे प्रार्थना है खासकर नौजवान साथियों से कृपा करके जगह नहीं है, आगे आने की कोशिश मत करो दोस्तों। बोलिए भारत माता की…मेरी बात मानोगे न, पक्का मानोगे…इतने अच्छे लोग हैं बंगाल के…मैं उनको शत-शत प्रणाम करता हूं दोस्तों।) पूरे देश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान चला। लेकिन पश्चिम बंगाल की सरकार ने इसे यहां लागू नहीं होने दिया। महिला सुरक्षा को सशक्त करने के लिए पूरे देश में महिला हेल्पलाइन स्थापित की गई है। लेकिन TMC सरकार इसे लेकर भी गंभीर नहीं है। बहनों को धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए पूरे देश में 10 करोड़ मुफ्त उज्जवला गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। गरीब परिवार की बहनों को केंद्र सरकार सस्ता सिलेंडर दे रही है। यहां पश्चिम बंगाल में भी इसके लिए 13 लाख एप्लीकेशन आई हैं। लेकिन इसके लिए हर जिले में जो उज्जवला कमेटी बनानी होती है, वो तक TMC सरकार नहीं बना रही है। ये चाहते हैं कि केंद्र की योजनाओं का लाभ किसे मिले, ये भी TMC के तोलाबाज़ ही तय करेंगे। गरीब के घर की योजना को भी ये लोग तोलाबाज़ों के अधीन देना चाहते हैं। हर घर नल की योजना में भी ये लोग तोलाबाज़ों का दखल चाहते हैं। आप सपने में भी नहीं सोच सकते, लेकिन यहां 25 लाख…ये मेरे बंगाल के नौजवान ये आंकड़ा याद रखिए और घर-घर जाके बताइए…बताएंगे? घर-घर जाके बताएंगे? मनरेगा में 25 लाख फर्ज़ी मनरेगा जॉब कार्ड बनवाए गए। जो पैदा नहीं हुआ था उसका कार्ड बना दिया। जो पैसा गांव में गरीब मजदूर को मिलना चाहिए था, उसको TMC के तोलाबाज़ों ने लूट लिया।

साथियों,
TMC की लगातार कोशिश है कि केंद्र सरकार की योजना पर अपना स्टीकर लगाए और हर स्कीम. को…जरा देशवासी भी सुन लें, ये बंगाल की क्या पहचान बन गई है…यहां की TMC ने कैसे बंगाल को बदनाम किया है। TMC में किस प्रकार के कारनामे चल रहे हैं।आप जानकर चौंक जाएंगे। ये TMC सरकार हर स्कीम को हर स्कीम को स्कैम में बदल देती है। स्कीम को स्कैम में बदलने में TMC की मास्टरी है। भाजपा की केंद्र सरकार, पश्चिम बंगाल के 6 करोड़ मेरे भाई-बहनों को मुफ्त राशन दे रही है। आने वाले 5 वर्ष तक ये योजना चलती रहेगी- ये मोदी की गारंटी है... एटा मोदीर गारंटी। लेकिन इस योजना पर भी TMC के लोग अपना स्टीकर लगाते हैं। ये लोग तो गरीबों का राशन लूटने से भी पीछे नहीं रह रहे हैं।

साथियों,
आने वाले 5 वर्षों में भाजपा सरकार, पूरे देश में निवेश और नौकरी के अनगिनत नए अवसर बनाने वाली है। ये समय पश्चिम बंगाल के लिए भी अभूतपूर्व बदलाव का है। लेकिन इसके लिए आपको शुरुआत इसी लोकसभा चुनाव से करनी होगी। करेंगे…करेंगे…करेंगे। बांग्लार विकाश होबे, तबेई देशेर विकाश होबे। इसलिए, इस बार 42 की 42 सीटों पर कमल खिलना चाहिए। और देश में, अबकी बार...400 पार, ज़रूर होगा। ऐई बार...चार शो पार, ऐई बार...चार शो पार, NDA शोरकर, चार शो पार ! भाइयों-बहनों, अब TMC का मतलब ही बदल गया है। TMC का मतलब है तू, मैं करप्शन ही करप्शन।

साथियों,
आप सब मेरा एक काम करेंगे। मेरा एक काम करेंगे। पक्का करेंगे। सभी नौजवान करेंगे। पक्का, वादा…करने वाले हैं। देखिए गांव-गांव जाना होगा। अगले 100 दिन तक एक-एक घर जाएंगे? 100 दिन तक लोगों को मिलते रहेंगे। मिलकर ये बताएंगे मैं जो कहूंगा वो। उनको बताना मोदी जी आए थे मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। कह देंगे? मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। पक्का पहुंचा देंगे।
मेरे साथ बोलिए…भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…
मैं फिर एक बार जगह कम पड़ने के कारण आपको जो दिक्कत हुई है, संख्या बहुत बड़ी आई है, आप आगे आने की कोशिश भी कर रहे हैं लेकिन बहुत ही मुश्किल हो गया आपलोगों को इसलिए जो आपको दिक्कत हुई है मैं आपका सेवक हूं, सेवक नाते मैं फिर एक बार क्षमा मांगता हूं
मेरे साथ बोलिए…भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…
बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।