The next 25 years are crucial to transform India into a 'Viksit Bharat': PM Modi

Published By : Admin | January 25, 2024 | 12:00 IST
The next 25 years are crucial for both India and its youth. It is the responsibility of the youth to transform India into a Viksit Bharat by 2047
Today, if India has achieved pioneering reforms, digital infrastructure & and a robust and resilient economy, it is a testimony to the power of a vote
It is due to a stable government that abrogation of Article 370, implementation of GST, passage of Nari Shakti Vanadan Act & incoming of large-scale FDI could be made possible
Over the last 10 years, the government has transformed from corruption to credibility in governance and from scams to success stories in achievements
Indian youth possess tradition and talent along with inspiration and innovation

नमस्कार,
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम सबके मार्गदर्शक जेपी नड्डा जी, हमारे युवा मोर्चा के युवा साथी, अन्य पदाधिकारीगण और इस कार्यक्रम से जुड़े, देश भर के हमारे नौजवान साथी,

शायद मेरे जीवन में इतना बड़ा युवाओं के साथ संवाद करने का ये पहला अवसर है। और शायद दुनिया के किसी राजनेता के लिए भी ये पहला अवसर होगा। और मुझे अच्छा लगा कि नव मतदाता को नमन करने का कार्यक्रम है। नवो नव मतदाता, तो मैं सबसे पहले सभी मतदाताओं को भारत का भाग्य निर्माण करने के लिए नमन करता हूं निमंत्रित करता हूं। मैं देख पा रहा हूं कि बड़ी संख्या में बेटियां इस कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं। आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। इस महत्वपूर्ण दिन देश के सबसे युवा मतदाताओं के बीच आना, अपने आप में ऊर्जा से भर देने वाला है। मैं आप सभी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,
18 से 25 वर्ष की आयु ऐसी होती है, जब किसी का भी जीवन, बहुत से बदलावों का साक्षी बनता है। इन्हीं बदलावों के बीच, आप सभी को एक और जिम्मेदारी साथ-साथ निभानी है। ये जिम्मेदारी दुनिया की सबसे बड़ी Democracy में भागीदारी की है। मैं जानता हूं, कि आपकी Age में किसी भी नई शुरुआत के लिए सबसे ज्यादा एक्साइटमेंट होता है। लेकिन आपकी ये शुरुआत बहुत अलग है। वोटर लिस्ट में नाम रजिस्टर होते ही, अब आप देश के Democratic Process का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं।

मेरे युवा साथियों,
आप सभी के लिए ये Time Period, ये कालचक्र दो वजहों से बहुत अहम है। एक, आप सभी ऐसे समय में वोटर बने हैं, जब भारत का अमृतकाल शुरू हुआ है। और दूसरा, कल 26 जनवरी को देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। अगले 25 साल आप के लिए भी और भारत के लिए भी दोनों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। आपको अगले 25 साल अपना और भारत दोनों का भविष्य तय करना है। इन 25 वर्षों में आप कई बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ऐसे में जिले, प्रदेश और देश के स्तर पर होने वाले सारे चुनावों में आपकी जिम्मेदारी सबसे बड़ी होगी। आज जब देश, 2047 तक विकसित भारत बनने के लक्ष्य पर काम कर रहा है, तो आपका वोट ये तय करेगा कि भारत की दिशा क्या होगी। जिस तरह, याद रखिए दोस्तों, जिस तरह 1947 से 25 साल पहले भारत के नौजवानों पर देश को स्वतंत्र कराने का दारोमदार था....उसी तरह 2047 के पहले के इन 25 सालों में आप पर विकसित भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है। हमारे बीच जब भी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम आता है, तो उनमें से अनेकों लोग ऐसे होते हैं जिनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच ही थी।
उनके नाम आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखे जाते हैं। आपके सामने भी एक ऐसा ही मौका है। विकसित भारत के अमृतकाल की गाथा में आपका नाम स्वर्णाक्षरों में कैसे लिखा जाए,ये आपको तय करना है। अगले कुछ सालों में हम Space, Defence, Manufacturing, Technology, Innovation और ऐसे कई सेक्टर्स में कहां पहुंचेंगे ये सब आप पर निर्भर होगा। हमारी गति, हमारी दिशा, हमारी अप्रोच कैसी होगी, ये सब आप तय करेंगे। और इसका एक बड़ा माध्यम मतदान ही होगा। भविष्य के भारत में आपके लिए संभावनाएं कैसी होंगी, इसकी जिम्मेदारी उन लोगों पर होगी जो इस कालखंड में देश की व्यवस्था संभालेंगे। ऐसे में उन लोगों का सही चुनाव हो, ये जिम्मेदारी आप नौजवान मतदाताओं पर है। आपके लिए जरूरी है कि अगले भारत का भाग्य उज्जवल बनाने के लिए वोट दें। इसलिए याद रखिएगा, आपका एक वोट और देश के विकास की दिशा दोनों आपस में जुड़े हुए हैं। आपका एक वोट भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा। आपका एक वोट, भारत में एक स्थिर और बड़े बहुमत वाली सरकार लाएगा। आपका एक वोट, भारत में तेज Reforms की गति को और गति देगा। आपका एक वोट, भारत में डिजिटल क्रांति को और ऊर्जा देगा। आपका एक वोट, पहले भारतीय को अपने दम पर अंतरिक्ष में पहुंचाएगा। आपका एक वोट, अंतरिक्ष में भारत का पहला स्पेस स्टेशन स्थापित करवाएगा। आपका एक वोट, भारत में पहला पैसेंजर एयरक्राफ्ट बनवाएगा। आपका एक वोट, दुनिया में भारत की साख और बढ़ाएगा। इसलिए आपके एक वोट में बहुत बड़ी ताकत है।

साथियों,
जब देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार होती है, जब देश में स्थिर सरकार होती है, तो देश बड़े फैसले लेता है, दशकों से लटकी हुई समस्याओं को सुलझाकर आगे बढ़ता है। आप देखिए, ये हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है जिसमें जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाकर दशकों का इंतजार खत्म किया। ये हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है जिसने हमारे देश के जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन लागू कर, देश के पूर्व फौजियों का चार दशक का इंतजार समाप्त किया। ये पूर्ण बहुमत की सरकार है जिसने GST जैसी आधुनिक टैक्स व्यवस्था लागू कर देश का कई दशक पुराना इंतजार समाप्त किया। ये हमारी सरकार है जिसने नारीशक्ति वंदन अधिनियम बनाकर देश की महिलाओं का बरसों पुराना इंतजार खत्म किया। ये हमारी सरकार है जिसने तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर मुस्लिम बहन-बेटियों में इंसाफ की उम्मीद बढ़ाई। ये हमारी सरकार है जिसने तीन दशकों के इंतजार के बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की। ये हमारी सरकार है जिसने SC-ST-OBC का हित सुरक्षित रखते हुए भी गरीब युवाओं को भी 10 परसेंट आरक्षण का प्रावधान किया। और, ये हमारी ही सरकार है जिसको अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा का अवसर मिला है। जब देश में पूर्ण बहुमत की सरकार होती है, तो नीति में, निर्णयों में स्पष्टता होती है। इसका सीधा प्रभाव वैश्विक स्तर पर देश की साख पर भी पड़ता है। और साथियों मैं बताता हूं, मैं जब दुनिया के बड़े-बड़े दिग्गजों को मिलता हूं ना, बड़े-बड़े नेताओं को मिलता हूं ना, दुनिये के कोई भी बड़े देश हो, जब मैं उनसे हाथ मिलाता हूं ना, तो अकेला मोदी हाथ नहीं मिलाता है, 140 करोड़ देशवासी मेरे साथ खड़े होते हैं, और ये दुनिया को प्रभावित करता है। ये ताकत होती है पूर्ण बहुमत वाली सरकार की। आज दुनिया में भारत की साख एक नई ऊंचाई पर है। आज भारत के पासपोर्ट को बड़े गर्व के साथ देखा जाता है। ये युवाओं के लिए बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी है। इस वजह से बीते वर्षों में भारत में रिकॉर्ड FDI आया है, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी आज रिकॉर्ड स्तर पर है। कभी सोना गिरवी रखना पड़ता था, लेकिन आज दूसरी स्थिति है। ये देश में रोजगार के भी नए मौके लगातार बना रहा है।

साथियों,
आपको याद होगा, लाल किले से मैंने कहा था कि यही समय है, सही समय है। 10-12 साल पहले भारत में जिस तरह की परिस्थितियां थीं, उन्होंने देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय बना दिया था। उस समय आप में से बहुत सारे लोग, कोई आठ साल का होगा, कोई दस साल का होगा, कोई 12 साल का होगा। हो सकता है उस समय की सारी स्थितियां आपको पता भी ना हो। आज स्थितियां बदली है। हम आज जिन Possibilities की बात कर रहे हैं, 2014 से पहले की जेनरेशन ने उनकी उम्मीद तक छोड़ दी थी। आप में से कई न्यूज पेपर्स पढ़ते होंगे। आज हर दिन नई खबर आती है कि देश ने इस सेक्टर में ये बड़ी उपलब्धि हासिल की। लेकिन 2014 से पहले के अखबार खोलिए...आजकल वो सब इंटरनेट पर एवलेबल है। तब आए दिन करप्शन और स्कैम की खबरें छपती थीं, हजारों करोड़ रुपये के घोटाले सामान्य बात थी। उस समय दिन देश के नौजवान सड़कों पर उस समय की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते थे। मुझे संतोष है कि हम उस अंधकारमय स्थिति से देश को बाहर निकाल पाए हैं। आज Corruption की नहीं, Credibility की बात होती है। आज Scam की नहीं Success Stories की बात होती है। तब भारत फ्रेजाइल फाइव में था, दुनिया सोचती थी कि भारत खुद भी डूबेगा और हमें भी ले डूबेगा। आज भारत पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है और दुनिया सोचती है कि भारत के विकास से उसका भी विकास होगा। आने वाले कुछ ही वर्षों में भारत दुनिया की टॉप तीन इकॉनॉमी में शामिल हो जाएगा। आने वाले कुछ ही वर्षों में भारत की इकोनॉमी 7 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगी। अर्थव्यवस्था के इतने बड़े विस्तार का बहुत बड़ा लाभ भारत के युवाओं को ही होगा। उनके लिए नए-नए सेक्टर्स में रोजगार के बहुत सारे नए मौके बनेंगे। इसलिए ही मैं कहता हूं, यही समय है, सही समय है।

साथियों,
आज का भारत, सबसे युवा है। इसी युवा प्रेरणा से आज का भारत बड़े लक्ष्य तय करता है और उन्हें प्राप्त भी करता है। सोलर एनर्जी से जुड़े कितने ही लक्ष्य, Renewable Energy से जुड़े लक्ष्य भारत ने तय समय से पहले हासिल करके दिखाए हैं। भारत आज दुनिया को दिखा रहा है कि प्रकृति की रक्षा करते हुए भी विकास कैसे किया जा सकता है। आपने देखा है, भारत की रेलवे ने साल 2030 तक जीरो कार्बन एमिशन का लक्ष्य रखा है, भारत ने साल 2070 तक नेट जीरो का भी लक्ष्य रखा है। आज भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर अभूतपूर्व जोर दिया जा रहा है। बहुत ही जल्द भारतीय रेलवे का 100 परसेंट इलेक्ट्रिफिकेशन भी होने जा रहा है। इसी 22 जनवरी को सरकार ने सोलर से जुड़ी बड़ी योजना का ऐलान किया है, इस योजना के तहत देश के एक करोड़ घरों में सोलर रूफ टॉप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार का प्रयास है कि हमारे गरीब साथियों का, हमारे मध्यम वर्ग के परिवारों का बिजली बिल तो कम हो ही, कुछ लोगों का तो जीरो भी हो जाएगा। वो सिर्फ बिल नहीं, अपने घर की छत पर जो बिजली पैदा करेंगे, वो बिजली सरकार खरीदेगी और ये परिवार बिजली बेचकर भी पैसे कमा सकें।

साथियों,
आज का भारत आप युवाओं को बड़ी आशाओं से देख रहा है। आप 21वीं सदी के युवा हैं। आपके पास हजारों साल की विरासत है और इंटरनेट एज में फ्यूचर अप्रोच को देखने का सामर्थ्य भी है। दुनिया में ऐसी कोई युवा पीढ़ी नहीं है जिसके पास रामायण और गीता की प्रेरणा और Artificial Intelligence पर काम करने का स्कोप, दोनों हो। आपके पास Tradition की भी ताकत है और Talent की भी ताकत है। आपके पास Inspiration भी है और Innovation भी है। आपके पास संभावनाओं का आसमान है। और साथियों, आपका सामर्थ्य और बढ़े, आपके हर सपने पूरे हों, इसके लिए हमारी सरकार दिन-रात काम कर रही है। और नवजवानों मोदी की गारंटी भी सुन लीजिए, आपके सपने ही मेरे संकल्प है। मेरी प्राथमिकता आप सभी युवा ही हैं। मैंने हमेशा देश के युवाओं पर सबसे अधिक विश्वास किया है। इस विश्वास के कारण सरकार ने ऐसे फैसले किए हैं, जो पहले की सरकारों में असंभव से लगते थे। हमारी सरकार ने आप सभी युवाओं के लिए ड्रोन से लेकर स्पेस सेक्टर तक को खोल दिया है। हमने स्टार्टअप नीति बनाकर आपके लिए बिजनेस के नए रास्ते बनाए हैं। हमने मुद्रा योजना के तहत आपको बिना गारंटी बैंक से लोन लेने की सुविधा दी है। आप लोन लीजिए गारंटी मोदी देगा। यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट से लेकर फॉर्म अटेस्ट कराने से मुक्ति तक आपके लिए हर चीज आसान करने का काम हमारी सरकार ने किया है। स्पोर्ट्स सेक्टर में आपका टैलेंट आगे लाने के लिए खेलो इंडिया हो या इंटरनेट रिवॉल्यूशन के लिए डिजिटल इंडिया...सभी आपके लिए है। आज देश में एक से बढ़कर एक Higher Education के संस्थान खोले जा रहे हैं...आज देश में रिसर्च और इनोवशन के लिए युवाओं को सरकार हजारों करोड़ रुपए दे रही है... ये सब इसलिए है, क्योंकि सरकार आप पर विश्वास करती है, आपके लिए नए अवसर बनाना चाहती है। और अभी ये शुरुआत है। आज देश में पहले के मुकाबले दोगुनी-तीन गुनी तेजी से नए हाईवे बन रहे हैं, नए रेलवे रूट्स का निर्माण हो रहा है। आज भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर जितना इंवेस्ट कर रहा है, उतना पहले कभी नहीं किया गया। आज देश में जो चारों तरफ इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट हो रहा है, उसका सबसे बड़ा फायदा भारत के युवाओं को ही मिलेगा। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे, उनके लिए हर सेक्टर में नई-नई संभावनाएं बनेंगी। आज ये जो आधुनिक एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, वो किसके लिए बन रहे हैं? – भारत के युवाओं के लिए। ये जो नई वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, विस्टा डोम कोचेस शुरू हुए हैं, वो किसके लिए? – मेरे नौजवान साथियों आपके लिए। आपके लिए अगले कुछ वर्षों में भारत में बुलेट ट्रेन चलने जा रही है.....ये किसके लिए है? – भारत के युवाओं के लिए। भारत की कंपनियों ने जो हजार से भी ज्यादा नए एरोप्लेन्स का ऑर्डर दिया है, किसी एक देश ने हजार नये एयरोप्लेन का ऑर्डर, इस खबर से ही दुनिया को आश्चर्य होता है। ये भी रोजगार के नए अवसर..भारत के युवाओं के लिए ला रहा है। आज भारत के रेलवे स्टेशंस को आधुनिक बनाया जा रहा है...आज देश में एक से बढ़कर एक आधुनिक एयरपोर्ट्स बन रहे हैं... रीजनल कनेक्टिविटी से कम्यूनिकेशन कनेक्टिविटी तक, मोबाइल टावर से लेकर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क तक, सेमीकंडक्टर पर मिशन से लेकर मिशन हाइड्रोजन तक, एविएशन सेक्टर से लेकर टूरिज्म सेक्टर तक, भारत में होता हर बदलाव नौजवान आपके लिए है। इन बदलावों का हर रास्ता, युवाओं के हित से होकर गुजरेगा। आपके लिए भारत में रोजगार के, स्वरोजगार के रिकॉर्ड नए अवसर बनने जा रहे हैं। राष्ट्र निर्माण से जुड़ी भारत के नौजवानों की हर आकांक्षा की पूर्ति के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। मैं देश के युवा वोटर्स को भी ये भरोसा दूंगा...सरकार युवाओं के हित में ऐसे ही फैसले लेती रहेगी और यही तो मोदी की गारंटी है।

साथियों,
मुझे खुशी है कि आज भारत का नौजवान, देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों को अच्छी तरह समझ रहा है। इसलिए वो भ्रष्टाचार के खिलाफ है, वो परिवारवाद के खिलाफ है। परिवारवाद एक ऐसी बीमारी है, जो देश के युवाओं को आगे बढ़ने से रोकती है। आपने देखा है कि परिवारवादी पार्टियों में दूसरे युवा कभी आगे नहीं बढ़ पाते। परिवारवादी पार्टी के नेताओं की सोच ही युवा विरोधी होती है। इसलिए आपको अपने वोट की ताकत से ऐसी परिवारवादी पार्टियों को हराना है।

साथियों,
आज इस आयोजन में शामिल युवाओं की मैं इस बात के लिए और सराहना करना चाहता हूं। आपने अमृत महोत्सव के दौरान जनभागीदारी की अद्भुत मिसाल कायम की है। भारत के युवाओं ने जिस बड़ी सख्या में अमृत महोत्सव में हिस्सा लिया, वो अभूतपूर्व है। समाज के हित में कार्य के लिए आप जितना कार्य करेंगे, उतना ही देश का भी भला होगा। युवाओं के लिए देश में एक नया संगठन भी बनाया गया है- उस संगठन का नाम है मेरा युवा भारत, Mybharat। अभी इस युवा संगठन को बने तीन महीने भी नहीं हुए हैं और इससे एक करोड़ से ज्यादा युवा जुड़ चुके हैं। आप भी मेरा युवा भारत माय भारत संगठन से जरूर जुडिए। आप अपनी बात, अपने सुझाव, नमो ऐप के माध्यम से भी मुझ तक पहुंचाते रहिए। नमो ऐप पर आप मुझे, आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का घोषणापत्र, बेजेपी का मेनिफेस्टो, या यूं कहे बीजेपी का संकल्प पत्र कैसा होना चाहिए, खासकर युवाओं के लिए उसमें क्या होना चाहिए इससे जुड़े सुझाव भी आप जरूर भेज सकते हैं। मेरे हिसाब से तो आप वोट डालने जाए उससे पहले ही मैं आपकी भागीदारी चाहता हूं। आइए देश को बनाने के लिए आगे आइए..आप भागीदारी कीजिए... मैं चाहता हूं कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र में देश के ज्यादा से ज्यादा युवाओं की भागीदारी हो। भारत के युवा ही बीजेपी के संकल्प पत्र को गाइड करेंगे और आपके सुझावों में जो मुझे बहुत अच्छे लगेंगे, जो संभव लगेंगे, और जो मोदी की गारंटी होती है पूरा करने की, सिर्फ लिखने के लिए मैं नहीं लिखता, वो सुझाव देने वाले युवाओं से मैं मिलकर के भी विस्तार से बात करूंगा। कोई टीम उसको सेलेक्ट करेगी, आपके साथ बैठूंगा, गप्प-शप करूंगा, और अधिक जानने का प्रयास करूंगा।

साथियों,
आपने देखा होगा, देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार जी ने देश के युवाओं को बहुत ही अहम संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि हमारी मतदाता सूची एक जीवंत वाइब्रेंट तस्वीर के रूप में हमारे लोकतंत्र की समृद्धि विविधता को रिफ्लेक्ट करती है। उन्होंने विशेषकर शहर के लोगो को, युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मतदान कर एक उदाहरण प्रस्तुत करने को कहा है। वाकई, आपका काम समाज को वोट के लिए जागरुक करने का भी है। इस बार आपको Let’s Vote के साथ, Lets make them vote पर भी काम करना है। आप सब सोशल मीडिया की जेनरेशन वाले लोग हैं। यानि, आप सब एक बड़ी Audience से सीधे कनेक्ट हो सकते हैं। जिनका नाम अब तक वोटर लिस्ट से छूटा हुआ है, उनका नाम भी आप लिस्ट में जरूर शामिल कराएं। कोशिश करिए, कोई भी ऐसा वोटर ना हो जो चुनाव में छूट जाए।

साथियों
युवा भारत की अमृत पीढ़ी के सामने तरक्की के जितने अवसर हैं, उतने पहले किसी पीढ़ी के पास नहीं थे। सारा विश्व आज आपकी ओर देख रहा है। जी-20 के सम्मेलन में भारत और भारतीयता की ये शक्ति पूरी दुनिया ने देखी है। हमें इस शक्ति के साथ आगे बढ़ना है और अपनी जिम्मेदारी भी समझनी है। आप आने वाले 25 वर्ष अपने कर्तव्यों के लिए पूरी शक्ति से काम करेंगे। इसी कामना, इसी विश्वास के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं।
आपको मेरी तरफ से, जीवन के एक नए कालखंड में आप प्रवेश कर रहे हैं तब, भारत के भाग्य लिखने वालों में आपकी भागीदारी बन रही है तब जितनी शुभकामनाएं दूं उतना ही कम है।
बहुत बहुत धन्यवाद, साथियों

Explore More
୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ ଲାଲକିଲ୍ଲାରୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଭିଭାଷଣ

ଲୋକପ୍ରିୟ ଅଭିଭାଷଣ

୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ ଲାଲକିଲ୍ଲାରୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଭିଭାଷଣ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।