Whatever BJP promises, it delivers: PM Modi in Telangana

Published By : Admin | November 25, 2023 | 15:30 IST
I see a wave of change in Telangana. The people of Telangana are fed up with the 9-year rule of the BRS government and want freedom from it: PM Modi
People have seen our track record that whatever BJP says, it delivers, says PM Modi in Kamareddy
BJP understands the injustice done to the Madiga community. The Government of India is committed to ending this injustice and a committee is being formed to expedite the process: PM

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

ना तेलांगाना कुटुंब सभ्युलंदरिकी शुभाभिनंदनलु...
ये स्थान अपने गन्ना किसानों और चीनी के प्रोडक्शन के लिए जाना जाता है। यहां के लोगों के व्यवहार में ये ये मिठास साफ महसूस होती है। आप इतनी बड़ी संख्या में बीजेपी को आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। हम सभी आपके बहुत बहुत आभारी हैं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
मैं जब भी तेलंगाना आता हूं, मुझे यहां की जनता-जनार्दन में आशा की एक लहर दिखाई देती है, ये लहर उम्मीद की है, ये लहर बदलाव की है, ये लहर इस भावना की है कि तेलंगाना का विकास उस नई ऊंचाई को प्राप्त करे जिसका वो हकदार है। मैं जानता हूं कि यहां की जनता अब विश्वासघात के अतीत से छुटकारा पाना चाहती है। यहां के लोग अब बीआरएस के 9 वर्षों के कुशासन से परेशान हो चुके हैं बीआरएस से मुक्ति चाहते हैं। यहां के लोग उस कांग्रेस से भी मुक्ति चाहते हैं जिन्होंने सात दशक तक सत्ता में होने के बावजूद भी इस पूरे क्षेत्र को लगातार तिरस्कार किया। और इसलिए इस बार हवा बीजेपी की ओर है। तेलंगाना के लोग बिजेपी से उम्मीद लगा रहे हैं। तेलंगाना की गरीबों की, किसानों की, महिलाओं की, युवाओं की, पिछड़ों की और दलितों की आकांओं का प्रतीक बीजेपी का संकल्प पत्र है। हम सकला जनुला सौभाग्य तेलंगान के निर्माण का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। लोगों ने National Politics में हमारा ट्रैक रिकॉर्ड देखा है। बीजेपी जो कहती है वो कर के दिखाती है। हमने वादा किया था कि आर्टिकिल 370 खत्म करेंगे, वादा पूरा हुआ, हमने कहा था ट्रिपल तलाक का अंत होगा, वादा पूरा हुआ। हमने संसद में महिला आरक्षण की बात कही थी, वादा पूरा हुआ। हमने किसानों को डेढ़ गुना एमएसपी देने की गारंटी दी थी, वादा पूरा हुआ। हमने अपने सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन का संकल्प दिया था, वादा पूरा हुआ। हमने वादा किया था राम मंदिर अवश्य पूरा होगा आज पूरा हो रहा है। और साथियों हमने तेलंगाना के लोगों से टर्मरिक बोर्ड बनाने का वायदा किया था ये वायदा भी बीजेपी सरकार ने पूरा करके दिखाया। हमने आपसे सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी का वायदा किया था बीजेपी सरकार ने आपसे ये वायदा भी पूरा करके दिखाया है। मोदी की गारंटी, मोदी की गारंटी यानि गारंटी के पूरा होने की गारंटी। इसलिए आज तेलंगाना के बीसी समाज के लोग भी उत्साहित हैं क्योंकि, बीजेपी ने यहां इसी समाज से सीएम बनाने का वायदा किया है। ये बीजेपी ही है जिसने देश को रिकॉर्ड संख्या में बीसी समाज से आने वाले केंद्रीय मंत्री दिए हैं। और ये बीजेपी ही है जिसने देश को ओबीसी समाज से ही एक पीएम दिया है।

कांग्रेस और BRS ने ना BC समाज के लिए काम किया और ना ही दलितों के लिए कोई काम किया। आज जो BRS है, पहले वो टीआरएस थी। इन लोगों ने वादा किया था कि तेलंगाना का पहला सीएम दलित होगा। लेकिन जब दलित वोट मिल गए, तो केसीआर ने सीएम की कुर्सी पर खुद कब्जा जमा लिया। लेकिन इससे ठीक विपरीत, बीजेपी हमेशा सामाजिक न्याय और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए काम करती आई है। तेलंगाना की इस विकास यात्रा में मादिगा समुदाय के साथ जो अन्याय हुआ है, उसे बीजेपी भली-भांति समझती है। इस अन्याय का अंत करने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है। काम को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए एक कमिटी का गठन कर रही है। ये कमेटी आपको न्याय दिलाने की पहल करेगी और आपके सशक्तिकरण का एक नया रास्ता बनाएगी। मादिगा समुदाय से जुड़ी एक बड़ी न्यायिक प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। ये केस मजबूत हो सके, इसके लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इन सभी विषयों पर कल ही मैंने दिल्ली में अफसरों से विस्तार से बात भी की है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना के किसानों को उनकी मेहनत के लिए जाना जाता है।
लेकिन राज्य सरकार ने उनके साथ भी धोखा ही किया है। BRS की सरकार ने यहां पर अनेक सिंचाई योजनाओं की घोषणा की थी, लेकिन ये योजनाएं बीआरएस के लिए उनका एटीएम बनकर रह गईं।
जब भी किसी को पैसे की जरूरत पड़ती है, लोग पैसा निकालने एटीएम तक जाते हैं। लेकिन जब BRS को पैसे की जरूरत पड़ती है, तो ये लोग एक नई सिंचाई स्कीम की घोषणा कर देते हैं। परियोजनाओं की लागत बढ़ती जाती है, लेकिन ना कोई प्रोजेक्ट पूरा होता है, ना कोई प्रोजेक्ट शुरू होता है। तेलंगाना के विकास का पैसा BRS को चलाने वाले परिवार की जेबों में जा रहा है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
किसानों का हित, बीजेपी की हमेशा प्राथमिकता रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए देश के करोड़ों किसानों को 2 लाख 75 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रकम Direct Transfer की गई है।
तेलंगाना के करीब 40 लाख किसानों को भी इसका लाभ मिला है।
इसमें करीब डेढ़ लाख किसान कामारेड्डी के भी है, जिन्हें इस योजना से करीब 400 करोड़ रुपये मिले हैं। यूरिया की जो बोरी दूसरे देशों में ढाई से तीन हजार रुपए की पड़ती है, वही बोरी भाजपा सरकार तेलंगाना के किसानों को 300 रुपए से भी कम में उपलब्ध करा रही है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीते वर्षों में यहां Paddy (पैडी) की 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज़्यादा की ख़रीद हुई है। केंद्र सरकार किसानों से Boiled Rice भी लेती है। अब हमारी सरकार ने ये निश्चय किया है कि इस ख़रीफ़ सीजन में तेलंगाना के किसानों से 20 लाख मीट्रिक टन Boiled Rice अतिरिक्त खरीदा जाएगा। इससे भी तेलंगाना के किसानों को बहुत लाभ होगा। किसानों को आय के अतिरिक्त साधन मुहैया कराने के लिए भी केंद्र की भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है। खेती-किसानी से निकलने वाले कचरे से ईंधन बने, इसके लिए बायो-फ्यूल प्लांट लगवाए जा रहे हैं। गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए पेट्रोल में इथेनॉल की ब्लेडिंग बढ़ाई गई है, इथेनॉल प्लांट लगाए जा रहे हैं। ये तो शुगरकेन हब है। आप लोगों को भी इससे बहुत लाभ होने वाला है। पशुपालकों को लाभ हो, इसके लिए गोबरधन योजना चलाई जा रही है। 15 हजार करोड़ रुपए खर्च करके केंद्र सरकार पशुओं का मुफ्त टीकाकरण भी करा रही है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना एक युवा राज्य है। मुझे इसका दुख है कि तेलंगाना जैसे युवा राज्य को सबसे बड़ी ओर सबसे ज्यादा युवाओं की विरोधी, युवाओं के दुश्मन ऐसी सरकार मिली है। सालों से हमारे जो हजारों युवा TS-PSC परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन सब के साथ BRS की सरकार ने धोखा किया है। इसके अलावा, इन लोगों ने एजुकेशन सेक्टर की भी पूरी तरह से उपेक्षा की है। और साथियों, कांग्रेस का नौजवानों के प्रति रवैया किसे पता नहीं है। कांग्रेस शासन के नकारेपन के कारण ही तेलंगाना आंदोलन के हजारों नौजवानों ने अपनी जान गंवाई थी। इन पार्टियों को देश की अगली पीढ़ी नहीं, ये ऐसे लोग हैं जिनको अपने परिवार की आने वाली पीढ़ी की चिंता है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना के लोगों को, कामारेड्डी की जनता को, इन दोनों दलों को रिजेक्ट करना ही चाहिए। BRS के सीएम और तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष दोनों ही कामारेड्डी से चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही ये लोग दूसरे क्षेत्रों से भी चुनाव लड़ने उतरे हैं। ये दिखाता है कि ये लोग कितने हताश हैं। कितने डरे हुए हैं। कामारेड्डी के लोगों के पास ये मौका है कि वो कांग्रेस और BRS के लोगों को ये सिखा दें कि उनकी परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति अब चलने वाली नहीं है। BRS और कांग्रेस में एक और बात कॉमन है। ये दोनों दल, आप लोगों को धोखा देने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाते हैं। कभी अचानक से TRS को BRS बना दिया जाता है। इसी साल यूपीए को INDI Alliance बना दिया गया है। देश के लोग, ये सारे हथकंडे अच्छी तरह समझते हैं। नाम बदलने से इनके भ्रष्टाचार, कुशासन और वोटबैंक पॉलिटिक्स का इतिहास कभी नहीं बदल सकता। सच ये है कि देश के कई राज्यों में लोगों ने दशकों से कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर रखा है। और मुझे विश्वास है, 3 दिसंबर को यहां जनता, केसीआर को भी सत्ता से हटाकर के रहेगी।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीजेपी एकलौती ऐसी पार्टी है, जो गरीबों के लिए काम करती है। जनधन अकाउंट हो, बिना गारंटी मुद्रा लोन हो, कोरोना के दरम्यान सभी देशवासियों को मुफ्त वैक्सीन हो, ये सारी व्यवस्थाएं बीजेपी ने की है। बीजेपी ये भी सुनिश्चित कर रही है कि देश का कोई भी गरीब भूखा ना सोए। अब मैंने ये निश्चय किया है कि अगले 5 साल के लिए, गरीबों को जो मुफ्त राशन देते हैं, इस योजना को पांच साल के लिए आगे बढ़ा दिया जाएगा। इसका लाभ यहां तेलंगाना के भी मेरे लाखों गरीब भाई-बहनों को मिलेगा।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,

आज आप सभी लोगों के आशीर्वाद से भाजपा के पास 300 से अधिक सांसद हैं। देश में एक वो भी समय था, जब हमारे सिर्फ 2 सांसद थे, हमारा मजाक उड़ाया जाता था। उस समय हमारे दो सांसदों में से एक इसी क्षेत्र से थे। हम इस बात को कभी भूल नहीं सकते हैं। हम ये कैसे भूल सकते हैं कि जब हम सबसे कमजोर थे, तब भी तेलंगाना और तेलुगु लोगों ने हमारा साथ दिया था। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, हम हमेशा तेलंगाना के लोगों के साथ रहेंगे और आपके विकास के लिए काम करते रहेंगे। भले ही BRS और कांग्रेस के लोग अपने बच्चों के बारे में सोचें लेकिन हम आपके बच्चों के साथ खड़े रहेंगे।
और इसीलिए मुझे ये पूरा भरोसा है कि कामारेड्डी और तेलंगाना के लोग इस बार बीजेपी के लिए वोट करने वाले हैं। बीजेपी की सरकार बनाने वाले हैं बीसी मुख्यमंत्री बनने वाला है। एक बार फिर इतनी बड़ी तादाद में आकर आपने आशीर्वाद दिए, मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।

मेरे साथ बोलिए भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।