Trinamool is not cool, it is a 'shool': PM Modi in West Bengal’s Jaynagar

Published By : Admin | April 1, 2021 | 14:41 IST
Trinamool is not cool, it is a 'shool', PM Modi says in West Bengal’s Jaynagar
Mamata Didi has problem with 'tilak' and saffron clothes. Didi's people are now calling people with 'chotis' as 'rakshas': PM Modi in Bengal
BJP wave blowing across West Bengal, party will win over 200 seats: PM Narendra Modi at election rally
Constitution doesn't permit Mamata to speak against other states, says PM Modi in Bengal
Mamata Banerjee has urged leaders of other parties for help and support as she is afraid of losing elections, claims PM Modi

भारत माता की... जय !
भारत माता की... जय !

नमोष्कार !

मां धनवन्तरी काली आर सुन्दोरबोनेर रोक्खाकारी मा बोनदुर्गा के, कोटि-कोटि प्रोनाम जानाई ! गंगा सागर की महिमा, कनईलाल भट्टाचार्य जी जैसे क्रांतिवीरों का तप, भूमिपुत्र प्रतापदित्य जैसे सपूतों का शौर्य, इस मिट्टी का कण-कण प्रेरित करने वाला है, हर पीढ़ी को प्रेरित करने वाला है।

मैं देख रहा हूं, आशोल पोरिबोरतोन की लहर को तेज करने का काम भी इसी क्षेत्र से होने वाला है।पहले चरण में बंगाल में हुए शांतिपूर्ण और रिकॉर्ड-ब्रेक मतदान में लोगों ने बीजेपी को भारी समर्थन दिया है। कुछ हफ्ते पहले तक बंगाल के लोग कह रहे थे कि बीजेपी इस बार 200 सीटें पार कर जाएगी। लेकिन, पहले चरण में जिस तरह की दमदार शुरुआत बीजेपी ने की है, ये साफ है कि जनता की आवाज को ईश्वर का भी आशीर्वाद मिल गया है। बंगाल में बीजेपी की जीत का आंकड़ा 200 के भी पार जाएगा। आज दूसरे चरण में भी लोग भारी संख्या में पोलिंग बूथ पर पहुंच रहे हैं। हर तरफ बीजेपी ही बीजेपी है, बीजेपी की लहर है।

भाइयो और बहनो,
आज यहां आपके बीच किसी भी चर्चा से पहले मैं, बंगाल की बेटी शोवा मजूमदार जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। शोवा जी, बंगाल की उन अनगिनत माताओं, उन अनगिनत बहनों का चेहरा थीं, जिन पर तृणमूल के लोगों ने अत्याचार किए। शोवा जी का वो चेहरा मेरी आंखों से उतरता नहीं है। और मुझे बहुत कष्ट होता है, जब मैं ऐसे अपराध, ऐसे अत्याचार के बाद दीदी को ये कहते देखता हूं- Cool Cool ! धमकी और गालियां देने वाली दीदी अब कह रही हैं- Cool Cool !

दीदी, ओ दीदी,
तृणमूल, कूल नहीं, बंगाल के लोगों के लिए शूल है।
बंगाल को असहनीय पीड़ा देने वाला शूल है तृणमूल।
बंगाल को रक्तरंजित करने वाला शूल है तृणमूल।
बंगाल के साथ अन्याय करने वाला शूल है तृणमूल।

दीदी! ओ दीदी!
आपनाके बांग्लार भाई-बोनेदेर होत्तार हिशेब दीते होबे।
अपनादेर के, माएदेर छेलेर होत्तार हिशेब दीते ई होबे।
रोक्तेर खैला चोलबे ना।
मैं कहूंगा, आप भी मेरे साथ बोलिए चोलबे ना चोलबे ना
रोक्तेर खैला चोलबे ना चोलबे ना।
ओत्ताचारेर खैला... चोलबे ना। चोलबे ना।
भ्रोष्टाचारेर खैला... चोलबे ना। चोलबे ना।
होत्ताचारेर खैला... चोलबे ना। चोलबे ना।

भाइयो और बहनो,

बीते कुछ समय में दीदी के फैसले बंगाल की राजनीति का सबसे बड़ा ओपीनियन पोल भी बन गया है और एग्जिट पोल भी बन गया है। दीदी का हर एक्शन देख लीजिए, सबकुछ स्पष्ट नजर आता है। शुरुआती रुख पता चला तो तो दीदी भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम पहुंच गईं। नंदीग्राम जाकर लगा, उन्हें लगा कि यहां आकर गलती कर दी है। और अब तक का जो पोलिंग का मूड है, जो काम पूरा बंगाल करना चाहता था वो आज नंदीग्राम पहले ही कर रहा है। गुस्से में वो नंदीग्राम के लोगों के अपमान पर उतर आईं। पहले चरण की वोटिंग होने के बाद उनकी बौखलाहट और बढ़ गई है। कल ही दीदी ने देश के कई नेताओं को संदेश भेजकर मदद की अपील की है। जो लोग दीदी की नजर में बाहरी हैं, टूरिस्ट हैं, जिन्हें वो कभी मिलने तक का समय नहीं देती थीं, अब उनसे समर्थन मांग रही हैं।

साथियो, आप सोचिए,
10 साल मुख्यमंत्री रहते अगर बंगाल की सेवा की होती, तो दीदी ये करना पड़ता क्या? क्या 3 दिन एक ही क्षेत्र में गुजारने के लिए मजबूर होना पड़ता क्या? EVM को गाली, वो पहले ही दे चुकी हैं। चुनाव आयोग को कठघरे में, वो पहले ही खड़ा कर चुकी हैं।

दीदी, ओ दीदी,
आपका व्यवहार, आपके शब्द, आपकी बौखलाहट, बंगाल के लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। आपने बंगाल के साथ विश्वासघात किया, अब आप बंगाल के विनम्र और समृद्ध भाषा, संस्कार, यहां की मान-मर्यादाओं का भी अपमान कर रही हैं।

साथियो,

ममता दीदी को जय श्रीराम के आह्वान से दिक्कत है, ये पूरा बंगाल पहले से जानता है। ममता दीदी को दुर्गा जी की प्रतिमा के विसर्जन से दिक्कत रही है, ये भी पूरा बंगाल पहले से जानता है। लेकिन अब दीदी को तिलक से दिक्कत है। अब दीदी को भगवा वस्त्र से दिक्कत है। और तो और, अब दीदी के लोग चोटी रखने वालों को राक्षस कहने लगे हैं। ममता दीदी, आपको वोट के लिए किसी को खुश करना है तो ये आपका अधिकार है, आप जरूर करिए। आपको मुझे गाली देनी है, जरूर देते रहिए। लेकिन पश्चिम बंगाल के लोगों की आस्था को, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु की पहचान को, मैं गाली नहीं देने दूंगा।

भाइयो और बहनो,

दीदी, जिस तरह यूपी और बिहार के लोगों के खिलाफ दुश्मनी की भाषा बोल रही हैं, वो उनकी राजनीतिक समझ पर सवाल पैदा कर रहा है। दीदी, आप ये भूल रही हैं कि आपने सीएम के नाते संविधान की शपथ ली हुई है। भारत का संविधान आपको इसकी इजाजत नहीं देता कि आप दूसरे राज्यों का, दूसरे राज्यों के लोगों का इस तरह अपमान करें। मैं फिर कहूंगा। आपको मेरी जितनी बेइज्जती करनी हो, उतनी बेइज्जति करिए। स्क्रू ढीला हो गया जैसी बातें, एक से एक भद्दी गालियां आपने मुझे दी हैं। लेकिन दीदी, मेरा आग्रह आपसे यही है कि देश के संविधान का अपमान मत करिए। बाबा साहेब आंबेडकर की भावना का अपमान मत करिए।

वाकई साथियो,

मैं हैरान हूं कि दीदी को क्या हो गया है। कुछ दिनों पहले मैं बांग्लादेश गया था। वहां मैंने 51 शक्तिपीठों में से एक जशोरेश्वरी काली माता मंदिर के दर्शन किए, पूजा अर्चना की। लेकिन, दीदी को इस पर घोर आपत्ति है। मैंने ओराकान्दी में हॉरीचॉन्द ठाकुर, गुरुचॉन्द ठाकुर जी की पुण्य भूमि में जाकर पूरे देश के लिए आशीर्वाद मांगा। ये देखकर भी दीदी का गुस्सा सांतवें आसमान पर पहुंच गया। आप बताइए साथियो, मां काली के मंदिर में जाना गलत है क्या? गलत है क्या? ये मेरी सारी माताएं-बहनें कह रही हैं नहीं, गलत नहीं है। हॉरीचॉन्द ठाकुर जी को प्रणाम करना गलत है क्या? दीदी, ओ दीदी, दीदी आप हमको जानती नहीं हो। दीदी, हम सीजनल श्रद्धा वाले लोग नहीं है। हम अपनी आस्था, अपनी परंपरा पर हमेशा गर्व करने वाले लोग हैं।

भाइयो और बहनो,

दीदी की समस्या क्या है, वो ये पूरा क्षेत्र जानता है, ये सुंदरबन का इलाका जानता है। घुसपैठियों को खुश करने के लिए दीदी बंगाल के लोगों को भूल गईं। यहां उन्नयन के नाम पर उन्होंने 10 साल में क्या किया, इसका कोई ठोस जवाब दीदी के पास नहीं है। तेज पानी से बचाने के लिए डैम की क्या हालत है, ये आप लोग अच्छी तरह जानते हैं। अम्फान साइक्लोन के समय, आपलोगों की मदद करने के बजाय, इन लोगों ने आपको ही लूट लिया। उस समय केंद्र सरकार ने जो सैकड़ों करोड़ रुपए भेजे थे, वो राहत पीड़ितों के बजाय TMC के दफ्तरों में पहुंच गए।
इसी लूट का दूसरा नाम है- खैला हौबे !
दीदीर जोन्ने,
बाङ्गला खैलार माठ छीलो,
खैलार माठ आछे,
आर खैलार माठ ई थाकबे।
बीजेपीर जोन्ने बांग्ला उन्नोयोनेर माठ होए उठबे।
बीजेपीर जोन्ने बांग्ला शिक्खार माठ होए उठबे।
बीजेपीर जॉन्ने बांग्ला शिल्पेर माठ होए उठबे।

भाइयो और बहनो,

दीदी की सरकार ने सुंदरबन जैसे पर्यटन-समृद्ध क्षेत्र को, यहां के द्वीपों को, यहां के तटों का विकास नहीं किया। सोनार बांग्ला के लक्ष्य के साथ बीजेपी की डबल इंजन सरकार यहां कनेक्टिविटी को प्राथमिकता देगी। गंगासागर की महिमा को, गंगासागर मेले की भव्यता और दिव्यता को बंगाल की भाजपा सरकार नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

साथियो,

तृणमूल की टोलाबाजी ने गरीब, मध्यम वर्ग, उद्यमी, सभी का जीना दुश्वार किया हुआ है। घर बनता है तो उसमें कटमनी। बच्चों के एडमिशन, जॉब की एप्लीकेशन, उसमें भी कटमनी। होम लोन हो, एजुकेशन लोन हो, अस्पताल में एडमिशन हो, हर जगह कटमनी, कटमनी, कटमनी। गरीबों, दलितों, पिछड़ों को इस स्थिति ने सबसे ज्यादा परेशान किया है। कोरोना काल में भाजपा सरकार ने दिल्ली से मुफ्त चावल भेजा, तो उसमें कटमनी। गरीब की थाली में भी कटमनी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पूरे देश में करोड़ों घर बने। बंगाल में केंद्र सरकार ने 30 लाख से ज्यादा घर, गरीबों के लिए स्वीकृत किए हैं। लेकिन, कटमनी के कारण यहां अनेक गरीबों के घर अधूरे पड़े हैं। हर घर जल मिशन के लिए भी केंद्र की बीजेपी सरकार ने सैकड़ों करोड़ रुपए भेजे। लेकिन, तृणमूल सरकार ने उसका पूरा उपयोग ही नहीं किया। इन सारी स्थितियों को बदलने का काम बंगाल की बीजेपी सरकार करेगी।

साथियो,

टीएमसी सरकार की नीतियों का बहुत बड़ा नुकसान हमारे किसान भाई-बहनों ने उठाया है। दीदी की मनमानी की वजह से बंगाल के लाखों किसान, पीएम किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित हैं। साथियो, किसान सम्मान योजना के तहत पूरे देश में 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में सवा लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जमा कराए जा चुके हैं। सवा लाख करोड़ दस करोड़ किसानों के खाते में। कोई कटमनी नहीं, सीधा-सीधा। बीते तीन वर्षों में, देशभर के किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर हुए हैं। लेकिन, दीदी ने बंगाल के किसानों से न जाने किस बात की दुश्मनी निभाई है। उन्होंने बंगाल के एक भी किसान को इस योजना से जुड़ने ही नहीं दिया। केंद्र सरकार कहती रही, किसानों के नाम मांगती रही, उनके बैंक के अकाउंट मांगती रही। लेकिन, दीदी ने यहां के किसानों की परवाह नहीं की। ऐसे जैसे किसानों को सजा करने का मन बना लिया था। अब मैं जब आज बंगाल की धरती पर खड़ा हूं, बंगाल की पवित्र धरती पर खड़ा हूं, बंगाल के वीरों की धरती पर खड़ा हूं- तब मैं आज बंगाल के मेरे किसान भाइयों-बहनों को भरोसा देना चाहता हूं। मेरे किसान भाइयों-बहनों, आप सुन लीजिए मेरी बात को, और 2 मई के बाद मेरे से हिसाब मांगना, मैं हिसाब देने के लिए आऊंगा। जैसे ही 2 मई को बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी, तुरंत ही पीएम किसान योजना का लाभ आप तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बंगाल के एक-एक किसान के बैंक खाते में, प्रत्येक किसान के बैंक खाते में 18 हजार रुपया सीधा उसके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। पिछले तीन साल की पूरी राशि हर किसान के बैंक खाते में सीधी भेज दी जाएगी। आज दीदी, आपके इस अधिकार के सामने दीवार बनकर खड़ी हैं। लेकिन, ये दीवार हटते ही आपके बैंक खाते में सीधे ये पैसा भेजा जाएगा। आपके अधिकार का एक-एक टका, आपको सीधे ट्रांसफर किया जाएगा। पीएम किसान सम्मान योजना, बंगाल में डबल इंजन के डबल बेनिफिट के साथ लागू होगी।

साथियो,

दीदी की सरकार ने यहां के हमारे मछुआरे भाई-बहनों को भी सिर्फ तोलाबाजी दी है। दीदी की सरकार ने मत्स्य-जीवियों के लिए बनाए गए प्रकल्प, मत्स्य संपदा योजना को रोका, डबल इंजन सरकार इस योजना को यहां तेजी से लागू करेगी, ताकि मछली का व्यापार-कारोबार आसान हो। बंगाल की बीजेपी सरकार मछुआरों के बैंक खाते में भी सीधी मदद देगी।

भाइयो और बहनो,

दीदी की सरकार ने इस क्षेत्र में Ease of Crime को बढ़ावा दिया, डबल इंजन सरकार यहां Ease of Doing Business को बढ़ाएगी। सी फूड की प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योगों, जयनगर की मोआ मिठाई, सुंदरबन के ऑर्गेनिक शहद, ऐसे हर उत्पादों को यहां प्रोत्साहित किया जाएगा।

भाइयो और बहनो,

आशोल पोरिबोरतोन की शुरुआत, अब बस एक महीना दूर है। अब आपके संकट एक महीना से ज्यादा नहीं रहेंगे। मुझे पता है कि यहां कुछ लोग अभी भी जनता के लोकतांत्रिक अधिकार में रोड़े अटकाने में जुटे हैं। मेरा उन सभी से कहना है कि संविधान का, कानून का सम्मान करें, कानून का मान रखें। अपने कर्तव्य से पीछे हटने वालों के खिलाफ बंगाल की बीजेपी सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।

भाइयो-बहनो, रोबी ठाकुर ठीकी बॉलेछेन- “नाई नाई भॉय, होबे-होबे जॉय”। नाई नाई भॉय, होबे-होबे जॉय। नाई नाई....भॉय। होबे-होबे....जॉय।

आपनारा ई पोद्दो फूल फोटाबेन।
आप भारी संख्या में कमल छाप पर मतदान करेंगे, इसी विश्वास के साथ आप सभी का बहुत-बहुत आभार ! दोनों मुट्ठी बंद करके मेरे साथ बोलिए।
भारत माता की... जय !
भारत माता की... जय !

इतनी बड़ी तादाद में आपलोग आए, जहां तक मेरी नजर पहुंचती है, लोग ही लोग हैं। लेकिन, माताएं-बहनें इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने आई हैं, ये मेरे जीवन में एक बहुत बड़ी शक्ति का संचार कर रहा है। मैं माताओं-बहनों को विशेष प्रणाम करता हूं कि आप इतना समय निकाल करके मुझे आशीर्वाद देने के लिए आई हैं। आप सब माताओं-बहनों को मैं फिर एक बार विशेष रूप से प्रणाम करता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद !
भारत माता की... जय !

Explore More
୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ ଲାଲକିଲ୍ଲାରୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଭିଭାଷଣ

ଲୋକପ୍ରିୟ ଅଭିଭାଷଣ

୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ ଲାଲକିଲ୍ଲାରୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଭିଭାଷଣ
India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report

Media Coverage

India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
PM to participate in ‘Odisha Parba 2024’ on 24 November
November 24, 2024

Prime Minister Shri Narendra Modi will participate in the ‘Odisha Parba 2024’ programme on 24 November at around 5:30 PM at Jawaharlal Nehru Stadium, New Delhi. He will also address the gathering on the occasion.

Odisha Parba is a flagship event conducted by Odia Samaj, a trust in New Delhi. Through it, they have been engaged in providing valuable support towards preservation and promotion of Odia heritage. Continuing with the tradition, this year Odisha Parba is being organised from 22nd to 24th November. It will showcase the rich heritage of Odisha displaying colourful cultural forms and will exhibit the vibrant social, cultural and political ethos of the State. A National Seminar or Conclave led by prominent experts and distinguished professionals across various domains will also be conducted.