DMK contests on family politics, and anti-Tamil culture, with corruption being DMK's Copyright
DMK founded on 'Divide, Divide and Divide' and seeks to destroy 'Sanatan.'
Our endeavour has always been to promote the Tamil Culture, be it the Kashi-Tamil Sangamam, Saurashtra-Tamil Sangamam or me speaking the Tamil language in the UN.
DMK even boycotted the Sthapana of the 'Pavitra Sengol' in the New Parliament Building that served as the founding symbol of India's independence

एन अन्बार्न्दा तमिल सगोदर सगोदरिगले, वणक्कम
सबसे पहले तो मैं आप सबकी क्षमा मांगता हूं क्योंकि मैं तमिल में बोल नहीं पाता हूं, इसके लिए आप सभी मुझे क्षमा करेंगे। दूसरा 14 अप्रैल को हमारा नववर्ष आरंभ हो रहा है। मैं आप सबको नववर्ष की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं और मुझे पक्का विश्वास है कि आने वाला वर्ष तमिलनाडु के विकास की यात्रा को और मजबूत बनाएगा और ये चुनाव उसमें आपका उत्साह उमंग नई ताकत भर देगा। जो लोग दिल्ली में बैठे हैं उन्हें शायद पता नहीं चलता होगा कि वेलूर की धरती नया इतिहास बनाने जा रही है। ये आपका प्यार, ये आपका आशीर्वाद तमिलनाडु के प्रति मेरा जो समर्पण है, उस समर्पण को और अधिक प्रेरणा देते हैं और अधिक पवित्र बना देते हैं। इसलिए मैं तमिलनाडु के लोगों का जितना अभिनंदन करूं उतना कम है।

वेलूर की ऐतिहासिक, पौराणिक और वीरता से भरी इस धरती को मैं प्रणाम करता हूँ। मैं यहाँ विराजमान जलगंडेश्वर शिव और भगवान मुरुगन के चरणों में नमन करता हूँ। ब्रिटिश रूल के खिलाफ इस धरती पर बहुत बड़ी क्रांति हुई थी। आज वही वेलूर फोर्ट और वेलूर की धरती एक बार फिर history बनते देख रही है। बीजेपी और NDA को तमिलनाडु में अपार जनसमर्थन मिल रहा है। पूरा तमिलनाडु कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,
हमें मिलकर इस 21st century में अपने भारत को, अपने तमिलनाडु को विकसित बनाना है। बीते 10 वर्षों में NDA की central government ने developed भारत की foundation तैयार की है। आपको याद होगा, 2014 के पहले भारत को कैसी नज़र से देखा जाता था। हमारी इकॉनॉमी weak थी, देश में big decisions नहीं होते थे। केवल scams की खबरें आती थीं। जब भी अखबार खोलो स्कैम, जब भी नेता का नाम सुनो स्कैम, भारत के बारे में कहा जाता था कि भारत की इकॉनमी कभी भी फेल हो सकती है।  हिंदुस्तान इकोनॉमिकली डूब जाएगा ऐसा कहा जाता था।

वही भारत आज दुनिया की एक ताकत बनकर उभर रहा है। और मुझे खुशी है कि इसमें तमिलनाडु की बड़ी भूमिका रही है। भारत को स्पेस सेक्टर में आगे ले जाने में तमिलनाडु का बड़ा contribution रहा है। भारत को मैन्यूफैक्चरिंग में आगे ले जाने में तमिलनाडु का hard work रहा है। मुझे विश्वास है, तमिलनाडु में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर, डिफेंस सेक्टर में इस राज्य को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। तमिलनाडु के युवाओं के टेलेंट ने भारत के स्टार्टअप ecosystem को भी मजबूती दी है।

साथियों,
NDA सरकार, वेलूर के लोगों की Aspirations को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है। उड़ान स्कीम के तहत बन रहा वेलूर का एयरपोर्ट जल्द ही पूरा हो जाएगा। इससे वेलूर एयर कनेक्टिविटी के मैप पर आ जाएगा। इससे यहां पढ़ने वाले students को भी बहुत help होगी। चेन्नई-बेंगलुरू इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी वेलूर से होकर गुजर रहा है। इससे भी यहां की कनेक्टिविटी modern होगी। 2014 के बाद से ही NDA सरकार ने इस क्षेत्र में रेलवे के विकास के लिए भी बहुत काम किया है। कई स्टेशनों पर रेलवे प्लेटफॉर्म की लंबाई भी बढ़ाई गई है ताकि ज्यादा लंबी ट्रेनें वहां रुक सकें।

साथियों,
तमिलनाडु के लिए ये developed भारत का नेतृत्व करने का समय है। लेकिन, DMK तमिलनाडु को पुरानी सोच में, पुरानी पॉलिटिक्स में फंसाकर रखना चाहती है। पूरी DMK एक फैमिली की कंपनी बनकर रह गई है। DMK की family politics की वजह से  तमिलनाडु के Youth को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल रहा है। DMK से चुनाव लड़ने और DMK में आगे बढ़ने के लिए 3 main criteria हैं।

First- family politics!
Second- Corruption
Third- Anti-Tamil culture.

करप्शन पर तो DMK ने पहला कॉपी राइट करवाया हुआ है। पूरी फैमिली मिलकर तमिलनाडु को लूटने का काम कर रही है। अभी खुलासा हुआ है कि सैंड स्मग्लर्स ने two years में तमिलनाडु का 46 hundred crore rupees का loss किया है। आप कल्पना करिए, पूरे तमिलनाडु में लूट का कितना बड़ा खेल चल रहा है। हम केंद्र सरकार से तमिलनाडु के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपए भेजते हैं, ये पैसा भी DMK के करप्शन की भेंट चढ़ जाता है। DMK ने तमिलनाडु और देश के भविष्य, हमारे छोटे-छोटे बच्चों तक को नहीं छोड़ा है। स्कूल तक ड्रग्स कारोबार का शिकार हो गए हैं। इन ड्रग्स माफियाओं को किसका संरक्षण हासिल है? एनसीबी ने जिस ड्रग लॉर्ड को गिरफ्तार किया है, उसके संबंध किस फैमिली से पता चल रहे हैं? इस चुनाव में तमिलनाडु की जनता इन सब पापों का हिसाब करेगी।

साथियों,
DMK पार्टी की पॉलिटिक्स का मुख्य आधार है- Divide…Divide और Divide. ये पार्टी देश के लोगों को भाषा के नाम पर लड़ाती है, क्षेत्र के नाम पर लड़ाती है, धर्म और जाति के नाम पर लड़ाती है। DMK को पता है कि जिस दिन लोग Divide and Rule की पॉलिटिक्स समझ गए, उसे एक वोट नहीं मिलेगा। इसलिए ये लोगों को आपस में लड़ाते हैं। मैंने भी ठान लिया है कि DMK की इस दशकों पुरानी खतरनाक पॉलिटिक्स को एक्सपोज करके ही रहूंगा।

काशी-तमिल संगमम् हो, सौराष्ट्र-तमिल संगमम् हो, मेरा प्रयास होता है कि पूरा देश हमारी महान तमिल संस्कृति को जाने। और आज जब मैं वेलूर आया हूं, तो मैं काशी का सांसद हूं, आप काशी आइए, मैं निमंत्रण देने आया हूं। काशी-तमिल संगमम् को और शानदार बनाइए, दूसरा मैं गुजरात में पैदा हुआ हूं। यहां भी गुजरात के बहुत परिवार रहते हैं। सैकड़ो परिवार हैं यहां हमारे कच्छ के। मैं आपको सौराष्ट्र-तमिल संगमम् के लिए भी एक गुजराती के नाते निमंत्रण देता हूं। और जो यहां सौराष्ट्री तमिल है वो अपने गांव आएं अपने कुल देवता के दर्शन करे, ये हमेशा मेरा आपको निमंत्रण है। मैं यूनाइटेड नेशंस में तमिल भाषा में बोलने का प्रयास करता हूँ, ताकि, पूरी दुनिया को पता चले कि हमारी तमिल विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। मेरे इन प्रयासों के बीच DMK की सच्चाई क्या है?
मैंने जब संसद में तमिलनाडु के पवित्र सेंगोल की स्थापना करवाई, तो DMK पार्टी ने उसका भी बॉयकॉट किया था।

साथियों,
कांग्रेस और DMK पार्टी के एक और पाखंड की चर्चा आज पूरा देश कर रहा है। जब काँग्रेस की सरकार थी, तब कई दशक पहले इन लोगों ने कच्चातीवू आइलैंड श्रीलंका को दे दिया। किस कैबिनेट में ये निर्णय हुआ, किसके फायदे के लिए ये फैसला हुआ, इस पर कांग्रेस की बोलती बंद है। बीते वर्षों में उस आइलैंड के पास जाने पर तमिलनाडु के हजारों मछुआरें गिरफ्तार हुए हैं। गिरफ्तारी पर कांग्रेस और DMK झूठी हमदर्दी दिखाते हैं। लेकिन ये लोग तमिलनाडु के लोगों को ये सच नहीं बताते कि कच्चातीवू आइलैंड इन्होंने ही श्रीलंका को दिया था। और तमिलनाडु की जनता को अंधेरे में रखा था। NDA सरकार ऐसे मछुआरों को निरंतर रिहा कराकर वापस ला रही है। इतना ही नहीं पांच मछुआरों को फांसी की सजा कर दी थी श्रीलंका ने उन्हें भी जिंदा वापस लाया था। DMK-कांग्रेस, सिर्फ मछुआरों के ही नहीं, बल्कि देश के भी गुनहगार हैं।

साथियों,
मेरे मन में वेलूर के लिए हमेशा से एक विशेष श्रद्धा रही है। जब मैं गुजरात का CM था, तब भी मैं श्रीपुरम नारायणी मंदिर यानी गोल्डेन टेम्पल आया था। तमिलनाडु तो शक्ति की उपासना करने वाले लोगों की धरती है। लेकिन इंडी अलांयस के लोग इस शक्ति का भी अपमान करते हैं। आपको याद होगा काँग्रेस के युवराज ने क्या कहा है कि, हिन्दू धर्म में जो शक्ति है, वो उस शक्ति का विनाश करेंगे! यही मानसिकता DMK की भी है। ये लोग एक सनातन के विनाश की बात करते हैं, राम मंदिर का बहिष्कार करते हैं।

DMK और इंडी गठबंधन महिलाओं के अपमान में भी पीछे नहीं हैं। इन्होंने अम्मा जयललिता के साथ कितना गलत व्यवहार किया था! आज भी, DMK नेता महिलाओं के अपमान में कैसी-कैसी भाषा बोलते हैं, ये तो यहीं वेलूर के लोगों ने ही देखा है! BJP को, NDA को दिया आपका आशीर्वाद, सतानत शक्ति की रक्षा करेगा और महिलाओं का सम्मान भी बढ़ाएगा।

साथियों,
19 अप्रैल को तमिलनाडु के सम्मान के लिए, तमिलनाडु के भविष्य के लिए बहुत बड़ा अवसर आने वाला है। वेलूर से श्री ए.सी.शनमुगम, धरमपुरी से श्रीमती सौम्या अंबुमनी, कृष्णागिरी से श्री सी नरसिम्हन, अराक्कोनम से श्री के बालू, तिरुअन्नामलाई से श्री ए. अश्वत्थामन, और आरणि से श्री ए गणेशकुमार, ये आपके सपनों और आकांक्षाओं के लिए काम करेंगे। 19 अप्रैल को एनडीए के पक्ष में आपका एक-एक वोट तमिलनाडु के भविष्य की गारंटी बनेगा- इदु मोदियिन् गारंटी!

देखिए मैं आपका परिचय करवा रहा हूं और मुझे एक बाल प्रभु राम के वेष में दर्शन हो रहे हैं। मैं आपको ये भी बताना चाहूंगा कि मेरे भाषण, मैंने पहले भी कहा था कि मैं तमिल बोल नहीं पाता हूं। लेकिन मैं आपके साथ जीना चाहता हूं, मेरे दिल में आपको रखना चाहता हूं। आप के दिल में मैं हमेशा रहना चाहता हूं। इसलिए मेरे भाषण अब तमिल भाषा में भी ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं।

आप सोशल मीडिया प्लैटफ़ार्म X पर NaMoInTamil को फॉलो करिए। आप मुझे तमिल भाषा में सुन पाएंगे मैं इस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहा हूं। मेरी आपसे प्रार्थना है, मैं आज वेलूर आया हूं। मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप घर-घर जाइए, और हर परिवार में जाकर बताना की मोदी जी वेलूर आए थे। और मोदी जी ने आपको वडक्कम भेजा है। मेरा वडक्कम पहुंचाइए। आप इतनी बड़ी विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए। मैं आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं। वडक्कम।

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय
वंदे मातरम्,,,,
बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।