TMC opposes the CAA law and spreads false rumors about it: PM Modi in Raiganj
People from the TMC openly used to torture our sisters and daughters: PM Modi in Raiganj

भारत माता की जय...भारत माता की जय

शबाईके नबोबर्षेर आंतोरिक प्रीति ओ शुभेच्छा जानाई

आज महाअष्टमी के दिन मैं दुर्गापूजा की भूमि पर माता बोयरा काली, मां भैरवी काली, उन मां का आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। दो दिन पहले ही, बंगाल में पोयेला वैशाख के साथ नए वर्ष की शुरुआत भी हुई है। और कल, रामनवमी का महा-उत्सव भी मनाया जाएगा। ऐसे समय में, आज इतनी विशाल संख्या में आपकी उपस्थित. रायगंज का ये उत्साह ये बता रहा है कि, बंगाल में ये नया साल नई आशा लेकर आया है। आज हर कोई यही कह रहा है, चार जून, चार शो पार. हर कोई यही कह रहा है, चार जून चार सौ पार। आबार एक बार…मोदी शोरकार। आबार एक बार…मोदी शोरकार। आबार एक बार…मोदी शोरकार

साथियों,

बंगाल की धरती से स्वामी विवेकानंद, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय और गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जैसे विचारकों ने पूरे देश को दिशा दी है। बंगाल के ये विचार आज बीजेपी के विज़न का हिस्सा है। अपने इसी विज़न के साथ बीजेपी ने संकल्प-पत्र जारी किया है। बीजेपी का ये संकल्प-पत्र मोदी का गारंटी कार्ड है। आमार बांग्लार मानुष बुझलेन- मोदीर गारंटी होलो गारंटी पूर्ण होवार गारंटी। अगले 5 वर्षों के लिए मोदी की गारंटी है, पीएम आवास योजना के तहत 3 करोड़ गरीबों को घर मिलेंगे। बंगाल के विकास के लिए वंदेभारत और अमृतभारत जैसी ट्रेनों का विस्तार होगा। 70 वर्ष से अधिक आयु के हर बुजुर्ग को मुफ्त इलाज मिलेगा। और आप भी अपने परिवार में, सभी बुजुर्गों को बता दिजिए कि अब बीमारी छिपाने की जरूरत नहीं है, खर्चे की चिंता करने की जरूरत नहीं है। ये आपका बेटा दिल्ली में बैठा है वो आपकी चिंता करेगा। हमारा सपना है पूर्वी भारत में में भी बुलेट ट्रेन दौड़नी चाहिए। देश और बंगाल की करोड़ों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आईटी, रिटेल, टूरिज्म जैसे सेक्टर्स में ट्रेनिंग दी जाएगी। हम करोड़ों लोगों को मुफ्त बिजली के लिए सोलर पैनेल देंगे। बंगाल के मेरे नौजवानों को मुद्रा योजना में अब 20 लाख रुपये तक का लोन भी मिलेगा। एटा मोदीर गारंटी।

साथियों,

आज बंगाल में भाजपा सरकार के पास अपने कामों को गिनाने के लिए लंबी लिस्ट है। आप देखिए, हमने पीएम आवास योजना के तहत बंगाल में 50 लाख से ज्यादा घर स्वीकृत किए। हमने बंगाल में जलजीवन मिशन के तहत 80 लाख घरों में पानी के कनेक्शन दिए। ये लाखों परिवार पानी के संकट से जूझ रहे थे। उज्ज्वला योजना के तहत उन सवा करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन मिले, जहां महिलाएं पीढ़ियों से धुएं में खाना बनाती थीं। बीजेपी सरकार ने जनधन योजना के तहत पहली बार बंगाल के 5 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुलवाए। बीजेपी सरकार बंगाल के 6 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है, ताकि गरीब के घर का चूल्हा बुझना नहीं चाहिए। बच्चे भूखे सोने नहीं चाहिए। यहां पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 20 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का निर्माण भी किया गया।

भाइयों बहनों,

ये लिस्ट इतनी लंबी है कि गिनाने लगें तो कई घंटे कम पड़ जाएंगे। 10 बछोरे जा होलो ओटा ट्रेलार छिलो। अभी हमें देश को और बंगाल को बहुत आगे ले जाना है। और, ये काम सिर्फ बीजेपी सरकार की उपलब्धियां ही नहीं हैं। ये काँग्रेस, लेफ्ट और TMC के कारनामों का काले कारनामों का चिट्ठा भी है। इतने बरसों तक बंगाल में सरकार चलाने वालों ने बंगाल को कितना पीछे कर दिया है। लेकिन, मैं आपको बताना चाहता हूँ- बंगाल का विकास, ये मोदी की प्राथमिकता है। आप मुझे बताइए, बंगाल का विकास कौन कर सकता है, बंगाल का विकास कौन कर सकता है? आपके सपने कौन पूरे कर सकता है? आपके लिए दिन रात कौन दौड़ सकता है? हर पल आपके लिए खपाने वाला कौन है?

साथियों,

बंगाल के सपूत हमारे डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर के लिए अपना बलिदान दिया था। वही हमारी प्रेरणा हैं। पश्चिम बंगाल के विकास में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगें। साथियों, कांग्रेस सरकारों में एक समय था जब राज्य सरकारों को अपने यहां विकास की फरियादें लेकर दिल्ली के चक्कर काटने पड़ते थे। मैं खुद भी तब गुजरात का मुख्यमंत्री था। लेकिन, तब कांग्रेस सरकार ये देखकर काम करती थी कि किस राज्य में उसकी सरकार है, और कहां विरोधी पार्टी की सरकार है। लेकिन, आज हालात एकदम उल्टे हैं। मैं केंद्र से हर राज्य, हर जिले के विकास के लिए योजनाएँ भेजता हूँ। बंगाल और पूर्वी भारत के विकास के लिए हम लगातार मेहनत कर रहे हैं। लेकिन, बंगाल की TMC सरकार ये कोशिश करती है कि मोदी की योजनाएँ यहां के लोगों तक पहुँच न पाए! आपको इसका लाभ न मिले।TMC सरकार या तो केंद्र की गरीब कल्याण की योजनाओं को ठप्प कर देती है, या उस पर अपना स्टिकर लगा देती है। आप देखिए, आज देश भर में करोड़ों गरीबों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। लेकिन, बंगाल की TMC सरकार यहां उसे लागू नहीं होने देती। हम बंगाल में आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए काम करते हैं, तो राज्य सरकार उसमें भी रोड़े अटकाती है। मोदी बंगाल में पहले एम्स की शुरुआत कराता है, तो यहां की सरकार कहती है कि हमसे परमिशन क्यों नहीं ली? केंद्र सरकार के जलजीवन मिशन को भी ये लोग आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। पीएम-आवास के घर गरीबों की जगह गलत लोगों को बांटे जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने मनरेगा के लिए पैसे दिए, उसे भी TMC के लोग खा गए। क्या ऐसी TMC को माफ करना चाहिए, ऐसी TMC को माफ करना चाहिए, ऐसी TMC को माफ करना चाहिए। इनकी ये सोच बताती है कि इन्हें बंगाल के विकास की चिंता नहीं है। इन्हें चिंता इस बात की है कि कहीं बंगाल के गरीब लोग, बंगाल की महिलाएं आगे न बढ़ जाएं! TMC बंगाल को गरीब बनाए रखना चाहती है ताकि उसका कारोबार फलता-फूलता रहे।

साथियों,

TMC के बंगाल में किस चीज की परमिशन मिलेगी, किसकी परमिशन नहीं मिलेगी, ये कानून तय नहीं करता। ये TMC के तोलाबाज़ और गुंडे तय करते हैं। बंगाल में रामनवमी की शोभायात्रा की परमिशन नहीं मिलती। उसके लिए श्रद्धालुओं को कोर्ट जाना पड़ता है। लेकिन, रामनवमी और दुर्गापूजा की शोभा यात्राओं पर पत्थर फेंकने वालों को TMC सरकार ने पूरी परमिशन दे रखी है। ये लोग मतदाताओं को अपने लोकतान्त्रिक तरीके से वोट डालने की परमिशन नहीं देना चाहते। आपका प्यार, आपका ये उत्साह. सिर आंखों पर। मैं ये प्यार जीवन भर अपने साथ रखूंगा।

साथियों,

ये TMC वाले मतदाताओं को अपने लोकतांत्रिक तरीके से वोट डालने की परमिशन नहीं देना चाहते हैं लेकिन, TMC नेताओं को वोटर्स को धमकाने की पूरी परमिशन है। विभाजन का शिकार हमारे जो बंगाली भाई-बहन, जो विभाजन के खिलाफ थे, उनको ये लोग नागरिकता नहीं देना चाहते। TMC नागरिकता देने वाले CAA कानून का विरोध करती है, इसके बारे में झूठी अफवाहें फैलाती है। लेकिन, TMC ने बांग्लादेशी-रोहिंगिया ऐसे घुसपैठियों को बंगाल की डेमोग्राफी और कानून व्यवस्था बिगाड़ने की परमिशन दे रखी है। उन्हें ये लोग संरक्षण देते हैं। इन लोगों ने अपना वोटबैंक बढ़ाने के लिए बंगाल के भविष्य को दांव पर लगा दिया है।

साथियों,

आज ममता दीदी की सरकार में हमारी बहन बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं। संदेशखाली की घटनाओं ने पूरे देश और दुनिया को दहला दिया है। हमारी बहन-बेटियों के साथ TMC के लोग खुलेआम अत्याचार करते थे। उन्हें अपनी बंधक गुलाम मानकर रखते थे। ऐसी-ऐसी वारदात, सभ्य समाज जिनकी कल्पना भी नहीं कर सकता! कभी शिक्षा और सभ्यता के जाने जाने वाले बंगाल को, देवी की पूजा करने वाले बंगाल को इन लोगों ने ऐसी हालत में पहुंचा दिया है। संदेशखाली के गुंडों-माफियाओं को महिलाओं पर अत्याचार की खुली परमिशन किसने दी थी? अत्याचार की परमिशन किसने दी थी, महिलाओं पर जुर्म करने की परमिशन किसने दी थी। जब महिला संगठनों और दूसरी महिलाओं ने उन बहनों के आँसू पोछने चाहे, तो TMC सरकार उन्हें क्यों परमिशन नहीं दे रही थी? आप मुझे बताइये, क्या शक्ति की उपासना करने वाला बंगाल इस घोर पाप के लिए ये TMC वालों को सजा करेगा या नहीं करेगा, बड़ी से बड़ी सजा करेगा कि नहीं करेगा, इन्हें इस अपराध की सजा मिलनी चाहिए, सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए?

साथियों, बंगाल के लोकप्रिय कवि सुकुमार रॉय ने कभी लिखा था-
आरे छी छी राम राम, बोलो ना बोलो ना।
चोलचे जा जुआचुरी, नेई तार तुलना॥

पहले काँग्रेस और लेफ्ट ने, और TMC ने मिलकर बंगाल का यही हाल कर दिया है। आज बंगाल में भ्रष्टाचार एक फुल-टाइम बिज़नेस बन चुका है। बंगाल में अपराध और गैर-कानूनी काम फुलटाइम बिज़नेस बन गए हैं। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि केंद्रीय एजेंसियों पर खुलेआम हमले करते हैं। यहां राजनैतिक हत्याएं कराई जाती हैं। बंगाल का हर व्यक्ति ये बात कह रहा है- TMC माने विश्वाशघात, औत्ताचार, TMC माने भ्रष्टाचार, पोरिवारवाद

साथियों,

मुझे विश्वास है, आने वाली 26 अप्रैल की तारीख, बंगाल के लिए एक और नवजागरण का काल उसकी तारीख बनेगी। 26 अप्रैल को आपको रायगंज लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी श्री कार्तिक पॉल जी को भारी मतों से जिताकर दिल्ली मेरी मदद के लिए भेजना है। औऱ इसके लिए आपको हर पोलिंग बूथ में जाना है, जाएगें, हर मतदाता को मिलेंगे। घर घर जाएगें, पोलिंग बूथ जिताएगें। कितनी ही गर्मी क्यों ना हो, ज्यादा से ज्यादा वोट करवाएगें। पोलिंग बूथ जीत कर आएगें।
अच्छा मेरा एक और काम करेगें, करेंगे,जरा सब बताइए सब करेंगे। मेरा एक काम करना, हर घर जाना औऱ हर घर जा करके कहना मोदी जी आए थे, मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है, मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे, मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे, घर घर पहुंचा दोगे।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम.....वंदे मातरम...

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।