I'm proud. In the face of crisis, India rose, sending vaccines worldwide and bringing back our citizens safely from conflict zones: PM Modi
Today, there's an ample and uninterrupted supply of urea, marking a significant improvement for farmers: PM Modi at Pilibhit rally
CAA stands to benefit numerous families in Pilibhit, yet Congress and Samajwadi Party oppose it: PM Modi taking a jibe at the Opposition
On this auspicious first day of Navratri, as we commence the worship of Shakti, let's remember how the INDI Alliance vows to eradicate this divine force: PM Modi
The BJP government has diligently tackled the issues faced by sugarcane farmers: PM Modi in Pilibhit

भारत माता की... भारत माता की...
साथियों,
आज देश के विभिन्न हिस्सों में नव वर्ष मनाया जा रहा है। आज विक्रम संवत ‘दो हजार इक्यासी’ का पहला दिन है। मैं समस्त देशवासियों को गुडी पडवा, उगाडी, चेटी चंड, नवरेह, नवरेह के साथ-साथ ‘साजिबु चेरोबा’, नव वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। आज से चैत्र नवरात्रि भी शुरू हो गई है, देशभर में शक्ति की उपासना उसकी धूम मची हुई है। नवरात्रि का पर्व हो, हरकोई उसकी भक्ति में डूबा हुआ हो, शक्ति उपासना से जुड़ा हुआ हो, ऐसे समय इतनी बड़ी रैली, ये अपनेआप में एक अजूबा है। क्योंकि मेरा जब कार्यक्रम बन रहा था तो मैंने कहा भाई नवरात्रि है लोग कैसे आएंगे? उन्होंने कहा साहब बस आप बस डेट दे दीजिए। और इतने कम समय में नवरात्रि के पावन पर्व पर भी इतनी बड़ी तादाद में आप मुझे आशीर्वाद देने आए। इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में शक्ति स्वरुपा माताएं-बहनें-बेटियां भी हमें आशीर्वाद दे रही हैं। मैं सभी सिख गुरुओं को भी नमन करता ङूं। कुछ ही दिन में बैसाखी भी आने वाली है। मैं आपको बैसाखी की भी शुभकामनाएं देता हूं। मुझे यहां पीलीभीत के साथ ही बरेली की जनता-जनार्दन के दर्शन का भी सौभाग्य मिला है। और सब ओर एक ही संदेश है और बहुत ही स्पष्ट संदेश है- एक गूंज सुनाई दे ही है... फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार... फिर एक बार... फिर एक बार....

साथियों
हम बचपन से सुनते आए हैं..."सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं" ये बोल भारत की वीर परंपरा के प्रतीक हैं। ये बोल दिखाते हैं कि लक्ष्य कितना ही कठिन क्यों ना हो, भारत अगर ठान लेता है, तो सफलता हासिल करके रहता है। आज इसी प्रेरणा से, इसी ऊर्जा से भारत के हम लोग विकसित भारत के संकल्प पर काम कर रहे हैं। सारी दुनिया की मुश्किलों के बीच, भारत ये दिखा रहा है कि उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। आप मुझे बताइए साथियों, भारत जब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती आर्थिक ताकत बना, तो आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? हमारे चंद्रयान ने जब चांद पर तिरंगा फहराया, तो आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? भारत में हुए भव्य G-20 सम्मेलन की पूरी दुनिया में वाहवाही हुई, प्रशंसा हुई, आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? कभी कांग्रेस सरकारें दुनिया से मदद मांगते थीं। लेकिन कोरोना के महासंकट में भारत ने पूरी दुनिया में वैक्सीन भेजी, दवाइयां भेंजी। इसको सुनकर आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ? दुनिया में कहीं भी युद्ध का संकट आया, हम एक-एक भारतीय को सुरक्षित वापस लाए।
अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहब के पवित्र स्वरूपों को भी पूरी श्रद्धा के साथ भारत लाए। आपको गर्व हुआ कि नहीं हुआ?

साथियों,
जब देश मज़बूत होता है, तो दुनिया उसकी सुनती है। आप मुझे बताइए, दुनिया में भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है? चारों तरफ डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है? दुनिया के हर कोने में डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है? ये कैसे हुआ? ये किसने किया? ये कैसे हुआ? किसने किया? किसने किया? किसने किया? आपका जवाब गलत है। ये मोदी ने नहीं किया ये आपके एक वोट ने किया है। ये आपके एक वोट की ताकत है। आपके एक वोट से मज़बूत सरकार बनी, निर्णायक सरकार बनी, सशक्त सरकार बनी और काम करने वाली सरकार बनी। और बीजेपी सरकार ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत किसी से भी कम नहीं है।

साथियों,
जब नीयत सही होती है, हौसले बुलंद होते हैं, तो नतीजे भी सही मिलते हैं। आज हम चारों तरफ विकसित भारत का निर्माण होते हुए देख रहे हैं। कहीं फोर लेन, सिक्स लेन, eight lane के हाईवे बन रहे हैं। कहीं भव्य रेलवे स्टेशन बन रहे हैं। कहीं वंदे भारत और अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें चल रही हैं। पीलीभीत-भोजीपुरा और पीलीभीत से टनकपुर तक रेलवे के ब्रॉडगेज होने से, एक्सप्रेस ट्रेन भी चलने लगी है। धनारा घाट पर 250 करोड की लागत से पुल बनाने का काम भी शुरू होने वाला है। इससे शारदा नदी के किनारे रह रहे हजारों लोगों को आसानी होगी। ये जो सुविधाएं बन रही हैं, ये किसानों और नौजवानों दोनों के लिए नए अवसर लेकर के आती है। पुरानी सरकारों के दौरान जो उद्योग यहां बंद पड़ गए थे, जो फैक्ट्रियां यहां बंद हो गई थीं, उनको भी इससे नई ऊर्जा मिलेगी। पीलीभीत में एक तरफ बांसुरी की सुरीली आवाज है तो दूसरी तरफ टाइगर की दहाड़ भी है। हमारी सरकार पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की ख्याति को भी देश और दुनिया के कोने-कोने में ले जाने का काम कर रही है। यहां इको-टूरिज्म का नया इकोसिस्टम बन रहा है। यहां के नौजवानों के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर बन रहे हैं।

साथियों,
पीलीभीत और ये पूरा क्षेत्र खेती किसानी के लिए भी जाना जाता है।
आप याद कीजिए 10 वर्ष पहले तक किसानों की क्या स्थिति थी?
महंगे यूरिया की कालाबाजारी होती थी और किसानों को लाठियां खानी पड़ती थीं। आज यूरिया भी पर्याप्त मिलता है और लगातार मिलता है। जो बोरी दुनिया में 3 हज़ार रुपए में मिलती है, वो हमारी सरकार सिर्फ 300 रुपए से भी कम कीमत पर यूरिया की बोरी किसानों को देती है। यहां यूपी के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत करीब 70 हज़ार करोड़ रुपए भी मिले हैं। ये आंकड़ा छोटा नहीं है। किसानों के बैंक खातों में 70 हजार करोड़ रुपया ये मोदी सरकार ने पहुंचाया है। और इसमें से करीब साढ़े 800 करोड़ रुपए यहां पीलीभीत के किसानों के बैंक खाते में पहुंचे हैं।

साथियों,
कांग्रेस और सपा के राज में गन्ना किसानों को कैसे अपने ही पैसे के लिए तरसाया जाता था, ये आपसे अच्छा और कौन जानता है। भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की परेशानी को कम करने के लिए पूरी ताकत से काम किया है। और योगी जी ने तो पहले ही दिन से गन्ना किसानों की मूसीबतें दूर करने के लिए अनेक कदम उठाए। कई चीनी मिलें खुलीं है कई का विस्तार हुआ है और ये काम लगातार किया जा रहा है। सपा-बसपा-कांग्रेस के 14 साल में जितने रुपए गन्ना किसानों को मिले थे, उससे ज्यादा पैसे बीजेपी ने यहां योगी जी की सरकार ने अपने 7 साल में गन्ना किसानों को दे दिए हैं। देश में इथेनॉल ब्लेंडिंग को लेकर जो बड़ा अभियान चल रहा है, उससे भी पीलीभीत के किसानों को बहुत फायदा होने वाला है। गांव के पास अनाज भंडारण की, दुनिया की सबसे बड़ी योजना भी शुरू हो चुकी है। इस योजना के तहत देश में लाखों नए गोदाम बनाए जा रहे हैं। इसका भी लाभ पीलीभीत के किसानों को मिलने वाला है। आने वाले 5 वर्षों में हम ड्रोन से खेती का नया विस्तार देखेंगे। हमारे युवा ड्रोन बनाएंगे और गांव की हमारी माताएं-बहनें, ड्रोन पायलट बनेंगी।
गांव-गांव में 3 करोड़ महिलाएं ये हमारी लखपति दीदी बनेंगी- ये मोदी की गारंटी है। पक्के घर, हर घर नल से जल, ऐसी हर सुविधा तेज़ी से हर बहन, हर परिवार तक पहुंचे, ये मोदी की गारंटी है। और आप जानते हैं, मोदी की गारंटी यानि गारंटी पूरी होने की गारंटी।

साथियों,
पीलीभीत की इस धरती पर माता यशवंतरी देवी का आशीर्वाद है। पीलीभीत में आदि गंगा मां गोमती का पवित्र उद्गम स्थल है। आज नवरात्रि के पहले दिन, शक्ति की पूजा के पहले दिन, मैं देश को ये भी याद दिला रहा हूं कि कैसे इंडी गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है। आज देशभर में जिस शक्ति की पूजा हो रही है, उस शक्ति का कांग्रेस ने घोर अपमान किया है। जिस शक्ति के आगे हम शीश झुकाते हैं, उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात ये कांग्रेस के नेता कर रहे हैं। शक्ति का कोई भी उपासक, इंडी गठबंधन को इस अपमान के लिए माफ नहीं करेगा। माफ करेगा क्या? माफ करेगा क्या?

साथियों,
सपा-कांग्रेस के इंडी-गठबंधन को भारत की विरासत की परवाह भी नहीं है। 500 साल के इंतज़ार के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना। हमारे कल्याण सिंह जी ने राम मंदिर के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, अपनी सरकार समर्पित कर दी। देश के हर परिवार ने अपनी-अपनी श्रद्धा के हिसाब से योगदान दिया। पीलीभीत वालों ने भी एक विशाल बांसुरी अयोध्या को भेंट की। लेकिन साथियों,
इन इंडी गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है। चलो भाई आपने मंदिर बनने से रोकने के लिए अदालत में जो करना था कर लिया। आपने मंदिर ना बने इसके लिए लाख कोशिश कर ली। लेकिन जब देश की जनता ने पाई-पाई देकर के इतना भव्य मंदिर बना दिया। जब मंदिरवालों ने आपके सारे गुनाह माफ कर के आपको प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सम्मान पूर्वक निमंत्रित किया। लेकिन आपने प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा दिया आपने प्रभु राम का अपमान कर दिया। भाइयों बहनों मैं अभी भी नहीं समझ पाता हूं कि इनके मन में इतना जहर भरा है कि उनकी पार्टी से जो प्रतिष्ठा में गए उनको छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। क्या ऐसा कभी हिंदुस्तान में हो सकता है। कोई राम की पूजा करे उसे पार्टी से निकाल दोगे... ये कैसी पार्टी है भाई...ये पाप करनेवालों को कभी भूलिएगा नहीं भाईयों-बहनों। याद रखेंगे ना? याद रखेंगे?

साथियों,
तुष्टिकरण के दलदल में कांग्रेस इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती। कांग्रेस ने जो घोषणापत्र बनाया है वो कांग्रेस का नहीं, ऐसा लगता है कि मुस्लिम लीग का घोषणापत्र दिखता है। तुष्टिकरण के दबाव में ही कांग्रेस हो या सपा, CAA का भी विरोध कर रही हैं। विदेशी धरती पर अत्याचार की वजह से भागे, भागने के लिए मजबूर हुए हिंदुओं और सिख भाई बहनों को, आप मुझे बताइए, मेरे इन हिंदू भाइयों-बहनों को, मेरे इन सिख भाई-बहनों को भारत अगर नागरिकता नहीं देगा तो कोई और देगा क्या? नागरिकता देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए? वो अपने हैं कि नहीं हैं? उनको हमें संभालना चाहिए कि नहीं संभालना चाहिए? CAA का यहां पीलीभीत में रहने वाले अनेक परिवारों को…मेरी आपको गारंटी है, आप अप्लाई कीजिए, आपका हमेशा-हमेशा की मुसीबतों से मुक्ति मिल जाएगी। आप भारत के नागरिक के नाते गर्व से जी पाएंगे। लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी इस पर भी एतराज जता रही है।

साथियों,
यहां इस सभा में बड़ी संख्या में हमारे शरणार्थी भाई-बहन हैं, हमारे रे सिख भाई-बहन भी हैं। समाजवादी पार्टी आज जिस कांग्रेस के साथ खड़ी है, उस कांग्रेस ने चौरासी में हमारे सिख भाई-बहनों के साथ क्या किया था, वो कोई भूल नहीं सकता। ये भाजपा है जो सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है, उनकी भावनाओं को समझते हुए काम करती है। हमें गर्व होता है जब करतारपुर साहिब कॉरिडोर के द्वारा लाखों श्रद्धालु, दशकों से जो उनके मन में दर्द था, पीड़ा थी, उससे मुक्त होकर के आज करतारपुर साहब जाकर के मत्था टेकर के हमारे लिए आशीर्वाद लेकर के आते हैं। ये भाजपा सरकार है जिसने लंगर की वस्तुओं पर से GST हटाया। हमने श्री हरमिंदर साहब के लिए FCRA रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया, जिससे विदेश के लोगों को भी सेवा करने का अवसर मिले। हमने वीर बाल दिवस मनाकर, साहिबजादों के शौर्य को सम्मान दिया। गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व हो...गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व हो... गुरु गोविंद सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व हो, भाजपा सरकार ने देश विदेश में सभी पर्व धूमधाम से मनाए।

साथियों,
कांग्रेस और उसके इंडी गठबंधन को, देश की महान विभूतियों का अपमान करने में भी संकोच नहीं होता। कांग्रेस के या समाजवादी पार्टी के बड़े नेता कभी भी सरदार पटेल, इस देश के महापुरुष जिसने देश की एकता के लिए अपनी जिंदगी खपा दी। उनके सम्मान में स्टैच्यू आफ यूनिटी बना हुआ है। दुनिया का सबसे ऊंचा स्टैच्यू, लेकिन कांग्रेस सपा वालों को वहां जाकर के सरदार साहब का सम्मान करने का उनका मन नही करता। ये लोग विदेशों में जाकर के तो घूमकर के आते हैं, लेकिन अपने ही देश में सरदार पटेल की प्रतिमा का दर्शन नहीं करते। जिन सरदार पटेल ने पूरे देश को एक किया, उनका भी ये लोग बहिष्कार करते हैं।

साथियों,
भारत को बांटने की साजिश में जुटे इंडी गठबंधन से और कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। इसलिए देश की एकता अखंडता के लिए भारतीय जनता पार्टी आपके आशीर्वाद के लिए हम आपके पास आए हैं। आपके आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी को विजयी बनाएंगे है।
19 अप्रैल को- पीलीभीत से जितिन प्रसाद जी और 7 मई को बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार जी को भारी मतों से जिताने के लिए मैं आप सबसे प्रार्थना करने के लिए आया हूं। आप मेरी बात घर-घर पहुंचाएंगे? हर पोलिंग बूथ में जाएंगे? पोलिंग बूथ जीतने के लिए योजना बनाएंगे? अच्छा मेरा एक काम करोगे? एक मेरा काम करोगे? मेरा पर्सनल काम है करोगे? घर-घर जाना और जाकर के बताना कि मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे? मेरे साथ बोलिए.. भारत माता की.... भारत माता की... भारत माता की...
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।