Today, the youth of my village are social media heroes: PM Modi in Lohardaga
Congress’ policy gave rise to Naxalism's bloody violence in the country: PM Modi in Lohardaga

सब आयो बाबा, भाई-बहिन, दीदी, बुचु आउर बॉक्साइट नगरी लोहरदगा कर परिवारजन के मोर झारखंडी जोहार! भाई मैं यह तय नहीं कर पा रहा हूँ, कि यह चुनाव सभा है या विजय सभा है। सबसे पहले जितने लोग पंडाल में है, उससे ज्यादा लोग वहां धूप में खड़े हैं, और उससे भी ज्यादा वहां आ रहे हैं। मैंने हेलिकॉप्टर में से देखा, शायद मेरी सभा पूरी होने के बाद भी, लोग आते होंगे।

भाइयों, बहनों,

यह दृश्य, यह जागरूकता, यह अदभूत है। लेकिन जो इतनी बड़ा तादात में पीछे धूप में तप रहे हैं, शायद वो मुझे देख नहीं पाते होंगे, शायद मेरी आवाज भी पहुंचती होगी की नहीं पहुंचती होगी लेकिन वो तपस्या कर रहे हैं। मैं सबसे पहले, उनको जो ये असुविधा हो रही है, इसके लिए क्षमा मांगता हूँ। औऱ दूसरा मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ, कि आप जो ताप में तप रहे हैं, मोदी आपकी इस तपस्या को बेकार नहीं जाने देगा। मैं विकास करके, ये प्यार को सवाया करके लौटाऊंगा। मैं भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। पिछले वर्ष उनके जन्म दिवस पर ही, मुझे उनके गांव जाने का सौभाग्य मिला था। और मुझे वहां की मिट्टी, माथे पर चढ़ाने का गौरव प्राप्त हुआ था। मैं देश का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसे उनके गांव जाकर, उस मिट्टी को श्रद्धा पूर्वक नमन किया औऱ मुझे वो सौभाग्य मिला। भाइयों और बहनों, भगवान बिरसा मुंडा मेरे लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं। वे मेरे लिए प्रेरणा हैं। भगवान बिरसा मुंडा के जीवन ने, उनके जीवन को जब याद करते हैं, तब मुझे हर चुनौती से जीतना सिखाया है। चुनौती से जीतने की प्ररेणा दी है। आप देखते हैं, मैं गरीबों के लिए, आदिवासियों के लिए काम करता हूं तो मुझे कितनी ही गालियां पड़ती हैं, लेकिन मैं सिर्फ आपकी सेवा में जुटा रहता हूं। आपको याद होगा, मैंने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया, तो कांग्रेस और इंडी गठबंधन वाले कहने लगे, झाड़ू लगाने से क्या होगा? शौचालय बनाने से क्या होगा? आज गांव-गांव में देखिए, हालात बदले हैं। मैंने जब मोबाइल का डेटा सस्ता किया। गांव-गांव में कॉमन सर्विस सेंटर खोले। जब हर गांव तक इंटरनेट पहुंचाने की ठानी, तो झामुमो वाले और कांग्रेस वाले कहते थे गांव वालों को क्या इसका फायदा? गांव वाला तो अनपढ़ है! आज मेरे गांव का युवा सोशल मीडिया का हीरो है। कांग्रेस वालों ने इंटरनेट को अमीरों की चीज बना दिया था। मैंने इंटरनेट को गरीबों के घर पहुंचा दिया है। गरीबों की ऊंगलियों पर नाच रहा है इंटरनेट।

साथियों,

आज देश में गरीब की चिंता, आपका ये गरीब का बेटा मोदी वही कर रहा है। कांग्रेस के राज में राशन सड़ता रहता था। आदिवासी क्षेत्रों में बच्चे भूख से मरते थे। और कांग्रेस अनाज गोदामों पर ताला लगाकर बैठ गई थी। और उस समय सोनिया जी के सरकार के डॉ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से प्रेस वालों ने पूछा कि अनाज भींग रहा है, सड़ रहा है। गरीबों को बांट दीजिए न, उन्होंने कहा इतने बड़े देश में ऐसा संभव नही है, नहीं दे सकते हैं। ये मोदी का कमाल देखिए, आपने मोदी को वोट दिया, मोदी को बिठाया, अनाज के सारे गोदाम खोल दिए, औऱ आज देश में मुफ्त राशन की योजना चल रही है। और मैंने गारंटी दी है आने वाले पांच साल औऱ बढाऊंगा, औऱ हैरानी देखिए ये कांग्रेस के शाही परिवार को, जो ये गरीब का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भूखा न रहे, इसलिए मुफ्त में आनाज दे रहा हूँ, तो उनको तकलीफ हो रही है। चिल्ला रहे हैं औऱ पूछ रहे हैं कि मोदी अपने आपको समझता क्या है? ये आदिवासियों को, गरीबों को मुफ्त में आनाज देता क्यों है? अरे! तुम कौन होते हो भाई? इस देश के मालिक यही हैं, इस देश का खजाना इन्हीं लोगों के लिए है। ये नहीं खाएगें तो कौन खाएगा? शाही परिवार कुछ भी कहे, लेकिन मोदी ने आपको मुफ्त राशन देने की गारंटी दे कर रखी है। धरती इधर की उधर हो जाए, आपको मुफ्त राशन मिलने से कोई रोक नहीं सकता। क्योंकि ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

कांग्रेस के पाप की लिस्ट बनाएं, तो कई दिन निकल जाएंगे। ये कांग्रेस ही है जिसने लोहरदग्गा, खूंटी, गुमला जैसे जिलों को पिछड़ा कहकर बदहाल छोड़ दिया था। ये ज्यादातर मेरे आदिवासी जिले हैं। यहां बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, अस्पताल, ऐसा कोई भी काम ठीक से नहीं हुआ था। आपने मोदी को वोट दिया। मोदी ने इन जिलों को विकास को अपना मिशन बनाया। मैंने इनको पिछड़े नहीं, बैकवर्ड नहीं, मैंने इनको आकांक्षी जिले घोषित किया। यहां क्या-क्या काम चल रहा है, कौन सी सुविधा पहुंची? कौन सी सुविधा अभी नहीं मिली है? अफसर काम करते हैं कि नहीं करते हैं? मैं मेरे दिल्ली के कमरे में, स्क्रिन पर लगातार उसे देखता रहता हूँ, क्या चलता है। मॉनिटर करता हूं। आज ये आकंक्षी जिले, देश के बाकी जिलों से भी कहीं तेज़ी से विकास करने की राह पर आ गए हैं।

साथियों,

आदिवासियों में भी जो अतिपिछड़े हैं, उनको कोई पूछता ही नहीं था। मोदी उनके लिए पीएम जनमन योजना ले कर आया, इस योजना पर 24 हजार करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। इससे आदिवासियों में भी अति पिछड़े साथियों के लिए भी, विशेषतौर पर घर, बिजली पानी जैसे काम किए जा रहे हैं। औऱ जानते हैं, इन योजना के लिए, मुझे सबसे ज्यादा सुझाव किसने दिया, इस पूरे विषय को विस्तार से मेरे सामने किसने रखा? हमारी आदरणीय राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू जी ने, ये योजना शुरू होने के पीछे राष्ट्रपति जी ने जो उड़ीसा में झारखंड में जो समय बिताया, उसकी बड़ी भूमिका रही है। लेकिन झारखंड के मेरे भाई औऱ बहनों, आपको याद रखना है, कि द्रौपदी मूर्मू जी को, एक आदिवासी बेटी को, राष्ट्रपति बनाने का सबसे ज्यादा विरोध इंडी गठबंधन ने किया था।

भाइयों और बहनों,

मोदी को आपकी भावनाओं की कद्र है, आपकी जरूरतों की चिंता है, इसका एक उदाहरण डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड भी है। ये क्षेत्र तो बॉक्साइट का बहुत बड़ा उत्पादक है। पहले खनिज निकलता था और जहां से निकला उस क्षेत्र को कोई नहीं पूछता था। मोदी ने कांग्रेस के जमाने की ये नीति भी बदल डाली। मोदी ने तय किया कि इस संपदा का एक हिस्सा स्थानीय विकास के लिए लगना चाहिए। इसके लिए हमने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया। इससे झारखंड को भी 12 हजार करोड़ रुपए मिले हैं, जो पहले एक पाई नहीं मिलती थी। भाइयों और बहनों, जहां सरकारें भ्रष्ट हो, वहां बजट कितना भी हो, विकास संभव ही नहीं है। जिस बाल्टी में छेद किया हो, उसमें कितना ही पानी भरो, बाल्टी भरेगी क्या? बाल्टी भरेगी क्या? यहां भ्रष्टाचार का छेद ऐसा लगा हुआ है कि सीधा पाइप उनके घर में जाता है। ऊपर से रूपया डालो, नीचे से पाइप से उनके घर में पहुंच जाता है। झारखंड इन्हीं मुसीबतों से गुजरा है। आप देखिए, पेपर लीक का मामला। इस राज्य में कोई ऐसा एक्जाम नहीं है, कोई ऐसा पेपर नहीं है,जो लीक नहीं होता हो। मेरे नौजवानों का क्या होगा भाई, और मैंने देखा कि झारखंड सरकार में बैठे लोग सुधरने वाले नहीं है, तो मुझे दिल्ली से ही डंडा चलाना पड़ेगा। और इसलिए मोदी ने, ये जो पेपर लीक वाले माफिया हैं न, उनके विरुद्ध में एक बहुत कड़ा कानून बना दिया है। ये बच्चों के, नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को अब जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ेगी।

भाइयों-बहनों,

अगर हमारे पास, सौ रूपया, दो सौ रूपया, हजार रूपया हो, तो हम ऐसे बाँध करके रखते हैं, इतना संभाल करके रखते हैं, कि जरूरत पड़ेगी तो काम आएगा। हमारी माताएं, बहनें घर के अनाज के अंदर कपड़े में पैसे सोना, चांदी बांध करके रख देती हैं, ताकि जरूरत पड़े तो काम आ जाए। एक-एक रूपए की कीमत होती है लेकिन झारखंड में देखिए, कांग्रेस के सांसद के घर से नोटों के ढेर निकले, नोटों के ढेर। और नोटों के ढेर इतने बड़े थे कि बैंकों से मशीन लाए गिनने के लिए, तो ये मशीन भी हांफने लगे। मुझे बताइए, भाई बहन ये पैसा किसका है, ये आपका है कि नहीं है? ये पैसा आपका है कि नहीं है? ये पैसा आपके पसीने का है कि नहीं है? ये पैसा आपके हक का है कि नहीं है? किसने उनको चोरी करने का अधिकार दिया भाई। एक मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में जेल में बंद है। अब आप मुझे बताइए, कोई आपके घर में चोरी कर जाए, तो आप उसको सजा चाहेंगे की नहीं चाहेंगे? अगर आपके घर में कोई चोर घुस जाए, और आपका कुछ ले करके चला जाए तो आप उसको पकड़ना चाहते हैं कि नहीं चाहते हैं? आप चाहते हैं कि नहीं चाहते हैं कि उसे सजा मिले? चाहते हैं कि नहीं चाहते हैं? अगर आपके घर में कोई चोरी कर जाए, उसको जेल भेजना चाहते हैं तो ये झारखंड भी तो आपका घर ही है न, ये झारखंड आप ही का है न, उसमें कोई चोरी कर जाए, तो वो जेल जाना चाहिए की नहीं चाहिए? सजा होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए?

साथियों,

जिसने झारखंड को लूटा, उस पर कानून के तहत कार्रवाई हो रही है। और अदालत इस काम पर ठप्पे पर ठप्पा मार करके, अदालत डंके की चोट पर कह रहा है, हां चोरी की है। भाइयों-बहनों, मोदी का एक ही संकल्प है, भ्रष्टाचार हटाओ और ये इंडी अलायंस वाले कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। वे रैलियां करते हैं, वे किस के लिए करते हैं, नौ जवानों को रोजगार मिलेगा, इसके लिए रैली नहीं। कारखाना खुलेगा, इसके लिए रैली नहीं।किसानों का भला होगा उसके लिए रैली नहीं। महिलाओं का भला होगा, इसके लिए रैली नहीं। रैली करते हैं, कभी दिल्ली में करते हैं, कभी रांची में करते हैं, सारे इक्ट्ठे होते हैं हाथ ऊंचा करते हैं, क्यों भ्रष्टाचारी बचाओ, भ्रष्टाचारी बचाओ। अरे चुनाव के समय भी भ्रष्टाचारी बचाओं की रैलियां कर रहे हो, मतलब तुम्हें इस देश में कुछ लेना देना नहीं है। भाईयों-बहनों, मैं आपको गारंटी देता हूं-आने वाले 5 साल में ऐसे सभी भ्रष्टाचारियों पर कानून का डंडा चलेगा, चलेगा, चलेगा।

साथियों,

आपको भी पता है कि जब गरीब आगे बढ़ता है, तो उसके लाख दुश्मन हो जाते हैं। कांग्रेस-झामुमो और इंडी गठबंधन वालों को आज भी ये बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि एक गरीब मां का बेटा कैसे पीएम बन गया? और इसलिए ये लोग मोदी के खिलाफ नए-नए झूठ फैलाते रहते हैं। आजकल इनका नया झूठ है, मोदी आएगा तो आरक्षण खत्म कर देगा, दी आएगा संविधान बदल देगा। अरे!मुर्खों के सरदार, ये मोदी तो दस साल से आय़ा हुआ है भाई, ये दस साल से प्रधानमंत्री है। और शान से सरकार चला रहा है। औऱ दस साल में मैंने ये पाप नहीं किया है। क्योंकि मैं भारत के संविधान की भक्ति करता हूँ, मैं बाबा साहेब अंबेडकरकी पूजा करने वाले लोगों में से हूँ। सच्चाई ये है कि खुद इनके चेहरे से मोदी ने नकाब उतार दिया है। साथियों,अपने 60 साल के शासन में कांग्रेस ने देश को परिवारवाद दिया, भ्रष्टाचार दिया। इसके अलावा एक और रास्ते पर कांग्रेस चली, और रास्ता है तुष्टिकरण, appeasement, वोट बैंक पोलिटिक्स। कांग्रेस जो चश्मा पहनती है, उसमें एक ही वोटबैंक दिखता है, औऱ वो है मुस्लिम वोटबैंक। कांग्रेस की इस नीति का बहुत बड़ा नुकसान हर किसी ने उठाया है। जबकि भाजपा, सबका साथ-सबका विकास की बात करती है। भाजपा सरकार की नीतियों में किसी के साथ भेदभाव नहीं होता। लेकिन कांग्रेस को ये करना ही नहीं है, समझने का तो सवाल ही नहीं उठता। आप देखिए,कैसे-कैसे खेल खेल रही है कांग्रेस। इंडी गठबंधन वाले खुद SC/ST/OBC को आरक्षण का जो हक मिला है न, उसमें डाका डालने का प्लान कर रहे हैं। उसमें से चोरी करने का खेल चल रहा है। जब संविधान बना था, 75 साल पहले तब सबने मिलकर यह तय किया, तब तो हमारे में से बहुत लोग हैं जो पैदा भी नहीं हुए थे, उस समय तय हुआ था, बाबा साहेब अंबेडकर ने तय किया था कि हमारे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। दलितों को, आदिवासियों को, पिछड़ों को संविधान के तहत आरक्षण मिलेगा। लेकिन कांग्रेस आपका हक छीनकर, संविधान को तोड़ मरोड़ कर, मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है। आपका हक लूटना चाहती है, इसलिए आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। साथियों, मैं आपके बीच आया हूँ तो एक गारंटी दे रहा हूँ। ये मोदी की गारंटी है। जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है, मैं दलित आदिवासी ओबीसी इस आरक्षण में से रत्ती भर भी उनको चोरी नहीं करने दूंगा, ये मेरी आपको गारंटी है।

साथियों,

कांग्रेस की कुनीतियों ने ही देश को नक्सलवाद की खूनी हिंसा दी। माओवाद ने हमारी कितनी ही माताओं के लाड़लों का जीवन बरबाद कर दिया, 10 सालों में मोदी ने माओवादी हिंसा के देश के एक बड़े हिस्से को मुक्त कराया है। लेकिन कांग्रेस आज भी माओवादी, नक्सलियों का समर्थन कर रही है। अपना वोटबैंक बचाने के लिए कांग्रेस आतंकवादियों पर भी कार्रवाई नहीं करती। बहुत मेहनत के बाद आतंकवादियों के स्लीपर सेल को हम तोड़े पाए हैं। लेकिन झारखंड में जो किया जा रहा है, वो खतरनाक है। यहां घुसपैठियों को बढ़ावा देने का और आदिवासी परिवारों की ज़मीन हड़पने का खेल हो रहा है। संथाल में PFI जैसे प्रतिबंधित संगठन कैसे अपना रैकेट चला रहे हैं? कैसे आदिवासियों के साथ ठगी कर रहे हैं? कैसे आदिवासी बेटियों के साथ अत्याचार कर रहे हैं। जमीन के लिए आदिवासी बेटियों के साथ क्या क्या नहीं किया जा रहा है। आदिवासी बेटियों को विशेष तौर पर टारगेट किया जा रहा है। जब लोग इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो इंडी-गठबंधन वाले कहते हैं- मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो, वोट जिहाद। पहले हमने लव जिहाद सुना था, फिर हमने लैंड जिहाद सुना था, अब वोट जिहाद,ये अब कुछ भी कर लें, कितनी जिहाद कर लें, अब ये देश पीछे हटने वाला नही है। और मोदी डरने वाला नहीं है। मोदी के रहते कोई मेरे आदिवासी भाई-बहनों के जीवन से खिलवाड़ नहीं कर पाएगा। और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

ये चुनाव एक मज़बूत देश के लिए मजबूत सरकार बनाने के लिए है। इसलिए, लोहरदगा से हमारे समीर ओरान जी और खूंटी के कुछ लोग भी यहां आए हैं, वहां हमारे अर्जुन मुंडा जी चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी औऱ एनडीए, हमारे महतो जी हम साथ मिल करके झारखंड का भविष्य बना रहे हैं। साथियों, 13 मई को इनको मिला, एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आपका वोट जैसा ही कमल दबाया, तो समझ लिजिए मोदी को मिल गया। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? मेरा एक काम करेंगे? जरा हाथ ऊपर कर के बताइए, मेरा काम करेंगे? देखिए, घर-घर जाइएगा और हर घर में जा कर कहना कि मोदी जी आए थे, मोदी जी ने जोहार कहा है, जय श्री राम कहा है। बोलिए! भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय,
बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।