Today, we champion the Act East Policy, driving forward the region's development: PM Modi
Congress-Communists are so opportunistic that here in Tripura they have an alliance, but in Kerala, they are enemies of each other: PM
HIRA model of development of Tripura is being discussed in the entire country today: PM Modi
500 years later, Ram Navami arrives with Shri Ram seated in Ayodhya's grand temple: PM Modi

प्रियो भाई-ओ-बॉन…शबाई के नमोश्कार! जॉतनो खूलूम ओ!
अगरतला के इस स्वामी विवेकानंद मैदान में मैं जब भी आता हूं...पहले से ज्यादा उत्साह नजर आता है। आप हर बार पिछला रिकॉर्ड तोड़ देते हैं। आज नवरात्रि की महानवमी का पवित्र अवसर है। अभी मैं असम में मां कामाख्या की धरती से आया हूं। और अब यहां, माता त्रिपुरेश्वरी, माता बारी के चरणों में प्रणाम करने का अवसर मिला है।

भाइयों बहनों,
आज रामनवमी का पवित्र पर्व भी है। 500 वर्षों के लंबे इंतज़ार के बाद, वो रामनवमी आई है जब भगवान राम अयोध्या में भव्य मंदिर में विराजमान हैं। प्रभु श्रीराम जो कभी टेंट में रहते थे, आज भव्य मंदिर में सूर्य की किरणों ने उनके मस्तक का अभिषेक किया है। और हमारा सौभाग्य देखिए, ऐसे पवित्र और ऐतिहासिक अवसर पर हम सभी नॉर्थ ईस्ट की उस पवित्र धरती पर हैं, जहां सूर्य की किरणें सबसे पहले पहुंचती हैं। आज सूर्य की किरणें, देश के नए प्रकाश का प्रतीक बन रही हैं। आज देश विकसित त्रिपुरा, विकसित भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। मैं महाराजा वीर विक्रम किशोर माणिक्य जी और पद्म भूषण थंगा डारलोंग जी जैसे महापुरुषों की धरती त्रिपुरा को प्रणाम करता हूं। मैं सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,
त्रिपुरा की जनता का ये समर्थन, इस मैदान पर ये जनसैलाब, बता रहा है कि त्रिपुरा अब पीछे मुड़कर नहीं देखने वाला है। और मैं एयरपोर्ट से यहां आया। पूरे रास्ते भर जो उमंग, उत्साह और जनसैलाब था वो दिखा रहा है त्रिपुरा मूड क्या है, पूरे देश का मूड क्या है। बाबा गरिया की धरती पर हमारी माताओं-बहनों का इतना उत्साह, ये त्रिपुरा को ठगने वालों की नींद उड़ाने वाला है। त्रिपुरा जो सोच लेता है, उसे पूरा करता है। … (ऑडियो गड़बड़)… यहां की कनेक्टिविटी सुधरे, इस पर बीजेपी सरकार का विशेष जोर है। जलजीवन मिशन के तहत 5 लाख से ज्यादा घरों में हमने नल से जल पहुंचाया हैं। बिना किसी कट बिना किसी कमीशन के त्रिपुरा के ढाई लाख किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि पहुंच रही है। हमारी सरकार ने यहां 3 लाख से ज्यादा महिलाओं को गैस कनेक्शंस देकर उन्हें धुएं से आज़ादी दिलाई है। आज जनजातीय समाज के बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए एकलव्य मॉडल स्कूल जैसे काम भी बीजेपी ही कर रही है। आप कल्पना करिए, हमारे त्रिपुरा में, जहां कुल आबादी ही कुछ लाख है, वहां मोदी के आने से पहले ये लाखों लोग जीवन की जरूरी सुविधाओं से वंचित थे। ये केवल मोदी के कामों का हिसाब नहीं है। जब मैं सारे काम गिनाता हूं। इसका मतलब है कि ये कांग्रेस और लेफ्ट की विकास-विरोधी राजनीति का आइना भी है।

साथियों,
आज आपके बीच आया हूं, तो मुझे ये भी याद आ रहा है कि कैसे त्रिपुरा में पीएम आवास योजना कुछ स्थानीय नियमों में फंस गई थी। त्रिपुरा की भौगोलिक स्थिति की वजह से यहां ज्यादा गरीबों को पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाता था। कच्चे घर की परिभाषा इसमें बाधा थी। जब मुझे इसका पता चला तो मैंने कहा ऐसे तो नहीं चलेगा। हमने त्रिपुरा के लिए ‘कच्चे’ घर की परिभाषा ही बदल दी। आज उसका ही नतीजा है कि त्रिपुरा में करीब साढ़े तीन लाख पक्के घर यहां के लोगों को मिल सके हैं। अब भाजपा ने संकल्प लिया है कि अगले 5 वर्षों में देश में 3 करोड़ नए घर बनाए जाएंगे। इसका भी बड़ा लाभ मेरे त्रिपुरा के लोगों को मिलेगा। और मैं आपको एक काम बताता हूं करोगे, करोगे, पक्का करोगे। जब आप लोगों से मिलने जाएं और आपको ये कहीं नजर आएं कि कोई है जो कच्चा घर में रहता है, उसको पक्का घर नहीं मिला है उनको कह देना मोदी की तरफ से, कि मोदी की गारंटी है, ये दूसरे जो 3 करोड़ घर बन रहे हैं, उसमें से उसको भी मिलेगा। ये वादा करके आ जाइए, आपका वादा ही मेरी जिम्मेवारी है।

साथियों,
इन 10 वर्षों में त्रिपुरा और नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए बीजेपी ने जो किया है न, वो तो बस ट्रेलर है। अभी तो हमें त्रिपुरा को और भी आगे ले जाना है। बीजेपी ने अगले 5 वर्ष का जो संकल्प पत्र पेश किया है, वो त्रिपुरा के लोगों के लिए समृद्धि का काम करेगा। अगले 5 वर्ष, हर लाभार्थी को मुफ्त राशन मिलता रहेगा ताकि गरीब का चूल्हा जलता रहे, गरीब के बच्चे भूखे न रहें, और ये मोदी की गारंटी है। और एक बहुत बड़ी घोषणा बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में की है। इसका सीधा लाभ परिवार के उन लोगों को पहले होगा जिनकी आयु 30 साल, 40 साल, 50 साल, 60 साल है। मेहनत करके कमाई करते हैं और परिवार में दादा है, दादी है, पिता है, बुजुर्ग है, मैं उन दोनों के लिए वादा लेकर आया हूं। आपके परिवार में जो 70 साल से ऊपर के हैं। कोई भी हो, त्रिपुरा का कोई भी नागरिक, जो 70 साल से ऊपर का है और अगर वो बीमार हो जाता है, गंभीर तकलीफ आ जाती है, तो अब उनके बच्चों को, आप सबको चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब मोदी उसका खर्चा करेगा। उनका इलाज, उनकी दवाई, मोदी करेगा और आपको इतने पैसे बचेंगे जो आपके और काम आ जाएंगे और आपके माता-पिता की तबीयत भी अच्छी हो जाएगी। ये हमने आय़ुष्मान योजना के तहत 70 साल से ऊपर के सभी महानुभाव के लिए, माताओं-बहनों के लिए गारंटी दी है। मुफ्त इलाज मिलेगा। कोई गरीब घर के बुजुर्ग हों, मध्यम वर्ग के हों या उच्च वर्ग के, हर बुजुर्ग को बीजेपी आयुष्मान योजना के दायरे में लाएगी। इसका बहुत बड़ा लाभ त्रिपुरा के लोगों को होगा, यहां के बुजुर्गों को होगा।

साथियों,
त्रिपुरा के विकास के लिए हमारी सरकार ने जिस HIRA मॉडल पर काम किया है, और अभी मुख्यमंत्री जी अभी HIRA मॉडल की चर्चा कर रहे थे। आज उसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है। HIRA यानि Highway, Internet way, Railway और Airway! ये मैंने आपसे वायदा किया था और इसे पूरा करके दिखाया है। आज त्रिपुरा में 3 हजार करोड़ रुपये की लागत से फोर लेन हाइवे का काम प्रगति पर है। वेस्टर्न अगरतला बाइपास का काम भी अगले दो-ढाई वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। त्रिपुरा को बांग्लादेश से जोड़ने के लिए दो-तीन साल पहले मैत्री सेतु की शुरुआत की गई है। एक समय था जब त्रिपुरा में मोबाइल के सिग्नल भी ठीक से नहीं आते थे। लेकिन अब, त्रिपुरा में 5G सेवाओं का भी विस्तार हो रहा है। और मैं आपको एक बात बताऊं...अगर दिल्ली में कांग्रेस की सरकार होती, तो आपका मोबाइल बिल जो आज मोदी के राज में मोबाइल बिल 400-500 रुपए आता है, अगर कांग्रेस होती न तो आपका मोबाइल का बिल तीन-चार हजार रुपए से कम नहीं आता। ये काम मोदी करता है। लेकिन मोदी ने मोबाइल डेटा इतना सस्ता कर दिया है कि गरीब से गरीब भी मोबाइल पर इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा है। और कोविड में गरीब के बच्चे से मोबाइल से पढ़ाई कर रहे थे। और किसी से पीछे नहीं छूटे।

साथियों,
रेलवेज़ के विकास के लिए, बीते 10 वर्षों में त्रिपुरा को 1 दर्जन से अधिक ट्रेनों से जोड़ा गया है। राज्य की रेलवे लाइन्स के इलेक्ट्रिफिकेशन के काम को तेजी से पूरा कराया गया है। हमारी ही सरकार ने राजधानी अगरतला में महाराजा बीर बिक्रम एयरपोर्ट पर नया आधुनिक टर्मिनल बनवाया। अब माणिक साहा जी की सरकार त्रिपुरा के विकास के लिए एक कदम और आगे बढ़कर HIRA plus मॉडल पर काम कर रही है।

साथियों,
पहले राजनैतिक पार्टियों और सरकारों को नॉर्थ ईस्ट की याद तभी आती थी, जब उन्हें आपके वोट चाहिए होते थे। कांग्रेस और इंडी अलायंस की सरकार में नॉर्थ-ईस्ट के लिए केवल एक ही पॉलिसी चलती थी- ‘लूट ईस्ट पॉलिसी’। आपको याद है न, उनकी पॉलिसी थी ‘लूट ईस्ट पॉलिसी’। लेकिन, 10 साल पहले मोदी ने कांग्रेस-कम्यूनिस्टों के इंडी अलायंस वालों की ‘लूट ईस्ट पॉलिसी’ को बंद कर दिया है। अब देश की Act East Policy पर आगे बढ़ रहा है। हम नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। मैं ऐसा पहला प्रधानमंत्री हूं जो पिछले 10 वर्षों में 50 से ज्यादा बार नॉर्थ-ईस्ट आया हूं। जबकि कांग्रेस सरकारों में कई मंत्रियों को ये भी नहीं पता होता था कि भारत के नक्शे में त्रिपुरा कहां पड़ता है!

साथियों,
आज त्रिपुरा के लिए बीजेपी का मतलब है- विकास की राजनीति! लेकिन, यहां कम्यूनिस्टों का इतिहास रहा है- विनाश की राजनीति! और कांग्रेस का तो ट्रैक रिकॉर्ड ही है- करप्शन की राजनीति! जब तक त्रिपुरा में CPM और कांग्रेस पक्ष-विपक्ष में रहे यहां करप्शन फलता-फूलता रहा। कम्यूनिस्टों ने त्रिपुरा को हिंसा और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया था। तब कांग्रेस विपक्ष में थी। लेकिन, आज एक दूसरे को गाली देने वाले यही लोग अपनी लूट की दुकान बचाने यहां एक साथ आ गए हैं। ये कांग्रेस-कम्यूनिस्ट इतने अवसरवादी हैं कि यहां त्रिपुरा में इनका गठबंधन है, लेकिन केरला में ये लोग एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं। केरला में कांग्रेस कम्यूनिस्टों को आतंकवादी कहती है और कम्यूनिस्ट कांग्रेस को महाभ्रष्ट कहते हैं। आप वहां के अखबार देख लीजिए, यही बोलते हैं।

साथियों,
करप्शन को लेकर ये देश के साथ कैसे खेल खेलते हैं, ये भी त्रिपुरा की धरती से पूरे देश को बताना चाहता हूं। सब जानते हैं कांग्रेस के युवराज यूपी में चुनाव हारने के बाद अपनी इज्जत बचाने के लिए केरला भाग गए थे। अब इन दिनों केरला के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के युवराज के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। इससे नाराज होकर कांग्रेस के युवराज ने कहा कि केरला के सीएम भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं...उन्हें जेल में डालना चाहिए। हमेशा केन्द्रीय जांच एजेंसियों को गाली देने वाले युवराज, अब उनसे केरला के सीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यानि किसी ने उनकी आलोचना की तो कांग्रेस के युवराज चाहते हैं कि उसे जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया जाए। भ्रष्टाचार का दोषी कोई भी व्यक्ति छोड़ा नहीं जाएगा, ये भी हमारा संकल्प है। मैं बार बार केरला सीएम की भ्रष्ट सरकार का सच लोगों के सामने लाता हूं। लेकिन तब कांग्रेस की बोलती बंद हो जाती है। अब कांग्रेस के युवराज की आलोचना हुई तो कांग्रेस, केरला के सीएम को जेल में डलवाना चाहती है। लेकिन साथियों, वहां तो जेल में डलवाना चाहते हैं, और यहां महल में भेजना चाहते हैं। ये कौन सा तरीका है। लेकिन साथियों, जैसे ही कोई जांच एजेंसी कार्रवाई करेगी, यही कांग्रेस चीख-चीख कर कहना शुरू कर देगी कि मोदी ने गलत किया है। यही है इन लोगों का असली चेहरा। इसलिए जब मैं कहता हूँ भ्रष्टाचार हटाओ, तो कांग्रेस कहती है भ्रष्टाचारी बचाओ!

साथियों,
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और कम्यूनिस्टों को दिया एक भी वोट, आप लिख के रखिए, कांग्रेस को आपने एक भी वोट दिया, कम्युनिस्टों को एक भी वोट दिया, वो केंद्र में सरकार नहीं बना सकता। आपका वोट बेकार जाएगा। और इसीलिए आपका वोट बीजेपी की सरकार बनाएगा ये गारंटी है। BJP-NDA को दिया हर वोट- विकसित भारत बनाएगा। इसलिए मेरा आपसे आग्रह है कि 19 अप्रैल को आप त्रिपुरा वेस्ट सीट से भाजपा उम्मीदवार मेरे मित्र बिपल्व कुमार देव जी और फिर 26 अप्रैल यानि दूसरे चरण में त्रिपुरा ईस्ट सीट से भाजपा उम्मीदवार महारानी कृति सिंह देवबर्मा जी दीदी रानी को भारी मतों से विजयी बनाएं। बीजेपी को दिया आपका एक एक वोट, त्रिपुरा की समृद्धि के लिए मोदी की गारंटी को मजबूत करेगा। तो आप ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलोगे, घर-घर जाओगे, पोलिंग बूथ जीतोगे। आपको मेरा एक काम और करना है, त्रिपुरा के जन-जन तक मेरा प्रणाम पहुंचाना है। भारी मतों से जीतोगे, मेरा एक काम करोगे। घर-घर जाना है, सबको बताना है, कि अपने मोदी अगरतला आए थे और आप सबको प्रणाम पहुंचाया है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। हर किसी को मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे।
मेरे साथ बोलिए...भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की…
बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।