For Congress, EVM, Army, Courts, are wrong, only they are right: PM Modi

Published By : Admin | May 9, 2018 | 12:06 IST
Congress culture, Communalism, Casteism, Crime, Corruption and Contractor system- 6 Cs which Congress party stand for: PM Modi
In the NDA Government, our remote control and the high command are the 125 crore people of India: PM Modi
PM takes a dig at Congress President’s “I am going to be PM” remark, attacks Congress for its arrogance
Congress party is heavily involved in deal-making, alleges PM Modi
Our aim is India First. Congress aim is Family First: PM Modi in Belagavi
Why does the Congress need fake voter IDs? What is the Congress trying to do in Karnataka, asks the PM
A raid was conducted in the resort in which the Karnataka chief minister was staying. Lakhs of rupees were found there, says PM Modi
The 21st century is about embracing technology, we have used technology in the working of the government, which has helped bring transparency: PM
Congress party is shrinking, it has been removed from every corner from India, says the Prime Minister

भारत माता की जय। भारत माता की जय।

मैं हैलीपेड से यहां आया। पूरे रास्तेभर जिस प्रकार से लोग स्वागत करने के लिए, आशीर्वाद देने के लिए खड़े थे। और यहां भी, ये जो जनसागर देख रहा हूं।

भाइयो बहनो।

चुनाव हारने के बाद जो लोग ईवीएम को गालियां देते हैं, ईवीएम को बदनाम करते हैं, वे जरा चिकमंगलुर आकरके नजारा ...।

मेरे चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। चुनाव प्रचार तो कल तक चलेगा लेकिन इतने दिन के अनुभव से मैं कहता हूं कि 12 मई को यहां के मतदाता कमल के फूल पर बटन दबा करके कांग्रेस पार्टी का खात्मा करा देंगे।  

भाइयो बहनो।

जब कांग्रेस पार्टी का चुनाव हारना तय हो जाता है, जब ये पक्का हो जाता है कि कांग्रेस पार्टी बच नहीं सकती है तो उनके गाजे-बाजे बजाने वाले, उनका इको-सिस्टम, उनके गीत गाने वाले, उनके झूठ में हां में हां मिलाने वाले तुरंत मैदान में आ जाते हैं। इस चुनाव में किसी को बहुमत नहीं मिलेगा, हंग एसेंबली आएगी। कर्नाटक में कोई सरकार बना नहीं सकता है। ऐसे भांति-भांति के झूठ हर चुनाव में चलाते हैं। यहां भी शुरू कर दिया है। इसका मतलब भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।

बंधु भगनी।

ये आदिशंकर की तपोभूमि है। ये वेदों की धरती है। और यहीं से वैदिक ज्ञान की धारा, अद्वैत का सिद्धांत सारी दुनिया में फैला था।

शारदा पीठ, रंभापुरी मठ। ऐसे महान संस्थान, ये पुरातन ज्ञान का प्रचार प्रसार करने में आज भी जी जान से जुटे हुए हैं।

जिस भूमि से अद्वैत का सिद्धांत मिला, जिस भूमि से एकता का सिद्धांत मिला, जिस भूमि से समता और समरसता का सिद्धांत मिला।  उसी धरती पर कर्नाटक की सरकार भाई-भाई के बीच में दीवार पैदा करने में लगी है, जाति-जाति के बीच झगड़ा करा रही है, संप्रदायों के बीच तनाव पैदा कर रही है। जाति के नाम पर, भाषा के नाम पर, संप्रदाय के नाम पर बांटने का पाप, ये कांग्रेस की सरकार कर रही है।

बंधु भगिनी।

कांग्रेस सिर्फ बंटवारा करना, तोड़ने का ही काम कर रही है, ऐसा नहीं है। ये कांग्रेस सरकार आस्था के स्थानों को, समाज सेवा में जुटे हजारों इन महान संस्थानों पर भी कब्जा करने की साजिश कर रही है। जो फैसला लिया गया, उससे वो आगे तो नहीं बढ़ पाए। लेकिन हाईकोर्ट ने उनको लाल-लाल आंख दिखाई। लेकिन कर्नाटक के भाइयो बहनो। जरा चौकन्ने रहना। इनके इरादे नेक नहीं हैं अगर गलती से दोबारा जब भी मौका मिल गया तो ये कब्जा किए बिना रहने वाले नहीं हैं।

सदियों का इतिहास है। यहां के धर्मस्थलों ने कोई भेदभाव किए बिना कर्नाटक के लोग हों या कर्नाटक के बाहर के लोग हैं, हर किसी को मानव के रूप में देखा। और हर किसी के कल्याण के लिए काम किया। ऐसे धर्मस्थलों के बीच भी भेदभाव करना, उनके अंदर आपसी झगड़े कराना, ये पाप भी कांग्रेस के नेताओं ने कराया है।

कांग्रेस के जहन में जो धमनी और शिरा, दो वेन होती है। एक वेन सत्ता भूख की है और दूसरी वेन सत्ता सुख की है।

और इसलिए भाइयो बहनो।

1978 में ...। 1978 में आपने देखा होगा। जब उत्तर भारत में से कांग्रेस पार्टी का सफाया हो गया तो मैडम इंदिरा जी यहां दौड़के आ गईं। और कैसे-कैसे वादे किए थे। कैसे-कैसे जनता की आंख में धूल झोंक करके दिल्ली पहुंचने के लिए आपका उपयोग किया था। आपके वोट लेकरके गए। फिर कभी भी चिकमंगलूर में पैर रखा था क्या ...। रखा था क्या ...। ऐसे परिवार पर पार्टी पर भरोसा करोगे ...। पार्टी पर भरोसा करोगे ...। ऐसे नेता पर भरोसा करोगे ...। उनकी बहू, वो भी मुसीबतों में फंसी तो फिर कर्नाटक के भले-भोले अच्छे लोगों के पास जाकरके आंसू बहाए। बेल्लारी पहुंच गईं। बेल्लारी का भला किया ...। बेल्लारी का भला किया क्या ...। जोर से बताइए। भला किया गया क्या ...। अरे 3 हजार करोड़ का पैकेज दिया था। यहां उनकी सरकार बनी। ये 3000 करोड़ रुपए का पैकेज कौन खा गया, पता ही नहीं चला।

 

ये नामदार ...। ये नामदार 2004 से अमेठी से एमपी है। जरा अमेठी का हाल जाकर देखो। जो थी उससे भी बुरा हाल करके छोड़ा है। ऊपर से जमीन हथियाने का काम जोरों से चला है। कांग्रेस में उनका प्रमोशन कुछ भी न करें तो भी होता रहता है क्योंकि वो नामदार हैं। और इसलिए 2007 में उन्हें महासचिव बनाया। बड़े ढोल पीटे गए। नई दुनिया, नया नेता, नया लोग, नई सोच, ऐसे-ऐसे लोग। हिन्दुस्तान के कोने-कोने में गाजे-बाजे ढोल पीट रहे थे। 2007 में उन्होंने कहा था कि वे कांग्रेस में युवा नेतृत्व लाएंगे। युवा नीति बदल देंगे। आज 11 साल हो गए। सारा वहीं का वहीं ठप पड़ा है।

न उनको कांग्रेस की चिंता है, न उनको सवा सौ साल पूरी कांग्रेस की परंपरा की चिंता है। न उनको कांग्रेस के बुजुर्ग, बड़े, सीनियर नेताओं की परवाह है। न उन्हें देश की परवाह है। सुबह शाम, सोते समय, जागते समय, खाते समय, नहाते समय, आते समय, जाते समय, हर वक्त दिमाग में यही चल रहा है प्रधानमंत्री की कुर्सी, प्रधानमंत्री की कुर्सी, प्रधानमंत्री की कुर्सी। उनको लगता है। ये प्रधानमंत्री पद की कुर्सी इस एक परिवार के लिए रिजर्व है, आरक्षित है। उसमें कोई आकरके बैठ नहीं सकता है, ये तो उनका पैतृक हक है।

पार्लियामेंट में 40 सीट मुश्किल से आई है। हिन्दुस्तान के सभी राज्यों में पिछले 4 साल में सफाया हो गया। कांग्रेस पार्टी लगातार 25-30 चुनाव हार चुकी है। एक के एक राज्य उसके हाथ से गए हैं लेकिन उनका अहंकार देखो। ये नामदार का अहंकार, सांतवे आसमान पर है कि वो यहां पर आकरके पीएम बन जाउंगा 2019 में ये अहंकार नहीं तो क्या है। इस परिवार में तो दूर-दूर तक भी लोकतंत्र से कोई लेना-देना नहीं है। और इसलिए लोकतंत्र की हर बात को नकारने के, इनकार करने के वो मौके ढूंढते रहते हैं।

आपने देखा होगा। पिछले कई चुनावों से कांग्रेस लगातार हार रही है। और चुनाव के पराजय के बाद तुरंत कांग्रेस लोकतंत्र को स्वीकर करने के बजाए ईवीएम को ..., ईवीएम को दोषी ठहराने के लिए जोर जोर से झूठ बोलती है। इलेक्शन कमीशन जैसी महान संस्था, भारत के इलेक्शन कमीशन का आज सारी दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में गुणगान होता है, जय जयकार होता है। उनकी निष्पक्षता की गौरव गाथा होती है। किसी की भी सरकार रही हो, हमारे देश के इलेक्शन कमीशन की तारीफ हुई है। लेकिन जब से कांग्रेस हार रही है, वो इलेक्शन कमीशन को भी बदनाम करने में भी जुटी हुई है। इनके लिए तो ईवीएम रोंग, कांग्रेस राइट। इलेक्शन कमीशन रोंग, कांग्रेस राइट। जब सीएजी घोटालों को एक्सपोज करता है तो ये कांग्रेस का पूरा इको सिस्टम हमारे देश के सीएजी को बदनाम करने के लिए मैदान में आता है। सीएजी रोंग, कांग्रेस राइट। कांग्रेस जब खुद फंस जाती है। कानून का शिकंजा आता है तो शुरू कर देती है सीबीआई गलत, एनआईए गलत, ईडी गलत, अकेली कांग्रेस राइट।

जब हिन्दुस्तान की आर्मी कांग्रेस सरकारों के कुकर्मों में साथ देने से मना करती है तो ये कांग्रेस वाले बेशर्मी के साथ आर्मी के खिलाफ, आर्मी चीफ के खिलाफ उसको डिस्क्रेडिट करने में लगे रहते हैं, बोफोर्स के जमाने से सुनते आए हैं। जब भारत की सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है। तब ये कांग्रेस बेशर्मी से आर्मी रोंग, कांग्रेस राइट। ये बोलने का दुस्साहस करती है।

इस देश में चुने हुए उपराष्ट्रपति अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाते हैं। और कांग्रेस के गलत कामों में अपने आपको नहीं जोड़ते हैं तो अब वो उपराष्ट्रपति को भी गालियां देने लगे हैं।

अब हमारे सुरक्षा बल, हमारी पुलिस, हमारी सुरक्षा बल के जवान अगर आतंकियों को मारते हैं, माओवादियों को मारते हैं, देश के दुश्मनों को मारते हैं तो ये कांग्रेस वाले हमारे सुरक्षाबलों को मनोबल तोड़ने के लिए उन पर भी सवालिया निशान पैदा करते हैं।

कांग्रेस सरकारों के जमाने में रिजर्व बैंक के साथ जो खिलवाड़  होता था वो बंद हो गया तो ये कांग्रेस के लोग रिजर्व बैंक को भी बदनाम करने में लगे हैं।

जब वर्ल्ड बैंक ...। जब वर्ल्ड बैंक ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की इज्जत का, भारत के काम का गौरव गान करती है, भारत के 42 अंक सुधर जाती है। तो कांग्रेस वाले वर्ल्ड बैंक को भी कटघरे में खड़ा करके, उस पर भी शक करते हैं। और जब क्रेडिट रेटिंग एजेंसी वर्ल्ड बैंक हो, आईएमएफ हो, मूडीज हो, दुनिया की कोई भी क्रेडिट एजेंसी हो, भारत की नहीं, भारत के बाहर की एजेंसी हो और वे भी भारत के लिए अच्छी बात बताएं तो ये बेशर्मी से कह देते हैं कि मोदी ने दुनिया की सारी एजेंसियों को खरीद लिया है।

 

भाइयो बहनो।

कांग्रेस एक खतरनाक खेल खेल रही है। मैं देश के नागरिकों को बताना चाहता हूं, सजग करना चाहता हूं।  मैं ...। कांग्रेस जो खतरनाक खेल रही है। उसके प्रति देश को जगाना चाहता हूं। आपको पता होगा। कांग्रेस के भूतपूर्व प्रमुख ...। मां और बेटा जब से 5 हजार करोड़ के घोटाले में जमानत पर छूटे हैं। तब से उन्होंने देश की न्यायपालिका पर हमला बोल दिया है। इनको लगता है। हम तो नामदार है। पीएम पद तो हमारे लिए आरक्षित है। ये ज्यूडिसरी क्या होती है, जो हमें कोर्ट में बुलाए। और हमें कोर्ट में खड़ा करे। हमारे खिलाफ वारंट निकाले, जमानत के लिए मजबूर करे। और इसलिए जो सबसे सर्वोच्च न्यायाधीश हैं। उन्हीं पर महाभियोग लगा दो ताकि नीचे के सारे जज डर जाए और उन पर कोई आंच न आए। और इसलिए ये खेल खेला जा रहा है।

कर्नाटक की जनता ने ये कांग्रेस को बाजे गाजे के साथ विदा करना तय कर लिया है। अब पराजय सामने दिख रहा है। जनता जाग गई है। और इसलिए उनका झूठ नहीं चला, उनका जातिवाद नहीं चला, उनके धन के भंडर नहीं चले। और इसलिए उन्होंने एक नया खेल शुरू किया है। मैं पूरे कर्नाटक की जनता को आने वाली 12 तारीख तक ...। जागते रहो ...। जागते रहो ...। जागते रहो ...।

चुनाव लोकतंत्र का उत्सव होता है। चुनाव एक पवित्रता का माहौल होता है। सवा सौ करोड़ देशवासियों के भाग्य के लेख चुनाव में लिखे जाते हैं। एक-एक मतदाता अत्यंत पवित्रतापूर्वक, पवित्र भाव से सारे काम छोड़ करके वोट डालने जाता है। लेकिन पानी में, पानी के बिना जब मछली छटपटाती है। ये कांग्रेस पार्टी पराजय को देख करके छटपटा रही है। और अलोकतांत्रिक हथकंडे अपनाने के लिए बेशर्मी से कांड कर रही है।

कल रात से मीडिया में जो खबरें चल रही है। वो खबरें आपने देखी होगी। आपने देखा होगा कि किस प्रकार से फर्जी वोटर आई कार्ड बनाए गए हैं। किस प्रकार से फर्जी वोटरों के नाम लिखे गए हैं। हजारों की तादात में कल ये आईकार्ड पकड़े गए। इतना ही नहीं उसके छोटे-छोटे बंडल बनाए हैं। ये किसको देना है, उसकी योजना बनाई गई है। कंप्यूटर पकड़ा गया है। प्रिंटिंग मशीन पकड़ी गई है।

भाइयो बहनो।

हजारों की तादात में फर्जी आई कार्ड बनाकरके कांग्रेस का चुनाव जीतने का ये तरीका ...। कर्नाटक की जनता को कांग्रेस को कभी माफ नहीं करना चाहिए। दो बड़े स्टील बक्शे मिले हैं। उसमें एक लाख वोटरों के लिए काम आने वाली पर्चियां मिली हैं। चार लाख वोटरों वाली सीट में से उसमें एक लाख फर्जी पर्चियां ...। कैसा कांग्रेस पराजय से डरते हुए कैसे पाप कर रही है। इसकी कल्पना कर सकते हैं। ये तो एक पकड़ा गया है। पता नहीं और क्या-क्या पाप किए होंगे। और इसलिए कहता हूं 12 तारीख तक जागते रहो।

भाइयो बहनो।

इसके बाद एक और संकट देख रहा हूं। जिन एड्रेस पर फर्जी वोटर कार्ड बनाए गए हैं। अब चुनाव के बाद। ये फर्जी नाम वाले उन घरों पर कब्जा करने के लिए क्लेम करेंगे। उसका हक बताएंगे और प्रूफ के रूप में ये फर्जी वोटर कार्ड दिखाएंगे। कितने परिवारों के मकानों पर ये कब्जा कर लेंगे। आप कल्पना कर सकते हो।

भाइयो बहनो।

पिछले कुछ महीनों से कर्नाटक में और देश में बादामी का नाम गूंज रहा है। बादामी सबको पता है बादामी।

भाइयो बहनो।

वहां जो उम्मीदवार गए हैं।उन्होंने शानदार बदामी को भी बदनामी देने का काम शुरू किया है।

भाइयो बहनो।

आपने देखा होगा। कल इनकम टैक्स की एक रेड हुई। बादामी के एक होटल में और ये होटल वो है, जहां कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री जी उसमें गए थे और फिर वहां निकले थे। और जब इनकम टैक्स ने रेड की तो करोड़ों रुपए के कारोबार के कागज हाथ लगे, लाखों रुपये हाथ लगे। जरा ये उम्मीदवार, वहां क्या खेल खेल रहे थे। क्या ये चुनाव, ये लोकतंत्र का पवित्र उत्सव। क्या सत्ता पाने के लिए ये खेल खेले जाएंगे। मैं कर्नाटक के स्थानीय मीडिया को अंतकरणपूर्वक अभिनंदन करता हूं क्योंकि कर्नाटक के स्थायी मीडिया ने इनकी इतनी दादागिरी के बावजूद भी सत्य लोगों तक पहुंचाने की हिम्मत दिखाई है। इसलिए मैं कर्नाटक की मीडिया को ह्रदय से अभिनंदन करता हूं।

 

भाइयो बहनो।

चुनाव घोषित होने के बाद मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि 130 करोड़ से ज्यादा रुपये जब्त किए गए हैं। इतना ही नहीं सोना भी पकड़ा गया है। ये पाप ये  सरकार करवा रही है। हजारों फर्जी आईकार्ड, लाखों पर्चियां, ये लाखों रुपये, ये करोड़ों रुपए का कारोबार, ये 130 करोड़ रुपए से ज्यादा का कैश, ये गोल्ड क्वाइन। ये सब क्या है। अरे सीधा रुपैया, सीधा रुपैया ...। ये 10 पर्सेंट ...।

भाइयो बहनो।

ये कांग्रेस का परिवार। ये परिवार के लिए ही सरकारें बनती है। ये परिवार के लिए ही सरकारें टूटती है। ये परिवार के लिए ही सरकारों को चूसते हैं। ये परिवार के लिए ही विपक्षी सरकारें चुभती हैं।

भाइयो बहनो।

कॉफी। यहां की कॉफी अच्छे-अच्छों की थकान उतार देती है, नई चेतना भर देती है। लेकिन ये कॉफी बोर्ड अब तक राजकीय खेल का मैदान बना था। पहली बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद हमने कॉफी बोर्ड का चेयरमैन एक किसान को बनाया है ताकि वो किसान का दर्द ...।

भाइयो बहनो।

ये हमारा क्षेत्र। 5 नदियां निकलती हैं, 5। लेकिन उसके बाद भी खेत सूखा है। लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। अरे मुख्यमंत्री जी, आप ट्विटर पर तो बैठे रहते हो, अरे 5 साल उनके लिए भी कुछ करना चाहिए था। ये अपर भदरा प्रोजेक्ट। ये अपर भदरा प्रोजेक्ट, भारतीय जनता पार्टी येदुरप्पा की सरकार ने शुरू किया था। कांग्रेस ने आकर के ठंडे बस्ते में ...।

भाइयो बहनो।

हमारे यहां सुपारी की खेती होती है। पूरे देश में जितनी सुपारी होती है, आधी सुपारी अकेले कर्नाटक में होती है। मेरे यहां के किसानों का जीवन-मरण सुपारी की खेती पर निर्भर है। लेकिन यूपीए की कांग्रेस की सरकार, ये नामदार लोगों ने, ये सोनिया बेन की सरकार ने कोर्ट में एफीडेविट किया कि सुपारी आरोग्य के लिए हानि करता है। उसको बंद करना चाहिए।

और येदुरप्पा जी ने महाकाव्य नहीं लिखा है। वो कवियों का काम होता है। सरकार को तो वचन देना होता है, वादा करना होता है, वादा निभाना होता है। कविताएं लिखने के लिए तो साहित्य परिषद में जाना होता है।

येदुरप्पा जी ने भारतीय जनता पार्टी के मेनिफेस्टों में वादा किया है कि कॉफी वाले किसान हो, सुपारी पैदा करने वाले किसान हो, गन्ना पैदा करने वाले किसान हो, मसाला पैदा करने वाले किसान हो, धान पैदा करने वाले किसान हो, हर किसान के कल्याण के लिए स्वयं के सीएम ऑफिस में एक रायता विभाग शुरू करेंगे और उनकी चिंताओं को दूर करेंगे।

भाइयो बहनो।

समुद्री तट का विकास। सागरमाला प्रोजेक्ट। फिशरमैन के लिए नए हार्बर, ब्लू इकोनामी का रिवोल्यूशन। ये हमारे भारत सरकार के एजेंडा में भी है। और येदुरप्पा जी 15 तारीख के बाद सरकार बनाएंगे, उन्होंने भी वादा किया है। कर्नाटक के कोस्टल इलाके में 8 पोर्ट का कैपेसिटी एक्सपेंशन, करीब 3 हजार करोड़ रुपये की लागत और 300 लाख टन की क्षमता का निर्माण करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। बेलीकेरी में एक नया पोर्ट बनाने का भी हमारा फैसला है।

भाइयो बहनो।

कर्नाटक का संपूर्ण विकास हो। इस दिशा में, हम वचन लेकरके आए हैं, वादे लेकरके आए हैं। और समय सीमा में उन्हें पूरा करेंगे, ये मैं आपको विश्वास दिलाता हूं।

भाइयो बहनो।

आज तो ऐसी सरकार यहां चल रही है। वो 5 साल में पिछले 4 साल दिल्ली सरकार से मुकाबला करने में उसने टाइम खराब किया। उनको कर्नाटक में इंटरेस्ट नहीं था, राजनीतिक वायुमंडल खराब करने में इंटरेस्ट था। आप मुझे बताइए। अगर कर्नाटक को येदुरप्पा का इंजन लग जाए और दिल्ली में मोदी का इंजन उसके साथ जुड़ जाए। और अगर डबल इंजन मिल जाए ...।

भाइयो बहनो।

मैं आपसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूं। हिंदी में पूछूंगा तो आप जवाब दोगे ...। सब जवाब दोगे ...। आप घर-घर जाएंगे ...। घर-घर जाएंगे ...। मतदाताओं को मिलेंगे ...। मत करवाएंगे ...। भारी मतदान करवाएंगे ...। ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे ...। हर बूथ में बीजेपी को जिताएंगे ...। आप पूरी ताकत बूथ में लगाएंगे। 12 तारीख को जो आप मेहनत करेंगे। 15 तारीख को उसके नतीजे आएंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी।

और इसलिए मेरे प्यारे भाइयो बहनो।

स्वच्छ, सुंदर, सुरक्षित कर्नाटक निर्मिष सोना, बन्नी एल्लरू कै जोड़ि सी। सरकार बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। सरकार बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। सरकार बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए। सरकारा बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। सरकारा बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। सब अपनी मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाइए। सरकार बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। सरकार बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। सरकार बदली सी, बीजेपी गेल्ली सी। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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PM chairs 45th PRAGATI Interaction
December 26, 2024
PM reviews nine key projects worth more than Rs. 1 lakh crore
Delay in projects not only leads to cost escalation but also deprives public of the intended benefits of the project: PM
PM stresses on the importance of timely Rehabilitation and Resettlement of families affected during implementation of projects
PM reviews PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana and directs states to adopt a saturation approach for villages, towns and cities in a phased manner
PM advises conducting workshops for experience sharing for cities where metro projects are under implementation or in the pipeline to to understand the best practices and key learnings
PM reviews public grievances related to the Banking and Insurance Sector and emphasizes on quality of disposal of the grievances

Prime Minister Shri Narendra Modi earlier today chaired the meeting of the 45th edition of PRAGATI, the ICT-based multi-modal platform for Pro-Active Governance and Timely Implementation, involving Centre and State governments.

In the meeting, eight significant projects were reviewed, which included six Metro Projects of Urban Transport and one project each relating to Road connectivity and Thermal power. The combined cost of these projects, spread across different States/UTs, is more than Rs. 1 lakh crore.

Prime Minister stressed that all government officials, both at the Central and State levels, must recognize that project delays not only escalate costs but also hinder the public from receiving the intended benefits.

During the interaction, Prime Minister also reviewed Public Grievances related to the Banking & Insurance Sector. While Prime Minister noted the reduction in the time taken for disposal, he also emphasized on the quality of disposal of the grievances.

Considering more and more cities are coming up with Metro Projects as one of the preferred public transport systems, Prime Minister advised conducting workshops for experience sharing for cities where projects are under implementation or in the pipeline, to capture the best practices and learnings from experiences.

During the review, Prime Minister stressed on the importance of timely Rehabilitation and Resettlement of Project Affected Families during implementation of projects. He further asked to ensure ease of living for such families by providing quality amenities at the new place.

PM also reviewed PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana. He directed to enhance the capacity of installations of Rooftops in the States/UTs by developing a quality vendor ecosystem. He further directed to reduce the time required in the process, starting from demand generation to operationalization of rooftop solar. He further directed states to adopt a saturation approach for villages, towns and cities in a phased manner.

Up to the 45th edition of PRAGATI meetings, 363 projects having a total cost of around Rs. 19.12 lakh crore have been reviewed.