This is an election between the 'maha jhooth' of Mahajot and 'maha vikas' of Double Engine: PM Narendra Modi in Kokrajhar
In Kokrajhar, PM Modi says Assam will show red card to Congress and its allies Yesterday, the entire state of Assam saw in a video how the identity of Assam, the symbol of the hardwork of the women of Assam 'Gamosa' was insulted publicly: PM
People of Assam trust NDA for development and peace, says PM Modi in Kokrajhar
Congress has handed over its 'hand' and fortune to leaders of that party which had pushed Kokrajhar into violence: PM Modi on Cong-AIUDF alliance

नमस्कार बंधुशकल, केने आसें अपुनआलुक ?
खुल्ंबई लोगोफ्फर, नोंग थंग मोनहा मा बोरोई दांग?

मैं पिछली बार यहां बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन के ऐतिहासिक समझौते के समय आया था। तब भी आपने भारी संख्या पहुंचकर न सिर्फ मुझे पूरे हिंदुस्तान को एक नया विश्वास दिया था और आज इतनी बड़ी तादाद में आप सभी आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे हैं। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। मैं देख रहा हूं कि वहां पीछे सारी जो कर्टेन बनाई थी हटानी पड़ी। बारिश आ गई सुबह, लेकिन आना लोगों का नहीं रुका, यही आपका प्यार है। इस पवित्र धरती पर बार-बार आना, आपके दर्शन करना, आपके आशीर्वाद प्राप्त करना इससे बड़ा जीवन का और सौभाग्य क्या हो सकता है। अभी प्रमोद जी ने कहा कि पीएम हमारे घर के सदस्य हैं। आप सभी का ये स्नेह आपका ये विश्वास मेरे लिए अमूल्य है, मुझे भावुक करने वाला है। और आपका मैं घर का ही सदस्य हूं तो आपका मुझ पर पूरा-पूरा अधिकार भी है।

हम मिलकर इस विश्वास को दोनों मिलकर के दिनोंदिन और मजबूत करेंगे, हम मिलकर इस क्षेत्र का विकास करेंगे, हम मिलकर यहां की गौरवशाली परंपराओं को आगे बढ़ाएंगे। मैं बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्मा जी को नमन करता हूं। मैं श्रीमंत शंकरदेव, गुरुदेव कालीचरण ब्रह्मा जी और गुरुदेव मादरराम ब्रह्मा जी जैसी संत आत्माओं से जुड़ी इस धरती का मैं वंदन करता हूं। इन्हीं के आशीर्वाद से एनडीए सरकार यहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास को आधार बनाकर, इसी मंत्र को लेकर के आप लोगों के कल्याण के लिए, आप लोगों के सपने पूरे करने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। इसलिए, पहले चरण की वोटिंग में असम के लोगों ने एनडीए को भरपूर आशीर्वाद दिया है। पहले चरण की वोटिंग ने असम में डबल इंजन की सरकार की भव्य विजय पर मुहर लगा दी है। और आज भी जो मतदान चल रहा है, सारी खबरें उत्साहजनक है, भाइयों-बहनों पूरा हिंदुस्तान इस बात को जानता है कि यहां के नौजवानों में फुटबॉल बहुत फेमस है। अगर मैं उन्हीं की भाषा में कहूं तो कांग्रेस और उसके महाझूठ को यहां के लोगों ने फिर ‘रेड कार्ड’ दिखा दिया गया है।

साथियो,
असम के विकास के लिए असम के लोगों का विश्वास एनडीए पर है। असम में शांति और सुरक्षा के लिए असम के लोगों का विश्वास एनडीए पर है। असम के सम्मान और संस्कृति की सुरक्षा के लिए असम के लोगों का विश्वास एनडीए पर है। और इसलिए, असम को दशकों तक लूटने वाले, असम की संस्कृति को तबाह करने का सपना देख रहे महाझूठ वाले बौखला रहे हैं। महाजोत वाले बड़े-बड़े झूठ बोलेंगे, अफवाहें फैलाएंगे, लेकिन असम के लोगों को उनसे सावधान रहना है, सतर्क रहना है। ये बातें कितनी ज़रूरी हैं, ये कोकराझार से बेहतर भला कौन समझ सकता है? ये चुनाव महाजोत के महाझूठ और डबल इंजन के महाविकास के बीच है। कांग्रेस ने हमारे सत्रों, हमारे नामघरों को अवैध कब्जा गिरोहों के हवाले किया, एनडीए ने उन्हें मुक्त किया। कांग्रेस ने बराक, ब्रह्मपुत्र, पहाड़, मैदान- सबको भड़काया, अंदर-अंदर टकराव करवाया, NDA ने इनको विकास के सेतु से जोड़ा है।

दिलों को दिलों से भी जोड़ा है। कांग्रेस ने, इन क्षेत्रों को पानी, बिजली, गैस, सड़क ऐसी सुविधाओं के लिए तरसाया, सालों तक तरसाया, एनडीए हर सुविधा घर तक पहुंचाने के लिए आज जी जान से जुटी हुई है। कांग्रेस ने टी गार्डन में काम करने वाले साथियों को कभी पूछा तक नहीं। ये एनडीए की ही सरकार है जिसने टी गार्डन्स में काम करने वाले मजदूर भाई-बहनों की हर चिंता के समाधान का प्रयास किया। सवा 3 लाख से ज्यादा परिवारों को भूमि के पट्टे देना हो, मजदूरी बढ़ाना हो, टी गार्डन्स में काम करने वाली बहनों-बेटियां का जीवन आसान बनाना हो, ये एनडीए की सरकार ने ही पूरी जीवटता के साथ, पूरी संवेदनशीलता के साथ और सबका साथ सबका विकास मंत्र को लेकर के पूर्ण करने का प्रयास किया है।

साथियो,
ऐसी कोई जनजाति नहीं जिससे कांग्रेस ने विश्वासघात नहीं किया। वहीं NDA सरकार, कोच, राजबोन्शी, मोरान, मोटोक, सूतिया, सभी जनजातियों के हित में कदम उठा रही है। इसके लिए नई डेवलपमेंट काउंसिल बनाने का काम यहां तेज़ी से चल भी रहा है। हमारी कोशिश है कि हर जनजाति को उसकी परंपरा, उसकी भाषा, उसके रोज़गार के लिए सुरक्षा भी मिले, सम्मान भी मिले। इस दिशा में निरंतर काम जारी है।

भाइयो और बहनो,
मुझे संतोष है कि 2016 में BTR में शांति और विकास का जो वादा हमने किया था, उसे लेकर हमने बहुत ईमानदार प्रयास किया है। कांग्रेस के लंबे शासन ने असम को बम, बंदूक और ब्लॉकेड में झोंक दिया था। NDA ने असम को शांति और सम्मान की सौगात दी है। आप याद कीजिए, ये अटल जी की ही एनडीए सरकार थी, जिसने Bodoland Territorial council का अधिकार आपको दिया था। और ये भी देखिए, NDA की वर्तमान केंद्र सरकार है, जिसने स्थाई शांति के लिए ऐतिहासिक बोडो अकॉर्ड पर मुहर लगाई है। आज BTR का विस्तार भी हुआ है और विकास की नई शुरुआत भी हुई है। बोडोलैंड के स्थायी विकास के लिए हमारा मंत्र है- Peace, Progress और Protection यानी, शांति, समृद्धि और सुरक्षा। बीते वर्षों में बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन के विकास के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए विशेष तौर पर दिए गए हैं। इसके तहत अनेक प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। कोकराझार में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का कार्य तेज़ गति से चल रहा है।

1500 करोड़ रुपए का पैकेज घोषित किया गया है, उसको भी तेज़ी से लागू करने की कोशिश की जा रही है। बोडोलैंड यूनिवर्सिटी, सेंट्रल इंस्टीट्यूट और टेक्नॉलॉजी, बिनेश्वर ब्रह्मा इंजीनियरिंग कॉलेज, बोडोलैंड भवन, ऐसे अनेक काम अब यहां की पहचान बन रहे हैं। बोडो समाज की संस्कृति, यहाँ की पहचान, यहाँ की भाषा, यहां की परंपराएं परम्पराएँ, इन सब की सुरक्षा ये भी हमारा पहला संकल्प है और इसको पूरा करना हम अपना दायित्व मानते हैं। थुलुंगापुरी में बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा जी के नाम से एक cultural Complex और Centre of Excellence यहां का गौरव और बढ़ाएगा। यही नहीं, बोडो भाषा को संविधान के 8th शैड्यूल में डालने का काम भी किया जा चुका है। बोडो समाज की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए, और समृद्ध करने लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है।

साथियो,
शांति और विकास के इसी विश्वास के कारण BTR चुनावों में आपने भाजपा को भरपूर समर्थन दिया, United People's Party Liberal के साथ हमारे गठबंधन को सेवा का अवसर दिया। जो प्यार आपने काउंसिल चुनावों में दिया है, उससे भी अधिक आशीर्वाद विधानसभा के लिए मिलेगा, ये मैं आज मेरी आंखों के सामने देख रहा हूं। कोई भी पोलिटिकल पंडित देख ले ये क्या नजारा है। मैदान छोटा पड़ गया… मैदान छोटा पड़ गया। मैं दूर-दूर ये जो बॉउंड्री बनाई है उसके पीछे भी लोगों को देख रहा हूं।

भाइयो और बहनो,
लंबे समय के बाद असम में शांति लौटी है। जो साथी बंदूक छोड़कर लौटे हैं, उनकी हर संभव सहायता के लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है। अभी भी जो साथी नहीं लौटे हैं, उनसे भी मेरा आग्रह है कि शांति और विकास के इस मिशन से आप भी जुड़ जाइए। साथियो, कांग्रेस के कुशासन ने कैसे कोकराझार को सालों-साल तक हिंसा में झुलसने दिया, ये आप और हम कभी भी भूल नहीं सकते। कोकराझार के युवा, कोकराझार की बहनें, कोकराझार का हर नागरिक हिंसा का वो दौर भूला नहीं है। उस दौर में दिल्ली से लेकर गोवाहाटी तक कांग्रेस की सरकारें, चुपचाप तमाशा देखती रहीं। और आज हिम्मत देखिए, कांग्रेस एक महाझूठ बनाकर, एक बार फिर कोकराझार सहित पूरे बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को छलने निकले हैं। जिस दल के नेताओं ने कोकराझार को हिंसा की आग में झोंका था, आज कांग्रेस ने अपना हाथ और अपना भाग्य उन लोगों को थमा दिया है। जिन लोगों को कांग्रेस ने तब अपने वोटबैंक की खातिर बचाया था, उन्हीं के सहारे आज कांग्रेस असम में सत्ता हासिल करने के लिए सपने देख रही है।

भाइयो और बहनो,
कल एक वीडियो में पूरे असम ने देखा है कि कैसे असम की पहचान, असम की बहनों के श्रम के प्रतीक, यहां की एक पहचान, गमोसा, गमोसा का सरेआम अपमान किया गया। असम को प्यार करने वाला हर व्यक्ति, इन तस्वीरों को देखकर बहुत आहत है, बहुत गुस्से में है। कांग्रेस के नेता बार-बार कहते हैं कि ये ताला-चाबी वाले असम की पहचान है। कांग्रेस के झूठ, उसकी साजिश को समझिए। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस इन लोगों के सामने समर्पण कर चुकी है। इस अपमान की सज़ा कांग्रेस को तो मिलेगी ही, इस पूरे महाझूठ को मिलेगी। साथियों, असम की ये शांति, हम सभी ने बहुत मुश्किल से हासिल की है। इसको अब किसी भी हालत में कांग्रेस और उसके साथियों के हाथों लुटने नहीं देना है। कोकराझार, BTR सहित पूरे असम के विकास से कांग्रेस का कोई सरोकार नहीं है। इनको सिर्फ अपनी जेब भरने से, अहम की संस्कृति को तबाह करने से मतलब है। इसी कोशिश में ये महाजोत नाम का महाझूठ यहां लगा हुआ है।

भाइयो और बहनो,
असम के निरंतर विकास के लिए डबल इंजन की सरकार बहुत जरूरी है। यानि, केंद्र में भी एनडीए सरकार, राज्य में भी एनडीए सरकार। जब दोनों की ताकत लगती है, तो और तेजी से काम होता है। आज रेल हो, रोड हो या हवाई कनेक्टिविटी, इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाई जा रही है। गरीब को अपना पक्का घर मिले, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ही कोकराझार में हजारों गरीबों के लिए घर बनाए गए हैं। इसी तरह टॉयलेट की सुविधा से भी हर गरीब परिवार को जोड़ा गया है। घर और टॉयलेट के बाद, अब हर घर जल पहुंचाने का काम तेज़ी से चल रहा है। अभी तक करीब साढ़े 4 लाख नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। 2 मई के बाद घर-घर पाइप से पानी पहुंचाने के इस अभियान को तेज़ किया जाएगा। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी बहनों को होगा, बेटियों को होगा।

साथियो,
असम में महिला सशक्तिकरण के लिए एनडीए सरकार तेजी से काम कर रही है। केंद्र की योजनाओं को यहां की सरकार ने ना सिर्फ लागू किया बल्कि उनमें अपनी तरफ से भी काफी मदद जोड़ी है। गर्भवती महिलाओं को विशेष मदद हो, टीकाकरण हो, टीकाकरण की व्यवस्था हो, ऐसे अनेक प्रयास यहां तेजी से किए गए हैं। सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से महिलाओं को रोज़गार से जोड़ने में भी असम की एनडीए सरकार आगे रही है। कनकलता महिला सबलीकरण योजना की प्रशंसा चारों तरफ हो रही है, बहुत हो रही है। इसके तहत सैकड़ों करोड़ रुपए, बहनों के समूहों को दिए गए हैं। लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अनेक महिला कॉलेज भी खोले गए हैं।

भाइयो और बहनो,
असम में पढ़ाई, कमाई, दवाई और सिंचाई की सुविधाएं मिले, इसके लिए हर स्तर पर काम किया जा रहा है। यहां के हज़ारों किसान हमारे हजारों किसान साथियों को पीएम किसान सम्मान निधि का सीधा लाभ मिल रहा है। कोकराझार में खेती और खेती से जुड़े व्यापार के लिए बहुत संभावनाएं हैं। इसके लिए भंडारण से लेकर ट्रांसपोर्ट से जुड़ा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए केंद्र सरकार, छोटे किसानों के किसान उत्पादक संघ बना रही है और उनको विशेष फंड से मदद भी दे रही है। बैंबू को लेकर हमारी सरकार ने जो नियम बदला है, उससे बैंबू के ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा और आसान हो गई है। इसी तरह, यहां जैसे-जैसे कनेक्टिविटी का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होता जाएगा, वैसे-वैसे टूरिज्म, विशेष रूप से इको-टूरिज्म इसका भी लाभ अहम सेंटर बनता जाएगा। आने वाले 5 सालों के लिए हमारे हर काम के लिए असम भाजपा ने संकल्प पत्र सामने रखा है। शांति और विकास का ये डबल इंजन मज़बूत हो, इसके लिए NDA के हर उम्मीदवार को जिताना है। प्रमोद जी जैसा नेतृत्व, जिसमें आत्मविश्वास भरा है, जिसमें विजन भरा है, ऐसे नेतृत्व को लेकर के हम आगे बढ़ना चाहते हैं। मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए… मैं कहूंगा फिर एक बार, आप पूरी ताकत से बोलिए NDA सरकार !
फिर एक बार…
फिर एक बार…
फिर एक बार…
फिर एक बार…
असम में होगी महाजोत के महाझूठ की महा हार!
आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद! मेरे साथ बोलिए
भारत माता की…
भारत माता की…
भारत माता की…

 

Explore More
୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ ଲାଲକିଲ୍ଲାରୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଭିଭାଷଣ

ଲୋକପ୍ରିୟ ଅଭିଭାଷଣ

୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ ଲାଲକିଲ୍ଲାରୁ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀଙ୍କ ଅଭିଭାଷଣ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।