ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ ଆଜି ଦୁବାଇରେ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଭାବେ ଷଷ୍ଠ ବିଶ୍ୱ ସରକାର ଶିଖର ସମ୍ମିଳନୀକୁ ସମ୍ବୋଧିତ କରିଛନ୍ତି । ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କହିଲେ ଯେ ,ବିଶ୍ୱ ସରକାର ଶିଖର ସମ୍ମିଳନୀରେ ମତେ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଭାବେ ଆମନ୍ତ୍ରିତ ନା କେବଳ ମୋ ପାଇଁ ବରଂ 125 କୋଟି ଭାରତୀୟଙ୍କ ପାଇଁ ଗର୍ବର କଥା ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ ଆଜି ଦୁବାଇରେ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଭାବେ ଷଷ୍ଠ ବିଶ୍ୱ ସରକାର ଶିଖର ସମ୍ମିଳନୀକୁ ସମ୍ବୋଧିତ କରିଛନ୍ତି । ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କହିଲେ ଯେ ,ବିଶ୍ୱ ସରକାର ଶିଖର ସମ୍ମିଳନୀରେ ମତେ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଭାବେ ଆମନ୍ତ୍ରିତ ନା କେବଳ ମୋ ପାଇଁ ବରଂ 125 କୋଟି ଭାରତୀୟଙ୍କ ପାଇଁ ଗର୍ବର କଥା ।
କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ କହିଲେ ଯେ ଏବେ ଟେକ୍ନୋଲୋଜି ବିଚାରର ଗତିରେ ପରିବର୍ତ୍ତନ ହେଉଛି । ଟେକ୍ନୋଲୋଜି ବୈଶ୍ଵିକ ପରିବର୍ତ୍ତନର ପ୍ରମୁଖ ସାଧନ । ଟେକ୍ନୋଲୋଜିର ସୁଲଭତା ଏବଂ ତାହାର ପ୍ରଚାର ସାଧାରଣ ଜନତାଙ୍କୁ ସଶକ୍ତିକରଣ କରିଛି ଏବଂ ଏଥିରୁ ସଶକ୍ତିକରଣକୁ 'ସର୍ବନିମ୍ନ ସରକାର,ସର୍ବାଧିକ ପ୍ରଶାସନ' ରୁ ପ୍ରୋତ୍ସାହନ ମିଳିଛି । ଇ-ଗଭରନାନ୍ସର 'E ' ପ୍ରଥମ ଅକ୍ଷର ହେଉଛି effective, efficient, easy, empower ଏବଂ equitable ।
ସେ କହିଲେ ଯେ ଆମେ 6 R ର ପାଳନ କରିବାର ଆବଶ୍ୟକତା ଅଛି । R-ରିୟୁଜ(reuse), R-ରିସାଇକଲ(recycle), R-ରିକଭର(recover), R-ରିଡିଜାଇନ(redesign)and R-ରି-ମେନୁଫାକ୍ଚର (re-manufacture) କୁ ଫଲୋ କରନ୍ତୁ ,ଯାହା ଆମକୁ 'ଆନନ୍ଦ'ର ଦ୍ଵାର ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ପହଞ୍ଚାଇପାରିବ ।
Stem cells और regeneration technique जैसी वैज्ञानिक उपलब्धियों ने कठिन बीमारियों के इलाज का ही नहीं, बल्कि अंग-भंग के भी उपचार का रास्ता दिखाया है।
— PMO India (@PMOIndia) February 11, 2018
मौसम के पूर्वानुमान से किसान अपनी फसल बचा और बढ़ा सकते हैं. लाखो-करोड़ो को disaster मैनेजमेंट के ज़रिये बचाया जा सका है: PM
विकास का पहलू यह भी है कि पाषाण युग से औद्योगिक क्रांति के सफ़र में हज़ारों साल गुज़र गए. उसके बाद संचार क्रांति तक सिर्फ 200 वर्षों का समय लगा. और वहां से डिजिटल क्रान्ति तक फासला कुछ ही सालों में तय हो गया: PM @narendramodi
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Technology की सुलभता और उसके प्रसार ने आम आदमी का सशक्तिकरण किया है और इस empowerment को 'मिनिमम गवर्मेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' से बढ़ावा मिला है.
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E-governance का 'E' दरअसल effective, efficient, easy, empower और equitable का पहला अक्षर है: PM @narendramodi
तमाम तरक्की के बावजूद दुनिया से गरीबी और कुपोषण ख़त्म नहीं हुए हैं. लेकिन दूसरी ओर धन, समय और संसाधन का बड़ा हिस्सा मिसाईलों और बमों की क्षमता बढ़ाने में लग रहा है। हमें सचेत रहना होगा कि हम टेक्नोलॉजी को विकास का साधन बनाएं, विनाश का नहीं: PM Modi
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कभी-कभी ऐसे लगता है कि मानव टेक्नोलॉजी को प्रकृति पर विजय का ही नहीं उस से संघर्ष का साधन बनाने की भूल कर रहा है। इस की कीमत बहुत भारी है.
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मानवता के भविष्य के लिए हमें प्रकृति के साथ संघर्ष नहीं, सहजीवन का रास्ता चाहिए: PM @narendramodi
आज के समय में इस रास्ते पर छः महत्त्वपूर्ण कदम हैं छः 'R': Reduce, Reuse, Recycle, Recover, Redesign और Remanufacture. यह कदम हमें जिस मंज़िल तक पहुँचायेंगे वह होगी 'Rejoice', यानि आनंद: PM @narendramodi
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देश में चल रहे infrastructure और दूसरे developmental कार्यक्रम की मैं खुद हर महीने विडियो कांफ्रेंस द्वारा समीक्षा करता हूँ. इसमें सभी सम्बंधित राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रालय जुड़ते हैं. इस समीक्षा का नाम है प्रगति, जिसका अर्थ होता है progress: PM
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हम interconnected, interlinked और interdependent संसार में जी रहे हैं. बहुत हद तक हमारी समस्याएं अविभाज्य हैं और उनके समाधान भी. यह तय है कि आने वाले दशकों में विश्व के सामने जो समस्याएं आएंगी, उनका हल मिलकर निकालना होगा. और इसमें टेक्नोलॉजी की बड़ी भूमिका रहेगी: PM
— PMO India (@PMOIndia) February 11, 2018