ନୂଆଦିଲ୍ଲୀରେ ସମ୍ବାଦପତ୍ର ‘ଦୈନିକ ଜାଗରଣ’ର 75ତମ ବାର୍ଷିକୀ ଉପଲକ୍ଷେ ଶୁକ୍ରବାର ଆୟୋଜିତ ଉତ୍ସବରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ନରେନ୍ଦ୍ର ମୋଦୀ ଉଦବୋଧନ ଦେଇଛନ୍ତି ।
ତାଜ ପେଲେସ ହୋଟେଲରେ ଉପସ୍ଥିତ ଜନସାଧାରଣଙ୍କୁ ଉଦବୋଧନ ଦେଇ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ସମ୍ବାଦପତ୍ର ସହ ଜଡ଼ିତ ବିଭିନ୍ନ ବ୍ୟକ୍ତି, ବିଶେଷ କରି ହକରମାନଙ୍କୁ ଧନ୍ୟବାଦ ଜଣାଇଥିଲେ । ପ୍ରତିଦିନ ଲୋକଙ୍କ ଘରେ ସମ୍ବାଦପତ୍ର ପହଞ୍ଚାଇବାରେ ହକର ମାନେ ହିଁ ମାଧ୍ୟମ ବୋଲି ସେ କହିଥିଲେ ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କହିଲେ, ଦୈନିକ ଜାଗରଣ ଲୋକଙ୍କୁ ସଚେତନ କରାଇବା ସହ ରାଷ୍ଟ୍ର ନିର୍ମାଣ କ୍ଷେତ୍ରରେ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ଭୂମିକା ଗ୍ରହଣ କରିଛି । ନିଜ ଅନୁଭବକୁ ଆଧାର କରି ସେ ଉଲ୍ଲେଖ କରିଥିଲେ, ଏହି ସମ୍ବାଦପତ୍ର ଦେଶ ତଥା ସମାଜର ପରିବର୍ତ୍ତନ ପ୍ରକ୍ରିୟାକୁ ସଶକ୍ତ କରିଛି । ଏହି ଅବସରରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ସ୍ୱତନ୍ତ୍ର ଭାବେ ‘ବେଟୀ ବଚ୍ଚାଓ, ବେଟୀ ପଢ଼ାଓ’ ଏବଂ ‘ସ୍ୱଚ୍ଛ ଭାରତ ଅଭିଯାନ’ କଥା କହିଥିଲେ । ସେ କହିଥିଲେ ଗଣମାଧ୍ୟମର ଡିଜିଟାଲ ଆନ୍ଦୋଳନ ହିଁ ଦେଶକୁ ସଶକ୍ତ କରିବାରେ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ଭୂମିକା ଗ୍ରହଣ କରିପାରିବ ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କହିଲେ, ‘ସର୍ବନିମ୍ନ ସରକାର, ସର୍ବାଧିକ ପ୍ରଶାସନ’ ଏବଂ ‘ସବ୍କା ସାଥ୍ ସବ୍କା ବିକାଶ’ ନିଉଇଣ୍ଡିଆର ମୂଳ ଆଧାର । ବର୍ତ୍ତମାନର ଯୁବପିଢ଼ି ଏହା ଅନୁଭବ କରିପାରୁଛନ୍ତି ଯେ ସେମାନେ ଦେଶର ବିକାଶ ପ୍ରକ୍ରିୟାରେ ଭାଗିଦାର ହୋଇପାରିଛନ୍ତି ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ପ୍ରଶ୍ନ କରିଥିଲେ, ସ୍ୱାଧୀନତାର ଦୀର୍ଘ ଦଶନ୍ଧି ପରେ ମଧ୍ୟ ଦେଶ କ’ଣ ପାଇଁ ପଛୁଆ ରହିଛି?କ’ଣ ପାଇଁ ଲୋକଙ୍କ ସମସ୍ୟା ଗୁଡ଼ିକର ସମାଧାନ ହୋଇପାରିନାହିଁ । ବିଗତ 70 ବର୍ଷ ଧରି ଯେଉଁ ଅଞ୍ଚଳକୁ ବିଦ୍ୟୁତ ସଂଯୋଗ ହୋଇ ପାରିନଥିଲା ଏବେ ସେହି ଅଞ୍ଚଳକୁ ବିଦ୍ୟୁତ ସଂଯୋଗ ହୋଇପାରିଛି ଏବଂ ରେଳ ନେଟୱର୍କ ମାନଚିତ୍ରରେ ନଥିବା ରାଜ୍ୟକୁ ରେଳପଥ ସଂଯୋଗ କରାଯାଇପାରିଛି ।
ଏହି ଅବସରରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଅନେକ ଗୁଡ଼ିଏ ତୁଳନାତ୍ମକ ତଥ୍ୟର ଅବତାରଣା କରିଥିଲେ । ସେ 67 ବର୍ଷ (ସ୍ୱାଧୀନତାରୁ 2014)ସହ ତାଙ୍କ କାର୍ଯ୍ୟକାଳର 4 ବର୍ଷ (2014-2018)ସହ ତୁଳନା କରିଥିଲେ ।
ସେ କହିଥିଲେ, ତାଙ୍କ କାର୍ଯ୍ୟକାଳରେ ଘରୋଇ ଶୌଚାଳୟ ସଂଖ୍ୟା 38%ରୁ ବୃଦ୍ଧି ପାଇ 95% ହୋଇପାରିଛି ।
ଗ୍ରାମାଞ୍ଚଳ ସଡ଼କ ସଂଯୋଗ 55%ରୁ 90% ହୋଇପାରିଛି ।
ଏଲପିଜି ସଂଯୋଗ ଗ୍ରାମାଞ୍ଚଳର 55% ପରିବାରରୁ ବୃଦ୍ଧି ପାଇ 90% ପରିବାରକୁ ମିଳିପାରିଛି ।
ବିଦ୍ୟୁତ ସଂଯୋଗ ଏବେ ଗ୍ରାମାଞ୍ଚଳର 95% ପରିବାରରେ ପହଞ୍ଚିପାରିଛି, ଯଦିଓ 4 ବର୍ଷ ପୂର୍ବେ ମାତ୍ର 70% ଘରେ ଏହା ପହଞ୍ଚିଥିଲା ।
ଚାରି ବର୍ଷ ପୂର୍ବେ ମାତ୍ର 50% ଲୋକଙ୍କର ବ୍ୟାଙ୍କ ଏକାଉଣ୍ଟ ଥିବା ବେଳେ ଏବେ ପ୍ରାୟ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ବ୍ୟାଙ୍କ ସେବା ଉପଲବ୍ଧ ହୋଇପାରିଛି ।
2014 ମସିହା ସୁଦ୍ଧା ମାତ୍ର 4 କୋଟି ଲୋକ ଟିକସ ରିଟର୍ଣ୍ଣ ଦେଉଥିବା ବେଳେ ପରବର୍ତ୍ତୀ ଚାରି ବର୍ଷରେଟିକସ ନେଟୱର୍କରେ ଆଉ 3 କୋଟିରୁ ଅଧିକ ଲୋକ ଯୋଡ଼ି ହୋଇଛନ୍ତି ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କହିଲେ, ଅନ୍ୟାନ୍ୟ ସମସ୍ତ ସ୍ଥିତି ସମାନ ଥିବା ବେଳେ ଏଭଳି ପରିବର୍ତ୍ତନ କିପରି ଆସିପାରିଲା?
ସେ କହିଲେ, ଥରେ ପଛୁଆ ଓ ଅନୁନ୍ନତ ଲୋକଙ୍କୁ ମୌଳିକ ସୁବିଧା ଉପଲବ୍ଧ ହୋଇଗଲେ ସେମାନେ ଆପେ ଆପେ ଦାରିଦ୍ର୍ୟରୁ ଉପରକୁ ଉଠିପାରିବେ । ସେ କହିଲେ ବିଗତ ଚାରି ବର୍ଷ ମଧ୍ୟରେ ଏହି ପରିବର୍ତ୍ତନ ଆସିଛି, ଯାହାକି ପରିସଂଖ୍ୟାନରୁ ସୂଚିତ ହୋଇପାରୁଛି ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ପ୍ରତିଶ୍ରୁତି ଦେଇଥିଲେ ଯେ ଲୋକଙ୍କ ଆଶା ଆକାଂକ୍ଷା ପୂରଣ କରିବା ଦିଗରେ ସରକାର ଉଦ୍ୟମରତ । ଭାରତର ଟେକ୍ନୋଲଜି ବ୍ୟବହାର ବିକଶିତ ଦେଶଗୁଡ଼ିକ ପାଇଁ ଉଦାହରଣ ପାଲଟିଛି । ଟେକ୍ନୋଲଜି ଏବଂ ମାନବୀୟ ସମ୍ବେଦନା ମିଳିତ ଭାବେ ଜୀବନର ଚଳଣିକୁ ସୁଗମ କରିପାରିଛନ୍ତି ।
ଦେଶରେ ବିମାନ ଯାତ୍ରା ଏବଂ ଜଳପଥ ପରିବହନ କ୍ଷେତ୍ରରେ ହୋଇଥିବା ସଂସ୍କାର ଓ ପରିବର୍ତ୍ତନକୁ ସେ ଉଲ୍ଲେଖ କରିଥିଲେ । ରୋଷେଇ ଗ୍ୟାସ ସିଲିଣ୍ଡର ରିଫିଲିଙ୍ଗ ସମୟ ହ୍ରାସ, ଆୟକର ଫେରସ୍ତର ସମୟ ହ୍ରାସ ଏବଂ ପାସପୋର୍ଟ ସେବାରେ ହୋଇଥିବା ସୁଧାର ବିଷୟ ସେ ଉଲ୍ଲେଖ କରିଥିଲେ ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ଆବାସ ଯୋଜନା, ଉଜ୍ୱଳା ଏବଂ ସୌଭାଗ୍ୟ ଯୋଜନାର ସେବା ପାଇବାକୁ ଚାହୁଁଥିବା ଲୋକଙ୍କ ନିକଟରେ ସରକାର ନିଜେ ପହଞ୍ଚୁଛନ୍ତି । ଆୟୁଷ୍ମାନ ଭାରତ ଯୋଜନା କଥା ମଧ୍ୟ ସେ ଉଲ୍ଲେଖ କରିଥିଲେ । ଏହି ଯୋଜନାର ହିତାଧିକାରୀମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ମଜଦୁର, ଶ୍ରମିକ ଏବଂ କୃଷକ ସାମିଲ ଅଛନ୍ତି । ଗରିବମାନଙ୍କୁ ସଶକ୍ତ କରୁଥିବା ଏହି ଯୋଜନାଗୁଡ଼ିକୁ ଭବିଷ୍ୟତରେ ଜାରି ରଖାଯିବ । ଭାରତର ଏହି ବିକାଶକୁ ବିଶ୍ୱ ଦେଖୁଛି ।
ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ କହିଲେ, ଭାରତ ବିଶ୍ୱ ସମୁଦାୟ ନିକଟରେ ଏକ ପ୍ରସ୍ତାବ ରଖିଛି, ଯେଉଁଥିରେ କି ଆର୍ଥିକ ଅପରାଧୀମାନେ ବିଶ୍ୱର କୌଣସି ସ୍ଥାନରେ ଆଶ୍ରୟ ନେଇପାରିବେନି ବୋଲି ନିଶ୍ଚିତ କରାଯିବ ।
सबसे पहले मैं दैनिक जागरण के हर पाठक को, अख़बार के प्रकाशन और अख़बार को घर-घर तक पहुंचाने के कार्य से जुड़े हर व्यक्ति को, हॉकर बंधुओं को आपकी संपादकीय टीम को, हीरक जयंति पर बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
बीते 75 से आप निरंतर देश के करोड़ों लोगों को सूचना और सरोकार से जोड़े हुए हैं: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
देश के पुनर्निर्माण में आपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, देश को जागरुक करने में दैनिक जागरण का अहम रोल रहा है। भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि में जो कार्य आपने शुरु किया, वो आज नए भारत की नई उम्मीदों, नए संकल्पों और नए संस्कारों को आगे बढ़ाने में सहयोग कर रहा है: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
मैं तो खुद भी दैनिक जागरण का पाठक रहा हूं। अपने अनुभव के आधार पर मैं कह सकता हूं कि बीते दशकों में दैनिक जागरण ने देश और समाज में बदलाव लाने की मुहिम को शक्ति दी है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
बीते चार वर्षों में आपके समूह और देश के तमाम मीडिया संस्थानों ने राष्ट्र निर्माण के मजबूत स्तंभ के तौर पर अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन किया है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
चाहे वो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान हो, स्वच्छ भारत अभियान हो, ये अगर जन आंदोलन बने हैं, तो इसमें मीडिया की भी एक सकारात्मक भूमिका रही है। दैनिक जागरण भी इसमें अपना प्रभावी योगदान देने के लिए हमेशा आगे रहा है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
समाज में मीडिया का ये रोल आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण होने वाला है। आज डिजिटल क्रांति ने मीडिया को, अखबारों को और विस्तार दिया है। मेरा मानना है कि ये नया मीडिया, नए भारत की नींव को और ताकत देगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
नए भारत की जब भी हम बात करते हैं तो Minimum Government, Maximum Governance और सबका साथ, सबका विकास इसके मूल में है। हम एक ऐसी व्यवस्था की बात करते हैं जहां जनभागीदारी से योजनाओ का निर्माण भी हो और जनभागीदारी से ही उन पर अमल भी हो: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
इसी सोच को हमने बीते चार वर्षों से आगे बढ़ाया है। केंद्र सरकार की अनेक योजनाओं को जनता अपनी जिम्मेदारी समझकर आगे बढ़ा रही हैं। सरकार, सरोकार और सहकार, ये भावना देश में मज़बूत हुई है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
देश का युवा आज विकास में खुद को स्टेक होल्डर मानने लगा है, सरकारी योजनाओं को अपनेपन के भाव से देखा जाने लगा है। उसको लगने लगा है कि उसकी आवाज़ सुनी जा रही है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
यही कारण है कि सरकार और सिस्टम पर विश्वास आज अभूतपूर्व स्तर पर है। ये विश्वास तब जागता है, जब सरकार तय लक्ष्य हासिल करते हुए दिखती है, पारदर्शिता के साथ काम करती हुई नज़र आती है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
आप भी अकसर सोचते होंगे, हैरत में पड़ते होंगे, कि आखिर हमारा देश पिछड़ा क्यों रह गया? आजादी के इतने दशकों के बाद ये कसक आपके मन में भी होगी कि हम क्यों पीछे रह गए।
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
हमारे पास विशाल उपजाऊ भूमि है: PM @narendramodi
हमारे नौजवान बहुत प्रतिभाशाली और मेहनती भी हैं। हमारे पास प्राकृतिक संसाधनों की भी कोई कमी नहीं। इतना सब कुछ होने के बावजूद हमारा देश आगे क्यों नहीं बढ़ पाया: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
मंजिलों की कमी नहीं थी, नीयत की कमी थी।
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
पैसों की कमी नहीं थी, Passion की कमी थी।
Solutions की कमी नहीं थी, संवेदना की कमी थी।
सामर्थ्य की कमी नहीं थी, कमी थी कार्यसंस्कृति की।
बहुत आसानी से कुछ लोग कबीरदास जी के उस दोहे को बिगाड़कर मजाक बना देते हैं जिसमें उन्होंने कहा था- “काल करे सो आज कर, आज करे सो अब”: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
हाल ही मैंने एलिफेंटा तक Underwater Cables के जरिए बिजली पहुंचाने का एक वीडियो देखा। उम्मीद है, आपने भी देखा होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
कल्पना कीजिए, मुंबई से थोड़ी ही दूरी पर बसे लोगों को कैसा लगता होगा, जब वो खुद अंधेरे में रात-दिन गुजारते हुए मुंबई की चकाचौंध को देखते होंगे। उस अंधेरे में 70 साल गुजार देने की कल्पना करके देखिए: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
अभी कुछ दिन पहले ही मुझे एक व्यक्ति ने पत्र लिखकर धन्यवाद दिया। उसने पत्र इसलिए लिखा क्योंकि मेघालय पहली बार ट्रेन सेवा से जुड़ गया है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि हमारे सत्ता में आने से पहले मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा भारत के रेल मैप में ही नहीं थे। सोचिए, इसने किस तरह इन राज्यों के लोगों की जिंदगी पर असर डाला होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए, आखिर क्यों आजादी के 67 साल तक केवल 38 प्रतिशत ग्रामीण घरों में ही शौचालय बने और कैसे केवल चार साल में 95 प्रतिशत ग्रामीण घरों को शौचालय उपलब्ध करा दिए: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए, आखिर क्यों, आजादी के 67 साल बाद तक केवल 55 प्रतिशत बस्तियों, टोले और गांव तक ही सड़क पहुंची थी और कैसे केवल चार साल में सड़क संपर्क को बढ़ाकर 90 फीसदी से ज्यादा बस्तियों, गांव, टोलों तक पहुंचा दिया गया: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए, आखिर क्यों आजादी के 67 साल बाद तक केवल 55 प्रतिशत घरों में ही गैस का कनेक्शन था और अब कैसे केवल 4 साल में गैस कनेक्शन का दायरा 90 फीसदी घरों तक पहुंचा दिया: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए, आखिर क्यों, आजादी के बाद के 67 वर्षों तक केवल 70 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक ही बिजली की सुविधा पहुंची थी और अब कैसे बीते चार वर्षों में 95 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक बिजली पहुंच गई है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
व्यवस्थाओं में अपूर्णता से संपूर्णता की तरफ बढ़ते हमारे देश ने पिछले चार-साढ़े चार वर्षों में जो प्रगति की है, वो अभूतपूर्व है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए कि आखिर क्यों, आजादी के 67 वर्षों तक देश के सिर्फ 50 प्रतिशत परिवारों के पास ही बैंक खाते थे और ऐसा कैसे हुआ कि आज देश का लगभग हर परिवार बैंकिंग सेवा से जुड़ गया है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए, कि आखिर ऐसा क्यों था कि आजादी के 67 वर्षों तक बमुश्किल 4 करोड़ नागरिक ही इनकम टैक्स रिटर्न भर रहे थे और केवल चार वर्ष में ही तीन करोड़ नए नागरिक इनकम टैक्स के नेटवर्क से जुड़ गए हैं: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
सोचिए कि आखिर क्यों ऐसा था कि जब तक GST नहीं लागू हुआ था, हमारे देश में Indirect Tax सिस्टम से 66 लाख उद्यमी ही रजिस्टर्ड थे और अब GST लागू होने के बाद 54 लाख नए लोगों ने रजिस्टर कराया है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
जब हमारे देश के गरीब, शोषित और वंचितों को सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी, उन्हें शौचालय, बिजली, बैंक अकाउंट, गैस कनेक्शन जैसी चीजों की चिंताओं से मुक्ति मिल जाएगी, तो फिर मेरे देश के गरीब खुद ही अपनी गरीबी को परास्त कर देंगे: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
बीते चार वर्षों में आप इस परिवर्तन को होते हुए देख भी रहें हैं। आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं।
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
लेकिन ये सब पहले नहीं हुआ।
पहले इसलिए नहीं हुआ क्योंकि गरीबी कम हो जाएगी, तो ‘गरीबी हटाओ’ का नारा कैसे दे पाएंगे: PM @narendramodi
आज हम शत-प्रतिशत लोगों को करीब-करीब सभी मूलभूत सुविधाएं देने के करीब पहुंच गए हैं, तो भारत दूसरे युग में छलांग लगाने के लिए तैयार है। करोड़ों भारतीयों की Aspirations, उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तत्पर हैं। आज हम न्यू इंडिया की संकल्प से सिद्धि की यात्रा की ओर अग्रसर हैं।
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
आज भारत में Connectivity से लेकर Communication तक, Competition से लेकर Convenience तक, जीवन के हर पहलू को तकनीक से जोड़ने का प्रयास हो रहा है। तकनीक और मानवीय संवेदनाओं की शक्ति से Ease of Living सुनिश्चित की जा रही है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
गरीब के सशक्तिकरण का माध्यम बनाने का ये काम सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं रहने वाला है, इसको आने वाले समय में विस्तार दिया जाना है। हमारा प्रयास है कि बिचौलियों को तकनीक के माध्यम से हटाया जाए: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
उत्पादक और उपभोक्ता को जितना संभव हो पाए उतना पास लाया जाए। भ्रष्टाचार चाहे किसी भी स्तर पर हो, हमारी नीति स्पष्ट भी है और सख्त भी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
जैसा कि आप सभी जानते हैं पिछले दिनों अर्जेंटीना में G-20 का सम्मेलन हुआ। उस सम्मेलन में आए नेताओं से मेरी बातचीत हुई, हमने अपनी बातें भी दुनिया की ताकतवर अर्थव्यवस्थाओं के बीच रखी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
जो आर्थिक अपराध करने वाले हैं, भगोड़े हैं, उनको दुनिया में कहीं भी सुरक्षित पनाहगाह ना मिले इसके लिए भारत ने कुछ सुझाव अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के बीच रखे हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी ये मुहिम रंग लाएगी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
आज बड़े लक्ष्यों, कड़े और बड़े फैसलों का अगर साहस सरकार कर पाती है, तो उसके पीछे एक मजबूत सरकार है, पूर्ण बहुमत की सरकार है। New India के लिए सरकार का फोकस सामर्थ्य, संसाधन, संस्कृति और सुरक्षा पर है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
विकास की पंचधारा यानि बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई, बुजुर्गों को दवाई,किसान को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई, इसी को केंद्र में रखते हुए सरकार आगे बढ़ रही है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
नए भारत के, नए सपनों को साकार करने में दैनिक जागरण की, पूरे मीडिया जगत की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। सिस्टम से सवाल करना आपकी जिम्मेदारी है, आपका अधिकार है।
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2018
मीडिया के सुझावों, और आपकी आलोचनाओं का तो मैं हमेशा स्वागत करता रहा हूं: PM @narendramodi