ଟିଏମସି, କଂଗ୍ରେସ ହେଉ କି ବାମପନ୍ଥୀ, ଦଳ ଭିନ୍ନ, କିନ୍ତୁ ସେମାନଙ୍କ ପାପ ସମାନ: ବିଷ୍ଣୁପୁର, ପଶ୍ଚିମବଙ୍ଗରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ
ଟିଏମସି-କଂଗ୍ରେସ-ବାମପନ୍ଥୀ ମାନେ ଦୁର୍ନୀତି, ହିଂସା, ଅରାଜକତା ଓ ପକ୍ଷପାତିତାରେ ସମୃଦ୍ଧ: ବିଷ୍ଣୁପୁରରେ ପ୍ରଧାନମନ୍ତ୍ରୀ ମୋଦୀ

भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की। 

नमोस्कार !

मोन्दिर शोहोर बिष्णुपुरके अमी प्रोणम जनाई ! बिष्णुपुर सोमोशतो शक्ति स्वरूपा मां बोनेदेर आमार प्रणाम ! बांकुरा में इतना जोश है, इतना उत्साह है। आप इतनी विशाल संख्या में आए हैं। खासतौर पर हमारी माताएं-बहनें, हर काम छोड़कर हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। मोदी तो सिर्फ ज़रिया है, निमित्त है। मोदी, आपके सपनों को अपना संकल्प मानकर आपके लिए निकला है। (यहां बहुत बच्चे तस्वीर लेकर आए हैं। इस तरफ भी हैं उस तरफ भी हैं, कोई कलेक्ट कर लें, ताकि फिर उनका ध्यान बैठ कर के सुनने में रहे। ले लीजिए सबसे, दोनों तरफ, जिसके पास हो सब कलेक्ट कर लीजिए भाई। अब बाकी लोग आराम से बैठिए और वो जो बड़ा बोर्ड हैं ना नीचे रखिए, पीछे लोगों को दिखाई नहीं देता है, आप नीचे रखिए आप उसको भी नीचे रखिए, ये बोर्ड नया है नीचे रख दीजिए वहीं पर। शाबाश, इतने अच्छे लोग हैं आप।) प्यारे भाइयों-बहनों, आपके सपने ही मोदी का संकल्प है, आपनार शपनों, मोदीर शंकल्पो। 

भाइयों और बहनों,

मोदी को अपने लिए कुछ नहीं करना है। ना मुझे अपने किसी भतीजे के लिए कुछ करना है और ना ही मुझे किसी भाई के लिए कुछ छोड़ना है। मुझे बांकुरा के जंगलों में बसी मां, बेटे, बेटियों के लिए काम करना है। मुझे गरीब, दलित-आदिवासी परिवार के बच्चों के लिए विकसित भारत विरासत के रूप में छोड़नी है। इसलिए, मैं आपसे तीसरी बार आशीर्वाद मांगने आया हूं। यहां बिष्णुपुर से हम सबके साथी सौमित्र खान जी और बांकुरा से सुभाष सरकार जी, इनको भारी वोटों से विजयी बनाकर दिल्ली भेजिए और मोदी को मजबूत कीजिए। आपका एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। मोदी को मज़बूत करेगा, मोदी को ऊर्जा देगा। मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए...फिर एक बार...मोदी सरकार ! आबार एकबार, मोदी शोरकार

भाइयों और बहनों,

TMC हो, कांग्रेस हो, लेफ्ट हो ये पार्टियां तीन अलग-अलग दिखती हैं, लेकिन पाप सबके एक जैसे हैं। इसलिए, इन्होंने मिलकर इंडी-गठबंधन बनाया है। इन्होंने गरीब, मज़दूर, SC/ST, महिला इन सभी को हमेशा सिर्फ नारे दिए हैं। लेकिन जहां भी इन्होंने सरकारें चलाईं, उन राज्यों को गरीब बनाकर छोड़ दिया। पश्चिम बंगाल इसका ताजा उदाहरण है। कभी दूसरे राज्यों से लोग रोजगार के लिए बंगाल आते थे। आज बांकुरा से, पूरे बंगाल से काम के लिए लोग पलायन के लिए मजबूर हुए हैं। ये स्थिति बदलनी चाहिए या नहीं बदलनी चाहिए?

भाइयों और बहनों,

TMC-कांग्रेस-लेफ्ट का मॉडल विकास का है ही नहीं। ये भ्रष्टाचार, हिंसा-अराजकता, माफिया, तुष्टिकरण, परिवारवाद ऐसी बीमारियों में ही फलते-फूलते हैं। यहां TMC देखिए क्या करती है? यहां बड़ी-बड़ी नदियां हैं, लेकिन खेत में पर्याप्त पानी नहीं है। लेकिन TMC का रेत माफिया, यहां बेरोकटोक चल रहा है। यहां अजय और कुनूर नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है। यहां नदियों के साथ हुई ये हरकत बाढ़ की वजह बन जाती है। फिर यहां बाढ़ राहत के नाम पर भी घोटाला किया जाता है। यही खेल यहां बरसों से हो रहा है। इसमें आप तो बर्बाद हो रहे हैं लेकिन मौज किसकी हो रही है, मौज होती है TMC के तोलाबाज़ों की। 

भाइयों और बहनों,

TMC ने पैसे कमाने की भूख में आपके बच्चों को भी नहीं छोड़ा है। 

यहां शिक्षक भर्ती घोटाले ने युवाओं के साथ ही आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी दांव पर लगा दिया है। गरीब मां-बाप ने घर-ज़मीन बेचकर, कर्ज़ लेकर इनके मंत्रियों को घूस दी। आज वो सारे नौजवान सड़कों पर हैं। आखिर इनका क्या कसूर था? मैं बंगाल के सभी नौजवानों को गारंटी देता हूं इन्होंने आपके घर बिकवाए हैं। मोदी TMC के भ्रष्टाचारियों के बंगले-गाड़ियां बिकवाएगा। और इतना ही नहीं मोदी कानूनी सलाह ले रहा है कि कैसे आपका लूटा हुआ पैसा आपको वापस मिले।

साथियों, 

TMC के प्रति बंगाल के लोगों का आक्रोश में समझ सकता हूं। लेकिन बंगाल में सूपड़ा साफ होते देख TMC भी बहुत ज्यादा बौखला गई है। अब TMC ने मानवता की सेवा करने वाले संत समाज को गालियां देना शुरू कर दी हैं। ISKON, राम कृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के सेवाभाव से दुनिया भलीभांति परिचित है। इन संगठनों ने बंगाल को गौरव दिया है, सुख-दुख में लोगों का साथ दिया है। लेकिन यहां की मुख्यमंत्री कहती हैं कि हमारे ये संत, ये संगठन देश को बर्बाद कर रहे हैं। मेरा सीधा-सीधा आरोप है, यहां की मुख्यमंत्री मुस्लिम कट्टरपंथियों के दबाव में वोट पाने के लिए हमारे संतों को, हमारे महान संगठनों को सार्वजनिक रूप से गालियां दे रही हैं, बदनाम कर रही है। हिंदुओं को भगीरथी में डूबो देने वाला बयान, ये भी TMC ने सोच समझकर दिलवाया था। वोटबैंक के दबाव में TMC लगातार संतों को अपमानित कर रही है, बंगाल की परंपरा को अपमानित कर रही है। ये लोग मोदी के विरुद्ध वोट जिहाद की अपील करवाते हैं। ये लोग राम मंदिर को भांति-भांति की गंदी से गंदी और भद्दी से भद्दी गालियां देते हैं। क्य़ा ऐसी पार्टी को आप बर्दाश्त करेंगे? बंगाल, TMC की तुष्टिकरण की नीति का जवाब वोट से देंगे कि नहीं देंगे?

भाइयों और बहनों,

TMC को सिर्फ अपने वोटबैंक से मतलब है। यहां बहुत बड़ी संख्या में हमारे शरणार्थी परिवार रहते हैं। जो दूसरे देश से प्रताड़ित होकर, भागकर यहां आए हैं। TMC-कांग्रेस-लेफ्ट ने इतने सालों तक इन साथियों को अपने हाल पर छोड़ दिया। मोदी ने इन परिवारों को CAA कानून लाकर नागरिकता की गारंटी दी। मुझे खुशी है कि 300 शरणार्थी परिवारों के पहले बैच को CAA के तहत नागरिकता मिल चुकी है। पश्चिम बंगाल के सभी शरणार्थी परिवारों को भी अब तेज़ी से नागरिकता मिलने लगेगी। ऐसे काम होते हैं- तभी लोग मोदी की गारंटी पर भरोसा करते हैं।

साथियों,

बंगाल की ये धरती नेक नीयत का मतलब अच्छी तरह जानती है। दुर्भाग्य से, आज बंगाल में जो सरकार है, उसकी नीयत में ही खोट है।

मोदी दिल्ली से मुफ्त चावल भेजता है। ताकि गरीब, SC/ST परिवार की किसी मां को अपने बच्चे भूखे न सुलाने पड़ें। लेकिन TMC ने चावल में भी घोटाला कर दिया। जो थोड़े-बहुत राशन के पैकेट इन लोगों ने बांटे हैं, उसमें भी TMC ने अपना स्टीकर चिपका दिया है। मोदी ने पक्का घर बनाने की योजना बनाई। लेकिन यहां TMC ने उसपर अपना स्टीकर लगाया और तोलाबाज़ों के हवाले कर दिया। यानि इन्होंने मोदी सरकार की योजना ही चुरा ली। ऐसी खोटी नीयत वालों को बंगाल के लोग कभी भी माफ नहीं करेंगे। 

भाइयों और बहनों,

मोदी का मिशन भारत को आत्मनिर्भर बनाने का है। इसलिए, मोदी वोकल फॉर लोकल को महत्व देता है। यहां बालूचौरी साड़ियों की ताकत है, हमारे बुनकरों का शिल्प है, मेहनत है। यहां टैराकोटा का इतना शानदार काम होता है। हमारी सरकार ने इनके लिए भी योजनाएं बनाई हैं। लेकिन TMC सरकार उन योजनाओं का लाभ आप तक पहुंचने नहीं देती।

भाइयों और बहनों,

मोदी गांव की बहनों को सेल्फ हेल्प ग्रुप्स में जोड़ रहा है। उनको बैंकों से मदद दिला रहा है। मुद्रा योजना से बिना गारंटी का लोन बहनों को दिलवा रहा है। ताकि वे अपना रोजगार शुरू कर सकें। मोदी ने गारंटी दी है कि 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाऊंगा। इसमें आदिवासी समाज की अनेक बहनें हैं, जो वनधन केंद्रों से जुड़ी हैं।

साथियों,

भाजपा, नारी का सशक्तिकरण करने वाली पार्टी है। आज भारत की राष्ट्रपति एक आदिवासी बेटी हैं। पहली बार आदिवासी समाज की बेटी देश की राष्ट्रपति के रूप में बैठी है। अनेक दशकों से महिलाओं के लिए संसद और विधानसभा में आरक्षण की मांग होती थी। मोदी ने ये गारंटी भी पूरी की है। लेकिन मां-माटी-मानुष की बात कहने वाली TMC ने यहां क्या किया? TMC यहां बेटियों के साथ अत्याचार कर रही है। संदेशखाली में पहले TMC के नेता ने पाप किया। फिर पूरी TMC सरकार उस अपराधी को बचाने में जुट गई। ये कितनी भी कोशिश कर लें, बंगाल की बहनों के साथ अत्याचार करने वाले हर दोषी को सज़ा मिलकर रहेगी। मोने राखबेन, प्रोत्येक औत्ताचारी शाश्ती पाबे और ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों, 

25 मई को आपका वोट, देश के नाम पर पड़ना चाहिए। देश में मज़बूत सरकार हो, मजबूत प्रधानमंत्री हो जो देश के अंदर और देश के बाहर हमें कमज़ोर करने वाली हर ताकत को जवाब दे सके। अच्छा मेरा एक काम करेंगे, ज्यादा से ज्यादा वोट करवाएंगेपोलिंग बूथ जीतेंगे, सब के सब पोलिंग बूथ जीतेंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे। यहां से हर परिवार में जाइए, घर घर जाइए, परिवार के लोगों को मिलिए और कहना मोदी जी आए थे। मोदी जी ने परिवार के सबको राम राम कहा है। मेरा राम राम पहुंचा दोगे। मेरा राम राम पहुंचा दोगे।

बोलिए भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद। 

 

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PM Modi visits the Indian Arrival Monument
November 21, 2024

Prime Minister visited the Indian Arrival monument at Monument Gardens in Georgetown today. He was accompanied by PM of Guyana Brig (Retd) Mark Phillips. An ensemble of Tassa Drums welcomed Prime Minister as he paid floral tribute at the Arrival Monument. Paying homage at the monument, Prime Minister recalled the struggle and sacrifices of Indian diaspora and their pivotal contribution to preserving and promoting Indian culture and tradition in Guyana. He planted a Bel Patra sapling at the monument.

The monument is a replica of the first ship which arrived in Guyana in 1838 bringing indentured migrants from India. It was gifted by India to the people of Guyana in 1991.