The unwavering support of Karnataka for the BJP has given the corruption-ridden I.N.D.I alliance, sleepless nights
Congress & the I.N.D.I alliance possess no roadmap, agenda or vision for the development of India
Karnataka is a state where there is CM in waiting, Super CM, Shadow CM, Future CM Aspirant & Collection Master to facilitate scams & loot
The I.N.D.I alliance has proclaimed to end the concept of ‘Shakti’ that has not only disrespected the Hindu Dharma but the Nari Shakti of India
BJP has always prioritized the empowerment of SC-ST-OBC and the safe evacuation of the members of the ‘Hakki-Pikki’ tribe through ‘Operation Kaveri’ is a testimony to the same

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

शिवमोग्गा-दा जनतेगे नन्ना नमस्कारागड़ु

मैं शक्ति स्वरूपा, सिगन्दूरु चौडेश्वरि देवी के चरणों में श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं।

हम सभी के लिए आपका ये प्यार और आशीर्वाद, जनसमर्थन की ये लहर, कर्नाटका के कोने-कोने में बीजेपी को मिल रहा अपार जनसमर्थन, ये दृश्य...ये ऊर्जा अपने आप में…ऐसा लग रहा है कि पूरा मैदान ऊर्जा से भरा हुआ है। दूसरी तरफ भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण में डूबे इंडी अलायंस की नींद उड़ गई होगी। और, शिवमोगा तो खास तौर पर ऐसी भूमि है, जनसंघ के जमाने में जब हमें कोई जानता नहीं था। कोई हमारा म्यूनिसिपालिटी का मेंबर नहीं होता था। ऐसे समय येदुरप्पा जी ने अपनी पूरी जवानी यहां खपा दी थी। ये उनकी तपोभूमि रही है। इस क्षेत्र की, कर्नाटका की हर सीट से मोदी के development ambassador को दिल्ली भेजना है। आपको कर्नाटका की 28 की 28 सीटें BJP-NDA को देने के लिए मैं आज आपको प्रार्थना करने आया हूं। 4 जून को 400 पार। ‘4 जून को 400 पार के मिशन’ में आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। और इसलिए... आखिरकार हम 400 सीटों की बात क्यों कर रहे हैं हम। ये 400 सीटें क्यों। विकसित भारत के लिए...400 पार! विकसित भारत के लिए...400 पार! विकसित भारत के लिए...400 पार! विकसित कर्नाटका के लिए...400 पार! विकसित कर्नाटका के लिए...400 पार! गरीबी कम करने के लिए...400 पार! गरीबी कम करने के लिए...400 पार! आतंक पर प्रहार के लिए...400 पार! भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई के लिए...400 पार! किसानों की समृद्धि के लिए...400 पार! युवाओं को नए अवसर देने के लिए...400 पार! ई बारी…नानूरु मीरी ! ई बारी…नानूरु मीरी !

साथियों,
पिछले 10 वर्षों में देश ने बीजेपी का काम देखा है। बीजेपी की सबसे बड़ी प्राथमिकताएं हैं- विकास, गरीब कल्याण और सामर्थ्यवान भारत! वहीं दूसरी ओर कांग्रेस है। कांग्रेस के पास विकास का एजेंडा नहीं, इसलिए वो तरह-तरह के हथकंडे आजमाती है। कांग्रेस का पहला हथकंडा है- झूठ बोलो! बड़े-बड़े झूठ बोलो! बार-बार झूठ बोलो। जहां जाओ वहां झूठ बोलो। सुबह-शाम झूठ बोलो। कांग्रेस का दूसरा हथकंडा है- अपने झूठ को ढकने के लिए, नए झूठ बोलो। कांग्रेस का तीसरा हथकंडा है- जब पकड़े जाओ, तो अपनी करतूतों का ठीकरा दूसरों के सर पर फोड़ दो। हर चुनाव से पहले कांग्रेस के लोग बड़े-बड़े झूठे वादे करने में एक्सपर्ट हो गए हैं। यहां कर्नाटका में भी कांग्रेस ने यही किया। और अब सरकार बनने के बाद, कांग्रेस फिर झूठ पर झूठ बोले जा रही है। कभी वो केंद्र को जिम्मेदार बता रही है, कभी मोदी पर आरोप लगा रही है, तो कभी दूसरी पार्टियों पर अपनी नाकामी का ठीकरा फोड़ रही है। क्योंकि, कांग्रेस की मंशा कभी काम की नहीं होती। कांग्रेस का केवल एक ही इरादा होता है- लोगों को लूटना, अपनी जेब भरना! इसीलिए, कांग्रेस को जब से कर्नाटका में मौका मिला है, तो इन्होंने कर्नाटका को अपना ATM बना लिया है। यहां इनकी लूट इतनी बढ़ गई है कि सरकार चलाने के लिए पैसे तक नहीं बचे हैं। और इस लूट में भागीदार बनने की होड़ मची हुई है। कोई यहां ‘CM in Waiting’ है। कोई यहां ‘Future CM Aspirant’ है। कोई यहां ‘Super CM’ है, कोई यहां ‘Shadow CM’ है। और इतने सारे CM के बीच एक दिल्ली के 'Collection Minister,' भी हैं। कांग्रेस की इस करतूत का नुकसान, कर्नाटका के लोगों को उठाना पड़ रहा है। कुछ ही महीनों में कांग्रेस की सरकार ने कर्नाटका की साख को बहुत बड़ा धक्का लगा दिया है। मैं कांग्रेस के प्रति कर्नाटका के लोगों का आक्रोश देख रहा हूं, उनका गुस्सा समझ रहा हूं। कांग्रेस सरकार के ऐसे रवैये के बीच बहुत जरूरी है कि कर्नाटका की लोकसभा की हर सीट पर BJP-NDA को विजय मिले। BJP-NDA के सांसद, कर्नाटका के लोगों की सेवा के लिए काम करेंगे, यहां केंद्र की योजनाओं को अच्छी तरह लागू करने में मदद करेंगे।

साथियों,
कल मुंबई में शिवाजी मैदान में इंडी अलायंस की तरफ से खुला ऐलान किया गया। वो लोग हिंदू धर्म में समाहित शक्ति को समाप्त करना चाहते हैं। हिंदू शक्ति को समाप्त करने का उन्होंने बीड़ा उठाया है। हिंदू समाज जिसे शक्ति मानता है, उस शक्ति के विनाश का उन्होंने एलान कर दिया है। अगर शक्ति के विनाश का उनका एलान है तो शक्ति की उपासना का हमारा भी एलान है। मैं जब सार्वजनिक जीवन में आया, जब मैंने अपने समय का पल-पल और शरीर का कण-कण लोगों की सेवा के लिए समर्पित करने का संकल्प लिया तो मुझे इसी शक्ति ने ऊर्जा दी। आज भी मैं शक्ति की उपासना करता हूं, देश के कोटि-कोटि लोग हिंदू धर्म की इस शक्ति के उपासक हैं। और मैं तो हैरान हूं... कल शिवाजी पार्क में शक्ति के विनाश का एलान हो रहा है, जब मैंने सुना तो मैं सोच रहा था कि बाला साहेब ठाकरे जी, उनकी आत्मा को कितना दुख पहुंचा होगा। शिवाजी पार्क में शक्ति के विनाश का एलान किया जाए, वो भी शिवाजी पार्क में। और उस भूमि पर जहां का बच्चा-बच्चा जन्म से जय भवानी, जय शिवाजी का मंत्र लेकर के बड़ा होता है। छत्रपति शिवाजी महाराज, दुर्गा भवानी से आशीर्वाद लेकर के हिंदवी स्वराज की स्थापना के लिए निकल पड़े थे। वे शक्ति के उपासक थे और उसी शिवाजी पार्क में शक्ति के विनाश का ऐलान किया जाता है। और कौन लोग मंच पर बैठे थे, पता नहीं बाला साहब की आत्मा को क्या होता होगा। शक्ति का विनाश करने की सोच।

साथियों,
मेरे लिए देश की नारीशक्ति, इसी शक्ति का प्रतिबिंब है। इसलिए हमारी सरकार की योजनाओं में सबसे ज्यादा प्राथमिकता नारी शक्ति को दी जाती है। आजादी के बाद आज तक किसी सरकार ने नारीशक्ति पर इतना बल नहीं दिया जितना हमारी सरकार ने दिया है। इसलिए ही जब चंद्रयान वहां पहुंचा जहां कोई नहीं पहुंचा था, तो हमने उस स्थान को शिव-शक्ति प्वाइंट का नाम दिया। कई पॉलिटिकल जानकार कहते रहे हैं कि ये नारीशक्ति मोदी की साइलेंट वोटर है। लेकिन मेरे लिए देश की नारीशक्ति वोटर नहीं बल्कि मां शक्ति स्वरूपा है। नारीशक्ति का यही आशीर्वाद मेरा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। हम तो हमेशा से कहते आ रहे हैं...या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ इसी भावना के साथ हम मां भारती की पूजा करते हैं। इसी भावना के साथ हम मां भारती की शक्ति बढ़ाना चाहते हैं। इसी भावना के साथ हम मां भारती की शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं। हमारे राष्ट्रकवि कुवेम्पु ने भी कर्नाटका की इस धरती के लिए क्या कहा था? उन्होंने कहा था- मन्त्र कणा, शक्ति कणा, तायि कणा, देवी कणा। उन्होंने कर्नाटका माता को भी शक्ति के रूप में देखा था। इंडी अलायंस के ये लोग अब इसी शक्ति को कुचलना चाहते हैं, तबाह करना चाहते हैं, समाप्त करना चाहते हैं। इन्हें मां भारती की बढ़ती हुई शक्ति से नफरत हो रही है। इन्हें भारतीय नारी का उत्थान अच्छा नहीं लग रहा है। इन्हें भारतीय नारी का सशक्तिकरण पसंद नहीं आ रहा। शक्ति पर वार का मतलब है- देश की माताओं-बहनों-बेटियों पर वार। शक्ति पर वार का मतलब है- नारी कल्याण की योजनाओं पर वार। शक्ति पर वार का मतलब है- मां भारती की शक्ति पर वार। ये शक्ति ही है, जिसके अवतरण से भारत की भूमि से आतंक और अत्याचार का अंत होता है। इंडी अलायंस ने, कांग्रेस ने इसी शक्ति को ललकारा है। कांग्रेस को इसका जवाब देश की हर महिला-हर बहन- हर बेटी देगी, शक्ति का हर उपासक देगा। 4 जून को इन्हें पता चल जाएगा कि शक्ति को ललकारने का मतलब क्या होता है।

साथियों,
कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जाने वाली पार्टी है। अंग्रेज़ चले गए। लेकिन कांग्रेस ने अंग्रेजियत वाली मानसिकता नहीं छोड़ी। ‘बांटो और राज करो’ वो अपनी विरासत कांग्रेस को देकर गए हैं। कांग्रेस ने पहले देश को बांटा, जाति में बांटा, समुदाय में बांटा, धर्म, क्षेत्र और भाषा के आधार पर लोगों को बांटा। और, सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस ने देश का बंटवारा भी कर दिया। लेकिन फिर भी बांटने की मानसिकता वाली इस कांग्रेस को इतने से संतोष नहीं हो रहा है। अब कांग्रेस फिर से देश को बांटने वाले खतरनाक खेल भी खेलने लगी है। अब ये अपने इस मंसूबे पर भी खुलकर बोलने लगे हैं। अभी हाल ही में, कर्नाटका के कांग्रेस सांसद ने देश को एक बार और बांटने का बयान दिया है। ऐसे सांसद को पार्टी से निकाल फेंकने के बजाय कांग्रेस उसका बचाव कर रही है। कर्नाटका ऐसी राजनीति और ऐसे षडयंत्रों को कभी सफल नहीं होने देगा। कर्नाटका की धरती का ऐसा अपमान करने वाली कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में चुन-चुन करके साफ कर देना चाहिए। करेंगे न? करेंगे न? जरा दोनों हाथ ऊपर करके बोलिए करेंगे न? चुन-चुन करके साफ करेंगे न? 26 अप्रैल और 7 मई को आपको इसी संकल्प को लेकर निकलना है। 26 अप्रैल और 7 मई को, आपको अपने वोट से कांग्रेस के विभाजनकारी मंसूबों को ध्वस्त करना है।

साथियों,
आजादी के बाद कांग्रेस ने जो व्यवस्था बनाई उसमें गरीब और गरीब होता गया, कंगाल होता गया और गरीब के अधिकार छिनते रहे। कांग्रेस ने हमेशा देश के गरीब को मूलभूत सुविधाओं को भी तरसा कर रखा। बीते 10 वर्षों में हमने इन हालातों को बदलने के लिए काम किया है। पिछले 10 वर्षों में, भारत के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। ये इसलिए संभव हुआ, क्योंकि हमने गरीबों की समस्याओं पर फोकस किया। हमने उन्हें मुश्किलों से बाहर निकालने का रास्ता तैयार किया। मैं आपको कर्नाटका का उदाहरण देता हूं कि हमारे काम का स्केल कितना बड़ा है। परिवार में कोई मेडिकल इमरजेंसी आ जाए तो गरीब और गरीब हो जाता है। लेकिन हमने आयुष्मान भारत योजना के तहत अकेले कर्नाटका में 60 लाख से ज्यादा लोगों का मुफ्त इलाज कराया है। अकेले शिवमोगा में ही 5 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड धारक हैं। इसी तरह, कर्नाटका में 40 लाख से ज्यादा गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। पूरे कर्नाटका में लगभग 9 लाख परिवारों को पीएम आवास योजना के तहत पक्का मकान दिया है।

साथियों,
ये जो लाखों, करोड़ों लोगों को हमारी योजनाओं का फायदा मिला है, उनमें से ज्यादातर SC, ST और OBC समुदाय के हैं। आज उन्हें सशक्त बनाकर हम सामाजिक न्याय की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पिछली बार मैं यहां शिवमोगा एयरपोर्ट का उद्घाटन करने आया था। मुझे याद है कि यहां के हक्की पिक्की जनजातीय समुदाय के लोगों से मेरी लंबी चर्चा हुई थी। उन लोगों को ऑपरेशन कावेरी के द्वारा युद्ध संकट में घिरे सुडान से बाहर निकाला गया था। ये इस बात का उदाहरण है कि हम अपने सभी लोगों के लिए काम कर रहे हैं, ये मायने नहीं रखता कि वो कहां हैं। ये इस बात का भी प्रमाण है कि वंचित समुदाय की सेवा के प्रति बीजेपी लगातार समर्पित हैं। आजाद भारत के इतिहास में बीजेपी ही वो पार्टी है जिसने SC और ST दोनों समुदाय के लोगों को राष्ट्रपति बनाया है। इसलिए, जब आप बीजेपी को वोट देंगे, तो आपका वोट सामाजिक न्याय के लिए होगा।

साथियों,
आज पहली बार भारत इस मुकाम पर पहुंचा है कि दुनिया में लोग भारत के आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर की चर्चा कर रहे हैं। भारत की पहचान अब हाइस्पीड वंदेभारत, नमो-भारत ट्रेनों से होती है। भारत की पहचान अब मेट्रो और अंडरवॉटर मेट्रो से हो रही है। भारत की पहचान अब हाइस्पीड इंटरनेट और 5G से होती है। भारत की पहचान अब गांव-गांव में UPI टेक्नालजी से होती है। भारत की पहचान अब ग्रीन कॉरिडॉर और एक्स्प्रेसवेज से होती है। बीजेपी की केंद्र सरकार कर्नाटका में भी इस विकास अभियान को बढ़ावा दे रही है। यहां तुमकुरू और शिवमोगा के बीच नेशनल हाइवे बन रहा है। हमारी सरकार इसके निर्माण पर 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है। इससे इस इलाके की पूरी तस्वीर बदल जाएगी। शिवमोगा से बेंगलुरू पहुंचने में लगने वाला समय 2 घंटे कम हो जाएगा। करीब 100 रुपए की लागत से शिवमोगा के पास कोटेगंगूर कोचिंग डिपो भी विकसित किया जा रहा है। शिवमोगा शहर में दो रेलवे ब्रिज भी बनाए गए हैं, जिससे यहां के लोगों को बहुत सुविधा हो गई है। शिवमोगा, सागर जंबागरू और तलगुप्पा स्टेशनों को अमृत स्टेशन भी बनाया गया है। यहां की रेल सुविधाओं का कायाकल्प हो रहा है।

साथियों,
अगले 5 वर्षों में विकास के इस अभियान को और गति मिलने वाली है। अगले 5 वर्ष देश उन फैसलों का गवाह बनेगा, जो पहले कभी नहीं हुये! अगले 5 वर्षों में ही भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा। अगले 5 वर्षों में गरीब कल्याण की योजनाएं शत प्रतिशत लोगों तक पहुंचेंगी। जिसे अब तक पक्का घर नहीं मिला, नल से जल नहीं मिला, आयुष्मान कार्ड नहीं मिला, सबके घर तक NDA सरकार पहुंचेगी। अगले 5 वर्षों में युवाओं के लिए अवसरों के नए द्वार खुलेंगे। और, ये रास्ता 26 अप्रैल और 7 मई को आपके वोट से पक्का होगा। 26 अप्रैल को उडुपी-चिकमंगलूर सीट पर श्री कोटा श्रीनिवास, दक्षिण कन्नड़ा सीट पर कैप्टन बृजेश चौटा और बेंगलुरु रूरल सीट पर डॉ. सीएन मंजूनाथ के लिए बड़ी संख्या में वोट डालने हैं। इसके बाद 7 मई को शिवमोगा की सीट पर श्री बी वाई राघवेंद्र और दावनगेरे में श्रीमति गायत्री सिद्धेश्वर को भारी मतों से विजयी बनाना है। मुझे विश्वास है कि 4 जून को कर्नाटका की हर सीट पर विकास का कमल खिलेगा। लेकिन इसके लिए… मैंने तो बहुत गारंटी दी, आपको भी मुझे एक गारंटी देनी होगी कि हर पोलिंग बूथ में कमल ही कमल खिलेगा। खिलेगा? खिलेगा? कमल खिलेगा? कमल खिलेगा?

बहुत-बहुत धन्यवाद!

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।