CAA ही मोदींच्या हमीबद्दलची साक्ष आहे: लालगंजमध्ये पंतप्रधान मोदीCAA हे मोदींच्या गॅरंटीचे उदाहरण आहे: पंतप्रधान मोदी लालगंजमध्ये
सपा- काँग्रेसच्या राजवटीत सर्वसामान्यांची सुरक्षा देवाच्या भरवशावर सोडण्यात आली होती: पंतप्रधान मोदी यूपीच्या लालगंजमध्ये
आपण सर्वांनी काँग्रेस-सपाच्या धोकादायक अजेंडांच्या तिहेरी डोसपासून अत्यंत सावध राहिले पाहिजेः पंतप्रधान मोदी यूपीच्या लालगंजमध्ये

राम राम!
सब भइया बहिनी के पांय लागी !
भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय

दो दिन पहले ही मैं बनारस में था। वहां जो माहौल बना, जिस प्रकार से काशीवासियों ने लोकतंत्र का उत्सव मनाया और स्वाभाविक है कि प्रधानमंत्री वहां नामांकन करने गए थे। तो जरा मीडिया वालों का भी ध्यान ज्यादा रहता है। लेकिन सवाल काशी का नहीं है। हिंदुस्तान के हर कोने में कन्याकुमारी से कश्मीर तक और अटक से कटक तक सब ओर यही उमंग है और यही उत्सव है और लोकतंत्र की क्या ताकत है उसपर दुनिया का ध्यान गया है और मैं पहली बार देख रहा हूं कि दुनिया के अखबारों में पहले पेज पर भारत के लोकतंत्र के उत्सव की खबरें छाई हुई हैं। भारत की पहचान, भारत का महात्मय दुनिया के लिए भी कितना महत्व रखता है, इसका ये परिचय है। दुनिया देख रही है कि जनता-जनार्दन का आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी-एनडीए और हमारे सभी साथियों पर है। जहां भी जाते हैं एक ही स्वर सुनाई देता है। एक ही नारा गूंज रहा है। एक ही संकल्प चारो ओर लोग लेकर चल रहे हैं और वो है- फिर एक बार मोदी सरकार...

भाइयों और बहनों,

आखिर दुनिया को ये विश्वास कैसे है? ये रातों-रात तो नहीं हुआ है। दुनिया ये जनसमर्थन देख रही है...आपका प्रेम, आपका आशीर्वाद और आपका स्नेह दुनिया को अचरज कर रहा है। दुनिया देख रही है कि भारत के लोगों को मोदी की गारंटी पर कितना भरोसा है।

साथियों,

मोदी की गारंटी का मतलब क्या होता है...इसका ताजा उदाहरण CAA कानून है और आपने देखा होगा की कल ही CAA कानून के तहत शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का काम शुरू हो गया है। पहले लॉट को ऑलरेडी नागरिकता दी गई और ये सभी भाई-बहन हिंदू हैं, सिख हैं, बौद्ध हैं, जैन हैं, पारसी हैं, ईसाई हैं और ये लोग हैं, जो शरणार्थी बनकर के लंबे अरसे से हमारे देश में रह रहे हैं। ये वो लोग हैं, जो धर्म के आधार पर हुए भारत के बंटवारे का शिकार हुए थे। और मजा देखिए, ये महात्मा गांधी का नाम लेकर के सत्ता की सीढ़ियां तो चढ़ जाते हैं। लेकिन महात्मा गांधी की बातों को याद नहीं रखते हैं। खुद महात्मा गांधी ने भरोसा दिया था कि वे कभी भारत आ सकते हैं। 70 वर्षों में हजारों परिवार, प्रताड़ना झेलकर अपनी बेटियों की इज्जत बचाने के लिए अपना धर्म अपनी संस्कृति अपनी परंपरा को बचाने के लिए मजबूरन भारत मां की कोख में आकर के शरण लिया। लेकिन कांग्रेस ने इनकी कभी सुध नहीं ली, क्योंकि ये कांग्रेस के वोट बैंक नहीं थे। ये लोग कौन हैं? ज्यादातर इनमें मेरे दलित भाई-बहन हैं, मेरे ओबीसी समाज के भाई-बहन हैं, मेरे पिछड़े भाई-बहन हैं। और इसलिए इनपर वहां तो जुल्म हुआ ही हुआ, वोटबैंक की राजनीति में डूबे हुए यहां के कांग्रेस की सरकारों ने भी और उनके साथियों ने भी इनपर जुल्म करने में कोई कमी नहीं रखी। लेकिन यहां सपा-कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों ने इनके साथ क्या किया? इन्होंने CAA के नाम पर ऐसा झूठ का पहाड़ खड़ा कर दिया, ऐसा झूठ चलाया... ऐसा झूठ चलाया...। सपा-कांग्रेस जैसे दलों ने यूपी सहित पूरे देश को दंगों की आग में झोंकने का भरपूर प्रयास किया। आज तक ये इंडी-गठबंधन वाले कहते हैं कि मोदी ये जो CAA लाया है ना, जिस दिन मोदी जाएगा, ये CAA भी जाएगा।

भाइयों-बहनों,

क्या इस देश में कोई माई का लाल पैदा हुआ है, जो CAA को खत्म कर सके। ये देश की जनता जान गई है, देश का हर नागरिक जान गया है कि आप लोगों ने वोट बैंक की राजनीति करके और हिंदु-मुसलमान को लड़ा-लड़ा करके और सेक्यूलरिज्म का ऐसा चोला पहन लिया था कि आप की अंदर की पाप की सच्चाई बाहर नहीं आती थी। ये मोदी है, जिसने आपका ये नकाब उतार दिया है। आप ढोंगी हैं, आप सांप्रदायिक हैं, आपने देश को 7 दशक तक सांप्रदायिकता की आग में झुलसने के लिए मजबूर कर दिया है।

मैं साफ-साफ कहना चाहता हूं मेरे भाइयों-बहनों ये मोदी की गारंटी है। देश-विदेश कहीं से भी जो भी ताकत इकट्ठी करनी है कर लो, मैं भी मैदान में हूं, तुम भी मैदान में हो, आप CAA नहीं मिटा नहीं पाओगे। आने वाले कुछ महीनों में ही पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली-पंजाब तक...जो हजारों शरणार्थी परिवार मां भारती की गोद में रह रहे हैं। अनाथ की तरह रह रहे हैं, वो सम्मान के साथ रहेंगे। उनके पास उनकी एक पहचान होगी। वे मां भारती के बेटे कहने के हकदार हो जाएंगे। हमारे उत्तर प्रदेश में भी ऐसे लाखों परिवार बसे हुए हैं जी।

साथियों,

मोदी की एक और गारंटी आज कश्मीर में भी दिख रही है। पिछले 5-6 दशकों में कश्मीर, देश के हर चुनाव का मुद्दा होता था। सभी दल कश्मीर के मुद्दे को भुनाते थे। आपने देखा होगा हर चुनाव में सभी दल कश्मीर के मुद्दे को भुनाते थे। आपने देखा होगा हमारे विरोधी लोग हैं ना उनकी बोलती बंद हो गई है। उनके मुंह पर ताला लग गया है। और दबी जुबान में उन इलाकों में जाकर कहते हैं कि चिंता मत करो, मोदी भले कुछ भी चिल्लाता रहे। मोदी ने भले ही 370 हटाया, जैसे ही हमको मौका मिलेगा ना। हम 370 भी वापस ले आएंगे।

भाइयों-बहनों

सवाल मोदी का नहीं है, जिस प्रकार से श्रीनगर में ये चौथे चरण के समय मतदान हुआ। 40 साल के बाद वहां भारत के लोकतंत्र का उत्सव मनाया गया। भारत के संविधान का गौरवगान किया गया और मतदान करके लोग गर्व अनुभव कर रहे थे कि वे हिंदुस्तान की सरकार बनाने जा रहे हैं। श्रीनगर के लोगों के जीवन में एक बहुत बड़ा दिन था। श्रीनगर के लोगों का उत्साह साफ दिखाता है कि अब कोई भी 370 वापस लाकर के वोट बैंक की राजनीति नहीं कर पाएगा।

आजमगढ़ के, यूपी के हमारे सैनिक परिवारों की माताएं-बहनें चिंता में रहती थीं...ना जाने कब कश्मीर की धरती पर आतंकी धमाका कर दें...ना जाने कब पत्थरबाजी हो जाए...और ना जाने कब बुरी खबर आ जाए कोई ठिकाना नहीं था। लेकिन मोदी ने कश्मीर में शांति की गारंटी दी थी। मोदी ने 370 की दीवार गिराई दी... 370 की दीवार गिराई। पहले चुनाव आते थे तो हड़तालें होती थीं, मतदान करने वालों को मौत की मुसीबत आ जाती थी। आतंकी धमकी देते थे। लेकिन इस बार श्रीनगर में पिछले अनेक चुनावों के रिकॉर्ड टूट गए भाई।

साथियों,

ऐसा काम वही कर सकता है...जिसकी रग-रग में राष्ट्र प्रथम का संकल्प बह रहा हो। आप याद करिए...10 साल पहले देश में एक सामान्य व्यक्ति की सुरक्षा भगवान भरोसे होती थी। कभी बम धमाके, कभी आतंक, कभी स्लीपर सेल, कभी दंगे और आजमगढ़ की तो पहचान ही बदल दी गयी थी। ना जाने किस-किस नाम से आजमगढ़ को बुलाया जाने लगा था, कितना बदनाम करके छोड़ा था। देश में कहीं भी धमाके होते थे..तो सबसे पहले सबका ध्यान आज़मगढ़ की तरफ जाता था, लोग आजमगढ़ की चर्चा करते थे। और तब यहां समाजवादी पार्टी की सरकार आजमगढ़ की प्रतिष्ठा के लिए ना कुछ सोचती थी ना कुछ करती थी? तब सपा के शहजादे आतंक के समर्थन में दंगाइयों का सम्मान करते थे...धमाके करने वाले आतंकियों को छोड़ा जाता था। स्पीपर सेल्स को राजनीतिक कवर दिया जाता था। इसी रवैये के कारण देश में आतंकवाद फला-फूला। अनेक माताओं ने अपने बच्चों को बर्बाद होते देखा और आज भी इनका रवैया वैसा ही है।

भाइयों और बहनों,

सपा-कांग्रेस...दल दो हैं, लेकिन दुकान एक ही है। ये झूठ का सामान बेचते हैं। ये तुष्टिकरण का, परिवारवाद का और भ्रष्टाचार का सामान बेचते हैं। अब ये लोग तुष्टीकरण की ट्रिपल डोज लेकर आए हैं...एक तरफ ये लोग पिछडे, दलित, आदिवासी का आरक्षण छीन कर अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं...दूसरी तरफ ये इंडी गठबंधन वाले आपकी संपत्ति का आधा हिस्सा छीनकर उसको भी अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं, साथ ही ये लोग देश के बजट को भी बांटना चाहते हैं और बजट का 15 प्रतिशत भी माइनॉरिटी के नाम पर ही अलॉट करना चाहते हैं। मैं आप सबको कहना चाहता हूं। देश की एकता के लिए, देश में सच्चे अर्थ में संविधान का सम्मान करने के लिए, देश में सच्चे अर्थ में बाबासाहेब अम्बेडकर की भावनाओं को जीने के लिए हमें इनसे बहुत चौकन्ना रहने की जरूरत है। देश को आज सबसे ज्यादा एकता की जरूरत है। 70 साल तक वे हिंदु-मुसलमान, हिंदु-मुसलमान करते रहे। आओ एक बनकर के चले और दुनिया में देश का नाम रोशन करके रहें।

साथियों,

इंडी गठबंधन तुष्टिकरण के दलदल में पूरी तरह धंस चुकी है। समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता, राममंदिर को लेकर आए दिन घटिया बातें कर रहे हैं। कांग्रेस के शहजादे ने तो राममंदिर को गालियां देने का मिशन ही चला रखा है। सिर्फ वोट बैंक को खुश करने के लिए ये लोग हमारी आस्था पर चोट कर रहे हैं।

साथियों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आई हैं। मोदी आपका जीवन बेहतर बनाने के लिए दिन-रात एक कर रहा है। आज हर गरीब को मुफ्त अनाज मिल रहा है...आज हर गरीब को मुफ्त इलाज मिल रहा है...पक्का घर, घर में नल, नल में जल, सस्ता सिलेंडर...ऐसी अनेक सुविधाएं आप तक पहुंची हैं। क्या समाजवादी सरकार में, कांग्रेस की सरकार में उन लोगों ने आपकी कभी चिंता की थी? उन्होंने आपको अपने हाल पर छोड़ दिया था। ये मोदी है, जो आपके जीवन से हर चिंता को दूर कर रहा है।

अभी मोदी ने एक और बड़ा फैसला लिया है। जो आप सबके काम आने वाला है। आप किस जात में पैदा हुए, किस बिरादरी में पैदा हुए, आप धनी हैं नहीं हैं, गांव में रहते हैं, शहर में रहते हैं, कुछ नहीं सबके-सब अब आपके घर में और खास कर हर परिवार में बुजुर्ग लोग होते ही होते हैं। मां-बाप, चाच-चाची, नाना-नानी बुजुर्ग लोग होते ही होते हैं और 70 साल के बाद छोट-मोटी कोई बीमारी भी होती है। दवाई का खर्च भी होता है। अब जो बेटा और बेटी कमाते हैं, उनके मन में ये रहता है खिलाने-पिलाने में तो कोई प्रोब्लम नहीं है, लेकिन अगर दवाई का बोझ जाए तो बेटा-बेटी चिंता में लग जाते हैं कि कैसे करेंगे भाई। उनके सामने प्रशन होता है कि बच्चों की परवरिश करें या फिर बुजुर्गों की चिंता करें। जिम्मेवारी भी है, दोनों जिम्मेवारी है, लेकिन अब आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। ये चिंता अब आपका बेटा मोदी करेगा। 70 साल से ऊपर के आपके परिवार में जो भी लोग होंगे। उन सबकी बिमारी में इलाज के खर्च की जिम्मेवारी मोदी की। ये मोदी की गारंटी है। घुटने की दिक्कत हो...हार्ट की परेशानी हो...कोई भी बीमारी हो...हर बुजुर्ग का इलाज होगा...और वो भी मुफ्त।

साथियों,

मोदी ने एक और योजना शुरू की है। इसमें बिजली बिल जीरो हो जाता है। बिजली बिल जीरो, इतना ही नहीं बिजली बिल जीरो हो जाएगा, लेकिन बिजली इस्तेमाल करने वाला हीरो बन जाता है। सिर्फ निरहुआ हीरो हो गया ऐसा नहीं, आप भी हीरो बन जाएंगे। इस योजना को मैं समझाता हूं। और ऑलरेडी चालू कर दिया है मैंने ऐसा नहीं की चार जून के बाद करूंगा। योजना का नाम है- पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना। आप ऑनलाइन जाकर के अभी से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हो, रजिस्ट्रेशन चालू है। मोदी आपको 75 हजार रुपए देगा...आपकी जरूरत के हिसाब से 75 हजार तक मोदी देगा..कितना...कितना...उसमें से आप घर पर सोलर पैनल लगाएंगे। और जो सोलर की बिजली होगी उसे आप अपने परिवार के लिए उपयोग करेंगे और जो ज्यादा बिजली होगी वो योगी जी की सरकार खरीद लेगी। इससे आपका बिजली बिल तो जीरो हो जाएगा, आप बिजली बेच करके कमाई करना शुरू कर दोगे। ये काम मोदी आपके लिए कर रहा है और आप रजिस्ट्री करवाने के लिए ऑनलाइन जाइये सारी चीजें मौजूद हैं।

साथियों,

आज भाजपा सरकार में यूपी का तेजी से विकास हो रहा है। मंदुरी एयरपोर्ट बना है... महाराजा सुहेलदेव यूनिवर्सिटी बनी है... किसान कल्याण के काम हो रहे हैं। लेकिन यूपी के शहजादे को इन कामों से पेट में क्यों दर्द होने लगता है। इन्हें लगता है कि इस क्षेत्र का विकास हो गया, तो इनकी दुकान कैसे चलेगी…आपने तो सपा के गुंडाराज के वो पुराने दिन देखे हैं। बाज़ार शाम 7 बजे ही बंद हो जाते थे...माताएं-बहनें बाहर नहीं निकल पाती थीं...पढ़ाई-लिखाई तक के लिए बेटियों का निकलना मुश्किल होता था।

भाइयों और बहनों,

आज भाजपा सरकार में यूपी इन सारे संकटों से बाहर निकल आया है। योगी जी यहां दंगाइयों की, माफियाओं की, अपहरण-फिरौती गैंग की...मेरा जो स्वच्छता अभियान है, ना योगीजी ने उत्तर प्रदेश में बराबर चलाया है। अब यूपी में तेजी से आधुनिक सुविधाएं बनाई जा रही हैं। मुबारकपुर का साड़ी उद्योग हो या फिर निज़ामाबाद के मिट्टी के बर्तन...या फिर यहां का गुड़...ऐसे हर उत्पाद को दुनिया के बाज़ारों तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। इसलिए मैं वोकल फॉर लोकल के मंत्र को आगे बढ़ा रहा हूं।

भाइयों और बहनों,

आजमगढ़ को, पूर्वांचल को, देश का विकास इंजन बनाने के लिए आपके वोट बहुत महत्वपूर्ण है। अब उनका हाल देखिए मैं अभी द्वारका जी के दर्शन करने गया था। समंदर के अंदर जाकर के मैंने भगवान श्री कृष्ण जिन्होंने द्वारका नगरी बनाई थी। वहां अपनी श्रद्धा अर्पित करने गया था। तो कांग्रेस वाले इसका भी मजाक उड़ा रहे थे। और मजा ये है कि बिहार में आरजेडी वाले और उत्तर प्रदेश में सपा वाले उनके परिवार के जो मुखियां हैं, वो अपने परिवार को यदुवंशी कहते हैं। अरे कैसे यदुवंशी हो यार तुम, जिसके साथ बैठते हो वो तो भगवान श्री कृष्ण को गाली दे रहा है रे। और हम यदुवंश का महात्मय देखिए मध्य प्रदेश में वोट के लिए नहीं हमारा मुख्यमंत्री है मोहन यादव। यदुवंश का महात्मय कौन समझता है, वो आप जानते हैं।

भाइयों-बहनों

आपको लालगंज से हमारी बहन नीलम सोनकर जी को भारी बहुमत देकर संसद भेजना है। और हां, अब त आजमगढ़ वालन के पास भोजपुरी क साधक हौ, सेवक हौ। निरहुआ क तप अउर तपस्या आप लोगन के सामने ह। परिवारवादी आपके वोट की कीमत नहीं समझ सकते। आप निरहुआ जी को रिकॉर्ड वोटों से विजयी बनाइए...बाकी हम त बगल में बनारस में हइये हई।

मेरा एक और काम करिएगा। एक मतदान ज्यादा होना चाहिए, सुबह 10 बजे से पहले मतदान होना चाहिए। मतदान के पुराने सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिए। हर पोलिंग बूथ जीतना चाहिए...करेंगे। करेंगे। मेरा एक काम करेंगे , सबके सब हाथ ऊपर करके बताते हैं, तो बताऊंगा। मेरा एक काम करेंगे, जरा मुझे जवाब दीजिए, मेरा एक काम करेंगे। एक काम करना ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाना। ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलना और कहना की अपने मोदी जी आए थे और मोदी ने परिवार में सबको राम-राम कहा है। मेरा राम-राम पहुंचा देंगे, हरेक को मेरा राम-राम पहुंचा देंगे। हरेक को मेरा राम-राम पहुंचा देंगे।

बोलिए, भारत माता की जय...

भारत माता की जय...

भारत माता की जय...

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।