When there is a weak government like Congress, it weakens the country as well, says PM Modi in Koderma
Naxalism caused a lot of harm to the country but also crushed the dreams of so many mothers in this country: PM Modi while targeting opposition
JMM, Congress and Left- they are the biggest role models of wrong things. Mountain of cash was discovered in the house of the servant of Minister's PA: PM
I have seen poverty and the hardships I have suffered, I want to free the poor people of the country from those hardships, says the PM in Koderma

भारत माता की..

भारत माता की..

कोडरमा और गिरिडीह को जोहार। मां चंचला देवी की पावन भूमि को मैं प्रणाम करता हूं। मैं पारसनाथ पर्वत को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। हम बचपन से एक नाम हमेशा सुनते आए जब रेडियो का जमाना था झूमरी-तिलैया, झूमरी- तिलैया का नाम पूरा हिंदुस्तान जानता है। मैं तो देशवासियों को कहूंगा कि आपने जितना झूमरी-तिलैया का नाम सुना है, उससे भी अधिक हमारा झूमरी- तिलैया सुंदर है। (बेटे आप बैठ जाओ थक जाओगे बेटा..थक जाओगे, भाई कोई, इस बच्चे ने तस्वीर बनाकर लाया है, जरा एसपीजी के लोग ले लेना, बेटा पीछे अपना नाम-पता लिख देना) भारत माता की..भारत माता की। मैं सीधे काशी से आपके बीच आ रहा हूं, मुझे आने में विलंब हुआ इसलिए आप सब मुझे क्षमा करें और मुझे बताया गया कि आपमें से बहुत लोग सुबह 8:30 बजे आकर के बैठ गये थे। मैं काशी से भगवान विश्वनाथ का, भोले बाबा का आप सबके लिए आशीर्वाद लेकर के आया हूं। मैं आज काशी में अपना नामांकन दाखिल करने के बाद ये मेरी पहली जनसभा है और मैं देख रहा हूं कि काशी हो या कोडरमा या गिरिडीह, एक ही बात गूंज रही है, फिर एक बार.. फिर एक बार..फिर एक बार।

साथियों,

जितने लोग यहां दिखते हैं ना उससे डबल लोग बाहर हैं, ये आपका प्यार, ये आपका आशीर्वाद, ये आपका उमंग मैं आपको शत्-शत् नमन करता हूं। साथियों, काशी के लिए मैं पीएम नहीं, एमपी हूं। कोडरमा और गिरिडीह वालों को भी यही समझकर वोट डालना है, मोदी ही आपका एमपी है, मोदी ही आपका पीएम है। कोडरमा से बहन अन्नपूर्णा देवी और गिरिडीह से आजसू के हमारे साथी श्री चंद्र प्रकाश चौधरी जी, इन दोनों को आप भारी बहुमत से जिताकर दिल्ली भेजियेगा। आपका एक-एक वोट देश में तीसरी बार मोदी की मजबूत सरकार बनायेगा। इनके अलावा आपको दिलीप कुमार वर्मा जी को जो गांडेय विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं, उनको भी जिताना है।

साथियों,

जब एक मजबूत सरकार होती है तो वो सबसे पहले देश का हित देखती है, देश के लोगों का हित देखती है। लेकिन जब देश में कांग्रेस जैसी कमजोर सरकार होती है, तो वो देश को भी कमजोर कर देती है। ऐसी कमजोर सरकार कभी भी देशवासियों का भला नहीं कर सकती। कोडरमा और इस क्षेत्र के लोगों को इन्होंने दशकों तक कमजोर सरकारों का रवैया देखा है। कांग्रेस की कमजोर सरकारों ने देश को नक्सलवाद की आग में झोंक दिया और नक्सलवाद ने देश का बहुत नुकसान तो किया ही किया लेकिन मेरे देश की अनेक माताओं के सपनों को कुचल डाला है, जो बेटे नक्सलवाद की राह पर जाकर बम- बंदूक उठा रहे थे उन्होंने खुद को तो बर्बाद कर दिया, उस परिवार को बर्बाद कर दिया और उस मां को जिंदगी भर रोते रहने के लिए मजबूर कर दिया। इस आग में वामपंथियों ने भी अपनी रोटियां सेकी। ये भाजपा की सरकार है जिसने देश में नक्सली हिंसा पर लगाम लगाई। मोदी को चुनौतियों को टालना नहीं, मोदी को टकराना आता है और जब फौलादी हौसला हो, जब हौसला फौलादी हो तो बड़े से बड़ी चुनौती भी चरण चूमने लग जाती है। आज पूरे देश में नक्सलवाद का दायरा बहुत सिकुड़ गया है, बहुत सिकुड़ गया है और मैं कोडरमा की इस धरती से सभी देशवासियों को ये गारंटी दे रहा हूं आतंक हो या फिर नक्सलवाद मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में इन पर बहुत बड़ा प्रहार करने का संकल्प ले चुका है। मोदी झारखंड को फिर से नक्सलवाद का गढ़ नहीं बनने देगा। मैं अपने नौजवानों की जिंदगी तबाह नहीं होने दूंगा। मैं उन माताओं की कोख छीनने नहीं दूंगा वो दिन दूर नहीं जब पूरी आदिवासी बेल्ट खून-खराबे से मुक्त होगी और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

आज आपने टीवी पर देखा होगा, कल रात को टीवी पर देखा होगा इस पूरे चुनाव में अगर कोई पूछे मुझे कि मोदी जी सबसे संतोषजनक बात क्या लगी? तो मैं कहूंगा कल श्रीनगर में जो मतदान हुआ है, लोकतंत्र के प्रति जिस प्रकार से श्रद्धा व्यक्त की गई है, भारत के संविधान के प्रति जो मुहर लगाई गई है, दशकों बाद श्रीनगर में चुनाव का उत्सव था, दशकों बाद श्रीनगर के चुनाव में इतना भारी मतदान हुआ और लोग उमंग और उत्साह से भरे हुए थे और लोग कह रहे थे ये 370 जाने के कारण ये संभव हुआ है, लोग कह रहे थे मोदी के आने के बाद संभव हुआ है। इस एक घटना से ये बात साफ हो जाती है कि मोदी के काम की दिशा सही है और मोदी के प्रयास सही परिणाम लाते हैं, ये श्रीनगर का कल का मतदान पूरे देश के लिए संतोष का, उमंग का, उत्साह का अवसर है और इसलिए भाइयों-बहनों, मेरे लिए और जो लोग धारा 370 को लेकर मोदी को दिन-रात गालियां दे रहे थे कान खोलकर सुन लो ये धारा 370 की दीवार हटी है हमारे दिलों को जोड़ दिया है, हमारे सपने, हमारे अरमान एक साथ आगे बढ़ रहे हैं। भारत के लोकतंत्र के जीवन में इससे बड़ी कोई घटना नहीं हो सकती है।

साथियों,

जब मैं देशहित में इतने काम कर रहा हूं तो झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी वाले बौखलाए हुए हैं, संतुलन खो चुके हैं। यहीं कोडरमा में इंडी गठबंधन के एक नेता ने मुझे गोली मारने की बात कही थी। ये जो गोली मारने के सपने देख रहे हैं ना, जो मोदी की कब्र खोदने के सपने देख रहे हैं जरा यहां आइये ये नजारा देखिए ये माताओं-बहनों का प्यार देखिए ये गोली मारने वालों ये ही मेरा सुरक्षा कवच है, ये ही मेरा सुरक्षा कवच है, ये ही लोग मोदी को जीने की ताकत देने वाले लोग यहां बैठे हैं और जिस मोदी को गरीब से गरीब बाल-वृद्ध सहित, माता-बहन सहित जब रक्षा कवच बन जाता है ना तो मोदी को अमृत प्राप्त हो जाता है, अमृत प्राप्त हो जाता है।

साथियों,

मैं किसी राजघराने में पैदा नहीं हुआ हूं, मैं किसी शाही परिवार में पैदा नहीं हुआ हूं और ना ही मेरे पिता कभी भी गांव के चुनाव में प्रधान भी बने हैं। मेरे परिवार का कोई चुनाव तक नहीं लड़ा है। मैं गरीब मां का बेटा हूं, चाय बेचते-बेचते यहां पहुंचा हूं और आपने मुझे पहुंचाया है और इसलिए किसी को अच्छा लगे या किसी को बुरा लगे मैंने गरीबी देखी है, मैं गरीबी को जिया हूं और जो मुसीबतें मैंने झेली हैं मैं मेरे देश के गरीबों को उससे मुक्ति दिलाना चाहता हूं और इसलिए मोदी का मंत्र है- वंचितों को वरीयता। जिन्हें पहले कोई पूछता तक नहीं था, मोदी ने उन्हें पूजता है। भक्ति-भाव से पूजता है। पहले आपके इलाज की, सस्ते इलाज की किसी ने चिंता नहीं की। हमारे परिवारों में तो अगर कोई मां बीमार हो जाती है कितनी ही पीड़ा क्यों ना हो वो कभी भी घर में किसी को बताती नहीं है वो दर्द सहती है, पीड़ा सहती है (एक मिनट भइया प्लीज मुझे बोलने दीजिए) वो दर्द सहती है, पीड़ा सहती है लेकिन अपने परिवार में किसी को अपनी बीमारी के विषय में बताती नहीं है, क्योंकि उसके मन में एक ही भाव रहता है कि अगर परिवार में सबको बीमारी का पता चल जाएगा तो इलाज कराने का खर्चा कहां से लायेंगे। ये लोग कर्ज में डूब जायेंगे अरे मैं दो-चार साल मुसीबत झेल लूंगी फिर चली जाऊंगी लेकिन मैं बच्चों को कर्जदार नहीं बनाना चाहती, मेरे देश की हर माता ये ही सोचती है लेकिन मातायें-बहनें अब आप को दर्द छिपना नहीं है, अब आपको पीड़ा नहीं सहनी है अब दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। अब आपके इलाज की चिंता ये आपका बेटा करेगा आपका एक पाई का खर्चा नहीं होगा इलाज मैं करवाऊंगा। मैंने देशभर के मेरे गरीब भाई-बहनों को कहा है।

भाइयों-बहनों,

मैंने देवघर में एम्स बनवाया। हिंदुस्तान का बढ़िया से बढ़िया अस्पताल। देवघर एम्स से इस क्षेत्र के गरीबों को बहुत बड़ा सहारा मिला है। मोदी ने उन्हें अस्पताल में 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी है। हर गरीब का सपना होता है, उसके पास पक्का घर हो। अगर आपका बेटा दिल्ली में बैठा हो और आप झोपड़ी में रहें, आपका बेटा दिल्ली में बैठा हो और आप कच्चे घर में रहें इस बेटे को मंजूर नहीं है। मैं हर गरीब परिवार को पक्का घर देना चाहता हूं, अब तक 4 करोड़ परिवारों को पक्के घर दे चुका हूं और तीसरे टर्म में आऊंगा जो बच गए हैं ना उनको भी पक्का घर देकर रहूंगा, ये मोदी की गारंटी है। मोदी ने कोडरमा-गिरिडीह में गरीब परिवारों को सवा लाख से ज्यादा पक्के घर बनाकर दिए हैं। मेरी आपसे प्रार्थना है आप जब गांव-गांव जायेंगे अभी भी कहीं कोई नजर आयें आपको जिसको पक्के घर की जरुरत है उसका नाम-पता लिख दीजिए मुझे भेज दीजिए और उस मां-बहन को कह देना मोदी की गारंटी है तीसरी बार.. तीसरी बार जब आयेगा तो आपका घर भी पक्का हो जायेगा, मेरे लिए आप ही मोदी हैं गारंटी दे देना। 7-8 साल पहले तक यहां करीब 2 लाख घर ऐसे थे जहां बिजली नहीं थी। मोदी ने अब उनके जीवन से अंधेरा दूर किया है, उनका घर रौशन किया है। मुफ्त राशन की योजना से भी यहां लाखों परिवारों को फायदा पहुंच रहा है। आज इतने साल हो गये 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन मिल रहा है। मुझसे पहले सोनिया बहन की एक रिमोट वाली सरकार चलती थी, 10 साल पहले उस समय के प्रधानमंत्री को पूछा गया कि आपके पास अनाज भीग रहा है, सड़ रहा है आप गरीबों को क्यों नहीं देते उन्होंने कहा मैं गरीबों को इतना दे नहीं सकता हूं, मेरे पास इतना नहीं है। जब आपका बेटा वहां बैठा ना भूख क्या होती है वो मैं जानता हूं और बच्चे भूखे होते हैं तो मां रातभर आंसू पीती रहती है, वो मैंने देखा है और इसलिए मैंने तय किया कि मैं गरीब का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा। मैं गरीब के बच्चों को भूखे सोने नहीं दूंगा और इसलिए 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन पहुंच रहा है और मेरे भाइयों-बहनों लिखकर रखिए तीसरी बार आने के बाद अगले पांच साल भी मुफ्त राशन मिलता रहेगा। 4 लाख परिवारों को अब यहां पीने का शुद्ध पानी मिल रहा है। यहां लाखों किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का भी लाभ मिल रहा है। गरीब का ये बेटा, आपके जीवन से हर परेशानी को समाप्त करने में जुटा है और इसलिए मुझे आपका आशार्वाद चाहिए ताकि जो छूटे गए हैं, मैं उन लोगों तक भी मेरी ये सारी योजनाएं की सुविधाएं पहुंचा सकूं।

साथियों,

जब दिल्ली में कांग्रेस-JMM-लेफ्ट की सरकार थी तब खनिज संपदा से निकला पैसा उस क्षेत्र को नहीं मिलता था, सीधे सरकार के खजाने में और कुछ चोरों की जेब में चला जाता था। यहां तो अभ्रक की कितनी सारी खदानें रही हैं, आपको क्या मिला? कोडरमा और गिरिडीह उसको भी नाम मात्र के लिए कुछ मिल गया तो मिल गया। मोदी ने कहा- ऐसा नहीं चलेगा। मोदी ने नई नीति बनाई। हमने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया। अब मैंने तय किया है कि जिस जिले से खनिज संपदा निकलती है, उसका एक हिस्सा उस जिले के लोगों की भलाई के लिए, उस जिले के विकास के लिए खर्च होना चाहिए और इस योजना के तहत झारखंड को अबतक 12 हज़ार करोड़ रुपए मिल चुके हैं। कोडरमा और गिरिडीह उसको भी करीब 60 करोड़ रुपए उससे मिले हैं। ऐसे काम तभी होते हैं, जब आपके लिए संवेदनशील हो, ऐसी सरकार हो। आपकी परेशानियों के प्रति जो खुद परेशान होता हो, जिसको आपकी परवाह हो तब होता है।

भाइयों और बहनों,

मैंने लाल किले से कहा था और मैंने डंके की चोट पर कहा हुआ है, छिपाकर के नहीं कर रहा हूं, मैंने कहा था मैं भारत को भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण से मुक्त होने के लिए अपना जीवन खपा दूंगा। JMM-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी-गठबंधन, इन सारी बुराइयों का सबसे बड़ा मॉडल है। आपने देखा कि यहां कांग्रेस के एक मंत्री, मंत्री, मंत्री के कर्मचारी और कर्मचारी का नौकर उसके घर में से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं भाई, ये नोटों के पहाड़ इतने बड़े हैं कि गिनते-गिनते मशीन हांफ जाती है मशीन। मैंने तो मेरे जीवन में कभी नोटों का ऐसा ढेर आंखों के सामने देखा नहीं पहली बार टीवी पर देख रहा हूं। इससे पहले कांग्रेस के सांसद के घर से नोटों के पहाड़ निकले। ये भी पूरे देश ने देखा। मुझे बताइये ये सारे जिनके यहां से पैसे निकल रहे हैं, ये किसके करीबी हैं? अफसरों के घर से पैसे निकले वो भी उनके खासमखास, नेताओं के यहां से निकले पैसे वो भी उनके खास, नौकरों से पैसे निकले वो भी उनके खास। मतलब ये कि इनके सिर पर किसका हाथ है भाई? ये ही तो लोग हैं ना ये जो भी करते हैं, वो शाही परिवार के इशारे पर करते हैं। आपके गांव की सड़कें, पुल, नहरें नहीं बनीं आज भी खस्ताहाल हैं, क्योंकि वो पैसा मंत्री जी के यहां पहुंच जाता है, उनके कर्मचारी के यहां पहुंच जाता है, नौकर के यहां पहुंचता है। साथियों, ये तो अभी शुरुआत है। मैं तो और ज्यादा खजाने खोजने वाला हूं। मैं चोरों को नींद से सोने नहीं दूंगा, मैं उनकी नींद तो उड़ा दूंगा उनके खजाने भी खाली करके रखूंगा। ये पैसे आपके हैं, इन पैसों के मालिक आप हैं। कोई चोरी- लूट नहीं कर सकता है मोदी इन पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है और इसलिए ये मोदी को गोली मारने की बातें करते हैं, मोदी को गालियां देते हैं।

साथियों,

झारखंड में आज अपनी आस्था का पालन करना मुश्किल हो गया है। हमारे आराध्यों की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। जिहादी मानसिकता वाले घुसपैठिए झुंड बनाकर हमला कर रहे हैं और झारखंड सरकार आंखें मूंदकर बैठी है, पीछे से समर्थन कर रही है। इन घुसपैठियों ने राज्य में हमारी बहनों-बेटियों की सुरक्षा को खतरे में डाला हुआ है। क्या झामुमो-कांग्रेस-आरजेडी वालों को आपका एक वोट भी मिलना चाहिए क्या? उनको कहीं पर भी जगह मिलनी चाहिए क्या? हर बूथ में से उनका पराजय होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? भाइयों और बहनों, इंडी गठबंधन वालों का तुष्टिकरण का खेल अब चरम पर पहुंच चुका है। ये लोग पहले जो पर्दे के पीछे करते थे, वो आज सामने आकर के कहने लगे हैं। अब ये खुलेआम कह रहे हैं कि मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करेंगे, वोट जिहाद।

भाइयों-बहनों,

500 साल के बाद, 500 साल के बाद अयोध्या में हमारे राम जी, भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। पूरा देश खुश हुआ कि नहीं हुआ। आप सब खुश हुए कि नहीं हुए। बोलिए, जय श्री राम.. जय श्री राम, लेकिन ये इंडी-अलायंस वाले ये लोग राम मंदिर को लेकर भद्दी-भद्दी बातें कर रहे हैं। आए दिन इनके नेताओं के जो बयान आते हैं वो शर्मनाक बयान आ रहे हैं। कांग्रेस के कुछ लोग तो ये तक कह रहे हैं कि कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने की साजिश कर रही है। कांग्रेस के एक पुराने नेता वो आजकल कह रहे हैं कि कांग्रेस ने तो तय कर लिया है कि अब रामलला को फिर से टेंट में भेजेंगे, क्या आप रामलला को टेंट में जाने देंगे? क्या देश में उनको ऐसा पाप करने देंगे? रामलला भव्य राम मंदिर में रहेंगे कि नहीं रहेंगे? ये कहते हैं कि राम मंदिर को ताला लगा देंगे। भाइयों और बहनों, मोदी की नीति एकदम साफ है, हमरा मातायें-बहनें हर परिवार की बेहतरीन प्रबंधक होती हैं इसलिए देश उनके इस कौशल के सदुपयोग के बिना विकसित नहीं हो सकता, तभी मोदी सभी माताओं-बहनों की समृद्धि के लिए हर योजना बना रहा है। यहां बहुत बड़ी संख्या में बहनें सहायता समूहों से जुड़ी हैं। 10 वर्ष में 10 करोड़ बहनों को ऐसे समूहों से हमने जोड़ा है। हमने पहली बार बहनों के भी बैंक खाते खुलवायें और समूहों के भी बैंक खाते खुलवायें। आज मोदी लाखों-करोड़ रुपये की मदद इन समूहों तक पहुंचा रहा है। मोदी ने संकल्प लिया है कि हमारी सरकार 3 करोड़ बहनों को, ये आपके लिए खुशी की खबर है, 3 करोड़ बहनों को मोदी लखपति दीदी बनायेगा..लखपति दीदी बनायेगा।

साथियों,

विकास के जनकल्याण के काम तेजी से पूरे हो इसके लिए आपको बड़ी संख्या में मतदान करना है। घर-घर जाना है, ज्यादा से ज्यादा मतदान करना है। हमें हर सीट नहीं, हर बूथ को जीतना है। आप घर-घर जाइयेगा और कहियेगा कि मोदी जी ने आपको जोहार कहा है, नमस्कार कहा है और इस चुनाव में हमारे दो लोकसभा के साथी और एक हमारे विधानसभा के साथी, मेरे इन तीनों साथी को आपको विजयी बनाना है। बोलिए, भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।