Congress is most dishonest & deceitful party in India: PM Modi in Doda
Royal family of Congress is most corrupt family in India: PM Modi in Doda
Congress can’t think beyond showing hatred: PM Modi in Doda
Dynastic politicians here didn’t want youth to rise in politics: PM Modi in Doda
BJP has consistently worked to uplift youth & underprivileged: PM Modi in Doda

नमस्कार...

तू सब कैई छत्त ??? औरो...क्यू हाल-चाल छो??? शक्ति स्वरूपा मचैल माता को मेरा प्रणाम...सरथल माता की इस पावन भूमि को मेरा प्रणाम...

आप सब यहां, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे हैं। यहां आने के लिए आपने घंटों सफर किया है, इसके बावजूद आपके चेहरों पर थकान का नामोनिशान नहीं दिख रहा। चारों तरफ जोश ही जोश है, और मैं देख रहा हूं, हमारी बहनें-बेटियां इतनी विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। आपका ये प्यार, आपके ये आशीर्वाद, मैं दोगुनी...तीन गुनी...आपके लिए, देश के लिए मेहनत करके चुकाउंगा। हम और आप मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर का निर्माण करेंगे। और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

इस बार जम्मू-कश्मीर का चुनाव, जम्मू-कश्मीर का भाग्य तय करने वाला है। आजादी के बाद से ही हमारा प्यारा जम्मू-कश्मीर विदेशी ताकतों के निशाने पर आ गया। इसके बाद इस खूबसूरत राज्य को, परिवारवाद ने खोखला करना शुरू कर दिया। यहां जिन राजनीतिक दलों पर आपने भरोसा किया, उन्होंने आपके बच्चों की चिंता नहीं की, उन राजनीतिक दलों ने सिर्फ अपने बच्चों को आगे बढ़ाया। जम्मू-कश्मीर के मेरे नौजवान आतंकवाद में पिसते रहे, और परिवारवाद को आगे बढ़ाने वाली पार्टियां आपको गुमराह करके मौज काटती रहीं। इन लोगों ने जम्मू-कश्मीर में नए नेतृत्व को कहीं भी, कभी भी उभरने ही नहीं दिया। आप भी जानते हैं, यहां पंचायत के चुनाव 2011 के बाद नहीं हुए थे। यहां बीडीसी के चुनाव कभी नहीं हुए थे। डीडीसी के चुनाव भी कभी नहीं हुए थे। दशकों तक यहां परिवारवाद ने, यहां के बच्चों को, यहां के होनहार नौजवानों को आगे नहीं आने दिया। इसलिए ही 2014 में सरकार में आने के बाद, मैंने जम्मू-कश्मीर में नौजवानों की नई लीडरशिप को आगे लाने का प्रयास किया है। फिर 2018 में यहां पंचायत के चुनाव कराए गए, 2019 में बीडीसी के चुनाव हुए और 2020 में पहली बार डीडीसी के चुनाव कराए गए। और ये चुनाव क्यों कराए गए? ताकि जम्मू कश्मीर में डेमोक्रेसी ग्रासरूट तक पहुंचे, यहां के मेरे युवा, जम्हूरियत की कमान संभालने के लिए आगे आएं, यही मेरी कोशिश थी, यहां परिवारवादी राजनीति करने वाले नहीं चाहते थे की यहां का नौजवान राजनीति में आगे आए। हमने इन परिवारवादियों के इरादों को चुनौती दी। और नतीजा क्या हुआ? लोकल बॉडी के इलेक्शन के बाद 30-35 हजार नए नौजवान राजनीति में आए, जम्मू-कश्मीर की कमान संभाली। बीते सालों में जम्मू-कश्मीर में विकास का नया दौर आया है, तो इसका क्रेडिट इन्हीं नौजवानों का है। मैं आज जम्मू-कश्मीर के युवा को, चाहे वो बेटी हो, बेटा हो, उनके जोश, उनके जज्बे को सैल्यूट करता हूं।

साथियों,

जम्मू-कश्मीर का इस बार का विधानसभा चुनाव, तीन खानदानों और ज़म्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच में है। एक तरफ तीन खानदान है और दूसरी तरफ सपने लेकर निकल पड़े जम्मू-कश्मीर के मेरे बेटे-बेटियां हैं। ये तीन खानदान, एक खानदान, कांग्रेस का है, एक खानदान, नेशनल कॉन्फ्रेंस का है, एक खानदान, पीडीपी का है, जम्मू-कश्मीर में इन तीन खानदानों ने मिलकर आप लोगों के साथ जो किया है, वो किसी पाप से कम नहीं है। ये तीनों खानदान, जम्मू-कश्मीर को दशकों-दशक तक बर्बादी देने के ज़िम्मेदार हैं। इन तीन खानदानों ने यहां करप्शन को बढ़ावा दिया। इन तीन खानदानों ने यहां ज़मीन कब्ज़ा करने वाले गिरोहों को बढ़ावा दिया। छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए आप लोगों को तरसाया गया, तड़पाया गया। सरकारी नौकरियों में सिर्फ उन्हीं लोगों को भर्ती किया गया, जो इन तीन खानदानों के खास थे। इन तीन खानदानों ने ही यहां अलगाव और आतंक के लिए ज़रूरी ज़मीन तैयार की। और इसका फायदा किसने उठाया? देश के दुश्मनों ने...ये लोग आतंकवाद को इसलिए पाल-पोस रहे थे ताकि इनकी अरबों-खरबों की दुकान चलती रहे। इनके गुनाहों की वजह से हमारे हज़ारों बच्चों की यहां जान चली गई। ये चंद्रभागा घाटी तो सालों-साल चले आतंक के, खून-खराबे के उस दौर की गवाह रही है। आप याद करिए वो समय, जब दिन ढलते ही यहां अघोषित कर्फ्यू लग जाता था, सारी दुकानदारी ठप, सारा कामकाज ठप, हालत ये थी कि तब कांग्रेस सरकार के, केंद्र सरकार के गृहमंत्री तक लालचौक जाने से डरते थे।

साथियों,

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। पिछले 10 साल में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव आया है, वो किसी सपने से कम नहीं है। जो पत्थर पहले पुलिस और फौज पर फेंकने के लिए उठते थे, उन पत्थरों से नया जम्मू-कश्मीर बन रहा है और ये सब कुछ किसने किया है? किसने किया है? ये मोदी ने नहीं किया, ये जम्मू-कश्मीर के, डोडा के आप लोगों ने किया है। आपके इसी विश्वास को आगे बढ़ाते हुए जम्मू-कश्मीर भाजपा ने आपके लिए एक से बढ़कर एक संकल्प लिए हैं।

साथियों,

आज ही हमने टीका लाल टपलू जी को याद किया है, उन्हें श्रद्धांजलि दी है। तीन दशक से ज्यादा हो गए, इसी दिन हमारे टपलू जी को आतंकवादियों ने शहीद किया था। उनकी हत्या के बाद, कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार का एक अंतहीन सिलसिला चला। ये भाजपा है जिसने कश्मीरी पंडितों की आवाज उठाई, उनके हित में काम किया। मैं जम्मू-कश्मीर भाजपा को बधाई दूंगा। उन्होंने कश्मीरी हिंदुओं की वापसी और पुनर्वास के लिए टीका लाल टपलू स्कीम बनाने का ऐलान किया है। इससे कश्मीरी हिंदुओं को उनका हक दिलाने में तेज़ी आएगी। भाजपा ने आतंकवाद के सभी पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए white paper लाने का भी फैसला लिया है। और साथियों, भाजपा सिर्फ कहती नहीं है, करके दिखाती है। यहां मंच पर हमारी बेटी शगुन बैठी है। इनके पिता और चाचा, दोनों को आतंकियों ने मार डाला था। अब भाजपा ने आतंकवाद पीड़ित इस बिटिया को टिकट दिया है। बेटी शगुन सिर्फ कैंडिडेट नहीं हैं। ये आंतक को खत्म करने के भाजपा के मज़बूत इरादों की जीती जागती तस्वीर है।

साथियों,

जिन राजनीतिक दलों ने बरसों तक जम्मू-कश्मीर पर राज किया, उन्होंने आपके बच्चों के भविष्य पर कभी ध्यान नहीं दिया। आप याद कीजिए, यहां पहले एक-एक स्कूल खोलने के लिए आपको कितना संघर्ष करना पड़ता था, आपको एक स्कूल, एक कॉलेज खुलवाने के लिए भी आंदोलन करना होता था। एक छोटी सी सड़क बनवानी हो, पानी की टंकी बनवानी हो, आपको आंदोलन किए बिना, पुलिस की लाठी खाए बिना कोई सुनने को तैयार नहीं था। कई-कई साल लग जाते थे, लेकिन कुछ नहीं होता था। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज ये सब खुलना तो यहां किसी बड़े सपने से कम नहीं था। आज जब आप यहां से घर जाइएगा तो इत्मिनान से जरूर सोचिएगा कि क्यों आपके बच्चों को इन सबसे महरूम रखा गया। जिन्हें आप अपना समझते रहे, उन्होंने आपको कभी अपना माना ही नहीं। आप तो उनके लिए सत्ता तक पहुंचने की सीढ़ी मात्र थे।

साथियों,

ये मोदी है जो आपके बच्चों की चिंता करता है, आपके भविष्य की चिंता करता है। मैं चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर के हर बच्चे को अच्छी पढ़ाई मिले, मैं चाहता हूं यहां का हर बच्चा खूब आगे बढ़े, इसलिए बीते 4-5 साल में ही भाजपा सरकार ने यहां अनेकों नए स्कूल खोले हैं, बहुत सारे कॉलेज बनवाए हैं। आप भी देखिए, डोडा के मेडिकल कॉलेज की डिमांड कब से थी। वो अब जाकर पूरी हुई है। एक समय था, जब यहां के नौजवान अच्छी पढ़ाई के लिए देश के दूसरे राज्य में जाने के लिए मजबूर थे। आज मेडिकल कॉलेज हो, AIIMs हो, IIT हो, जम्मू-कश्मीर में सीटें कई गुणा बढ़ाई गई हैं। अब जम्मू-कश्मीर भाजपा ने पंडित प्रेमनाथ डोगरा रोजगार योजना का ऐलान किया है। इसके तहत यहां रोज़गार के लाखों नए अवसर बनेंगे। राज्य में भाजपा सरकार बनी तो यहां कॉलेज जाने वाले युवाओं को ट्रैवलिंग अलाउंस भी दिया जाएगा।

साथियों,

भाजपा, एक ऐसा जम्मू-कश्मीर बनाने जा रही है- जो terror free होगा और tourists के लिए स्वर्ग होगा। मुझे पुराने दिन याद आते हैं, यहां के लोग, खासतौर पर भद्रवाह के साथी, मेरी काफी उनसे मुलाकातें होती रहती थी, वो बड़े गर्व से कहते थे किसी समय मोदी जी, यहां फ्लां फिल्म की शूटिंग होती थी...मोदी जी...वहां फ्लां फिल्म का वो सीन शूट हुआ था। लेकिन आतंकवाद ब़ढ़ने के बाद यहां फिल्म वालों का आना बंद हो गया। पिछले 10 वर्षों की मेहनत के बाद अब ये हालात भी बदलते नजर आ रहे हैं। यहां देश ही नहीं दुनियाभर से फिल्म वाले शूटिंग करने आएं। हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं। इसके लिए नई फिल्म पॉलिसी भी बनाई गई है। मेरा जम्मू-कश्मीर अब फिर फिल्मों में छाएगा, दुनिया में छाएगा। मुझे खुशी है कि अब यहां होटल, रेस्तरां, ढाबे, सभी गुलजार रहने लगे हैं। लाखों लाख टूरिस्ट हर साल आ रहे हैं। मुझे लोग बताते हैं कि यहां भद्रवाह में बड़े-बड़े होटल बनने लगे हैं।

मेरे भाइयों और बहनों...

यहां टूरिज्म का और विस्तार हो। आप लोगों के लिए आना-जाना भी और आसान हो, इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार, यहां कनेक्टिविटी को भी मजबूत कर रही है। चेनानी-नाशरी टनल हो, बनिहाल-काज़ीगुंड टनल हो, नए पुल, नए फ्लाईओवर- ये इस क्षेत्र की पहचान बन रहे हैं। आप याद करिए, पहले, जम्मू से रामबन और बनिहाल जाने में 6-6, 8-8 घंटे लग जाते थे। अब लोग बताते हैं कि जम्मू से बनिहाल 3 घंटे में और जम्मू से श्रीनगर 5-6 घंटे में पहुंच जाते हैं। हम जम्मू कश्मीर के अनछुए हिस्सों को भी रेल से जोड़ रहे हैं। जिला रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और कश्मीर घाटी के लोग भी सीधे दिल्ली तक रेल से पहुंच सकें, हम आपका ये सपना पूरा करके रहेंगे। बहुत जल्द ही दिल्ली से रामबन होते हुए ट्रेन श्रीनगर तक जाने वाली है। रेलवे लाइन का काम पूरा हो गया है, स्टेशन बनकर तैयार है और ट्रायल भी शुरू हो गया है। बहुत जल्द ही ये हिस्सा भी रेलवे द्वारा पूरे देश से जुड़ जाएगा।

साथियों,

यहां गरीब से गरीब परिवार को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर इलाज मिले, ये हमारा संकल्प है। जम्मू-कश्मीर देश का वो राज्य है, जहां हर परिवार को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलता है। अब जम्मू कश्मीर भाजपा ने हर गरीब परिवार को, 7 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज देने का ऐलान किया है।

साथियों,

महिलाओं के जीवन से परेशानी कम से कम हो, ये भी भाजपा की प्राथमिकता है। बीते वर्षों में जम्मू-कश्मीर के दूर-सुदूर के गांवों तक भी नल से जल पहुंचा है, बिजली पहुंची है, मोबाइल के टॉवर पहुंचे हैं। इससे भी माताओं-बहनों का जीवन आसान हुआ है। जम्मू-कश्मीर भाजपा ने परिवार की सबसे बड़ी महिला उसके खाते में हर साल 18 हज़ार रुपए जमा करने की भी घोषणा की है। ये पैसा, हर परिवार को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए नए साधन, नए समाधान देगा।

साथियों,

यहां इस क्षेत्र को पर्पल रिवॉल्यूशन यानि बैंगनी क्रांति के लिए जाना जाता है। लैवेंडर की खेती ने यहां छोटे किसानों का जीवन बदल दिया है। भाजपा सरकार, छोटे किसानों के हितों के साथ खड़ी है। अभी तक जम्मू-कश्मीर के किसानों को पीएम सम्मान निधि के 6 हजार रुपए मिलते रहे हैं। अब यहां भाजपा की टीम ने इसको 10 हज़ार रुपए करने का ऐलान किया है।

साथियों,

जम्मू-कश्मीर में रहने वाला कोई भी व्यक्ति, चाहे वो किसी भी मजहब का हो, किसी भी आस्था से जुड़ा हो, किसी भी वर्ग का हो, भाजपा की प्राथमिकता है। आपके हर अधिकार की रक्षा की गारंटी मोदी ने दी है। जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का काम भी भाजपा सरकार ही करेगी। लेकिन आपको ऐसे लोगों से सावधान रहना है जो अपने स्वार्थ के लिए आपका अधिकार छीनते रहे हैं। आपने देखा है, आजकल ये लोग संविधान को अपनी जेब में रखते हैं। संविधान की किताब...कोई सम्मान नहीं, जेब में रख दो। और ये दिखावा क्यों कर रहे हैं। अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए कर रहे हैं। हकीकत क्या है, ये जम्मू-कश्मीर का बच्चा-बच्चा जानता है। इन लोगों ने बाबा साहेब के बनाए संविधान की आत्मा को नोच दिया था। वरना क्या कारण था कि हमारे जम्मू-कश्मीर में दो संविधान चलते थे। क्यों जम्मू-कश्मीर के लोगों को वो हक नहीं मिलता था, जो बाकी देश में मिलता था? यहां हमारे पहाड़ी भाई-बहन, मैं देख रहा हूं यहां आए हैं। क्या कारण है कि इतने साल तक उनको आरक्षण नहीं मिला? जम्मू-कश्मीर में ये SC/ST/OBC का नाम तक नहीं लेते थे। इतनी पीढ़ियां गुजरने के बाद, उनको भाजपा सरकार ने आरक्षण दिया। आज ऐसे अनेक साथी हैं, जिनको पहली बार वोट डालने का हक मिला है। भारत का संविधान हर किसी को वोट का अधिकार देता है। ये संविधान को जेब लेकर घूमने वालों ने 75 साल तक आप में से कुछ लोगों का वोट देने का अधिकार छीन लिया था।

साथियों,

मैं जम्मू कश्मीर की सभी माताओं-बहनों से भी कहूंगा। इन्होंने इतने दशकों तक आपको भी धोखा ही दिया है। इन्होंने ऐसे कानून बनाए कि आपको अपनी ही जम़ीन पर बेगाना कर दिया गया। मैं सभी मुस्लिम बहनों-बेटियों को भी एक बात याद दिलाना चाहता हूं। जब हमने तीन तलाक को खत्म करने का कानून बनाया, तो कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने ही इसका विरोध किया था। ये आपके हिमायती नहीं हैं, ये सिर्फ अपने खानदान का हित सोचते हैं।

साथियों,

आपके सामने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की घोषणाएं भी हैं और भाजपा का संकल्प पत्र भी है। आपके लिए ये जानना ज़रूरी है कि ये लोग कह क्या रहे हैं और उसका नतीजा क्या होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस आर्टिकल 370 को वापस लाना चाहते हैं। आपके लिए इसका क्या मतलब होगा? इसका मतलब होगा – ये तीन खानदान मिलकर पहाड़ी समाज का आरक्षण फिर छीन लेंगे। जम्मू-कश्मीर में अनेकों लोगों को वोटिंग का जो हक मिला है, वो भी छीन लिया जाएगा। 35A वापस आई तो, माताओं-बहनों के हकों पर फिर वही पुरानी पाबंदी लग जाएगी। आप याद रखिए, इनके घोषणापत्र लागू हुए तो, फिर स्कूल जलने लग जाएंगे। फिर बच्चों के हाथ में पत्थर होंगे। फिर हड़तालें होंगी। कारोबार पर ताले लगेंगे। नौजवान बेरोजगार घूमेंगे। क्या आप इनको वो खौफनाक दिन वापस लाने देंगे क्या? वापस लाने देंगे क्या?

साथियों,

ये संविधान की बातें करते हैं। और नफरत की दुकान पर मोहब्बत की दुकान का बोर्ड लगाकर घूमते हैं। मैंने आज अखबारों में पढ़ा। लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण पिलर होता है, हमारा स्वतंत्र मीडिया। आज एक खबर पढ़ी अमेरिका गए हुए भारत के एक अखबार के एक प्रतिनिधि को अमेरिका में जिस प्रकार उसके साथ जुल्म किया गया। उसने अपनी पूरी कहानी पब्लिक के सामने रख दी है। अमेरिका की धरती पर हिंदुस्तान के एक बेटे को, वो भी एक पत्रकार को और वो भी भारतीय संविधान की रक्षा के लिए काम करने वाले पत्रकार को, कमरे में बंद करके उसके साथ जो व्यवहार हुआ है। क्या ये लोकतंत्र को, संविधान की मर्यादाओं को उजागर करने वाले बैठे हैं कि अमेरिका की धरती पर भारत के पत्रकार की पिटाई करके क्या भारत की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं। आपके मुंह में संविधान शब्द शोभा नहीं देता है।

साथियों,

आपको कांग्रेस के झूठे वायदों से बहुत सावधान रहना है। कांग्रेस क्या करती है, कैसी सरकार चलाती है, इसका उदाहरण आप पड़ोस में देख रहे हैं। पड़ोस में हिमाचल में सरकार बनाने के लिए, वोट पाने के लिए इन्होंने ऐसे-ऐसे वादे करके, सरकार बना दी कि पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया। आज वहां, छोटा सा राज्य है, हर कोई सड़क पर है। वहां रोड-पानी-बिजली सब काम ठप पड़े हैं। कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल रही है। महंगाई चरम पर है। नौजवानों की भर्तियां बंद हैं। मैं आपसे कह रहा हूं कि – कांग्रेस भारत की सबसे बेईमान और धोखेबाज़ पार्टी है। और कांग्रेस का शाही खानदान, भारत का सबसे भ्रष्ट परिवार है। आपको इनसे सावधान रहना है। ये ऐसे लोग हैं, जो सरकारी तिजोरी के दम पर चुनाव जीतने के लिए बेईमानी के हथकंडे अपनाते हैं, ये लोग जनता को मुसीबत में डालते हैं। ये अपनी नीतियों के दम पर चुनाव में नहीं जाते। जब मैं देश को सतर्क कर रहा था, इनके खतरनाक इरादों से सावधान करा रहा था, तब ये सारे लोग मिलकर मेरा मखौल उड़ाते थे, मुझे गालियां देते थे। और आज पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस शासित राज्यों में इतने कम समय में कितनी बड़ी बड़ी मुसीबतें खड़ी हो गई है और उनके पापों के कारण खड़ी हुई है।

साथियों,

कांग्रेस की सोच क्या है, उनकी नीयत क्या है, ये उनके अध्यक्ष की बातों से भी साफ हो जाती है। वो यहां आकर क्या बातें करते हैं? मैं यहां आकर क्या कह रहा हूं। कि हम यहां आकर ये काम करेंगे, वो काम करेंगे, यहां के लोगों की भलाई के लिए…यही कहता हूं कि नहीं कहता हूं। उन्होंने क्या कहा? उनका अहंकार देखिए, अगर हमें 20 सीटें ज्यादा आती तो ये मोदी समेत बीजेपी के सब नेता जेल में होते। क्या आप लोगों को जेल में भेजने के लिए सरकार बनाना चाहते हो कि जनता-जनार्दन का भला करने के लिए सरकार बनाना चाहते हो। क्या यही एक एजेंडा है क्या आपका। 2014, 2019, 2024… 60 साल के बाद तीन बार देश की जनता ने हमें सेवा करने का मौका दिया है। लेकिन हम सरकार लोगों को जेल में डालने के लिए नहीं चलाते हैं। हम सरकार देश में भ्रष्टाचार को नष्ट करने के लिए चलाते हैं। हम सरकार देश के सामान्य मानवी की भलाई के लिए चलाते हैं। साथियों, जब कोई पॉजिटिव सोच ही न हो तो फिर उनके लिए जेल में बंद करने के सिवा कोई एजेंडा नहीं होता है। वो जम्मू-कश्मीर की भलाई के लिए दो बातें बताकर जाते लेकिन उन्होंने तो जेल भेजने की बातें करके गए हैं। साथियों ये नफरत दिखाने से ज्यादा और कुछ सोच नहीं सकते। इनकी नफरत का शिकार जम्मू भी रहा है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हमेशा जम्मू के साथ भेदभाव किया है। डोडा के साथ भेदभाव किया है, पूरे क्षेत्र के साथ भेदभाव किया है। इन लोगों ने महाराजा हरिसिंह और दूसरे राजाओं को लेकर कैसी-कैसी टिप्पणिया कीं हैं, वो भी आपने सुनी हैं। ये सिर्फ महाराजा का नहीं, सभी डोगरों का अपमान है। और मैं जानता हूं...जम्मू-कश्मीर के लोग ये अपमान कभी नहीं सहेंगे।

साथियों,

भाजपा का संकल्प और आपका साथ ही शांति, सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर बनाएगा। इसलिए 18 सितंबर को भाजपा के सभी उम्मीदवारों को, यहां मंच पर बैठे सभी उम्मीदवारों को मैं कहता हूं सब आगे आ जाएं। इन सब मेरे साथियों को जिता करके, भारी बहुमत से जिता करके सबको विधानसभा में भेजना है। मैं एक मिनट में उनके बीच जाकरके बधाई देकर फिर आकर भाषण करता हूं। मुझे विश्वास है, इस बार आप लोकसभा चुनावों से भी और ज्यादा वोटिंग करेंगे। पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे। इसी भरोसे के साथ, मैं आप सभी को यहां इतनी विशाल संख्या में आकरके आशीर्वाद देने के लिए आदरपूर्वक आप सबको नमन करता हूं।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय ! इतनी ताकत से बोलिए कि नफरत की दुकान के सारे बोर्ड उखड़कर रह जाएं।

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।