नमस्कार...
तू सब कैई छत्त ??? औरो...क्यू हाल-चाल छो??? शक्ति स्वरूपा मचैल माता को मेरा प्रणाम...सरथल माता की इस पावन भूमि को मेरा प्रणाम...
आप सब यहां, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे हैं। यहां आने के लिए आपने घंटों सफर किया है, इसके बावजूद आपके चेहरों पर थकान का नामोनिशान नहीं दिख रहा। चारों तरफ जोश ही जोश है, और मैं देख रहा हूं, हमारी बहनें-बेटियां इतनी विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। आपका ये प्यार, आपके ये आशीर्वाद, मैं दोगुनी...तीन गुनी...आपके लिए, देश के लिए मेहनत करके चुकाउंगा। हम और आप मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर का निर्माण करेंगे। और ये मोदी की गारंटी है।
साथियों,
इस बार जम्मू-कश्मीर का चुनाव, जम्मू-कश्मीर का भाग्य तय करने वाला है। आजादी के बाद से ही हमारा प्यारा जम्मू-कश्मीर विदेशी ताकतों के निशाने पर आ गया। इसके बाद इस खूबसूरत राज्य को, परिवारवाद ने खोखला करना शुरू कर दिया। यहां जिन राजनीतिक दलों पर आपने भरोसा किया, उन्होंने आपके बच्चों की चिंता नहीं की, उन राजनीतिक दलों ने सिर्फ अपने बच्चों को आगे बढ़ाया। जम्मू-कश्मीर के मेरे नौजवान आतंकवाद में पिसते रहे, और परिवारवाद को आगे बढ़ाने वाली पार्टियां आपको गुमराह करके मौज काटती रहीं। इन लोगों ने जम्मू-कश्मीर में नए नेतृत्व को कहीं भी, कभी भी उभरने ही नहीं दिया। आप भी जानते हैं, यहां पंचायत के चुनाव 2011 के बाद नहीं हुए थे। यहां बीडीसी के चुनाव कभी नहीं हुए थे। डीडीसी के चुनाव भी कभी नहीं हुए थे। दशकों तक यहां परिवारवाद ने, यहां के बच्चों को, यहां के होनहार नौजवानों को आगे नहीं आने दिया। इसलिए ही 2014 में सरकार में आने के बाद, मैंने जम्मू-कश्मीर में नौजवानों की नई लीडरशिप को आगे लाने का प्रयास किया है। फिर 2018 में यहां पंचायत के चुनाव कराए गए, 2019 में बीडीसी के चुनाव हुए और 2020 में पहली बार डीडीसी के चुनाव कराए गए। और ये चुनाव क्यों कराए गए? ताकि जम्मू कश्मीर में डेमोक्रेसी ग्रासरूट तक पहुंचे, यहां के मेरे युवा, जम्हूरियत की कमान संभालने के लिए आगे आएं, यही मेरी कोशिश थी, यहां परिवारवादी राजनीति करने वाले नहीं चाहते थे की यहां का नौजवान राजनीति में आगे आए। हमने इन परिवारवादियों के इरादों को चुनौती दी। और नतीजा क्या हुआ? लोकल बॉडी के इलेक्शन के बाद 30-35 हजार नए नौजवान राजनीति में आए, जम्मू-कश्मीर की कमान संभाली। बीते सालों में जम्मू-कश्मीर में विकास का नया दौर आया है, तो इसका क्रेडिट इन्हीं नौजवानों का है। मैं आज जम्मू-कश्मीर के युवा को, चाहे वो बेटी हो, बेटा हो, उनके जोश, उनके जज्बे को सैल्यूट करता हूं।
साथियों,
जम्मू-कश्मीर का इस बार का विधानसभा चुनाव, तीन खानदानों और ज़म्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच में है। एक तरफ तीन खानदान है और दूसरी तरफ सपने लेकर निकल पड़े जम्मू-कश्मीर के मेरे बेटे-बेटियां हैं। ये तीन खानदान, एक खानदान, कांग्रेस का है, एक खानदान, नेशनल कॉन्फ्रेंस का है, एक खानदान, पीडीपी का है, जम्मू-कश्मीर में इन तीन खानदानों ने मिलकर आप लोगों के साथ जो किया है, वो किसी पाप से कम नहीं है। ये तीनों खानदान, जम्मू-कश्मीर को दशकों-दशक तक बर्बादी देने के ज़िम्मेदार हैं। इन तीन खानदानों ने यहां करप्शन को बढ़ावा दिया। इन तीन खानदानों ने यहां ज़मीन कब्ज़ा करने वाले गिरोहों को बढ़ावा दिया। छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए आप लोगों को तरसाया गया, तड़पाया गया। सरकारी नौकरियों में सिर्फ उन्हीं लोगों को भर्ती किया गया, जो इन तीन खानदानों के खास थे। इन तीन खानदानों ने ही यहां अलगाव और आतंक के लिए ज़रूरी ज़मीन तैयार की। और इसका फायदा किसने उठाया? देश के दुश्मनों ने...ये लोग आतंकवाद को इसलिए पाल-पोस रहे थे ताकि इनकी अरबों-खरबों की दुकान चलती रहे। इनके गुनाहों की वजह से हमारे हज़ारों बच्चों की यहां जान चली गई। ये चंद्रभागा घाटी तो सालों-साल चले आतंक के, खून-खराबे के उस दौर की गवाह रही है। आप याद करिए वो समय, जब दिन ढलते ही यहां अघोषित कर्फ्यू लग जाता था, सारी दुकानदारी ठप, सारा कामकाज ठप, हालत ये थी कि तब कांग्रेस सरकार के, केंद्र सरकार के गृहमंत्री तक लालचौक जाने से डरते थे।
साथियों,
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। पिछले 10 साल में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव आया है, वो किसी सपने से कम नहीं है। जो पत्थर पहले पुलिस और फौज पर फेंकने के लिए उठते थे, उन पत्थरों से नया जम्मू-कश्मीर बन रहा है और ये सब कुछ किसने किया है? किसने किया है? ये मोदी ने नहीं किया, ये जम्मू-कश्मीर के, डोडा के आप लोगों ने किया है। आपके इसी विश्वास को आगे बढ़ाते हुए जम्मू-कश्मीर भाजपा ने आपके लिए एक से बढ़कर एक संकल्प लिए हैं।
साथियों,
आज ही हमने टीका लाल टपलू जी को याद किया है, उन्हें श्रद्धांजलि दी है। तीन दशक से ज्यादा हो गए, इसी दिन हमारे टपलू जी को आतंकवादियों ने शहीद किया था। उनकी हत्या के बाद, कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार का एक अंतहीन सिलसिला चला। ये भाजपा है जिसने कश्मीरी पंडितों की आवाज उठाई, उनके हित में काम किया। मैं जम्मू-कश्मीर भाजपा को बधाई दूंगा। उन्होंने कश्मीरी हिंदुओं की वापसी और पुनर्वास के लिए टीका लाल टपलू स्कीम बनाने का ऐलान किया है। इससे कश्मीरी हिंदुओं को उनका हक दिलाने में तेज़ी आएगी। भाजपा ने आतंकवाद के सभी पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए white paper लाने का भी फैसला लिया है। और साथियों, भाजपा सिर्फ कहती नहीं है, करके दिखाती है। यहां मंच पर हमारी बेटी शगुन बैठी है। इनके पिता और चाचा, दोनों को आतंकियों ने मार डाला था। अब भाजपा ने आतंकवाद पीड़ित इस बिटिया को टिकट दिया है। बेटी शगुन सिर्फ कैंडिडेट नहीं हैं। ये आंतक को खत्म करने के भाजपा के मज़बूत इरादों की जीती जागती तस्वीर है।
साथियों,
जिन राजनीतिक दलों ने बरसों तक जम्मू-कश्मीर पर राज किया, उन्होंने आपके बच्चों के भविष्य पर कभी ध्यान नहीं दिया। आप याद कीजिए, यहां पहले एक-एक स्कूल खोलने के लिए आपको कितना संघर्ष करना पड़ता था, आपको एक स्कूल, एक कॉलेज खुलवाने के लिए भी आंदोलन करना होता था। एक छोटी सी सड़क बनवानी हो, पानी की टंकी बनवानी हो, आपको आंदोलन किए बिना, पुलिस की लाठी खाए बिना कोई सुनने को तैयार नहीं था। कई-कई साल लग जाते थे, लेकिन कुछ नहीं होता था। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज ये सब खुलना तो यहां किसी बड़े सपने से कम नहीं था। आज जब आप यहां से घर जाइएगा तो इत्मिनान से जरूर सोचिएगा कि क्यों आपके बच्चों को इन सबसे महरूम रखा गया। जिन्हें आप अपना समझते रहे, उन्होंने आपको कभी अपना माना ही नहीं। आप तो उनके लिए सत्ता तक पहुंचने की सीढ़ी मात्र थे।
साथियों,
ये मोदी है जो आपके बच्चों की चिंता करता है, आपके भविष्य की चिंता करता है। मैं चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर के हर बच्चे को अच्छी पढ़ाई मिले, मैं चाहता हूं यहां का हर बच्चा खूब आगे बढ़े, इसलिए बीते 4-5 साल में ही भाजपा सरकार ने यहां अनेकों नए स्कूल खोले हैं, बहुत सारे कॉलेज बनवाए हैं। आप भी देखिए, डोडा के मेडिकल कॉलेज की डिमांड कब से थी। वो अब जाकर पूरी हुई है। एक समय था, जब यहां के नौजवान अच्छी पढ़ाई के लिए देश के दूसरे राज्य में जाने के लिए मजबूर थे। आज मेडिकल कॉलेज हो, AIIMs हो, IIT हो, जम्मू-कश्मीर में सीटें कई गुणा बढ़ाई गई हैं। अब जम्मू-कश्मीर भाजपा ने पंडित प्रेमनाथ डोगरा रोजगार योजना का ऐलान किया है। इसके तहत यहां रोज़गार के लाखों नए अवसर बनेंगे। राज्य में भाजपा सरकार बनी तो यहां कॉलेज जाने वाले युवाओं को ट्रैवलिंग अलाउंस भी दिया जाएगा।
साथियों,
भाजपा, एक ऐसा जम्मू-कश्मीर बनाने जा रही है- जो terror free होगा और tourists के लिए स्वर्ग होगा। मुझे पुराने दिन याद आते हैं, यहां के लोग, खासतौर पर भद्रवाह के साथी, मेरी काफी उनसे मुलाकातें होती रहती थी, वो बड़े गर्व से कहते थे किसी समय मोदी जी, यहां फ्लां फिल्म की शूटिंग होती थी...मोदी जी...वहां फ्लां फिल्म का वो सीन शूट हुआ था। लेकिन आतंकवाद ब़ढ़ने के बाद यहां फिल्म वालों का आना बंद हो गया। पिछले 10 वर्षों की मेहनत के बाद अब ये हालात भी बदलते नजर आ रहे हैं। यहां देश ही नहीं दुनियाभर से फिल्म वाले शूटिंग करने आएं। हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं। इसके लिए नई फिल्म पॉलिसी भी बनाई गई है। मेरा जम्मू-कश्मीर अब फिर फिल्मों में छाएगा, दुनिया में छाएगा। मुझे खुशी है कि अब यहां होटल, रेस्तरां, ढाबे, सभी गुलजार रहने लगे हैं। लाखों लाख टूरिस्ट हर साल आ रहे हैं। मुझे लोग बताते हैं कि यहां भद्रवाह में बड़े-बड़े होटल बनने लगे हैं।
मेरे भाइयों और बहनों...
यहां टूरिज्म का और विस्तार हो। आप लोगों के लिए आना-जाना भी और आसान हो, इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार, यहां कनेक्टिविटी को भी मजबूत कर रही है। चेनानी-नाशरी टनल हो, बनिहाल-काज़ीगुंड टनल हो, नए पुल, नए फ्लाईओवर- ये इस क्षेत्र की पहचान बन रहे हैं। आप याद करिए, पहले, जम्मू से रामबन और बनिहाल जाने में 6-6, 8-8 घंटे लग जाते थे। अब लोग बताते हैं कि जम्मू से बनिहाल 3 घंटे में और जम्मू से श्रीनगर 5-6 घंटे में पहुंच जाते हैं। हम जम्मू कश्मीर के अनछुए हिस्सों को भी रेल से जोड़ रहे हैं। जिला रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और कश्मीर घाटी के लोग भी सीधे दिल्ली तक रेल से पहुंच सकें, हम आपका ये सपना पूरा करके रहेंगे। बहुत जल्द ही दिल्ली से रामबन होते हुए ट्रेन श्रीनगर तक जाने वाली है। रेलवे लाइन का काम पूरा हो गया है, स्टेशन बनकर तैयार है और ट्रायल भी शुरू हो गया है। बहुत जल्द ही ये हिस्सा भी रेलवे द्वारा पूरे देश से जुड़ जाएगा।
साथियों,
यहां गरीब से गरीब परिवार को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर इलाज मिले, ये हमारा संकल्प है। जम्मू-कश्मीर देश का वो राज्य है, जहां हर परिवार को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलता है। अब जम्मू कश्मीर भाजपा ने हर गरीब परिवार को, 7 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज देने का ऐलान किया है।
साथियों,
महिलाओं के जीवन से परेशानी कम से कम हो, ये भी भाजपा की प्राथमिकता है। बीते वर्षों में जम्मू-कश्मीर के दूर-सुदूर के गांवों तक भी नल से जल पहुंचा है, बिजली पहुंची है, मोबाइल के टॉवर पहुंचे हैं। इससे भी माताओं-बहनों का जीवन आसान हुआ है। जम्मू-कश्मीर भाजपा ने परिवार की सबसे बड़ी महिला उसके खाते में हर साल 18 हज़ार रुपए जमा करने की भी घोषणा की है। ये पैसा, हर परिवार को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए नए साधन, नए समाधान देगा।
साथियों,
यहां इस क्षेत्र को पर्पल रिवॉल्यूशन यानि बैंगनी क्रांति के लिए जाना जाता है। लैवेंडर की खेती ने यहां छोटे किसानों का जीवन बदल दिया है। भाजपा सरकार, छोटे किसानों के हितों के साथ खड़ी है। अभी तक जम्मू-कश्मीर के किसानों को पीएम सम्मान निधि के 6 हजार रुपए मिलते रहे हैं। अब यहां भाजपा की टीम ने इसको 10 हज़ार रुपए करने का ऐलान किया है।
साथियों,
जम्मू-कश्मीर में रहने वाला कोई भी व्यक्ति, चाहे वो किसी भी मजहब का हो, किसी भी आस्था से जुड़ा हो, किसी भी वर्ग का हो, भाजपा की प्राथमिकता है। आपके हर अधिकार की रक्षा की गारंटी मोदी ने दी है। जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का काम भी भाजपा सरकार ही करेगी। लेकिन आपको ऐसे लोगों से सावधान रहना है जो अपने स्वार्थ के लिए आपका अधिकार छीनते रहे हैं। आपने देखा है, आजकल ये लोग संविधान को अपनी जेब में रखते हैं। संविधान की किताब...कोई सम्मान नहीं, जेब में रख दो। और ये दिखावा क्यों कर रहे हैं। अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए कर रहे हैं। हकीकत क्या है, ये जम्मू-कश्मीर का बच्चा-बच्चा जानता है। इन लोगों ने बाबा साहेब के बनाए संविधान की आत्मा को नोच दिया था। वरना क्या कारण था कि हमारे जम्मू-कश्मीर में दो संविधान चलते थे। क्यों जम्मू-कश्मीर के लोगों को वो हक नहीं मिलता था, जो बाकी देश में मिलता था? यहां हमारे पहाड़ी भाई-बहन, मैं देख रहा हूं यहां आए हैं। क्या कारण है कि इतने साल तक उनको आरक्षण नहीं मिला? जम्मू-कश्मीर में ये SC/ST/OBC का नाम तक नहीं लेते थे। इतनी पीढ़ियां गुजरने के बाद, उनको भाजपा सरकार ने आरक्षण दिया। आज ऐसे अनेक साथी हैं, जिनको पहली बार वोट डालने का हक मिला है। भारत का संविधान हर किसी को वोट का अधिकार देता है। ये संविधान को जेब लेकर घूमने वालों ने 75 साल तक आप में से कुछ लोगों का वोट देने का अधिकार छीन लिया था।
साथियों,
मैं जम्मू कश्मीर की सभी माताओं-बहनों से भी कहूंगा। इन्होंने इतने दशकों तक आपको भी धोखा ही दिया है। इन्होंने ऐसे कानून बनाए कि आपको अपनी ही जम़ीन पर बेगाना कर दिया गया। मैं सभी मुस्लिम बहनों-बेटियों को भी एक बात याद दिलाना चाहता हूं। जब हमने तीन तलाक को खत्म करने का कानून बनाया, तो कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने ही इसका विरोध किया था। ये आपके हिमायती नहीं हैं, ये सिर्फ अपने खानदान का हित सोचते हैं।
साथियों,
आपके सामने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की घोषणाएं भी हैं और भाजपा का संकल्प पत्र भी है। आपके लिए ये जानना ज़रूरी है कि ये लोग कह क्या रहे हैं और उसका नतीजा क्या होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस आर्टिकल 370 को वापस लाना चाहते हैं। आपके लिए इसका क्या मतलब होगा? इसका मतलब होगा – ये तीन खानदान मिलकर पहाड़ी समाज का आरक्षण फिर छीन लेंगे। जम्मू-कश्मीर में अनेकों लोगों को वोटिंग का जो हक मिला है, वो भी छीन लिया जाएगा। 35A वापस आई तो, माताओं-बहनों के हकों पर फिर वही पुरानी पाबंदी लग जाएगी। आप याद रखिए, इनके घोषणापत्र लागू हुए तो, फिर स्कूल जलने लग जाएंगे। फिर बच्चों के हाथ में पत्थर होंगे। फिर हड़तालें होंगी। कारोबार पर ताले लगेंगे। नौजवान बेरोजगार घूमेंगे। क्या आप इनको वो खौफनाक दिन वापस लाने देंगे क्या? वापस लाने देंगे क्या?
साथियों,
ये संविधान की बातें करते हैं। और नफरत की दुकान पर मोहब्बत की दुकान का बोर्ड लगाकर घूमते हैं। मैंने आज अखबारों में पढ़ा। लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण पिलर होता है, हमारा स्वतंत्र मीडिया। आज एक खबर पढ़ी अमेरिका गए हुए भारत के एक अखबार के एक प्रतिनिधि को अमेरिका में जिस प्रकार उसके साथ जुल्म किया गया। उसने अपनी पूरी कहानी पब्लिक के सामने रख दी है। अमेरिका की धरती पर हिंदुस्तान के एक बेटे को, वो भी एक पत्रकार को और वो भी भारतीय संविधान की रक्षा के लिए काम करने वाले पत्रकार को, कमरे में बंद करके उसके साथ जो व्यवहार हुआ है। क्या ये लोकतंत्र को, संविधान की मर्यादाओं को उजागर करने वाले बैठे हैं कि अमेरिका की धरती पर भारत के पत्रकार की पिटाई करके क्या भारत की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं। आपके मुंह में संविधान शब्द शोभा नहीं देता है।
साथियों,
आपको कांग्रेस के झूठे वायदों से बहुत सावधान रहना है। कांग्रेस क्या करती है, कैसी सरकार चलाती है, इसका उदाहरण आप पड़ोस में देख रहे हैं। पड़ोस में हिमाचल में सरकार बनाने के लिए, वोट पाने के लिए इन्होंने ऐसे-ऐसे वादे करके, सरकार बना दी कि पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया। आज वहां, छोटा सा राज्य है, हर कोई सड़क पर है। वहां रोड-पानी-बिजली सब काम ठप पड़े हैं। कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल रही है। महंगाई चरम पर है। नौजवानों की भर्तियां बंद हैं। मैं आपसे कह रहा हूं कि – कांग्रेस भारत की सबसे बेईमान और धोखेबाज़ पार्टी है। और कांग्रेस का शाही खानदान, भारत का सबसे भ्रष्ट परिवार है। आपको इनसे सावधान रहना है। ये ऐसे लोग हैं, जो सरकारी तिजोरी के दम पर चुनाव जीतने के लिए बेईमानी के हथकंडे अपनाते हैं, ये लोग जनता को मुसीबत में डालते हैं। ये अपनी नीतियों के दम पर चुनाव में नहीं जाते। जब मैं देश को सतर्क कर रहा था, इनके खतरनाक इरादों से सावधान करा रहा था, तब ये सारे लोग मिलकर मेरा मखौल उड़ाते थे, मुझे गालियां देते थे। और आज पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस शासित राज्यों में इतने कम समय में कितनी बड़ी बड़ी मुसीबतें खड़ी हो गई है और उनके पापों के कारण खड़ी हुई है।
साथियों,
कांग्रेस की सोच क्या है, उनकी नीयत क्या है, ये उनके अध्यक्ष की बातों से भी साफ हो जाती है। वो यहां आकर क्या बातें करते हैं? मैं यहां आकर क्या कह रहा हूं। कि हम यहां आकर ये काम करेंगे, वो काम करेंगे, यहां के लोगों की भलाई के लिए…यही कहता हूं कि नहीं कहता हूं। उन्होंने क्या कहा? उनका अहंकार देखिए, अगर हमें 20 सीटें ज्यादा आती तो ये मोदी समेत बीजेपी के सब नेता जेल में होते। क्या आप लोगों को जेल में भेजने के लिए सरकार बनाना चाहते हो कि जनता-जनार्दन का भला करने के लिए सरकार बनाना चाहते हो। क्या यही एक एजेंडा है क्या आपका। 2014, 2019, 2024… 60 साल के बाद तीन बार देश की जनता ने हमें सेवा करने का मौका दिया है। लेकिन हम सरकार लोगों को जेल में डालने के लिए नहीं चलाते हैं। हम सरकार देश में भ्रष्टाचार को नष्ट करने के लिए चलाते हैं। हम सरकार देश के सामान्य मानवी की भलाई के लिए चलाते हैं। साथियों, जब कोई पॉजिटिव सोच ही न हो तो फिर उनके लिए जेल में बंद करने के सिवा कोई एजेंडा नहीं होता है। वो जम्मू-कश्मीर की भलाई के लिए दो बातें बताकर जाते लेकिन उन्होंने तो जेल भेजने की बातें करके गए हैं। साथियों ये नफरत दिखाने से ज्यादा और कुछ सोच नहीं सकते। इनकी नफरत का शिकार जम्मू भी रहा है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हमेशा जम्मू के साथ भेदभाव किया है। डोडा के साथ भेदभाव किया है, पूरे क्षेत्र के साथ भेदभाव किया है। इन लोगों ने महाराजा हरिसिंह और दूसरे राजाओं को लेकर कैसी-कैसी टिप्पणिया कीं हैं, वो भी आपने सुनी हैं। ये सिर्फ महाराजा का नहीं, सभी डोगरों का अपमान है। और मैं जानता हूं...जम्मू-कश्मीर के लोग ये अपमान कभी नहीं सहेंगे।
साथियों,
भाजपा का संकल्प और आपका साथ ही शांति, सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर बनाएगा। इसलिए 18 सितंबर को भाजपा के सभी उम्मीदवारों को, यहां मंच पर बैठे सभी उम्मीदवारों को मैं कहता हूं सब आगे आ जाएं। इन सब मेरे साथियों को जिता करके, भारी बहुमत से जिता करके सबको विधानसभा में भेजना है। मैं एक मिनट में उनके बीच जाकरके बधाई देकर फिर आकर भाषण करता हूं। मुझे विश्वास है, इस बार आप लोकसभा चुनावों से भी और ज्यादा वोटिंग करेंगे। पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे। इसी भरोसे के साथ, मैं आप सभी को यहां इतनी विशाल संख्या में आकरके आशीर्वाद देने के लिए आदरपूर्वक आप सबको नमन करता हूं।
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की जय ! इतनी ताकत से बोलिए कि नफरत की दुकान के सारे बोर्ड उखड़कर रह जाएं।
भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद।