आम्ही कधीही धर्माच्या आधारावर भेदभाव केलेला नाही; आमच्या योजनांचा सर्वांच्या फायद्याच्या : पंतप्रधान मोदी दिंडोरी येथे
नकली शिवसेनेच्या सदस्यांनी आता काँग्रेसला डोक्यावर घेतले आहे: पंतप्रधान मोदींची विरोधकांवर टीका

जय शिवाजी.. जय शिवाजी.. जय शिवाजी। सप्तश्रृंगी मातेला आणि नाशिकच्या प्रभु श्रीरामचंद्रांना नमन करतो। कल काशी में मैंने बाबा विश्वनाथ और काल भैरव का आशीर्वाद लेकर नामांकन किया और आज यहां त्र्यंबकेश्वर की धरती पर हूं, भगवान कालाराम की धरती पर हूं। मैं सभी को प्रणाम करता हूं। साथियों, आपकी सेवा ही मेरे जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य है। आपने पिछले 10 साल में मेरा काम देखा है और अब मैं आपके पास आज आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। तीसरे कार्यकाल के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं, विकसित भारत बनाने के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं।

साथियों,

NDA गठबंधन को कितनी बड़ी जीत मिलने जा रही है इसका पता, यहां इंडी गठबंधन के एक बड़े नेता की बातों से भी पता चलता है। वो जानते हैं कि इंडी गठबंधन का जो मुख्य दल है कांग्रेस, वो कांग्रेस इतनी बुरी तरह हार रही है, इतनी बुरी तरह हार रही है कि उनके लिए मान्य विपक्ष बनना भी मुश्किल है और इसलिए यहां के जो नेता इंडी अलायंस के यहां मतलब नासिक के नहीं महाराष्ट्र के, उन्होंने सभी छोटे-छोटे दल जो हैं इन दलों को ये सुझाव दिया है कि चुनाव समाप्त होने के बाद इन सभी छोटी पार्टियों ने कांग्रेस में मर्जर कर देना चाहिए यानी अपने-अपने शटर बंद कर देने चाहिए। क्योंकि उनको लगता है कि अगर ये सभी दुकानें उस दुकान में मिल जायेगी तो शायद इतना नंबर हो जाये ताकि वो मान्य विपक्ष बन जाये। ये हाल है इनका।

साथियों,

ये नकली शिवसेना, नकली राष्ट्रवादी पार्टी इसका कांग्रेस में विलय होना पक्का है और जब ये नकली शिवसेना का कांग्रेस में विलय हो जायेगा मुझे सबसे ज्यादा याद बाला साहेब ठाकरे की आयेगी, क्योंकि बाला साहेब जी कहते थे जिस दिन लगा कि शिवसेना, कांग्रेस बन गई है, उस दिन शिवसेना समाप्त कर दूंगा। मतलब अब नकली शिवसेना का अता-पता भी रहने वाला नहीं है और मुझे लगता है ये जो विनाश हो रहा है ये बाला साहेब को सबसे ज्यादा दुखी करता होगा। साथियों, नकली शिवसेना ने बाला साहेब के हर सपने को चूर-चूर कर दिया है। बाला साहेब ठाकरे का सपना था अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो। बाला साहेब का सपना था जम्मू- कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म हो। ये सपना पूरा हुआ लेकिन इससे सबसे ज्यादा चिढ़ ये नकली शिवसेना को हो रही है। कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठोकर मारी, नकली शिवसेना ने भी वही रास्ता चुना। कांग्रेस के लोग, मंदिर के लिए अनाप-शनाप बातें कर रहे हैं और नकली शिवसेना एकदम चुप है। इनकी ये पार्टनरशिप, पाप की पार्टनरशिप है और पूरे महाराष्ट्र के सामने इनका पाप एक्सपोज हो चुका है।

साथियों,

ये नकली शिवसेना वाले उस कांग्रेस को सिर पर उठाए घूम रहे हैं, जो कांग्रेस वीर सावरकर जी को दिन-रात गालियां देती है। महाराष्ट्र की स्वाभिमानी और राष्ट्र भक्त जनता ये जब देखती है, ये जब सुनती है तो महाराष्ट्र के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ा हुआ है लेकिन अहंकार शिवसेना, नकली शिवसेना में इतना आ गया है कि उनको महाराष्ट्र के लोगों की भावना की भी कोई परवाह नहीं है, उनको कोई फर्क नहीं पड़ रहा। कांग्रेस के आगे घुटने टेकने वाली नकली शिवसेना को सजा देने का मन पूरे महाराष्ट्र ने बना लिया है और चार चरण के जो चुनाव हुए हैं इन चारों चरण में इनको चारों तरफ से चित कर दिया है जनता ने।

साथियों,

आज मोदी गरीब को मुफ्त राशन दे रहा है, आज मोदी गरीब को पक्के घर दे रहा है, बिजली कनेक्शन, हर घर जल और उज्ज्वला का गैस कनेक्शन दे रहा है। हमने कभी भी ना किसी का धर्म देखा है ना किसी का धर्म पूछा है। योजना सबके लिए बनाई जाती है, सबको योजनाओं का लाभ दिया जाता है, लेकिन कांग्रेस की नीयत रही है। इसका बहुत बड़ा खुलासा आज मैं 140 करोड़ देशवासियों के सामने करना चाहता हूं और भगवान राम की ये धरती है एक प्रकार से तो मुझे लगता है कि गंभीर विषय यहां पर उठाना ज्यादा अच्छा होगा।

साथियों,

कांग्रेस की सोच है कि देश की सरकारें जितना बजट बनाती है उसका 15 प्रतिशत सिर्फ और सिर्फ माइनॉरिटी पर खर्च हो यानी धर्म के आधार पर बजट का भी बंटवारा। धर्म के आधार पर इन्होंने देश को बांटा था और आज भी वो धर्म के आधार पर भांति-भांति के बंटवारे करने में लगे हुए हैं। कई साल पहले कांग्रेस ने धर्म के आधार पर बजट के आवंटन को हरी झंडी दिखा दी थी। (जय श्री राम.. जय श्री राम, भारत माता की.. भारत माता की) आप कल्पना कर सकते हैं कि बजट का इस प्रकार से टुकड़े करना ये कितना खतरनाक विचार है और आप जानते हैं कांग्रेस के लिए माइनॉरिटी सिर्फ एक ही है, उसका अपना प्रिय वोट बैंक। मुझे याद है, उस समय मैं सीएम था और जब ये बात कांग्रेस ने उठाई थी तो मैंने उसका मुख्यमंत्री रहते हुए पुरजोर विरोध किया था। कांग्रेस उस समय चाहती थी कि देश के सारे बजट का 15 प्रतिशत सिर्फ मुसलमानों पर खर्च हो। तब भाजपा के ज़बरदस्त विरोध के बाद ये कामयाब नहीं हो पाये थे। लेकिन अब ये सारे पुराने एजेंडे को लागू करने पर तुले हुए हैं। बाबा साहेब अंबेडकर, धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे, लेकिन कांग्रेस कह रही है कि SC/ST/OBC और गरीबों का आरक्षण छीनकर, मुसलमानों को दे देगी। कांग्रेस आपकी संपत्ति को भी जब्त करके उसका हिस्सा अपने वोट बैंक को देने की तैयारी में है। लेकिन कांग्रेस और इंडी अघाड़ी वाले कान खोलकर सुन लें मोदी धर्म के आधार पर ना बजट बांटने देगा और ना ही धर्म के आधार पर आरक्षण देने देगा। वंचितों का जो अधिकार है, वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है।

भाइयों और बहनों,

हम तो छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा से काम करने वाले लोग हैं। ये चुनाव, सिर्फ MP चुनने का नहीं है, बल्कि PM चुनने का है। ऐसा PM जो ताकतवर भारत बनाने के लिए कड़े और बड़े फैसले ले सके। आप देखिए, कोरोना का इतना बड़ा संकटकाल आया। भारत ने इसका डटकर मुकाबला किया, कोरोना को हराया। इसमें आरोग्य विभाग में हमारी बहन भारती पवार जी, जो इस विभाग को देखती थी उनका शांत और सेवाभाव बहुत काम आया। आज कोरोना के विरुद्ध भारत की लड़ाई की प्रशंसा पूरी दुनिया कर रही है। भारती जी के प्रयासों से यहां नासिक जिले के गांवों में करीब 600 आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। यहां दर्जनों जन-औषधि केंद्र खुले हैं, इन केंद्रों पर 80 परसेंट डिस्काउंट पर दवायें दी जा रही हैं। इतना ही नहीं, नासिक की 2 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं के खाते में, 6-6 हज़ार रुपये भेजा गया है। सिकल सेल अनीमिया से मुक्ति हो या फिर बच्चों का टीकाकरण, सरकार ने गरीब कल्याण का प्रयास पूरी ईमानदारी से किया है। साथियों, आपके स्वास्थ्य को लेकर अब तो मोदी ने एक और बड़ी गारंटी दी है। अब महाराष्ट्र के सभी परिवारों के 70 साल से ऊपर के जो बुजुर्ग हैं उनको 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज ये मोदी की जिम्मेवारी रहेगी और इससे जो कमाने वाले बेटे-बेटी हैं उनपर से बुजुर्गों की चिंता कम होगी और बच्चों के लिए कुछ ज्यादा खर्च कर पायेंगे।

भाइयों और बहनों,

मोदी का पूरा फोकस, किसान, नौजवान, नारीशक्ति और गरीब के सशक्तिकरण पर है। शेतकारी समाज ने मोदी के 10 साल भी देखें हैं। इससे पहले कांग्रेस-राष्ट्रवादी के भी दशकों का राज देखा है और तब कृषि मंत्री तो यहीं महाराष्ट्र के ही थे, लेकिन तब कांग्रेस और इंडी अघाड़ी ने आपकी कोई चिंता नहीं की। आज पीएम किसान सम्मान निधि के 12 हज़ार रुपये हर साल यहां हर किसान परिवार को मिलते हैं, यानी आने वाले 5 साल में कम से कम 60 हज़ार रुपए हर किसान को मिलना तय है। पहले एक पैसा भी मिलता था क्या? मैं मानता हूं मेरे किसान भाई-बहन मोदी को कभी भी भूलेंगे नहीं। कांग्रेस के राज में किसानों के लिए झूठे पैकेज घोषित होते थे। कोई किसान बता दे क्या आपको इन पैकेज में से एक भी रुपया मिलता था?

साथियों,

मोदी किसान हित को हमेशा सर्वोपरि रखता है। नासिक और ये क्षेत्र तो प्याज और अंगूर की खेती के लिए प्रसिद्ध है। ये हमारी सरकार है जिसने पहली बार प्याज का बफर बनाने की व्यवस्था शुरू की। पहले के सरकारों में ऐसी कोई व्यवस्था ही नहीं थी। हमने पिछले सीजन में 7 लाख मीट्रिक टन प्याज किसानों से खरीदा है। अब फिर सरकार 5 लाख मीट्रिक टन का बफर तैयार करने में जुटी हुई है। BJP-NDA सरकार के प्रयासों की वजह से 10 साल में प्याज का एक्सपोर्ट 35 प्रतिशत बढ़ा है, 35 परसेंट बढ़ा है। अभी 10 दिन पहले ही प्याज निर्यात पर लगे बैन को हटा दिया गया है। पिछले दस दिनों में 22 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा प्याज का निर्यात हो चुका है। सरकार, ‘ऑपरेशन ग्रीन’ के जरिए प्याज के ट्रांसपोर्टेशन पर भी सब्सिडी दे रही है। अब इस मिशन को फिर से लागू किया जा रहा है। इसी तरह, यहां जो क्लस्टर डेवलपमेंट प्लान बना है, उसका फायदा हमारे अंगूर के किसानों को होगा।

साथियों,

जन कल्याण की ऐसी ही गारंटियों को पूरा करने के लिए डिंडोरी से बहन भारती पवार जी और नासिक से शिवसेना के हमारे साथी हेमंत गोडसे जी को भारी मतों से विजयी बनाना है और इसलिए मेरा आपसे आग्रह है कि मतदान ज्यादा से ज्यादा हो, संकल्प पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने का हो, पोलिंग बूथ जीतने का हो और अधिक से अधिक लोगों से मिलकर के भारतीय जनता पार्टी और एनडीए अलायंस को आप विजयी बनायें, एक मजबूत सरकार बनायें। आपका भविष्य भी उज्ज्वल हो, आपके बच्चों का भी भविष्य उज्ज्वल हो इस गांरटी के साथ मेरे साथ बोलिए, भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।