Security agencies used to catch terrorists with great effort, but the SP government used to withdraw cases against the terrorists: PM Modi in Dhaurahra
Congress and INDI Alliance have their eyes on your property. They openly say that they will conduct an X-ray of whatever you have: PM Modi

भारत माता की जय,
भारत माता की जय।
ऋषियों की तपोस्थली नैमिषारण्य की धरती को मैं शत्-शत् नमन करता हूं।

साथियों,

आज मैं अगले 5 साल के लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं, जनता-जनार्दन तो ईश्वर का रूप होती है और ईश्वर भी तब आशीर्वाद देते हैं जब आप कोई संकल्प लेकर के प्रभु चरणों में जाते हैं। मैं जनता-जनार्दन जो ईश्वर का रूप है और आपके चरणों में आया हूं, इस गारंटी के साथ आया हूं, मैं इस गारंटी के साथ आया हूं अपने शरीर का कण-कण और अपने समय का क्षण-क्षण आपकी ही सेवा में लगाऊंगा। मेरा अपना तो कोई परिवार है नहीं, मेरा परिवार भी आप हैं, मेरे वारिस भी आप हैं, मेरा भारत- मेरा परिवार और इसलिए जैसे परिवार का मुखिया अपने वारिस के लिए दिन-रात काम करता है वैसे ही आपके परिवार के सेवक के रूप में, मैं भी आप मेरे वारिस हैं मैं आपको वारिस के रूप में कुछ देकर के जाना चाहता हूं, मुझे आपके क्षेत्र का विकास करना है, आपका विकास करना है, देश का विकास करना है, देश को विकसित बनाना है।

 

साथियों,

लखीमपुरखीरी, सीतापुर इलाके को यूपी का चीनी का कटोरा जाता है लेकिन सपा सरकार ने मेरे गन्ना किसानों की जिंदगी में कड़वाहट घोल दी। गन्ना चला जाता था लेकिन वर्षों तक किसान का भुगतान नहीं आता था, भुगतान होता भी था तो किस्तों में पैसे दिए जाते थे ये सारी कमियां योगी जी की सरकार ने, भाजपा सरकार ने दूर कर दी है। हमने सपा- बसपा के समय का करीब- करीब सारा बकाया गन्ना किसानों को चुका दिया है। गन्ना किसानों को जितना पैसा सपा- बसपा ने अपने दस साल में दिया था उससे ज्यादा पैसा योगी जी पिछले सात साल में दे चुके हैं। आज गन्ने का मूल्य भी बढ़कर अब 370 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है, यहां के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के भी सैकड़ों करोड़ रुपए मिले हैं। ये इलाका केले की खेती का हब बने, इस पर भी हम तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

मोदी आप सभी किसानों के लिए कैसे काम कर रहा है उसका एक उदाहरण है इथेनॉल। आजकल आप सुनते होंगे कि मोदी इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने में जुटा है मोदी सिर्फ इथेनॉल का उत्पादन बढ़ा रहा है ऐसा नहीं है, मोदी आपकी आय भी बढ़ा रहा है। गन्ने से केवल चीनी ही नहीं बनती बल्कि गन्ने से इथेनॉल भी बनता है और वो भी गन्ने की खोई से जिसका कोई उपयोग नहीं होता। आज पूरे देश में इथेनॉल उत्पादन में हमारा यूपी नंबर वन है। 10 वर्षों में करीब 80 हजार करोड़ रुपए इथेनॉल खरीद में किसान को मिले हैं।

साथियों,

मोदी देश के विकास के साथ ही स्थानीय स्तर पर होने वाले विकास कार्यों को भी उतनी ही प्राथमिकता देता है। आज इस क्षेत्र के लोग विकास के एक से एक बड़े काम गिना सकते हैं। सीतापुर-लखनऊ-बरेली-दिल्ली हाईवे, पीलीभीत से बस्ती हाईवे, लखीमपुर धौरहरा निघासन की सड़क, गोलहा से शाहजहांपुर हाईवे, रेलवे कनेक्टिविटी के काम, आज सीतापुर-लखीमपुर के लोग भी गर्व से कह सकते हैं कि हम किसी से कम नहीं है। इस इलाके को बाढ़ की त्रासदी से बचाने के लिए भी तेजी से काम चल रहा है।

साथियों,

2014 के पहले 10 साल आपने कांग्रेस और इंडी गठबंधन की सरकार का काम देखा है। याद करिए उन्होंने देश और प्रदेश का क्या हाल कर रखा था? ये इंडी गठबंधन वाले सुरक्षा एजेंसियों के हाथ- पांव बांधकर रखते थे, देश की पुलिस, देश की एजेंसियों को आतंक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने दी जाती थी। यहां यूपी में भी यही हाल था। सपा सरकार में कितने ही शहरों में आतंकियों के स्लीपर सेल थे, आतंकी संगठन खुलेआम धमकी देते थे, सुरक्षा एजेंसियां बहुत मेहनत करके आतंकियों को पकड़ती थी लेकिन सपा सरकार क्या करती थी। सरकार आतंकियों से मुकदमे वापस ले देती थी, अफसरों को कहा जाता था कि आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल ना करो, अफसरों पर दबाव बनाया जाता था कि आतंकियों को जमानत दिलवाओ और जो अफसर जरा भी आनाकानी करते थे उनका ट्रांसफर हो जाता था, उनको सस्पेंड कर दिया जाता था। वाराणसी ब्लास्ट के आतंकवादियों को छोड़ने के मामले में तो कोर्ट ने जो सपा सरकार को कहा था वो इनकी हिस्ट्री सीट है, कोर्ट ने सपा सरकार से पूछा था क्या अब आतंकवादियों को पद्म भूषण देने का प्लान है क्या? इतना कुछ होता था आखिर किसके लिए। इसका एक ही जवाब है तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक के लिए।

साथियों,

तुष्टिकरण की राजनीति अब सपा- कांग्रेस के शहजादों के लिए अस्तित्व की मजबूरी बन गई है। पिछले 60 साल में गरीब ने कांग्रेस का तरसाने- तड़पाने वाला राजनीति का खेल बराबर पकड़ लिया है, उसे हर लाभ के लिए इनकी पार्टी, नेताओं के सामने गिड़गिड़ाना होता था। पिछले 10 साल में गरीब के दरवाजे योजना पहुंच रही है, सपा- कांग्रेस ने एससी- एसटी- ओबीसी को भी चुनाव दर चुनाव वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया। अब मोदी की गारंटी एससी-एसटी-ओबीसी को भी हर योजना का लाभ पहुंच रहा है इसलिए गरीब हो या एससी-एसटी-ओबीसी, ये सारे वर्ग कांग्रेस और इंडी गठबंधन से छिटक चुके हैं और वे आज बीजेपी के साथ आ गए हैं।

साथियों,

बीजेपी सबका साथ- सबका विकास के मंत्र पर काम करती है, मुस्लिम भाई- बहन देख रहे हैं पीएम आवास मिला तो सभी जरूरतमंदों को मिला, नल से जल कनेक्शन मिला तो बिना भेदभाव सबको मिला, उज्ज्वला योजना की गैस मिली तो सबको समान रूप से मिली, हर योजना का लाभ उन्हें भी मिल रहा है बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है। अब मुस्लिम समाज को भी समझ आ रहा है कांग्रेस और इंडी वालों ने उन्हें मोहरा बनाया हुआ है (आप थोड़ी देर शांत रहेंगे, ये पांच- दस लोगों का उत्साह जरा ज्यादा है, थोड़ी देर शांत रहेंगे, बाकियों को कुछ सुनना है आपका उत्साह मेरे सर आंखों पर, आपके प्यार को मेरे 100-100 सलाम) और साथियों, इसलिए अब मुस्लिम समाज भी ये धोखेबाज राजनीति से इन सब वोट बैंक के ठेकेदारों से छिटक रहा है और इसलिए मुस्लिम वोट बैंक को बचाने के लिए ये लोग खुल करके नए खेल खेलने लगे हैं, खुलेआम तुष्टिकरण करने के लिए निकले पड़े हैं। इन्होंने अपना घोषणा पत्र मुस्लिम लीग की छाप वाला घोषणा पत्र बना डाला है।

साथियों,
तुष्टिकरण की इसी कोशिश में ये लोग एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। हमारे संविधान निर्माताओं ने, हमारे बाबा साहेब आंबेडकर ने, इतना ही नहीं खुद नेहरू जी ने 75 साल पहले जब संविधान बन रहा था तो साफ- साफ कहा था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा, लेकिन अब कांग्रेस और इंडी गठबंधन धर्म के आधार पर आरक्षण देने पर अड़े हुए हैं, वे देश को फिर एक बार तोड़ने के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं इसका उनको पता नहीं है। अब कर्नाटक का मैं उदाहरण देता हूं ये सुनकर के आप चौंक जाएंगे। ये घटना आप गांव- गांव जाकर बताना। कर्नाटक में क्या किया उन्होंने। जैसे पूरे देश में ओबीसी को आरक्षण मिलता है वैसे कर्नाटक में भी मिलता है 27 परसेंट आरक्षण ओबीसी के लिए है। इन्होंने क्या किया रातों-रात एक फतवा निकाला, रातों-रात एक ऑर्डर निकाला और उसपर ठप्पा मार दिया। ऑर्डर क्या निकाला, उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जितने भी मुसलमान हैं वो पसमांदा है कि नहीं है, वो अगड़ा है कि नहीं है, कौन है, वो सैय्यद है पठान है कौन है? कोई भी हर मुसलमान को रातों-रात ओबीसी बना दिया, एक कागज निकालकर वो रातों- रात ओबीसी बन गए। अब हुआ क्या जिन ओबीसी को 27 परसेंट आरक्षण मिलता था उसमें ये नए ओबीसी आ गए, रातों-रात आ गए और उन्होंने जो पहले जिनको आरक्षण का लाभ मिलता था, उसमें डाका डाला, लूट चलाई, पिछले दरवाजे से चोरी की ये करके उन्होंने जो सालों से ओबीसी परेशान हैं उनको जो मिलता था वो भी लूट लिया। अब उनका इरादा है जो कर्नाटक में किया वही पूरे हिंदुस्तान में करेंगे। धर्म के आधार पर एससी-एसटी-ओबीसी उनको जो आरक्षण मिल रहा है वो आरक्षण को धर्म के आधार पर डाका डाल के लूट लेने वाले हैं। क्या इससे हमारा पासी भाई- बहन, हमारे कुर्मी भाई- बहन, हमारे यादव भाई- बहन, हमारे लोदी भाई- बहन, हमारे दलित भाई- बहन, हमारे शाक्य भाई- बहन, हमारा कुशवाहा भाई- बहन, इन सबका रातों- रात लुट जाएगा, इतने सालों से जो हक आपको मिला है उसमें डाका डालने का खेल चल रहा है।

भाइयों- बहनों,

मैं आज आपको गारंटी देने आया हूं, मैं आज आपको गारंटी देने आया हूं जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है मैं संविधान पर इनको कोई भी खेल खेलने नहीं दूंगा। जब तक मोदी जिंदा है मैं धर्म के आधार पर आरक्षण होने नहीं दूंगा, जब तक मोदी जिंदा है एससी- एसटी- ओबीसी उनको जो आरक्षण मिला है, किसी को भी उसमें से रत्ती भर चोरी नहीं करने दूंगा।

साथियों,

कांग्रेस और इंडी वालों की नजर आपकी संपत्ति पर है, इनकी नजर आपके घर, आपके मकान, आपका खेत, आपके पास कोई नकद रकम है कैश है तो वो, आपके घर में कोई गहने हैं, जेवर हैं, शादी में आपके परिवार की महिला अपने मायके से जो स्त्रीधन लाई है, मंगलसूत्र है, ये सारे पर ये इंडी वालों की सपा- कांग्रेस की नजर है। और वो खुलेआम कहते हैं कि आपके पास जो है उसका एक्सरे निकालेंगे एक्सरे। मैंने तो कांग्रेस वालों के दिमाग का एक्सरे निकाल दिया है। वे आपका एक्सरे निकालेंगे और आपके पास जो अतिरिक्त संपत्ति है उसको वो लूट लेंगे और कहते हैं कि संपत्ति लेकर के हम उसको बांटेंगे, किसको बाटेंगे? मनमोहन सिंह जी जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने कहा था कि हमारे देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, ये डॉक्टर मनमोहन सिंह जी कह के गए हैं मतलब ये जो आपसे ले लेंगे जिनका पहला अधिकार है वो अपनी वोट बैंक को दे देंगे। मुझे बताइए, क्या आपके पूर्वजों ने जमा की आपकी संपत्ति क्या सरकार को छीनने देंगे? क्या जरा पूरी ताकत से बताओ, छीनने देंगे क्या? क्या माताओं-बहनों का मंगलसूत्र छीनने देंगे क्या? क्या माताओं-बहनों के जेवरात छीनने देंगे क्या? क्या आपके खेत के टुकड़े होने देंगे क्या? क्या आपकी संपत्ति लूटने देंगे क्या? भाइयों- बहनों मोदी दीवार बनकर खड़ा है। आप मुझे बताइए आपको लूटने के इरादे जिनके मन में है, क्या ऐसे लोगों को वोट देना चाहिए क्या? ऐसे लोगों को घर वापिस भेजना चाहिए कि नहीं, चुन-चुनकर के साफ करना चाहिए कि नहीं, हर पोलिंग बूथ में साफ करना चाहिए कि नहीं, ज्यादा से ज्यादा बीजेपी- एनडीए को वोट देकर के इनका सफाया करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए।

साथियों,

आज मैं सपा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन से एक और बात जानना चाहता हूं वे लोग दावा करते हैं कि सत्ता में आए तो धारा 370, आर्टिकल 370 को वापस लाएंगे, ये कश्मीर का चुनाव जीतने के लिए, ये कहते हैं कि धारा 370 हम वापिस लाएंगे, ये लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर का ऐसा अपमान किया है बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान पूरे हिंदुस्तान के लिए बनाया था लेकिन ये कांग्रेस वालों ने संविधान पूरे हिंदुस्तान में लागू नहीं किया। जम्मू-कश्मीर में भारत का संविधान लागू नहीं था वहां दलितों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलता था। ये 370 दीवार थी ये मोदी ने आकर के ये 370 को कब्रिस्तान में गाड़ दिया है। अब ये कहते हैं हम 370 निकालेंगे, क्या 370 निकालने देंगे क्या? ये 370 निकालने देंगे क्या? भाइयों- बहनों, गड्ढे में से दोबारा 370 निकाल नहीं सकते और ना ही देश पर माथे पर मार सकते हैं। वो कह रहे हैं मोदी जो मुफ्त राशन दे रहा है, गरीबों का घर का चूल्हा जलता रहे इसलिए मोदी की गारंटी है ये मुफ्त राशन योजना चालू रहेगी ताकि गरीब का घर का चूल्हा जलता रहे, गरीब का बच्चा भूखा नहीं सोना चाहिए। अब ये कहते हैं कि हम इस योजना को भी खत्म कर देंगे, मोदी जो गरीबों को मुफ्त इलाज की योजना चलाता है ये कहते ये भी खत्म कर देंगे, मोदी जो वंदे भारत ट्रेन चालू किया है बोले वो भी बंद कर देंगे। मैं गोला गोकर्णनाथ की पवित्र भूमि और छोटी काशी की इस धरती से सवाल उठा रहा हूं, सपा- कांग्रेस वालों ये भी बता दो क्या सत्ता में आए तो राम मंदिर को भी अस्पताल में परिवर्तित कर दोगे क्या? क्या काशी, काशी के विश्वनाथ कॉरिडोर जो बना है क्या उस पर भी बुलडोजर चला दोगे क्या?

साथियों,

बीते 10 वर्ष जो विकास कार्य हुए हैं बहुत कुछ हुआ है लेकिन मोदी इतना बड़े सपने लेकर चलता है इसलिए अब तक जो हुआ है ना वो कितना ही अच्छा क्यों ना हो लेकिन मोदी के लिए तो ट्रेलर है, ट्रेलर। अभी तो मुझे बहुत करना है पांच वर्ष में कई गुना ज्यादा काम करना है, हर एक को इस देश का एक भी इंसान ऐसा नहीं होगा जो ये कहेगा कि यार मोदी की सरकार आई लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला एक भी ऐसा इंसान, इतना काम करने वाला हूं। हर किसी को कुछ ना कुछ मिलेगा जी। मुझे केले के तने से फाइबर बनाने वाली धौरहरा की बहनों के समूह को और मजबूत करना है, मुझे तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाना है, काम बड़ा है लेकिन मोदी को छोटे काम की आदत ही नहीं है, नमो ड्रोन दीदी बनाकर बहनों को और सशक्त करना है, दुधवा नेशनल पार्क को इको टूरिजम मैप का ब्राइट स्पॉट बनाना है, ऐसे हर विकास कार्य के लिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं और आशीर्वाद देने का सरल उपाय है बीजेपी-एनडीए के उम्मीदवारों को वोट देना, जहां कमल के निशान वाले हैं उनको कमल के निशान पर वोट देना और जहां पर कप सौसर वाले हैं उनको वोट देना।

साथियों,

आपको 13 मई को धौरहरा से हमारी बहन रेखा अरुण वर्मा जी को, सीतापुर से हमारे साथी राजेश वर्मा जी को और खीरी सीट से हमारे साथी अजय मिश्रा टेनी जी को भारी बहुमत से संसद में भेजना है और आप जब इनको वोट देंगे ना वो सीधा- सीधा मोदी के खाते में आने वाला है। गर्मी कितनी क्यों ना हो मतदान ज्यादा से ज्यादा करेंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे, पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे, पोलिंग बूथ को जीतेंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे, मेरा पर्सनल काम है करेंगे, क्या ठंडे पड़ गए यार, ऐसा चलता है क्या? मैं आपके घर आया हूं और कह रहा हूं मेरा काम करोगे सबके सब अगर हाथ ऊपर करके बताओ तो बताऊंगा मेरा एक काम करोगे, पक्का करोगे। एक काम करना घर- घर जाना जितने लोगों के घर जा सकते हो जाना और जाकर के कहना अपने मोदी जी आए थे मोदी जी ने आपको राम- राम कहा है। मेरा राम- राम पहुंचा देंगे, हर परिवार में पहुंचा देंगे, जब मेरा राम- राम पहुंचेगा ना तो उस परिवार के मुखिया मुझे आशीर्वाद देंगे जब उनका मुझे आशीर्वाद मिलेगा ना मुझे एक नई ताकत मिलेगी, नई ऊर्जा मिलेगी आपके लिए काम करने के लिए।

मेरे साथ बोलिए
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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December 26, 2024
PM launches ‘Suposhit Gram Panchayat Abhiyan’
On Veer Baal Diwas, we recall the valour and sacrifices of the Sahibzades, We also pay tribute to Mata Gujri Ji and Sri Guru Gobind Singh Ji: PM
Sahibzada Zorawar Singh and Sahibzada Fateh Singh were young in age, but their courage was indomitable: PM
No matter how difficult the times are, nothing is bigger than the country and its interests: PM
The magnitude of our democracy is based on the teachings of the Gurus, the sacrifices of the Sahibzadas and the basic mantra of the unity of the country: PM
From history to present times, youth energy has always played a big role in India's progress: PM
Now, only the best should be our standard: PM

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरी सहयोगी अन्नपूर्णा देवी जी, सावित्री ठाकुर जी, सुकांता मजूमदार जी, अन्य महानुभाव, देश के कोने-कोने से यहां आए सभी अतिथि, और सभी प्यारे बच्चों,

आज हम तीसरे ‘वीर बाल दिवस’ के आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की शुरुआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए, पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बन गया है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है! आज देश के 17 बच्चों को वीरता, इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स और आर्ट्स जैसे क्षेत्रों में सम्मानित किया गया है। इन सबने ये दिखाया है कि भारत के बच्चे, भारत के युवा क्या कुछ करने की क्षमता रखते हैं। मैं इस अवसर पर हमारे गुरुओं के चरणों में, वीर साहबजादों के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। मैं अवार्ड जीतने वाले सभी बच्चों को बधाई भी देता हूँ, उनके परिवारजनों को भी बधाई देता हूं और उन्हें देश की तरफ से शुभकामनाएं भी देता हूं।

साथियों,

आज आप सभी से बात करते हुए मैं उन परिस्थितियों को भी याद करूंगा, जब वीर साहिबजादों ने अपना बलिदान दिया था। ये आज की युवा पीढ़ी के लिए भी जानना उतना ही जरूरी है। और इसलिए उन घटनाओं को बार-बार याद किया जाना ये भी जरूरी है। सवा तीन सौ साल पहले के वो हालात 26 दिसंबर का वो दिन जब छोटी सी उम्र में हमारे साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की आयु कम थी, आयु कम थी लेकिन उनका हौसला आसमान से भी ऊंचा था। साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा, जब वजीर खान ने उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया। साहिबजादों ने उन्हें गुरु अर्जन देव, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह की वीरता याद दिलाई। ये वीरता हमारी आस्था का आत्मबल था। साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया, लेकिन आस्था के पथ से वो कभी विचलित नहीं हुए। वीर बाल दिवस का ये दिन, हमें ये सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं। कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। इसलिए देश के लिए किया गया हर काम वीरता है, देश के लिए जीने वाला हर बच्चा, हर युवा, वीर बालक है।

साथियों,

वीर बाल दिवस का ये वर्ष और भी खास है। ये वर्ष भारतीय गणतंत्र की स्थापना का, हमारे संविधान का 75वां वर्ष है। इस 75वें वर्ष में देश का हर नागरिक, वीर साहबजादों से राष्ट्र की एकता, अखंडता के लिए काम करने की प्रेरणा ले रहा है। आज भारत जिस सशक्त लोकतंत्र पर गर्व करता है, उसकी नींव में साहबजादों की वीरता है, उनका बलिदान है। हमारा लोकतंत्र हमें अंत्योदय की प्रेरणा देता है। संविधान हमें सिखाता है कि देश में कोई भी छोटा बड़ा नहीं है। और ये नीति, ये प्रेरणा हमारे गुरुओं के सरबत दा भला के उस मंत्र को भी सिखाती हैं, जिसमें सभी के समान कल्याण की बात कही गई है। गुरु परंपरा ने हमें सभी को एक समान भाव से देखना सिखाया है और संविधान भी हमें इसी विचार की प्रेरणा देता है। वीर साहिबजादों का जीवन हमें देश की अखंडता और विचारों से कोई समझौता न करने की सीख देता है। और संविधान भी हमें भारत की प्रभुता और अखंडता को सर्वोपरि रखने का सिद्धांत देता है। एक तरह से हमारे लोकतंत्र की विराटता में गुरुओं की सीख है, साहिबजादों का त्याग है और देश की एकता का मूल मंत्र है।

साथियों,

इतिहास ने और इतिहास से वर्तमान तक, भारत की प्रगति में हमेशा युवा ऊर्जा की बड़ी भूमिका रही है। आजादी की लड़ाई से लेकर के 21वीं सदी के जनांदोलनों तक, भारत के युवा ने हर क्रांति में अपना योगदान दिया है। आप जैसे युवाओं की शक्ति के कारण ही आज पूरा विश्व भारत को आशा और अपेक्षाओं के साथ देख रहा है। आज भारत में startups से science तक, sports से entrepreneurship तक, युवा शक्ति नई क्रांति कर रही है। और इसलिए हमारी पॉलिसी में भी, युवाओं को शक्ति देना सरकार का सबसे बड़ा फोकस है। स्टार्टअप का इकोसिस्टम हो, स्पेस इकॉनमी का भविष्य हो, स्पोर्ट्स और फिटनेस सेक्टर हो, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग की इंडस्ट्री हो, स्किल डेवलपमेंट और इंटर्नशिप की योजना हो, सारी नीतियां यूथ सेंट्रिक हैं, युवा केंद्रिय हैं, नौजवानों के हित से जुड़ी हुई हैं। आज देश के विकास से जुड़े हर सेक्टर में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। उनकी प्रतिभा को, उनके आत्मबल को सरकार का साथ मिल रहा है।

मेरे युवा दोस्तों,

आज तेजी से बदलते विश्व में आवश्यकताएँ भी नई हैं, अपेक्षाएँ भी नई हैं, और भविष्य की दिशाएँ भी नई हैं। ये युग अब मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की दिशा में बढ़ चुका है। सामान्य सॉफ्टवेयर की जगह AI का उपयोग बढ़ रहा है। हम हर फ़ील्ड नए changes और challenges को महसूस कर सकते हैं। इसलिए, हमें हमारे युवाओं को futuristic बनाना होगा। आप देख रहे हैं, देश ने इसकी तैयारी कितनी पहले से शुरू कर दी है। हम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, national education policy लाये। हमने शिक्षा को आधुनिक कलेवर में ढाला, उसे खुला आसमान बनाया। हमारे युवा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। छोटे बच्चों को इनोवेटिव बनाने के लिए देश में 10 हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब शुरू की गई हैं। हमारे युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अवसर मिले, युवाओं में समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभाने की भावना बढ़े, इसके लिए ‘मेरा युवा भारत’ अभियान शुरू किया गया है।

भाइयों बहनों,

आज देश की एक और बड़ी प्राथमिकता है- फिट रहना! देश का युवा स्वस्थ होगा, तभी देश सक्षम बनेगा। इसीलिए, हम फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे मूवमेंट चला रहे हैं। इन सभी से देश की युवा पीढ़ी में फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। एक स्वस्थ युवा पीढ़ी ही, स्वस्थ भारत का निर्माण करेगी। इसी सोच के साथ आज सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत की जा रही है। ये अभियान पूरी तरह से जनभागीदारी से आगे बढ़ेगा। कुपोषण मुक्त भारत के लिए ग्राम पंचायतों के बीच एक healthy competition, एक तंदुरुस्त स्पर्धा हो, सुपोषित ग्राम पंचायत, विकसित भारत का आधार बने, ये हमारा लक्ष्य है।

साथियों,

वीर बाल दिवस, हमें प्रेरणाओं से भरता है और नए संकल्पों के लिए प्रेरित करता है। मैंने लाल किले से कहा है- अब बेस्ट ही हमारा स्टैंडर्ड होना चाहिए, मैं अपनी युवा शक्ति से कहूंगा, कि वो जिस सेक्टर में हों उसे बेस्ट बनाने के लिए काम करें। अगर हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारी सड़कें, हमारा रेल नेटवर्क, हमारा एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम मैन्युफैक्चरिंग पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारे सेमीकंडक्टर, हमारे इलेक्ट्रॉनिक्स, हमारे ऑटो व्हीकल दुनिया में बेस्ट हों। अगर हम टूरिज्म में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारे टूरिज्म डेस्टिनेशन, हमारी ट्रैवल अमेनिटी, हमारी Hospitality दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम स्पेस सेक्टर में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारी सैटलाइट्स, हमारी नैविगेशन टेक्नॉलजी, हमारी Astronomy Research दुनिया में बेस्ट हो। इतने बड़े लक्ष्य तय करने के लिए जो मनोबल चाहिए होता है, उसकी प्रेरणा भी हमें वीर साहिबजादों से ही मिलती है। अब बड़े लक्ष्य ही हमारे संकल्प हैं। देश को आपकी क्षमता पर पूरा भरोसा है। मैं जानता हूँ, भारत का जो युवा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की कमान संभाल सकता है, भारत का जो युवा अपने इनोवेशन्स से आधुनिक विश्व को दिशा दे सकता है, जो युवा दुनिया के हर बड़े देश में, हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा सकता है, वो युवा, जब उसे आज नए अवसर मिल रहे हैं, तो वो अपने देश के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता! इसलिए, विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित है। आत्मनिर्भर भारत की सफलता सुनिश्चित है।

साथियों,

समय, हर देश के युवा को, अपने देश का भाग्य बदलने का मौका देता है। एक ऐसा कालखंड जब देश के युवा अपने साहस से, अपने सामर्थ्य से देश का कायाकल्प कर सकते हैं। देश ने आजादी की लड़ाई के समय ये देखा है। भारत के युवाओं ने तब विदेशी सत्ता का घमंड तोड़ दिया था। जो लक्ष्य तब के युवाओं ने तय किया, वो उसे प्राप्त करके ही रहे। अब आज के युवाओं के सामने भी विकसित भारत का लक्ष्य है। इस दशक में हमें अगले 25 वर्षों के तेज विकास की नींव रखनी है। इसलिए भारत के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा इस समय का लाभ उठाना है, हर सेक्टर में खुद भी आगे बढ़ना है, देश को भी आगे बढ़ाना है। मैंने इसी साल लालकिले की प्राचीर से कहा है, मैं देश में एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिसके परिवार का कोई भी सक्रिय राजनीति में ना रहा हो। अगले 25 साल के लिए ये शुरुआत बहुत महत्वपूर्ण है। मैं हमारे युवाओं से कहूंगा, कि वो इस अभियान का हिस्सा बनें ताकि देश की राजनीति में एक नवीन पीढ़ी का उदय हो। इसी सोच के साथ अगले साल की शुरुआत में, माने 2025 में, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर, 'विकसित भारत यंग लीडर्स डॉयलॉग’ का आयोजन भी हो रहा है। पूरे देश, गाँव-गाँव से, शहर और कस्बों से लाखों युवा इसका हिस्सा बन रहे हैं। इसमें विकसित भारत के विज़न पर चर्चा होगी, उसके रोडमैप पर बात होगी।

साथियों,

अमृतकाल के 25 वर्षों के संकल्पों को पूरा करने के लिए ये दशक, अगले 5 वर्ष बहुत अहम होने वाले हैं। इसमें हमें देश की सम्पूर्ण युवा शक्ति का प्रयोग करना है। मुझे विश्वास है, आप सब दोस्तों का साथ, आपका सहयोग और आपकी ऊर्जा भारत को असीम ऊंचाइयों पर लेकर जाएगी। इसी संकल्प के साथ, मैं एक बार फिर हमारे गुरुओं को, वीर साहबजादों को, माता गुजरी को श्रद्धापूर्वक सिर झुकाकर के प्रणाम करता हूँ।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद !