Your love is my strength and dedication to serve India: PM Modi to the people of Kerala
The devotion of the people is unparalleled, and their love is my good fortune: PM Modi
Strong ties with Gulf countries, respect for Indians, and assurances of security highlight our global standing: PM Modi
As we approach the Pran Pratishtha in Ayodhya on Jan 22, let's conduct cleanliness campaigns in temples across Kerala: PM Modi
The divine light of Bhagwan Ram will illuminate every home and temple in the country: PM Modi

नमस्कारम।
एन्डे प्रियपेट्टा सहप्रवर्तगरे,
निंगलाण ई पार्टियुड़े जीवनाडी।
केरला में बीजेपी को सशक्त करने वाले आप सभी कार्यकर्ता साथियों के बीच आना मेरे लिए हमेशा बहुत ही सुखद होता है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद केरला के कोने-कोने में कार्यकर्ताओं की अनेक पीढ़ियों ने बीजेपी का झंडा बुलंद रखा है। राजनीतिक हिंसा के बीच भी अपनी विचारधारा और देशभक्ति के प्रति कमिटेड रहने वाली कार्यकर्ताओं की हर पीढ़ी को आज मैं सर झुकाकर के नमन करता हूं।

केरलतिले एन्डे सह प्रवृत्तगरे,
केरला के लोगों का प्रेम, उनका स्नेह, हमेशा ही मुझे अभिभूत करता है। कल जिस क्षण मैं कोच्चि पर उतरा, तब से लेकर पूरे रास्ते भर हजारों लोग मुझे अपना आशीर्वाद देने आए। आज सुबह मैं गुरुवायूर और त्रिप्रायर मंदिर में दर्शन के लिए गया था। मंदिर के भीतर मैंने जनार्दन के आशीर्वाद की अनुभूति की और मंदिर के बाहर मुझे ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के दर्शन हुए। हजारों की संख्या एक बार फिर लोग मुझे आशीर्वाद देने के लिए आए थे। ये मेरा सौभाग्य है। ये भावना अद्भुत है। संगठन की ये शक्ति केरल के कार्यकर्ताओं का ये परिश्रम वाकई बहुत संतोष देने वाला है।

केरलतिले एन्डे सह प्रवृत्तगरे,
केरला बीजेपी के कार्यकर्ताओं का सामर्थ्य कितना बड़ा है, ये हमने कुछ दिन पहले त्रिशूर में हुए नारीशक्ति सम्मेलन में देखा है। मेरे जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा तो संगठन के कार्यकर्ता के तौर पर काम करते हुए ही बीता है। इसलिए अपने अनुभव से मैं कह सकता हूं कि इतना विराट सम्मेलन एक मजबूत संगठन ही करा सकता है। ये दिखाता है कि केरला में आप सभी कितनी अधिक मेहनत कर रहे हैं।

केरलतिले एन्डे सह प्रवृत्तगरे,
बीजेपी आज पूरे देश की, देश के हर क्षेत्र, हर वर्ग की पार्टी है। बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है, जिसके पास तेज़ विकास का ट्रैक रिकॉर्ड भी है और भविष्य का स्पष्ट विजन भी है। गरीब, महिला, युवा और किसान-मछुआरे, ये समाज के वो चार वर्ग है, जिनके सशक्तिकरण से ही विकसित भारत का निर्माण होने वाला है। ये बीजेपी ही है जो गरीब कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए काम कर रही है। हमने गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना शुरू की और अब इसे 5 साल के लिए आगे बढ़ाया है। हमने गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी, गरीबों को पक्के घर दिए, मुफ्त गैस कनेक्शन दिया, ऐसी योजनाओं से गरीबों का जीवन आसान हुआ है।

साथियो,
बीजेपी सरकार की प्राथमिकता है- देश के सामान्य नागरिक की आपकी कमाई बढ़े लेकिन बचत भी बढ़े। आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलने से देश के लोगों को 1 लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है। जन औषधि केंद्रों पर 80 परसेंट डिस्काउंट पर दवा देने से देश के लोगों के 25 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा बचे हैं। 10 साल पहले तक 2 लाख रुपए से ज्यादा की इनकम पर इनकम टैक्स लगा करता था। बीजेपी सरकार ने तय किया कि अब दो लाख वाला जमाना चला गया, 7 लाख रुपए तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं होगा। टैक्स को लेकर जो भी नई व्यवस्थाएं 10 वर्षों में आई है, उससे टैक्सपेयर्स के लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है। बीजेपी सरकार ने मोबाइल भी सस्ता किया है और मोबाइल डेटा भी सस्ता किया है। 10 साल पहले मोबाइल डेटा की जो कीमत थी, अगर वही आज भी रहती, तो आज आपका मोबाइल बिल कम से कम 5 हजार रुपए महीना आता। आज बीजेपी सरकार की वजह से देश के लोगों को हर महीने, मोबाइल बिल पर 4 साढ़े 4 हजार रुपए हर व्यक्ति का जो मोबाइल का उपयोग करता है 4 साढ़े 4 हजार रुपए की बचत हो रही है।

साथियो
बीजेपी सरकार की स्पष्ट नीति और निर्णयों का सकारात्मक असर देश में दिख रहा है। हाल में ही आई एक रिपोर्ट में आया है कि पिछले 9 वर्षों में देश में 25 करोड़ लोग, ये आंकड़ा याद रखिए, 9 वर्ष में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। जिस देश में पांच दशकों तक कांग्रेस जैसे दलों ने सिर्फ गरीबी हटाओ का नारा दिया, वहां सिर्फ 9 साल में लगभग 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना ये बहुत बड़ी बात है। ये दिखाता है कि विकसित भारत बनने के लिए हमने जो दिशा तय की है, जिस रास्ते पर चल रहे हैं, वो रास्ता सही है।

साथियो,
लोकसभा के चुनाव, देश की सरकार चुनने के लिए है, ये बात आपको हर वोटर तक पहुंचानी है। भारत सरकार की एक बड़ी जिम्मेदारी देश की सुरक्षा और दुनिया में भारत की भूमिका को सशक्त करने की होती है। हमें वोटर को ये बताना चाहिए कि 10 वर्ष पहले तक जब देश में एक कमज़ोर और अस्थिर सरकार थी, तो आए दिन आतंकी हमले होते थे। इसका सीधा असर हमारे निवेश पर पड़ता था और विदेशों में काम करने वाले हमारे देशवासियों पर पड़ता था । हमें उन्हें बार-बार बताना होगा कि LDF-UDF का इतिहास किस तरह घोटालों का रहा है, भ्रष्टाचार का रहा है। आज भारत को दुनिया विश्व-मित्र के रूप में देख रही है। पूरी दुनिया में भारत और भारतीयों का गौरव नई बुलंदी पर है। इसका बेहतरीन उदाहरण गल्फ देशों के साथ हमारे संबंध हैं। आज गल्फ के देशों से भारत के संबंध इतिहास के सबसे मजबूत दौर से गुज़र रहे हैं। गल्फ के देशों में भारतीयों का सम्मान भी बढ़ा है, उनके लिए अवसर भी बढ़े हैं और उन्हें सुरक्षा का भरोसा भी मिला है।

साथियो,
अब चुनाव दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं, और अब केरला दिल्ली विजय का नेतृत्व करने की ताकत वाला बन गया है। चुनाव जीतने के लिए हम लोकसभा जीतने की बात तो करेंगे लेकिन यहां शक्तिकेंद्र के कार्यकर्ता आए हैं, हमारा पहला संकल्प चाहिए कि हमारा बूथ हम जीतेंगे, हम हमारे बूथ में पराजित नहीं होंगे। अगर बूथ को जीत लिया तो केरल को भी जीत सकते हैं।

और इसलिए चुनाव जीतने के लिए आपको हर बूथ पर हर मतदाता पर ध्यान केंद्रित करना है भरपूर मेहनत करनी है, और हर शक्तिकेंद्र पर मेहनत करनी है। आपके शक्ति केंद्र में जो भी लाभार्थी है, उनसे आपका मिलना हो तो आप उनके नाम से बुलाएं, आप उनके परिवार तक जाएं.. इसको आप सबसे पहले प्राथमिकता दीजिए। आपके पास अपने क्षेत्र के सभी लाभार्थियों की लिस्ट जरूर होनी चाहिए। इस समय केरला में विकसित भारत संकल्प यात्रा चल रही है। इस यात्रा का लक्ष्य है कि केंद्र सरकार की विकास की योजनाओं से कोई छूटे नहीं। जिनको अभी लाभ नहीं मिला है, उन्हें आपको विकसित भारत संकल्प यात्रा में लाना है, मोदी की गारंटी वाली गाड़ी तक पहुंचाना है।
और मोदी की गारंटी यानि गारंटी के पूरा होने की गारंटी, ये बात हर वोटर तक आप सब साथी पहुंचाएंगे ये मेरा विश्वास है।

साथियो,
अपने शक्ति केंद्रों पर लोगों से लगातार, बार-बार सक्रियता के साथ मिलते रहें, उनके मुद्दों को समझें और ये देखें कि किस योजना से उनकी समस्या का समाधान हो सकता है। आप अपने-अपने शक्ति केंद्र में डिजिटल इंडिया के हर लाभार्थी से मिलें। जिन्हें कॉमन सर्विस सेंटर मिला है, उनसे जरा बातचीत कीजिए। डिजिटल कंटेंट क्रिएशन से बड़ी संख्या में हमारे युवा जुड़े हैं और कमाई भी कर रहे हैं, उन्हें बताइए की सरकार की योजनाओं से उन्हें कैसे लाभ मिला है। रेहड़ी फुटपाथ पर काम करने वाले साथियों के लिए पहली बार पीएम स्वनिधि योजना बनाई है। ऐसे साथियों से भी रोज बात करनी चाहिए।

आप सभी को बूथ स्तर पर एक निश्चित संख्या में लोगों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कोई कार्यकर्ता 10 परिवार की जिम्मेदारी ले, कोई कार्यकर्ता 15 परिवार की जिम्मेदारी ले, अभी से उनको निश्चित काम दे देना चाहिए.. इस तरह हर कार्यकर्ता को यह पता होगा कि उसके पास क्या काम है। आप अपने बूथ पर लोगों को वोटर लिस्ट से जोड़ने पर भी काम करें। कोई भी नागरिक मतदान के अधिकार से छूटना नहीं चाहिए... फर्स्ट टाइम वोटर्स को जोड़कर, उसका बड़ा अभियान चलाना चाहिए... जो पहली बार वोट डालनेवाला है उन्हें वोट करने के लाभ बताएं, वो देश का भविष्य तय करने वाला है। आप सभी ये जरूर सुनिश्चित करें कि हर पात्र व्यक्ति उसका वोटर लिस्ट में नाम अवश्य होना चाहिए, ऐसे लोगों की हमें मदद भी करनी चाहिए। देशसेवा के कार्यों के लिए केंद्र सरकार ने देश का सबसे बड़ा युवा संगठन- MYBHARAT भी बनाया है। आप MYBHARAT पर जाकर के ऑनलाइन रजिस्ट्री करवानी चाहिए। अभी तक की जो मेरी जानकारी है बहुत कम समय में एक करोड़ से ज्यादा युवा मेरा युवा भारत MYBHARAT संगठन से जुड़ चुके हैं। आप भी अपने क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इस संगठन से जोड़ें।

साथियो,
आप सभी शक्तिकेंद्र प्रतिनिधियों द्वारा नमो एप का निरंतर इस्तेमाल भी बहुत आवश्यक है। नमो एप पर आपको ऐसी अनेकों जानकारियां मिलती रहेंगी जो आपको वोटर्स को जागरूक करने में मदद करेंगी। अपने कार्यकर्ताओं की छोटी-छोटी मीटिंग लेने के लिए भी यह आपके बहुत काम आएंगे। आप सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल पार्टी के बारे में पॉजिटिविटी फैलाने में करें, केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को बताने के लिए करें। आप इन सोशल प्लैटफॉर्म्स से अपने क्षेत्र के लोगों तक सीधे पहुंच पाएंगे।

साथियो,
आप सभी जानते हैं कि 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन है। ये कोटि-कोटि लोगों के लिए आस्था और भक्ति से भरे पल है। मैं भी प्राण प्रतिष्ठा से पहले जो अनुष्ठान होते हैं, उनके यम-नियमों का पालन कर रहा हूं। बीते दिनों मुझे अनेक मंदिरों में दर्शन और वहां सफाई करने का सौभाग्य मिला है। मेरा केरला के आप सभी कार्यकर्ताओं से भी आग्रह है कि आप अपने-अपने गांव, शहर, बूथ पर मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाएं। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा अयोध्या में होगी, लेकिन श्रीराम ज्योति, उस दिन देश के घर-घर में जलेगी, हर मंदिर में जलेगी। केरला तो वो राज्य है जो अपना पूरा एक महीना रामायण को समर्पित करता है...यहां ‘रामायण मासम्’ मनाया जाता है। केरला में भी पूरे सद्भाव के साथ श्रीराम ज्योति जले, ये संदेश आपको अपने-अपने क्षेत्रों में हर घर में पहुंचाना है। और पक्का करना है कि हर घऱ में शाम को श्रीराम ज्योति जले।


केरलतिले एन्डे सह प्रवृत्तगरे,
मैं केरला की जनता के सामर्थ्य को जानता हूं, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करने का केरल के लोगों का मिजाज भी जानता हूं। मेरा उनपर बहुत भरोसा है। वैसे ही मुझे केरला के हर कार्यकर्ता पर उतना ही भरोसा है। आप चुनौतियों से तपकर के निकले हुए कार्यकर्ता हैं। इसलिए केरला की जनता का भरोसा जीतने में आप ज़रूर सफल होंगे। और मैं फिर एक बार संगठन की शक्ति को प्रणाम करते हुए आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। मेरे साथ बोलिए, दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत के साथ बोलिए...

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

वंदे... मातरम...

वंदे... मातरम...

वंदे... मातरम...

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।